The illegal occupation of the homes, land and shops of the poor, Dalits, backwards and the downtrodden was a sign of socialism five years ago: PM Modi
Those who don't believe in India's own Covid vaccine and fuel rumours, can they respect talent of UP's youth: PM Modi takes a dig at opposition
Mafias want to come back into power; vote Yogi for 'Badlaav': PM Modi
Five years ago, Uttar Pradesh was ruled by Mafias: PM Modi takes a jibe at Opposition
We are working hard to bring about a change in UP. On the other hand, they are looking for an opportunity to seek revenge from you: PM Modi
Earlier, abduction and demand for ransom had ruined the lives of the middle-class and traders. The Yogi Govt has brought the state out of these situations: PM Modi

नमस्कार।

उत्तर प्रदेश के यशस्वी और उर्जावान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान जी, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा जी, राधा मोहन सिंह जी, वी. के सिंह जी, संजीव बालियान जी, यूपी सरकार के मंत्रीगण, सांसदगण, भाजपा के सभी प्रत्याशी साथी, भाजपा के कार्यकर्ता, भाइयों और बहनों।

आज उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भाजपा की ये पहली वर्चुअल रैली है। इतने कम समय में टेक्नोलॉजी को माध्यम बनाते हुए, इतने ज्यादा लोगों को एक साथ जोड़ना, ये भाजपा कार्यकर्ताओं की दिन-रात की मेहनत का ही परिणाम है। एक जीवंत संगठन का ये सबूत है। हजारों कार्यकर्ताओं ने मुझे आज के इस संबोधन के लिए अपने सुझाव भी भेजे हैं। ये भी Grassroot के कार्यकर्ताओं की सक्रियता का एक जीता जागता उदाहरण है। मां शाकम्भरी के आशीर्वाद से मैं इस चुनावी अभियान की शुरुआत कर रहा हूं। बागपत, शामली, गौतमबुद्धनगर, मुज़फ्फरनगर और सहारनपुर से हमारे साथ जुड़े प्रत्येक मतदाता का भी मैं आदरपूर्वक स्वागत और अभिनंदन करता हूं।

साथियों,

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ये वो धरती है जिसने 1857 की क्रांति में देश को एकजुटता का संदेश दिया था। कमल के फूल और रोटी ने हमेशा देश को बांटने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।हम एकजुट रहेंगे,
तो कोई हमें कभी परास्त नहीं कर पाएगा। हर एक का प्रयास ही, उत्तर प्रदेश को वो ऊंचाई देगा, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है।

साथियों,

जब मैं पांच साल पहले चुनाव के समय पश्चिमी यूपी में आया था, तो आपसे कहा था कि यूपी के विकास के लिए हम कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। इन पांच वर्षों में योगी जी के नेतृत्व में, यूपी सरकार ने
पूरी ईमानदारी से, पूरी निष्ठा से, आपकी सेवा करने का, यूपी के विकास का प्रयास किया है। कोई भूल नहीं सकता कि 5 साल पहले यूपी को लेकर क्या चर्चा होती थी ? 5 साल पहले- दबंग और दंगाई ही कानून थे, उन्हीं का कहा ही शासन का आदेश था। 5 साल पहले- व्यापारी लुटता था, बेटी घर से बाहर निकलने में घबराती थी और माफिया, सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे। पश्चिमी यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब ये क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था, तो पहले वाली सरकार उत्सव मना रही थी...उत्सव। 5 साल पहले- गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों के घर-ज़मीन-दुकान पर अवैध कब्ज़ा,
ये समाजवाद का प्रतीक था। लोगों के पलायन की आए दिन खबर आती थी। अपहरण, फिरौती, रंगदारी ने मध्यम वर्ग को, व्यापारियों को तबाह करके रख दिया था। पांच साल में योगी सरकार, उत्तर प्रदेश को इन हालातों से बाहर निकालकर लाई है। ये कोई मामूली कामम नहीं है मैं भी सालों तक एक राज्य का मुख्यमंत्री रहा हूं। इतने कठिन परिस्थितियों से प्रदेश को बाहर लाना, दंगों से मुक्त कराना, शांति और सुख की जिंदगी का विश्वास पैदा करना।

साथियों,

आज यूपी का किसान हो, कर्मचारी हो, व्यापारी हो या फिर माताएं-बहनें-बेटियां, सभी को सुरक्षा और सम्मान मिल रहा है। जो माफिया और गुंडे खुद को कानून से भी बड़ा मानते थे, यूपी की भाजपा सरकार ने उन्हें कानून का मतलब समझा दिया है। और इसलिए, आज चुनाव के इस माहौल में वो पूरी ताकत लगा रहे हैं कि किसी भी तरह, जो गुंडागर्दी करने वाले लोग थे न, वे अवसर की तलाश में हैं, कैसे भी कर के उन्हें सत्ता में वापस आना है। एक ऐसी अनुकूल सरकार उन्हें चाहिए कि उनको अपने खेल खेलने में सुविधा हो। हम यूपी में बदलाव के लिए खुद को खपा रहे हैं, जबकि वो आपसे बदला लेने के लिए ठानकर बैठे हैं। इन लोगों ने जिन्हें टिकट दिया है,उनकी भाषा, उनका व्यवहार, उनका इतिहास, उनके करतूत, उनके कारनामे, ये सारे उनके सबूत है। ये बदला लेना ही हमेशा से उनकी सोच रही है। और इसलिए मैं ये देखकर खुश हूं कि उत्तर प्रदेश के लोग इन दंगाई सोच रखने वालों से बहुत सावधान हैं, बहुत सतर्क हैं। उत्तर प्रदेश की जनता वो पुराने दिन नहीं चाहती है। इन बदला लेने वालों के बयानों को देखकर, यूपी के लोगों ने ठान लिया है कि इस बार पहले से भी ज्यादा मतों से भाजपा को विजयी बनाएंगे। हमारा काम और उनके कारनामे, उनकी कारस्तानी, ये सब देखकर इस बार भी यूपी की जनता, भाजपा को भरपूर आशीर्वाद देने जा रही है। और इसमें भी जो हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, जो पहली बार मतदान करने जा रहे हैं। वे तो उत्साह और उमंग से भरे हुए हैं। भाजपा की सरकार बनाने के लिए वे खुलकर भाजपा के साथ हैं। पहली बार वोट डालने जा रहे युवा भी इसको समझ रहे हैं कि अब यूपी को फिर से गुंडों-माफियाओं के हवाले नहीं करना है।

सोचिए साथियों,

जो लोग जो सत्ता खोने के अंधविश्वास के कारण नोएडा जैसे युवा आकांक्षाओं के क्षेत्र में आने से भी कतराते हैं, क्या वो युवाओं के सपनों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं? जो देश के अपने टीके पर विश्वास नहीं करते,वैज्ञानिकों पर विश्वास नहीं करते, जो अफवाहों को हवा देते हैं, क्या वो यूपी के युवाओं के टैलेंट,

उनके इनोवेशन का सम्मान कर सकते हैं? यूपी को ऐसी सरकार चाहिए जो अपनी विरासत पर गर्व करे और ज्ञान-विज्ञान और आधुनिकता को भी बढ़ाए। ये काम भाजपा ही कर रही है और भाजपा ही कर सकती है। बीते 5 सालों में अगर यूपी में अनेकों नए शिक्षण संस्थान खुले हैं, आईटीआई खुली हैं, नए मेडिकल कॉलेज बने हैं, इतने सारे नए विश्वविद्यालय बने हैं, तो इसके पीछे युवा सपने ही हैं,
युवा आकांक्षाएं ही हैं।

भाइयों और बहनों,

सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, ये हमारे लिए डबल इंजन सरकार की नीति और निष्ठा का मूल मंत्र भी है। बीते वर्षों में जो भी योजनाएं भाजपा सरकार ने लागू की हैं,
उनका लाभ सभी को मिला है, बिना किसी भेदभाव मिला है। यही भावना तो हमारे संविधान के मूल में है। ऐसा ही भारत तो बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर देखना चाहते थे। ऐसे ही विकास के लिए तो चौधरी चरण सिंह जी ने अपना जीवन समर्पित किया।

साथियों,

जिन्होंने गरीब की तकलीफ ना कभी देखी, ना कभी महसूस की, हमेशा जमीन से कटे रहे, वो ना गरीब को समझ सकते हैं, ना उसका भला कर सकते हैं। गरीबों की भाजपा सरकार ने कैसे काम किया है,
उसका एक उदाहरण गरीबों के पक्के घर हैं। पहले वाली सरकार ने अपने पांच साल में गौतमबुद्ध नगर में सिर्फ 73 घर बनाए थे। जरा सुनिए आप लोग पांच साल में 73 घर, योगी जी सरकार ने इन्हीं 5 साल में उस एक जिले में करीब 23 हजार घर बनाकर शहरी गरीबों को दिए हैं। सोचिए, कहां 73 घर
पांच साल में और कहां 23 हजार घर। सहारनपुर शहर में भी पहले वाली सरकार ने सिर्फ 221 घर गरीबों के लिए बनवाए थे। पांच साल में 221, योगी जी की सरकार ने इन्हीं पांच सालों में 18 हजार से ज्यादा
घर बनाकर सहारनपुर के गरीबों को दिए हैं। इसी तरह शामली, मुज़फ़्फ़रनगर और बागपत शहर में भी कुल मिलाकर पिछली सरकार ने पांट साल में सिर्फ 800 घर बनाए थे। पांच साल में इतने बड़े इलाके में 800 घर, योगी जी की सरकार ने इन तीन शहरों में पांच साल में 33 हजार से ज्यादा गरीबों को घर बनवाकर दिए हैं। जब गरीब का दर्द दिल में हो, तो सरकार ऐसे ही दौड़ती है, ऐसे ही काम करती है। यही फर्क है, जो आज यूपी के लोग देख रहे हैं, समझ रहे हैं। पिछली सरकार जहां पूरे यूपी में कुछ हजार घर ही बनवा पाई थी, वहीं योगी जी की सरकार ने अपने पांच साल में 33 लाख से ज्यादा घर बनवाकर गरीबों को दिए हैं। यानि ये 33 लाख गरीब, इन पांच सालों में लखपति बने हैं, आज इनके पास लाखों का घर है। और इसमें भी सबसे बड़ी बात ये कि इनमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम हैं। माताओं-बहनों के नाम है। यानि हमारी सरकार ने यूपी की लाखों महिलाओं को उनके घर का मालिक बनाया है।

साथियों,

भाजपा के नेतृत्व में यूपी सरकार जो कुछ भी कर रही है, उसका सबसे अधिक लाभ दलितों को, वंचितों को, पिछड़ों को हो रहा है। मुफ्त इलाज हो, मुफ्त गैस कनेक्शन हो, शुद्ध पेयजल का कनेक्शन हो,
पीने के पानी की व्यवस्था, ये समाज के हर वर्ग के, हर संप्रदाय के जीवन को आसान बना रहा है। विशेष रूप से हमारी बहनों-बेटियों को गरीबों की सरकार का सबसे अधिक लाभ मिल रहा है। तीन तलाक के खिलाफ जो कानून हमारी सरकार ने बनाया, उसका लाभ हमारी लाखों मुस्लिम बहनों-बेटियों को हुआ है। बेटे-बेटी को एक समान मानने वाली हमारी सरकार अब बेटियों की शादी की उम्र को 21 साल करने का प्रयास कर रही है। इससे बेटियों को अपने सपने पूरे करने में और मदद मिलेगी।

भाइयों और बहनों,

गरीबों की सरकार की प्राथमिकता क्या है, ये दुनिया पर आए 100 साल में सबसे बड़े संकट, इतनी बड़ी बीमारी, इतनी बड़ी महामारी। विश्व के कोने-कोने में फैली हुई और 100 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ है। उस समय गरीबों के लिए सोचने वाली, गरीबों के लिए जीने वाली सरकार कैसे काम करती है, ये आज देश अनुभव कर रहा है। भारत, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत एक-एक गरीब परिवार का ध्यान रख रहा है। उत्तर प्रदेश के 15 करोड़ नागरिकों को डबल इंजन सरकार मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। ये वही उत्तर प्रदेश है जहां 5 साल पहले राशन की दुकानों से गरीबों का राशन चोरी हो जाता था। आज एक-एक दाना गरीब के घर तक पहुंच रहा है। यही फर्क है, यही बदलाव है जो 5 सालों में आया है। और जैसा मैनें प्रारंभ में कहा 1857 की बात कही, कमल और रोटी इस संकट के काल में गरीब के घर में रोटी बने, इसका पूरा प्रबंध किया और आज हम आपके पास कमल लेकर आए हैं।

साथियों,

जब दिल में सेवा की भावना हो, भ्रष्टाचार पास भी नहीं फटक सकता है, तो काम करने के नतीजे भी मिलते हैं। डबल इंजन की सरकार का भी यही ट्रैक रिकॉर्ड है। हमारा लक्ष्य था कि किसान को मिलने वाली सरकारी मदद में लूट बंद हो,, कटकी बंद हो, बेईमानी बंद हो, यूपी के छोटे किसानों के बैंक अकाउंट में सीधी मदद मिले। आज पीएम किसान सम्मान निधि से यूपी के किसानों को 43 हजार करोड़ रुपए से अधिक सीधे उनके बैंक खातों में मिले हैं। इसका बहुत बड़ा लाभ छोटे किसानों को हुआ है। और ये मेरा पक्का विश्वास है, अब समय आ गया है, हमें छोटे किसानों की ज्यादा चिंता करने की जरूरत है। और हमने ये काम शुरू कर दिया है। छोटे किसान ही हमारे ग्रामीण जीवन को बदलेंगे। छोटे किसान ही किसानों की अवस्था को बदलने में मेरी बहुत बड़ी ताकत है। सरकार द्वारा दशकों से अधूरी पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराने, फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ाने, पेंशन योजनाओं का लाभ भी छोटे किसानों को हुआ है। छोटे किसानों का धन, हमारे पशुधन से भी बढ़ता है। इसके लिए, सरकार ने कामधेनु आयोग बनाया है, डेयरी सेक्टर के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए आज हज़ारों करोड़ रुपए निवेश किए जा रहे हैं। सरकार ने एक बहुत बड़ा अभियान चलाकर लाखों पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से भी जोड़ा है। पशुओं में Foot and Mouth Disease- खुरपका-मुंहपका के नियंत्रण के लिए जो राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मिशन चला गया है, उससे भी किसानों को बहुत लाभ हुआ है। हमारे देश में वैक्सीनेशन की तो चर्चा हो रही है, लेकिन बहुत कम लोगों को मालूम है कि जिस प्रकार से इंसान को वैक्सीनेशन का बहुत बड़ा अभियान चला है, वैसा ही हिंदुस्तान के हर पशु को वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है। इससे पशुपालकों को बहुत बड़ी चिंता से मुक्ति मिलने वाली है। यूपी में बनाए जा रहे बायोगैस प्लांट, बेसहारा पशुओं से जुड़ी दिक्कत को भी कम करेंगे और किसानों को आय का अतिरिक्त साधन भी मुहैया कराएंगे। उस दिशा में जाएंगे जहां किसान या पशुपालक जिसका पशु दूध नहीं दे रहा है, उसके गोबर से भी पैसा मिलेगा।

साथियों,

हमने लक्ष्य रखा था कि किसानों से MSP पर रिकॉर्ड खरीद करेंगे और हमने इस संकल्प को पूरा किया है। । 2017 से पहले की तुलना में दोगुने से भी अधिक खरीद बीते 5 सालों में MSP पर की गई है। हमने गन्ना किसानों की दिक्कतों को समझते हुए उनके बकाए के जल्द से जल्द भुगतान का भी लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य को भी हमने तेजी से पूरा किया। पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान भूले नहीं है कि 2017 से पहले कैसे मेहनत का पैसा सालों-साल किश्तों में दिलाया गया। योगी जी की सरकार ने वो बकाया भी चुकाया, और नए सीज़न का भुगतान भी तेज़ किया। आज पिछले पैराई सत्र का 98 प्रतिशत से अधिक का भुगतान हो चुका है और मौजूदा सत्र का भी लगभग 70 प्रतिशत भुगतान हो चुका है। किसानों का जितना भुगतान योगी जी की सरकार ने किया है उतना पिछली दो सरकारों ने अपने 10 साल में नहीं किया था। हमारी सरकार इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाकर भी गन्ना किसानों की मदद कर रही है, चीनी मिलों की सेहत सुधार रही है। यूपी के गन्ना किसानों से बीते 5 साल में 12 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का इथेनॉल खरीदा गया है।

साथियों,

डबल इंजन की सरकार, डबल तेजी से यूपी के विकास में जुटी है। आज यूपी में एक्सप्रेस-वे डबल हो रहे हैं, हवाई अड्डों की संख्या भी डबल हो रही है। यूपी देश का एकमात्र राज्य है, जहां 5 शहरों में मेट्रो है और 5 पर काम चल रहा है। 2017 से पहले जो सरकार थी, वो कागजों पर आधी-अधूरी परियोजनाएं बनाने और उनके शिलान्यास में माहिर थी। पत्थर टांग दो बस। अस्पताल हों, सड़कें हों, एक्सप्रेव-वे हों, ये लोग सालों-साल परियोजनाओं को खींचते थे ताकि उसमें से भी कुछ दोहना है, उसमें से भी कुछ निकालना है, कमाई करनी है। तो अपनी दुनिया चलती रहे। वो लोग सिर्फ सपने दिखाते थे, डबल इंजन की सरकार सपने पूरे करती है। और एक बात हम न भूलें, मैं सुनता हूं कुछ लोगों को सपने आते हैं। आप सबको मालूम है। सपने किसको आते हैं भाई, जो सोता रहता है न, उसके सपने आते हैं। जो जागता है वो संकल्प लेता है, योगी जी जागने वाले जागते रखने वाले और इसलिए संकल्प करने वाले नेता हैं। यही फर्क है, जो आज यूपी के लोग अच्छी तरह समझ रहे हैं, देख रहे हैं। आज पश्चिमी यूपी देश के सबसे अधिक कनेक्टेड क्षेत्रों में से एक बन रहा है। कुछ दिन पहले ही गंगा एक्सप्रेसवे पर काम शुरु हो चुका है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, पश्चिमी यूपी को अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी देने वाला है। हमारा दादरी तो भारतीय रेल की आधुनिकता का सबसे बड़ा सेंटर होने जा रहा है। आज देश के दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक यूपी में बन रहा है। ये सारे प्रोजेक्ट अपने साथ उद्योग की, नए रोज़गार की, अनेकों नई संभावनाएं लेकर आ रहे हैं। बीते 5 साल में हमने यूपी के ऐसे ही समृद्ध भविष्य की नींव रखी है। इस बार आपका एक-एक वोट इसी नींव को सशक्त करने के लिए होगा।

साथियों,

यूपी के गांव हों या शहर, पश्चिमी यूपी हो या पूर्वी यूपी, सभी के लिए, हर क्षेत्र के लिए आगे बढ़ने का समय है। यूपी के लोग तो पहले की सरकार में रहने वालों की बदनीयत को अच्छी तरह जानते हैं।
इन लोगों ने भ्रष्टाचार और रियल एस्टेट माफिया का ऐसा गठबंधन कराया कि NCR के हजारों फ्लैट खरीदारों के जीवन भर की पूंजी लुट गई। इसका बहुत बड़ा नुकसान हमारे मध्यम वर्ग के भाइयों-बहनों को हुआ। हमारे युवाओं को उठाना पड़ा। डबल इंजन की सरकार ने इस माफिया को खत्म करने के लिए RERA कानून लागू किया है। इससे आज अपना घर मिलने में लोगों को आसानी हुई है। अधूरे पड़े घरों को पूरा करने के लिए सरकार ने 25 हजार करोड़ रुपए की अलग से व्यवस्था भी की है। इनको अगर मौका मिल गया, तो ये RERA की व्यवस्था को भी खत्म कर सकते हैं।

साथियों,

एक तरफ भाजपा है, जिसके पास विकास का स्पष्ट विजन है, साफ सुथरा ईमानदार और दमदार नेतृत्व है। वहीं दूसरी तरफ अहंकार से भरे, समाज को तोड़ने वाले, किसी भी कीमत पर सत्ता पाने का सपना देख रहे ये ''नकली समाजवादी'' हैं। विजन के नाम पर इनके पास सिर्फ विरोध है, गुस्सा है, आक्रोश है। इसलिए आज यूपी कह रहा है-

एक बार फिर गरीबों की सरकार !

भाजपा सरकार !

डबल इंजन सरकार !

इस वर्चुअल रैली के लिए आपने अपना समय निकाला, आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद !

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।