रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, पांच अक्टूबर 2014 को महाराष्ट्र में अपने चुनाव अभियान को जारी रखा। उन्होंने तासगांव (सांगली जिला), कोल्हापुर में विशाल जनसभाओं को सम्बोधित किया। उन्होंने सभी स्थानों पर मतदाताओं से अपील की कि वो राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनाएं। उन्होंने कहा, "भाजपा राज्य के विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है। भाजपा को पूर्ण बहुमत दीजिए। हम किसानों के लिए, गांवों के लिए और युवाओं के लिए काम करना चाहते हैं। उद्योगों और नौकरियों की भी जरूरत है।"
प्रधानमंत्री ने गोंदिया में एक रैली को सम्बोधित करने हुए लोगों से पूछा कि क्या लोग चाहते हैं कि विदर्भ के हालात ऐसे ही बने रहें? उन्होंने कांग्रेस और एनसीपी के भ्रष्टाचार के लिए उनकी आलोचना की और लोगों को सचेत किया कि दोनों दलों के बीच कोई अंतर नहीं है। राजनीतिक स्थिरता के मुद्दे पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विकास की तुलना महाराष्ट्र में विकास के अभाव से करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इन दो राज्यों में राजनीतिक स्थायित्व के चलते विकास हुआ है जबकि महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थितियां ऐसी नहीं रहीं।
प्रधानमंत्री ने छत्रपति शिवाजी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कुछ नेता अपने स्वार्थों के लिए महान शिवाजी महाराज के नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री शरद पवार का हवाला देते हुए श्री मोदी ने कहा कि श्री पवार में शिवाजी के गुणों का अभाव है। उन्होंने याद दिलाया कि पवार के मुख्यमंत्री काल में न तो मुंबई एयरपोर्ट और न ही विक्टोरिया टर्मिनल का नाम छत्रपति शिवाजी के नाम पर रखा गया। पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में उनके निराशाजनक कार्यकाल का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यदि श्री पवार ने छत्रपति शिवाजी की जल प्रबंधन तकनीक का इस्तेमाल किया होता तो राज्य में कई किसानों को आत्महत्या नहीं करना पड़ता। उन्होंने इन नेताओं से कहा कि हमारी शिवभक्ति को चुनौती देना बंद करें और याद दिलाया कि वो चुनावी मैदान में उतरने से ठीक पहले रायगढ़ गए थे।
एक केंद्रीय मंत्री के रूप में श्री पवार और महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी के प्रदर्शन की तीखी आलोचना करते हुए श्री मोदी ने कहा, "ये वही लोग हैं जिन्होंने कारगिल की विधावाओं के घर छीन लिए। ये वो लोग हैं जिन्होंने महाराष्ट्र की आशाओं और अपेक्षाओं पर पानी फेर दिया। दिल्ली की कांग्रेस सरकार ने वर्षों तक नर्मदा परियोजना को रोककर रखा और इस सरकार में शरद राव भी शामिल थे।" उन्होंने सवाल किया कि केंद्रीय कृषि मंत्री इसी राज्य से हैं, इसके बावजूद महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या क्यों की है।
श्री मोदी ने ये साफ किया कि पूज्य बालासाहब ठाकरे के प्रति सम्मान के चलते शिव सेना की आलोचना करने का सवाल ही नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा, "कुछ समाचार पत्रों ने लिखा है कि मोदी ने अनपे भाषणों में शिवसेना की आलोचना की है। ये पूज्य बालासाहब ठाकरे की अनुपस्थिति में पहले चुनाव हैं। वो ऐसे व्यक्ति थे जो लोगों के अधिकारों के लिए डटे रहे।"
PM in Mumbai 4th October 2014
सिंगली की रैली में प्रधानमंत्री ने सिंगली के लोगों को लोकसभा में पहली बार भाजपा का सांसद भेजने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "हमने आजादी के बाद से अब तक कभी भी सिंगली लोकसभा सीट नहीं जीती थी। मैंने लोगों से भाजपा को वोट देने के लिए कहा था और मैंने जितना मांगा था, आपने उससे बढ़कर दिया।"
कोल्हापुर में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेताओं के इस बयान का जवाब दिया कि उन्होंने महात्मा गांधी को कांग्रेस से छीन लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग सोचते हैं कि मोदी ने गांधीजी को छीन लिया। वह महात्मा हैं और उन्हें कोई नहीं छीन सकता। लेकिन वास्तविकता यह है कि कांग्रेस ने उन्हें छोड़ दिया है। श्री मोदी ने कह कि वो एक गांधी को पसंद करते हैं, और वह गांधी नोटों पर छपे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी और कांग्रेस की तरह मैदान छोड़कर नहीं भागेगी।