बंगाल में तेज विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा बीजेपी सांसद जीतना जरूरी: कृष्णानगर में पीएम मोदी

May 03rd, 11:00 am

पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में दिन की अपनी दूसरी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जोशीले भाषण की शुरुआत कांग्रेस, लेफ्टऔर टीएमसी के कुशासन के कारण, बंगाल के औद्योगिक पतन को उजागर करके की। उन्होंने कृष्णानगर, रानाघाट और बहरामपुर की जनता को आश्वासन दिया कि टीएमसी के शासन में जो लोग पीड़ित हुए हैं, उन्हें न्याय दिलाया जाएगा।

बीजेपी को दिया गया प्रत्येक वोट बंगाल की शांति के लिए होगा: बोलपुर में पीएम मोदी

May 03rd, 10:45 am

पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के बोलपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीते दस साल में उन्होंने, अपने समय का पल-पल; जनता और देश की सेवा में, पूरी नम्रता एवं कर्तव्य भाव से समर्पित किया है। सत्तारूढ़ पार्टी पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि पोंजी घोटाले से लेकर पशु तस्करी तक, टीएमसी के नेताओं ने ऐसे-ऐसे घोटाले किए हैं जो कोई सोच भी नहीं सकता।

प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान, कृष्णानगर और बोलपुर में जनसभाओं को संबोधित किया

May 03rd, 10:31 am

पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान, कृष्णानगर और बोलपुर में चुनावी सभाएं कीं। उन्होंने कहा कि अगर मेरा कोई वारिस है तो देश के हर परिवार के बच्चे मेरे वारिस हैं। मैं उनके लिए कुछ छोड़ कर जाना चाहूंगा। कृष्णानगर में पीएम ने कहा, एक समय पूरा बंगाल इंडस्ट्री के मामले में अग्रणी था लेकिन कांग्रेस, लेफ्ट और फिर टीएमसी ने राज्य के सभी उद्योग-धंधों को बर्बाद कर दिया। राज्य सरकार पर वार करते हुए उन्होंने बोलपुर की रैली में कहा कि पोंजी घोटाले से लेकर पशु तस्करी तक, टीएमसी के नेताओं ने ऐसे-ऐसे घोटाले किए हैं जो कोई सोच भी नहीं सकता।

प्रधानमंत्री ने श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

March 19th, 07:33 pm

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।

प्रधानमंत्री ने लोगों से मतुआ महा मेला देखने का आग्रह किया

March 17th, 09:35 am

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से बड़ी संख्या में मतुआ महा मेले देखने का आग्रह किया है और दया एवं सेवा का मार्ग दिखाने के लिए श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी को नमन किया है।

हमारी संस्कृति और सभ्यता महान है क्योंकि इसमें निरंतरता और खुद को सशक्त करने की एक स्वाभाविक प्रवृत्ति है : पीएम मोदी

March 29th, 09:49 pm

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मतुआ धर्म महामेला 2022 को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मतुआ धर्म महामेला, मतुआ परंपरा को नमन करने का अवसर है। ये उन मूल्यों के प्रति आस्था व्यक्त करने का अवसर है, जिनकी नींव श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी ने रखी थी। इसे गुरुचंद ठाकुर जी और बोरो मां ने सशक्त किया।

पीएम मोदी ने मतुआ धर्म महामेला 2022 को संबोधित किया

March 29th, 09:48 pm

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मतुआ धर्म महामेला 2022 को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मतुआ धर्म महामेला, मतुआ परंपरा को नमन करने का अवसर है। ये उन मूल्यों के प्रति आस्था व्यक्त करने का अवसर है, जिनकी नींव श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी ने रखी थी। इसे गुरुचंद ठाकुर जी और बोरो मां ने सशक्त किया।

प्रधानमंत्री 29 मार्च को मतुआ धर्म महा मेले को संबोधित करेंगे

March 28th, 05:16 pm

श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी की 211वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 मार्च को शाम 4:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से श्रीधाम ठाकुरनगर, ठाकुरबाड़ी, पश्चिम बंगाल में आयोजित मतुआ धर्म महा मेला 2022 को संबोधित करेंगे।

श्री श्री हॉरिचान्द देव जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए आज हम एक समान, समरस समाज की तरफ बढ़ रहे हैं : प्रधानमंत्री मोदी

March 27th, 12:44 pm

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांग्लादेश के ओराकान्डी में मतुआ मंदिर में पूजा अर्चना की और मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,आज सारा विश्व जिन मूल्यों की बात करता है, मानवता के जिस भविष्य का सपना देखता है, उनके लिए श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी ने अपना जीवन समर्पित किया था। उन्हीं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए आज हम एक समान, समरस समाज की तरफ बढ़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने ओरकांडी स्थित हरि मंदिर में पूजा-अर्चना की और सामुदायिक स्वागत समारोह में शामिल हुए

March 27th, 12:39 pm

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांग्लादेश के ओराकान्डी में मतुआ मंदिर में पूजा अर्चना की और मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,आज सारा विश्व जिन मूल्यों की बात करता है, मानवता के जिस भविष्य का सपना देखता है, उनके लिए श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी ने अपना जीवन समर्पित किया था। उन्हीं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए आज हम एक समान, समरस समाज की तरफ बढ़ रहे हैं।