We are ending 'Tushtikaran' and working for 'Santushtikaran': PM Modi in Agra

Published By : Admin | April 25, 2024 | 12:59 IST
Our commitment is clear: corrupt individuals will be investigated: PM Modi at Agra rally
While Modi focuses on uplifting the poor, the SP-Congress alliance is indulging in blatant appeasement: PM Modi
We are ending 'Tushtikaran' and working for 'Santushtikaran': PM Modi at election rally in UP's Agra

राधे राधे !

भारत माता की,

भारत माता की,

मैं ब्रज क्षेत्र के सभी देवी-देवताओं को श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। मैं आज आपके पास विशेष रूप से आया हूं। मैं पहले भी आता रहा हूं। जहां-जहां पहुंच सकता हूं, पहुंचता हूं। लेकिन पहले जब मैं आता था कुछ देने के लिए आता था, कुछ लेकर के आता था। कोई योजना लेकरके आता था, किसी के उद्घाटन के लिए आता था। लेकिन आज मैं देने के लिए नहीं, मांगने के लिए आया हूं। मैं आपसे विकसित भारत के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। आप मुझे बताइए, अगर भारत विकसित होता है तो आपका भला होगा कि नहीं होगा। भारत विकसित होता है तो आपके परिवार का भला होगा कि नहीं होगा। भारत विकसित होगा तो आपके बच्चों का भला होगा कि नहीं होगा। इसलिए देश भी एकजुट होकर कह रहा है- फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,

भारत की बढ़ती हुई शक्ति कुछ ताकतों को पसंद नहीं आ रही है। अब जैसे यहां डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। यहां देश की सेना के लिए, आत्मनिर्भर बनने के लिए, दुनिया में निर्यात के लिए घातक अस्त्र-शस्त्र बनेंगे। लेकिन दुनियाभर में जो हथियारों के दलाल हैं, जो पुरानी सरकारों में घूस देकर अपना काम करा लेने के एक्सपर्ट हो गए थे। और पुरानी सरकारों में बैठे लोगों को भी ये मलाई खाने को मिलती थी, उनको भी मजा आता था। ऐसे सारे लोग, मोदी जब शस्त्रों को यहां बनाने की बात करता है, देश को आत्मनिर्भर बनाने की बाद करता है तो बौखला गए हैं, बहुत नाराज़ हैं। वो नहीं चाहते कि भारत की सेना आत्मनिर्भर बने। इसलिए वो मोदी के विरुद्ध एकजुट हो गए हैं। इन ताकतों को रोकने के लिए, देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए, देश की सुरक्षा के लिए फिर एक बार BJP-NDA सरकार जरूरी है।

भाइयों और बहनों,

मोदी की गारंटी सबका साथ, सबका विकास की है। लेकिन सपा-कांग्रेस के इंडी-गठबंधन के लिए देश से भी पहले उनका वोटबैंक खास है। हमारा 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड हो या फिर भाजपा का संकल्प पत्र, हमारा जोर सैचुरेशन पर है। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सबको मिले, पूरा लाभ मिले, बिना बिचौलिया, बिना रिश्वत हकदार को मिले। यही भाजपा का सैचुरेशन मॉडल है। क्योंकि जहां सैचुरेशन होता है, वहां सभी हकदार को उसको हक मिलता है। हमारा सेकुलरिज्म भी यही है, सामाजिक न्याय भी यही है। बिना जाति, धर्म के भेदभाव के सबको मिलना चाहिए। सच्चा सामाजिक न्याय भी यही है जब आप बिना भेदभाव, बिना अपने-पराये, बिना रिश्वतखोरी, सबका हक पूरा करते हैं, तो इससे बड़ा सामाजिक न्याय क्या हो सकता है। आपने देखा होगा, फ्री राशन हो, मुफ्त इलाज हो, पक्का घर हो, टॉयलेट बनाना हो, गैस कनेक्शन हो, नल से जल हो, ये सारे लाभ हर लाभार्थी को मिले, बिना भेदभाव के मिले, ये मोदी की गारंटी है। अच्छा मेरा एक काम करोगे। सबलोग हाथ ऊपर करके बताओगे तो मैं बताऊंगा। पक्का करोगे, देखिए मैं दिन-रात मेहनत तो करता हूं, और यहां उत्तर प्रदेश में मेरी हर योजना को नीचे ले जाने में योगी जी रात-दिन मेहनत करते हैं। उनकी पूरी सरकार मेहनत करती है। फिर भी जब आप गांव में जाएंगे, इलाके में जाएंगे, सोसाइटी में जाएंगे। हो सकता है दो-चार ऐसे लोग मिल जाएं जिनको अब तक ये योजना नहीं पहुंची है। तो मेरा एक काम करेंगे। जिनको योजना नहीं पहुंची है उनकी सूची बनाना। और उनको कहना मोदी जी आगरा में आए थे, गारंटी दी है, कि जिनका बाकी रह गया है, तीसरे टर्म में उसका भी पूरा हो जाएगा। और आप देखिए, मेरे लिए तो आप सभी मोदी ही हैं। और इसलिए मेरी गारंटी आपके माध्यम से जरूर पहुंचेगी। साथियों, जब हम एक बाद एक गरीब के सशक्तिकरण के हम काम कर रहे हैं। गरीब को गरीबी को परास्त करने के लिए मजबूत कर रहे हैं। ये एक ऐसा मॉडल है जिस मॉडल की आज दुनिया के लोग चर्चा कर रहे हैं, क्योंकि हमने जो रास्ता अपनाया है। हमने जो मॉडल अपनाया है, उससे जो देश में 25 करोड़ देशवासी जो गरीबी की जिंदगी जीते थे, वो गरीबी से बाहर निकले हैं।

साथियों,

हमारे देश में हमने तुष्टिकरण की राजनीति बहुत देखी है। तुष्टिकरण की राजनीति ने देश को टुकड़ों-टुकड़ों में बांट के रख दिया है। तुष्टिकरण की राजनीति ने सच्चे और ईमानदारों के हक को डुबोया है। और इसीलिए अब मोदी तुष्टिकरण को समाप्त करके संतुष्टिकरण की ओर आगे बढ़ रहा है। हमारा रास्ता तुष्टिकरण का नहीं है, हमारा रास्ता संतुष्टिकरण है। सबका साथ सबका विकास ये मंत्र भी उसी का महामार्ग है लेकिन सपा-कांग्रेस का इंडी-गठबंधन घोर तुष्टिकरण में जुटा है। चौबीस के चुनाव में कांग्रेस ने जो मेनिफेस्टो जारी किया है, उस पर शतप्रतिशत, और ये मैंने पहले ही दिन कहा था आज नहीं कह रहा हूं। कांग्रेस के इस बार के मेनिफेस्टो पर शतप्रतिशत मुस्लिम लीग का ठप्पा लगा हुआ है, मुस्लिम लीग की छाप है। कांग्रेस का पूरा मेनिफेस्टो सिर्फ वोटबैंक को मजबूत करने के लिए समर्पित है। हमारा मेनिफेस्टो देश को मजबूत करने के लिए समर्पित है।

साथियों,

आजादी के बाद से ही ये स्पष्ट हो गया था कि भारत में धर्म के आधार पर कभी आरक्षण नहीं दिया जाएगा। ये संविधान सभा में चर्चा करने के बाद तय हुआ है। संविधान सभा में जो चर्चा हुई थी, जिसको बाबा साहेब अंबेडकर ने लिखा था। बाबा साहेब आंबेडकर की इच्छा थी, यही संविधान की मूल भावना है, यही सामाजिक न्याय है कि भारत में धर्म के आधार पर भारत का संविधान आरक्षण की सहमति नहीं देता है। लेकिन कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो आए दिन बाबा साहेब का अपमान करती है, संविधान का अपमान करती है और सामाजिक न्याय की धज्जियां उड़ाती है। इसी कांग्रेस ने कभी कर्नाटका में, कभी आंध्र प्रदेश में, कभी अपने घोषणापत्र में बार-बार धर्म के आधार पर आरक्षण की वकालत की। देश का संविधान, देश की अदालतें, कांग्रेस को ऐसा करने से बार-बार मना कर चुकी है। उनकी हर बात को देश की न्यायपालिका ने ठुकरा दिया है। और इसीलिए अब कांग्रेस ने पिछले दरवाजे से खेल खेलना शुरू किया है। एसी-एसटी-ओबीसी की आंख में धूल झोंककर पाप करने के रास्ते बनाने का काम किया है। अब कांग्रेस ने ठान लिया है कि वो धर्म के आधार पर रिजर्वेशन लाकर रहेगी। और इसके लिए कांग्रेस ने तरीका निकाला है जो ओबीसी का कोटा है, 27 परसेंट का जो ओबीसी का कोटा है, क्योंकि मैं भी उस समाज से आता हूं, इसलिए मुझे उसकी पूरी जानकारी है। ये जो 27 प्रतिशत आरक्षण का कोटा है, उन्होंने तय किया है कि उसमें कुछ चोरी कर लिया जाए। 27 परसेंट में से चोरी कर लिया जाए, छीन लिया जाए। चुपचाप छीन लिया जाए। और धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया जाए। का जो आरक्षण का कोटा उसमें से चुपचाप छीन लिया जाए और धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया जाए। क्या आपको ये मंजूर है, ये आप सहन कर सकते हैं, ये आप स्वीकार कर सकते हैं। देखिए कर्नाटका ने क्या किया। कर्नाटका की कांग्रेस की सरकार ने रातों-रात कर्नाटक में जितनी भी मुस्लिम जातियां हैं, छोटी-मोटी, धनी, पढ़ी-लिखी सब, सभी जातियों को रातों-रात कागज पर ठप्पा मारकर उनको ओबीसी बना दिया। और उनको कह दिया ये जो 27 परसेंट है न अब आप उसके मालिक हो, जाओ लूट लो। ओबीसी के हक पर डाका डाला है, ये डाका है कि नहीं है। जरा पूरी ताकत से बताइए भाई, ये डाका है कि नहीं है। जार इधर से माताएं-बहनें बताइए ये डाका है कि नहीं है। कांग्रेस का इरादा, यूपी में भी यही खेल खेलने का है, यही कारनामा दोहराने का है। देश में जहां-जहां मौका मिले, ये पिछले दरवाजे, चोरी-छिपे से, ओबीसी का हक लूट लेना, एसटी का लूट लेना, एससी का का हक ले लेना और उनको दे देना। और इसमें उसे समाजवादी पार्टी का पूरा साथ मिल रहा है।

आप याद कीजिए, 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस की केंद्र सरकार ने तब भी ऐसी ही कोशिश की थी। इन्होंने ओबीसी के आरक्षण का एक हिस्सा धर्म के आधार पर माइनॉरिटीज को देने का फैसला किया था। लेकिन तब ये अपने इरादों में सफल नहीं हुए थे। यूपी के लोगों को और विशेषकर OBC समुदाय को कांग्रेस और सपा का ये खतरनाक खेल मेरे ओबीसी भाइयों-बहनों को समझना पड़ेगा। दलितों को, वंचितों को, पिछड़ों को ये सपा-कांग्रेस का खेल समझना होगा। यहां यूपी में हमारे यादव, कुर्मी, मौर्या, कुशवाहा, जाट-गुज्जर, राजभर, तेली, पाल जैसी अनेक OBC जातियां हैं, उनका हक है, भारत के संविधान के अनुसार हक है। तो इनसे छीनकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस, अपने चहेते वोटबैंक को देना चाहती हैं। समाजवादी पार्टी, अपने वोटबैंक की खातिर यादवों-पिछड़ों से ही सबसे बड़ा विश्वासघात कर रही है। तुष्टिकरण में डूबी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस, दोनों की एक ही प्रकार की सोच है। यहां उत्तर प्रदेश में जो दो लड़कों में दोस्ती है, इसका भी आधार ये तुष्टिकरण की राजनीति है। दोनों मिलकर भाषण में तो OBC-OBC करते हैं और पिछले दरवाजे से OBC का हक छीनकर अपने वोटबैंक को देना चाहते हैं। आप मुझे बताइए...क्या आप कांग्रेस-सपा को ये पाप करने देंगे? ये बेइमानी करने देंगे। आपके अधिकार को लूटने देंगे।

भाइयों और बहनों,

योगी जी के मुख्यमंत्री बनने से पहले यहां इंडी गठबंधन वालों का नारा होता क्या होता था, आप भूल गए होंगे। क्योंकि योगी जी के राज में ऐसा होता नहीं है इसलिए आप भूल गए हो, मैं जरा याद कराना चाहता हूं, उस समय नारा क्या था - जो जमीन सरकारी है, वो जमीन हमारी है। होता था या नहीं? ऐसा नारा लगता था कि नहीं लगता था? लखनऊ में जो बैठी थी न वोट बैंक वाली सरकार उनका आशीर्वाद रहता था। योगी जी की सरकार आई, तो ऐसे लोगों को सही जगह पहुंचाया गया। लेकिन साथियों, अब कांग्रेस और इंडी गठबंधन वालों का नया प्लान सामने आया है। ये नया प्लान है: कांग्रेस की लूट, ज़िंदगी के साथ भी, ज़िंदगी के बाद भी। कांग्रेस के लोग कहते हैं, बार-बार कह रहे हैं, बड़े खुशमिजाज होकर कहते हैं, जैसे उन्होंने बहुत बड़ा तीर मार लिया। वो कहते हैं अब आप सबकी संपत्ति की जांच होगी। कांग्रेस के शहजादे की एक्स-रे मशीन, बहनों-बेटियों की अलमारियों में पहुंचेगी, शहजादे की एक्स-रे मशीन बैंकों के लॉकर पहुंचेगी, सबको खंगालेगी। अरे किसी गरीब मां ने कुछ अपनी बेटी के लिए बचाकर रखकर के ज्वार-बाजरे के डिब्बे में रखा है न तो उनकी एक्सरे वहां भी पहुंचेगी। जिन्होंने मंगलसूत्र दबाकर रखा है तो वहां भी इनकी एक्सरे पहुंचेगी। और थोड़ा बहुत ज़ेवर-गहना रखा होगा उस पर कब्जा करके ये लोग उसे अपने वोटबैंक में बांट देंगे। यहां तक की बहनों के मंगलसूत्र तक को नहीं छोड़ा जाएगा। यही इंडी गठबंधन वालों की नई योजना है। क्या आप इन्हें सफल होने देंगे? माताएं-बहनें आपके पास जो स्त्रीधन है, आपके पास जो मंगलसूत्र है क्या ये आप किसी को लेने देंगी। किसी सरकार को लेने देंगे। देश की कोई माता-बहन लेने देगी। अरे सर कटवा देगी लेकिन वो कभी नहीं देगी। ये इनको मालूम नहीं है।

साथियों,

आपसे आपकी संपत्ति छीनने की इंडी गठबंधन की योजना सिर्फ इतने पर ही नहीं रुकती है। अब कांग्रेस-सपा वाले इंडी गठबंधन का कहना है कि वो आपकी विरासत पर भी लूट करेंगे। आपकी विरासत का मतलब है दादा-दादी ने मेहनत करके बचाके बेटे को दिया है। आपके पिता ने मेहनत करके कुछ बचा करके आपके लिए रखा है, जिस दिन वो नहीं रहेंगे, तो फिर इंडी गठबंधन-कांग्रेस ने ये घोषणा की है कि वो आपके परिवार के लोगों को मिलने से पहले 55 प्रतिशत आधे से ज्यादा सरकार उस पर कब्जा कर लेगी। बाकी बचा वो आपके नसीब में आएगा। बताइए आपके माता-पिता की मेहनत को आप लूटने देंगे क्या? यानि आज जो संपत्ति आप आने वाली पीढ़ियों के लिए जोड़ रहे हैं, आपके बाद उस पर भी ये लोग आधे से ज्यादा टैक्स लगाकर लूटना चाहते हैं। अब मैं समझाता हूं, मान लीजिए, आपने अपने बच्चों के लिए 4 कमरे का घर बनाया है। तो आपके बाद सिर्फ 2 कमरे आपकी संतान को मिलेंगे और बाकी 2 कमरे कांग्रेस-सपा सरकार हड़प लेगी। मान लीजिए, आपके पास 10 बीघा खेत है, तो 5 बीघा ही आपके बच्चों को मिलेगा, बाकि कांग्रेस-सपा सरकार है वो हड़प लेगी। आप अपनी संपत्ति कांग्रेस-सपा के भ्रष्ट पंजे में जाने देंगे? जरा पूरी ताकत से बताइए, मुद्दा बड़ा गंभीर बनता जा रहा है। जाने देंगे? आपको गुस्सा आ रहा है कि नहीं आ रहा है?

साथियों,

SC/ST/OBC के हक पर डाका डालने और बहनों के मंगलसूत्र पर नज़र डालने से पहले जरा इंडी-गठबंधन वालों ये दीवार पर लिखा हुआ पढ़ लो और कान खोलकर सुन लो जब तक मोदी जिंदा है, ऐसा कोई भी पाप करने से पहले आपको मोदी से निपटना पड़ेगा। हमारा संकल्प है, जो भ्रष्टाचारी हैं, उनकी जांच होगी, जिन्होंने गरीबों को लूटा है, वो लूट का पैसा, गरीबों को वापस मिलेगा। ये जो भ्रष्टाचारी हैं, इनके पास से जो लूट का पैसा निकल रहा है, जो बंगले-गाड़ियां जब्त हो रही हैं, ये जनता को कैसे लौटाया जाए, इस पर मोदी तेजी से काम कर रहा है, रास्ता खोज रहा है। ये माताओं-बहनों की बचत पर नज़र गड़ाए हुए हैं, लेकिन मोदी माताओं-बहनों को संपत्ति में हकदार बनाने में मैं आपका चौकीदार बनकर खड़ा हूं। बीते 10 वर्षों में मोदी ने 4 करोड़ पक्के घर बनाए हैं। इनमें से 3 करोड़ से अधिक पक्के घर माताओं-बहनों के नाम किए गए हैं। ये मेरी माताओं-बहनों की ताकत है। मोदी ने बहनों के जनधन बैंक खाते खुलवाए, ताकि सरकारी लाभ का सीधा पैसा, घर की माता-बहन के खाते में जाए। और अब मोदी की गारंटी है कि 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाया जाएगा। आज देश का युवा आशावान है, आत्मविश्वास से भरा है, सामर्म्थ्यवान हैं, कर्तव्यवान हैं। और मुझे मेरे देश के युवाओं पर नाज है। मैं दुनिया में जाता हूं न तो मुझे लोग पूछते हैं, मोदी जी इतने बड़े-बड़े काम, इतने बड़े-बड़े सपने...मैंने कहा ये सपनों की ताकत मुझे मेरे देश के नौजवानों से मिलती है, उनके सामर्थ्य से मिलती है। आज देश में नए नए अवसर बन रहे हैं, नए-नए सेक्टर खुल रहे हैं। युवाओं की हर आकांक्षा का ध्यान हमारी सरकार रख रही है। युवाओं की सहायता के लिए मुद्रा लोन है, स्किल इंडिया मिशन है, स्टैंड अप इंडिया मिशन है। हमने नौकरियों में गैर-जरूरी इंटरव्यू खत्म किए, हमने स्थानीय भाषाओं में परीक्षा का प्रावधान किया, हमने सरकारी व्यवस्थाओं को फेसलेस बनाया।

साथियों,

दूसरी तरफ कांग्रेस है जिसने आजादी के बाद से ही भाई भतीजावाद को बढ़ाया, युवाओं की क्षमताओं को बर्बाद किया। अभी इसका ताजा प्रमाण मिला है। आप जरा सुनिए और लोगों को बताइए, शायद आपने अखबारों में भी पढ़ा होगा। ताजा प्रमाण मिला है, हमारे पड़ोस के राजस्थान में वहां कांग्रेस की सरकार थी। कांग्रेस के अपने लोगों ने कांग्रेस के मुख्यमंत्री के करीबी ने कल एक बड़ा चौंकाने वाला खुलासा किया है और सार्वजनिक रूप से किया है। और अभी तक कांग्रेस के मुंह पर ताले लगे हुए हैं। वो कह रहे हैं कि पेपरलीक, यानि नौजवानों के भविष्य के साथ इतना बड़ा खिलवाड़, वो कहते हैं कि राजस्थान में जो पेपरलीक हुआ, उसमें कांग्रेस की गहलोत सरकार खुद शामिल थी। और कोई और नहीं कह रहा है, कांग्रेस के मुख्यमंत्री के कार्यालय में काम करने वाले सज्जन थे, वो कह रहे हैं। आप बताइए नौजवानों इससे बड़ा पाप, इससे बड़ा धोखा मेरे देश के युवाओं के साथ नहीं हो सकता है। यानि राजस्थान में अब कांग्रेस का ही पेपरलीक हो गया है। यही कांग्रेस की सच्चाई है। इसलिए देश के युवाओं को, हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स को कांग्रेस से बहुत सतर्क रहना है।

भाइयों और बहनों,

भाजपा सरकार की पहचान ही, अच्छी सड़कें, आधुनिक रेल लाइन, मेट्रो सुविधाओं से है। कोविड में वैक्सीन की व्यवस्था, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 70 साल से ऊपर के लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड, हम आगरा, फतेहपुर-सीकरी सहित, इस पूरे क्षेत्र को पूरी दुनिया के निवेशकों और पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने में जुटे हैं। आप याद रखिएगा, ये अयोध्या में प्रभु राम मंदिर के दर्शन के लिए लोग आ रहे हैं न, लाखों लोग आ रहे हैं। काशी में जो कॉरिडोर बना है, लाखों लोग आ रहे हैं, आप मान के चलिए, वो निकलते हैं अयोध्या के लिए, वे निकलते हैं काशी के लिए लेकिन वो जरूर आगरा आकर जाते हैं। इसलिए यहां का टूरिज्म तो बढ़ने ही वाला है। आपके तो एक हाथ में दो-दो लड्डू है। आप याद रखिएगा आपका वोट एसपी सिंह बघेल जी और राजकुमार चाहर जी को तो मिलेगा ही, लेकिन जब आप वोट उनको देंगे न, तो उनको तो मिलेगा ही, लेकिन ये वोट मोदी को भी मिलेगा। तो आप मोदी को वोट देंगे, पक्का देंगे। इसलिए 7 मई को कुछ समय अपने इस सेवक के लिए ज़रूर निकालना है। कितनी ही गर्मी क्यों न हो, कितनी ही शादियां क्यों न हो, कितने ही निजी काम क्यों न हो, लेकिन जब मैं इतनी मेहनत करता हूं, दिन-रात मेहनत करता हूं, तो मतदान के दिन मेरा आपसे कुछ समय मांगने का हक बनता है कि नहीं बनता है। मैं इतना तो मांग सकता हूं कि नहीं मांग सकता हूं। मैं देशवासियों से इतना तो मांग सकता हूं न कि आप देश के लिए एक-दो घंटे निकालिए। गर्मी हो तो भी निकलिए, मतदान कीजिए। मतदान कराएंगे। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे। घर-घर जाएंगे। घर-घर जाकर के कहना मोदी जी आए थे, आप सबको राधे-राधे कहा है। पहुंचा देंगे राम-राम मेरा। मेरा राम-राम पहुंचा देंगे।
बोलिए...

भारत माता की जय !

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बहुत-बहुत धन्यवाद।

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November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
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जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।