प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अगस्त को बिहार के गया में एक विशाल रैली को संबोधित किया। गया में लोगों की जबर्दस्त भीड़ को देखकर श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इतनी भारी संख्या में लोगों का यहाँ आना स्पष्ट रूप से दिखाता है कि बिहार के लोग राज्य में परिवर्तन लाना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यहाँ के लोगों ने बिहार को मजबूत बनाने और राज्य में परिवर्तन लाने का निर्णय कर लिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “लोगों की बढ़ती सहभागिता इस बात का सूचक है कि हवा की बयार किस तरफ है। लोगों ने परिवर्तन लाने का निर्णय कर लिया है और वे एक मजबूत बिहार बनाना चाहते हैं।”
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श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राज्य के लोगों ने दो बड़े फैसले ले लिये हैं। पहला यह कि वे परिवर्तन चाहते हैं और दूसरा कि वे बिहार की विकास यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “मैं साफ़ तौर पर देख रहा हूँ कि बिहार के लोगों ने दो बड़े फैसले ले लिये हैं - वे परिवर्तन चाहते हैं और राज्य के विकास का हिस्सा बनना चाहते हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले चुनाव बिहार को जंगल राज और पच्चीस वर्षों तक शासन करने वाली इस अभिमानी सरकार से मुक्त कराने का माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि अतीत में जदयू और राजद जैसे राजनीतिक दलों ने बिहार के स्वर्णिम अतीत को नष्ट किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन पार्टियों ने बिहार के लोगों के सपनों को तोड़ा है और राज्य के विकास को रोका है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “वे पच्चीस साल से बिहार में शासन कर रहे हैं। और अगर यही चलता रहा तो राज्य बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास की गंगा नई दिल्ली से बह रही है लेकिन बिहार में सत्तारूढ़ दल के अहंकारों के कारण यहाँ के गांवों और लोगों का विकास नहीं हो पा रहा है।” श्री मोदी ने बल देकर यह कहा कि बिहार की इस समस्या पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है और भाजपा यह कर सकती है।
प्रधानमंत्री ने देश के विकास में बिहार द्वारा किए गए योगदान का भी उल्लेख किया। उन्होंने बिहार के लोगों को विश्वास दिलाया कि केंद्र की एनडीए सरकार शुरू से ही राज्य के विकास और कल्याण के लिए समर्पित रही है। उन्होंने बिहार के लोगों से आग्रह किया कि वे प्रदेश की प्रगति के लिए एक स्थिर भाजपा सरकार का चुनाव करें। उन्होंने कहा, “बिहार ने देश के विकास में सबसे अधिक योगदान दिया है। देश के लगभग हर कोने में बिहार से एक आईएएस अधिकारी है।”
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्य अब बीमारू नहीं रहे। भाजपा सरकार के अंतर्गत इन राज्यों में विकास हुआ है और अब वे प्रगति की नई ऊंचाइयों पर हैं।
जदयू और राजद पर निशाना साधते हुए श्री मोदी ने कहा कि जदयू का अर्थ है – ‘जनता का दमन और उत्पीड़न’ और राजद अर्थात ‘रोजाना जंगलराज का डर’। प्रधानमंत्री ने कहा कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार जैसे मुख्यमंत्रियों ने बिहार के लोगों को अंधेरे में छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि दोनों दल वोट बैंक और जाति आधारित राजनीति से प्रेरित हैं। श्री मोदी ने आगे कहा, “उनकी राजनीति वोट बैंक पर आधारित है और उन्होंने गया के लिए कुछ नहीं किया है। पटना में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। यह सब उनके अंदर हुआ। यह फिर से जंगलराज की शुरुआत है।”
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बिहार के युवाओं को कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिहार में 80 लाख से अधिक छात्रों के लिए केवल 25,000 इंजीनियरिंग सीटें हैं जो अन्य छोटे राज्यों की तुलना में काफ़ी कम हैं। उन्होंने राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा देने की भी बात कही जिससे बिहार के विकास को बल मिलेगा।
इस कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री राम विलास पासवान, कौशल विकास राज्य मंत्री श्री राजीव प्रताप रूडी, श्री सुशील मोदी और अन्य भाजपा नेताओं ने भाग लिया।