प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने असम में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) की स्थापना को मंजूरी दी है। 'इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीच्यूट (आईएआरआई) - असम' की स्थापना के लिए कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डीएआरई)/भारतीय कृषि अनुसंधन परिषद (आईसीएआर) के इस प्रस्ताव के तहत संस्थान की स्थापना के लिए असम सरकार 587 एकड़ भूमि उपलब्ध कराएगी।
आईएआरआई-असम कृषि शिक्षा में उच्च शिक्षा का एक स्नातकोत्तर संस्थान होगा। इसे कृषि फसल, बागवानी फसल, कृषि वन, पशुपालन, मत्स्य पालन, मर्गी पालन, सूअर पालन, रेशम पालन, शहद उत्पादन आदि कृषि के सभी क्षेत्रों में आईएआरआई से विशिष्ट पहचान प्राप्त होगी।
यह आईएआरआई, नई दिल्ली एक एक ऑफ-कैम्पस होगा और एकीकृत बहुआयामी अनुसंधान का संचालन स्कूल मोड में किया जाएगा यानी स्कूल ऑफ क्रॉप साइंसेज, स्कूल ऑफ नैचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट और स्कूल ऑफ एनीमल साइंसेज एंड फिशरीज।
आईएआरआई-असम केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी मौजूदा आरएंडडी संस्थानों और निजी क्षेत्र के उद्यमों के साथ मिलकर पूर्वोत्तर भारत की कृषि चुनौतियों एवं जटिलताओं पर काम करेगा।
यह संस्थान पूर्वोत्तर क्षेत्र में कृषि क्षेत्र के समग्र एवं टिकाऊ विकास के लिए कृषि आधारित उद्योगों और रोजगार सृजन की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधन तैयार करने और उत्पादकता, गुणवत्ता एवं लाभप्रदता बढ़ाने के लिए किसानों के अनुकूल प्रौद्योगिकी विकसित करने के अपने मिशन के तहत अनुसंधान, शिक्षा एवं विस्तार कार्यक्रम शुरू करेगा।