Jamui's mood is reflective of 'Ab ki Baar 400 Paar' with all the 40 seats in N.D.A.'s favour in Bihar
Over 5-6 generations of Bihar have suffered gross deprivation and underdevelopment under the I.N.D.I alliance
The post-independence state of underdevelopment and large-scale poverty of both Bihar and India was owing to the Congress-led misdeeds
The RJD-Congress' model of governance has been responsible for 'Jungle Raj and Naxalism' in Bihar, stalling its development for decades
We are focused on the development of Bihar, while the Ghamandiya Alliance is only interested in destabilizing the future of the youth of Bihar

भारत माता की, भारत माता की।
गिधौर दुर्गा माई, बाबा धनेश्वर नाथ के इ पवित्र भूमि के नमन कर हिए।
भगवान महावीर के इ ज्ञान भूमि पर अपने सब के अभिनंदन कर हिए!

मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ महानुभाव और विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों। मैं इस तरफ देख रहा हूं पूरा हुजूम का हुजूम अभी आ रहा है। अब जरा मैं आपको सवाल पूछना चाहता हूं कि ये चुनाव सभा है कि विजय सभा है। आपने कमाल करके रख दिया है। आज जमुई की इस खूबसूरत धरती पर उमड़ा ये जनसैलाब बता रहा है जनता का मूड क्या है। जमुई से बीजेपी और एनडीए के पक्ष में उठी ये हुंकार बिहार के साथ ही पूरे देश में गूंज रही है। जमुई, नवादा, मुंगेर, बांका के साथ-साथ बिहार की सारी 40 सीटें NDA के खाते में देने का आप बिहारवासियों का निर्धार। मैं इस निर्धार को नमन करता हूं। इसलिए पूरा बिहार कह रहा है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियों,
मैं जब भी आपके बीच आया हूँ, आपने मुझे भरपूर प्यार दिया है, अपनापन दिया है। लेकिन, आज इस मंच से एक कमी हम सबको महसूस हो रही है। हमारे लिए ये पहला ऐसा चुनाव है, जब बिहार के बेटे, दलितों, वंचितों के प्रिय और मेरे परम मित्र पद्मविभूषण से सम्मानित रामविलास पासवान जी हमारे बीच नहीं हैं। मुझे संतोष है कि रामविलास जी के विचार को मेरा छोटा भाई, भाई चिराग पासवान पूरी गंभीरता से आगे बढ़ा रहे हैं। 19 अप्रैल को आप NDA को जो समर्थन देंगे, आप भाई अरुण भारती जी को जो एक-एक वोट देंगे, वो रामविलास जी के संकल्पों को मजबूती देगा।

साथियों,
बिहार की धरती, पूरे देश को दिशा दिखाने वाली रही है। बिहार की इस धरती ने आजादी की लड़ाई में और स्वतंत्र भारत की नींव मजबूत करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। लेकिन दुर्भाग्य से बिहार के सामर्थ्य के साथ, आजादी के बाद की 5-6 पीढ़ियों के साथ यहां न्याय नहीं हो पाया। बिहार को NDA गठबंधन, बहुत ही परिश्रम से, एक बड़े दलदल से बाहर निकालकर लाया है। हमारे नीतीश बाबू की इसमें बहुत बड़ी भूमिका रही है। अब समय आ गया है कि बिहार और तेज गति से विकास करे। इसलिए, 2024 का चुनाव बिहार और भारत के भविष्य के लिए बहुत निर्णायक है। ये चुनाव विकसित बिहार के सपनों को पूरा करने का चुनाव है। ये चुनाव विकसित भारत के संकल्प को मजबूत करने का चुनाव है। आज एक ओर कांग्रेस और आरजेडी जैसी पार्टियां हैं, जिन्होंने अपनी सरकार के समय पूरी दुनिया में देश का नाम खराब किया था। दूसरी ओर, बीजेपी और एनडीए है, जिसका एक ही लक्ष्य है- विकसित भारत का निर्माण, खुशहाल बिहार का निर्माण! आप याद करिए, 10 साल पहले दुनिया में भारत को लेकर क्या राय होती थी? कांग्रेस के राज में भारत को कमजोर औऱ गरीब देश माना जाता था। छोटे-छोटे देश, आज जो आटे के लिए तरस रहे हैं, उनके आतंकी हम पर हमला करके चले जाते थे।

और तबकी कांग्रेस दूसरे देशों के पास शिकायत लेकर जाती थी। मोदी ने कहा- ऐसे नहीं चलेगा! भारत वही महान पाटलीपुत्र और मगध वाला भारत है। भारत वही चन्द्रगुप्त मौर्य वाला भारत है। आज का भारत, घर में घुस कर मारता है। आज का भारत, दुनिया को दिशा दिखाता है। अब दुनिया देख रही है कि केवल 10 वर्षों में भारत की साख और भारत की हैसियत कैसे बढ़ी है। आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। चंद्रमा के जिस कोने पर कोई नहीं पहुंचा था, वहां हमारा चंद्रयान, हमारा तिरंगा पहुंचा है। भारत जब G-20 की मीटिंग करता है, तो उसकी चर्चा भी पूरे विश्व में होती है। ये किसने किया? ये किसने किया? ये किसने किया? जी नहीं, आपका जवाब गलत है। ये मोदी ने नहीं, ये आपने किया है, आपके एक वोट ने किया है। आपके वोट की वो ताकत थी जिससे कारण ये सब संभव हुआ है। और इसलिए इस सफलता के हकदार अगर कोई है तो आप मेरे प्यारे देशवासी हैं।

साथियों,
आज देश कैसे बदल रहा है, बिहार खुद इसका साक्षी है। और, बिहार कैसे बदल रहा है, इसका उदाहरण जमुई में भी देख सकते हैं। आप याद करिए, हमारा ये जमुई, आरजेडी और कांग्रेस के काले दौर में यहां क्या हालत होते थे? जमुई की पहचान कैसे होती थी? जमुई आरजेडी के जंगलराज का कितना बड़ा भुक्तभोगी होता था? जमुई की पहचान नक्सलवाद से होती थी। सरकार की योजनाएं यहां नहीं पहुंचने दी जाती थीं। नक्सली यहां सड़कें नहीं बनने देते थे। इसका नुकसान यहां के गरीब, मजदूर और किसान को होता था। लेकिन आज वही जमुई विकास के हाइवे पर तेज रफ्तार पकड़ रहा है। नक्सलवाद दम तोड़ चुका है। जो लोग नक्सलवाद के रास्ते पर भटक गए थे, उन्हें हमारी सरकार ने मुख्यधारा से जोड़ा है, उनके परिवारों को पूरा सहयोग दिया है। अब इस इलाके से एक्स्प्रेसवे निकलेगा। मेडिकल कॉलेज भी खुल गया है। अब जमुई के एक ओर देवघर से हवाई जहाज की सेवाएं शुरू हो गई है, तो दूसरी ओर गया एयरपोर्ट के विस्तार की तैयारी भी चल रही है। इस इलाके में इतनी प्राकृतिक सुंदरता है, हमारा प्रयास है कि देवघर और ‘गया जी’ आने वाले लोग यहां भी आकरके जाएं। पूरे बिहार में रोड इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए हमारी सरकार करीब 1 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है। इन सारे प्रयासों से यहां रोजगार और स्वरोजगार इसके अनेकों अवसर बन रहे हैं।

भाइयों और बहनों,
आपको एक बात और कभी भी भूलनी नहीं है। हमेशा-हमेशा याद रखनी है। याद रखिए, कोई भी गरीब मां का बेटा इसको भूल नहीं सकता है। कोई भी किसान का बेटा भूल नहीं सकता है। कोई भी आशा- अपेक्षा लेकर जीने वाला नौजवान, मेहनत करके आगे आया नौजवान उस बात को कभी भूल नहीं सकता है। याद कीजिए, रेलवे में भर्ती के नाम पर जो लोग गरीब युवाओं से जमीन लिखवा लें, वो बिहार के युवाओं का कभी भला नहीं कर सकते। रेल मंत्री हमारे नीतीश बाबू भी थे, आज तक कोई शिकायत नहीं आई नीतीश बाबू के खिलाफ। और इन लोगों ने गरीबों की जमीन छीन ली। घमंडिया गठबंधन वालों के समय में केवल खस्ताहालें ट्रेनें चलती थीं। लेकिन अब, पूरे देश की तरह ही बिहार के लोग भी वंदेभारत ट्रेन में सफर कर रहे हैं। जल्द ही ये ट्रेनें देश के हर रूट पर दौड़ती नज़र आएगी। जमुई के पुराने रेलवे स्टेशन की जो हालत है, वो तो आप भलीभांति जानते हैं। अब जमुई का रेलवे स्टेशन भी आधुनिक बन रहा है। कुछ महीने पहले जब नए स्टेशन की तस्वीर दिखाई गई थी, तो सब जगह उसकी चर्चा हुई थी। वो दिन दूर नहीं जब बिहार के बड़े रेलवे स्टेशन भी एयरपोर्ट्स की तरह सुविधायुक्त करेंगे।

साथियों, अभी नीतीश बाबू बता रहे थे कितने सारे काम हुए। भाई चिराग बता रहे थे कितने सारे काम हुए। हमारे सम्राट जी बता रहे थे कितने सारे काम हुए। और मैं भी इतने सारे काम बता सकता हूं, शायद रातभर मीटिंग चलानी पड़े। लेकिन उसके बावजूद भी भाइयों-बहनों ये मोदी है, मोदी की कुछ सोच ही अलग है। ये इतने सारे कामों की सूची बताई जाती है न। ये 10 साल में जो हुआ, वो तो सिर्फ ट्रेलर है। अभी तो बहुत कुछ करना है। अभी तो हमें देश को, बिहार को बहुत आगे लेकर जाना है। आप मेरे साथ सहमत हैं, सहमत हैं, सहमत हैं और आगे जाना है न, बहुत आगे बढ़ना है न। बिहार को भी बढ़ाना है न, हिंदुस्तान को भी बढ़ाना है न।

साथियों,
ये मोदी, गरीबी के ताप को सहकर यहां पहुंचा है इसलिए हर गरीब के सपने का महत्व मोदी भलीभांति जानता है। उसको जीने का प्रयास करता है। और इसलिए बिहार के मेरे नौजवान, बिहार की मेरी माताएं-बहनें, बिहार के हर बुजुर्ग मेरे शब्द लिखकरके रखिए। और ये मोदी की गारंटी है। आपका सपना ही मेरा संकल्प है। इसीलिए, केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। केंद्र सरकार के प्रयास से यहां बिहार में गरीबों को सैतींस लाख पक्के घर मिले हैं। आज बिहार के करीब 9 करोड़ जरूरतमंदों को मुफ्त राशन मिल रहा है। और मोदी की गारंटी है अगले पांच साल भी मिलता रहेगा। बिहार में चौरासी लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्ड भी बने हैं। इसलिए ही मैं कहता हूं- जब नीयत सही तो नतीजे सही।

साथियों,
बीजेपी सरकार, इंसानों की सेवा तो कर ही रहा है हमने पशुधन की भी उतनी ही रक्षा करने का तय किया है। केंद्र सरकार ने बिहार के करीब 2 करोड़ पशुओं को खुरपका-मुंहपका जैसी बीमारियों से बचाने के लिए मुफ्त में टीकाकरण का अभियान चलाया है। आपको कोविड के समय मोदी ने जो मुफ्त में टीका दिया वो याद है। मोदी पशुओं को भी टीका मुफ्त में लगा रहा है। पहले गरीबों का जो पैसा बीच में ही लूट लिया जाता था, अब वो सीधे आपके खाते में पहुंच रहा है। आज बिहार के पिच्यासी लाख से ज्यादा किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। यहां जमुई में ही किसानों को इस योजना के तहत आठ सौ पचास करोड़ रुपए से अधिक सीधे उनके बैंक खाते में पहुंचे हैं। आप मुझे बताइए साथियों....ये घमंडिया गठबंधन वालों की सरकार होती तो आपके बैंक खाते में सीधे पैसे भेजने वाली व्यवस्था बनती क्या? हो सकता क्या? आरजेडी-कांग्रेस आपके हक के सारे पैसे भी लूट लेते और आपसे साइन भी करा लेते कि हां पैसा मिल गया है।

साथियों,
आज देश के सारे भ्रष्टाचारी, जो हमेशा एक दूसरे से लड़ते थे, एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे...एक दूसरे को जेल में बंद करने की मांग कर रहे थे। अब वो सब मिलकर.... मोदी आया...। भ्रष्टाचारी कान खोलकर सुन लें। ये मोदी नहीं आया, 140 करोड़ देशवासियों का भ्रष्टाचारियों के प्रति गुस्सा निकलकर आया है। और इसलिए ये मोदी के खिलाफ अनाप-शनाप पता नहीं क्या-क्या बोलते हैं। साथियों, मैं कहता हूं - भ्रष्टाचार हटाओ, मोदी कहता है- भ्रष्टाचार हटाओ, वो कहते हैं-भ्रष्टाचारी बचाओ। आप मुझे बताइए भ्रष्टाचार हटना चाहिए कि नहीं हटना चाहिए। इस देश से भ्रष्टाचार जाना चाहिए कि नहीं जाना चाहिए? हर स्तर से भ्रष्टाचार जाना चाहिए कि नहीं जाना चाहिए? जिन्होंने लूटा है उन्हें लौटाना पड़ेगा कि नहीं पड़ेगा?

साथियों,
ये कौन लोग हैं जो भ्रष्टाचार के खिलाफ इतनी बड़ी लड़ाई का विरोध कर रहे हैं? आप देखिए.. एक तरफ NDA सरकार है, जो नए उद्योग लगाने की बात करती है। दूसरी ओर ये लोग हैं, जिनकी पहचान अपहरण उद्योग की रही है। एक तरफ NDA सरकार है, जो सोलर पावर और LED लाइट की बात करती है। दूसरी ओर ये घमंडिया गठबंधन वाले लोग बिहार को लालटेन युग में रखना चाहते हैं। हम नीतीश जी के सहयोग से बिहार में हाइवे और एक्सप्रेसवे बना रहे हैं। जबकि आरजेडी ने बिहार को गड्ढे और खाई में धकेल दिया था। NDA सरकार गरीबों की उनकी जमीन का प्रॉपर्टी कार्ड दे रही है। जबकि आरजेडी के लोग गरीबों की ज़मीनों पर कब्जा करते हैं। हम महिलाओं को सुरक्षा की गारंटी देते हैं, बेटियों को नए अवसर देते हैं। जबकि आरजेडी के लोग जंगलराज में बेटियों को सड़कों से उठा लिया जाता था।

साथियों,
हमारी सरकार में राममंदिर का 500 वर्ष पुराना सपना पूरा हुआ है। जबकि यही आरजेडी-कांग्रेस ने राम मंदिर ना बने, इसके लिए पूरी ताकत लगा दी थी। आज भी ये लोग राममंदिर का उपहास उड़ाते हैं, अपमान करते हैं।

साथियों,
कांग्रेस हो या आरजेडी, इन्होंने हर मौके पर बिहार और बिहारी गौरव का अपमान किया है। यही कांग्रेस और आरजेडी थी, जिसने कर्पूरी ठाकुर का अपमान किया था। अभी कुछ ही समय पहले हमारी सरकार ने बिहार के गौरव कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया, तब भी इन लोगों ने उसका विरोध किया। इन्हीं लोगों ने रामनाथ कोविन्द जी को राष्ट्रपति बनाने का विरोध किया था। कांग्रेस और आरजेडी ने आदिवासी महिला, द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति का चुनाव हराने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी। 19 अप्रैल को आपको इन गरीब विरोधी लोगों को अपने वोट से हराना है। चुन-चुन कर इनको साफ करना है। करेंगे? घर-घर जाएंगे, लोगों को समझाएंगे? आपको मेरा एक और काम करना है। घर-घर जाकर लोगों को बताएं कि मोदी जी आए थे, मोदी जी ने अपना प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। हर परिवार में मेरा प्रणाम पहुंचेगा, ये आपकी गारंटी, तो मेरी गारंटी है विकास की।

मेरे साथ बोलिए,
भारत माता की,
भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद!

Explore More
78મા સ્વતંત્રતા દિવસનાં પ્રસંગે લાલ કિલ્લાની પ્રાચીર પરથી પ્રધાનમંત્રી શ્રી નરેન્દ્ર મોદીનાં સંબોધનનો મૂળપાઠ

લોકપ્રિય ભાષણો

78મા સ્વતંત્રતા દિવસનાં પ્રસંગે લાલ કિલ્લાની પ્રાચીર પરથી પ્રધાનમંત્રી શ્રી નરેન્દ્ર મોદીનાં સંબોધનનો મૂળપાઠ
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।