71वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण की मुख्य बातें
August 15th, 01:37 pm
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से अपने संबोधन में कहा कि ‘चलता है’ का समय चला गया, आज ‘बदला है, बदल रहा है और बदल सकता है’ का समय आ गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को ‘न्यू इंडिया’ के निर्माण में एकजुट होकर अपनी भागीदारी दर्ज कराने का संकल्प लेने का आग्रह किया।'चलता है' नहीं बल्कि बदला है, बदल रहा है, बदल सकता है... हम इस विश्वास और संकल्प के साथ आगे बढ़ें: पीएम मोदी
August 15th, 09:01 am
आज पूरा देश स्वतंत्रता पर्व के साथ-साथ जन्माष्टमी का पर्व भी मना रहा है। मैं मेरे सामने देख रहा हूं, बहुत बड़ी संख्या में बाल-कन्हैया भी यहां उपस्थित हैं। सुदर्शन-चक्रधारी मोहन से ले करके चरखाधारी मोहन तक, हमारी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक विरासत के हम सब धनी हैं। देश की आजादी के लिए, देश की आन-बान-शान के लिए, देश के गौरव के लिए जिन-जिन लोगों ने अपना योगदान दिया है, यातनाएं झेली हैं, बलिदान दिया है, त्याग और तपस्या की पराकाष्ठा की है, ऐसे सभी महानुभावों को, माता-बहनों को मैं लालकिले की प्राचीर से सवा सौ करोड़ देशवासियों की तरफ से शत-शत नमन करता हूं, उनका आदर करता हूं।प्रधानमंत्री ने 71वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया
August 15th, 09:00 am
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने देश के प्रत्येक नागरिक को न्यू इंडिया के निर्माण में अपनी भागीदारी दर्ज कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “भारत शांति, एकता और सद्भाव का देश है। देश में जातिवाद व सांप्रदायिकता तथा आस्था के नाम पर हिंसा बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”2017 से 2022 तक, ये 5 वर्ष ‘संकल्प से सिद्धि’ के वर्ष हैं: लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी
August 09th, 10:53 am
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘भारत छोड़ो’ जैसे आंदोलनों की यादें हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है और इतिहास का स्मरण हमें ताकत देता है। उन्होंने कहा कि 1942 में गाँधी जी का आह्वान था - ‘करेंगे या मरेंगे’ और आज की जरुरत है - ‘करेंगे और कर के रहेंगे।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले 5 वर्ष ‘संकल्प से सिद्धि’ के वर्ष हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने 'भारत छोड़ो' आंदोलन की 75वीं वर्षगाँठ पर लोकसभा को संबोधित किया
August 09th, 10:47 am
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘भारत छोड़ो’ जैसे आंदोलनों की यादें हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है और इतिहास का स्मरण हमें ताकत देता है। उन्होंने कहा कि 1942 में गाँधी जी का आह्वान था - ‘करेंगे या मरेंगे’ और आज की जरुरत है - ‘करेंगे और कर के रहेंगे।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले 5 वर्ष ‘संकल्प से सिद्धि’ के वर्ष हैं।