भारत ने हमेशा भूमि को महत्व दिया है और इसे अपनी मां माना है : प्रधानमंत्री मोदी
June 14th, 07:36 pm
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र में मरुस्थलीकरण, भूमि क्षरण और सूखे पर एक उच्च स्तरीय संवाद को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने भूमि क्षरण के मुद्दे से निपटने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।प्रधानमंत्री ने 'मरुस्थलीकरण, भूमि क्षरण और सूखे पर संयुक्त राष्ट्र के उच्च-स्तरीय संवाद' में मुख्य संबोधन दिया
June 14th, 07:32 pm
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र में मरुस्थलीकरण, भूमि क्षरण और सूखे पर एक उच्च स्तरीय संवाद को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने भूमि क्षरण के मुद्दे से निपटने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के प्रधानमंत्री ने भेंट की
September 10th, 01:36 pm
सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के प्रधानमंत्री माननीय डॉ. राल्फ एवरार्ड गोंजाल्विस ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। प्रधानमंत्री गोंजाल्विस सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जो भारत के दौरे पर आए हैं। प्रधानमंत्री गोंजाल्विस ने कल नई दिल्ली में ‘मरुस्थलीकरण की रोकथाम पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन’ पर आयोजित उच्चस्तरीय संगोष्ठी में भाग लिया।दुनिया को जल्द ही सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर रोक लगानी होगी: प्रधानमंत्री मोदी
September 09th, 10:35 am
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज यानी कॉप के 14वें अधिवेशन को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के संस्कारों में धरती पवित्र है, हर सुबह जमीन पर पैर रखने से पहले हम धरती से माफी मांगते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और भूमि क्षरण के मसले पर दुनिया में कई कदम उठाने को तैयार है।प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रेटर नोएडा में COP 14 कार्यक्रम को संबोधित किया
September 09th, 10:30 am
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज यानी कॉप के 14वें अधिवेशन को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के संस्कारों में धरती पवित्र है, हर सुबह जमीन पर पैर रखने से पहले हम धरती से माफी मांगते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और भूमि क्षरण के मसले पर दुनिया में कई कदम उठाने को तैयार है।