भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
प्रभु श्रीरामचंद्रांच्या पावन भूमिमध्ये,
अणि श्री रघुजी भोसले महाराज्यांच्या शौर्याचा वारसा लाभलेल्या,
या रामटेकच्या पावन भूमिला माझा साष्टांग नमस्कार!
क्या वो छोटी बालिका राम बनके आई है क्या...इस पावन धरा से मैं महान त्यागी बाबा जुमदेवजी…गोंड राजा बख्त बुलंद शहा…और बाबा साहेब आंबेडकर को भी नमन करता हूं।
यहां बाबा जूमदेव जी ने ‘परमात्मा एक सेवा मंडल’ इसके माध्यम से जो नशामुक्ति का अभियान चलाया है, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है। मैं इस अभियान में जुड़े सभी लोगों की सराहना करता हूं।
साथियों,
शाम हो रही है, लेकिन आपका उत्साह देखकर लगता है कि अभी दिन शुरू ही हुआ है। ये आपका उत्साह-उमंग एक बार फिर अपनी जरा मोबाइल की फ्लैश लाइट कीजिए। सबसे सब, मैं फिर पूछता हूं आपको लाइट क्यों की। ये आपकी फ्लैश लाइट से आपके आशीर्वाद सीधे-सीधे यहां पहुंच रहे हैं। ये आपकी फ्लैश लाइट 19 तारीख को ज्यादा से ज्यादा मतदान करने का संकल्प है। ये जोश है, जो संदेश दे रहा है- फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। 4 जून...400 पार। 4 जून...400 पार। 4 जून...400 पार।
भाइयों और बहनों,
19 अप्रैल को आपको सिर्फ एक सांसद नहीं चुनना है। आपको अगले एक हजार साल के भारत की नींव मजबूत करने के लिए मतदान करना है। आपको विकसित भारत के संकल्प के लिए मतदान करना है।
साथियों,
आजकल ये टीवी वाले, मीडिया वाले चुनाव को लेकर लगातार सर्वे दिखा रहे हैं। इस सर्वे में NDA की बंपर जीत दिखाई दे रही है। लेकिन मैं आज मीडिया वालों की मदद करना चाहता हूं। ये सर्वे के पीछे, ये मीडिया वाले इतना खर्चा क्यों करते हो भाई। इनको पैसा बचाने का एक फॉर्मूला आज मैं देना चाहता हूं। जब मोदी को गालियां बढ़ जाएं तो रुझान समझ जाइए- फिर एक बार मोदी सरकार। जब ये लोग मेरे स्वर्गीय पिताजी या माताजी को गाली देने लगें तो समझ जाइए- फिर एक बार मोदी सरकार। जब EVM पर सवाल उठने लगें, तो रुझान समझ जाइए- फिर एक बार मोदी सरकार।
साथियों,
आजकल ये इंडी गठबंधन वाले और उनके लोग ये झूठ भी फैला रहे हैं कि मोदी तीसरी बार सरकार में आया तो लोकतंत्र और संविधान खतरे में पड़ जाएगा। अभी नितिन जी ने उसका बड़ा जमकर के जवाब दिया है। मैं जब से राजनीति में आया हूं, ये कोई ऐसा चुनाव नहीं गया है, जिसमें उन्होंने ये घिसी-पिटी कथा न सुनाई हो। अटलजी की सरकार बनी तब भी ऐसे ही गीत गा रहे थे। इसका मतलब इनकी बैंकरप्सी इतनी है कि इनके पास कोई नया आइडिया भी नहीं है। इमरजेंसी के दौरान क्या लोकतंत्र खतरे में नहीं पड़ा था? पूरब से पश्चिम तक, उत्तर से दक्षिण तक, अगर इन लोगों के परिवार का सरकार का, एक प्रकार से कब्जा था, चारों तरफ वो ही नजर आ रहे थे। क्या उस समय लोकतंत्र खतरे में नहीं पड़ता था। एक गरीब का बेटा जैसे ही देश का प्रधानमंत्री बन गया, इन्हें लोकतंत्र और संविधान खतरे में दिखाई देने लगा।
ये इंडी गठबंधन वाले, कभी गरीब को आगे बढ़ते हुए नहीं देख सकते। अभी हमारे शिंदे जी एक कहावत बता रहे थे। मराठी में एक और कहावत है - काठी मारल्याने पाणी दुभंगत नाही. यानि पानी में जितनी लाठी मारी जाए, पानी में कभी भेद नहीं हो सकता है। गरीब के इस बेटे पर ये लोग चाहे जितना हमला करें, मोदी देश की जनता की सेवा के संकल्प से पीछे नहीं हटेगा।
साथियों,
ये इंडी गठबंधन वाले पूरी ताकत से देश के लोगों को बांटने में जुटे हैं। वो जानते हैं कि देश के लोग एकजुट हो गए, तो इंडी गठबंधन वालों की राजनीति खत्म हो जाएगी। इसलिए मैं महाराष्ट्र के लोगों से कहूंगा, देशवासियों से कहूंगा- एकजुट होकर, एकजुट होकर देश के नाम पर वोट दीजिए। ये इंडी गठबंधन वाले ताकतवर हुए तो देश को खंड-खंड कर देंगे। आज भी ये एक समाज को दूसरे समाज से लड़ाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। आज भी ये भारत की संस्कृति को निशाना बनाना उसका कोई मौका नहीं छोड़ते। हमारा ये रामटेक वो स्थान है, जहां खुद प्रभु राम के पैर पड़े हैं। इस बार रामनवमी पर अयोध्या में हमारे रामलला, टैंट में नहीं, भव्य मंदिर में दर्शन देंगे। 500 साल बाद ये पल आ रहा है। रामटेक को, पूरे महाराष्ट्र को, पूरे देश को अद्भुत आनंद हो रहा है। लेकिन हम ये ना भूलें कि जब प्राण प्रतिष्ठा का अवसर आया, तो इन इंडी गठबंधन वालों ने इसका भी बहिष्कार किया था। निमंत्रण को ठुकरा दिया। ये लोग सनातन पर हमले करते हैं। सनातन को खत्म करने की सौगंध लेने वालों के साथ रैलियां करते हैं।
साथियों,
आजकल नवरात्रि का पर्व है। शक्ति की उपासना का पर्व है। ये लोग हिंदू धर्म की शक्ति को भी समाप्त करना चाहते हैं। आप मुझे बताइए, क्या ऐसे इंडी गठबंधन वालों को महाराष्ट्र में एक भी सीट जीतने देंगे? एक भी सीट जीतने देंगे? उनको इनके पापों की सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए। ये चुनाव में वोट देकर के उनको सजा देंगे कि नहीं देंगे। साथियों, भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और एनसीपी ये सब मिलकर के आज आपके पास आए हैँ। आपका एक-एक वोट इनको जिताने के लिए तो है, लेकिन उनको सजा देने के लिए भी है।
साथियों,
आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने साजिश के तहत SC-ST-OBC समाज को हर प्रकार से पीछे रखा। कांग्रेस ने बाबासाहेब आंबेडकर की राजनीति को खत्म किया। कांग्रेस ने बाबासाहेब को भारत रत्न से वंचित रखा। जब बीजेपी के समर्थन से केंद्र में सरकार बनी तो बाबासाहेब को भारत रत्न दिया गया। जब 2014 में NDA सरकार बनी, तो एक दलित मां के बेटे, भारत के राष्ट्रपति बने। जब 2019 में फिर NDA सरकार बनी, तो एक आदिवासी मां की बेटी, पहली बार देश की पहली नागरिक राष्ट्रपति बनीं। NDA सरकार में हमने रिकॉर्ड संख्या में ओबीसी समाज से मंत्री बनाए हैं।
साथियों,
ये NDA सरकार है, जिसने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया। ये NDA सरकार है, जिसने मेडिकल की पढ़ाई में ओबीसी के लिए आरक्षण तय किया। ये NDA सरकार थी, जिसने अलग आदिवासी मंत्रालय बनाया। 10 वर्षों में आदिवासी कल्याण का बजट 5 गुणा बढ़ा है। NDA सरकार की नीतियों के कारण ही स्कूल-कॉलेज में SC/ST/OBC युवाओं का नामांकन बहुत अधिक बढ़ा है।
भाइयों और बहनों,
सबका साथ, सबका विकास का हमारा ये मंत्र संविधान की सच्ची भावना है। लेकिन परिवारवादी पार्टियों ने हमेशा संविधान की इस भावना का अपमान किया। सामाजिक न्याय का झूठ बोलकर ये लोग सिर्फ अपने ही परिवार को आगे बढ़ाते रहे। इन लोगों के राज में दशकों तक SC-ST-OBC परिवार, मूल सुविधाओं से ही वंचित थे। गरीब को सुविधाएं देने का काम, उसकी चिंता कम करने का काम ये गरीब मां के बेटे मोदी ने किया है। आज जब मोदी, शत-प्रतिशत लाभार्थियों को, शत-प्रतिशत योजनाओं के लाभ की गारंटी देता है..तो यही सच्चा सामाजिक न्याय है। यही सच्चा सेकुलरिज्म होता है। क्योंकि उसमें भेदभाव की कोई संभावनाएं ही नहीं बचतीं। इसमें जो हकदार है, वो छूट नहीं जाता। शत-प्रतिशत लोगों को उसका हक का जो लाभ है, उसे पहुंचता है। और उसके कारण भ्रष्टाचार की दुकान भी बंद हो जाती है।
गरीब को पक्के घर देने की गारंटी हो, मुफ्त राशन देने की बात हो, मुफ्त इलाज की बात हो, टॉयलेट, बिजली-पानी-गैस कनेक्शन की गारंटी हो, मोदी की इन गारंटियों के बहुत बड़े लाभार्थी SC-ST-OBC परिवार ही हैं। जिन आदिवासी बाहुल्य जिलों को पहले पिछड़ा मानकर छोड़ दिया गया था। 10 वर्षों में वहां विकास की नई आशा जगी है। इसका परिणाम ये है कि 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं। इसमें, आकांक्षी जिलों ने, एस्परेशनल डिस्ट्रिक्ट ने, बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इसलिए मैं कहता हूं कि जब नीयत सही, तो नतीजे भी सही।
भाइयों और बहनों,
ये कांग्रेस है, जिसने एक देश, एक संविधान लागू नहीं होने दिया। यहां ये संविधान के नाम पर झूठ फैलाने वाले लोग मैं उनको सवाल पूछता हूं, अगर आपके लिए संविधान की इतनी अहमियत थी तो आपने बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को पूरे हिंदुस्तान में लागू करने की हिम्मत क्यों नहीं दिखाई। 70-75 साल तक बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान पूरे हिंदुस्तान में लागू नहीं हुआ था। कौन जिम्मेवार है? कौन जिम्मेवार है? कौन जिम्मेवार है? ये मोदी है जिसने कश्मीर से कन्याकुमारी तक बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को लागू करके दिखाया। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में अलगाव और आतंक को हवा देने वाला आर्टिकल-370 बनाए रखा। जम्मू-कश्मीर का संविधान अलग था। हम सबका संविधान अलग था। 370 की एक दीवार खड़ी कर दी गई थी। और मोदी ने जब कहा 370 हटानी है तो कहते थे, आग लग जाएगी। कहीं आग लगी भई। आग लगी क्या। 370 हटी की नहीं हटी। कश्मीर में संविधान लागू हुआ कि नहीं हुआ। बाबासाहेब आंबेडकर की आत्मा जहां होगी, आज मोदी को और हम सबको आशीर्वाद देती होगी।
लेकिन मोदी ने जब आर्टिकल-370 हटाया तो कांग्रेस के अध्यक्ष क्या कहते हैं, सुना है आपने। कांग्रेस के अध्यक्ष कहते हैं कि ये मोदी जहां जाते हैं वहां 570, 370 बोलते हैं, अरे भई 370 का राजस्थान में क्या लेना-देना। आंध्र में क्या लेना-देना। ये 370 हटाने से देश को क्या फायदा हुआ? क्या ऐसी भाषा कभी हम सुन सकते हैं क्या। ये भी कांग्रेस की दलित, आदिवासी, महिला विरोधी और वोट बैंक की राजनीति का जीता-जागता प्रमाण है। मैं आपको समझाता हूं। आर्टिकल 370 हटने से जम्मू-कश्मीर में इन सभी वर्गों को पहली बार संवैधानिक अधिकार मिला है। वहां मेरे एससी-एसटी भाई-बहनों को आरक्षण नहीं था। वहां पर हमारे वाल्मीकि समाज, हमारे दलित समाज के लोगों को नागरिक के नाते जो हक मिलने चाहिए ना, वो भी प्राप्त नहीं थे। आजादी के इतने सालों बाद भी ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन को जब मैं ये कहता हूं तो चुभने लगता है। आपने हिंदुस्तान के मुकुट को वहां के लोगों को, वहां की महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित रखा था। बाबासाहेब आंबेडकर ने SC-ST-OBC महिला उनको जो अधिकार दिए, वो जम्मू-कश्मीर के लोगों को नहीं थे और आप संविधान के नाम पर देश को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे है।
भाइयों और बहनों,
कांग्रेस, नागरिकता देने वाले कानून, CAA का भी विरोध कर रही है। क्योंकि इसके भी सबसे बड़े लाभार्थी, दलित हैं, बौद्ध अनुयायी हैं। अघाड़ी वाले कितना भी विरोध कर लें, CAA के तहत हर हकदार को नागरिकता मिलकर रहेगी, और ये मोदी की गारंटी है।
भाइयों और बहनों,
ये जो अघाड़ी है, ये जो इंडी-गठबंधन है, ये विरासत और विकास, दोनों के घोर विरोधी हैं। गोसी खुर्द बांध परियोजना को कांग्रेस ने दशकों तक लटकाया। इससे किसानों को कितनी मुश्किलें हुईं। जब आपने NDA की, महायुति की सरकार बनाई, तब इस पर तेज़ी से काम शुरू हुआ। इससे गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर और नागपुर जिलों के लाखों किसानों को लाभ हुआ। यहां पीने के पानी और सिंचाई के पानी के लिए एकनाथ जी, देवेंद्र जी और अजीत जी की टीम शानदार काम कर रही है। रात-दिन काम कर रही है। हर घर नल से जल पहुंचे, मोदी की इस गारंटी को पूरा करने में ये मेरे साथी दिन-रात जुटे हुए हैं।
साथियों,
विकसित भारत के निर्माण में हमारे किसान एक मजबूत स्तंभ हैं। महाराष्ट्र में पीएम स्वनिधि के तहत हजारों करोड़ रुपये किसानों के खाते में पहुंचे हैं। आने वाले 5 सालों में हम दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर होना चाहते हैं। 2014 से पहले कांग्रेस की सरकार ने करीब 600 करोड़ रुपये की दाल MSP पर खरीदी थी। और उस समय कृषि मंत्री कौन थे, वो आपको मालूम है। याद है ना। आजकल वो मुझे गाली देने की कतार में खड़े हो गए। सिर्फ 600 करोड़ की दाल। हमने 10 सालों में करीब सवा लाख करोड़ रुपये दलहन और तिलहन किसानों को MSP के रूप में दिए हैं। फर्क साफ दिखता है।
भाइयों और बहनों,
नागपुर और विदर्भ का पूरा क्षेत्र आज आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हो रहा है। आज नागपुर में IIM, ट्रिपल आईआईटी, एम्स, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी है। आज नागपुर में मेट्रो की रफ्तार है। गोंदिया में बिरसी एयरपोर्ट का विस्तार हो रहा है। अमरावती में टेक्सटाइल पार्क बन रहा है। रामायण सर्किट और बुद्ध सर्किट पर भी काम हो रहा है, जो टूरिज्म को बहुत बढ़ावा देने वाला है। बाला साहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग से इस पूरे क्षेत्र का कायाकल्प होने जा रहा है। ऐसा विकास, एक ईमानदार, मजबूत और स्थिर NDA सरकार ही कर सकती है।
साथियों,
10 सालों में विकास के बहुत सारे काम हुए हैं। लेकिन ये तो ट्रेलर है। आजकल बड़ी-बड़ी होटल में कोई खाना खाने जाता है ना तो शुरू में थाली आने से पहले ऐपेटाइजर आता है। बड़ी चटाखेदार बानगियां आती हैं। कभी-कभी तो लगता है यार इसी से तो पेट भर गया। लेकिन आपको मालूम है वो ऐपेटाइजर होता है, थाली आनी बाकी है। ये दस साल में मैंने जो काम किया है ना, वो तो ऐपेटाइजर है। अभी तो थाली आनी बाकी है। आने वाले 5 साल में हमें देश को, महाराष्ट्र को बहुत आगे ले जाना है। और इसके लिए...मेरे साथियों में आपको गारंटी देता हूं, आपका सपना ये मोदी का संकल्प है।
साथियों,
मैं आपको गारंटी देता हूं हर पल देश के नाम, हर पल आपके नाम। 24 बाय 7 फॉर 2047। और इसके लिए 19 अप्रैल को, रामटेक से राजू पार्वे जी, भंडारा-गोंदिया से सुनील जी और नागपुर से भाई नितिन गडकरी जी को भारी मतों से विजयी बनाना है। NDA के हर कैंडिडेट को मिला वोट, मोदी को मजबूत करेगा। लेकिन इसके लिए मेरी एक इच्छा है, पूरी करोगे। जरा सबसे सब बताइये पूरी करोगे। गर्मी कितनी ही क्यों न हो। कितनी ही गर्मी क्यों न हो। सुबह-सुबह ज्यादा से ज्यादा मतदान करना है, करोगे। लोगों से मतदान करवाओगे। मतदान के पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ोगे। मेरा एक और काम है। करोगे। हमें हर पोलिंग बूथ जीतना है। जीतोगे। हर पोलिंग बूथ जीतना है इस बार। हर पोलिंग बूथ का रिकॉर्ड तोड़ना है, तोड़ोगे।
अच्छा मेरा एक और काम है, करोगे। ये मेरा पर्सनल काम है करोगे। पक्का करोगे। देखिए, आप चुनाव प्रचार में घर-घर जा रहे हैं। तो लोगों को जरूर घर में जाकर बताना कि मोदी जी रामटेक आए थे। और मोदी जी ने आप सबको राम-राम कहा है। मेरे राम-राम पहुंचा दोगे। हर घर में पहुंचा दोगे। जब माताओं-बहनों को, बुजुर्गों को मेरा राम-राम कहोगे ना, तो वो मुझे आशीर्वाद देंगे। वो आशीर्वाद मुझे ऊर्जा देता है। आपके लिए जीने के लिए, आपके लिए जूझने के लिए, आपके लिए दौड़ने के लिए, आपके लिए दिन-रात खपाने के लिए, मुझे वहां से ताकत मिलती है और इसलिए ये मेरा व्यक्तिगत काम है। आप घर-घर जाकर के हरेक को मेरा राम-राम पहुंचाओगे। पक्का पहुंचाओगे।
मेरे साथ बोलिए
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्।
बहुत-बहुत धन्यवाद