Quoteभाजपा-एनडीए का झारखंड के लिए मंत्र है- हमने झारखंड बनाया है, हम ही झारखंड संवारेंगे: बोकारो में पीएम मोदी
Quoteजेएमएम-कांग्रेस ने झारखंड की जनता के हक की सुविधाएं लूटने का काम किया: बोकारो में पीएम मोदी
Quoteहमारी सरकार ने सिंदरी खाद कारखाना शुरू किया, जिससे झारखंड के हजारों युवाओं को रोजगार मिला: बोकारो में पीएम मोदी

जय जोहार !
भारत माता की, भारत माता की।

सभे माय-बहिन, भाय, बड़-बुजुर्ग// सब के हाथ जोड़के प्रणाम करो हिओ ! मानभूम के, कोयलांचल के इस गढ़ में आना और आप जनता-जनार्दन के दर्शन करना, इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है। मैं ʹलुगु बुरूʹ, बाबा भैरव नाथ और लिलौरी माता को नमन करता हूं। झारखंड में भाजपा के पक्ष में प्रचंड आंधी चल रही है। छोटा नागपुर का ये पठार भी कह रहा है- रोटी, बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में...भाजपा-NDA सरकार ! रोटी, बेटी और माटी की पुकार...रोटी, बेटी और माटी की पुकार।

साथियों,
भाजपा-NDA का यहां एक ही मंत्र है... हमने झारखंड बनाया है, हम ही झारखंड संवारेंगे। ऐसे लोग कभी झारखंड का विकास नहीं करेंगे जो झारखंड राज्य के निर्माण के विरोधी रहे हैं। (उधर एक नौजवान एक तस्वीर लेकर आया है, जरा उसके पीछे अपना अता-पता लिख देना, ये मेरी टीम आपसे ये तस्वीर ले लेगी। आपने बड़े प्यार स्केच किया है, ये लग रहा है मुझे। मैं आपको अता-पता लिख दीजिए, जरूर चिट्ठी भेजूंगा। जरा सिक्योरिटी के लोग, वो तस्वीर लेकर मेरे पास पहुंचा दीजिए। हां, ये हमारे जवान आ रहे हैं, दे दीजिए उनको। मैं आपका बहुत आभारी हूं, आप इतने प्यार से ये तस्वीर बना के लाए हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।) साथियों, मैं आपको एक आंकड़ा देता हूं जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। आज से 10 साल पहले, 2004 से 2014 तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। मैडम सोनिया जी सरकार चलाती थी और मनमोहन सिंह जी को प्रधानमंत्री के रूप में बिठाया था। तब उस समय केंद्र सरकार ने झारखंड को 10 साल में बड़ी मुश्किल से 80 हजार करोड़ रुपए दिए थे। 10 साल में कितने? 80 हजार करोड़ रुपये। सब के सब बताइए, 10 साल में कितने? 80 हजार करोड़ रुपये। 2014 के बाद दिल्ली में सरकार बदली। आप सब ने दिल्ली में केंद्र में आपके इस सेवक मोदी को सेवा करने का अवसर दिया। और सेवा कैसी होती है, बीते 10 साल में हमने कितना पैसा दिया? बताऊं? याद रखोगे? अच्छा ये बताओ, उन्होंने कितना दिया था? उन्होंने कितना दिया था? केंद्र में भाजपा-NDA बनी तो 10 साल में हमने 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक झारखंड को दिया। कितना? जरा जोर से बोलिए कितना? उन्होंने कितना दिया था? हमने कितना दिया? ये ज्यादा हुआ कि नहीं हुआ। चार गुणा हुआ कि नहीं हुआ? तो हमारा आपके प्रति चार गुणा प्यार है कि नहीं है? और हमने ज्यादा पैसा क्यों भेजा? क्योंकि झारखंड हमने बनाया है तो हम ही तो संवारेंगे। भाजपा चाहती थी कि गरीब को पक्का घर मिले। शहरों-गांवों में अच्छे रास्ते बनें। बिजली-पानी मिले। इलाज और पढ़ाई की सुविधा मिले। सिंचाई के लिए पानी मिले, बुढ़ापे में दवाई मिले। लेकिन JMM सरकार में पिछले पांच साल में हुआ क्या? आपके हक की ये सुविधाएं, JMM-कांग्रेस के लोगों ने लूट लीं। लूटा की नहीं लूटा? आप मुट्ठीभर बालू के लिए तरस रहे हैं, और इनके नेता बालू की तस्करी करके करोड़ों कमा रहे हैं। इनके पास से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं। इतने नोट निकल रहे हैं कि गिनते-गिनते मशीनें भी थक जाती हैं। ये नोटों के ढेर आपने देखे हैं कि नहीं देखे हैं? ये नोटों के पहाड़ आपने देखे हैं कि नहीं देखे हैं? ये नोटें कहां से आई भाई? ये आपके हैं कि नहीं हैं? ये पैसा आपके हक का है कि नहीं है? ये आपकी जेब से लूटा गया कि नहीं लूटा गया? मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार बनाने का जब आपने निर्णय कर ही लिया है, मैं जहां-जहां गया हूं, ऐसा ही जनसैलाब देखा है। हवा का रुख साफ है, और मैं आपको वादा करता हूं, सरकार बनने के बाद इन भ्रष्टाचारियों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले, इसके लिए अदालत में हम पूरी लड़ाई लड़ेंगे। आपके हक का पैसा आप पर ही खर्च होगा, आपके लिए खर्चा होगा, आपके बच्चों के भविष्य के लिए खर्चा होगा।

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साथियों,
केंद्र सरकार का बहुत सारा पैसा ऐसा होता है, जो बिना सरकारों के दखल के राज्यों में खर्च होता है। पहले तो उसमें भी ये कटकी-बटकी चलती थी। और मैंने देखा कि चारों तरफ लूट करने वाले बैठे हैं। मैंने क्या किया, टेक्नोलॉजी का उपयोग किया। दिल्ली में एक स्विच दबाता हूं और आपके मोबाइल में पैसा पहुंच जाता है। जैसे पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा हम सीधे झारखंड के किसानों के बैंक खाते में पैसे भेजते हैं और वो पूरे के पूरे उन्हें मिल जाते हैं। मिलते हैं कि नहीं मिलते हैं? मिलते हैं कि नहीं मिलते हैं? कोई कमीशन जाता है, कोई भ्रष्टाचार करना पड़ता है? कोई कटकी कमाता है? ऐसे ही हाईवे, रेलवे, एयरपोर्ट के कितने ही काम होते हैं, जिस पर केंद्र सरकार सीधे खर्च करती है। किसी को बीच में से कट करने का मौका ही नहीं देते हैं। झारखंड में भी हमारी सरकार ने लाखों करोड़ रुपए खर्च किए हैं। आज झारखंड में 50 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है। उनमें सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। आप देखिएगा, कुछ समय में बोकारो का रेलवे स्टेशन भी कितना आधुनिक हो जाएगा। यहां बोकारो में एयरपोर्ट भी बन चुका है। झारखंड में भाजपा-NDA सरकार बनने के बाद, जल्द से जल्द हवाई सेवा भी शुरु हो जाएगी। और मेरा तो सपना है जो हवाई चप्पल पहनता है न वो हवाई जहाज में जाएगा। साथियों, ये जो निर्माण का काम होता है, उसका भी बहुत बड़ा लाभ झारखंड को, झारखंड के नौजवानों को रोजगार के रूप में मिलता है। कुछ भी बनाएं तो सीमेंट लगता है, स्टील लगता है, बिजली के लिए कोयला लगता है। इन सबकी फैक्ट्रियां यहां बोकारो में, झारखंड में ही तो हैं। यानि हाईवे-रेलवे-एयरपोर्ट के निर्माण काम से हमारे श्रमिकों को, नौजवानों को भी बड़ा फायदा होता है।

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साथियों,
भाजपा-NDA सरकार नए उद्योगों को भी बढ़ावा दे रही है। हम झारखंड में बंद पड़े पुराने कारखाने भी खुलवा रहे हैं। सिंदरी का खाद कारखाना भी तो पहले की सरकारों की कुनीति की वजह से बंद हो गया था। हमने सिंदरी खाद कारखाने को शुरू करवाया। इससे झारखंड के हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। जब झारखंड में भाजपा सरकार बनेगी, तो वो सरकार में भी ज्यादा से ज्यादा युवाओं को पक्की नौकरी देगी। साथियों, आपका कोई जानकार व्यक्ति हरियाणा में काम करने गया हो, तो जरा फोन करके उनसे पूछ लेना। वहां अभी-अभी चुनाव हुआ, लोगों ने भारी बहुमत से तीसरी बार भाजपा को सेवा करने का मौका दे दिया। वहां सरकार बनते ही भाजपा ने बिना खर्ची बिना पर्ची के हज़ारों नौजवानों को सरकारी नौकरी का ऑर्डर दे दिया। इधर हमारे झारखंड के लोग ये खर्ची-पर्ची जानते हैं क्या? हरियाणा में खर्ची-पर्ची का मतलब ये होता है, जब तक नोटों का बंडल नहीं देते, खर्ची नहीं करते, नौकरी नहीं मिलती। और पर्ची का मतलब है जब तक कोई बड़ा नेता पर्ची लिखकर नहीं देता आपकी दाल गलती नहीं है। हमने ये खर्ची और पर्ची दोनों को दफना दिया है। हम झारखंड में भी यही करेंगे मेरे नौजवानों। और झारखंड में हमारा एक और लक्ष्य होगा। यहां JMM-कांग्रेस ने जो पेपर लीक माफिया और भर्ती माफिया पैदा कर दिए हैं, उन सब पर प्रहार किया जाएगा, सबको पाताल में से ढूंढकर जेल के हवाले कर दिया जाएगा। जिन्होंने झारखंड के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, जिन्होंने झारखंड के भविष्य के हमारे होनहार युवाओं का भविष्य मिट्टी में मिला दिया है, उनके सारे मंसूबे ये मोदी चकनाचूर करके रहेगा।

साथियों,
झारखंड की हमारी बहनों-बेटियों का जीवन आसान हो, ये मेरी प्राथमिकता है। हमारी सरकार की योजनाओं से बहनों को शौचालय मिले, बैंक में खाते खुले, गर्भावस्था के दौरान सीधा उसके खाते में पैसा पहुंचा। अब झारखंड भाजपा ने आपको, मेरी माताएं बहनें बड़ी नम्रता के साथ मैं आज आपकी सेवा में आया हूं। भाजपा ने आपको गोगो-दीदी योजना का वायदा किया है। झारखंड की मेरी माताएं बहनें ये मोदी की गारंटी है, सरकार बनने के बाद गोगो-दीदी योजना लागू हो जाएगी। इस योजना से भी हमारी माताओं-बहनों के बैंक खातों में सीधे पैसे जाएंगे। कोई बीच में बिचौलिया नहीं, कोई कटकी कंपनी नहीं और वो माताओं-बहनों के खाते में ही जाएंगे ताकि घर को चलाने के लिए माताओं-बहनों को काम आए।

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साथियों,
अब हमने झारखंड की बहनों को पहले गैस दिया, उज्ज्वला गैस का मुफ्त कनेक्शन दिया। और दूसरों को लगता है अरे मोदी जी बहुत हो गया। तीसरी बार आए हो, आपने तो गैस का चूल्हा घर-घर पहुंचा दिया। उज्ज्वला गैस दे दिया, अरे अब तो आराम करो। मुझे ऐसा कहने वाले लोग मिलते हैं। लेकिन मोदी ऐसे बैठने के लिए पैदा नहीं हुआ है। वो तो आपके लिए ही जीता है। और इसलिए पहले उज्ज्वला गैस सिलेंडर दिया, अब जैसे घर में पाइप से पानी आता है न, अब झारखंड में पाइप से सस्ती गैस पहुंचाने में मोदी लगा हुआ है। पाइप से जैसे पानी आता है घर में वैसे गैस आएगा। अब सिलेंडर के लिए इधर-उधर झोंकना नहीं पड़ेगा। और वो सस्ता होगा, ये गैस सस्ता मिलेगा। यहां ONGC कंपनी ने गैस पैदा करने का बहुत बड़ा काम शुरु कर दिया है। ये जो बोकारो-अंगुल गैस पाइपलाइन हमने बिछाई है, इससे 11 जिलों को लाभ हो रहा है। यहां भाजपा-NDA सरकार बनते ही, ज्यादा से ज्यादा घरों तक पाइप से सस्ती गैस पहुंचाई जाएगी।

साथियों,
हम झारखंड के हर परिवार का बिजली बिल जीरो करने के लिए भी काम कर रहे हैं। अब आपका बिजली का बिल कितना? बिजली का बिल कितना? जीरो, और कैसे करेंगे? खजाना लुटा करके नहीं, नौजवानों के भविष्य को बर्बाद करके नहीं करेंगे। हम पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना, देशभर में शुरु हो चुकी है। आप अपने घर पर सोलर पैनल लगाएंगे, और सोलर पैनल लगाने के लिए आपका ये सेवक दिल्ली में बैठी हुई आपकी सरकार, भाजपा सरकार हर घर को 75 हजार से 80 हजार रुपये तक खर्च देगी सोलर पैनल लगाने के लिए। आप अपने घर में 300 यूनिट बिजली पैदा करिए, जीरो बिजली बिल से घर चलाइए, उपयोग कीजिए। और इतना ही नहीं, मोदी की गारंटी है, अगर ज्यादा बिजली आपने पैदा की। तो आपसे वो बिजली सरकार खरीदेगी और सरकार आपको ऊपर से पैसे देगी। पहले बिजली के लिए आप सरकार को पैसे देते थे अब बिजली के लिए सरकार आपको पैसे देगी, ये काम हम करने वाले हैं।

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साथियों,
झारखंड के तेज विकास के लिए सबका प्रयास यानि सभी की सामूहिक शक्ति लगनी बहुत ज़रूरी है। इसलिए आप सभी को कांग्रेस-JMM की एक बहुत बड़ी साजिश से सतर्क रहना है, सजग रहना है। ये कांग्रेस-JMM की चौकड़ी ने नया खेल खेलना शुरू किया है। और ये सत्ता पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं जी। कांग्रेस हमेशा से SC/ST/OBC की एकजुटता की, एकता की घोर विरोधी रही है। आजादी के बाद जब तक हमारा दलित समाज, हमारा SC समाज बिखरा रहा, हमारे आदिवासी भाई-बहन, हमारा ST समाज बिखरा रहा, हमारा OBC समाज बिखरा रहा, तब तक कांग्रेस बांटो और राज छीनो के सिद्धांत पर मजे से केंद्र में सरकारें बनाती रही, लूटती रही। लेकिन जैसे ही ये समाज एकजुट हुआ, हमारे दलित समाज के भाई-बहन, SC के रूप में उनकी पहचान बनी, आदिवासी भाई-बहन ST के रूप में उनकी पहचान बनी। OBC, पिछड़ों के रूप में उनकी पहचान बनी तो कांग्रेस उसके बाद कभी भी पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में अपनी सरकार नहीं बना पाई। आप ये गणित समझिए, 1990 में OBC समाज को आरक्षण मिला। OBC की अलग-अलग जातियों का संख्याबल एकसाथ जुट गया, तो उसके बाद से कांग्रेस आज तक लोकसभा में 250 सीटें भी नहीं जीत पाई। इसलिए कांग्रेस OBC की सामूहिक शक्ति तोड़कर उन्हें सैकड़ों अलग-अलग जातियों में बांट देना चाहती है। अब जैसे यहां बोकारो-धनबाद में, हमारे उत्तरी छोटा नागपुर में सवा सौ से अधिक ओबीसी जातियां हैं। आज वो OBC के रूप में जानी जाती हैं, उनकी पहचान OBC है, उनकी ताकत OBC है। और ये सवा सौ जातियां, जैसे यहां यादव हैं, कुड़मी महतो हैं, तेली हैं, कोइरी-कुशवाहा हैं, नोनिया हैं, बिंद हैं, सोनार हैं, राजभर हैं, प्रजापति-कुम्हार हैं, माली हैं, मल्लाह हैं, पासी हैं, लोहार-विश्वकर्मा हैं, चौहान हैं, नाई-नाऊ हैं, भुइयार हैं, कहार-चंद्रवंशी हैं, रौनियार-पंसारी हैं। OBC के तौर पर इनकी एकजुटता, देश के विकास की बड़ी ताकत बना है। लेकिन कांग्रेस-JMM वाले यहां यादव को कुड़मी से, तेली को कोइरी-कुशवाहा से, नोनिया को बिंद से, सोनार को लोहार से, राजभर को प्रजापति-कुम्हार से, माली को मल्लाह से, पासी को चौहान से, नाई-नाऊ को भुइयार से और भुइयार को कहार-चंद्रवंशी से लड़ाना चाहती है। ये चाहते हैं कि ओबीसी की छोटी-छोटी जातियां खुद को ओबीसी मानना छोड़ दें और अपनी-अपनी जातियों में ही उलझे रहें। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या आप चाहते हैं कि यहां का ओबीसी समाज भी सवा सौ टुकड़ों में टूट जाए? आपको मंजूर है? पूरी ताकत से बताइए आपको मंजूर है? ऐसा अगर टूट गए तो आपकी आवाज कमजोर होगी कि नहीं होगी। कोई भी नहीं चाहता है कि समाज बिखरे, समाज छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाए। और इसलिए हमें ये हमेशा याद रखना है- एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। एक रहेंगे तो..एक रहेंगे तो..एक रहेंगे तो..।

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साथियों,
झारखंड के नौजवान बहुत बड़ी संख्या में सेना में हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंक के दौर में हमने अनेक जवानों को खोया है। इसका बहुत बड़ा कारण जम्मू-कश्मीर में 370 की दीवार थी। मोदी ने वो दीवार हमेशा-हमेशा के लिए जमीन में गाड़ दिया है। लेकिन कांग्रेस और उनके साथियों को ये पसंद नहीं आया है। अब आपको पता ही होगा, देश आजाद हुआ, देश को संविधान मिला। संविधान के 75 वर्ष मना रहे हैं हम। लेकिन देश के सात दशक तक जम्मू-कश्मीर में बाबा साहेब आंबेडकर का संविधान लागू नहीं होता था। वहां आदिवासियों को आरक्षण नहीं मिलता था, वहां दलितों को आरक्षण नहीं मिलता था। सात-सात दशक तक जम्मू-कश्मीर में अलग विधान चलता था। क्यों, क्योंकि इन्होंने 370 की ऐसी दीवार बनाई थी कि बाबा साहेब आंबेडकर का संविधान वहां जा नहीं सकता था, वहां पहुंच नहीं सकता था। मोदी ने 370 की दीवार गिराकर बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को जम्मू-कश्मीर में पहुंचा दिया, लागू कर दिया। आपने देखा होगा, अभी वहां चुनाव हुए, वहां के मुख्यमंत्री ने पहली बार, हिंदुस्तान आजाद होने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने बाबा साहब अंबेडकर के संविधान की शपथ ली है पहली बार। ये बाबा साहेब आंबेडकर को मोदी की श्रद्धांजलि है। अभी सरकार बनी है कांग्रेस और उसके साथियों ने आते ही उन्होंने अपना खेल खेलना शुरू किया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कांग्रेस और उसकी सरकार ने 370 फिर से वापस लाने का प्रस्ताव पारित किया है। और ये जेएमएम है, ये भी इनको समर्थन दे रही है। ये जम्मू-कश्मीर से बाबा साहब आंबेडकर के संविधान को फिर से जम्मू-कश्मीर से बाहर निकालना चाहते हैं। यह दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को फिर से उनके हक से वंचित करना चाहते हैं। ये हमारे सैनिकों को फिर से आतंक की आग में झोंकना चाहते हैं। मैं जरा मेरे झारखंड के नौजवानों से पूछना चाहता हूं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं क्या मेरे झारखंड के भाई-बहन कांग्रेस का यह पाप आपको मंजूर है?

साथियों,
आपके सहयोग से भाजपा यहां झारखंड में हो रही घुसपैठ पर भी लगाम लगाएगी। आपकी बेटियां सुरक्षित हों, आपकी जमीन सुरक्षित हो, इसके लिए यहां भाजपा-एनडीए की सरकार बहुत जरूरी है। साथियों, हमें ऐसा झारखंड बनाना है, जो देश के टॉप के समृद्ध राज्यों में गिना जाए। हमें मिलकर, झारखंड के हर परिवार तक समृद्धि पहुंचानी है। इसलिए, मैं आपके आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं आपकी मदद मांगने आया हूं। इसलिए आपको भाजपा-आजसू-JDU और LJP के उम्मीदवारों को भारी मत से विजयी बनाना है। और मेरे लिए तो आप ही मोदी है और आपको मोदी के नाते ही घर-घर मेरा यह संदेश पहुंचाना है। आप घर-घर जाएंगे? पक्का जाएंगे? रोटी-माटी और बेटी की पुकार पहुंचाएंगे? साथियों, आप इतनी बड़ी संख्या में आए। हमें आशीर्वाद देने पहुंचे, मैं आपका हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।
मेरे साथ बोलिए, भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। बहुत-बहुत धन्यवाद।

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PM Modi’s remarks at the BRICS session: Environment, COP-30, and Global Health
July 07, 2025

Your Highness,
Excellencies,

मुझे खुशी है कि ब्राजील की अध्यक्षता में ब्रिक्स ने पर्यावरण और स्वास्थ्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों को उच्च प्राथमिकता दी है। ये विषय न केवल आपस में जुड़े हुए हैं, बल्कि मानवता के उज्जवल भविष्य के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

Friends,

इस वर्ष, COP-30 का आयोजन ब्राज़ील में हो रहा है। ऐसे में BRICS में पर्यावरण पर चर्चा प्रासंगिक भी है और समयानुकूल भी।

भारत के लिए Climate Change और पर्यावरण सुरक्षा हमेशा से उच्च प्राथमिकता के विषय रहे हैं। हमारे लिए Climate Change केवल ऊर्जा का विषय नहीं है। ये जीवन और प्रकृति के बीच संतुलन का विषय है।

जहां कुछ लोग इसे आंकड़ों में मापते हैं, भारत इसे संस्कारों में जीता है। भारतीय सभ्यता और संस्कृति में, पृथ्वी को माँ का दर्जा दिया गया है। इसीलिए जब पृथ्वी माँ पुकारती है, तो हम चुप नहीं रहते। हम अपनी सोच, अपने व्यवहार और अपनी जीवनशैली में बदलाव करते हैं।

भारत ने "People, Planet और Progress” की भावना से Mission LiFE, यानि, Lifestyle for Environment, एक पेड़ माँ के नाम, International Solar Alliance, Coalition for Disaster Resilient Infrastructure, Green Hydrogen Mission, Biofuels Alliance, Big Cats Alliance, जैसे कई initiatives की शुरुआत की है।

भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान, हमने sustainable development और North-South के gap को कम करने पर जोर दिया था। इस उद्देश्य से हमने सभी देशों के साथ Green Development Pact पर सहमति बनाई थी। Environment-friendly actions को प्रोत्साहित करने के लिए Green Credits Initiative की शुरुआत की है।

विश्व की fastest growing major economy होते हुए भी, भारत Paris Commitments को समय से पहले पूरा करने वाला पहला देश है। हम 2070 तक Net Zero के लक्ष्य की ओर भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं।

पिछले दस वर्षों में भारत में solar energy की installed capacity में 4000 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है। इन प्रयासों से हम एक sustainable और green future की मजबूत नींव रख रहे हैं।

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Friends,

भारत के लिए Climate Justice कोई विकल्प नहीं, एक नैतिक कर्तव्य है। भारत का मानना है कि ज़रूरतमंद देशों को technology transfer और affordable financing के बिना, climate एक्शन सिर्फ climate talks तक ही सीमित रहेगा।

Climate Ambition और Financing के बीच gap को कम करने में विकसित देशों की विशेष और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। हमें उन सभी देशों को साथ लेकर चलना होगा जो विभिन्न तनावों के चलते food, fuel, fertiliser और financial crisis से जूझ रहे हैं।

भविष्य को लेकर जो आत्मविश्वास विकसित देशों में है, वही आत्मबल इन देशों में भी होना चाहिए। किसी भी प्रकार के दोहरे मापदंड के रहते, मानवता का सतत और समावेशी विकास संभव नहीं है। आज जारी किया जा रहा "Framework Declaration on Climate Finance” एक सराहनीय कदम है। भारत इसका समर्थन करता है।

Friends,

पृथ्वी का स्वास्थ्य और मनुष्य का स्वास्थ्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। कोविड महामारी ने हमें सिखाया है कि वायरस वीसा लेकर नहीं आते, और समाधान भी पासपोर्ट देखकर नहीं चुने जाते ! साझा चुनौतियों का हल सिर्फ साझे प्रयासों से ही संभव है।

भारत ने "One Earth, One Health” के मूलमंत्र से, सभी देशों के साथ सहयोग बढ़ाया है। आज भारत में विश्व की सबसे बड़ी insurance scheme, "आयुष्मान भारत” 500 मिलियन से भी ज्यादा लोगों के लिए वरदान बनी है। आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्धा जैसे traditional medicine systems का ecosystem खड़ा किया गया है। Digital Health के माध्यम से हम देश के हर कोने में ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचा रहे हैं। इन सभी क्षेत्रों में भारत का सफल अनुभव साझा करने में हमें खुशी होगी।

मुझे खुशी है कि ब्रिक्स में भी स्वास्थ्य सहयोग बढ़ाने पर विशेष बल दिया गया है। 2022 में लॉन्च किया गया BRICS वैक्सीन R&D Centre इस दिशा में एक मजबूत पहल है। आज जारी की जा रहा Leader’s statement on "BRICS Partnership for Elimination of Socially Determined Diseases”, हमारे सहयोग को मजबूत करने के लिए नई प्रेरणा देगा।

Friends,

आज की बहुत ही महत्वपूर्ण एवं उपयोगी चर्चाओं के लिए मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूँ। अगले वर्ष भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता में हम सभी विषयों पर करीबी सहयोग जारी रखेंगे। भारत की BRICS अध्यक्षता में हम BRICS को नए रूप में परिभाषित करने पर काम करेंगे। BRICS का मतलब होगा – Building Resilience and Innovation for Cooperation and Sustainability.

जिस तरह, अपनी अध्यक्षता के दौरान, हमने G-20 को व्यापकता दिलाई, Global South के विषयों को agenda में प्राथमिकता दिलाई, उसी तरह BRICS की अध्यक्षता के दौरान हम इस Forum को people-centric और humanity First की भावना से आगे बढाएंगें।

एक बार फिर, राष्ट्रपति लूला को सफल BRICS Summit की हार्दिक शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।