Quoteबीजेडी और कांग्रेस ने कंधमाल को पिछड़ा जिला घोषित कर दिया था, मोदी ने उसे देश के आकांक्षी जिले में बदला: कंधमाल में पीएम मोदी
Quoteजो सीएम अपने राज्य के जिलों के नाम बिना कागज देखे नहीं बोल सकता, वह जनता के दुख-दर्द को कैसे जानेगा: कंधमाल में पीएम मोदी


जय जगन्नाथ, जय श्री राम!

एथि उपस्थित समस्त मान्यगण्य व्यक्ति नकु मोर नमस्कार! जेडा जौहारी ! मां बराला देवी, मां पाटखंडा और नारायणी मंदिर को मैं आस्थापूर्वक नमन करता हूं। कल से ही यहां मां नारायणी का उत्सव शुरू हुआ है। मैं आप सभी को बधाई देता हूं।

आज मेरा सौभाग्य है कि कंधमाल आते ही मुझे ऐसे आशीर्वाद मिले हैं जो मैं जीवनभर भूल नहीं सकता। और ये आशीर्वाद पूरे देश में क्या परिवर्तन आ रहा है, कैसा परिवर्तन आ रहा है, उसका साक्षात उदाहरण है। एक माता जी ने आ करके मेरा स्वागत सम्मान किया। जब मैंने उनके विषय में जाना तो मैं भावविभोर हो गया। ये वो माता हैं तुला बेहरा जी। जिनके पास अपना कुछ नहीं है। मुझे बताया गया कि वो भिक्षा मांगती हैं। और तुला बेहरा जी ने भिक्षा मांग करके एक लाख इकट्ठा करके भगवान जगन्नाथ जी के चरणों में दिया। खुद को मैंने पूछा कोई जरूरत है क्या आप कुछ चाहती हो क्या। नहीं बोले, बस जगन्नाथ जी का आशीर्वाद चाहिए, ऐसा जिनका पवित्र मन है, ऐसा जिनका त्याग पूर्ण जीवन है, ऐसी मां मुझ जैसे बेटे को आशीर्वाद देने के लिए आ जाएं फिर तो मुझे लगता है कंधमाल के आशीर्वाद, पूरे उड़ीसा के आशीर्वाद मेरे साथ है। आज मेरा एक दूसरा सौभाग्य था आज पूर्णमासी जानी पूर्णमासी जानी शीघ्र कबीर के रूप में जानी जाती है। उड़ीसा में जो ग्रामीण भाषा है जो ट्राइबल की बोलचाल की भाषा है उसमें वो शीघ्र कविताएं बनाती हैं। साहित्य को उन्होंने पचाया है। और मेरा सौभाग्य है कि हमें उनके पद्म अवार्ड देने का सौभाग्य मिला है। आज मुझे यहां शॉल ओढ़ाकर करके उनको सम्मानित करने का अवसर मिला, लेकिन वो मुझे अपने पैर नहीं छूने देती थी। बड़ी मुश्किल से मैंने उनके पैर छुए वो मुझे रोक रही थी। ये जो हमारे यानी एक प्रकार से मातृ शक्ति का साक्षात रूप, दोनों माताएं, जब इस बेटे को आशीर्वाद देती है तो देश की करोड़ों करोड़ों माताएं उनके आशीर्वाद जो मुझे मिलते हैं मेरे मन को एक समाधान होता है। मैं हृदय से इन दोनों माताओं का श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं।

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भाइयों और बहनों,
कल शाम को मैं भुवनेश्वर पहुंचा था, कल की शाम भुवनेश्वर की शाम क्या अद्भुत नजारा था। क्या अपार जन समूह था, सड़कों पर अबाल-वृद्ध सब, छोटे-छोटे बच्चे, बुजुर्ग माताएं सड़कों पर आ करके हजारों लोग आशीर्वाद दे रहे थे। मेरे लिए उड़ीसा का स्नेह, उड़ीसा का ये प्यार, कितनी बड़ी ताकत का और भगवान जगन्नाथ जी के चरणों में मिलने वाले आशीर्वाद, सचमुच में मैं आप सबका जितना आभार व्यक्त करूं कम है। मैं ओडिशा के लोगों का ऋणी हूं, आपने मुझे कर्जदार बना दिया है। और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं ये कर्ज मैं ये कर्ज आपके प्यार का कर्ज, आपके आशीर्वाद का कर्ज, जो मेरे लिए ताकत बन गया है मैं यह कर्ज ज्यादा से ज्यादा मेहनत करके देश की सेवा करके चुकाऊंगा और साथ-साथ उड़ीसा को देश में एक विकसित राज्य बनाने के लिए दिन रात मेहनत करके चुकाऊंगा।

साथियों,
26 साल पहले आज के दिन ही अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था। और हमने ये दिखा दिया था कि देशभक्ति से ओत-प्रोत सरकार देशहित के लिए, देश की सुरक्षा के लिए, देश के लोगों की आशा अपेक्षा के लिए कैसे काम करती है। और मुझे याद है जब अटल जी की सरकार ने पोखरण परीक्षण किया था दुनियाभर में जितने भारतीय समुदाय रहता था वो गर्व की अनुभूति करता था और आजादी के बाद पहली बार विदेश की धरती पर लोग उनकी तरफ सम्मान की नजर से देखते थे, वो परमाणु परीक्षण की इतनी बड़ी ताकत थी।


साथियों,
एक वो दिन था, जब भारत ने दुनिया को अपने सामर्थ्य का परिचय करवाया था। और दूसरी तरफ ये कांग्रेस की सोच कांग्रेस बार-बार अपने ही देश को डराने की कोशिश करती है। वो कहते हैं संभल के चलो पाकिस्तान के पास एटम बम है। पाकिस्तान के पास एटम बम है, पाकिस्तान के पास एटम बम है। ये मरे पड़े लोग ये देश के मन को भी मार रहे हैं। और कांग्रेस का हमेशा ऐसा ही रवैया है। ये जो पाकिस्तान के बम बम बम की बातें करते हैं ना, आज तो पाकिस्तान की हालत यह है कि बम को संभालना कहां, वह भी उसके बस का रोग नहीं है। अब तो वह बम बेचने के लिए निकले हैं। कोई खरीदने वाला मिल जाए और लोगों को मालूम है क्वालिटी में दम नहीं है, वो माल भी बिकता नहीं है।

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साथियों,
कांग्रेस के इसी कमजोर रवैये के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों ने 60 साल तक आतंक भुगता है। देश ने कितने ही आतंकी हमले झेले हैं। देश भूल नहीं सकता कि आतंकियों को सबक सिखाने के बजाय ये लोग आतंकी संगठनों के साथ बैठकें करते थे। 26-11 के मुंबई के भयंकर हमले के बाद इन लोगों की हिम्मत नहीं पड़ी, कि आतंक के सरपरस्तों पर कार्रवाई करें। और क्यों? क्योंकि कांग्रेस को, इंडी गठबंधन को लगता था कि अगर हम कार्रवाई करेंगे तो हमारा वोटबैंक नाराज हो जाएगा। मैं आज कांग्रेस को दो-टूक कहूंगा, भारत का मुसलमान, कांग्रेस की जो हरकतें हैं उन हरकतों से, कोई इधर-उधर जाएगा ये मानने की कोशिश मत कीजिए। और भाइयों-बहनों, कांग्रेस के शहजादे, आए दिन बयानबाजी ठोक रहे हैं। आप उनके 2014 के चुनाव के भाषण देख लीजिए, 2019 के चुनाव भाषण देख लीजिए और 2024 के चुनावी भाषण देख लीजिए। वो वही स्क्रिप्ट पढ़ते जा रहे हैं और अभी चैलेंज कर रहे हैं। आप लिख के रखिए मेरे देशवासियों, हिंदुस्तान ने मन बना लिया है कि इस बार एनडीए 400 पार करने वाला है। भाजपा अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ कर के ज्यादा से ज्यादा सांसद के साथ आने वाली है। और कांग्रेस वाले यह भी लिख लें इस चुनाव में कांग्रेस को लोकसभा की कुल संख्या के 10 परसेंट चाहिए मान्य विपक्ष बनने के लिए। कांग्रेस वाले जरा कान खोल करके सुन लीजिए ये देश ने तय किया है, कि चार जून को आप देखेंगे के कांग्रेस इस देश में मान्य विपक्ष में नहीं बन पाएगा। वे 50 से नीचे सिमटने वाले हैं।

भाइयों और बहनों,
ओडिशा के आप सभी लोगों के लिए ये चुनाव बहुत अहम है। विकसित ओडिशा-विकसित भारत के संकल्प के लिए आपका हर वोट जरूरी है। आपका एक वोट यहां डबल इंजन की बीजेपी सरकार बनाएगा। ओडिशा में पहली बार डबल इंजन सरकार बनने वाली है। उड़ीसा रे प्रथम थर हेब डबल इंजीन सरकारl इसलिए, ओडिशा से आपको 21 के 21 भाजपा के सांसद दिल्ली भेजने हैं। यहां कंधमाल से हमारे सुकांत कुमार पाणिग्रही जी को भारी बहुमत से विजयी बनाना है। और यहां विधानसभा में भी भाजपा उम्मीदवार हैं उनको भी रिकॉर्ड वोटों से जिताना है। (सुकांत जी जरा आगे आ जाइए) और यहां विधानसभा में भी जो भाजपा के उम्मीदवार हैं उनको भी रिकॉर्ड वोटों से जिताना है। (जरा एमएलए कैंडिडेट भी आगे आ जाएंष जो एमएलए के कैंडिडेट है जो चुनाव लड़ रहे हैं बाकी लोग नीचे बैठिए। जो कैंडिडेट नहीं है वो बैठ जाइए। जो कैंडिडेट हैं वह आगे आ जाएं, जो उम्मीदवार हैं वह आगे आ जाएं जो इस चुनाव में लड़ रहे हैं वह आगे आ जाएं। अब मैं एक मिनट लेता हूं इन सबके पास जाक दोबारा आता हूं।) मेरे इन सभी साथियों को कमल के निशान पर बटन दबाकर आप दिल्ली भी भेजिए, भुवनेश्वर भी भेजिए और डबल इंजन की सरकार बनाइए।

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साथियों,
भाजपा विकास भी, विरासत भी के इस मंत्र को लेकर देश को आगे बढ़ा रही है। ये भाजपा ही है जिसकी सरकार में देश का 500 साल का इंतजार पूरा हुआ। अयोध्या में राम मंदिर देखकर आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? आपका माथा ऊंचा होता है कि नहीं होता है? हमारे पूर्वजों की आत्मा जहां भी होगी उनके आशीर्वाद मिलते हैं कि नहीं मिलते हैं? 500 साल हमारे पूर्वजों ने जो इंतजार किया वो पूरा हुआ कि नहीं हुआ? राम मंदिर बना कि नहीं बना? बोलो जय श्री। राम जय श्री राम। वहां एक बच्चा मोदी बनके आया है मुझे दिख रहा है। छोटा बच्चा दूर दूर वहां से हाथ ऊपर कर रहा है। चलिए कंधमाल तक भी ये बच्चों का मूड देख करके देश को प्रेरणा मिलती है। शाबाश बेटे तुम मुझसे भी ज्यादा अच्छे लगते हो, हां, बहुत प्यारे लगते हो, अरे मैं भी तुम्हारे जैसा नहीं लगता हूं। इतने सुंदर लगते हो। हां भाई इनसे तस्वीर ले लीजिए, जरा एसपीजी वाले, ये सज्जन कब से हाथ ऊपर करके खड़े हैं। जरा उनसे तस्वीर ले लीजिए भाई। हां धन्यवाद भैया। बहुत बढ़िया चित्र बना के, उड़ीसा में तो हर घर में कला है जी। हां दे दीजिए शाबाश। हां दे दीजिए इनको कैमरामैन को दे दीजिए। मुझे पहुंच जाएगा, पीछे आपका नाम पता लिखा है ना। धन्यवाद। वह जो मोदी बना है ना उसको भी कहिए बैठिए भाई आराम से। अब बेचारा थक जाएगा। साथियों, रामलला जी आज पूरे देश को आशीर्वाद दे रहे हैं। हमें तो दो दो फायदा है। एक तरफ भगवान जगन्नाथ जी के आशीर्वाद और दूसरी तरफ रामलला जी के आशीर्वाद।

साथियों,
यहां राज्य भाजपा भी ओड़िया भाषा ओड़िया संस्कृति के प्रति समर्पित है ऐसा कोई बेटा या बेटी जो उड़ीसा की मिट्टी से निकला हो, यहां की संस्कृति को समझता है भाजपा का यहां का मुख्यमंत्री बनाना तय है। आपका अपना मुख्यमंत्री बनेगा। और मैं तो यहां आया हूं आपको 10 जून को भाजपा की सरकार के मुख्यमंत्री के शपथ समारोह का निमंत्रण देने के लिए। आपको भुवनेश्वर निमंत्रण देने के लिए आने के लिए मैं आपके पास आया हूं।

साथियों,
कल देश ने अक्षय तृतीया का पर्व मनाया है। ओडिशा का अक्षय तृतीया से बहुत विशेष संबंध है। अक्षय तृतीया के दिन से ही पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए रथों का निर्माण आरंभ होता है। मैं आप सभी को इसकी बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। और इसी से जुड़ा एक बहुत संवेदनशील विषय आप सभी के सामने उठा रहा हूं।

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साथियों,
सात दशक पहले श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रबंधन के लिए नियम बनाए गए थे। 70 साल पहले। इन्हीं में से एक नियम था कि मंदिर के सोना-चांदी, कीमती पत्थर, सारी चल-अचल संपत्ति का रिकॉर्ड मेनटेन किया जाएगा। इसके बाद श्री रत्न भंडार में रखे कीमती सामानों की एक सूची तैयार की गई थी। इस रत्न भंडार का आखिरी बार मूल्यांकन करीब 45 साल पहले किया गया था। उस समय आभूषण और रत्न इतने ज्यादा थे कि मूल्यांकन करने वालों ने इस खजाने को अमूल्य बताकर अपने हाथ खड़े कर दिए थे। आप कल्पना कर सकते हैं, भगवान जगन्नाथ, इनके बिना तो हमारा जीवन ही नहीं है। अरे जगन्नाथ है तो जीवन है। अब भगवान जगन्नाथ के यहां कितने आभूषण थे कितनी संपत्ति थी अधिकारिक रूप से श्री रत्न भंडार पिछले करीब 40 साल से खुला नहीं है लेकिन अब तो मैं देश को बताने जा रहा हूं वो जानकर पूरे देश के लोग भी हैरान हो जाएंगे। श्री जगन्नाथ मंदिर के श्री रत्न भंडार के गर्भ गृह के आंतरिक कक्ष की चाबियां पिछले 6 साल से लापता है। इतना बड़ा अमूल्य खजाना, जो भगवान जगन्नाथ के काबे में है आप उसको भी संभाल नहीं पाए। चाबी खो गई। आप मुझे बताइए, मेरे उड़ियावासी आप जरा बताइए, मेरे तो दिल को चोट पहुंची है मैं आपको पूछता हूं और आज पूरे देश को चोट पहुंच रही है जब सुनेंगे तो। क्या आपको यह जानने का अधिकार है कि नहीं है कि चाबियां कहां गई। यह जानने का अधिकार है कि नहीं है। हर देशवासी को पता चलना चाहिए कि नहीं चलना चाहिए। हर उड़िया को पता चलना कि नहीं चाहिए। भगवान जगन्नाथ के हर भक्त को पता होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए। चाबी चली गई, किसके पास गई। क्या वो खोलता है, बंद करता है क्या करता है। और फिर राज्य सरकार में जब तूफान खड़ा हो गया तो क्या कहते हैं। राज्य सरकार कहती है कि रत्न भंडार की डुप्लीकेट चाबियां मिली है। अब सवाल उठता है ये डुप्लीकेट चाबियां क्यों बनाई गई। क्या डुप्लीकेट चाबियों से ये रत्न भंडार रातों में कोई खोलता था क्या। क्या डुप्लीकेट चाबियों से यह उत्तम भगवान के आभूषण चोरी होते थे क्या। कहीं और लापता होते थे क्या। क्या होता था। डुप्लीकेट चाबी वाला मामला चाबी खो जाना गंभीर है। डुप्लीकेट चाबी उससे भी गंभीर है। इस मामले की जांच राज्य सरकार ने एक आयोग को सौंपी थी लेकिन वह रिपोर्ट आज तक उड़ीसा सरकार ने सार्वजनिक नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी अब पूरे भक्ति भाव से यह विषय उठा रही है। आखिर क्यों बीजेडी सरकार, नवीन बाबू की सरकार इस विषय से क्यों भाग रही है। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है, आखिर राज्य सरकार किसके पाप को बचाने की कोशिश कर रही है। मैं आज उड़ीसा के लोगों को देश के लोगों को, एक वायदा कर रहा हूं राज्य के अंदर भाजपा सरकार बनने के बाद श्री रत्न भंडार की पारदर्शिता को प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित किया जाएगा और ये मोदी की गारंटी है। जय जगन्नाथ।

साथियों,
भाजपा, ओडिशा के कल्याण, ओडिशा के विकास का लक्ष्य लेकर चल रही है। मैं गरीबी से निकला हूं। गरीबी विकास की सबसे बड़ी दुश्मन होती है। और इसलिए गरीब का बेटा मोदी, गरीब का सेवक मोदी, आपका सेवक मोदी, आपके लिए ही तो खुद को खपा रहा है, दिन-रात मेहनत कर रहा है। मोदी के प्रयासों से पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। जब तक मेरे देश में एक भी गरीब है, मोदी चैन से नहीं बैठेगा। मैंने आपको पक्के घर की गारंटी दी है। मैंने आपको मुफ्त राशन की गारंटी दी है। इसका बहुत बड़ा लाभ हमारे आदिवासी समाज के भाइयों और बहनों को हुआ है।

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साथियों,
मोदी ने एक ऐसी योजना बनाई है कि आपका बिजली का बिल जीरो हो जाएगा। बिजली का बिल जीरो, इतना ही नहीं आप बिजली बेचकर कमाई करेंगे। आपको लगेगा ये तो गजब लाएं हैं मोदी। देखिए, मोदी ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना शुरू की है। ओडिशा पर सूर्य देवता की सदियों से पूजा करने वाला राज्य है। सूर्य मंदिर की उपासना करने वाला राज्य है। मैं चाहता हूं कि आप अपने घर में बिजली का उत्पादन करें, उस बिजली का उफयोग करें और जो ज्यादा बिजली हो, उसको भाजपा सरकार, राज्य सरकार बनेगी न, हम उसको खरीद लेंगे तो आपको कमाई भी होगी। यानि भाजपा की इस योजना से आपको डबल फायदा होगा। आपकी बिजली मुफ्त होगी और आप बिजली से कमाई भी कर पाएंगे। और इसके लिए भाजपा सरकार हर परिवार को सोलर पैनल लगाने के लिए करीब 75 हजार रुपए की मदद दे रही है। 75 हजार रुपया और बिजली मुफ्त और बिजली से कमाई। मोदी आपको 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज की भी सुविधा देना चाहता है। लेकिन ओडिशा की बीजेडी सरकार हमारी जो आयुष्मान योजना है वह यहां लागू नहीं होने देती है। इसका कितना बड़ा नुकसान है मैं बताता हूं। जरा उड़ीसा के लोग मेरी भावनाओं को समझें। अब मेरे यहां गुजरात में हमारे बहुत से उड़ीसा के भाई बहन काम करते हैं, मुंबई में करते हैं, बेंगलुरु में करते हैं, हैदराबाद में करते हैं, छत्तीसगढ़ में करते हैं। यह आयुष्मान योजना ऐसी है कि आप अगर हिंदुस्तान में कहीं पर भी हों और अगर आप उड़ीसा के हैं, आयुष्मान योजना का हक मिला हुआ है तो हिंदुस्तान के किसी भी कोने में अगर आपको कोई तकलीफ हो गई, बीमार हो गए, एक्सीडेंट हो गया तो वहां भी 5 लाख रुप तक का इलाज आपको मिल जाएगा। आपके पास पैसे है कि नहीं, साथ में रिश्तेदार है कि नहीं, कोई जरूरत नहीं सिर्फ जेब में एक आयुष्मान कार्ड होना चाहिए, इतनी बड़ी योजना। मुझे बताइए ऐसी योजना आप लोगों को मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए। जरा जोर से बताओ तो पता चले। यह योजना आपको मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए। मैं पांच साल से यहां की सरकार को समझा समझा करके थक गया कि योजना आप ले लो यह उड़ीसा के लोगों का फायदा करेगी। पता नहीं लेने को तैयार नहीं हैं। जैसे ही भाजपा सरकार यहां बनाओगे 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज की योजना चालू हो जाएगी। भाइयों बहनों, आप मुझे बताइए जिसको आपकी बीमारी की परवाह ना हो ऐसी असंवेदनशील सरकार यहां रहनी चाहिए क्या। उड़ीसा में रहनी चाहिए क्या।

साथियों,
यहां इस क्षेत्र में पर्यटन की इतनी संभावनाएं हैं। दरिंगबाड़ी को तो ओडिशा का कश्मीर कहा जाता है। पर्यटन बढ़ता है, तो रोजगार बढ़ता है, आपकी आमदनी बढ़ती है। लेकिन ओडिशा सरकार की उदासी की वजह से, यहां टूरिज्म भी चौपट है। भाजपा सरकार यहां ‘पर्यटन से पैसा’ बनाने के लिए हर तरह के प्रयास करेगी। भाजपा ने एक और घोषणा की है जिसका लाभ यहां के युवाओं को होगा। मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी, नौजवान देख लीजिए, आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। ये मोदी आपकी सबसे बड़ी गारंटी है। अरे मोदी से बढ़कर और गारंटी क्या होती है। बिना गारंटी आप मुद्रा योजना से बैंक से पहले 10 लाख रुपया मिलता था अब मोदी ने इसको 20 लाख कर दिया है। आप अपना धंधा शुरू कर सकते हैं। यानि उड़ीसा के नौजवानों का यहां अपना काम करना करने के लिए टूरिज्म सेक्टर में स्वरोजगार के लिए 20 लाख रुपए तक की मदद मिलेगी।

साथियों,
भाजपा सरकार किसानों के हितों को भी सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। ओडिशा भाजपा ने भी किसानों के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं। 3100 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान खरीदी और 48 घंटे के भीतर पैसा खाते में जमा। इससे यहां के हमारे किसान परिवारों को बहुत मदद मिलेगी। यहां कंधमाल की हल्दी भी तो बहुत मशहूर है। केंद्र सरकार ने कंधमाल हल्दी को GI टैग दिया है। लेकिन साथियों, BJD सरकार ने हल्दी किसानों को भी बेहाल रखा है। यहां पर्याप्त भंडारण की सुविधाएं ही नहीं हैं। इसलिए ओडिशा भाजपा ने कंधमाल में मसाला पार्क बनाने की घोषणा की है। आपके कंधमाल में बनेगा। भाजपा सरकार ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का भी गठन किया है।

साथियों,
मोदी उनको पूजता है, जिनको किसी ने नहीं पूछा। यहां दोकरा और बांस की कलाकारी से जुड़े विश्वकर्मा साथी रहते हैं। इनके लिए मोदी सरकार ने 13 हजार करोड़ रुपए की पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई गई है। यहां की भुइयां, भुंजिया, बोंडो पोराजा और मनकिर्डिया जैसी अति पिछड़ी जनजातियों की सुध भी किसी ने नहीं ली थी। पहली बार इनके लिए मोदी ने 24 हज़ार करोड़ रुपए की पीएम जनमन योजना बनाई है। और आप जानते हैं, ये योजना किसके कहने पर बनी है? हमारी राष्ट्रपति, और ओडिशा की बेटी द्रोपदी मुर्मु के मार्गदर्शन में इस योजना ने आकार लिया है। हमारी राष्ट्रपति पर आज पूरे देश को गर्व है। कंधमाल को तो गर्व होता ही होगा।

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साथियों,
BJD और कांग्रेस ने कंधमाल को पिछड़ा जिला घोषित कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया था। मोदी ने कंधमाल जैसे जिलों को देश के आकांक्षी जिला घोषित किया। मैं दिल्ली से खुद यहां क्या काम हो रहा है, मेरे चेंबर में एक स्क्रीन है ऐसे आकांक्षी जिलों का क्या काम होता है डेली मॉनिटरिंग होता है इसका। परिणाम यह है कि कंधमाल तेज़ी से विकास कर रहा है। भाजपा सरकार ने यहां कई एकलव्य आवासीय विद्यालय स्वीकृत किए हैं। लेकिन BJD के नेता शिक्षण संस्थानों में कब्ज़ा करके बैठे हैं। BJD के नेता यहां आदिवासियों की ज़मीनें हड़पने में जुटे हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, यहां भाजपा सरकार आएगी, तो ऐसे हर माफिया पर कार्रवाई की जाएगी।

भाइयों और बहनों,
कांग्रेस पूरे देश में पस्त पड़ चुकी है। इसलिए जो भी BJD के कुशासन को हटाना चाहते हैं, वो कमल पर ही बटन दबाएं। याद रखिएगा- कमल है तो शांति और विकास है, कमल है तो ज्ञान और विज्ञान है, कमल है तो हर नारी का सम्मान है, कमल है तो संकल्पों की सिद्धि है, कमल है तो सुरक्षा है, समृद्धि है, कमल है तो आत्मनिर्भरता को ताकत है, कमल है तो गौरव से भरी विरासत है, कमल है तो विजय है, विश्वास है, कमल है तो मान है, सम्मान स्वाभिमान है, कमल है तो प्रगति पथ पर हिंदुस्तान है।

अब मुझे बताइए भाई, मैं किसी के भी बारे में भला-बुरा नहीं कहता। अच्छा भी नहीं है भला-बुरा बोलना। लेकिन नवीन बाबू कितने सालों से यहां मुख्यमंत्री हैं। मैं नवीन बाबू को एक चुनौती देता हूं। नवीन बाबू इतने साल से आप मुख्यमंत्री हो, ओडिशा की जनता इतनी दुखी क्यों है। दुखी इसलिए है, जरा नवीन बाबू को कहीं खड़े कर दीजिए और उनको बिना कागज लिए, उनको कहिए आप उड़ीसा के जिलों के नाम बोलिए और जिलों के कैपिटल के नाम बोलिए। जो मुख्यमंत्री अपने जिलों के नाम कागज के बिना बोल नहीं सकते, जो मुख्यमंत्री अपने जिला के मुख्य...का नाम नहीं जानते, वह आपके दुख दर्द जानते होंगे क्या। क्या उनके भरोसे आप अपने बच्चों का भविष्य छोड़ सकते हो क्या। साथियों, और इसलिए मैं कहता हूं हमें ज्यादा नहीं, 5 साल मुझे मौका दीजिए भाइयों, ज्यादा नहीं। अगर 5 साल में मैं आपके उड़ीसा को नंबर वन ना बना दूं ना तो मुझे कहना कि मोदी क्या कह के गया। भाइयों-बहनों, मैं गुजरात का मुख्यमंत्री रहा हूं, गुजरात के पास जो ताकत है उड़ीसा के पास उससे 100 गुना ज्यादा ताकत है। गुजरात आगे निकल गया उड़ीसा क्यों पीछे रह गया। देखिए यहां पर आपके पास इतने मिनरल्स हैं। गुजरात के पास नमक के सिवाय कुछ नहीं है। सिवाय नमक गुजरात के पास कुछ नहीं है फिर भी गुजरात आगे निकल गया आप तो देश का नंबर वन राज्य बन सकते हैं भाई। और इसलिए यहां की जमीन से जुड़ा हुआ इंसान यहां का मुख्यमंत्री होना चाहिए। आपके दिलों से जुड़ा हुआ व्यक्ति मुख्यमंत्री होना चाहिए। और इसलिए उड़ीसा के लोग जरा भी चिंता मत कीजिए। एक बार हिम्मत करके सभी एमएलए को विजयी बनाइए। सभी एमपी को विजयी बनाइए और भुवनेश्वर में बीजेपी की सरकार बनाइए और दिल्ली में 400 पार में आप भी भागीदार बनिए।

साथियों,
मेरा एक काम करेंगे। जरा हाथ ऊपर करके बताओ तो मैं बोलूं। मेरा एक काम करेंगे, ऐसे नहीं जरा जोर से बताओ तो बोलूं। मेरा एक काम करेंगे। एक काम करना घर-घर जाना और लोगों को मिलकर के कहना कि अपने मोदी जी कंधमाल आए थे और मोदी जी ने आपको जय जगन्नाथ कहा है मेरा जय जगन्नाथ पहुंचा देंगे हर परिवार में। मेरा जय जगन्नाथ पहुंचा देंगे।

बोलो भारत माता की जय। भारत माता की जय। भारत माता की जय।
बहुत-बहुत धन्यवाद

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ये दशक उत्तराखंड का दशक बन रहा है: हर्षिल में पीएम मोदी
March 06, 2025
Quoteएक बार फिर देवभूमि उत्तराखंड में आकर धन्य हो गया: प्रधानमंत्री
Quoteयह दशक उत्तराखंड का दशक बन रहा है: प्रधानमंत्री
Quoteहमारे पर्यटन क्षेत्र में विविधता लाना, इसे बारहमासी बनाना, उत्तराखंड के लिए बहुत महत्वपूर्ण है: प्रधानमंत्री
Quoteउत्तराखंड में कोई ऑफ सीजन नहीं होना चाहिए, हर मौसम में पर्यटन चालू रहना चाहिए: प्रधानमंत्री
Quoteकेंद्र और राज्य की हमारी सरकारें उत्तराखंड को एक विकसित राज्य बनाने के लिए मिलकर काम कर रही हैं: प्रधानमंत्री

गंगा मैया की जय।

गंगा मैया की जय।

गंगा मैया की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की जय!

उत्तराखंड का म्यारा प्यारा भै-वैण्यों, आप सबी तैं मेरी सेवा-सौंली, नमस्कार!

यहां के ऊर्जावान मुख्यमंत्री, मेरे छोटे भाई पुष्कर सिंह धामी जी, केंद्रीय मंत्री श्री अजय टम्टा जी, राज्य के मंत्री सतपाल महाराज जी, संसद में मेरे साथी और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट जी, संसद में मेरे साथी माला राज्य लक्ष्मी जी, विधायक सुरेश चौहान जी, सभी गणमान्य लोग, भाइयों और बहनों।

सबसे पहले मैं माणा गांव में कुछ दिन पहले जो हादसा हुआ है, उस पर अपना दु:ख व्यक्त करता हूं। मैं हादसे में जान गंवाने वाले साथियों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। संकट की घड़ी में देश के लोगों ने जो एकजुटता दिखाई है, उससे पीड़ित परिवारों को बहुत हौसला मिला है।

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साथियों,

उत्तराखंड की ये भूमि, हमारी ये देवभूमि, आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत है। चार धाम और अनंत तीर्थों का आशीर्वाद, जीवनदायिनी मां गंगा का ये शीतकालीन गद्दी स्थल, आज एक बार फिर यहाँ आकर, आप सब अपने परिवारजनों से मिलकर, मैं धन्य हो गया हूं। माँ गंगा की कृपा से ही मुझे दशकों तक उत्तराखंड की सेवा का सौभाग्य मिला है। मैं मानता हूँ, उन्हीं के आशीर्वाद से मैं काशी तक पहुंचा, और अब सांसद के रूप में काशी की सेवा कर रहा हूँ। और इसलिए, मैंने काशी में कहा भी था- मुझे माँ गंगा ने बुलाया है। और कुछ महीने पहले मुझे ये भी अनुभूति हुई कि जैसे मां गंगा ने मुझे अब गोद ले लिया है। ये माँ गंगा की ही दुलार है। अपने इस बच्चे के प्रति उनका स्नेह है कि आज मैं उनके मायके मुखवा गांव आया हूँ। यहाँ मुझे मुखीमठ-मुखवा में दर्शन पूजन का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है।

साथियों,

आज हर्षिल की इस धरती पर आया हूं तो मैं अपनी दीदी-भुलियों के स्नेह को भी याद कर रहा हूं। वो मुझे हर्षिल का राजमा और दूसरे लोकल प्रोडक्ट्स भेजती रहती हैं। आपके इस लगाव और उपहार के लिए मैं आपका आभारी हूं।

साथियों,

कुछ साल पहले जब मैं बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए, बाबा के चरणों में गया था, तो बाबा के दर्शन-अर्चन के बाद मेरे मुंह से अचानक कुछ भाव प्रकट हुए थे, और मैं बोल पड़ा था- ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा। वो शब्द मेरे थे, भाव मेरे थे, लेकिन उनके पीछे सामर्थ्य देने की शक्ति स्वयं बाबा केदारनाथ ने दी थी। मैं देख रहा हूँ, बाबा केदार के आशीर्वाद से धीरे-धीरे वो शब्द, वो भाव सच्चाई में, हकीकत में बदल रहे हैं। ये दशक उत्तराखंड का बन रहा है। यहां उत्तराखंड की प्रगति के लिए नए-नए रास्ते खुल रहे हैं। जिन आकांक्षाओं को लेकर उत्तराखंड का जन्म हुआ था, उत्तराखंड के विकास के लिए जो संकल्प हमने लिए थे, नित नई सफलताओं और नए लक्ष्यों की ओर बढ़ते हुए वो संकल्प आज पूरे हो रहे हैं। इसी दिशा में, शीतकालीन पर्यटन एक और बड़ा महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से उत्तराखंड के आर्थिक सामर्थ्य को साकार करने में बहुत बड़ी मदद मिलेगी। मैं इस अभिनव प्रयास के लिए धामी जी को, उत्तराखंड सरकार को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ, और उत्तराखंड की प्रगति के लिए कामना करता हूँ।

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साथियों,

अपने टूरिज्म सेक्टर को diversify करना, बारहमासी बनाना, 365 दिन, ये उत्तराखंड के लिए बहुत जरूरी है। मैं चाहता हूं कि उत्तराखंड में कोई भी सीजन हो, कोई भी सीजन ऑफ सीजन ना हो, हर सीजन में टूरिज्म ऑन रहे। अब ऑफ नहीं ऑन का जमाना। अभी पहाड़ों पर पर्यटन सीजन के हिसाब से चलता है। आप सब जानते हैं, मार्च, अप्रैल, मई, जून के महीने में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, लेकिन इसके बाद उनकी गिनती बहुत कम हो जाती है। सर्दियों में अधिकतर होटल्स, resorts और होमस्टे खाली पड़े रहते हैं। ये असंतुलन उत्तराखंड में, साल के एक बड़े हिस्से में आर्थिक सुस्ती ला देता है, इससे पर्यावरण के लिए भी चुनौती पैदा होती है।

साथियों,

सच्चाई ये है कि अगर देश-विदेश के लोग सर्दियों के मौसम में यहाँ आएं, तो उन्हें सच्चे अर्थ में देवभूमि की आभा का वास्तविक परिचय मिलेगा। विंटर टूरिज्म में यहां लोगों को ट्रैकिंग, स्कीइंग जैसी Activities का रोमांच, सचमुच में रोमांचित कर देगा। धार्मिक यात्रा के लिए भी उत्तराखंड में सर्दियों का समय बेहद खास होता है। कई तीर्थ स्थलों पर इसी समय विशेष अनुष्ठान भी होते हैं। यहां मुखवा गांव में ही देखिए, यहाँ जो धार्मिक अनुष्ठान किया जाता है, वो हमारी प्राचीन और अद्भुत परंपरा का हिस्सा है। इसलिए, उत्तराखंड सरकार का बारहमासी पर्यटन का विजन, 365 दिन के पर्यटन का विजन लोगों को दिव्य अनुभूतियों से जुड़ने का अवसर देगा। इससे यहां साल भर उपलब्ध रहने वाले रोजगार के अवसर विकसित होंगे, इसका बड़ा फायदा उत्तराखंड के स्थानीय लोगों को होगा, यहां के युवाओं को होगा।

साथियों,

उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने के लिए हमारी डबल इंजन सरकार मिलकर काम कर रही हैं। चारधाम-ऑल वेदर रोड, आधुनिक एक्सप्रेस-वे, राज्य में रेलवे, विमान औऱ हेलीकॉप्टर सेवाओं का विस्तार, 10 वर्षों में उत्तराखंड में तेजी से विकास हुआ है। अभी कल ही उत्तराखंड के लिए केंद्र सरकार ने बहुत बड़े निर्णय लिए हैं। कल केंद्रीय कैबिनेट ने केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। केदारनाथ रोपवे बनने के बाद जो यात्रा 8 से 9 घंटे में पूरी होती है, अब उसे लगभग 30 मिनट में पूरा किया जाएगा। इससे बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं के लिए केदारनाथ यात्रा और सुगम हो जाएगी। इन रोप-वे प्रोजेक्ट्स पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। मैं उत्तराखंड समेत पूरे देश को इन प्रोजेक्ट्स की बधाई देता हूं।

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साथियों,

आज पहाड़ों पर इको लॉग हट्स, कन्वेंशन सेंटर, हेलीपैड इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस भी किया जा रहा है। उत्तराखंड के टिम्मर-सैण महादेव, माणा गांव, जादुंग गांव में टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर नए सिरे से विकसित हो रहा है, और देशवासियों को पता होगा, शायद नहीं होगा, 1962 में जब चीन ने भारत पर आक्रमण किया, तब ये हमारा जादुंग गांव को खाली करवा दिया गया था, ये हमारे दो गांव खाली कर दिए गए थे। 60-70 साल हो गए, लोग भूल गए, हम नहीं भूल सकते, हमने उन दो गांवों को फिर से बसाने का अभियान चलाया है, और बहुत बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। और इसी का परिणाम है कि उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या इस एक दशक में तेजी से बढ़ी है। 2014 से पहले चारधाम यात्रा पर हर साल औसतन 18 लाख यात्री आते थे। अब हर साल लगभग 50 लाख तीर्थयात्री आने लगे हैं। इस साल के बजट में 50 Tourist destinations को विकसित करने का प्रावधान किया गया है। इन destinations पर होटलों को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा दिया जाएगा। इससे पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी और स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।

साथियों,

हमारा प्रयास है, उत्तराखंड के बॉर्डर वाले इलाकों को भी पर्यटन का विशेष लाभ मिले। पहले सीमावर्ती गांवों को आखिरी गाँव कहा जाता था। हमने ये सोच बदल दी, हमने कहा ये आखिरी गांव नहीं है, ये हमारे प्रथम गाँव कहा। उनके विकास के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम शुरू किया। इस क्षेत्र के भी 10 गांव इस योजना में शमिल किए गए हैं, और मुझे बताया गया, उस गांव से भी कुछ बंधु आज यहां हमारे सामने मौजूद हैं। नेलांग और जादुंग गांव, जिसका मैंने वर्णन किया, 1962 में क्या हुआ था, फिर से बसाने का काम शुरू किया गया है। आज यहां से जादुंग के लिए मैंने अभी-अभी बाइक रैली को रवाना किया। हमने होमस्टे बनाने वालों को मुद्रा योजना का लाभ देने का ऐलान किया है। उत्तराखंड सरकार भी राज्य में होमस्टे को बढ़ावा देने में जुटी है। जो गांव इतने दशकों तक इंफ्रास्ट्रक्चर से वंचित रहें, वहाँ नए होमस्टे खुलने से पर्यटन बढ़ रहा है, लोगों की आय बढ़ रही है।

साथियों,

आज मैं देवभूमि से, देश के पूरब-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण, और मध्य भी, हर कोने के लोगों से, खासकर युवा पीढ़ी से, और मां गंगा के मायके से, इस पवित्र भूमि से, देश की नौज़वान पीढ़ी को विशेष रूप से आह्वान कर रहा हूं, आग्रह कर रहा हूं।

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साथियों,

सर्दियों में देश के बड़े हिस्से में जब कोहरा होता है, सूर्यदेव के दर्शन नहीं होते, तब पहाड़ों पर धूप का आनंद मिल रहा होता है। ये एक स्पेशल इवेंट बन सकता है। और गढ़वाली में इसे क्या कहेंगे? 'घाम तापो पर्यटन', सही है ना? 'घाम तापो पर्यटन'। इसके लिए देश के कोने-कोने से लोग उत्तराखंड जरूर आयें। खासकर, हमारे कॉरपोरेट वर्ल्ड के साथी, वे विंटर टूरिज्म का हिस्सा बनें। Meetings करनी हों, conferences करनी हों, exhibitions करने हों, तो विंटर का समय और देवभूमि, इससे होनहार कोई जगह नहीं हो सकती है। मैं कॉरपोरेट वर्ल्ड के बड़े महानुभावों से भी आग्रह करूंगा, वो अपने बड़े-बड़े सेमिनार्स के लिए उत्तराखंड आएं, माइस सेक्टर को explore करें। यहाँ आकर लोग योग और आयुर्वेद के जरिए recharge और re-energise भी हो सकते हैं। देश की यूनिवर्सिटीज, प्राइवेट स्कूल्स और कॉलेज में, मैं उन सब नौज़वान साथियों से भी कहूंगा कि students के विंटर ट्रिप्स के लिए आप उत्तराखंड को पसंद कीजिए।

साथियों,

हमारे यहाँ हजारों करोड़ की इकोनॉमी, वेडिंग इकोनॉमी है, शादियों में हजारों करोड़ रूपये का खर्च होता है, बहुत बड़ी इकोनॉमी है। आपको याद होगा, मैंने देश के लोगों से आग्रह किया था- Wed in India, हिन्दुस्तान में शादी करों, आजकल लोग दुनिया के देशों में चले जाते हैं, यहां क्या कमी है भई? पैसे यहां खर्च करो ना, और उत्तराखंड से बढ़िया क्या हो सकता है। मैं चाहूँगा कि सर्दियों में destination वेडिंग के लिए भी उत्तराखंड को देशवासी प्राथमिकता दें। इसी तरह भारत की फिल्म इंडस्ट्री से भी मेरी अपेक्षाएं हैं। उत्तराखंड को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार मिला हुआ है। यहां तेजी के साथ आधुनिक सुविधाएं डेवलप हो रही हैं। इसलिए सर्दियों के दिनों में फिल्म की शूटिंग्स के लिए भी उत्तराखंड, पूरे भारत का फेवरेट डेस्टिनेशन बन सकता है।

साथियों,

दुनिया के कई देशों में विंटर टूरिज़्म काफी पॉपुलर है। उत्तराखंड में विंटर टूरिज़्म को बढ़ावा देने के, और इसके लिए हम ऐसे देशों से बहुत कुछ सीख सकते हैं। मैं चाहूँगा, उत्तराखंड के टूरिज़्म सेक्टर से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स, होटल और resorts उन देशों की जरूर स्टडी करें। अभी मैं यहां, एक छोटी सी प्रदर्शनी लगी है, उसको मैंने देखा, बहुत प्रभावित करने वाला मुझे लगा, जो कल्पना की गई है, जो लोकेशंस तय किए गए हैं, जो आधुनिक रचनाएं खड़ी की जा रही हैं, एक-एक लोकेशन का, एक-एक चित्र इतना प्रभावित करने वाला था, जैसे मन कर रहा था, मेरे 50 साल पुरानी वो जिंदगी के दिन, मैं फिर एक बार यहां आपके बीच आकर के बिताऊ, और हर डेस्टिनेशन पर कभी जाने का मौका तलाशू, इतने बढ़िया बना रहे हैं। मैं उत्तराखंड सरकार से कहूंगा कि जो विदशों से स्टडी हो, और स्टडी से निकले एक्शनेबल प्वाइंट्स पर सक्रिय रूप से काम करे। हमें स्थानीय परंपराओं, म्यूजिक, डांस और कुजीन को बढ़ावा देना होगा। यहां कई हॉट स्प्रिंग्स हैं, सिर्फ बद्रीनाथ जी में ही है, ऐसा नहीं है, और भी है, उन क्षेत्रों को वेलनेस स्पा के रूप में भी विकसित किया जा सकता है। शांत और बर्फीले क्षेत्रों में विंटर योगा रिट्रीट का आयोजन किया जा सकता है। मैं सभी बड़े-बड़े साधु-महात्माओं को, मठ-मंदिर के मठाधिपतियों को, सभी योगाचार्यों को, उनसे भी आग्रह करूंगा कि वे साल में एक योगा कैंप अपने शिष्यों का, विंटर में उत्तराखंड में लगाए। विंटर सीजन के लिए स्पेशल वाइल्ड लाइफ सफारी का आकर्षण उत्तराखंड की विशेष पहचान बन सकता है। यानि हमें 360 डिग्री अप्रोच के साथ आगे बढ़ना होगा, हर स्तर पर काम करना होगा।

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साथियों,

सुविधाओं के विकास के अलावा, लोगों तक जानकारी पहुंचाना भी उतना ही अहम होता है। इसके लिए मैं देश के युवा content creators, आजकल सोशल मीडिया में, बहुत बड़ी संख्या में influencers हैं, content creators हैं, वे अपने यहाँ बैठे-बैठे भी मेरे उत्तराखंड की, मेरी देवभूमि की सेवा कर सकते हैं, वे भी पुण्य कमा सकते हैं। आप देश के पर्यटन सेक्टर को गति देने में, लोगों तक जानकारी पहुंचाने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं, जो भूमिका निभाई है, उसका और विस्तार करने की जरूरत है। आप उत्तराखंड की विंटर टूरिज़्म की इस मुहिम का भी हिस्सा बनिए, और मैं तो चाहूंगा कि उत्तराखंड सरकार एक बड़ा कंपटीशन आयोजित करें, ये जो content creators हैं, influencers हैं, वे 5 मिनट की, विंटर टूरिज्म की प्रमोशन की फिल्म बनाएं, उनकी कंपटीशन हो और जो अच्छी से अच्छी बनाएं, उसको बढ़िया से बढ़िया इनाम दिया जाए, देशभर के लोगों को कहा जाए, आइए मैदान में, बहुत बड़ा प्रचार-प्रसार होना शुरू हो जाएगा। और मुझे विश्वास है जब ऐसे कंपटीशन करेंगे, तो नई-नई जगहों को एक्सप्लोर करके, नई-नई फिल्में बनाएंगे, लोगों को बताएंगे।

साथियों,

मुझे विश्वास है, आने वाले वर्षों में हम इस सेक्टर में तेज गति से विकास के साक्षी बनेंगे। एक बार फिर 365 दिन का, बारहमासी टूरिज्म अभियान, इसके लिए मैं उत्तराखंड के सभी भाई-बहनों को शुभकामनाएं देता हूं, बधाई देता हूं और राज्य सरकार का अभिनदंन करता हूं। आप सब मेरे साथ बोलिए-

गंगा मैया की जय।

गंगा मैया की जय।

गंगा मैया की जय।

बहुत-बहुत धन्यवाद।