प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के भागलपुर में आयोजित परिवर्तन रैली में उमड़े विशाल जन सैलाब को सम्बोधित किया और बिहार के विकास के लिए भाजपा के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की राजग सरकार बनाने की अपील की।
श्री मोदी ने भागलपुर की रैली को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि इस रैली ने बिहार में वर्षों का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि 25 वर्षों के बाद बिहार की जनता-जनार्दन ने विकास के लिए वोट देने का और बिहार में विकास की सरकार बनाने का संकल्प ले लिया है।
श्री मोदी ने कहा कि अब इस विजय यात्रा को कोई रोक नहीं सकता। कितने भी भ्रम फैलाए जाएं, कितने भी झूठ फैलाएं जाएं, लेकिन बिहार की जनता ने एक प्रगतिशील बिहार, रोजगार के नए अवसर सृजन करने वाले बिहार, किसानों का कल्याण करने वाले बिहार एवं माताओं-बहनों की रक्षा करने वाले बिहार का निर्माण करने के लिए वोट देने का फैसला कर लिया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र में सरकार चलाने वाले लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वो अपने कार्यों का हिसाब जनता को दें। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के लोगों को अपने 25 साल के कामों और कारनामों का हिसाब जनता को देना चाहिए लेकिन वो ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव के समय अपने काम का हिसाब जनता को देंगें। उन्होंने कि जो आज आपसे वादाखिलाफी कर रहे हैं, वह पता नहीं आगे न जाने क्या-क्या करेंगें।
स्वाभिमान रैली' नहीं 'तिलांजलि रैली'
कांग्रेस, राजद और जदयू के महागठबंधन पर निशाना साधते हुए श्री मोदी ने बीते 30 अगस्त की 'स्वाभिमान रैली' को 'तिलांजलि रैली' करार दिया और कहा कि उन लोगों ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों को तिलांजलि दे दी।
उन्होंने कहा कि राममनोहर लोहिया जीवन पर्यन्त कांग्रेस के खिलाफ लड़ते रहे लेकिन इन लोगों ने केवल सत्ता स्वार्थ के लिए गांधी मैदान में कांग्रेस से हाथ मिला लिया। उन्होंने कहा कि जिस गांधी मैदान से लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने सम्पूर्ण क्रांति का बिगुल बजाया था, भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे भारत में जंग छेड़ी थी, जिनको कांग्रेस की सरकार ने जेल में बंद कर इतनी यातनाएं दी कि हमें उन्हें खोना पड़ा, लेकिन इन लोगों ने उसी गांधी मैदान में केवल सत्ता में बने रहने के लिए कांग्रेस से हाथ मिला लिया। उन्होंने कहा कि मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि ये कैसी राजनीति है, ये कौन सा सिद्धांत है, कौन सी नीतियां हैं? प्रधानमंत्री ने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि अब इनलोगों को तिलांजलि देने का समय आ गया है।
महागठबंधन द्वारा पैकेज की झूठी राजनीति पर प्रहार
बिहार को दिए गए 1 लाख 65 हजार करोड़ रुपये के पैकेज पर महागठबंधन के नेताओं द्वारा की गई ओछी राजनीति पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब पैकेज का मजाक उड़ाने और इस पर झूठी बयानबाजी करने के बावजूद जनता के बीच इनकी दाल नहीं गली तो 25 वर्षों से लगातार जातिवाद और साम्प्रदायिकता का ज़हर फैलाने वालों को भी मजबूरन बिहार के विकास के लिए पैकेज देने का वादा करना पड़ा। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि बिहार में अब विकास के मुद्दे पर चुनाव होंगें।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, "मैं चाहता हूं कि दिल्ली सरकार और राज्य सरकार में तथा राज्यों-राज्यों के बीच विकास की स्पर्धा होनी चाहिए लेकिन अभी भी कुछ लोगों की जनता से धोखा करने की आदत नहीं जा रही है।” उन्होंने नीतीश कुमार के 2.70 लाख करोड़ के पैकेज की हकीकत बताते हुए कहा कि बिहार का सालाना बजट तकरीबन 50-55 हजार करोड़ रुपये का होता है, तो इस हिसाब से बिहार का पांच वर्षों का बजट 2.70 लाख करोड़ के करीब पहुँचता है। उन्होंने जनता को समझाते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने मौजूदा बजट को ही पांच साल के लिए जोड़कर इसे पैकेज का नाम दे दिया है जो बिहार की जनता के साथ सरासर धोखा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार को अगले पांच वर्षों में 14वें वित्त आयोग के जरिये भारत सरकार से 3 लाख 74 हजार करोड़ रुपये मिलने वाला है जो हमारे 1 लाख 65 हजार करोड़ के पैकेज के अतिरिक्त है। उन्होंने जनता से पूछा कि अब आप ही बताईये कि भारत सरकार दे रही है तीन लाख 74 हजार करोड़ रुपये और नीतीश देने वाले हैं केवल 2 लाख 70 हजार करोड़ रुपये तो 1.6 लाख करोड़ रुपये की बाँकी की रकम कहाँ जाएगी? उन्होंने कहा कि क्या इसे चारा खाते में डाला जाएगा? उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर लोगों ने बिहार के लोगों के साथ धोखा देने का पाप किया है लेकिन अब उन्हें समझ लेना चाहिए कि वो बिहार के बुद्धिमान लोगों को और अधिक नहीं बहका सकते।
बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बदतर
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की खस्ता हालत पर जम कर प्रहार करते हुए कहा कि गरीबों को अच्छी और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए राज्य सरकारें हर वर्ष सीएचसी अर्थात कम्युनिटी हेल्थ सेंटर का निर्माण करने की दिशा में प्रयासरत रहती हैं लेकिन बिहार में इसकी हालत अत्यंत दयनीय है। उन्होंने कहा कि पूरे भारत में सीएचसी की संख्या 3300 से बढ़कर 5 हजार 300 हो गए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सीएचसी 300 से बढ़कर 567, मध्य प्रदेश में 229 से बढ़कर 334, छत्तीसगढ़ में 116 से बढ़कर 157 हो गए लेकिन बिहार में सीएचसी 101 से घटकर 70 हो गयी। उन्होंने कहा कि क्या यही गरीबों की सेवा है?
उन्होंने कहा कि बिहार में पैसों की कोई कमी नहीं थी। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार स्वास्थ्य मत्रालय से मिले पैसे में से पांच सौ करोड़ से अधिक रुपये की राशि खर्च तक नहीं कर पाई। उन्होंने जनता से ऐसे लोगों को सरकार से उखाड़ फेंकने की अपील की।
उन्होंने कहा कि मुझ पर ये ताना मारा जा रहा है कि मोदी जी को 14 माह बाद बिहार की याद आई। उन्होंने कहा कि जिनको सच बोलने की आदत ही नहीं है उनके लिए मुझे इस पर बातें करना जरूरी नहीं लगता, लेकिन मैं जनता को बताना चाहता हूँ कि चाहे भूकम्प के वक्त तुरंत सहायता की बात हो, पिछले वर्ष कोशी में भयावह तबाही की संभावना के मद्देनजर समय से पहले ही जान माल की सुरक्षा के लिए उठाये गए आवश्यक क़दमों की बात हो या फिर लोक सभा चुनावों के दौरान मेरे रैली में हुए बम धमाकों के तुरंत बाद लोगों को सहायता पहुंचाने की बात हो, मैंने सर्वप्रथम संज्ञान लेते हुए व्यक्तिगत रूप से समस्याओं के समाधान की दिशा में उचित कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि जो बिहार को कभी भूला ही नहीं हो, जिसके दिल में बिहार हो, उसे बिहार की याद नहीं आती। याद सत्ता के मद में चूर उन लोगों को आती है जिसका मकसद बिहार के लोगों का विकास नहीं, बिहार की भलाई नहीं, केवल किसी तरह सत्ता में बने रहना है।
वर्तमान राज्य सरकार बिहार के विकास को लेकर गंभीर नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने इस बार के आम बजट में बिहार को इनकम टैक्स में रियायत की घोषणा की थी लेकिन राज्य सरकार ने मई 2015 तक अपने पिछड़े जिलों की सूची केंद्र को नहीं सौंपी। उन्होंने कहा कि केंद्र के नोटिस के बाद अगस्त के आख़िरी महीने में कहीं जाकर राज्य सरकार ने यह सूची सौंपी। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट करता है कि वर्तमान राज्य सरकार बिहार के विकास के लिए कितनी गंभीर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महान ऐतिहासिक परम्पराओं से संस्कारित हुआ बिहार यदि आगे बढ़ा तो भारत दुनिया में सबसे आगे निकल जाएगा।
अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इसलिए मैं आप से आग्रह करने आया हूँ कि बिहार का भाग्य बदलने के लिए, अपने सपनों का बिहार बनाने के लिए तथा बिहार में विकास के लिए भाजपा के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की राजग सरकार बनाईये।
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