There's a race between Congress and JMM in Jharkhand - a race of corruption and looting: PM Modi in Singhbhum
BJP has given a new identity to Bhagwan Birsa Munda's birthday by celebrating it as Janjatiya Gaurav Diwas: PM Modi
Congress opposes respect for tribal history and the progress of tribal society: PM Modi in Singhbhum rally
Jharkhand is echoing, "Phir Ek Baar, Modi Sarkar!": PM Modi in Singhbhum rally

जोहार..ये महान आदिवासी क्रांतिकारियों की धरती है। ये भगवान बिरसा मुंडा की भूमि है। इस धरती को, सिंहभूम को मेरा प्रणाम..मेरा शत्-शत् नमन। आज आप इतनी बड़ी संख्या में हम सबको आशीर्वाद देने आए हैं, आपका ये प्यार, आपका ये आशीर्वाद, ये ही मोदी की ताकत है।

साथियों,

भाजपा और झारखंड का ये जो रिश्ता है ना वो रिश्ता दिल का है। झारखंड को, यहां के लोगों की भावनाओं को अगर कोई समझता है और अगर सुलझाता है वो सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही है। हमें हमेशा पता होता है कि आपके मन में क्या है? यहां के लोग क्या चाहते थे? अलग झारखंड बने, किसने बनाया, अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया भाजपा ने बनाया। कांग्रेस ने क्या किया? झारखंड का घोर-विरोध किया और बिहार के कुछ नेता तो चिल्ला-चिल्लाकर कहते थे कि मेरे डेडबॉडी पर झारखंड बनेगा। वो आजकल इंडी अलायंस में बैठे हुए हैं। ये भाजपा की ताकत थी, अटल बिहारी वाजपेयी की दीर्घ दृष्टि थी कि झारखंड बना। यहां के विकास पर ब्रेक लगा देने वाली कौन कांग्रेस, कांग्रेस को मंजूर नहीं था कि यहां के संसाधन आपके काम आए। वो दिल्ली के एयर कंडीशनर कमरों में बैठकर यहां की योजनाएं बनाते थे, एक रुपया देते थे उसमें से 85 पैसा मार लेते थे। मोदी ने कहा पूरा अगर एक रुपया भेजता हूं तो पूरा 100 पैसा सीधा आपके अकाउंट में जाएगा। मोदी ने कहा योजना सिर्फ दिल्ली से ही क्यों शुरू हो? क्या सब कुछ दिल्ली से ही होगा क्या? क्या मेरा झारखंड दिल्ली से कम है क्या? देश के हर कोने से शुरू हो, हमने बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की, कहां से की झारखंड की भूमि से की और आज इस योजना से करोड़ों गरीबों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। मुद्रा योजना शुरू की नौजवानों के हाथ को मजबूत करने वाली, नौजवानों को अवसर देने वाली, मुद्रा योजना देश के युवाओं का भाग्य बदलने वाली इतनी बड़ी योजना कहां से शुरू हुई हमने झारखंड के दुमका से उसका प्रारंभ किया। मुद्रा योजना ने करोड़ों नौजवानों को अपने मन का काम करने के लिए पैसे दिए। पीएम जनमन योजना कहां से शुरू हुई झारखंड से, भगवान बिरसा मुंडा के गांव से 24000 करोड़ रुपए की ये योजना अति पिछड़े आदिवासी भाई-बहनों की जिंदगी बदल रही है। विकसित भारत वाली मोदी की गारंटी की गाड़ी कहां से शुरू हुई यहां झारखंड के खूंटी से और इसलिए तो मैं कहता हूं झारखंड और भाजपा का दिल का नाता है दिल का। और मेरे लिए दिल्ली से बढ़कर ये दिल का नाता है झारखंड का। और इसलिए आज झारखंड हर कोने में विश्वास के साथ उमंग के साथ उस उत्साह के साथ एक ही बात कह रहा है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार... फिर एक बार..।

साथियों,

सिंहभूम और झारखंड की धरती आदिवासी क्रांतिकारियों की धरती है, लेकिन कांग्रेस ने आदिवासियों के बलिदान को कभी सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस आजादी का पूरा श्रेय केवल एक परिवार को देना चाहती है। ये भाजपा है जिसने भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन को एक और पहचान दी। हमने इस दिन को जनजातीय गौरव दिवस मनाने की शुरुआत की है। देश के कोने-कोने में भगवान बिरसा मुंडा का जय गान शुरू किया है। मैंने खुद रांची में भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान स्थल पर म्यूजियम का लोकार्पण किया है। हम देशभर में आदिवासी गौरव के लिए जनजातीय म्यूजियम बना रहे हैं, लेकिन साथियों, कांग्रेस और उसके साथी क्या कहते हैं ये भी आपके लिए जानना जरूरी है, कांग्रेस को आदिवासी इतिहास का सम्मान पसंद नहीं है वो आप जनजातीय समाज के लोगों को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते। साथियों, देश की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी पहले झारखंड की ही राज्यपाल थी। याद है ना, कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने एक आदिवासी महिला को भारत के राष्ट्रपति बनाने का घोर विरोध किया। आदिवासी महिला भी देश के सर्वोच्च पद पर बैठ सकती है इस बात को पचा नहीं पा रहे थे।

साथियों,

झारखंड के जल, जंगल, जमीन पर हमारे आदिवासी भाई-बहनों का अधिकार है लेकिन जेएमएम और कांग्रेस इसे अपनी जागीर समझते हैं तभी तो झारखंड के हर संसाधन की खुली लूट चल रही है। इतना बड़ा शराब घोटाला यहां की झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार ने किया, पूरे राज्य के खान खनिज को, बालू को अवैध खनन कर लूटा जा रहा है और पार्टी के छुटभैया नेता से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री तक सबके सब इसमें जुटे हैं। उनके इलाके में ही सैकड़ों करोड़ रुपयों के अवैध खनन घोटाला हुआ है और ये लोग इतने पर ही नहीं रुके इन्होंने आदिवासी की जमीनें लूटने के बाद हमारे देश की सेना, सेना की जमीन पर भी आंख गड़ा कर रखी है, इतना बड़ा जमीन घोटाला जेएमएम के लोगों ने किया है। कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मिलकर झारखंड के मान-सम्मान को चोट पहुंचाई है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं, यहां नौजवानों से पूछना चाहता हूं, मैं मेरी माताओं-बहनों से पूछना चाहता हूं क्या झारखंड को लूटने वाले को आप इन्हें माफ कर देंगे क्या? माफ करेंगे क्या? माफ करेंगे क्या? साथियों, कांग्रेस और जेएमएम में बहुत बड़ी रेस चल रही है लूट करने की रेस, भ्रष्टाचार करने की रेस, यहां कांग्रेसी सांसद के ठिकाने से 300 करोड़ रुपए नगद बरामद हुए। 300 करोड़ से ज्यादा केवल कैश नगद और आपने देखा होगा बैंकों से नोटें गिनने के लिए मशीनें लानी पड़ीं और मशीनें हांफती थी, नोटे गिनते-गिनते, थक जाती थी। झारखंड को लूटने की रेस कहां-कहां तक पहुंच गई है? भाइयों-बहनों, आप मुझे जवाब दीजिए ये जो लूट का पैसा निकल रहा है मैं आपसे पूछना चाहता हूं ये पैसा किसका है? ये पैसा किसका है? ये पैसा किसका है? ये पैसा ये संपत्ति ये मेरे झारखंड के गांव, गरीब, मजदूर, किसान, दलित, आदिवासी ये आपका पैसा है। ये आपके पैसे की लूट है कि नहीं है.. ये आपके पैसे की लूट है कि नहीं है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस और जेएमएम आपसे किस मुंह से वोट मांगने आते हैं। ये कितने बेशर्म हैं, लूट में पकड़े जाते हैं पर परवाह नहीं है, अब उनको दिल्ली में सरकार क्यों बनानी है? क्या आपका भला करने के लिए सरकार बनानी है क्या? क्या देश के नौजवानों का भविष्य बनाने के लिए सरकार बनानी है क्या? क्या ये दिल्ली में सरकार बनाकर ये पूरे देश में बेलगाम लूट नहीं करेंगे तो क्या करेंगे? 2014 के पहले भी इस देश को लूटने के सिवाय इन्होंने कुछ भी नहीं किया है। साथियों, इंडी गठबंधन ने झारखंड के साथ सबसे बड़ा धोखा किया है, जिस आरजेडी ने अलग झारखंड का सबसे ज्यादा विरोध किया, जिस नेता ने यहां सबसे ज्यादा अत्याचार किए, आज झारखंड मुक्ति मोर्चा उन्हीं की गोद में जाकर के बैठ गया है उनके साथ गठबंधन किया है जो इंडी गठबंधन बिहार में जंगल राज लाया था, वही जंगल राज ये लोग झारखंड में और ज्यादा फैलाने में लगे हुए हैं। अब तो आए दिन यहां व्यापारियों को फिरौती के लिए फोन आते हैं, अपराधियों को सीधे सरकार से संरक्षण मिल रहा है। इनकी सरकार में आदिवासियों की सरेआम हत्या होती है, ये आदिवासी समाज में अपराधियों का डर कायम रखना चाहते हैं, आप मुझे बताइए झारखंड को भ्रष्टाचार और जंगल राज की आग में झोंकने वाले को सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? सजा मिलनी चाहिए कि नहीं..सजा मिलनी चाहिए कि नहीं? आपका हक लूटने वालों को सजा देने के लिए देश को आपके आशीर्वाद की जरूरत है।

साथियों,

एक ओर आदिवासी विरोधी मानसिकता वाली कांग्रेस है, दूसरी ओर हमारे लिए आदिवासियों का विकास पहली प्राथमिकता है। आदिवासी समाज के विकास के लिए सबसे पहले अलग जनजातीय मंत्रालय किसने बनाया? बीजेपी ने, अटल बिहारी वाजपेयी जी ने पहली बार जनजातीय समाज के लिए अलग मंत्रालय बनाया, अलग बजट बनाया तब जाकर के हमारे जनजातीय क्षेत्रों में आज विकास प्रारंभ हुआ। जनजातीय समाज के युवाओं के लिए आज बड़ी संख्या में एकलव्य आवासीय स्कूल कौन बनवा रहा है, बीजेपी। यहां भी एकलव्य विद्यालय का निर्माण तेजी से हो रहा है, आपने देखा होगा राष्ट्रीय शिक्षा नीति आई इसमें स्थानीय भाषाओं, जनजातीय भाषाओं में शिक्षा देने का फैसला किया तो बीजेपी ने किया। आप मुझे बताइए भाई, क्या हमारे जनजातीय बेटे-बेटी डॉक्टर बनने चाहिए कि नहीं बनने चाहिए। जरा पूरी ताकत से जवाब दो हमारे जनजातीय परिवारों के बेटे डॉक्टर बनने चाहिए कि नहीं बनना चाहिए। हमारी बेटियां डॉक्टर बननी चाहिए कि नहीं बननी चाहिए वो इंजीनियर बननी चाहिए कि नहीं बननी चाहिए, वो वैज्ञानिक बननी चाहिए कि नहीं बननी चाहिए। इन्होंने तो हालत ऐसी रखी थी कि अगर आपको अंग्रेजी नहीं आता है तो आप पढ़ाई भी नहीं कर सकते हो, डॉक्टर की बात छोड़ दो गरीब का बेटा गरीब की बेटी अंग्रेजी पढ़ने के लिए शहर में कहां जाएंगे? खर्चा कहां से लाएंगे? लेकिन ये आपका भाई ये आपका बेटा दिल्ली में बैठा है वो आपका दर्द जानता है और इसलिए मैंने कहा अरे डॉक्टर हो, इंजीनियर हो, वैज्ञानिक हो वो अपनी मातृभाषा में पढ़ेगा तो भी डॉक्टर बनेगा, इंजीनियर बनेगा, वैज्ञानिक बनेगा। जनजातीय युवाओं को खेलों में आगे बढ़ाने का काम आज भारतीय जनता पार्टी कर रही है और उसका सबसे बड़ा लाभ मेरे वीर बेटे-बेटी जो जनजातीय समाज से आते हैं वो आज देश का नाम रोशन कर रहे हैं। कांग्रेस ने तो आदिवासी इलाकों को अपने हाल पर छोड़ दिया था, आकांक्षी जिला योजना से एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट से आदिवासी जिलों का विकास आज भारतीय जनता पार्टी कर रही है। बीते 10 वर्षों में बीजेपी सरकार ने वो काम करके दिए हैं जिनका जनजातीय समाज को छह दशकों से इंतजार था। भाइयों और बहनों, हमारे आदिवासी समाज में सिकल सेल एनीमिया, ये बहुत बड़ी खतरनाक बीमारी होती है पहले किसी भी सरकार ने इसकी चिंता नहीं की। हमारी सरकार ने सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया है। चाईबासा में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी करा रही है, अब यहां के लोगों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा और यहीं के बच्चे यहीं से डॉक्टर बनकर निकलेंगे।

साथियों,

10 वर्षों ने मोदी ने आदिवासी भाई-बहनों के लिए मकान, बिजली, पानी और सिलेंडर जैसी सुविधाएं दी हैं। हमारे प्रयासों से झारखंड में 18 लाख परिवारों को पक्के मकान मिले हैं, ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों को हर महीने मुफ्त राशन मिल रहा है ताकि गरीब के घर का चूल्हा कभी बुझना नहीं चाहिए, गरीब का बच्चा कभी भूखा सोने के लिए मजबूर नहीं होना चाहिए। करीब 33 लाख घरों को पानी का कनेक्शन दिया गया है। मोदी का प्रयास है कि गरीब, आदिवासी हमारी महिलाओं का सामर्थ्य बढ़े वो आगे बढ़े लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस आपकी संपत्ति पर डाका डालना चाहती है। कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि वो सरकार में आएगी तो देश में सबकी संपत्ति की जांच कराएगी। चोरों की संपत्ति की जांच कराने का विरोध करते हैं और नागरिकों की संपत्ति की जांच करवाएंगे आपके पास चांदी कितनी है? सोना कितना है? शादी के समय आपको स्त्री धन कितना मिला था? सबकी जांच, खेत कितना है, कहां है? बेटा कहां रहता है? सबकी जांच करने की घोषणा की है और ये क्यों करना चाहते मालूम है। वो कहेंगे इससे ज्यादा तुम नहीं रख सकते हो, अगर 10 एकड़ भूमि है तो पांच एकड़ भूमि कांग्रेस की सरकार को दे दो, अगर एक ट्रैक्टर है तो तुम ट्रैक्टर नहीं रख सकते हो किसी के साथ भागीदारी करनी पड़ेगी आपकी संपत्ति छीनकर कांग्रेस अपनी वोट बैंक में जिन्होंने वोट जिहाद की घोषणा की है उनको देने का उन्होंने एक प्लान बनाया हुआ है। कांग्रेस के नेता कहते हैं कि देश की संपत्ति पर पहला हक माइनॉरिटी का मतलब मुसलमान का है, मोदी कहता है देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मेरे दलित, मेरे आदिवासी, मेरे गरीब भाई-बहनों का माताओं, बेटे, बेटियों का है।

साथियों,

अब कांग्रेस की नजर ये मैं गंभीर बात बता रहा हूं आपको अब कांग्रेस की नजर दलितों, पिछड़ों, आदिवासी, ओबीसी इनके आरक्षण पर डाका डालने का इरादा है। उनको गुस्सा है कि आज देश भर में सबसे ज्यादा आदिवासी एमएलए किसके बीजेपी के, देशभर में सबसे आदिवासी एमपी किसके बीजेपी के, देशभर में दलित एमपी किसके ज्यादा बीजेपी के, राज्यों में दलित एमएलए किसके ज्यादा बीजेपी के, कांग्रेस को गुस्सा है कि आदिवासी, ये दलित, ये ओबीसी बीजेपी का समर्थन करते हैं अब उनको शिक्षा करने का उनका मन है और वो इतने गुस्से में है कि आपको जो आरक्षण बाबा साहेब अंबेडकर ने दिया है आपको जो संविधान बाबा साहेब अंबेडकर ने दिया है उनकी पीठ में छुरा भोंककर आपको जो रिजर्वेशन मिला है आरक्षण मिला है उसमें वो लूट करके मुसलमानों को धर्म के आधार पर डाका डालके उनको देना चाहते हैं। क्या हम ऐसा करने देंगे क्या? इनको संविधान के ऊपर खिलवाड़ करने देंगे क्या? ये बिहार के आरजेडी के नेता, ये कांग्रेस के नेता माथे पर संविधान की किताब रख के नाच रहे हैं और संविधान के साथ धोखा कर रहे हैं। मैं बताता हूं कैसे करते हैं अभी कर्नाटक में उन्होंने रातों-रात एक फतवा निकाला, एक ऑर्डर निकाला रातों-रात ठप्पा मार दिया ऑर्डर क्या कि कर्नाटक में (एक मिनट एक मिनट सुनिए, सुनिए भाई पहले जरा सुनिए बाद में मोदी-मोदी करिए पहला ढंग से सुनिए ये काम में आने वाली बात है समझने वाली बात है) कर्नाटक में रातों- रात उन्होंने एक फतवा निकाला और फतवा क्या निकाला कर्नाटक में जितने मुसलमान हैं जितने, कितना ही पढ़ा लिखा क्यों ना हो, कितना ही अमीर क्यों ना हो, कितना ही बड़े घराने का क्यों न बस वो मुसलमान है तो उन्होंने फतवा निकाला कि कर्नाटक के सारे मुसलमान ओबीसी हैं, रातों-रात ओबीसी हो गए और ओबीसी को जो 27 परसेंट आरक्षण मिलता था रातों-रात उसकी लूट उनके खाते में चली गई। देश देखता रह गया और ये पूरा मॉडल देश में लागू करना चाहते हैं क्या ये करने देंगे क्या? ये हम करने देंगे क्या? और कांग्रेस वाले, जेएमएम वाले, आरजेडी वाले कान खोल के सुन लो जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है तुम संविधान को हाथ नहीं लगा पाओगे, जब तक मोदी जिंदा है तुम आदिवासियों का आरक्षण नहीं लूट पाओगे, जब तक मोदी जिंदा है तुम दलितों के आरक्षण को लूट नहीं पाओगे, जब तक मोदी जिंदा है तुम ओबीसी के आरक्षण को लूट नहीं पाओगे।

भाइयों-बहनों,

मेरी आप सबको गारंटी है, भारतीय जनता पार्टी की गारंटी है दुनिया की कोई ताकत हमारे संविधान को हाथ नहीं लगा सकती। बाबा साहेब अंबेडकर ने जो आरक्षण दिया है उसको कोई हाथ नहीं लगा सकता है ये मोदी की गारंटी है। साथियों, मैं पिछले 10 दिन से कांग्रेस को तीन चुनौतियां देता हूं और मैं उनको कहता हूं तुम लिखित में देश को कहो, मैं तो खुलेआम आरोप करता हूं तुम लिखित में देश को बताओ, कांग्रेस लिखकर के दे कि वो एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण काटकर धर्म के आधार पर मुस्लिमों को नहीं देंगे लिख करके दो, नहीं देते हैं। कांग्रेस का कोई नेता इसका जवाब देने को तैयार नहीं है। आप मुझे बताइए, बाबा साहेब ने आरक्षण का जो अधिकार आपको दिया है क्या हम कांग्रेस को छीनने देंगे क्या? अगर मोदी आपके लिए लड़ना चाहता है मरना चाहता है तो मोदी को आशीर्वाद मिलना चाहिए कि नहीं मिलना चाहिए।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस, जेएमएम और उन सहयोगी अपने वोट बैंक के लिए कुछ भी कर रहे हैं। ये लोग झारखंड में घुसपैठियों को ठिकाना दे रहे हैं, ये घुसपैठिए हमारे आदिवासी भाई-बहनों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। संथाल परगना जैसी जगहों पर इस घुसपैठ के कारण आदिवासियों की संख्या घट रही है, हमारी बहन- बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं है। ये ही खेल इन लोगों ने बंगाल में खेला था, बंगाल के आदिवासी इलाकों में लोग घुसपैठियों के आतंक से जूझ रहे हैं, लोगों का जीवन सुरक्षित नहीं है, ऐसा ही ये हाल यहां झारखंड में बनाना चाहते हैं लेकिन जेएमएम सरकार वोट बैंक की भूख में वोट पाने के लिए आंख मूंदकर ये पाप कर रही है।

साथियों,

13 मई को आपका वोट झारखंड के विकास और सुरक्षा की गारंटी बनने वाला है। आपका जो भरोसा मोदी पर है उसे आपको कमल का बटन दबाकर ये वोट मुझ तक पहुंचाना है, मोदी के खाते में जमा करवाना है। सिंहभूम से भाजपा प्रत्याशी बहन गीता कोड़ा और खूंटी से मेरे साथी अर्जुन मुंडा उनको दिया आपका वोट मोदी को मजबूत करेगा, इनको मिला आपका वोट सीधा-सीधा मोदी तक जाएगा। तो आप घर-घर जाएंगे, घर-घर जाएंगे, ज्यादा मतदान कराएंगे। मुझे सबसे जवाब चाहिए घर-घर जाएंगे, ज्यादा मतदान कराएंगे। सबसे ज्यादा वोटों से जिताएंगे, सब पोलिंग बूथ जिताएंगे तो एक काम कीजिए अपना मोबाइल फोन निकालिए और उसका फ्लैशलाइट चालू कीजिए, सबके सब अपना मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चालू कीजिए सबके सब अपने मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चालू कीजिए सबके मोबाइल की फ्लैशलाइट चले। मेरा एक काम करेंगे.. मेरा एक काम करेंगे देखिए यहां से जाकर के परिवारों में जाना और कहना मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको जोहार कहा है। मोदी का जोहार पहुंचाओगे घर-घर में, हर घर में मेरा जोहार पहुंचाओगे।
बोलिए भारत माता की..भारत माता की..भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।