2022 एससीओ शिखर सम्मेलन में वाराणसी पहली एससीओ पर्यटन एवं सांस्कृतिक राजधानी नामित
September 16th, 11:50 pm
उज्बेकिस्तान के समरकंद में 16 सितंबर, 2022 को एससीओ काउंसिल ऑफ स्टेट्स ऑफ स्टेट्स ऑफ स्टेट्स की 22 वीं बैठक में 2022-2023 की अवधि के दौरान वाराणसी को पहली बार एससीओ पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में नामित किया गया है। यह कदम भारत और SCO सदस्य देशों के बीच पर्यटन, सांस्कृतिक और मानवीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा।प्रधानमंत्री की एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान तुर्की गणराज्य के राष्ट्रपति एच.ई. श्री रेसिप तैय्यप अर्दोगन के साथ बैठक
September 16th, 11:41 pm
उज्बेकिस्तान के समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेता न केवल द्विपक्षीय मुद्दों पर बल्कि क्षेत्र के लाभ के लिए भी नियमित संपर्क बनाए रखने पर सहमत हुए।पीएम मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद पहुंचे
September 15th, 10:01 pm
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद पहुंचे। वह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और साथ ही विश्व के कई नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।प्रधानमंत्री का अपनी उज्बेकिस्तान यात्रा से पहले प्रस्थान वक्तव्य
September 15th, 02:15 pm
मैं उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति महामहिम श्री शावकत मिर्जियोयेव के आमंत्रण पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए समरकंद का दौरा करूंगा।प्रधानमंत्री ने शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के प्रमुखों की परिषद की 21वीं बैठक में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया
September 17th, 05:21 pm
एससीओ शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने टिप्पणी की, एससीओ की 20वीं वर्षगांठ, इस संस्था के भविष्य के बारे में सोचने के लिए भी उपयुक्त अवसर है। मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और भरोसे की कमी से संबंधित है और इन समस्याओं का मूल कारण बढ़ता हुआ कट्टरपंथ है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने इस चुनौती को और स्पष्ट कर दिया है।अफगानिस्तान पर आयोजित SCO-CSTO आउटरीच शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री का वक्तव्य
September 17th, 05:01 pm
एससीओ शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने टिप्पणी की, एससीओ की 20वीं वर्षगांठ, इस संस्था के भविष्य के बारे में सोचने के लिए भी उपयुक्त अवसर है। मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और भरोसे की कमी से संबंधित है और इन समस्याओं का मूल कारण बढ़ता हुआ कट्टरपंथ है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने इस चुनौती को और स्पष्ट कर दिया है।ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में होगी एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 21वीं बैठक
September 15th, 01:00 pm
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) परिषद के देशों की 21वीं शिखर बैठक 17 सितंबर 2021 को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में हाइब्रिड फॉर्मेट में होगी। इस बैठक की अध्यक्षता ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान करेंगे।