Published By : Admin | November 9, 2013 | 22:25 IST
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"Narendra Modi addresses BJP Karyakartas across 6 Lok Sabha seats through videoconference during Vijay Vishwaas Sneh Sammelans "
"Wherever BJP has spread and whatever it has done is due to efforts of our Karyakartas: Narendra Modi"
"Tremendous affection for BJP across the nation. People seeing BJP as a ray of hope to fulfill their dreams and aspirations: Narendra Modi"
"We do not want a target of 26 Lok Sabha seats but we want to win in 90% of the polling booths. If we do that then it will be very easy to win all 26 seats: Narendra Modi"
"Integrate people from all walks of life with the BJP: Narendra Modi to Karyakartas"
"Statue of Unity is not about the Bhakti of a person but the Bhakti of a thought: Narendra Modi"
જેમને ગુજરાતની જનતાએ ત્રણ ત્રણ વાર કારમી રીતે પરાસ્ત કર્યા તેવા લોકો હવે માનસિક સંતુલન ગૂમાવી જૂઠાણાની ગલીચ ભાષામાં ઉતરી ગયા છે પણ જનતાને ભ્રમિત કરી નહીં શકે
ગુજરાતના મુખ્યમંત્રી શ્રી નરેન્દ્રભાઇ મોદીએ પ્રદેશ ભાજપા આયોજિત વિજય વિશ્વાસ સ્નેહ સંમેલનના અભિયાનને આજે ગાંધીનગરના તેમના નિવાસેથી વિડીયો કોન્ફરન્સ મારફતે પ્રેરક સંબોધન કરતાં જણાવ્યું હતું કે, ભારતના ખૂણે ખૂણે જનતામાં ભાજપા માટે અભૂતપૂર્વ આશા અને વિશ્વાસ જાગ્યો છે કે આ દેશને સંકટો માંથી બચાવી શકે તો ભાજપા જ છે. ગુજરાતે સવિશેષ જવાબદારી સાથે વિજય વાવટો ફરકાવવાનો શ્રી સંકલ્પ લઇને સંગઠનની પૂરી તાકાત બતાવવા તેમણે પ્રેરક આહ્વાન કાર્યકર્તાઓને કર્યું હતું.
શ્રી નરેન્દ્રભાઇ મોદીએ આજે છ લોકસભા બેઠકોના સ્નેહમિલન કાર્યક્રમોને એકી સાથે સંબોધન કરતા નવા વર્ષની શુભેચ્છા આપી હતી. વલસાડ, નવસારી, છોટાઉદેપુર, દાહોદ, ભરૂચ અને ગોધરાની લોકસભા બેઠકોના કાર્યકર્તાઓ અને પદાધિકારીઓને તેમણે જણાવ્યું કે ગુજરાતની જનતાએ બાર વર્ષથી એકધાર્યો અપાર પ્રેમનો ભાજપા ઉપર ધોધ વરસાવ્યો છે અને ભાજપાના લાખો લાખો કાર્યકર્તાઓએ નિસ્વાર્થ તપસ્યા્થી ભાજપાનો વિજય વાવટો લહેરાવ્યો છે. હવે આગામી ૨૦૦ દિવસ સુધી આપણી કસોટી છે. કારણ આ ચૂંટણી રાષ્ટ્ર નિર્માણની, રાષ્ટ્રનું ભાવિ ઘડનારી, લોકતંત્રને મજબૂત બનાવનારી બનવાની છે.
મુખ્યમંત્રીશ્રીએ ગુજરાત માટે સમગ્ર દેશમાં આદર અને ગૌરવ છે ત્યારે ગુજરાતને નામે જૂઠાણા ફેલાવનારા ગમે એટલી નીચી કક્ષાએ ઉતરી જશે તો પણ દેશની જનતાને ભ્રમિત કરી શકશે નહીં, એવો નિર્ધાર વ્યકત કરતા જણાવ્યું કે ગુજરાતના લોકોને આપણે ડિસેમ્બ્ર, ૨૦૧૨માં કામનો હિસાબ આપેલો છે અને ગુજરાતની જનતાનો વિશ્વાસ જીત્યો છે જ્યારે જેમને ગુજરાતના લોકોએ ત્રણ ત્રણવાર કારમો પરાજય આપ્યો તેવા લોકોએ હવે તદ્દન માનસિક સંતુલન ગુમાવી દીધું છે અને જાહેરજીવનને ક્યારેય માન્યના હોય એવી ગલીચ ભાષા ઉપર ઉતરી ગયા છે પણ દેશની જનતા ભ્રમિત થવાની નથી.
‘સત્ય છાપરે ચડીને પોકારે છે અને ભાજપા પ્રત્યે દેશમાં જે ભરોસાનું અભૂતપૂર્વ વાતાવરણ સર્જાયુ છે તે જોતા આપણી જવાબદારી ખૂબ વધી જાય છે' તેમ તેમણે જણાવ્યું હતું.
ગુજરાતમાં અંબાજીથી ઉમરગામ સુધીના આદિવાસી પટ્ટા અને સાગરકાંઠાના સમાજો માટે ભાજપાની પ્રતિબધ્ધ તાનો ઉલ્લેખ કરી શ્રી નરેન્દ્ર ભાઇ મોદીએ જણાવ્યું કે સારા ચોમાસાથી ગુજરાત સહિત દેશમાં સુખ-શાંતિ અને નવી આશા જગાવી છે. આ વાતાવરણમાં ગુજરાતની જનતાના ભરોસાનું ઋણ સ્વીકારીને લોકસભાનો વાવટો લહેરાવી ‘કમળ' માટે સમાજના સહુ વર્ગો, સમૂદાયોનું સમર્થન વધારવા તેમણે આહ્વાન કર્યું હતું.
Text of PM’s address at the News9 Global Summit via video conferencing
November 22, 2024
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गुटेन आबेन्ड
स्टटगार्ड की न्यूज 9 ग्लोबल समिट में आए सभी साथियों को मेरा नमस्कार!
मिनिस्टर विन्फ़्रीड, कैबिनेट में मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया और इस समिट में शामिल हो रहे देवियों और सज्जनों!
Indo-German Partnership में आज एक नया अध्याय जुड़ रहा है। भारत के टीवी-9 ने फ़ाउ एफ बे Stuttgart, और BADEN-WÜRTTEMBERG के साथ जर्मनी में ये समिट आयोजित की है। मुझे खुशी है कि भारत का एक मीडिया समूह आज के इनफार्मेशन युग में जर्मनी और जर्मन लोगों के साथ कनेक्ट करने का प्रयास कर रहा है। इससे भारत के लोगों को भी जर्मनी और जर्मनी के लोगों को समझने का एक प्लेटफार्म मिलेगा। मुझे इस बात की भी खुशी है की न्यूज़-9 इंग्लिश न्यूज़ चैनल भी लॉन्च किया जा रहा है।
साथियों,
इस समिट की थीम India-Germany: A Roadmap for Sustainable Growth है। और ये थीम भी दोनों ही देशों की Responsible Partnership की प्रतीक है। बीते दो दिनों में आप सभी ने Economic Issues के साथ-साथ Sports और Entertainment से जुड़े मुद्दों पर भी बहुत सकारात्मक बातचीत की है।
साथियों,
यूरोप…Geo Political Relations और Trade and Investment…दोनों के लिहाज से भारत के लिए एक Important Strategic Region है। और Germany हमारे Most Important Partners में से एक है। 2024 में Indo-German Strategic Partnership के 25 साल पूरे हुए हैं। और ये वर्ष, इस पार्टनरशिप के लिए ऐतिहासिक है, विशेष रहा है। पिछले महीने ही चांसलर शोल्ज़ अपनी तीसरी भारत यात्रा पर थे। 12 वर्षों बाद दिल्ली में Asia-Pacific Conference of the German Businesses का आयोजन हुआ। इसमें जर्मनी ने फोकस ऑन इंडिया डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया। यही नहीं, स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी फॉर इंडिया उसे भी रिलीज़ किया गया। जर्मनी द्वारा निकाली गई ये पहली कंट्री स्पेसिफिक स्ट्रेटेजी है।
साथियों,
भारत-जर्मनी Strategic Partnership को भले ही 25 वर्ष हुए हों, लेकिन हमारा आत्मीय रिश्ता शताब्दियों पुराना है। यूरोप की पहली Sanskrit Grammer ये Books को बनाने वाले शख्स एक जर्मन थे। दो German Merchants के कारण जर्मनी यूरोप का पहला ऐसा देश बना, जहां तमिल और तेलुगू में किताबें छपीं। आज जर्मनी में करीब 3 लाख भारतीय लोग रहते हैं। भारत के 50 हजार छात्र German Universities में पढ़ते हैं, और ये यहां पढ़ने वाले Foreign Students का सबसे बड़ा समूह भी है। भारत-जर्मनी रिश्तों का एक और पहलू भारत में नजर आता है। आज भारत में 1800 से ज्यादा जर्मन कंपनियां काम कर रही हैं। इन कंपनियों ने पिछले 3-4 साल में 15 बिलियन डॉलर का निवेश भी किया है। दोनों देशों के बीच आज करीब 34 बिलियन डॉलर्स का Bilateral Trade होता है। मुझे विश्वास है, आने वाले सालों में ये ट्रेड औऱ भी ज्यादा बढ़ेगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि बीते कुछ सालों में भारत और जर्मनी की आपसी Partnership लगातार सशक्त हुई है।
साथियों,
आज भारत दुनिया की fastest-growing large economy है। दुनिया का हर देश, विकास के लिए भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है। जर्मनी का Focus on India डॉक्यूमेंट भी इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। इस डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि कैसे आज पूरी दुनिया भारत की Strategic Importance को Acknowledge कर रही है। दुनिया की सोच में आए इस परिवर्तन के पीछे भारत में पिछले 10 साल से चल रहे Reform, Perform, Transform के मंत्र की बड़ी भूमिका रही है। भारत ने हर क्षेत्र, हर सेक्टर में नई पॉलिसीज बनाईं। 21वीं सदी में तेज ग्रोथ के लिए खुद को तैयार किया। हमने रेड टेप खत्म करके Ease of Doing Business में सुधार किया। भारत ने तीस हजार से ज्यादा कॉम्प्लायेंस खत्म किए, भारत ने बैंकों को मजबूत किया, ताकि विकास के लिए Timely और Affordable Capital मिल जाए। हमने जीएसटी की Efficient व्यवस्था लाकर Complicated Tax System को बदला, सरल किया। हमने देश में Progressive और Stable Policy Making Environment बनाया, ताकि हमारे बिजनेस आगे बढ़ सकें। आज भारत में एक ऐसी मजबूत नींव तैयार हुई है, जिस पर विकसित भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा। और जर्मनी इसमें भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर रहेगा।
साथियों,
जर्मनी की विकास यात्रा में मैन्यूफैक्चरिंग औऱ इंजीनियरिंग का बहुत महत्व रहा है। भारत भी आज दुनिया का बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। Make in India से जुड़ने वाले Manufacturers को भारत आज production-linked incentives देता है। और मुझे आपको ये बताते हुए खुशी है कि हमारे Manufacturing Landscape में एक बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। आज मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। दूसरा सबसे बड़ा स्टील एंड सीमेंट मैन्युफैक्चरर है, और चौथा सबसे बड़ा फोर व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भी बहुत जल्द दुनिया में अपना परचम लहराने वाली है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि बीते कुछ सालों में हमारी सरकार ने Infrastructure Improvement, Logistics Cost Reduction, Ease of Doing Business और Stable Governance के लिए लगातार पॉलिसीज बनाई हैं, नए निर्णय लिए हैं। किसी भी देश के तेज विकास के लिए जरूरी है कि हम Physical, Social और Digital Infrastructure पर Investment बढ़ाएं। भारत में इन तीनों Fronts पर Infrastructure Creation का काम बहुत तेजी से हो रहा है। Digital Technology पर हमारे Investment और Innovation का प्रभाव आज दुनिया देख रही है। भारत दुनिया के सबसे अनोखे Digital Public Infrastructure वाला देश है।
साथियों,
आज भारत में बहुत सारी German Companies हैं। मैं इन कंपनियों को निवेश और बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं। बहुत सारी जर्मन कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने अब तक भारत में अपना बेस नहीं बनाया है। मैं उन्हें भी भारत आने का आमंत्रण देता हूं। और जैसा कि मैंने दिल्ली की Asia Pacific Conference of German companies में भी कहा था, भारत की प्रगति के साथ जुड़ने का- यही समय है, सही समय है। India का Dynamism..Germany के Precision से मिले...Germany की Engineering, India की Innovation से जुड़े, ये हम सभी का प्रयास होना चाहिए। दुनिया की एक Ancient Civilization के रूप में हमने हमेशा से विश्व भर से आए लोगों का स्वागत किया है, उन्हें अपने देश का हिस्सा बनाया है। मैं आपको दुनिया के समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोगी बनने के लिए आमंत्रित करता हूँ।