प्रधानमंत्री ने देश के विभाजन के पीड़ितों को याद किया
August 14th, 11:20 am
पीएम मोदी ने 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के अवसर पर उन लोगों का स्मरण किया, जिन्होंने देश के विभाजन में अपनी जान गंवा दी थी। प्रधानमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उन लोगों के संघर्ष को याद किया जो अपने घरों से विस्थापित हो गए थे।प्रधानमंत्री ने देश के विभाजन के दौरान जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी
August 14th, 09:08 am
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर देश के विभाजन के दौरान जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी है।किसी भी देश के लिए अपने अतीत की विभीषिकाओं को नजरअंदाज करना सही नहीं है : पीएम मोदी
August 28th, 08:48 pm
प्रधानमंत्री मोदी ने जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया। पीएम ने कहा कि जलियांवाला बाग, वह स्थान है, जिसने सरदार उधम सिंह, सरदार भगत सिंह, जैसे अनगिनत क्रांतिवीरों, बलिदानियों, सेनानियों को हिंदुस्तान की आजादी के लिए मर-मिटने का हौसला दिया। उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल, 1919 के वे 10 मिनट हमारी आजादी की लड़ाई की सत्यगाथा बन गए, जिसके कारण आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना पा रहे हैं।प्रधानमंत्री ने जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया
August 28th, 08:46 pm
प्रधानमंत्री मोदी ने जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया। पीएम ने कहा कि जलियांवाला बाग, वह स्थान है, जिसने सरदार उधम सिंह, सरदार भगत सिंह, जैसे अनगिनत क्रांतिवीरों, बलिदानियों, सेनानियों को हिंदुस्तान की आजादी के लिए मर-मिटने का हौसला दिया। उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल, 1919 के वे 10 मिनट हमारी आजादी की लड़ाई की सत्यगाथा बन गए, जिसके कारण आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना पा रहे हैं।अपने देशवासियों के संघर्षों और कुर्बानियों की याद में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जायेगाः प्रधानमंत्री
August 14th, 11:16 am
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारे लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा, #PartitionHorrorsRemembranceDay का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी।