We made the district mineral foundation... The BJP is working at the centre for the development of Jharkhand: PM Modi in Jamshedpur
I am confident that the people of Jharkhand will vote for the state's development, says PM Modi in Jamshedpur
The relationship between Jharkhand and the BJP is not just a political one. It is a bond of the heart, a relationship of belonging: PM Modi
The three biggest enemies of Jharkhand are JMM, RJD, and Congress, says PM Modi in Jamshedpur
Congress ruled the country from Delhi for so many decades but they did not let backwards, Adivasi and Dalits come forward: PM Modi

जोहार आप सभी को राम-राम। झारखंड के आप लोगों से मैंने वादा किया था कि आमने-सामने आकर बातचीत होगी, जब सुबह मैं रांची पहुंचा तो मौसम ज्यादा खराब हो गया, हेलीकॉप्टर उड़ नहीं सकता था इसलिए मैंने तय किया की सड़क के रास्ते ही जमशेदपुर जाऊंगा। रास्ते भर बारिश भी अपने आशीर्वाद बरसा रही थी और भीगते हुए लोगों को पहले पता नहीं था कि मैं जाने वाला हूं लेकिन जैसे-जैसे रास्ते में लोगों को पता चलने लगा भारी बारिश के बीच भी हाथ में झंडा लेकर लोग पूरे रास्ते में खड़े थे शान-शान पर खड़े थे ये प्यार ये आशीर्वाद मेरे जीवन की बहुत बड़ी पूंजी है। साथियों, बारिश कितनी ही तेज क्यों ना हो, रुकावटें कितनी भी ज्यादा क्यों ना हो लेकिन कोई भी रुकावट मुझे आपसे अलग नहीं कर सकती है। मैं आपके दर्शन किए बिना वापिस नहीं जा सकता हूं और इसलिए वाय रोड भी मैं आपके दर्शन करने के लिए पहुंच गया।

साथियों,

क्रान्ति और बलिदानों की ये धरती भगवान बिरसा मुंडा के तप, त्याग और आशीर्वाद की धरती वो धरती जिसने ‘पोटो हो’ जैसे कोल्हान के महान योद्धा दिये, जिसने जमशेद जी जैसे उद्यमी के जरिए आजाद भारत के सपनों को सींचा था। मैं झारखंड की इस महान धरती को प्रणाम करता हूं। साथियों, आज करमा पूजा की उमंग के बीच यहां आने से पहले मुझे झारखंड को विकास की कई बड़ी सौगात देने का सौभाग्य भी मिला है। मैं करमा पर्व की आप सभी को बधाई देता हूं।

साथियों,

उत्सव के इस महौल में आज झारखंड को 6 नई वंदेभारत ट्रेनें मिली हैं। झारखंड के अलग-अलग शहरों में लोगों को अब आधुनिक सुविधाओं के साथ हाई स्पीड सफर का अनुभव मिलेगा। इसका बड़ा फायदा मध्यम वर्ग को होगा, उद्यमियों को होगा। इससे युवाओं के लिए रोजगार और प्रगति के भी अवसर बनेंगे। साथियों, आज झारखंड के हजारों गरीबों को पीएम आवास योजना के जरिए पक्के घर भी मिले हैं। इनमें से ज्यादातर घर, मेरी माताओं- बहनों के नाम पर हैं। करमा पूजा के दिन बहनें अपने भाई की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करती हैं। आज उनका ये भाई अपनी बहनों को अपने पक्के घर का उपहार देकर धन्य हो गया है।

साथियों,

कुछ ही महीने पहले मैं लोकसभा चुनाव के दौरान भी आप सबका आशीर्वाद मांगने झारखंड आया था। आप उस तपती गर्मी में भी मुझे अपना स्नेह देने आए थे। दुनिया ने देखा एक तरफ सारा विपक्ष मोदी को हराने के लिए बेचैन पूरी जमात बड़े-बड़े षड्यंत्र, बड़ी-बड़ी साज़िशें झूठ फैलाने की इतनी बड़ी मशीनरी इतना बड़ा अफवाह का तंत्र देश को बांटने और तोड़ने वाली ताक़तें लेकिन, आपका आशीर्वाद उन सब पर भारी पड़ा। मैं आपके इस प्यार के लिए, आपके आशीर्वाद के लिए भी आपका धन्यवाद करता हूं। मेरा सौभाग्य है आज देश के दलित-वंचित, गरीब-आदिवासी और महिलाओं का आशीर्वाद मुझ पर है देश को मोदी पर भरोसा है, आज युवाओं का भरोसा मोदी पर है, मध्यम वर्ग का भरोसा मोदी पर है और इस भरोसे को मजबूत बनाने के लिए मोदी कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगा। मेरे साथ बोलिए भारत माता की.. भारत माता की। आप इतने उत्साह में हैं इतनी आवाज आ रही है शायद सबको सुनाई नहीं देता होगा मेरी प्रार्थना है आपका उत्साह बनाए रखिए लेकिन अगर थोड़ी शांति रखेंगे तो मेरी बात दूर पहुंच पाएगी तो मैं चालू करूं, बात बताऊं।

साथियों,
झारखंड और भाजपा का रिश्ता सिर्फ एक राजनीति का रिश्ता नहीं है, सिर्फ चुनावों का रिश्ता नहीं है ये रिश्ता दिल का है, ये रिश्ता अपनेपन का है। झारखंड का सपना भाजपा का अपना सपना है। मैं आप सबसे पूछता हूं क्या आप जवाब देंगे जरा हाथ ऊपर करके बताइये जवाब देंगे सबके सब जवाब देंगे जरा मुझे बताना अलग झारखंड राज्य का सपना किसकी सरकार में सपना पूरा हुआ? भाजपा सरकार में, किसकी सरकार में? आकांक्षी जिला योजना के जरिए झारखंड के पिछड़े जिलों के विकास की चिंता पहली बार किस सरकार ने की? भाजपा की सरकार ने की। भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती पर जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत किस सरकार ने की? भाजपा सरकार ने की। आप भी जानते हैं कैसे देश में दशकों तक आदिवासी युवाओं को शिक्षा व्यवस्था से दूर रखा गया। ऐसे में किसने आदिवासी बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा की चिंता की? किसने 400 से ज्यादा एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाएं? बीजेपी की सरकार ने और इतना ही नहीं आदिवासी समाज से एक महिला को देश की राष्ट्रपति किसने बनाया? तो जवाब एक ही है भारतीय जनता पार्टी ने बनाया। साथियों, पहले की सरकारें, खनिज संसाधनों से सम्पन्न झारखंड और दूसरे इलाकों से केवल वसूली करती थी। मैंने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फ़ाउंडेशन, यानी DMF बनाकर आपको आपका हक दिलाया। आज भी भाजपा केंद्र में रहकर झारखंड के विकास के लिए पूरे समर्पण भाव से, सेवा भाव से काम कर रही है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं आप राज्य सरकार में भाजपा को मौका दीजिए झारखंड के विकास के लिए भाजपा कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगा।

साथियों,
झारखंड के तीन सबसे बड़े दुश्मन हैं ये झारखंड के दुश्मनों को झारखंड के लोग जितना जल्दी पहचानेंगे उतना झारखंड का भाग्य सुनिश्चित होगा। झारखंड के ये तीन दुश्मन हैं JMM, RJD और कांग्रेस। झारखंड के निर्माण का बदला आज भी RJD झारखंड से उतारती है और कांग्रेस को तो झारखंड से नफरत है ही। कांग्रेस पार्टी ने इतने दशक तक दिल्ली में बैठकर देश पर राज किया लेकिन, इन्होंने देश के दलित, पिछड़ा और आदिवासी समाज को आगे नहीं बढ़ने दिया। साथियों, ये लोग स्वार्थ और सत्ता में किसी भी हद तक जा सकते हैं। आप देखिए, ये JMM वाले जिन्होंने आदिवासियों के वोट से अपनी राजनीति चमकाई, आज वो किसके साथ खड़े हैं ये लोग आदिवासियों के जंगल, जमीन पर कब्जा करने वालों के साथ हैं। इस समय झारखंड का बहुत बड़ा मुद्दा घुसपैठ हर झारखंडी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। नौजवान बेटियों के हर मां-बाप के लिए रात की नींद उड़ाने वाला बना है। दो-तीन दिन पहले ही झारखंड हाईकोर्ट ने एक स्वतंत्र पैनल से घुसपैठ की जांच का आदेश दिया है लेकिन यहां JMM सरकार ये मानने के लिए तैयार नहीं है कि झारखंड में घुसपैठ हो रही है। भाइयों और बहनों, आज संथाल परगना और कोल्हान में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ बहुत बड़ा खतरा है। इस पूरे क्षेत्र की पहचान यहां की डेमोग्राफी बहुत तेजी से बदल रही है। (आप ये नीचे रखिए पीछे लोगों को दिखता नहीं है। नीचे रखिए आप, आप सबकुछ नीचे रखिए, वो फ्रेम बगैर नीचे रखिए आप, आपका प्यार मेरे सर आंखों पर भाई मैंने देख लिया आपकी मेहनत की मैं इज्जत करता हूं आप भी नीचे रखिए पीछे लोगों को परेशानी हो रही है प्लीज आपने इतना बढ़िया चित्र बनाया आपका प्यार मुझे मंजूर है इसको नीचे रखिए पीछे वालों को परेशानी हो रही है आपका ये प्यार मेरे सर आंखों पर है भाई-बहनों मैं इस प्यार को कभी भूल नहीं सकता) साथियों, मैं घुसपैठ की बात कर रहा था संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी तेजी से कम हो रही है यहां के लोगों की ज़मीनें हड़पी जा रही हैं। घुसपैठिए पंचायतों पर, व्यवस्था पर कब्जा कर रहे हैं। बेटियों के साथ अत्याचार की वारदातें बढ़ रही हैं। झारखंड के शहर हो या गांव, इस घुसपैठ के कारण हर झारखंडी असुरक्षित महसूस कर रहा है।

साथियों,
सच्चाई ये है कि JMM के लोग बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के साथ खड़े हैं। ये घुसपैठिए और कट्टरपंथी JMM को भी अपने कब्जे में लेते जा रहे हैं। इनके लोग झारखंड मुक्ति मोर्चा के भीतर भी घुस गए हैं। जानते हैं ऐसा क्यों हुआ क्योंकि JMM में कांग्रेस का भूत घुस गया है। जब किसी पार्टी में कांग्रेस का भूत घुस जाता है, तो तुष्टीकरण ही उस दल का इकलौता एजेंडा बन जाता है। इसके लिए सबसे पहले ये लोग दलित, आदिवासी और पिछड़ा समाज के हितों की बलि चढ़ाते हैं। यही हाल JMM का भी हो रहा है। इसलिए हमें एक बात साफ-साफ समझनी होगी JMM और कांग्रेस जैसे दलों को आपका वोट नहीं चाहिए। ये दल मजहब के नाम पर अपना वोटबैंक बनाना चाहते हैं। यही समय है, हमें इस खतरे को यहीं पर रोकना होगा। इसके लिए झारखंड के हर एक नागरिक को एकजुट होना होगा भाजपा को मजबूत करना होगा। साथियों, वोटबैंक की पॉलिटिक्स करने वाले लोग किसी के भी सगे नहीं होते। JMM सरकार के 5 साल का कार्यकाल इसका सबूत है। वोट लेने के लिए ये लोग आदिवासियों के नाम पर राजनीति करते हैं। लेकिन, JMM के लिए आदिवासी समाज का सम्मान नहीं, अपना सियासी फायदा सबसे ऊपर है। आज झारखंड का गरीब आदिवासी पूछ रहा है क्या चंपई सोरेन जी आदिवासी नहीं थे क्या? क्या वो एक गरीब परिवार से नहीं आते थे क्या? लेकिन, जिस तरह उन्हें अपमानित किया गया, जिस तरह मुख्यमंत्री की कुर्सी कब्जाने के लिए उन्हें अपमानित करके हटाया गया, उससे झारखंड के हर गरीब आदिवासी का दिल पर गहरी चोट पहुंची है, दुख से भरा हुआ है। सीता सोरेन जी तो उनके ही अपने परिवार से थीं। लेकिन, एक महिला होने के बावजूद उन्हें अपमानित और बेदखल किया गया। इसका जवाब झारखंड का हर आदिवासी देगा, झारखंड की हर माता, हर बहन, हर बेटी देगी।

साथियों,

झारखंड का निर्माण बड़े सपनों के लिए हुआ था। लेकिन, इन सपनों का इन आकांक्षाओं का क्या हुआ? ये सब भ्रष्टाचार और लूट की भेंट चढ़ गए और आप जानते हैं इस देश की सबसे बेईमान और महाभ्रष्ट पार्टी एक ही है- कांग्रेस पार्टी। इस देश का सबसे भ्रष्ट परिवार एक ही है- कांग्रेस का परिवार, भ्रष्टाचार की सारी धाराएं वहीं से निकलती हैं। ये JMM वाले भी उसी स्कूल से ट्रेनिंग लेते हैं और उस स्कूल का नाम है ‘कांग्रेस स्कूल ऑफ करप्शन’। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 5 साल में केवल एक ही काम किया है- झारखंड की लूट और चारों तरफ भ्रष्टाचार। JMM सरकार ने ‘जल, जंगल, जमीन’ सबमें भ्रष्टाचार किया। एक ओर यहां का गरीब, शहरों में रहने वाला मध्यम वर्ग एक-एक रुपए के लिए पसीना बहाता है। दूसरी ओर, इस सरकार के मंत्री और इनके सांसद के ठिकानों से, उनके नौकरों के अड्डे से सैकड़ों करोड़ कैश बरामद होता है। हजारों करोड़ रुपए के घोटाले होते हैं। आपको याद है न कैसे नोटों के पहाड़ झारखंड से निकले थे? टीवी में महीनों तक वो नोटों के पहाड़ दिखाए जाते थे ये नोटों के मशीन से नोट नहीं आई, ये नकली नोट नहीं थे ये आपकी मेहनत की कमाई का पैसा उन्होंने लूटकर जेब भरा था ये आपका पैसा है। भाइयों-बहनों, इस चुनाव में ये भ्रष्टाचार करने वाले, आपके धन को लूटने वाले, देश के खजाने को लूटने वाले, झारखंड के खजाने को लूटने वाले उसकी पाई-पाई का हिसाब करना हम सबकी ज़िम्मेदारी है, मुझे आपका साथ चाहिए भाइयों। आज यहां राज्य सरकार के संरक्षण में झारखंड के खान, खनिज, बालू, सबकी लूट हो रही है। इन्होंने सेना की जमीन तक को नहीं छोड़ा। इन्होंने झारखंड के लोगों की जमीन को भी नहीं छोड़ा। मुझे यहां के लोग बता रहे थे अपनी जमीन बचाने के लिए लोगों को बोर्ड लगाना पड़ता है कि जमीन बिकाऊ नहीं है और ये हालत जमशेदपुर जैसे शहरों तक में है।

साथियों,

JMM वालों की अब चला-चली की बेला आ चुकी है और इससे ये लोग बौखलाए हुए हैं। भाजपा के नेताओं पर झूठे केस लादे जा रहे हैं। सत्ता जाने के डर से इन्होंने अपना झूठ का पिटारा निकाल दिया है। आप मुझे बताइये इन्होंने जब तक नौकरी नहीं, तब तक बेरोजगारी भत्ता का वादा किया था। कितने बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी का भत्ता मिला? मिला क्या? इन्होंने शहरी रोजगार योजना शुरू की। शहरों में रोजगार मिला क्या? उल्टे, वो योजना ही 2 महीने में बंद हो गई। हालात ये है कि, भर्ती परीक्षाओं के नाम पर राज्य में 15 से ज्यादा युवाओं की जान तक चली गई। 15 नौजवान उस मां के लाडले उस बहन के भाई इस सरकार की गलत व्यवस्था के कारण अपनी जान गंवा बैठे। प्रदेश सरकार संवेदनशील होने की जगह जख्मों को कुरेदने में लगी है। इस घटना में जिन युवाओं की जिंदगी गई है मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं, उनके परिवारों को सांत्वना देता हूं और मैं वादा करता हूं झारखंड में कुछ ही महीनों के बाद जब बीजेपी सरकार बनेगी, एनडीए सरकार बनेगी तो इन सारे मामले की जांच करवाई जाएगी और जिम्मेवार लोगों को हर प्रकार से कानूनी शिकंजा कसा जाएगा।

साथियों,

झारखंड की वर्तमान सरकार को युवाओं की कोई चिंता नहीं है। इन्होंने हर साल JPSC और JSSC की परीक्षाएं आयोजित करवाने का वादा किया लेकिन, वादा पूरा करने की जगह सरकार के संरक्षण में नौकरी बेचने वाले गिरोह पनप रहे हैं। यहां पेपर लीक करने वालों को शह दी जा रही है। हर परीक्षा गड़बड़ियों का शिकार है। युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली ऐसी राज्य सरकार को हमें झारखंड से हटाना ही होगा। यहां की सरकार आपसे सिर्फ झूठ बोल सकती है, झूठे वायदे कर सकती है।

भाइयों- बहनों,

गरीबों को झांसा देने के लिए इन्होंने पेट्रोल-डीजल देने की योजना भी चलाई थी। आपमें से किसी को पेट्रोल- डीजल मिल रहा है क्या? नहीं मिल रहा ना? क्योंकि, वो योजना भी झूठा दिलासा था। उसे भी 2 महीने बाद ही बंद कर दिया गया। अब ये महिलाओं को पैसे देने के नाम पर, गरीबों को भरमाने के लिए नए-नए तिकड़म लगा रहे हैं। इसलिए आपको ऐसे धोखेबाजों को सरकार से बाहर निकालना है। साथियों, वादे करना और उन्हें पूरा करना, ये केवल बीजेपी ही करती है। एक ओर हमारी सरकार है हमने चुनाव में गरीबों को 3 करोड़ और पक्के मकान देने का वादा किया था। पिछले महीने ही सरकार ने इसको मंजूरी भी दे दी है। हमने 70 साल से अधिक उम्र के हर बुजुर्ग को मुफ्त इलाज की गारंटी दी थी। कुछ ही दिन पहले सरकार ने उस फैसले पर भी मोहर लगा दी है। हम हर घर तक जल पहुंचा रहे हैं। हम लगातार छोटे किसानों को पीएम-किसान सम्मान निधि दे रहे हैं। लेकिन भाइयों बहनों, आपको याद होगा ढेर सारी घोषणाएं कांग्रेस पार्टी ने भी की थी। कांग्रेस ने पिछले लोकसभा चुनाव में युवाओं और महिलाओं को 1-1 लाख रुपए देने का वादा किया था। लेकिन, जब महिलाएं ये पैसा मांगने कांग्रेस दफ्तर पर गई, तो महिलाओं को अपमानित किया गया। जहां-जहां कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां-वहां ऐसे ही झूठ की दुकान खोली जा रही है। साथियों, JMM वाले भी जब-जब कुछ देने की बात करें, तो सावधान हो जाइए क्योंकि, JMM को भी ये ट्रेनिंग कांग्रेस से ही मिली है। जब भी ये कुछ देने की बात करेंगे, तो आपकी जेब पर डाका डालेंगे। मैया सम्मान योजना के नाम पर महिलाओं से तीन-तीन सौ रुपए मांगे जा रहे हैं। अबुआ आवास के नाम पर 25 हजार रूपये तक की वसूली हो रही है। केंद्र सरकार की योजनाओं में भी जहां इन्हें मौका मिल रहा है, ये पिछले दरवाजे से लाभार्थियों को गुमराह करके उनसे भी वसूली कर रहे हैं। म्यूटेशन और नाम सुधार जैसे काम करवाने के लिए 5-5 हजार देने पड़ते हैं। मैं आपसे पूछता हूं जनता को लूटना ही जिनका पेशा हो वो आपको कभी भी कुछ देंगे क्या? ये जवाब देने का मौका आपको आने वाले चुनाव में मिलेगा।

साथियों,
मुझे विश्वास है कि झारखंड की जनता झारखंड के विकास के लिए वोट करेगी। आप सब एक बार फिर भाजपा पर अपना आशीर्वाद बरसाएंगे। आप सब इतनी बड़ी तादाद में, इतने उत्साह से भरे हुए आप लोगों को देखकर मुझे भविष्य साफ नजर आ रहा है। आपने इतनी बड़ी तादा में आकर हम सबको आशीर्वाद दिया मैं आपका हृदय से आपका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। मेरे साथ बोलिए भारत माता की। दोनों मुट्टी बंद करके पूरी ताकत से बोलिए मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट भी चालू कर दीजिए सबके फोन की फ्लैश लाइट चले भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।