22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के बाद संयुक्त वक्तव्य
July 09th, 09:54 pm
भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूसी संघ के राष्ट्रपति महामहिम श्री व्लादिमीर पुतिन के आमंत्रण पर 8-9 जुलाई, 2024 को रूसी संघ का आधिकारिक दौरा किया।एससीओ हमारी विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है: पीएम मोदी
July 04th, 01:29 pm
एससीओ समिट में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पीएम मोदी के वक्तव्य को प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री के हवाले से कहा, एससीओ एक सिद्धांतों पर आधारित संगठन है, जिसके सदस्य देश सर्वसम्मति से अपना रुख तय करते हैं। इस समय, यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि हम अपनी विदेश नीतियों के आधार के रूप में संप्रभुता, स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता, समानता, पारस्परिक लाभ, आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने, बल का प्रयोग न करने या बल प्रयोग की धमकी न देने के लिए परस्पर सम्मान को दोहरा रहे हैं।एससीओ समिट में प्रधानमंत्री मोदी का वक्तव्य
July 04th, 01:25 pm
एससीओ समिट में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पीएम मोदी के वक्तव्य को प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री के हवाले से कहा, एससीओ एक सिद्धांतों पर आधारित संगठन है, जिसके सदस्य देश सर्वसम्मति से अपना रुख तय करते हैं। इस समय, यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि हम अपनी विदेश नीतियों के आधार के रूप में संप्रभुता, स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता, समानता, पारस्परिक लाभ, आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने, बल का प्रयोग न करने या बल प्रयोग की धमकी न देने के लिए परस्पर सम्मान को दोहरा रहे हैं।प्रधानमंत्री से कजाकिस्तान के राष्ट्रपति ने दूरभाष पर कॉल करके बात की
June 25th, 06:21 pm
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कजाकिस्तान के राष्ट्रपति श्री कासिम-जोमार्ट टोकायेव के साथ दूरभाष पर बातचीत की।एससीओ शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का उद्घाटन भाषण
July 04th, 12:30 pm
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में पीएम मोदी ने कहा,SCO के अध्यक्ष के रूप में, भारत ने हमारे बहुआयामी सहयोग को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी प्रयासों को हमने 2 मूलभूत सिद्धांतों पर आधारित किया है। पहला, वसुधैव कुटुम्बकम यानि पूरा विश्व एक परिवार है और दूसरा सिद्धांत 'SECURE है' जो सुरक्षा, आर्थिक विकास, कनेक्टिविटी, एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान और पर्यावरण संरक्षण के लिए है।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रूसी संघ के राष्ट्रपति श्री व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बात की
December 16th, 03:51 pm
पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने एससीओ शिखर सम्मेलन के साथ-साथ समरकंद में अपनी बैठक के बाद, ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा सहयोग और अन्य प्रमुख क्षेत्रों के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों के कई पहलुओं की समीक्षा की।प्रधानमंत्री की एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान तुर्की गणराज्य के राष्ट्रपति एच.ई. श्री रेसिप तैय्यप अर्दोगन के साथ बैठक
September 16th, 11:41 pm
उज्बेकिस्तान के समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेता न केवल द्विपक्षीय मुद्दों पर बल्कि क्षेत्र के लाभ के लिए भी नियमित संपर्क बनाए रखने पर सहमत हुए।प्रधानमंत्री की एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान ईरान के राष्ट्रपति के साथ बैठक
September 16th, 11:06 pm
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और ईरान इस्लामी गणराज्य के राष्ट्रपति एच.ई. श्री इब्राहिम रायसी ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में एससीओ के राष्ट्राध्यक्ष परिषद की 22वीं बैठक के आयोजन के दौरान मुलाकात की। 2021 में राष्ट्रपति रायसी के पदभार ग्रहण करने के बाद, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति रायसी के बीच यह पहली बैठक थी।प्रधानमंत्री ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में रूसी संघ के राष्ट्रपति से मुलाकात की
September 16th, 08:42 pm
पीएम मोदी ने SCO समिट के मौके पर उज्बेकिस्तान के समरकंद में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति से उत्पन्न चुनौतियों के संदर्भ में वैश्विक खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा और फर्टिलाइजर की उपलब्धता पर भी चर्चा हुई।प्रधानमंत्री और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय बैठक
September 16th, 08:34 pm
शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने समरकंद में उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग, विशेष रूप से व्यापार, आर्थिक सहयोग और कनेक्टिविटी के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार विमर्श किया। उन्होंने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए दीर्घकालिक व्यवस्था में प्रवेश करने के लिए ठोस प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया।उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित एससीओ समिट में पीएम मोदी का वक्तव्य
September 16th, 01:30 pm
उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित SCO समिट में पीएम मोदी ने रचनात्मक भूमिका, विशेष रूप से आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाने और सप्लाई चेन को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने खाद्य सुरक्षा की चुनौती से निपटने की भी बात कही। इस संदर्भ में उन्होंने बाजरा को और लोकप्रिय बनाने के भारत के प्रयासों के बारे में बात की।पीएम मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद पहुंचे
September 15th, 10:01 pm
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद पहुंचे। वह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और साथ ही विश्व के कई नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।प्रधानमंत्री का अपनी उज्बेकिस्तान यात्रा से पहले प्रस्थान वक्तव्य
September 15th, 02:15 pm
मैं उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति महामहिम श्री शावकत मिर्जियोयेव के आमंत्रण पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए समरकंद का दौरा करूंगा।प्रधानमंत्री ने शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के प्रमुखों की परिषद की 21वीं बैठक में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया
September 17th, 05:21 pm
एससीओ शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने टिप्पणी की, एससीओ की 20वीं वर्षगांठ, इस संस्था के भविष्य के बारे में सोचने के लिए भी उपयुक्त अवसर है। मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और भरोसे की कमी से संबंधित है और इन समस्याओं का मूल कारण बढ़ता हुआ कट्टरपंथ है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने इस चुनौती को और स्पष्ट कर दिया है।अफगानिस्तान पर आयोजित SCO-CSTO आउटरीच शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री का वक्तव्य
September 17th, 05:01 pm
एससीओ शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने टिप्पणी की, एससीओ की 20वीं वर्षगांठ, इस संस्था के भविष्य के बारे में सोचने के लिए भी उपयुक्त अवसर है। मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और भरोसे की कमी से संबंधित है और इन समस्याओं का मूल कारण बढ़ता हुआ कट्टरपंथ है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने इस चुनौती को और स्पष्ट कर दिया है।शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद के 21वें शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री का वक्तव्य
September 17th, 12:22 pm
एससीओ शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने टिप्पणी की, एससीओ की 20वीं वर्षगांठ, इस संस्था के भविष्य के बारे में सोचने के लिए भी उपयुक्त अवसर है। मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और भरोसे की कमी से संबंधित है और इन समस्याओं का मूल कारण बढ़ता हुआ कट्टरपंथ है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने इस चुनौती को और स्पष्ट कर दिया है।ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में होगी एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 21वीं बैठक
September 15th, 01:00 pm
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) परिषद के देशों की 21वीं शिखर बैठक 17 सितंबर 2021 को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में हाइब्रिड फॉर्मेट में होगी। इस बैठक की अध्यक्षता ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान करेंगे।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और रूसी संघ के राष्ट्रपति महामहिम श्री व्लादिमीर पुतिन के बीच टेलीफोन पर वार्ता
August 24th, 08:39 pm
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बात की। दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में उभरते हालात और इस क्षेत्र तथा दुनिया पर पड़ने वाले इसके प्रभावों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने यह विचार व्यक्त किया कि दो रणनीतिक साझेदारों के लिए एक साथ काम करना महत्वपूर्ण है।शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन 2020 में प्रधानमंत्री का सम्बोधन
November 10th, 03:39 pm
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 20वें एससीओ शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने कोविड महामारी के कठिन समय में 150 से अधिक देशों को दवाइयां भेजी हैं और देश अपनी टीके के उत्पादन और वितरण क्षमता का उपयोग पूरी मानवता की मदद के लिए करेगा। उन्होंने कहा, भारत एससीओ चार्टर में निर्धारित सिद्धांतों के अनुसार एससीओ के तहत काम करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहा है। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एससीओ एजेंडे में बार-बार अनावश्यक रूप से द्विपक्षीय मुद्दे लाए जा रहे हैं जो एससीओ चार्टर और शंघाई स्पिरिट का उल्लंघन करते हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने 20वें एससीओ शिखर सम्मेलन को संबोधित किया
November 10th, 03:30 pm
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 20वें एससीओ शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने कोविड महामारी के कठिन समय में 150 से अधिक देशों को दवाइयां भेजी हैं और देश अपनी टीके के उत्पादन और वितरण क्षमता का उपयोग पूरी मानवता की मदद के लिए करेगा। उन्होंने कहा, भारत एससीओ चार्टर में निर्धारित सिद्धांतों के अनुसार एससीओ के तहत काम करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहा है। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एससीओ एजेंडे में बार-बार अनावश्यक रूप से द्विपक्षीय मुद्दे लाए जा रहे हैं जो एससीओ चार्टर और शंघाई स्पिरिट का उल्लंघन करते हैं।