PM Modi engages with BJP Karyakartas from Uttar Pradesh via NaMo App, reaffirming the party's commitment to effective communication of governance initiatives ahead of the Lok Sabha Elections
PM Modi highlights the pivotal role of BJP Karyakartas as canvassers, urging them to educate people on government welfare schemes
PM Modi encourages active participation on social media and advocates for the creation of women's WhatsApp groups to enhance outreach and engagement
PM Modi urges BJP Karyakartas to seek advice from veteran party members to form strategies and win booth
PM Modi underscores the importance of staying informed while condemning dynastic politics and urging for sensitivity and humility during the election campaign


नमस्कार। मेरा बूथ सबसे मजबूत। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के आप सभी बूथ अध्यक्षों का स्वागत है। पिछले 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं ने हर बार देश के राजनीतिक जानकारों को गलत साबित किया है। जो हमारे यूपी के भाजपा कार्यकर्ता जानते हैं, उसे राजनीति के बड़े-बड़े धुरंधर भांप नहीं पाते हैं। लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, हर चुनाव में आपकी मेहनत से नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। आप लोगों का यह जोश देखकर मुझे तो प्रसन्नता होती है, लेकिन बाकी पार्टियों के नेता तो आपका ये जोश देखकर के पहले ही ठंडे पड़ जाते हैं। साथियों, मुझे विश्वास है कि यूपी के सभी भाजपा कार्यकर्ता हर सीट पर, हर पोलिंग बूथ पर विजय सुनिश्चित करने के लिए जी जान से जुट गए हैं। आप लोगों को सही दिशा में अपने प्रयास तेज करने हैं और हर वोटर तक अपनी बात पहुंचानी है। आप सभी वोटरों के सीधे संपर्क में होते हैं। उनके लिए आप ही भाजपा का चेहरा होते हैं। जब आप उनको मिलते हैं तो वो आप में भी मोदी को ही देखते हैं। आप जो भी बताते हैं उनको लगता है ये मोदी बता रहा हूं। आप जो उनको कोई गारंटी देते हैं, वो भरोसा करते हैं कि ये पीएम मोदी के साथी हैं। ये गारंटी में ताकत है। और इसलिए आप मतदाताओं की नजरों में बहुत बड़े व्यक्ति होते हैं, बहुत जिम्मेदार व्यक्ति होते हैं। और उनकी समस्याओं का समाधान में वो एक आशा की किरण के रूप में बूथ के कार्यकर्ताओं को देखते हैं। और हम तो जानते हैं, हम कितना ही बड़ा चुनाव विजय प्राप्त करने की इच्छा रखते हों, लेकिन जब तक बूथ नहीं जीतते हैं, चुनाव जीत ही नहीं सकते हैं। और इसलिए चुनाव का जो विजय की आत्मा है वो चुनाव के विजय की आत्मा बूथ के विजय में है। और इसीलिए मेरा तो हमेशा आग्रह रहता है कि हमें एक ही लक्ष्य लेकर के काम करना चाहिए। हम हमारा पोलिंग बूथ जीतेंगे। और पुराने जितने रिकॉर्ड हैं पोलिंग बूथ के वो सारे रिकॉर्ड तोड़ने का संकल्प लेकरके काम करेंगे। आप तो फील्ड में रहते हैं। मतदाताओं से लगातार मिलते हैं। उठते-बैठते चुनाव की चर्चा होती है। और वोटर भी आपको बहुत बारीकी से देखता है। आपका व्यवहार कैसा है? आप कितनी उत्साहित हैं? आप कितने आशावादी हैं? आप कितने कॉन्फिडेंट हैं? ये सारी बातें मतदाता बहुत बारीकी से देखता है। और थोड़ा सा भी अहंकार नजर आए तो वोटर एकदम से हम से दूर हो जाता है। और ढीली-ढाली बात करे तो भी उसके मन में सवाल उठता है। और इसलिए पोलिंग बूथ के कार्यकर्ता के लिए हर प्रकार से बहुत ही जागृत रहना पड़ता है। क्योंकि वही भाजपा का चेहरा होता है, वही मोदी का चेहरा होता है। और आज की बात भी इसी उद्देश्य से है कि हमारी बूथ लेवल की तैयारियां कैसी है? चुनाव में बूथ जीतना रिकॉर्ड मतों से जीतना, ये कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं। और ये सारी बातें मैं ज्यादा बोलना नहीं चाहता हूं। मैं आज उत्तर प्रदेश के बूथ के कार्यकर्ताओं को सुनना चाहता हूं ताकि मुझे जमीनी हकीकत पता चले।

आइए चर्चा को शुरू करते हैं। सबसे पहले कौन से बूथ कार्यकर्ता हमारे साथ जुड़ रहे हैं? सबसे पहले कौन जुड़ रहे हैं हमारे साथ? हैलो। हैलो। हैलो। आइए नंबर दो पर कौन है?
रंजीत साह- जी सर मैं रंजीत साह।
पीएम मोदी- रंजीत जी नमस्ते।
रंजीत साह- नमस्ते सर।
पीएम मोदी- रंजीत जी जरा अपने विषय में बताइए।
रंजीत साह- सर मैं बूथ संख्या 217 से हूं।
पीएम मोदी- और ये आपका कौनसा लोकसभा क्षेत्र पड़ता है?
रंजीत साह- एटा।
पीएम मोदी- अच्छा, रंजीत जी आप तो बूथ के बहुत मजबूत कार्यकर्ता हैं। मैं ज़रा जानना चाहता हूं। क्या आपके बूथ के वोटरों की लिस्ट सभी कार्यकर्ताओं को मिल गई है क्या। वोटर लिस्ट बांटकर दे दिया गया है क्या? मतदाताओं से संपर्क बनाए रखने की क्या योजना तैयार की गई है?
रंजीत साह- सर, मतदाताओं से मिलने की योजना है। जैसे योजनाओं के लाभ को बताना, महिलाओं से संपर्क करना, आवास योजना, किसान सम्मान योजना के बारे में बात करना।
पीएम मोदी- तो घर-घर जाते हैं आपलोग?
रंजीत साह- जी सर।
पीएम मोदी- नहीं, ऐसा तो नहीं है न कि गांव में रोज एक जुलूस निकलता है और जब लोग खिड़की के बाहर आ जाएं, दरवाजे के बाहर आ जाएं। तो हम पैंफलेट पकड़ा देते हैं, ऐसा होता है क्या?
रंजीत साह- नहीं सर, घर-घर जाते हैं, उनको समझाते हैं।
पीएम मोदी- कुछ लोग तो ऐसा भी कहते होंगे कि नहीं नहीं भाई मैं तो भाजपा वाले हैं, आप कहीं और काम कीजिए, हमारा टाइम खराब मत कीजिए, हम तो आपके साथ ही हैं। ऐसा भी तो अनुभव आता होगा।
रंजीत साह- जी सर।
पीएम मोदी- तो ऐसे लोगों को क्या कहते हैं आप?
रंजीत साह- जी सर, ऐसे लोगों को बहुत समझाते हैं। और जितनी भी योजनाएं हैं उनके बारे में भी समझाते है और उनको प्रेरित करते हैं।
पीएम मोदी- नहीं, जो कहते हैं कि हम तो भाजपा के ही हैं, हम तो भाजपा को ही वोट देंगे। अब उनको क्या समझाते हैं आप?
रंजीत साह- जी सर, समझाते हैं तुम तो भाजपा के हो, तुम तो भाजपा के जो अदर हैं उनको अपनी तरफ खींचिए सर।
पीएम मोदी- हां, ये बहुत बढ़िया बात बताई। जो भाजपा का वोटर है उनको कहना चाहिए आप वोटर तो हैं लेकिन कैनवासर भी बनिये। आप अगल-बगल में, मोहल्ले में, अड़ोस-पड़ोस में अगर रोज थोड़ा 10-15 मिनट, आधा घंटा निकाल देंगे, और दो-दो मतदाताओं को भी मिलेंगे तो भी हमारा काम हो जाएगा, ये बात उनका समझानी चाहिए। अच्छा क्या आपने अपने बूथ के लाभार्थियों की अलग से लिस्ट तैयार की है क्या? वो लोग सरकार की योजनाओं के बारे में क्या जानते हैं?
रंजीत साह- सर, सरकार की योजनाओं के बारे में तो बहुत सारी जानकारी बताते हैं और सर जानते हैं। जैसे कि आयुष्मान योजना है, आवास योजना, शौचालय, किसान सम्मान निधि है। इसके बारे में बहुत अच्छी तरह से प्रेरित करते हैं।
पीएम मोदी- देखिए किसान सम्मान निधि को लेकर प्रॉब्लम हुआ है। प्रॉब्लम ये हुआ है कि जब भी मैं 2 हजार रुपये भेजता हूं तो उनके खाते में तो चले जाते हैं। अब हमारा किसान रोज बैंक की बुक देखता नहीं है। तो उसको ध्यान में ही नहीं आता कि पैसा कहां से आया है और कब आया है। वो सोचता है, हां, मैंने ही रख दिया होगा। तो उसको समझाना पड़ता है। कि देखिए, तुम्हारी बैंक बुक लाइए। ये जो 2 हजार आया है न, ये मोदी जी ने भेजा है। क्योंकि बहुत से किसान हैं उनके खाते में आ जाता है, वो खर्चा भी करते हैं, क्योंकि उनको पता ही होता है कि कहां से पैसा आ रहा है। तो ये समझाएंगे? हैलो। शायद रंजीत जी का फोन कट गया है।
आइए हम किसी तीसरे व्यक्ति से बात करते हैं। कौन हैं तीसरे व्यक्ति?

हेमलता चौहान- नमस्कार, मोदी जी मैं हेमलता चौहान।
पीएम मोदी- नमस्ते हेमलता जी, नमस्ते।
हेमलता चौहान- आगरा लोकसभा से। और मेरा बूथ संख्या 218 है। सबसे पहले तो मैं आपको बहुत बहुत धन्यवाद कहूंगी। आपने नमो ऐप बनाया। उससे हम आपके बारे में सब चीज जानते हैं। आप कहां हैं और हमारे लिए क्या-क्या योजनाएं बनाई है, उसके लिए मैं बहुत-बहुत आभार व्यक्त करती हूं आपका।
पीएम मोदी- हेमलता जी आप इतने बढ़िया तरीके से बताती हो और इतने आत्मविश्वास से बताती हो, मुझे इतना गर्व होता है कि हमारे पास आप जैसे होनहार कार्यकर्ता है। अच्छा हेमलता जी आपके बूथ पर महिलाओं का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए और सभी महिलाएं हमें वोट दें, इसके लिए आपकी क्या है?
हेमलता चौहान- मोदी जी, सबसे पहले तो आपकी जो योजनाएं चल रही है केंद्र व प्रदेश सरकार की, उससे महिलाएं बहुत प्रेरित हैं और उत्साह है उनमें कि फिर से हम मोदी सरकार बनाएंगे और अच्छी अच्छी योजनाएं जैसे आवास है, उज्ज्वला है, किसान निधि है, ऐसी तमाम योजनाओं का लाभ ले रही हैं। आयुष्मान का उनमें उत्साह है खुद। बढ़-चढ़ के हिस्सा ले रही हैं। हमें कहीं भी ले जाना हो, मोदी जी के लिए हम तैयार हैं।
पीएम मोदी- लेकिन कभी, ये लोग जो गलतफहमियां फैलाते हैं, झूठ फैलाते हैं। उससे हमारी माताएं-बहनें भ्रमित तो नहीं हो जाती ना?
हेमलता चौहान- मोदी जी अब नहीं है, अब तो सब दिख रहा है उनको, कौन सरकार अपनी है, गरीब जनता के लिए सोच रही है। और कौन सरकार सिर्फ बहकाने का काम करती है। बहुत महिलाएं अब आगे बढ़ चुकी हैं, आत्मनिर्भर बन चुकी हैं।
पीएम मोदी- अच्छा आप जब घर-घर जाकर महिलाओं से मिलते हैं। तो आमतौर पर वो किन मुद्दों की बातें करती हैं। क्या उनके मुद्दे उनके परिवार के पुरुषों से अलग होते हैं कि पूरे परिवार में एक वातावरण होता है।
हेमलता चौहान- जी मोदी जी, महिलाओं कुछ मुद्दे अलग होते हैं जैसे अब पहले की सरकार से अब अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रही हैं महिलाएं। कानून-व्यवस्था से खुश हैं। पहले राशन नहीं मिलता था, बेचारी भूखी बैठे रहती थी। अब राशन मिलता है मुफ्त में, आवास मिले हैं, आपने उनके सपने साकार किए हैं। उज्ज्वला गैस कनेक्शन, शौचालय, ऐसी तमाम योजनाओं से बहुत खुश हैं महिलाएं।
पीएम मोदी- देखिये, जब से योगी जी की सरकार बनी है तब से एक बात तो है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का काम बहुत उत्तम हो रहा है। और उसके कारण हर लोग एक सुरक्षा का एहसास करती है। यह बात महिलाओं में भी बराबर पहुंची है।
हेमलता चौहान- जी जी मोदी जी।
पीएम मोदी- अच्छा घर में अगर महिला और पुरुष में मतभेद होगा तो किसको वोट देंगी महिलाएं?
हेमलता चौहान- मोदी जी को। मोदी जी से उनको बहुत...मोदी जी को बच्चे भी पसंद करो और सबसे बड़ा तो हमारे लिए गर्व की बात है कि राम मंदिर इतना भव्य बनाया है तो उसके लिए है बता नहीं सकती कितनी खश हैं महिलाएं।
पीएम मोदी- अच्छा हेमलता जी, भाजपा ने हर बूथ पर पिछले चुनाव में जितने वोट मिले थे, उससे 370 वोट ज्यादा डलवाने के लिए बोला है। क्योंकि भाजपा 370 सीटें लाना चाहती है। और एनडीए 400 से भी पार करना चाहती है। इसको ध्यान में रखते हुए 370 वोट हर बूथ में नए आए। इसके लिए क्या काम हो रहा है?
हेमलता चौहान- मोदी जी हमारे बूथ में ट्रिपल 18 का कार्य किया जा रहा है। जैसे हमारी लोकसभा भी 18 है और 18 साल के बच्चों के जो हमने वोट बढ़ाए हैं। वो भी आपको पसंद कर रहे हैं, वोट देंगे। और 18वीं लोकसभा है हमारी। उसी हिसाब से हम लोग काम कर रहे हैं और सभी बूथ पर सबको नए वोटर हैं और जो पुराने वोटर हैं सब बहुत अच्छे से वोटिंग करेंगे।
पीएम मोदी- ये जो नए मतदाता है न। वे जब हमलोग सत्ता में आए तब उनकी उमर 8 साल, 9 साल, 10 साल थी। उस उमर में पहले की सरकार ने देश का कितना नुकसान किया, कितना करप्शन किया, ये उनको पता ही नहीं होगा। योगी जी आए उसके पहले कैसी सरकारी थी, ये भी उनको पता नहीं होगा। तो ये जो नए मतदाता है, फर्स्ट टाइम वोटर है। उनको ये पुरानी बातें बतानी पड़ेगी। पहले कैसा हाल था, कितना करप्शन था, इतनी मुसीबतें झेलनी पड़ती थी तब जाकर उनको समझ में आएगा कि सरकार ने कितना काम किया है। तो ये हो रहा है?
हेमलता चौहान- जी मोदी जी हो रहा है। हम बच्चों के साथ भी छोटी छोटी बैठकें करते हैं और छोटे-छोटे कार्यक्रम हम करते रहते हैं, जिससे उनको जानकारी रहे, हमारे भारतीय जनता पार्टी के जो सरकार है या कार्य युवाओं के लिए कर रहे हैं।
पीएम मोदी- चलिए हेमलता जी, आप के माध्यम से मेरा कार्यकर्ताओं से बात करने का अवसर मिला है। और आप सबका परिश्रम देखकर लग रहा है आने वाले चुनाव में यूपी में विपक्ष के लिए शायद खाता खोलना भी मुश्किल होने वाला है। भाजपा के कार्यकर्ताओं का ये प्रयास होना चाहिए कि आपकी क्षेत्र की सारी महिलाएं अपने घर से वोट देने के लिए निकले। कितनी ही गर्मी क्यों हो? फिर भी घर से निकलें। और इसके लिए आप वोटिंग वाले दिन से सुबह में ही महिलाओं की कतार लग जानी चाहिए। महिलाओं से अभी जब अपने अपने घर में जितनी महिलाएं हैं, मोहल्ले में जितनी महिलाएं हैं, जुलूस निकाल करके, गाना गाते-गाते मतदान करने के लिए सुबह सुबह चल पड़े। प्रभात फेरी निकालें। सुबह सुबह आ जाएं, ये वातावरण अगर बना सकते हैं तो बहुत लाभ होने वाला है। आप चाहें महिलाओं का एक अलग वॉट्सऐप ग्रुप बना सकती हैं। जिसमें उनके वोट के महत्व की चर्चा हो। आपके आगरा में बड़ी संख्या में व्यापारी वर्ग के लोग रहते हैं। उनसे जुड़ने के लिए और भाजपा में उनका भरोसा बनाए रखने के लिए अलग बैठक की योजना करनी चाहिए। युवाओं तक अपनी बात पहुंचाने का सबसे सशक्त माध्यम सोशल मीडिया है। और सोशल मीडिया का भी बड़ा प्रभावी तरीके से उत्तर प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं को उपयोग करना चाहिए। और बहुत सक्रिय रह कर के करना चाहिए। ऐसे ही जो भी आए चीज आगे कर दो, जो भी आए फॉरवर्ड कर दो, ऐसा नहीं। हमें बिल्कुल जो भी काम करना है, उतना ही ध्यान केंद्रित करें। सब कुछ फॉरवर्ड करना भी जरूरी नहीं है और सब कुछ देखने में टाइम लगता है। भाजपा सरकार की उपलब्धियां बताने के साथ साथ विपक्ष के जो घमंडिया गठबंधन है, उन्होंने देश को कितना बर्बाद किया है ये भी बताना पड़ेगा। भ्रष्टाचार की नींव पर खड़ा ये इंडी गठबंधन देश का कैसे नुकसान कर रहा है, इसके बारे में आप सब जरूर चर्चा कीजिए। हेमलता जी बहुत अच्छा लगा आपसे बात करके।
आइए अब हमारे साथ कौन बात करते हैं।

राकेश कुमार- प्रणाम सर, मैं राकेश कुमार बूथ अध्यक्ष।
पीएम मोदी- राकेश जी नमस्ते।
पीएम मोदी- कहां से हैं राकेश जी, ज़रा बताइये।
राकेश कुमार- सर मेरा बूथ नंबर 207, विधानसभा 119 मीरगंज, लोकसभा 25 लोकसभा बरेली उत्तर प्रदेश से सर।
पीएम मोदी- अच्छा बरेली से हैं। अच्छा राकेश जी आपके क्षेत्र में पार्टी के कई पुराने कार्यकर्ता भी होंगे। क्योंकि यहां तो हमारा बहुत पुराना काम है इस क्षेत्र में। आज शायद हो सकता है उमर भी ज्यादा हो गई होगी, हो सकता है थोड़े सक्रिय भी कम हो। लेकिन उनका अनुभव बहुत मायने रखता है। क्या है ऐसे पुराने पुराने जो दिग्गज लोग हैं, बहुत अनुभवी लोग हैं, उन सब को फिर से सक्रिय करना, उनको जोड़ना, उनको कभी कार्यालय में बुलाना, उनसे पुरानी बातें सुनना। ऐसा कुछ हो रहा है बूथ में?
राकेश कुमार- जी सर, बूथ से घर-घर जाके जैसे कोई पुराने जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, पूर्व ब्लॉक प्रमुख हैं, पूर्व प्रधान हैं या कोई वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं, तो उनके घर-घर जाके उनके साथ बैठना, उनसे बात करना, उनसे उन पुराने अनुभव लेना। इस तरीके से काम चल रहा है सर।

पीएम मोदी- उनको काम में लगाए हैं। कहीं-कहीं साथ में ले जाना...
राकेश कुमार- जी सर, जैसे हर वर्ग में लगता है कि इन बुजुर्ग हैं सर हमारे सम्मानित हैं तो किसी बड़े वरिष्ठ के हैं ले जाएं।
पीएम मोदी- देखिए, की वोटर की बहुत बड़ी ताकत होती है। बहुत लोगों होते हैं, जिसके पास 20 वोट होते हैं, किसी के पास 50 वोट होते हैं। किसी के पास 100 वोट होते हैं। वो अगर हमारे ऊपर आशीर्वाद दें तो 50 वोट अपने आप आ जाते हैं। ऐसे लोगों की सूची बनानी चाहिए। किन-किन लोगों पर उनका प्रभाव है। फिर उनको आग्रह करना चाहिए कि भाई 20 वोट है, चलिए हमारे साथ आप। ये 50 वोट है। कुछ दिन दीजिए, हम ज़रा मिलने जाना चाहते हैं। या चलिए आपके घर में हम पांच लोगों को मिलने के लिए ले करके आते है। ऐसा, एकदम बारीकी से काम करना पड़ता है। अच्छा ये जो चाचा भतीजा परिवार है। उनसे यूपी का मोहभंग तो काफी पहले हो चुका है। अब उनके प्रति कोई मोह नहीं रहा है। मोहभंग हो चुका है। इस चुनाव में परिवारवाद के खिलाफ़ हम लड़ाई लड़ रहे हैं। ये परिवारवादी राजनीति है उसके खिलाफ़ हम लोकतंत्र की भलाई के लिए लड़ रहे। ये मुद्दा नीचे तक कैसा जाता है? लोगों में कितना प्रभाव पैदा करता है?
राकेश कुमार- इसमें सर जो चाचा-भतीजे की सरकार पहले चल रही थी। जैसे गुंडई काफी चरमसीमा पर थी। भ्रष्टाचार चरमसीमा पे था, जब से आप...मोदी जी की सरकार 2014 में बनी। इसके बाद यूपी में 2017 में बनी। फिर भारत 19 में सरकार बनी। अब दोबारा 22 में बनी। इससे काफी भ्रष्टाचार पूरी तरीके से खत्म हो गया सर? और उसके बाद योगी जी और मोदी जी की सरकार जो काम कर रही है सर, इससे जनता बिल्कुल बहुत अच्छे से सहमत हैं। गुंडाराज खत्म हो गया। यूपी सरकार की जो योजना है, काफी अच्छी योजनाएं चल रही है। किसान सम्मान निधि है सर, प्रधानमंत्री आवास योजना है। घर-घर शौचालय इज्जतघर दिए हैं सर। महिलाओं के लिए उज्जवला जल गैस कनेक्शन दिए हैं। ये सब योजनाएं चल रही हैं बूथों पे। समाज में इससे काफी प्रभाव पड़ा है सर।
पीएम मोदी- राकेश जी, मैं देख रहा हूं कि आपको काफी योजनाओं के नाम भी याद है। इसका मतलब कि आप बहुत सक्रिय रूप से...। अच्छा महिलाएं ये जो हमारे 10 वर्ष का कामकाज है। महिलाएं कैसे उसको देखती है? महिला मतदाताओं में कितना उत्साह है और वो कैसे एनालिसिस करती हैं।

राकेश कुमार- वो जैसे स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। छोटे-मोटे लोन लेकर वो अपना काम खुद पर निर्भर हैं, जैसे अपनी सखियां दीदी हैं जो लखपति दीदियां वाला कार्यक्रम चल रहा है। .... जब से मिले हैं फ्री में अभी एक होली और दिवाली पे सर। पूरा का पूरा पैसा फ्री सरकार। आप सर मोदी जी और योगी जी ने जो खातों में वापस दिए हैं उसके लिए महिलाएं सर। और जैसे राशन है सर अपने यहां पांच किलो प्रति यूनिट के हिसाब से फ्री दिया जा रहा है।
पीएम मोदी- अच्छा हमारी बिटिया जो कॉलेज जाने लगी है उसमें से कई फर्स्ट टाइम वोटर होगी। उनके मन में भी देश के लिए चुनाव की चर्चा चलती होगी। उनका मिजाज क्या कहता है।
राकेश कुमार- उनका मिज़ाज ये जैसे अभी सर मोदी सरकार योगी सरकार ने धारा 370 हटाई है। जो सर राम मंदिर बना है। इससे बहुत उत्साह है क्षेत्र में सर। हर जनता चाहती है कि मोदी जी योगी जी दोबारा आएं। मोदी और योगी जी की ही सरकार आए। भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार आए।

पीएम मोदी- चलिए राकेश जी, आप के माध्यम से उत्तर प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं से बात हो रही है। देखिए पिछले 10 वर्षों से आप सबने मुझे उत्तर प्रदेश से संसद भेजा है। और इसलिए उत्तर प्रदेश को जानना-समझना, कार्यकर्ताओं के मन को जानना अब मेरे लिए बहुत आसान हो गया है। यहां के लोग किसी स्वार्थ की वजह से नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से जुड़ते हैं। और फिर हमेशा उस भावना से बंधे रहते हैं। एक कार्यकर्ता के तौर पर आप सभी का ये प्रयास होना चाहिए कि आपके काम या व्यवहार से कभी भी किसी को ठेस न पहुंचे। क्योंकि मैंने देखा है बहुत भावना से भरे हुए हमारे लोग हैं। देखिए चुनाव अभियान के दौरान आप सिर्फ पार्टी का प्रचार ही नहीं करते बल्कि पार्टी की संस्कृति और संस्कारों को भी लोगों तक ले जाते हैं। मेरा आप सभी से आग्रह है कि भाजपा के विचारों के साथ साथ अपनी विनम्रता से भी मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश करें। जो पन्ना प्रमुख हैं वो वोटरों से लगातार सम्पर्क करते हैं। अगर कोई वोटिंग वाले दिन किसी वजह से व्यस्त रहने की बात करता है तो उसका काम पहले पूरा करने में सहयोग करना चाहिए। और आपका प्रयास होना चाहिए कि हर वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करे। और मैंने तो आग्रह किया है कि डेली, अब जैसे आने वाले दिनों में रामनवमी आएगी। उस रामनवमी के समय बोलिंग बूथ पर क्या कार्यक्रम हो सकता है? नवरात्रि के त्योहार आएंगे। तो इस नवरात्रि के दिनों में शक्ति उपासना का संपर्क कैसे करें? शक्ति संपर्क योजना बना करके सभी महिलाओं को ऐक्टिव करें। नौ दिन शक्ति उपासना के दिन होते हैं तो 9 दिन महिलाओं के लिए काम लगाएं। ऐसे नए नए तरीके ढूंढने चाहिए। और जितने नए तरीके ढूंढेंगे, उतना काम में ऊर्जा रहेगी और मुख्य मुद्दा है पोलिंग बूथ जीतना है। हमारा काम सिर्फ प्रचार करना नहीं है, हमारा काम सिर्फ लोगों को जानकारी देना नहीं है। हमारा काम मतदाता का मत पक्का करना है। वोटर हमें वोट दे ये अभी से पक्का कर लेना चाहिए। और मैं मानता हूं कि बहुत से लोग हैं कहते हैं हमारे घर के तीन वोट आप लिख लीजिए। कोई कहेगा हमारे घर के पांच वोट लिख लीजिये। हमें यहां तक स्थिति लानी चाहिए। तब जा करके चुनाव जीतना बड़ा सरल हो जाता है। और दूसरी बात गर्मी बहुत है। कार्यकर्ताओं से भी मैं आग्रह करूंगा कि भाई अपने स्वास्थ्य की चिंता जरूर करना। और ऐसी गर्मी में जब काम करते हैं तो पानी बहुत पीना चाहिए। और हमारे उत्तर प्रदेश में तो अच्छा है, सब गमछा रखते हैं, गर्मी में सर पर ओढ़ लेते हैं, मुंह पर ओढ़ लेते हैं, वो तो अच्छी आदत है, लेकिन जितना अपना स्वास्थ्य संभालेंगे, उतनी मेहनत करना, ज्यादा काम करना सुविधाजनक रहेगा। चलिए मुझे अच्छा लगा, अब अगला हमारे साथ फ़ोन बात करने वाले हैं।

पीएम मोदीः लीलावती जी प्रणाम।
लीलावतीः प्रणाम।
पीएम मोदीः हां, बताइए, आप हाथरस से हैं।
लीलावतीः मेरा बूथ नंबर 224 है। मेरी उम्र 66 वर्ष की है।
पीएम मोदीः आपके आशीर्वाद चाहिए हमको।
लीलावतीः मैं पूर्ण रूप से कार्यकर्ता का कार्य करती हूं।
पीएम मोदीः लीलावती जी, आप अपने बूथ पर अलग-अलग वर्गों से संपर्क की क्या योजना बनाई है। जरा मैं जानना चाहता हूं कैसे संपर्क की योजना बनाई है।
लीलावतीः हम जो है जनता जागृत करने के लिए अपने पदाधिकारियों को बुलाती हूं, जैसे जिलाध्यक्ष, महामंत्री, युवा मोर्चा, महिला मोर्चा पदाधिकारी, युवा, वकील इन सब को बुलाते हैं और समझाते हैं।
पीएम मोदीः नहीं आप सीनियर है, एक तो बात हो गई समझाना। फिर काम कैसे करते हैं ये सब बूथ में। मानो बूथ में 25 कार्यकर्ता हैं तो ये 25 कार्यकर्ता काम कैसे करते हैं?

लीलावतीः हम टोली बनाते हैं। चौपाल लगाते हैं। महिलाओं को बुलाते हैं। उनको सब लाभ बताते हैं कि मोदी जी ने हमें क्या लाभ दिया है। और नए-नए लोगों के वोट बढ़वाते हैं।
पीएम मोदीः देखिये एक बात जरूर कहनी चाहिए। क्योंकि हम 10 साल से काम कर रहे हैं। लेकिन हमें 60 साल में जो काम नहीं हुआ है। वो पूरा करना है। 10 साल तो बहुत कम पड़ते हैं। हमने काम की गति तो बहुत बढ़ा दी है। बहुत तेजी से काम कर रहे हैं। अब जैसे पीएम आवास योजना है हो सकता है गांव में 25 लोग उसके हकदार हो। 20 लोगों को घर बन गया होगा। पांच का बाकी रह गया होगा। तो ऐसे जिनके काम बाकी रह गए हों, किसी का शौचालय बनना बाकी रह गया हो, किसी को नल से जल आना बाकी रह गया हो। ऐसी जो ...तो उनको बताना कि मोदी कि जो काम औरो को मिला है जो लाभ मिला है और जिस लाभ के आप हकदार हैं। आप निराश मत होना आपको भी मिलेगा, ये बात बतानी चाहिए। ये जो हम मुफ्त राशन देते हैं उसकी महिलाओं में चर्चा है मुफ्त राशन की।
लीलावतीः बहुत चर्चा है लोग बहुत मतलब महिला बहुत खुश हैं कि हम को ये राशन मिल रहा है। शौचालय है और बेटी की सुरक्षा है। लोग बहुत खुश हैं, और कहते हैं कि वोट हम मोदी जी को ही देंगे। मोदी जी ने राम मंदिर बनवाया। हमारे भाग्य खोल दिए।
पीएम मोदीः ये जो पिछड़े वर्ग से जुड़े हमारे भाई-बहन हैं, उनके लिए हमने कई कल्याणकारी योजना चलाई है। आप इन वर्गों को सरकार की उपलब्धियां बताने के लिए कैसे काम कर रहे हैं आप लोग?
लीलावतीः आपने जो लाभ दिए उसके बारे में सबको बताते हैं। सबको समझाते हैं, सबको लाभ मिल रहा है।
पीएम मोदीः अच्छा गर्मी इतनी है फिर भी वोट करेंगे लोग?
लीलावतीः बिलकुल करेंगे। हम तो सुबह ही जाके निकलेंगे। और जो बुजुर्ग हैं उनके लिए हमने रिक्शा वगैरह लगा रखा है। और घर-घर हम जाएंगे, घर-घर हम निकाल कर लाएंगे। हम बुजुर्ग हैं तो हम जहां भी खड़े हो जाते हैं तो अब सबलोग हमारी तरफ वोट देने को तैयार हैं। बुआजी के नाम से मैं प्रसिद्ध हूं हाथरस में। सब कहते हैं बुआजी सही कह रही हैं। और सबको लाभ मिल रहा है। राशन का मिल रहा, गैस का मिल रहा, शौचालय का मिला, सुरक्षा का मिला। और हमारे हाथरस में हींग का व्यापार है।
पीएम मोदीः अच्छा बुआजी, हमारे मतदाताओं को हमारे निशान, कमल का, फिर उनको वोट, कितने नंबर पर हमारा नाम है? फिर वोटिंग मशीन पर वोट कैसे करना है? वोट देने के लिए किस जगह पर किस कमरे में जाना है। ये सब समझाने की व्यवस्था बनाई है।
लीलावतीः पोलिंग एजेंट बनाते हैं हम। उनको सब समझाते हैं। बाहर सब हमारे आदमी खड़े होते हैं। बाकायदा हम सब समझाते हैं और पहले ही हम उनके घर जाते हैं तो आपका कमल का फूल ये सब उनको बताते हैं ऐसा करना है। और जनता समझ रही है वोट हम इन्हें ही देंगे। आगे कहीं नहीं जाएंगे हम। वोट हम इनको ही देंगे।
पीएम मोदीः अच्छा बुआजी, आपके यहां तो हींग का बहुत बड़ी मात्रा में व्यापार होता है। ये जो व्यापारी वर्ग है। इनको भी इन दिनों बड़ा लाभ हुआ है। 2024 के चुनाव में हमारा व्यापारी वर्ग कैसे देखता है?
लीलावतीः व्यापारी वर्ग सुरक्षित हैं। अब इनके साथ ना कोई गुंडागिरी नहीं है तो अब पूर्ण रूप से खुले दिल से कर पाते हैं। इन्हें कोई परेशानी नहीं है।
पीएम मोदीः योगी जी ने ये काम तो बहुत अच्छा कर दिया है। अच्छा बुआजी, मैं आपके माध्यम से सभी उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं से यही कहना जाऊंगा कि हाथरस के कार्यकर्ताओं का जो उत्साह है ये देखकरके मैं बहुत उत्साहित हूं। हाथरस में सरकार ने बीते 10 वर्षों में बहुत सारी योजनाओं पर काम किया है। सड़क निर्माण हो, सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं हो, शिक्षा व्यवस्था हो। हाथरस में लगभग हर क्षेत्र में काम हुआ है। बूथ स्तर पर लोगों को सरकार के कामकाज बताने के लिए हर वर्कर को अपने घर से बाहर निकलना होगा और बार-बार लोगों के घर जाना होगा। और बैठ करके 15-20 मिनट गप्पे मारके काम की बात करके वोट पक्का करना पड़ता है। अगले कुछ दिनों में लोगों तक अपना काम जरूर पहुंचाइए। उन्हें वोटिंग से संबंधित जानकारी दीजिए। और वोटिंग के दिन, जैसा मैंने कहा बुआ जी, हां, 400 पार...लेकिन 10 बजे से पहले ज्यादा से ज्यादा वोटिंग हो जाए, ये देखना चाहिए। बुजुर्ग लोग हैं, दिव्यांगजन हैं। उनका भी वोटिंग जल्दी जल्दी हो जाए ताकि उनको कुछ तकलीफ ना हो।
लीलावतीः पहले मतदान, बाद में जलपान।
पीएम मोदीः हां, बुआजी को सब याद है। चलिए, उत्तर प्रदेश के सभी मेरे कार्यकर्ता भाई-बहनों आज एक-दो जगह पे टेलीफोन से बात ठीक से नहीं हो पाई, लेकिन जिन से बात हो चुकी है मुझे अच्छा लगा। साथियों, आप जहां भी जा रहे होंगे, जनता विकास की बात करती होगी। लोगों में जब सरकार के कामकाज को लेकर विश्वास हो जाता है, तो चुनाव नेता नहीं, जनता खुद आगे बढ़कर लड़ती है। और इस बार जनता ने हर जगह यही संदेश दिया है कि एक बार फिर मोदी सरकार। इसके पीछे वो काम है जो 10 साल में पूरे किए गए। और जिन्हें 10 साल पहले जनता ऐसा मानते थे कि ये तो हो ही नहीं सकता। अब देखिए, राम मंदिर का निर्माण हो गया। रामलला विराजमान हो गए। जम्मू कश्मीर में 370 खत्म हो गई। सर्जिकल स्ट्राइक, हमारे वीरों पराक्रम लोगों ने देखा है। हमारी मुस्लिम महिलाओं को सुरक्षा देने का बहुत बड़ा काम ट्रिपल तलाक के खिलाफ हमने एक मजबूत कानून बना दिया। सारी माताओं बहनों की रक्षा की। और ये ट्रिपल तलाक में से जो मुक्ति मिली है न। उससे सिर्फ बहनों का भला हुआ है ऐसा नहीं है। अनेक घर के बुजुर्ग मुझे आकर आशीर्वाद देते हैं। वो कहते हैं साब बेटी शादी करके जाती थी तो हम तो बड़ी चिंता में रहते थे। कहीं तीन तलाक बोल कर वापिस ना भेज दे बेटी को। बोले आपने कानून बनाया तो हमारा पूरा परिवार सुरक्षित हो गया। और इसलिए मुसलमान का हर परिवार सुरक्षित हो गया। हर भाई को लगता है मेरी बहन अब वापस नहीं आएगी। हर बाप को लगता है कि मेरी बेटी वापस नहीं आएगी। हर मां को लगता है मेरी बेटी अब वापिस नहीं आएगी। तो ये सुरक्षा का वातावरण बना है। और रिकॉर्ड कर को इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण भी...ये भी बहुत बड़ा काम हुआ है। कोविड में देखिए, वैक्शीनेशन का कितना बड़ा काम हुआ। कितने लोगों की जान बच गई। करोड़ों-करोड़ लोगों को वैक्सीनेसन वो भी मुफ्त में। ये सारे काम ऐसे हैं, मुफ्त राशन हो, आयुष्मान कार्ड हो गरीब की भलाई का काम है। और लोग भारत की ऐसी उपलब्धियों को असम्भव मानते थे। लेकिन ये आज की सच्चाई है। क्योंकि आप तो जानते हैं, हम सबका अनुभव है जब नीयत सही होती है न, तो नतीजे भी सही आते हैं। और एक बात आपको जरूर ध्यान रखनी चाहिए। आपकी सीट पर बीजेपी का सिंबल है। जो एनडीए के सहयोगी दल का सिंबल है, हमारा उम्मीदवार ईवीएम में कौन से नंबर पर है, इसको लेकर वोटर को जरूर बताना चाहिए और बार-बार बताना चाहिए। आप ये जरूर चेक करें क्या आपके बूथ में सभी वोटर का नाम वोटर लिस्ट में है या नहीं? कोई बाहर तो नहीं गया है, कोई छुट्टी की प्लानिंग को नहीं कर रहा है। अगर ऐसा है तो उनसे वोटिंग का आग्रह कीजिए। मैं आने वाले कुछ दिनों में खुद भी उत्तर प्रदेश अलग-अलग इलाकों में जाने वाला हूं। और मुझे विश्वास है कि मैं पहुंचूं या ना पहुंचूं आप तो बिलकुल डटे हुए हैं। और पोलिंग बूथ जीतने का एकमात्र मंत्र लेकर काम करना है। और भारी मतों से पोलिंग बूथ जीतना है। जीतना है ऐसा नहीं है, भारी मतों से जीतना है। मतदान भी ज्यादा से ज्यादा करवाना है। कितनी ही गर्मी क्यों न हो। हमें इस चुनौती को स्वीकार करना है और पूरी ताकत लगानी है। सोशल मीडिया में भी हम छाये रहने चाहिए। हमारे पोलिंग बूथ के जो लाभार्थी हैं उनके रील बनाना चाहिए। उस रील को प्रचारित करना चाहिए। जितना ज्यादा ऐसा काम होगा, हमें चुनाव जीतने में बहुत मदद मिलेगी और इसलिए बड़े बड़े कार्यक्रम तो होंगे उसमें जो हमें जिम्मेवारी मिले पूरी करनी चाहिए। लेकिन सबसे बड़ी ताकत पोलिंग बूथ जीतने पर ही लगनी चाहिए। और पोलिंग बूथ जीतने का मतलब होता है कि पोलिंग बूथ में जितने मतदान हैं, उन सबके दिल जीतना। और जब तक उनको मिलते नहीं है, उनके घर में बैठ करके उनके सुख-दुख चर्चा नहीं करते हैं, उनको विश्वास में नहीं लेते हैं। उनको कौन समझाएगा, ऐसा व्यक्ति को लेके नहीं जाते हैं, तो वोट पक्का नहीं होता। हमारा काम सिर्फ मोदी का प्रचार हो जाए, सिर्फ भाजपा का प्रचार हो जाए, सिर्फ हमारे कामों का प्रचार हो जाए। इतने से काम चलता नहीं है। हमारा काम है कि उसका वोट पक्का करना। अब देखिए हम 5 साल मेहनत करते हैं। चुनाव में भी आप डेढ़ दो महीने खाना भी नहीं खाते। नींद भी नहीं लेते, मेहनत करते हैं। लेकिन आखिरी दिन अगर मतदाता घर से नहीं निकला तो आपकी सारी मेहनत पानी में जाती है। और इसलिए हमारे लिए सबसे बड़ा काम है कि मतदान के दिन हम जितनी मेहनत करते हैं, उससे अनेक गुना एक दिन में मेहनत करेंगे। मैं हर मतदाता को हाथ जोड़कर के ले आयेंगे और मतदान करवाएंगे। और भाजपा के पक्ष में मतदान करवाएंगे। एनडीए के पक्ष में मतदान करवाएंगे। यही मेरी आप सब से अपेक्षा है। मुझे बहुत अच्छा लगा आप सब कार्यकर्ताओं से मुझे बातचीत करने का मौका मिला। मेरी आपको बहुत शुभकामनाएं हैं। अपने स्वास्थ्य का जरूर ध्यान रखिए। और मैंने पहले कहा था वैसे इस प्रचार में, इस गर्मी में पानी बहुत पीजिए। भरपूर पानी पीजिए। जिसके भी घर मिलने जाते हैं जरूर सामने से पानी मांगिए। पानी जरूर पीजिए। चलिए बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको। बहुत धन्यवाद।

Explore More
78મા સ્વતંત્રતા દિવસનાં પ્રસંગે લાલ કિલ્લાની પ્રાચીર પરથી પ્રધાનમંત્રી શ્રી નરેન્દ્ર મોદીનાં સંબોધનનો મૂળપાઠ

લોકપ્રિય ભાષણો

78મા સ્વતંત્રતા દિવસનાં પ્રસંગે લાલ કિલ્લાની પ્રાચીર પરથી પ્રધાનમંત્રી શ્રી નરેન્દ્ર મોદીનાં સંબોધનનો મૂળપાઠ
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।