मोदी, ओडिशा के सामुद्रिक सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए भी काम कर रहा है: बेरहामपुर में पीएम मोदी
ओडिशा में सागरमाला योजना के तहत करोड़ों का काम हुआ है: बेरहामपुर में पीएम मोदी
केन्द्र प्रायोजित योजनाओं पर अपने फोटो चस्पा कर रही है बीजेडी सरकार: बेरहामपुर में पीएम मोदी
ओडिशा में बीजेडी के छोटे-छोटे नेता भी बड़े-बड़े बंगलों के मालिक हो गए हैं: बेरहामपुर में पीएम मोदी

जय जगन्नाथ.. जय जगन्नाथ.. जय जगन्नाथ। जय श्री राम.. जय श्री राम.. जय श्री राम। साबू, दादा, भाई, मां औ बाहें मनकू मोर नमस्कार। इस चुनाव में जो एमएलए का चुनाव लड़ रहे जरा आगे आ जाएं, जो एमएलए का चुनाव लड़ रहे हैं और जो लोकसभा का लड़ रहे दोनों आगे आ जाएं और हमारे प्रदेश अध्यक्ष भी आगे आ जाएं। जय जगन्नाथ, भारत माता की। 

कल मैं प्रभु राम की नगरी अयोध्या में था, वहां रामलला और अयोध्यावासियों के दर्शन किए। आज यहां महाप्रभु जगन्नाथ की धरती पर हूं। आपके आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं। आज हमारे रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हैं। ये आपको मालूम है, ये भव्य राम मंदिर कैसे बना है? किसने बनाया? किसने बनाया? किसने बनाया? किसने बनाया? आपका जवाब गलत है, ये प्रभु रामलला का भव्य मंदिर मोदी ने नहीं, आपके एक वोट ने बनाया, ये आपके एक वोट की ताकत है कि रामलला का भव्य मंदिर बना है। ये रामलला का मंदिर मतलब 500 साल का इंतजार, 500 साल का इंतजार खत्म हुआ। मैं उड़ीसा के सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

भाइयों और बहनों,

उड़ीसा में इस बार दो यज्ञ एक साथ हो रहे हैं। एक यज्ञ- देश में, हिंदुस्तान के लिए मज़बूत सरकार बनाने के लिए है और दूसरा यज्ञ- उड़ीसा में भाजपा के नेतृत्व वाली मजबूत राज्य सरकार बनाने का है और मैं आपके जोश, आपके उत्साह में एक ही भावना देख रहा हूं। उड़ीसा में पहली बार, डबल इंजन सरकार।

साथियों, 

मैं आज उड़ीसा भाजपा को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। उड़ीसा भाजपा ने उड़ीसा की आकांक्षाओं को, यहां के युवा सपनों को ध्यान में रखते हुए यहां की बहनों-बेटियों के सामर्थ्य को ध्यान में रखते हुए बहुत ही विजनरी संकल्प पत्र जारी किया है, मेनिफेस्टो कल जारी किया है। इसमें युवाओं-महिलाओं के लिए रोजगार भी है। इसमें बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य भी है। इसमें उड़ीसा की महान संस्कृति, यहां पर पर्यटन के विकास के लिए अहम घोषणाएं भी हैं। धान किसानों के लिए, ‘केंदु पत्र’ के लिए भी बीजेपी के संकल्प पत्र में बहुत ही बड़ी घोषणाएं की गई हैं और आप तो जानते हैं बीजेपी जो कहती है, वो करके दिखाती है। और इसलिए यहां सरकार बनने के बाद हम पूरी शक्ति से इन घोषणाओं पर अमल करेंगे और ये मोदी की गारंटी है और लिख लीजिए 4 जून, 4 जून पर यहां बीजेडी सरकार की एक्सपायरी डेट लिखी हुई है। भाइयों- बहनों, आज 6 मई है, 6 जून को बीजेपी के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय होगा। 10 जून को भुवनेश्वर में बीजेपी के मुख्यमंत्री का शपथ समारोह होगा और मैं आज आप सबको भाजपा के सरकार के मुख्यमंत्री के शपथ समारोह के लिए निमंत्रण देने आया हूं।

भाइयों और बहनों,

उड़ीसा में बीजेडी अस्त है, कांग्रेस पस्त है और लोग बीजेपी पर आश्वस्त है और सिर्फ भाजपा उम्मीदों का नया सूरज बनकर आयी है। उड़ीसा में पहले करीब 50 साल कांग्रेस और फिर 25 साल से बीजेडी सरकार रही है, लेकिन हुआ क्या? उड़ीसा के पास भरपूर पानी भी है, उड़ीसा के पास भरपूर उपजाऊ जमीन भी है, उड़ीसा के पास जमीन के नीचे खनिज का खज़ाना भी है, इतना लंबा समुद्री तट भी है, बेरहामपुर जैसा ट्रेड सेंटर भी है, ये तो सिल्क सिटी भी है और खाद्य की राजधानी भी है। यहां इतिहास भी है, संस्कृति की धरोहर भी है, सबकुछ है परमात्मा ने इतना दिया है, इतना दिया है। मैं हर बार कहता हूं फिर ऐसा क्या हुआ कि इतने अमीर उड़ीसा की, मेरी बात समझना इतने अमीर उड़ीसा की जनता गरीब रह गई। उड़ीसा अमीर है, जनता गरीब है, इसका जवाब है ये पाप किसने किया? ये पाप किसने किया? ये पाप किसने किया? इसका जवाब है पहले कांग्रेस और फिर बीजेडी के नेताओं की लूट। उड़ीसा में बीजेडी के छोटे- छोटे नेता भी बड़े- बड़े बंगले के मालिक हो गए हैं। आखिर क्यों मुख्यमंत्री के इस क्षेत्र से सबसे ज्यादा श्रमिक दादन करते हैं, पलायन करते हैं? आखिर क्यों यहां ज्यादातर अस्पतालों में डॉक्टर के पद खाली हैं? आखिर क्यों यहां बड़ी संख्या में बच्चे पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं? हिंजिली में पर्याप्त कोल्ड स्टोरेज तक नहीं है, पानी की बेहतर सुविधा नहीं है। 

साथियों,

मोदी ने उड़ीसा के विकास के लिए कभी बजट की कमी नहीं रखी। (मैं एक आंकड़ा बताता हूं, ये आंकड़ा याद रखोगे आप जरा सबके सब बताओ मैं एक आंकड़ा दे दूं याद रखोगे, पक्का आंकड़ा है याद रखोगे। घर-घर जाके बताओगे अगर याद नहीं रहता तो बैठे-बैठे लिख लेना, मोबाइल में टाइप कर देना, ठीक है) देखिए, आप जानते हैं जब केंद्र में 10 साल सोनिया जी की रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थी, मनमोहन सिंह जी को प्रधानमंत्री पद पर बिठाया हुआ था तो उन्होंने सिर्फ उड़ीसा को एक लाख करोड़ रुपया उड़ीसा को दिए थे। 10 साल में कितना? 10 साल में कितना? जरा याद करके बोलिए 10 साल में कितना? और जोर से बोलिए 10 साल में कितना? और मोदी ने कितने दिए, बताऊं..बताऊं, याद रखोगे। 10 साल में मोदी ने साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए से ज्यादा उड़ीसा को दिए। लेकिन साथियों, आप भी जानते हैं सिर्फ पैसा भेजने से काम नहीं चलता है यहां पर अच्छी सरकार भी तो चाहिए। ये दिल्ली से आपके लिए पैसा भेजता है, आपके लिए योजनाएं बनाता है लेकिन बीजेडी सरकार या तो उनको लागू नहीं करती या फिर उनपर अपना स्टीकर लगा देती है, अपना लेवल लगा देती है और ऊपर से लूटपाट करती है। केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन के लिए 10 हजार करोड़ रुपए उड़ीसा को दिए। कितने? ऐसा नहीं आंकड़ा याद रखना पड़ेगा भाई, कितने दिये? 10 हजार करोड़, कितने दिये? कितने दिये? उस पैसे का 10 हजार करोड़ बीजेडी सरकार ने क्या किया, वो पैसे यहां की सरकार सही से खर्च ही नहीं कर पाई। मोदी गांव में सड़कें बनाने के लिए पैसा भेजता है, लेकिन यहां गांवों में सड़कों की हालत खराब है। मोदी दिल्ली से मुफ्त चावल के लिए पैसा भेजता है, लेकिन बीजेडी सरकार क्या करती है? वो इस योजना पर भी अपनी फोटो चिपका देती है, मुफ्त चावल का बैग अपने नाम से आपको देती है। ये उनको बेईमानी क्यों करनी पड़ती है, क्योंकि खुद ने कुछ किया ही नहीं है अगर खुद करते तो मोदी के काम पर खुद की फोटो लगानी पड़ती क्या? लगानी पड़ती क्या? खुद ने कुछ किया ही नहीं।

साथियों,

मोदी ने पूरे देश में गरीबों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की गारंटी दी है, 5 लाख रुपए (भाई जरा इधर ध्यान दीजिए आप लोग अरे लोग तो अब आ रहे क्या करेंगे भाई लोगों का उत्साह है आयेंगे अब क्या करेंगे? मुझे आगे जाना है) देशभर में 6 करोड़ से ज्यादा लोग ये मुफ्त इलाज का लाभ ले चुके हैं। लेकिन इसका उड़ीसा के लोगों को कोई लाभ नहीं मिला, क्योंकि बीजेडी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को यहां लागू ही नहीं होने दिया। उनको लगता है लोग बीमार रहे तो रहे मुझे क्या? ऐसा सोचने वाली यहां सरकार, इतना ही नहीं ऐसे में जो साथी काम के लिए दूसरे राज्य गए हैं उनको वहां मुफ्त इलाज नहीं मिल पाता। इसकी गुनहगार कौन है? इसकी गुनहगार कौन है? इसकी गुनहगार कौन है? यहां की बीजेडी सरकार। कौन है गुनहगार? कौन है गुनहगार? कौन है गुनहगार? अब तो मोदी ने एक और गारंटी दी है। 10 जून को भुवनेश्वर में जैसे ही बीजेपी का मुख्यमंत्री शपथ लेगा उसी दिन आप सब में जो गरीब परिवार के लोग हैं उनको पांच लाख रुपया मुफ्त इलाज का काम शुरू हो जाएगा और जो 70 साल से ऊपर के बुजुर्ग भाई-बहन हैं उनको भी किसी भी परिवार से हो, किसी भी जाति से हो, किसी भी समाज से हो आपके घर में 70 से ऊपर जो भी हैं, हर एक के इलाज का खर्चा अब आपको नहीं ये भगवान जगन्नाथ का बेटा करेगा, मोदी करेगा..मोदी। और इससे बुजुर्गों का ही नहीं, परिवार के युवाओं का भी फायदा होगा, उन्हें अपने माता-पिता के इलाज की चिंता से मुक्ति मिलेगी। अब आपके माता-पिता की चिंता मोदी करेगा, अपने बच्चों की चिंता आप करना। ठीक है। इसके लिए यहां उड़ीसा में भी भाजपा सरकार बनना बहुत जरूरी है। 

साथियों, 

आज उड़ीसा में जो सरकार है, उसे महिलाओं के हितों की परवाह ही नहीं है। (एक काम करिए भाई एसपीजी वाले ये दो छोटे-छोटे बच्चे चित्र लेकर आए हैं वो एक नौजवान लेके आया है, ये जरा ले लीजिए भाई और पीछे अपना अता- पता लिख दीजिए, मैं चिट्ठी भेजूंगा आपको। पीछे अपना नाम-पता लिख दीजिए। आपका ये प्यार आपका ये आशीर्वाद, ये हमारा उड़ीसा तो कला का धाम है, कलाकारों का स्वर्ग है ये। आप दे दीजिए हमारे एसपीजी को मैं जरूर जाकर देखूंगा। बच्चे आपका जो प्यार है ना वो मेरी बहुत बड़ी पूंजी है शाबाश, इतना प्यार से आप लोग रात- रात जग करके बनाते हैं सारी चीजें। हां, उस बच्ची से भी ले लीजिए भाई, उधर उस नौजवान से ले लीजिए अरे उधर से देखो भाई एसपीजी। हां, देखिए इधर हमारी मां का चित्र लेके आई है एक बहन, उनसे भी ले लीजिए भाई। वो दो-तीन लोग है वहां। आप सब अपना अता- पता लिख दीजिए मैं आपको चिट्ठी लिखूंगा और मैं उड़िया में चिट्ठी लिखूंगा, मैं आपके मुख्यमंत्री जैसा नहीं हूं। मैं तो आपके दिलों में राज करता हूं मुझ पर तो जगन्नाथ भगवान का आशीर्वाद है। देखिए, उधर से भी एक नौजवान से ले लीजिए भाई। ये इतने प्यार से बना करके लाए हैं मैं इनको मना नहीं कर सकता जी। शाबाश, अभी अब और किसी के पास रह गया है तो मुझे डाक में भेज देना, ठीक है। बोलिए, भारत माता की.. भारत माता की.. उड़ीसा के कलाकारों की.. उड़ीसा के लोगों की मेहनत की.. उड़ीसा के लोगों के प्यार की.. शाबाश) देखिए, केंद्र सरकार हर गर्भवती महिला को 6 हजार रुपए की आर्थिक मदद दे रही है, जो प्रेग्नेंट वीमेन है ना, गर्भवती मातायें हैं उनको मोदी सरकार 6 हजार रुपए भी देती है ताकि उसके गर्भ में स्वस्थ बच्चा उसको पोषण मिले। आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि उड़ीसा सरकार ने यहां इतनी पवित्र योजना माताओं-बहनों की सेवा करने की योजना, अरे भगवान जगन्नाथ प्रसन्न हो जाएं ऐसी पूजा लेकिन ये बीजेडी सरकार ने उसपर भी ताला लगा दिया, लागू नहीं की भाई। कोई मां ये बीजेडी वालों को माफ करेगी क्या? उड़ीसा की कोई माता ये बीजेडी वालों को माफ करेगी क्या? साथियों, वहीं भाजपा सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उड़ीसा बीजेपी की ‘सुभद्रा योजना’, आपको पता नहीं होगा बाद में बताएंगे ये लोग, ये बहुत महत्वपूर्ण योजना ये उड़ीसा बीजेपी वाले लेके आएं हैं, ‘सुभद्रा योजना’ महिला सशक्तिकरण योजना है यहां महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करेगी। उड़ीसा बीजेपी ने यहां स्वयं सहायता समूहों की 25 लाख बहनों-बेटियों को लखपति दीदी बनाने का भी संकल्प किया है, उड़ीसा के गांव में 25 लाख लखपति दीदी भाई अरे ताली बजाओ इससे बड़ा काम क्या हो सकता है? जो बुजुर्ग महिलाएं हैं, बेसहारा हैं उन्हें भी अलग से आर्थिक मदद दी जाएगी। 

साथियों,

भाजपा ने बहुत गौरव से उड़ीसा की मिट्टी में जन्मी, गर्व करना, उड़ीसा की मिट्टी में जन्मी उड़ीसा की बेटी को देश का सबसे बड़ा पद दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी (कोई उड़ीसा का नागरिक है जिसको गर्व होगा कि नहीं होगा, इससे बड़े गर्व की और कोई बात हो सकती है क्या?) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी ये मेरा सौभाग्य है कि वो मुझे लगातार उड़ीसा के विकास के लिए बहुत बारीक, बारीक, बारीक चीजें बताती हैं और मुझे भी लगता है कि द्रौपदी मुर्मु जी के मार्गदर्शन में, मैं भी उड़ीसा के लिए बहुत कुछ कर पाऊंगा। ये दिल्ली में ये भगवान जगन्नाथ का बेटा जो बैठा है ना वो जरूर काम करेगा, जब यहां उड़ीसा में ओड़िया संस्कृति जीने वाला जबतक ये बहुत जरूरी है उड़ीसा में ओड़िया संस्कृति को समझने वाला, ओड़िया संस्कृति को जीने वाला, ओड़िया संस्कृति पर गर्व करने वाला, ओड़िया संस्कृति के लिए समर्पित बीजेपी का मुख्यमंत्री बनेगा तो आपकी समस्याओं का तेजी से समाधान होगा और इसलिए भाजपा का मुख्यमंत्री, भाजपा की सरकार इसका शपथ समारोह होना चाहिए और आप सबको शपथ समारोह में आना चाहिए। उड़ीसा के नौजवानों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। मैंने तो देखा है मैं तो गुजरात का रहने वाला हूं और मेरा सूरत वो तो आप दो कदम चलोगे तो कोई उड़िया भाषी वाला मिल जाएगा, यहां बहुत लोग होंगे जिनके परिवार वाले सूरत में रहते होंगे, बहुत से लोग होंगे और मैंने उनके काम को देखा है, उनकी मेहनत को देखा है, इनकी शक्ति को जाना है और इसलिए मुझे विश्वास है ये मेरे उड़िया के नौजवान उनको अगर मौका मिल जाए तो उड़ीसा को देश का नंबर वन राज्य बना सकते हैं और भाजपा को सरकार बनाने का मोह ऐसा नहीं जी मैं आपको गारंटी देता हूं एक बार हमें सेवा करने का मौका दीजिए, 5 साल में मैं मेरे उड़ीसा को देश का नंबर वन बना के दूंगा। 

साथियों, 

भाजपा की पहचान सुशासन है, इसलिए भाजपा को जहां भी सेवा का मौका मिलता है, उस राज्य का विकास नई गति पकड़ लेता है। अब मैं आपको उदाहरण देता हूं हमारे उड़िया भाई-बहन कलकत्ता में बहुत बड़ी संख्या में हैं उनको पता है बगल में त्रिपुरा में क्या हो रहा है? मैं त्रिपुरा का उदाहरण देता हूं जैसे त्रिपुरा को 30 साल से ज्यादा के कम्युनिस्ट और कांग्रेस शासन ने तबाह कर दिया। साल 2018 में वहां के लोगों ने भाजपा को जिताया और सब नए थे, सारे एमएलए नए, कोई अनुभव नहीं था जैसे हमारे उड़ीसा में सब मेरे नौजवान साथी चुनाव लड़ रहे हैं, वैसा त्रिपुरा में था। अब त्रिपुरा पांच साल लोगों ने काम किया, इतना काम किया? इतना काम किया? लोगों ने दोबारा जीत करके बिठा दिया और आज त्रिपुरा तेज गति से विकास कर रहा है। ये हमारा उत्तर प्रदेश बदनाम हो चुका था, कानून- व्यवस्था सब, हमें मौका दिया योगी जी बैठे और आज उत्तर प्रदेश धना धन आगे बढ़ रहा है। भाजपा सरकार में अब यूपी की चर्चा रिकॉर्ड निवेश के लिए होती है, विकास कार्यों के लिए होती है। असम में भी वर्षों के कांग्रेस शासन को देखने के बाद लोगों ने भाजपा को चुना, अब असम हिंसा का दौर पीछे छोड़कर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ में भी आज भाजपा सरकार की वापसी के बाद विकास कार्यों ने फिर से तेजी पकड़ी है, ऐसे ही उड़ीसा में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद यहां बहुत तेजी से विकास होगा और ये, ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,

उड़ीसा में कार्तिक पूर्णिमा के दौरान एक सप्ताह तक चलने वाली ‘बाली-यात्रा’ यहां के सामुद्रिक सामर्थ्य को दिखाती है और मोदी, उड़ीसा के इस सामुद्रिक सामर्थ्य को भी बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। हमारा फोकस उड़ीसा की कोस्टल इकोनॉमी पर है। हर क्षेत्र में हम बहुत निवेश कर रहे हैं। हमने पहली बार मछली पालन का अलग मंत्रालय बनाया। भारत सरकार में पहली बार अलग फिशरीज मिनिस्ट्री बनी है। हमने बोट को आधुनिक बनाने के लिए सब्सिडी दी। हमने मछुआरों को पहली बार किसान क्रेडिट कार्ड दिया, ताकि कम ब्याज में जब जरुरत पड़े उसको पैसा मिले। यहां उड़ीसा में भी सागरमाला योजना के तहत करोड़ों का काम हुआ है। साथियों, मछुआरों की सुविधा और समृद्धि हमारे लिए सर्वोपरि है। मछुआरों का बीमा या मछुआरों के प्रोडक्शन और प्रोसेसिंग क्लस्टर, सी-फूड प्रोसेसिंग इन सभी पर तेजी से काम कर रहे हैं। 

साथियों, 

हम कोस्टल सर्किट योजना के तहत ‘बीच टूरिज्म’ का भी विस्तार कर रहे हैं। यहां भी अनेक स्थानों में इसके तहत काम चल रहा है। गंजम जिला, देश के सबसे आकर्षक टूरिज्म हब के रूप में जाना जाए, ये हमारा प्रयास है। अब उड़ीसा भाजपा ने भी संकल्प लिया है कि वो उड़ीसा को देश के टॉप तीन पर्यटन वाले राज्यों में लेकर आएगी। इससे यहां के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

साथियों,

आज मोदी विकसित उड़ीसा - विकसित भारत का संकल्प लेकर चल रहा है। यहां मंच पर विधानसभा के अनेक उम्मीदवार मौजूद हैं। उड़ीसा के तेज विकास के लिए आपको भाजपा को जिताना और इसलिए मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। आपको बेरहामपुर से डॉक्टर प्रदीप कुमार पाणिग्रही और अस्का से बहन अनीता शुभदर्शिनी, इन दोनों को आशीर्वाद दीजिए। ये मुझे दिल्ली में मदद करेंगे, ये एमएलए को आशीर्वाद दीजिए वो मेरा उड़ीसा को महान बनाने का सपना पूरा करेंगे। 

और, भाइयों- बहनों,

आपको देखिए, उत्साह- उमंग सब बराबर है लेकिन चुनाव तो जीतना पड़ता है। पोलिंग बूथ में, पोलिंग बूथ नहीं जीतते हैं तो ना चुनाव जीतते हैं, ना एमएलए जीतते हैं, एमपी जीतते हैं और इसलिए आपका संकल्प चाहिए। पोलिंग बूथ जीतेंगे, पोलिंग बूथ जीतेंगे पोलिंग बूथ जीतेंगे। ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे, सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे, कमाल हो यार मैंने कहा मेरा काम करोगे तो आप चुप हो गए ऐसे कैसे लोग हैं। मेरा एक काम करोगे, दोनों हाथ ऊपर करके सबके सब लोग बताओ तो मैं बोलूंगा। देखिए, ये चुनाव का काम नहीं है, ये इन उम्मीदवारों का काम नहीं है, ये भाजपा काम नहीं है। ये मेरा पर्सनल काम है, करोगे.. करोगे, जरा हाथ ऊपर करके बताओ करोगे। तो एक काम करिएगा आप जितने ज्यादा घरों में जा सकते हैं जाइए, जितने ज्यादा घरों में और जाकर के कहियेगा कि मोदी जी आए थे और आप सबको जय जगन्नाथ कहा है, मेरा जय जगन्नाथ पहुंचा दोगे। घर- घर मेरा जय जगन्नाथ पहुंचा दोगे, उनको कहियेगा मोदी जी खुद नहीं आ सके लेकिन उन्होंने आपको खास जय जगन्नाथ कहा है। कह देंगे, देखिए आप जब उनको मेरा जय जगन्नाथ कहेंगे ना तो वो मुझे आशीर्वाद देंगे और जब वो मुझे आशीर्वाद देंगे तो मेरी ऊर्जा बहुत बढ़ जाएगी, मेरी ताकत बहुत बढ़ जाएगी और ये ताकत आपके लिए काम आएगी। मुझे आपके लिए काम करना है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार.. भारत माता की.. भारत माता की.. बहुत- बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।