QuoteThe people of Mewar’s intent for change in favour of the BJP are clearly visible in the whole of Rajasthan
QuoteCongress only promotes crime and violence against all, giving complete freedom to the forces of rioting, mafia rule and terror
QuoteCongress has failed to guarantee freedom and security to the women and girls of Rajasthan
QuoteCongress is only interested in looting the people and hence the record inflation and unemployment in Rajasthan.

भारत माता की, भारत माता की।
जय महाकाल
अनन्त भगवान की जय!
बिजासन माता की जय
कामखेड़ा बालाजी महाराज की जय!
सोरसण माताजी की जय!
मीन भगवान की जय!
ज्योतिबा फूले की जय!
भारत माता की
राम राम सा!

मेरे परिवारजनों,
मैं संत पीपा जी महाराज को भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ। यहां इतनी बड़ी संख्या में आप जनता जनार्दन के दर्शन का आज मुझे सौभाग्य मिला है। मैं अभी दुष्यंत जी से पूछ रहा था कि जहां मेरी नजर नहीं पहुंच रही वहां लोग हैं। तो मैंने कहा सुनाई कैसे देता होगा। मैंने कहा सुनाई कैसे देता होगा। उन्होंने कहा कि तीन बार माइक के ट्रायल लिए हैं और बोले कि मैं भरोसा देता हूं कि सुनाई देगा। उसके बावजूद भी इतनी बड़ी तादाद और वो भी सुबह के समय आना ये छोटा काम नहीं है जी। देखिए, मैं सालों तक भारतीय जनता पार्टी के संगठन के काम लगा रहा था। ये सत्ता, कुर्सी इस दुनिया में तो बड़ी देर से आया। जब संगठन का काम करता था और हमें अगर कोई बड़े से बड़ा नेता आने वाला हो और हमें कहे कि सुबह 11 बजे सभा करनी है तो हम हाथ जोड़कर कहते थे कि नहीं जी, सुबह मत दीजिए, लोगों को आना बड़ा मुश्किल हो जाता है। दो बजे के बाद दीजिए। क्योंकि 11- 12 बजे सभा करना बहुत मुश्किल होता है। मैं जिले के सभी कार्यकर्ताओं को इतनी बधाई देता हूं, इतनी बधाई देता हूं कि आपने इतना बड़ा कार्यक्रम कर दिया। वो भी सुबह के समय। आप सब, आप सब अभिनंदन के अधिकारी हैं और जनता-जनार्दन को विशेष रूप से कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं क्योंकि आपने मुझे दर्शन करने का सौभाग्य दिया। आपने हमें आशीर्वाद दिए। मैं इतनी बड़ी तादाद में माताओं-बहनों को देख रहा हूं। खाना पकाने का समय हो, रसोईघर छोड़ करके राजस्थान का भाग्य बनाने के लिए इतनी बड़ी मात्रा में माताओं का आना ये भी अपने आप में एक बहुत बड़ा शुभ संकेत है। ये प्यार, ये आशीर्वाद, दिखाता है कि मेवाड़-हाडौती के मन में राजस्थान का भविष्य और राजस्थान में परिवर्तन की भावना कितनी प्रचंड है। राजस्थान की यही पुकार- आ रही है भाजपा सरकार ! राजस्थान की यही पुकार, राजस्थान की यही पुकार- आ रही है भाजपा सरकार ! राजस्थान की यही पुकार... राजस्थान की यही पुकार...।

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साथियों,
यहां के लोगों से भाजपा का हमेशा से ही खास रिश्ता रहा है। बारां- झालावाड़ क्षेत्र ने भाजपा को राजस्थान के लिए दो-दो मुख्यमंत्री दिए हैं। इस साल हम स्व. भैरोसिंह शेखावत जी की जन्म शताब्दी मना रहे हैं। मैं उनकी कर्मस्थली पर भैरोसिंह जी को पुन: श्रद्धांजलि देता हूं।

मेरे परिवारजनों,
भारत की आज़ादी को 75 वर्ष पूरे हो गए हैं और अब हमारे सामने विकसित भारत का लक्ष्य है। ये राजस्थान को विकसित बनाए बिना भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य अधूरा है। लेकिन जबतक भ्रष्टाचार, परिवारवाद, और तुष्टिकरण नाम के देश के तीन दुश्मन हमारे बीच हैं, तबतक ये संकल्प पूरा होना मुश्किल है। कांग्रेस इन तीनों बुराइयों की सबसे बड़ी प्रतीक है। आजकल राजस्थान की लाल डायरी की सबसे अधिक चर्चा है। इस लाल डायरी के पन्ने जैसे-जैसे खुल रहे हैं, वैसे-वैसे जादूगर जी के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही हैं। इस लाल डायरी में साफ-साफ लिखा है कि कांग्रेस सरकार ने 5 वर्षों में आपके जल-जंगल और ज़मीन को कैसे बेचा है। सोरसेन गोडावण अभयारण्य में क्या हुआ, ये आप मुझसे ज्यादा जानते हैं। अवैध खनन के तार किससे जुड़ रहे हैं, ये किसी से छिपा नहीं है। मैंने कहीं पढ़ा कि कांग्रेस के विधायक ने यहां के मंत्री के लिए कहा है- भाया रे भाया खूब खाया, एक गांव तो पूरा ही खाया ! कांग्रेस में मंत्री हों, विधायक हों, सब बेलगाम हैं और जनता त्रस्त है। कांग्रेस ने राजस्थान की जनता को लुटेरों, दंगाइयों, अत्याचारियों, अपराधियों के हवाले कर दिया है। इसलिए आज राजस्थान का बच्चा-बच्चा कह रहा है- “गहलोत जी! कोनी मिलै वोट जी!” और मैं तो पिछले एक हफ्ते से छोटे-छोटे बच्चे के वीडियो देख रहा हूं सोशल मीडिया पर। छोटे-छोटे बच्चे बोल रहे हैं- “गहलोत जी...” । इतना बढ़िया वीडियो कोई बनाता है, इतना बढ़िया बच्चों के वीडियो बनाकर रखे हैं। और हर मां-बाप को लगता है कि वो भी अपने बच्चे का वीडियो सोशल मीडिया में डाल दें। और ये वाक्य बच्चे बोलते हैं। और कुछ लोगों ने ये भी करामात किए हैं...बच्चे हैं, बोलते हैं लेकिन आवाज मेरी निकालते हैं।

साथियों,
आज कांग्रेस के समर्थन से राजस्थान में समाज विरोधी ताकतों के हौसले बुलंद हैं। राजस्थान में इंसान का सरेआम गला काटा जा रहा है, जश्न मनाया जा रहा है। झालावाड़ में दलित युवक के साथ क्या हुआ, ये भी पूरे देश ने देखा है। तीज-त्योहार के लिए मशहूर राजस्थान में राम नवमी, होली, हनुमान जयंति, जैसे त्योहार दंगों की भेंट चढ़ गए हैं। कांग्रेस सरकार में छबड़ा और गंगधार में क्या हुआ था, ये क्या कोई भूल सकता है क्या? आप मुझे बताइए, ये दंगाइयों पर कड़ा एक्शन होना चाहिए था कि नहीं होना चाहिए था। वो जेल में होने चाहिए थे कि नहीं होने चाहिए थे। उनपे सजा होनी चाहिए थी कि नहीं होनी चाहिए थी। लेकिन यहां छबड़ा दंगों का आरोपी, मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर रेड कार्पेट पर चलता है।

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साथियों,
दंगाइयों के साथ-साथ कांग्रेस के मंत्री बहनों-बेटियों पर अत्याचार करने वालों के साथ भी मजबूती से खड़े रहते हैं। बीते 5 वर्षों में राजस्थान में रेप के मामलों में, बलात्कार के मामलों में गंभीर वृद्धि हुई। यहां मुख्यमंत्री के करीबी मंत्री विधानसभा में खड़े होकर, ऐसे अपराधियों को संरक्षण देते हैं। जब हमारी राजस्थान की बेटियां सुरक्षा के लिए सरकार को पुकार रही थी, तो सरकार कह रही थी कि फर्जी आरोप मत लगाओ। ये कांग्रेस वालों को राजस्थान की बेटियों के आंसू देखने की भी फुर्सत नहीं है। आप मुझे बताइए, राजस्थान के मेरे भाइयो-बहनों, क्या हमारे देश में ऐसे संस्कार हैं। क्या राजस्थान में ऐसे संस्कार हैं क्या कि कोई बहन-बेटी फर्जी मामले दर्ज कराए। ये बहन-बेटियों का अपमान है कि नहीं है, हमारे संस्कार का अपमान है कि नहीं है। हमारे माताओं के सम्मान पर चोट है कि नहीं है। ये कैसी भाषा बोल रहे हो रे। जो कांग्रेस सरकार, जान, माल और सम्मान की सुरक्षा तक नहीं कर सकती, उस सरकार को रहने का हक है क्या। एक पल भी रहने का हक है क्या। ऐसी सरकार जानी चाहिए कि नहीं जानी चाहिए। देखिए अभी-अभी दिवाली गई है। हमारी माताएं-बहनें 15-15 16-16 घंटे घर में काम करती है। हर दिन घर को साफ-सुथरा रखती है लेकिन जब दिवाली आती है न तो कोने-कोने में सफाई करती हैं। बारीक-बारीक सफाई करती हैं। खिड़की का कोना होगा न तो उसको भी सफाई करेगी, टीवी के पीछे भी सफाई कर देगी। इतनी बारीकी से सफाई करती हैं तब जाकरके दिवाली मनाती हैं। ये चुनाव भी दिवाली है, हम सबको मिलकर सफाई करनी है। करोगे, इस बार ऐसी सफाई करो, ऐसी सफाई करो, किसी कोने में भी कांग्रेस बचनी नहीं चाहिए। करोगे सफाई, पक्का करोगे, ये माताओं-बहनों से सीखोगे कुछ, तब जाकरके दिवाली मनेगी।

साथियों,
महिला सुरक्षा और महिला कल्याण, भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। अपनी बहनों को धुएं से मुक्ति मिले, इसके लिए आपके इस भाई ने मुफ्त गैस कनेक्शन दिए हैं। इस रक्षाबंधन पर भी हमने उज्जवला के गैस सिलेंडर के दाम में बड़ी राहत दी थी। अब राजस्थान भाजपा ने गैस के सिलेंडर को और भी सस्ते में देने का ऐलान किया है। और मैं भाजपा, पूरे प्रदेश के नेताओं का अभिनंदन करता हूं, उन्होंने ऐसा बढ़िया संकल्प पत्र दिया है। ऐसा बढ़िया मेनिफेस्टो दिया है। और यही तो डबल इंजन सरकार का डबल फायदा है। कांग्रेस गैस सिलेंडर को लेकर जो झूठ राजस्थान की बहनों-बेटियों से बोल रही है...उससे आपको ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। कांग्रेस का झूठ का सिलेंडर और भी महंगा है। राजस्थान की कांग्रेस की लुटेरी सरकार जनता से किस तरह खिलवाड़ करती है ये भी राजस्थान के लोग भलीभांति जानते हैं। कांग्रेस ने यहां बिजली के बिल कम करने की बात कही थी। कही थी कि नहीं कही थी। बिजली बिल कम करने के लिए कहा था। लेकिन अब राजस्थान के हजारों भाई-बहनों को गहलोत सरकार बिजली के बिल की रिकवरी के नोटिस भेज रही है। और यही कांग्रेस का दोगलापन है, यही कांग्रेस फरेब है, यही कांग्रेस का झूठ का गुब्बारा है।

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस की नीतियों के कारण आज राजस्थान उन राज्यों में से एक है जहां बेरोज़गारी हो या महंगाई, सबसे अधिक है। राजस्थान में भाजपा सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम किया था, लेकिन यहां की कांग्रेस सरकार ने टैक्स वापस बढ़ा कर लोगों की जेब काट ली है। आज इसलिए आपके पड़ोस में मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार, पेट्रोल सस्ता, राजस्थान के पड़ोस में हरियाणा, भाजपा सरकार पेट्रोल सस्ता, पड़ोस में गुजरात सरकार, भाजपा सरकार पेट्रोल सस्ता। लेकिन राजस्थान में प्रति लीटर, एक-एक लीटर पर करीब-करीब 12 रुपये ज्यादा, ये राजस्थान सरकार लूट रही है, महंगा दे रही है। मेरे राजस्थान के प्यारे भाइयों-बहनों मैं आपको गारंटी देता हूं, मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि 3 दिसंबर के बाद भाजपा सरकार बनते ही, यहां पेट्रोल-डीज़ल के दामों पर जनहित में समीक्षा की जाएगी, जनहित में फैसला लिया जाएगा।

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मेरे परिवारजनों,
हर गरीब की आंखों में कुछ सपने होते हैं, बेहतर भविष्य की उम्मीद होती है। लेकिन कांग्रेस के पेपरलीक माफिया ने गरीब के इन सपनों को भी चकनाचूर कर दिया। पेपरलीक माफिया ने एक-एक पेपर, लाखों में बेचा है। यहां के जो कर्मचारी हैं, उनकी ट्रांसफर-पोस्टिंग से भी कांग्रेस के नेताओं ने तिजोरियां भरी हैं। इससे जो काली कमाई बनाई, ये काला धन जो इकट्ठा किया न वो जयपुर में लॉकरों से बाहर निकल रहा है। आजकल कांग्रेस वाले एक-दूसरे को मिलते हैं न तो वो कहते हैं यार छोड़ो चुनाव, ये देखो कहीं लॉकर का पता न चल जाए। अब उनको न राजस्थान की चिंता है न खुद के चुनाव की चिंता है, कैसे भी करके लॉकर बचाना है। और मोदी ने तय किया है। एक-एक लॉकर खुलेगा। और लॉकर वाला लॉक में होगा। नोटों के ढेर और सोने की ईंटें... और आपको याद होना चाहिए ये सोना आलू से बना हुआ नहीं है। यही काला सोना, अब जादूगर जी को सोने नहीं दे रहा है। और अभी तो ये शुरुआत है। अभी तो एक ट्रेलर है, पूरी फिल्म अभी बाकी है। 3 दिसंबर को भाजपा सरकार बनने के बाद ये जांच और तेज होने वाली है। राजस्थान के लोगों को लूटने वाला कोई भी भ्रष्टाचारी बच नहीं सकता है।

मेरे परिवारजनों,
मैं आज मेरे दिल की बात आपको बता देता हूं। मेरे परिवारजनों, आपका सपना ही, मोदी का संकल्प है। मोदी जो भी गारंटी देता है, वो पूरी होकर रहती है। हमारा लक्ष्य है कि भाजपा सरकार की गरीब कल्याण की योजनाओं से कोई वंचित न रहे। इसके लिए 15 नवंबर को – एक बहुत बड़ा अभियान – विकसित भारत संकल्प यात्रा हमने शुरु की है। मोदी की गारंटी है कि हर गरीब के घर पक्की छत हो। सस्ती दवाई मिले, मुफ्त इलाज हो, मुफ्त अनाज की गारंटी भी मोदी ने दी है। केंद्र सरकार की जिन सुविधाओं का लाभ अब तक आपको नहीं मिला है, वो सुविधाएं देने के लिए मोदी की गारंटी वाली गाड़ी जल्द ही आपके इलाके में भी आ रही है।

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अच्छा भाई, आप एक मेरा काम करोगे। चुनाव जीतने के बाद करना है, करोगे। आप कहोगे मोदी कमाल आदमी है, अब चुनाव जीतने के बाद काम हमको बता रहा है। बताऊं क्या, करोगे। ये चुनाव जीतने के बाद करने वाला काम है, करोगे। देखिए, ये राजस्थान की सरकार के कारण, मेरा जो गरीबों को पक्के घर देने का काम है, वो थोड़ा धीरे चला है। इसलिए कहीं-कहीं ऐसे लोग रह गए हैं। जिनको अभी पक्का घर मिला नहीं है। मेरा एक काम जरूर करिए, अभी चुनाव में जब जाएंगे न तो कोई फुटपाथ पर रहता हो, कोई झुग्गी-झोपड़ी में रहता हो, कोई कच्चे मकान में रहता हो, उनको जरूर बताना कि मोदी जी की गारंटी है, राजस्थान में सरकार बनने के बाद तुम्हारा घर भी पक्का होकर रहेगा। ये बताओगे, ऐसे लोगों को खोज-खोज करके बताइए। आप देखना आपने जो भरोसा दिया है न, आपका भरोसा मोदी पूरा करेगा। और ये काम कोई बिचौलिया नहीं, दफ्तरों के चक्कर काटने का कोई झंझट नहीं, भाजपा सरकार सीधे आपके दरवाजे पर होगी।

साथियों,
यहां सहरिया समाज के हमारे बहुत अधिक परिवार रहते हैं। कांग्रेस ने हर सुविधा से सहरिया गांवों को, सहरिया बस्तियों को वंचित रखा। सहरिया समाज सहित सभी आदिवासी बहनों-भाइयों के लिए मोदी ने सरकार का खज़ाना खोल दिया है। 15 नवंबर को, जनजातीय गौरव दिवस पर मैंने आपके लिए पीएम जन मन महायोजना शुरु की है। ये पीएम जन मन महायोजना से सहरिया समाज जैसी देश की पिछड़ी जनजातियों के विकास पर विशेष बल दिया जाएगा। और इस योजना पर केंद्र की भाजपा सरकार 24 हज़ार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। जिन छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए आपको नेताओं के चक्कर लगाने पड़ते थे, उससे आपको छुटकारा मिलेगा। आदिवासी समाज में सिकल सेल अनीमिया की बीमारी को दूर करने के लिए भी हमने राष्ट्रीय अभियान शुरू किया है। आदिवासी बच्चों के लिए भाजपा सरकार ने राजस्थान में 30 से ज्यादा एकलव्य स्कूल भी खोले हैं।

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साथियों,
किसान कल्याण भाजपा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। झालावाड़ के संतरे पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। बारां के लहसुन का तड़का देश विदेश तक पहुंचे हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। राजस्थान भाजपा ने ये भी तय किया है कि सरकार बनने के बाद, पीएम किसान सम्मान निधि की राशि 12 हज़ार रुपए की जाएगी। किसानों को उचित मुआवज़ा मिले, इस पर ध्यान दिया जाएगा। यहां परवन सिंचाई परियोजना को कांग्रेस ने रोका है। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना, में भी कांग्रेस ने अड़ंगे लगाए हैं। भाजपा सरकार ऐसी हर सिंचाई परियोजना को तय समय पर पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

मेरे परिवारजनों,
राजस्थान की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए आपके सामने सबसे बड़ा काम है कांग्रेस को हटाना। हटाओगे, हटाओगे, एक-एक बूथ से हटाओगे, हर पोलिंग स्टेशन से हटाओगे, हर गांव से हटाओगे। राजस्थान के कोने-कोने से हटाओगे। लेकिन देखिए, आने वाले दिनों में शादी-ब्याह के बहुत बड़े-बड़े अवसर आ रहे हैं कहीं ऐसा तो न हो जाए कि आप शादी-ब्याह में व्यस्त हो जाएं और मतदान करने में मुसीबत आ जाए, ऐसा तो नहीं होगा न। कितनी ही बड़ी शादी हो, परिवार के सबसे निकट की शादी हो, लेकिन लोकतंत्र अवसर जाने मत देना, सुबह जल्दी-जल्दी जाकर मतदान अवश्य करना। करेंगे। शादी-ब्याह होंगे, तब भी करेंगे। अच्छा मेरा एक और काम करोगे। क्यों ठंडे पड़ गए भाई। जरा हाथ ऊपर करके बताओ तो बोलूं। ऐसे नहीं, ऐसे नहीं, पूरी ताकत से बताओ भाई। करेंगे। ये मेरा निजी काम है। चुनाव वाला काम नहीं है। करोगे। चुनाव वाला नहीं है तो भी करोगे। पक्का करोगे। देखिए ये मेरा पर्सनल काम है और मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि आप सब मेरी मदद कीजिए और मेरा ये पर्सनल काम पूरा कीजिए। करोगे, करोगे, काम बताऊं। याद रखोगे। देखिए, घर-घर जाना है। जाएंगे। और जाकर के कहना कि अपने मोदी जी अपने जिले में आए थे। क्या कहेंगे... अपने मोदी जी अपने जिले में आए थे। और उन्होंने सबको राम-राम कहा है। इतना कह दो, कह दो। देखिए, जब आप हर परिवार में जाकर मेरा राम-राम पहुंचा देंगे न तो हर परिवार से मुझे आशीर्वाद मिलेगा। हर आशीर्वाद मेरे लिए शक्ति बन जाता है। मेरा नया सामर्थ्य बन जाता है। मेरे संकल्प को अपार शक्ति का ........मिल जाता है और इसीलिए हर परिवार में जाकर मेरा राम-राम पहुंचाइए, हर परिवार का आशीर्वाद मुझे देश के लिए दौड़ने की ताकत देता है। करेंगे, अच्छा मेरा एक और काम है। आप करेंगे। मैं एक संकल्प बोलूंगा। उसके बाद आप लोग दोनों हाथ उठाकर के बोलना है- कमल चुनेगा राजस्थान। कमल चुनेगा राजस्थान, कमल चुनेगा राजस्थान।

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अब मैं मेरा संकल्प बताता हूं। आपको बोलना है- कमल चुनेगा राजस्थान।
सशक्त भारत, समृद्ध किसान...कमल चुनेगा राजस्थान
सशक्त भारत, समृद्ध किसान...कमल चुनेगा राजस्थान
सबको सेहत, सबका ध्यान... कमल चुनेगा राजस्थान
बहन बेटियों का होगा सम्मान...कमल चुनेगा राजस्थान
बढ़े युवा का स्वाभिमान...कमल चुनेगा राजस्थान
पेपर माफिया का काम तमाम...कमल चुनेगा राजस्थान।
भ्रष्टाचार की बंद होगी दुकान...कमल चुनेगा राजस्थान
मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • Jitendra Kumar May 14, 2025

    ❤️🇮🇳🙏🙏
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 20, 2024

    हर हर महादेव
  • JBL SRIVASTAVA May 27, 2024

    मोदी जी 400 पार
  • GANESH YADAV March 31, 2024

    जय श्री राम
  • Jayanta Kumar Bhadra February 14, 2024

    Jay hind
  • Jayanta Kumar Bhadra February 14, 2024

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  • Jayanta Kumar Bhadra February 14, 2024

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  • Jayanta Kumar Bhadra February 14, 2024

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Our government is making the vision of women-led development the axis of development: PM Modi in Bhopal, Madhya Pradesh
May 31, 2025
QuotePM inaugurates, lays foundation stone of multiple development projects in Bhopal
QuoteThe name of Lokmata Devi Ahilyabai Holkar fills us with reverence, Words fall short to speak about her great personality: PM
QuoteDevi Ahilyabai was a great guardian of India's heritage: PM
QuoteMata Ahilyabai is a symbol of invaluable contribution of our women power in nation building: PM
QuoteOur government is making the vision of women-led development the axis of development: PM
QuoteThe Namo Drone Didi campaign is encouraging the rural women, increasing their income: PM
QuoteToday, a large number of women scientists are working in all our major space missions: PM
QuoteOperation Sindoor has also become a symbol of the strength of our women power: PM

मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्रीमान मंगुभाई पटेल, हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन यादव जी, टेक्नोलॉजी के माध्यम से हमारे साथ जुड़े हुए केंद्रीय मंत्री, इंदौर से तोखन साहू जी, दतिया से राम मोहन नायडू जी, सतना से मुरलीधर मोहोल जी, यहां मंच पर उपस्थित राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा जी, राजेंद्र शुक्ला जी, लोकसभा में मेरे साथी वी डी शर्मा जी, अन्य मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण और विशाल संख्या में आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।

सबसे पहले मैं मां भारती को भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी बहनों के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं।

भाइयों और बहनों,

आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की तीन सौवीं जन्म जयंती है।140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है, राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भागीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है। देवी अहिल्याबाई कहती थीं, कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। आज का कार्यक्रम, उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है। दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। ये सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के अनेक नए अवसर बनाएंगे। मैं आज इस पवित्र दिवस पर विकास के इन सारे कामों के लिए आप सबको, पूरे मध्य प्रदेश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

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साथियों,

लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर, ये नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं, कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है, तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है। ढाई-तीन सौ साल पहले, जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय ऐसे महान कार्य कर जाना, कि आने वाली अनेक पीढ़ियां उसकी चर्चा करें, ये कहना तो आसान है, करना आसान नहीं था।

साथियों,

लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभु सेवा और जन सेवा, इसे कभी अलग नहीं माना। कहते हैं, वे हमेशा शिवलिंग अपने साथ लेकर चलती थीं। उस चुनौतीपूर्ण कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व कांटों से भरा ताज, कोई कल्पना कर सकता है, कांटों से भरा ताज पहनने जैसा वो काम, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी। उन्होंने गरीब से गरीब को समर्थ बनाने के लिए काम किया। देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया, उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया। औऱ ये मेरा सौभाग्य है कि जिस काशी में लोकमाता अहिल्याबाई ने विकास के इतने काम किए, उस काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया है। आज अगर आप काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन करने जाएंगे, तो वहां आपको देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी वहाँ पर मिलेगी।

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साथियों,

माता अहिल्याबाई ने गवर्नेंस का एक ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई। रोजगार के लिए, उद्यम बढ़ाने के लिए उन्होंने अनेक योजनाओं को शुरू किया। उन्होंने कृषि और वन-उपज आधारित कुटीर उद्योग और हस्तकला को प्रोत्साहित किया। खेती को बढ़ावा देने के लिए, छोटी-छोटी नहरों की जाल बिछाई, उसे विकसित किया, उस जमाने में आप सोचिए 300 साल पहले। जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कितने ही तालाब बनवाए और आज तो हम लोग भी लगातार कह रहे हैं, catch the rain, बारिश के एक एक बूंद पानी को बचाओ। देवी अहिल्या जी ने ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमें ये काम बताया था। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया। आज ढाई सौ-तीन सौ साल के बाद भी हमें बार बार किसानों को कहना पड़ता है, कि crop diversification बहुत जरूरी है। हम सिर्फ धान की खेती करके या गन्ने की खेती करके अटक नहीं सकते, देश की जरूरतों को, सारी चीजों को हमें diversify करके उत्पादित करना चाहिए। उन्होंने आदिवासी समाज के लिए, घुमन्तु टोलियों के लिए, खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। ये मेरा सौभाग्य है, कि मुझे एक आदिवासी बेटी, आज जो भारत के राष्ट्रपति पद पर विराजमान है, उनके मार्गदर्शन में मेरे आदिवासी भाई-बहनों की सेवा करने का मौका मिला है। देवी अहिल्या ने विश्व प्रसिद्ध माहेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए और बहुत कम लोगों को पता होगा, कि देवी अहिल्या जी हूनर की पारखी थी और वो जूनागढ़ से गुजरात में, जूनागढ़ से कुछ परिवारों को माहेश्वर लाईं और उनको साथ जोड़कर के, आज से ढाई सौ-तीन सौ साल पहले ये माहेश्वरी साड़ी का काम आगे बढ़ाया, जो आज भी अनेक परिवारों को वो गहना बन गया है, और जिससे हमारे बुनकरों को बहुत फायदा हुआ।

साथियों,

देवी अहिल्याबाई को कई बड़े सामाजिक सुधारों के लिए भी हमेशा याद रखा जाएगा। आज अगर बेटियों की शादी की उम्र की चर्चा करें, तो हमारे देश में कुछ लोगों को सेक्यूलरिज्म खतरे में दिखता है, उनको लगता है ये हमारे धर्म के खिलाफ है। ये देवी अहिल्या जी देखिए, मातृशक्ति के गौरव के लिए उस जमाने में बेटियों की शादी की उम्र के विषय में सोचती थीं। उनकी खुद की शादी छोटी उम्र में हुई थी, लेकिन उनको सब पता था, बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता होना चाहिए। ये देवी अहिल्या जी थीं, उन्होंने महिलाओं का भी संपत्ति में अधिकार हो, जिन स्त्रियों के पति की असमय मृत्यु हो गई हो, वो फिर विवाह कर सकें, उस कालखंड में ये बातें करना भी बहुत मुश्किल होता था। लेकिन देवी अहिल्याबाई ने इन समाज सुधारों को भरपूर समर्थन दिया। उन्होंने मालवा की सेना में महिलाओं की एक विशेष टुकड़ी भी बनाई थी। ये पश्चिम की दुनिया के लोगों को पता नहीं है। हमें कोसते रहते हैं, हमारी माताओं बहनों के अधिकारों के नाम पर हमें नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमारे देश में सेना में महिलाओं का होना, साथियों महिला सुरक्षा के लिए उन्होंने गांवों में नारी सुरक्षा टोलियां, ये भी बनाने का काम किया था। यानी माता अहिल्याबाई, राष्ट्र निर्माण में हमारी नारीशक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक हैं। मैं, समाज में इतना बड़ा परिवर्तन लाने वाली देवी अहिल्या जी को आज श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं, उनके चरणों में प्रणाम करता हूं और मैं उनसे प्रार्थना करता हूं, कि आप जहां भी हों, हम सभी पर अपना आशीर्वाद बरसाए।

साथियों,

देवी अहिल्या का एक प्रेरक कथन है, जो हम कभी भूल नहीं सकते। और उस कथन का अगर मोटे-मोटे शब्दों में मैं कहूं, उसका भाव यही था, कि जो कुछ भी हमें मिला है, वो जनता द्वारा दिया ऋण है, जिसे हमें चुकाना है। आज हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के इन्हीं मूल्यों पर चलते हुए काम कर रही है। नागरिक देवो भव:- ये आज गवर्नेंस का मंत्र है। हमारी सरकार, वीमेन लेड डवलपमेंट के विजन को विकास की धुरी बना रही है। सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं-बहनें-बेटियां हैं। आप भी जानती हैं, गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं और इनमें से अधिकतर घर हमारी माताओं-बहनों के नाम पर हैं, मालिकाना हक मेरी माताओं-बहनों को दिया है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं ऐसी हैं, जिनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति दर्ज हुई है। यानी देश की करोड़ों बहनें पहली बार घर की मालकिन बनी हैं।

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साथियों,

आज सरकार, हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं-बहनों को असुविधा न हो, बेटियां अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें। करोड़ों बहनों के पास पहले, बिजली, एलपीजी गैस और टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने पहुंचाईं। और ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारी तरफ से एक नम्र प्रयास है। इससे गांव की, गरीब परिवारों की माताओं-बहनों के जीवन से अनेक मुश्किलें कम हुईं हैं।

साथियों,

पहले माताएं-बहनें अपनी बीमारियां छुपाने पर मजबूर थीं। गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से बचती थीं। उनको लगता था, कि इससे परिवार पर बोझ पड़ेगा और इसलिए दर्द सहती थीं, लेकिन परिवार में किसी को बताती नहीं थीं। आयुष्मान भारत योजना ने उनकी इस चिंता को भी खत्म किया है। अब वो भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकती हैं।

साथियों,

महिलाओं के लिए पढ़ाई और दवाई के साथ ही जो बहुत जरूरी चीज है, वो कमाई भी है। जब महिला की अपनी आय होती है, तो घर में उसका स्वाभिमान और बढ़ जाता है, घर के निर्णयों में उसकी सहभागिता और बढ़ जाती है। बीते 11 वर्षों में हमारी सरकार ने देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया है। आप कल्पना कर सकते है, 2014 से पहले, आपने मुझे सेवा करने का मौका दिया उसके पहले, 30 करोड़ से ज्यादा बहनें ऐसी थीं, जिनका कोई बैंक खाता तक नहीं था। हमारी सरकार ने इन सभी के बैंक में जनधन खाते खुलवाए, इन्हीं खातों में अब सरकार अलग-अलग योजनाओं का पैसा सीधा उनके खाते में भेज रही है। अब वे गांव हो या शहर अपना कुछ ना कुछ काम कर रही हैं, आर्थिक उपार्जन कर रही हैं, स्वरोजगार कर रही हैं। उन्हें मुद्रा योजना से बिना गारंटी का लोन मिल रहा है। मुद्रा योजना की 75 प्रतिशत से ज्यादा लाभार्थी, ये हमारी माताएं-बहनें-बेटियां हैं।

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साथियों,

आज देश में 10 करोड़ बहनें सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जुड़ी हैं, जो कोई न कोई आर्थिक गतिविधि करती हैं। ये बहनें अपनी कमाई के नए साधन बनाएं, इसके लिए सरकार लाखों रुपयों की मदद कर रही है। हमने ऐसी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। मुझे संतोष है कि अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा बहनें, लखपति दीदी बन भी चुकी हैं। अब गांव-गांव में बैंक सखियां लोगों को बैंकिंग से जोड़ रही हैं। सरकार ने बीमा सखियां बनाने का अभियान भी शुरु किया है। हमारी बहनें-बेटियां अब देश को बीमा की सुरक्षा देने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभा रही हैं।

साथियों,

एक समय था, जब नई टेक्नोलॉजी आती थी, तो उससे महिलाओं को दूर रखा जाता था। हमारा देश आज उस दौर को भी पीछे छोड़ रहा है। आज सरकार का प्रयास है कि आधुनिक टेक्नॉलॉजी में भी हमारी बहनें, हमारी बेटियां आगे बढ़कर के नेतृत्व दें। अब जैसे आज खेती में ड्रोन क्रांति आ रही है। इसको हमारी गांव की बहनें ही नेतृत्व दे रही हैं। नमो ड्रोन दीदी अभियान से गांव की बहनों का हौसला बढ़ रहा है, उनकी कमाई बढ़ रही है और गांव में उनकी एक नई पहचान बन रही है।

साथियों,

आज बहुत बड़ी संख्या में हमारी बेटियां वैज्ञानिक बन रही हैं, डॉक्टर-इंजीनियर और पायलट बन रही हैं। हमारे यहां साइंस और मैथ्स पढ़ने वाली बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज जितने भी हमारे बड़े स्पेस मिशन हैं, उनमें बड़ी संख्या में वैज्ञानिक के नाते हमारी माताएं-बहनें-बेटियां काम कर रही हैं। चंद्रयान थ्री मिशन, पूरा देश गौरव कर रहा है। चंद्रयान थ्री मिशन में तो 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं। ऐसे ही जमाना स्टार्ट अप्स का है, स्टार्ट अप्स के क्षेत्र में भी हमारी बेटियां अदभुत काम कर रही हैं। देश में लगभग पैंतालीस परसेंट स्टार्ट अप्स की, उसमे कम से कम एक डायरेक्टर कोई न कोई हमारी बहन है, कोई न कोई हमारी बेटी है, महिला है। और ये संख्या लगातार बढ़ रही है।

साथियों,

हमारा प्रयास है, कि नीति निर्माण में बेटियों की भागीदारी लगातार बढ़े। बीते एक दशक में इसके लिए एक के बाद एक अनेक कदम उठाए गए हैं। हमारी सरकार में पहली बार पूर्ण कालिक महिला रक्षामंत्री बनीं। पहली बार देश की वित्तमंत्री, एक महिला बनीं। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक, महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बार 75 सांसद महिलाएं हैं। लेकिन हमारा प्रयास है कि ये भागीदारी और बढ़े। नारीशक्ति वंदन अधिनियम के पीछे भी यही भावना है। सालों तक इस कानून को रोका गया, लेकिन हमारी सरकार ने इसे पारित करके दिखाया। अब संसद और विधानसभाओं में महिला आरक्षण पक्का हो गया है। कहने का अर्थ ये है कि भाजपा सरकार, बहनों-बेटियों को हर स्तर पर, हर क्षेत्र में सशक्त कर रही है।

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साथियों,

भारत संस्कृति और संस्कारों का देश है। और सिंदूर, ये हमारी परंपरा में नारीशक्ति का प्रतीक है। राम भक्ति में रंगे हनुमान जी भी सिंदूर को ही धारण किए हुए हैं। शक्ति पूजा में हम सिंदूर का अर्पण करते हैं। और यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है।

साथियों,

पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है। उन्होंने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की है। और सबसे बड़ी बात, आतंकवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी है। ये चुनौती, आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई है काल। ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवादियों के खिलाफ भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन है। जहां पाकिस्तान की सेना ने सोचा तक नहीं था, वहां आतंकी ठिकानों को हमारी सेनाओं ने मिट्टी में मिला दिया। सैंकड़ों किलोमीटर अंदर घुसकर के मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर ने डंके की चोट पर कह दिया है, कि आतंकवादियों के जरिए छद्म युद्ध, proxy war नहीं चलेगा। अब घर में घुसकर भी मारेंगे और जो आतंकियों की मदद करेगा, उसको भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अब भारत का एक-एक नागरिक कह रहा है, 140 करोड़ देशवासियों की बुलंद आवाज कह रही है- अगर, अगर तुम गोली चलाओगे, तो मानकर चलों गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारीशक्ति के सामर्थ्य का भी प्रतीक बना है। हम सभी जानते हैं, कि BSF का इस ऑपरेशन में कितना बड़ा रोल रहा है। जम्मू से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सीमा तक बड़ी संख्या में BSF की हमारी बेटियां मोर्चे पर रही थीं, मोर्चा संभाल रही थीं। उन्होंने सीमापार से होने वाली फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स से लेकर दुश्मन की पोस्टों को ध्वस्त करने तक, BSF की वीर बेटियों ने अद्भुत शौर्य दिखाया है।

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साथियों,

आज दुनिया, राष्ट्ररक्षा में भारत की बेटियों का सामर्थ्य देख रही है। इसके लिए भी बीते दशक में सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। स्कूल से लेकर युद्ध के मैदान तक, आज देश अपनी बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व भरोसा कर रहा है। हमारी सेना ने पहली बार सैनिक स्कूलों के दरवाज़े बेटियों के लिए खोले हैं। 2014 से पहले एनसीसी में सिर्फ 25 प्रतिशत कैडेट्स ही बेटियां होती थीं, आज उनकी संख्या 50 प्रतिशत की तरफ आगे बढ़ रही है। कल के दिन देश में एक औऱ नया इतिहास बना है। आज अखबार में देखा होगा आपने, नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी NDA से महिला कैडेट्स का पहला बैच पास आउट हुआ है। आज सेना, नौसेना और वायुसेना में बेटियां अग्रिम मोर्चे पर तैनात हो रही हैं। आज फाइटर प्लेन से लेकर INS विक्रांत युद्धपोत तक, वीमेन ऑफीसर्स अपनी जांबाजी दिखा रही हैं।

साथियों,

हमारी नौसेना की वीर बेटियों के साहस का ताज़ा उदाहरण भी देश के सामने है। आपको मैं नाविका सागर परिक्रमा के बारे में बताना चाहता हूं। नेवी की दो वीर बेटियों ने करीब ढाई सौ दिनों की समुद्री यात्रा पूरी की है, धरती का चक्कर लगाया है। हज़ारों किलोमीटर की ये यात्रा, उन्होंने ऐसी नाव से की जो मोटर से नहीं बल्कि हवा से चलती है। सोचिए, ढाई सौ दिन समंदर में, इतने दिनों तक समंदर में रहना, कई कई हफ्ते तक जमीन के दर्शन तक नहीं होना और ऊपर से समंदर का तूफान कितना तेज होता है, हमें पता है, खराब मौसम, भयानक तूफान, उन्होंने हर मुसीबत को हराया है। ये दिखाता है, कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो, भारत की बेटियां उस पर विजय पा सकती हैं।

साथियों,

नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन हों या फिर सीमापार का आतंक हो, आज हमारी बेटियां भारत की सुरक्षा की ढाल बन रही हैं। मैं आज देवी अहिल्या की इस पवित्र भूमि से, देश की नारीशक्ति को फिर से सैल्यूट करता हूं

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साथियों,

देवी अहिल्या ने अपने शासनकाल में विकास के कार्यों के साथ साथ विरासत को भी सहेजा। आज का भारत भी विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चल रहा है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को देश कैसे गति दे रहे है, आज का कार्यक्रम इसका उदाहरण है। आज मध्य प्रदेश को पहली मेट्रो सुविधा मिली है। इंदौर पहले ही स्वच्छता के लिए दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। अब इंदौर की पहचान उसकी मेट्रो से भी होने जा रही है। यहां भोपाल में भी मेट्रो का काम तेज़ी से चल रहा है। मध्य प्रदेश में, रेलवे के क्षेत्र में व्यापक काम हो रहा है। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने रतलाम-नागदा रूट को चार लाइनों में बदलने के लिए स्वीकृति दे दी है। इससे इस क्षेत्र में और ज्यादा ट्रेनें चल पाएंगी, भीड़भाड़ कम होगी। केंद्र सरकार ने इंदौर–मनमाड रेल परियोजना को भी मंजूरी दे दी है।

साथियों,

आज मध्य प्रदेश के दतिया और सतना भी हवाई यात्रा के नेटवर्क से जुड़ गए हैं। इन दोनों हवाई अड्डों से बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। अब माँ पीतांबरा, मां शारदा देवी और पवित्र चित्रकूट धाम के दर्शन करना और सुलभ हो जाएगा।

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साथियों,

आज भारत, इतिहास के उस मोड़ पर है, जहां हमें अपनी सुरक्षा, अपने सामर्थ्य और अपनी संस्कृति, हर स्तर पर काम करना है। हमें अपना परिश्रम बढ़ाना है। इसमें हमारी मातृशक्ति, हमारी माताओं-बहनों-बेटियों की भूमिका बहुत बड़ी है। हमारे सामने लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी की प्रेरणा है। रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी कमलापति, अवंतीबाई लोधी, कित्तूर की रानी चेनम्मा, रानी गाइडिन्ल्यू, वेलु नाचियार, सावित्री बाई फुले, ऐसे हर नाम हमें गौरव से भर देते हैं। लोकमाता अहिल्याबाई की ये तीन सौवीं जन्मजयंती, हमें निरंतर प्रेरित करती रहे, आने वाली सदियों के लिए हम एक सशक्त भारत की नींव मजबूत करें, इसी कामना के साथ आप सभी को फिर से एक बार बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। अपना तिरंगा ऊपर उठाकर के मेरे साथ बालिए –

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!