If someone even by mistake presses the button for RJD, Congress or INDI alliance, his vote is sure to be wasted: PM Modi in Hajipur
The priority of RJD and Congress is not you, the people, but their own vote bank, says PM Modi while addressing the public in Hajipur

हाजीपुर, बिहार

भारत माता की जय

भारत माता की जय

भारत माता की जय

पूरा दुनिया के गणतंत्र के मतलब बतावे...आ सिखावे वाला हाजीपुर के ई महान धरती के...परनाम करइत हती। आज देश में चौथे चरण के लिए मतदान हो रहा है। मेरा सभी मतदाताओं से अनुरोध है कि वो ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोटिंग करें। ये चुनाव, लोकतंत्र का एक महापर्व होता हैं...और ज्यादा मतदान, इसकी शोभा और बढ़ा देता है और आपका एक-एक वोट लोकतंत्र का गहना बन जाता है।

साथियों,

ये भगवान महावीर की धरती है...ये भगवान बुद्ध की धरती है..और ये वो धरती है, जहां लोकतंत्र की भी जड़ें हैं...और ये वो धरती है जहां रामचौरा मंदिर भी है...मान्यता है कि यहां हमारे प्रभु श्रीराम के चरण पड़े थे। इसलिए हाजीपुर आकर आपसे आशीर्वाद लेना...मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है।

साथियों,

ये पहला लोकसभा चुनाव है जब हम स्वर्गीय रामविलास पासवान जी की अनुपस्थिति में लड़ रहे हैं। रामविलास जी, सामाजिक न्याय के सच्चे साधक थे और हाजीपुर के प्रति उनका लगाव और समर्पण हमेशा याद रहेगा। हाजीपुर के लिए उनके सपनों को पूरा करने के लिए हम सब संकल्पबद्ध हैं।

साथियों,

4 जून बहुत दूर नहीं है। 4 जून को सुबह के इस समय सबकी नजर टीवी पर होगी...रेडियो पर होगी। सोशल मीडिया खंगालते होंगे और आप जो आशीर्वाद दे रहे हैं। वो 4 जून को एक के बाद एक भाजपा-एनडीए के विजय की ओर आगे बढ़ता जाएगा और चुनाव के परिणाम क्या कहेंगे....? चुनाव के परिणाम क्या कहेंगे....? फिर एक बार....मोदी सरकार ! फिर एक बार....मोदी सरकार ! फिर एक बार....मोदी सरकार !

एनडीए को दिया आपका वोट केंद्र में मोदी की मजबूत सरकार बनाएगा। RJD…कांग्रेस...या इंडी अलायंस को तो किसी ने गलती से भी बटन दबा दिया ना तो उसका वोट बेकार जाना तय है और बिहार के लोग तो समझदार हैं, वो बेकार जाने वाली चीज कभी करते ही नहीं है। इसलिए अपना वोट सरकार बनाने के लिए दीजिए, देश बनाने के लिए दीजिए, आपके भविष्य के लिए, आपके बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए दीजिए। आपका वोट एनडीए को दीजिए।

साथियों,

बिहार के लोगों के सामर्थ्य औऱ समझदारी का मैं बहुत सम्मान करता हूं। लेकिन मुझे ये देखकर दुख भी होता है कि सामाजिक न्याय के नाम पर लालटेन वालों ने बिहार में कितनी अंधेरगर्दी फैलाई। इन लोगों ने बिहार के लोगों को गरीबी और अभाव में धकेल दिया, जंगलराज दिया। इन लोगों ने सबको बर्बाद किया और खुद अपने आलीशान महल खड़े कर लिए। क्या ऐसे लोग बिहार का कभी भला कर सकते हैं? आरजेडी-कांग्रेस में बिहार को आगे बढ़ाने की इच्छाशक्ति ही नहीं है। वो तो सोच रहे हैं अभी जितना समय बचा है खुद का, जितना लूट सको लूट लो। वो अपने बच्चों को सेट करने में लगे हैं, उनको आपके बच्चों की परवाह नहीं है। आप लोग यहां एक कहावत कहते हैं ना...ना नीमन गितिया गाइब...ना मड़वा में जाइब...आरजेडी-कांग्रेस का हाल यही है। ये लोग विकास के कार्यों से भागते हैं, क्योंकि उसमें मेहनत लगती है...खुद को खपाना होता है। इन लोगों के नकारेपन ने बिहार के कई अमूल्य दशक बर्बाद किए हैं। ऐसे लोगों से हमें बिहार को बचाकर रखना है।

भाइयों और बहनों,

RJD हो, कांग्रेस हो, इन दोनों पार्टियों ने अब तुष्टिकरण को अपना सबसे बड़ा राजनीतिक हथियार बनाया है। आजकल आप देखते होंगे...इंडी-अलायंस का हर दल, राम मंदिर के लिए भद्दी-भद्दी बातें कर रहा है। राम मंदिर को गाली देकर, उसका बहिष्कार करके ये आपको चिढ़ा रहे हैं। क्या ऐसे लोगों को आप माफ करेंगे? ऐसे लोगों को कोई माफ कर सकता है क्या।

साथियों,

आरजेडी-कांग्रेस की प्राथमिकता, आप लोग नहीं, बल्कि उनका अपना वोट बैंक है। अभी आपने सुना होगा...बिहार में जंगलराज लाने वाले जो व्यक्ति हैं...जो चारा घोटाले में अदालत ने सजा की हुई है...गुनहगार माना है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण दिया जाना चाहिए...वो भी पूरा का पूरा। यानि दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों को मिलने वाला पूरा आरक्षण...ये अब सिर्फ मुसलमानों को देना चाहते हैं।

भाइयों-बहनों,

मैं भी आपकी तरह अति पिछड़े समाज से आता हूं। मैं जानता हूं ऐसा सुनकर के उनकी बेचौनी कितनी बढ़ जाती है। उनको लगता है कि हमारा तो भविष्य ही डूब जाएगा। हमारे दलित भाई-बहन, हमारे आदिवासी भाई-बहन, हमारे पिछ़ड़े, हमारे अति पिछड़े, अगर धर्म के आधार पर आरक्षण के नाम पर, उनको बाबासाहेब और संविधान ने जो अधिकार दिया है, अगर वो लूट लिया जाएगा, तो इनकी तो आने वाली सारी पीढ़ियां बर्बाद हो जाएंगी। लेकिन इन्हें ना को बाबासाहेब की परवाह है और ना इन्हें संविधान की परवाह है, क्या बिहार का दलित हो, पिछ़ड़ा हो, आदिवासी हो, ये हमारे समाज के लोग अपना हक आरजेडी-कांग्रेस वालों को छीनने देंगे क्या? छीनने देंगे क्या? मैं आपको गारंटी देता हूं, जब तक मोदी जिंदा है, ये आपके अधिकारों पर डाका नहीं डाल सकते। ये आपके आरक्षण को छीन नहीं सकते। वो समझ लें, वो वक्त चला गया, जब आपने महिलाओं को मिलने वाले आरक्षण के कागज फाड़ दिए थे। आगे अगर ऐसी कोई कोशिश करेंगे तो लेने के देने पड़ जाएंगे।

साथियों,

ये बीजेपी है, एनडीए है, जो सामाजिक न्याय की पहरेदार है। आज देश में SC/ST/OBC के सबसे अधिक MP/MLA ये बीजेपी-NDA के हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में 60 परसेंट मंत्री, इन्हीं वर्गों के हैं। इतना ही नहीं, 2014 में जब हमारी सरकार बनी तो हमने एक दलित के बेटे, रामनाथ कोविंद जी को राष्ट्रपति बनाया। और अब आज आदिवासी समाज की बेटी, द्रौपदी मुर्मू जी, हमारे देश की राष्ट्रपति होने के नाते हमारा मार्गदर्शन कर रही है। ये होती है भागीदारी। ये होता है सबका साथ-सबका विकास का मंत्र।

भाइयों और बहनों

कांग्रेस-आरजेडी ने मिलकर बिहार की अनेक पीढ़ियों को उनके सपनों को तबाह किया है। आज जब यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें आशीर्वाद देने आई हैं। 40 साल से लटका हुए एक मामला, आरजेडी वालों ने पार्लियामेंट में जिन कागजों को छीन करके फाड़ दिया था। वो मामला था इस देश की माताओं-बहनों को पार्लियामेंट में असेंबली में अधिकार देने का, आरक्षण देने का। अब इसके कारण, आरजेडी और कांग्रेस की विकृत मानसिकता के कारण महिलाओं को वो अधिकार नहीं मिला। ये आपका भाई, आपका बेटा, आपने जब मुझे वहां सेवा करने के लिए भेजा ना, नई संसद बनते ही महिलाओं के लिए आरक्षण का काम पूरा कर दिया। ये आरजेडी वाले इसके विरोधी हैं। ये दोबारा कोशिश की आने की तो ये भी छीन लेंगे मान के चलिए।

RJD के राज में यहां सिर्फ अपहरण और फिरौती उद्योग ही फला-फूला। हाजीपुर ने तो देखा है, कैसे उद्योग-धंधे सब चौपट हो गए...आरजेडी-कांग्रेस ने बिहार को सिर्फ पलायन दिया....बिहार को सिर्फ तबाही दी।

साथियों,

मोदी, विकसित बिहार...विकसित भारत के संकल्प को लेकर निकला है। और मोदी का, NDA का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? हमारा ट्रैक रिकॉर्ड भ्रष्टाचारियों को खोजकर सजा देने का है। मैं देश को, आप लोगों को एक आंकड़ा देता हूं...आप लोग ध्यान से सुनेंगे? ये आपको काम आएगा। ये जो टीवी पर आप नोटों के पहाड़ देखते हैं ना, ये राजनेताओं के यहां से पकड़े जाते हैं, ये गरीब का पैसा है और गरीब के पैसों की लूट मुझे सोने नहीं देती है।

जब केंद्र में आरजेडी और कांग्रेस वाले सरकार चलाते थे तो ED ने उस समय 10 साल में कितना रुपया जब्त किया था...पता है आपको? कांग्रेस के 10 साल में ED ने जब्त किया था सिर्फ 35 लाख रुपए नकद...अब ये इतना ही रुपया है जितना आपके बच्चे के स्कूल बैग में आ जाए। स्कूल बैग में भर जाए उतना पैसा जब्त किया था और चोरी करने वाले चारी कर रहे थे। मोदी ने जिन्होंने गरीबों के यहां से पैसा लूटा है, उनके यहां सर्च की और मोदी ने अपने 10 साल में भ्रष्टाचारियों से कितना रुपया जब्त किया? 2200 करोड़ रुपया जब्त किया। इतने पैसे को रखने के लिए करीब-करीब 70 छोटे ट्रकों की जरूरत होती है। सोचिए, स्कूल बैग बराबर पैसा और 70 ट्रक बराबर पैसा...आज चोरों की नींद उड़ गई है इसलिए मोदी को गाली दे रहे हैं।

साथियों,

इन लोगों ने आपको लूट कर...नौकरी के बदले जमीनें लिखवाकर...दिल्ली और देश में जो जायदाद बनाई है...वो सब अब एजेंसियों ने जब्त कर ली है। और मैं आपको भरोसा गारंटी देता हूं- जिसने गरीब से जमीन छीनी है, वो बचकर जा नहीं पाएगा।

साथियों,

मोदी के सेवाकाल में भारत में देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है।
और जब अर्थव्यवस्था आगे बढ़ती है तो उतने ही रोजगार के भी मौके पैदा होते हैं। पिछले 10 साल में बिहार में 1400 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं। बिहार में 400 से अधिक रेलवे फ्लाईओवर और अंडरपास बने हैं...कोई मुझे बताइए, बिना रोजगार के कोई काम हुआ होगा क्या? छू मंतर करके जैसे रूपये ले जाते हैं, वैसा पुलिया भी बन जाती होगी क्या? किसी को रोजगार मिला होगा, तब जाकर बना होगा ना। पिछले 10 साल में बिहार में 3300 किलोमीटर के नेशनल हाईवे बने हैं। कोई मुझे बताए 3300 किलोमीटर के हाईवे क्या ये बिना रोजगार दिए बन जाते हैं क्या। लगातार चौड़े हो रहे हाईवे हों...एक्सप्रेसवें हों...बिहार में खाद कारखाने का काम हो...थर्मल पावर प्लांट हो, गंगा नदी पर बन रहे अनेकों बड़े पुल हों...पटना मेट्रो में चल रहा कार्य हो, नैचुलर गैस का नेटवर्क हो...गांव-गांव तक उज्ज्वला की गैस पहुंचाने का नेटवर्क हो...ये सब रोजगार की गारंटी होते हैं, रोजगार की गारंटी। लेकिन जो अपने बाप-दादा की कमाई खा कर जीते हैं उनको रोजगार क्या होता है, उसकी समझ तक नहीं है। अभी मोदी ने तय किया है कि बिहार के 90 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जाएगा...क्या ये बिना रोजगार पैदा किए होगा? पिछले 10 साल में मोदी ने देश में 4 करोड़ पक्के घर बनाकर गरीबों को दिए हैं। अकेले बिहार में ही 40 लाख पक्के घर बनवाए गए हैं...इन घरों के लिए जो सीमेंट-सरिया आया है, ईंट-बालू आया है...वो भी मोहल्ले की दुकान से ही गया है। इन सबका लाभ बिहार के नौजवानों को ही तो हुआ है...उन्हें रोजगार के, व्यापार-कारोबार के नए अवसर मिले हैं।

साथियों,

मोदी के वारिस, मोदी के वारिस कौन हैं? है आपके पास कोई नाम, मोदी जिसको देकर के जाएगा। कोई नाम नहीं है क्या, मोदी के वारिस आप हैं। मोदी के वारिस आपका परिवार है। मोदी के वारिश आपके बच्चे हैं। और मुझे वारिस में आपको सबकुछ देकर के जाना है। मुझे आपको सुख-चैन की जिंदगी देकर जाना है। मुझे आपको और आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी देकर जाना है। मुझे आपको विकसित भारत आपके हाथ में सौंपकर जाना है। इसलिए मैं हर कोशिश कर रहा हूं कि युवाओं के हर सपने पूरे हों...वो हर काम कर सकें। अपने सारे सपनों को सिद्ध कर सकें।

सिर्फ मुद्रा योजना से ही बिहार में ढाई लाख करोड़ रुपए की मदद युवाओं को दी गई है। और वो भी मोदी की गारंटी पर। इन युवाओं से गारंटी नहीं मांगी उनसे उनकी संपत्ति का हिसाब नहीं मांगा। मोदी को बिहार के नौजवानों पर भरोसा है। उनको मैं रुपए दूंगा वो डबल कर देंगे और बैंक का लोन भी वापस कर देंगे, ये मेरा भरोसा है। ये 3 लाख करोड़ रुपए यहां दलित-पिछड़े-अतिपिछड़े युवाओं को मिले हैं, महिलाओं को मिले हैं...इससे यहां लाखों काम शुरु हुए हैं। यहां वैशाली सहित, पूरे बिहार में टूरिज्म आधारित रोजगार की अद्भुत संभावनाएं हैं। यहां बुद्ध सर्किट योजना के तहत काम चल रहा है। इससे भी इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

साथियों,

विकसित बिहार-विकसित भारत के लिए आपको 20 मई को ज्यादा से ज्यादा मतदान करना है। ज्यादा से ज्यादा मतदान करोगे। पुराने रिकॉर्ड तोड़ेंगे। रामविलास को जितने वोट मिले हैं, मुझे चिराग के लिए उससे ज्यादा वोट चाहिए। रामविलास जी की आत्मा को चिराग के जीतने से शांति नहीं होगी। रामविलास जी को मिले वोट से ज्यादा वोट मिलेंगे, तब जाकर के रामविलास जी को शांति होगी। और इसलिए इस बार जब आप वोट देंगे ना तो एक वोट की ताकत है आपके, चिराग का जीतना और उसी वोट की आत्मा है, रामविलास को श्रद्धांजलि।

भाइयों-बहनों,

मैं चिराग के लिए इसलिए नहीं आया कि उसको मुझे जीताना है। वह तो जीतने वाला ही है। मैं यहां आया हूं। रामविलास जी का कर्ज चुकाने के लिए। मेरे साथी रहे हैं रामविलास जी और इसलिए मैं यहां आया हूं। मुझे मालूम है, यहां का परिणाम आप लोगों ने तय कर लिया है। चिराग के प्रति मेरा प्यार इसलिए है। मैं आम तौर पर पब्लिकली बोलता नहीं, लेकिन आज बोल देता हूं। चिराग जब पहली बार पार्लियामेंट में आए, तो मैं तो इतना ही जानता था कि रामविलास जी के बेटे हैं। लेकिन मैं देखता था कि उनके व्यवहार में रामविलास जी के बेटे होने के गुरूर का नामो-निशान नहीं था। ये बहुत बड़ी बात है और मैं इसके लिए मैं उनकी माता जी को सारे क्रेडिट देता हूं। आपने इसको ऐसा संस्कार दिया, गुरूर का नामोनिशान नहीं। दूसरी बात मैंने एक बार हमारी कैबिनेट में कही थी। शायद चिराग को भी पता नहीं होगा। रामविलास जी कैबिनेट में थे। मैंने कहा, मैं देखता हूं कि चिराग जब पार्लियामेंट चलती है। वह पूरे दिन सदन में बैठता था। सॉरी मैं थोड़ा तू-तारी कर देता हूं, क्योंकि मैंने उसको बेटे की तरह देखा है, वरना वो हमारे माननीय सांसद हैं। पूरा समय वह पार्लियामेंट में बैठते थे 2014 से 2019. मैंने कैबिनेट में कहा, इस बच्चे में सीखने की जनने की इतनी लगन है, वह एक एमपी के रूप में इतना कोशिश कर रहा है सीखने की। मैं मानता हूं कि एक सांसद के रूप में चिराग सफल सांसद है। आपके बिहार के सच्चे प्रतिनिधि हैं और इसलिए आप जब चिराग को वोट देंगे ना, तो वो वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा।

जरा सब बताइए मेरा एक काम करेंगे , चिराग की बात करता हूं तो बड़ा उत्साह आ जाता है। मेरी बात करता हूं तो थके पड़ जाते हो। जरा हाथ ऊपर करके बताइए मेरा काम करोगे। देखिए यहां से जाने के बाद ज्यादा से ज्यादा घरों में जाइए, ज्यादा से ज्यादा परिवार में जाइए और जाकर के कहिए कि मोदी जी आए थे। उन्होंने आपको जय श्री राम कहा है। मेरा जय श्री राम पहुंचा दीजिएगा। मेरा जय श्री राम पहुंचा दीजिएगा।

भारत माता की जय

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बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।