प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने त्रिपुरा के अगरतला हवाई अड्डे का नाम बदलकर महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर हवाई अड्डा, अगरतला करने की मंजूरी दी। यह निर्णय, त्रिपुरा के लोगों की लम्बे समय से चली आ रही मांग तथा त्रिपुरा सरकार द्वारा महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर को श्रद्धांजलि देने के आलोक में लिया गया।
पृष्ठभूमि :
महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर 1923 में त्रिपुरा राज्य के राजा बने। वे एक विद्वान और विन्रम शासक थे। महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर द्वारा दान में दिये गये जमीन पर 1942 में अगरतला हवाई अड्डे का निर्माण किया गया। एक दूर दृष्टि वाले शासक के रूप में महाराजा ने पूरे विश्व की यात्रा की और त्रिपुरा के चहुंमुखी विकास के लिए कई कदम उठाए। उनके प्रयासों से अगरतला में एक एरोड्रोम का निर्माण हुआ, जो वर्तमान में पूर्वोत्तर क्षेत्र का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। यह त्रिपुरा को हवाई मार्ग से जोड़ता है। इसलिए यह उचित है कि उनके नाम पर अगरतला हवाई अड्डे का नाम रखा जाए और यह महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।