There will be better infrastructure in Punjab, if there is a transparent government, says PM Narendra Modi in Punjab
Under the PM Kisan Samman Nidhi, the central government has directly deposited Rs 3,700 crore in the bank accounts of farmers of Punjab: PM Modi
Congress CM gave a statement yesterday that received claps from a member of the family in Delhi. Who are they insulting with such statements? - PM Modi slams CM Channi for controversial remark

वाहेगुरु जी दा खालसा, जय श्रीराम, जय-जय श्रीराम, वीर बजरंग बली की।   

ये पराक्रम की धरती है, परिश्रम की धरती है, ये पवित्र धरती है मैं इस धरती को प्रणाम करता हूं। इस मंच से मैं गुरुद्वारा दमदमा साहिब, तख्त आनंदपुर साहिब और गुरुद्वारा तीरथ साहिब को हृदय से प्रणाम करता हूँ। मैं गुरु जम्भेश्वर भगवान के चरणों में प्रणाम करता हूँ। भगवान जम्भेश्वर की प्रेरणा से हमारा बिश्नोई समाज आज भी पूरी दुनिया में जीव-प्रेम और पर्यावरण का सबसे जागरूक सिपाही माना जाता है।

साथियों

इस चुनाव में ये पंजाब में इस बार को जो चुनाव है एक प्रकार से मेरी आखिरी सभा है। और कल शाम को चुनाव प्रचार भी समाप्त हो रहा है। मैं बीते कुछ दिनों में पंजाब के अलग-अलग क्षेत्रों में गया हूं। पूरे पंजाब में आज एक सुर से एक ही आवाज उठ रही है। भाजपा को जिताना है, पंजाब में डबल इंजन की सरकार बनाना है।

डबल इंजन की सरकार मतलब क्या? पंजाब का इस दशक में सबसे तेज विकास। डबल इंजन की सरकार मतलब पंजाब से रेत माफिया, ड्रग माफिया इनकी विदाई। डबल इंजन की सरकार का मतलब है पंजाब की औद्योगिक इकाइयों में नई ऊर्जा भरना। डबल इंजन की सरकार मतलब है पंजाब के युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार के नए मौके देना।

साथियों,

पंजाब को आज एक ऐसी सरकार चाहिए जिसकी प्रेरणा राष्ट्रभक्ति हो, जिसकी प्रेरणा पंजाब का विकास हो। बीजेपी पूरे समर्पित भाव से पंजाब के लोगों के सामने पंजाब की सुरक्षा का संकल्प लेकर, पंजाब के विकास का संकल्प लेकर के आई है। एक बार भाजपा को आपकी सेवा करने का मौका दीजिए, एक बार पांच साल मुझे दीजिए और फिर देखिएगा, डबल इंजन की सरकार कैसे पंजाब को तेज गति से आगे बढ़ाती है। आप देखिए देश के इतने सारे राज्य हैं जहां काँग्रेस एक बार गई, फिर कभी लौटकर आई ही नहीं। और जहां भाजपा को आशीर्वाद मिल गया, वहाँ तो काँग्रेस जड़-मूल से साफ हो गई।

साथियों,

पंजाब के इस क्षेत्र ने देश को ये दिखाया था कि खेती भी खुशहाली का जरिया बन सकती है। लेकिन, आज स्थितियां बदल रही हैं। यहाँ की मिट्टी की उपजाऊ क्षमता घट रही है, मिट्टी में केमिकल्स बढ़ गए हैं। ये खिलवाड़ किया है कांग्रेस की नीतियों ने पंजाब के साथ! भाइयों बहनों, इतिहास गवाह है, काँग्रेस पार्टी ने किसानों को हमेशा धोखा दिया है। स्वामीनाथन कमीशन की सिफ़ारिशों को लागू करने की मांग सालों से देश में थी। ये फाइल पर बैठ गए थे लेकिन कांग्रेस सरकारें झूठ पर झूठ बोलती रहीं। केंद्र में हमारी सरकार बनी तो हमने उन सिफ़ारिशों को लागू करने का काम कर के दिखाया भाइयों-बहनों। ये हमारी किसानों के प्रति भारतीय जनता पार्टी का लगाव है। हमने, आप देखिए पुराने रिकॉर्ड और मैं चुनौती देता हूं किसी भी दल को, हमारे समय में अनाज की रिकॉर्ड खरीद की और किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसा भेजा हमने उनके खाते में सीधा पैसा है।

भाइयों और बहनों,

पंजाब के किसानों को आज नई सोच, और नए विज़न वाली सरकार चाहिए। आज किसान को बेहतर फसल, कम लागत और बेहतर कीमत की जरूरत है। इसके लिए हमारी सरकार बीज से बाजार तक नई व्यवस्थाएं बना रही है। ये भाजपा की सरकार है जिसने जल-जीवन मिशन शुरू किया है। आज हम पंजाब के घर घर में साफ पानी का कनेक्शन देने के लिए, नल से जल पहुंचाने के लिए हम बहुत तेज गति से काम कर रहे हैं। साथियों, आज पंजाब में हर व्यापार माफियाओं के कब्जे में है। व्यापारियों को माफियाओं की कृपा पर जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसकी सबसे बड़ी तकलीफ हमारे छोटे व्यापारियों को हो रही है। राज्य में असुरक्षा बढ़ती है, गलत नीतियां होती है तो हमारा व्यापारी इसका नुकसान उठाता है। आज आप देखिए कितनी संभावनाओं से भरा पूरा पंजाब लेकिन इंडस्ट्री यहां से छोड़ कर के भाग रही है। हमारे नौजवानों के भविष्य में एक सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण यहां जल्दी कोई आने को तैयार भी नहीं है। वह सात बार सोचता है कि वहां जाऊंगा और माफियाओं के चरण में जाना पड़ेगा तो क्या होगा। इन स्थितियों को भी डबल इंजन की सरकार ही बदल सकती है। आप मुझे बताइये और कोई इसको बदल सकता है क्या? और कोई बदल सकता है क्या? एक भी, सारे चेहरे याद कर लो, किसी में दम है क्या? भाइयों बहनों, ये कोई करेगा तो मोदी ही करेगा। हमने अपने घोषणापत्र में अनेक संकल्प लिए हैं, पंजाब में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा, पारदर्शी सरकार होगी तो न उद्योगों को पलायन करना होगा, न नौजवानों को अपना गांव अपने लोग, अपने बूढ़े मां-बाप, अपने खेत-खलिहान ये सब छोड़ के मेरे नौजवानों को पंजाब से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।           

                  

साथियों,

गरीब की तकलीफ दूर हो, उसका जीवन आसान बने, ये हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता का काम है। कोरोना काल में भाजपा सरकार गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है और मुफ्त वैक्सीन भी दे रही है। आपको सब को वैक्सीन लगी है, आपको कोई पैसा देना पड़ा क्या। ये आपकी जिंदगी को बचाने में एक रक्षा कवच के रूप में काम आ रहा है कि नहीं आ रहा है, आपके जीवन को बचाने के लिए भारत सरकार पूरे रात-दिन काम कर रही है कि नहीं कर रही है। आयुष्मान भारत योजना की वजह से पंजाब के 11 लाख गरीबों ने अच्छे अस्पतालों में अपना मुफ्त इलाज कराया है। ये हमारी योजना ऐसी है, अगर आय़ुष्मान भारत योजना का आपके पास कार्ड है तो इस देश के 50 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। दुनिया के कई देशों की आबादी से भी ज्यादा लोगों को और इसकी विशेषता ये है कि आप अगर मुंबई गए है बीमार हो गए, अहमदाबाद गए है बीमार हो गए, लखनऊ गए बीमार हो गए तो वहां भी अस्पताल में इसी कार्ड से मुफ्त में तत्काल आपको डॉक्टरों से सेवा मिलेगी। आपके ऑपरेशन की जरूरत पड़ गई तो वो भी कर दिया जाएगा, यानि पंजाब का नागरिक हिंदुस्तान में कहीं पर भी जाएगा तो उसको ये सुविधा है लेकिन मैं एक और दुख की बात बताता हूं, कि आपके पास कार्ड है आप अहमदाबाद जाएंगे तो ऑपरेशन हो जाएगा, भोपाल जाएंगे तो ऑपरेशन हो जाएगा, लखनऊ जाएंगे तो ऑपरेशन हो जाएगा लेकिन दिल्ली जाएंगे जहां मुख्यमंत्री जो बैठे हैं, दिल्ली में जहां दिल्ली सरकार की अस्पतालें हैं वहां पर आपको मना कर देंगे क्यों, क्योंकि वो इस योजना के साथ जुड़ने के लिए तैयार नहीं है। 

आप मुझे बताइए भैय्या, आपको भारत सरकार 5 लाख रूपया तक बीमारी के लिए खर्च दे रही है तो पंजाब के लोगों को दिल्ली में अगर मदद की जरूरत पड़ जाए तो तुम्हारे पेट में चूहे क्यों दौड़ रहे है बे - मुझे समझ नहीं आ रहा है औऱ जो लोग दिल्ली में आपको घुसने नहीं देना चाहते वो आपसे वोट मांग रहे है क्या ऐसे लोगों को पंजाब में कुछ भी करने का हक है क्या, है क्या? भाइयों-बहनों हमने जो आयुष्मान भारत योजना की बात लगाई है। इससे पंजाब के गरीबों के करीब-करीब 2 हजार करोड़ रुपए बचे हैं। आप कल्पना कीजिए गरीब के लिए 2000 करोड़ रूपये उसकी बीमारी में काम करने का काम दिल्ली में मोदी बैठकर के कर रहा है। भाइयों बहनों ये हमारे दिल में आपके प्रति चिंता है।

पंजाब में 300 से ज्यादा जनऔषधि केंद्र चल रहे हैं और वहां पर जो बाजार में महंगी दवाई मिलती है वैसी ही दवाई, दवाई में कोई समझौता नहीं, कोई कंप्रोमाइज नहीं, उसकी क्वालिटी में कोई कंप्रोमाइज नहीं, लेकिन हमने जो जनऔषधि केंद्र खोले है जो बाजार में दवाई 100 रुपये में मिलती है वहीं दवाई यहां 10 रुपये 20 रुपये में मिल जाती है। ये काम हमने किया है। हम कैसे मदद कर रहे हैं देखिये आप। अगर किसी के परिवार में बुजुर्ग मां-बाप है, डायबिटीज हो गया रोज उनको गोलियां लेनी पड़ रही है, इंजेक्शन लेना पड़ रहा है अगर ये दवाईयां घर में लाई जाए तो महीने का दो ढाई हजार खर्चा तो होता ही होता है। मध्यम वर्ग के परिवार पर दो ढाई हजार रुपये का बोझ लग जाता है लेकिन अगर जन औषधी से ल आएंगे दवाई तो केवल 100-150 रूपये में आपका काम चल जाएगा। हर गरीब परिवार का, मध्यम वर्ग के परिवार का 1000-1500 रूपया बचेगा कि नहीं बचेगा लेकिन इसके लिए हम अरबों-खरबों की जाहिरायत नहीं करते भाई हम तो गरीब के लिए जीते है, गरीब के लिए काम करत है, मध्यम वर्ग के लिए जीते है, मध्यम वर्ग के लिए काम करते हैं। अगर  हाई ब्लड प्रेशर है, उन्हें ऐसे स्टोर्स में गए बहुत सस्तें में दवाई मिल जाएगी। इन केंद्रों से भी हर साल पंजाब के लोगों को करीब-करीब 300 करोड़ रुपये का फायदा हो रहा है, यहां के लोगों को दवाई के खर्चें में 300 करोड़ की बचत, भाइयों-बहनों ये मदद है कि नहीं है, ये मदद है कि नहीं है, ये आपका भला करने के लिए है कि नहीं है क्या कभी हमने किसी अखबार में इश्तिहार दिया है क्या, एडवर्टाइजमेंट दिया है क्या? इसी तरह हमारी सरकार ने जो स्टेंट के पैसे कम कराए हैं,ह्रदय की बीमारी हो हार्ट का स्टेंट लगवाना है, आजकल KNEE की बीमारी हो जाती है 50-60 साल के बाद शुरू हो जाता है। Knee ट्रांसप्लांट कराते है इसमें भी हमने उसके दाम बहुत कम करवा दिए, कानून का उपयोग किया और इसके कारण जिन-जिन लोगों ह्रदय में अगर स्टेंट लगवाया है, हार्ट में ऑपरेशन करवाया है यानि KNEE ऑपरेशन करवाया है उसके भी करोड़ो रूपयों की बचत हुई है। भाइयों-बहनों, हेल्थ सेक्टर में काम कैसा होता है इसके लिए उदाहरण मैं बताता हूं। 

पीएम किसान सम्मान निधि के तहत केंद्र सरकार ने पंजाब के किसानों के बैंक खातों में 3700 करोड़ रुपया सीधा-सीधा किसान के बैंक के खातों में जमा हुआ है अकेले पंजाब में, बीच में कोई कट की कंपनी नहीं, कोई बिचौलिया नहीं, कोई माफिया नहीं सीधा। भाइयों-बहनों मुझे बताइए किसान मुझे आशीर्वाद देगा कि नहीं देगा। इसका लाभ पंजाब के 23 लाख से अधिक किसानों को हुआ है। केंद्र सरकार की आवास योजनाओं के तहत पंजाब में 75 हजार से अधिक घर बनाए जा रहे हैं। औऱ एक-एक घर बनाने के लिए लाख सवा लाख रुपया उनके खाते में भारत सरकार जमा करवाती है ताकि वो पक्के घर में जिंदगी गुजारना शुरू करें। गरीबों को पक्के घर के लिए अकेले पंजाब को 2 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक की राशि दी गई है ये आंकड़े जोड़ दीजिए, मैं तो कुछ भी बता रहा हूं ये सारा दिल्ली से पैसा पंजाब की धरती पर उतारने का हमने काम किया है। 

साथियों, 

उजाला स्कीम के तहत हमनें बिजली बिल कम हो, हमेशा-हमेशा के लिए बिजली का खर्चा कम हो। आपकी जेब से ज्यादा पैसा ना जाएं एक स्थाई व्यवस्था बनाई औऱ टेक्नोलॉजिकल सॉल्यूशन निकाला इसके तहत एलईडी बल्व हमनें पंजाब में वितरित किए। इस वजह से गरीबों के बिजली के बिल में 900 करोड़ रुपये से भी अधिक बिजली का बिल बचा है। अगर मध्यम वर्ग के घर में चार लट्टू बल्व है तो उसका 1500-2000 रुपया बच जाता है बिजली का भैया। ये लोग आज जो वादे कर रहे हैं वो एक प्रकार से आपके घर में रोशनी लाने का वादा नहीं है, आपके जेब के पैसे बचाने का वादा नहीं है ये एक ऐसा रास्ता है जो पूरे पंजाब को कुछ ही वर्षों में अंधकार में डुबो देगा। बिजली के कारखाने चलाने की ताकत नहीं होगी, पूरा पंजाब अंधेरे में फंस जाएगा। ये रास्ता इन्होंने चुना है। आप मुझे बताइए क्या पंजाब में अंधेरा आने देना है, अंधेरा आने देना है, अंधेरा आने देना है तो इन लोगों को दिल्ली में ही रोक लो भैय्या, आने मत दो यहां। हम इस बात की भी व्यवस्था कर रहे हैं कि ना सिर्फ बिजली का बिल कम हो बल्कि बिजली कारखाने भी अच्छे ढंग से चले और जरूरत के हिसाब से नए कारखाने भी लगे।

साथियों,

84 के दंगों के समय जब कांग्रेस के नेता नरसंहार चल रहा था और कांग्रेस के नेता क्या कर रहे थे। हुक्म कहां आ रहे थे ये आपसे ज्यादा और कौन जानता है भाइयों। ये बीजेपी के नेता हमारे कार्यकर्ता हमारे सिख भाई परिवारों को बचाने के लिए, मैं उस समय गुजरात में था एक भी परिवार को तकलीफ नहीं होने दी, एक भी परिवार को, सब शान से जीते है भाइयों-बहनों। हर सुख-दुख में हम पंजाब के लोगों के साथ डटकर के खड़े रहे हैं। 

साथियों 

कांग्रेस हमेशा से एक क्षेत्र के लोगों को दूसरे से लड़ाती आई है, ताकि उनकी गाड़ी चल जाए। यहां कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया, और जिस पर दिल्ली का परिवार है उनका, मालिक, वो बगल में खड़ा होकर के तालियां बजा रहा था। और ये पूरे देश ने देखा है। अपने इन बयानों से ये लोग किसका अपमान कर रहे हैं? यहां का कोई ऐसा गांव ऐसा नहीं होगा जहां हमारे उत्तर प्रदेश के भाई-बहन या बिहार के भाई-बहन यहां पर मेहनत न करते हों। ऐसा कोई गांव नहीं होगा भाइयों-बहनों। कल ही हमने संत रविदास जी की जयंती मनाई है। मैं जरा इन नेताओं से पूछना चाहता हूं, आप मुझे बताइये संत रविदास जी कहां पैदा हुए थे, पंजाब में पैदा हुए थे क्या ? संत रविदास जी उत्तर प्रदेश के बनारस में पैदा हुए थे, काशी में पैदा हुए थे। और आप कहते हो उत्तर प्रदेश के भैइयों को घुसने नहीं देंगे, तो क्या आप संत रविदास जी को भी निकाल दोगे? क्या संत रविदास जी के नाम को मिटा दोगे? क्या भाषा बोलते हो तुम लोग। इतना ही नहीं मैं जरा पूछना चाहता हूं गुरू गोविंद सिंह जी का जन्म कहां हुआ था? पटना साहिब में, हमारे गुरु महाराज गुरु गोविंद सिंह का जन्म हुआ था… पटना में हुआ, बिहार में हुआ और तुम कहते हो कि बिहार के लोगों को घुसने नहीं देंगे। तो क्या तुम गुरु गोविंद सिंह जी का अपमान करोगे। आप गुरु गोविंद सिंह जी का अपमान सहन करोगे क्या, जिस मिट्टी में गुरु गोविंद सिंह जी ने जन्म लिया उस मिट्टी का अपमान करोगे क्या? जिस मिट्टी में जन्म लेकर गुरु गोविंद सिंह जी ने हमारी रक्षा की उस मिट्टी के संतानों को पंजाब में घुसने नहीं देंगे इस भाषा का प्रयोग करोगे क्या। संत रविदास जी जिन्होंने समाज का इतना बड़ा कल्याण किया, काशी में पैदा हुए आज पंजाब के हर घऱ में संत रविदास जी के प्रति श्रद्धा है उनको भी निकाल दोगे। यूपी और बिहार के लोगों को घुसने नहीं देंगे। भाइयों-बहनों, इस तरह की विभाजनकारी सोच को एक पल के लिए पंजाब में राज करने का अधिकार नहीं है। 

भाइयों-बहनों 

हमारा पंजाब सीमावर्ती राज्य है इस पर सीमा पार से हमेशा नजरें बनी रहती हैं, गड़ी रहती है, इसलिए यहां जो सरकार बनेगी वो राष्ट्र प्रथम नेशन फर्स्ट इसके लिए प्रतिबद्ध सरकार होनी चाहिए, ढुलमुल रवैये वाले लोग नहीं होने चाहिए। जो लोग भारत को एक राष्ट्र ही नहीं मानते, देश की अखंडता, पंजाब की सुरक्षा ऐसे लोगों के हाथ में हम सुपुर्द नहीं कर सकते हैं। पंजाब वैसे भी आज अनेक चुनौतियों का मुकाबला कर रहा है, इन चुनौतियों में एक और समस्या अस्थिरता वाली हमें किसी भी हालत में जोड़नी नहीं है। लेकिन आज पंजाब को कांग्रेस फिर से अस्थिरता की तरफ ले जाने का प्रयास कर रही है।          

साथियों, 

कांग्रेस की जो ‘पार्टनर इन क्राइम’ है. एक नई पार्टी आई है, वो भी एक के बाद एक झूठ, रोज नई मनगढ़ंत बातें पंजाब में आकर बोल रहे हैं। ये वो लोग हैं जिनकी दिल्ली में सरकार है। आप अगर इनकी सरकार को देखेंगे तो पता चल जाएगा कि ये लोग सिखों को, पंजाबियों को डगर-डगर पर कितना अपमानित करते हैं, दिल्ली जाओगे तो पता चलेगा। आज पंजाब में आकर सिखों को झूठ बोलने वाले इन लोगों ने दिल्ली में एक भी सिख को न मंत्री बनाया है। इतना ही नहीं ये पंजाब को को नशामुक्त करने की बात करते हैं, लेकिन दिल्ली में हर स्कूल-कॉलेज के बगल में शराब के ठेके खोलकर बैठ गए हैं। ये कैसे झूठ बोलने में महारथी हैं, आराम से झूठ बोलना और आराम से पलट जाना. कोई परवाह ही नहीं। दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है तो ये पंजाब के किसानों को गाली देते हैं। दिल्ली की हवा खराब हो गई, आप ने देखा होगा, ये सब हमें नहीं मालूम मैं कह नहीं रहा हूं, आप दिल्ली में जाओ तो पंजाब के किसानों को गाली दो, और यहां आकर किसानों को गले लगाने की बात करो किसी के गले उतरेगा क्या, उतरेगा क्या? ये चलेगा क्या? जब कोरोना की वेव आई तो इन लोगों ने यूपी-पंजाब-हरियाणा के लोगों को झूठ बोलकर के दिल्ली से बाहर भगा दिया। ये बहुत भयंकर होने वाला है महीनों तक खाना नहीं मिलेगा भागो। जो लोग दिल्ली में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के लोगों को भगा देते हैं वो आज आपके पास आए हैं, आप क्या करोगे मेहमान के रूप में स्वीकार करोगे क्या? 

भाइयों-बहनों, 

बात इतनी नहीं है साथियों, इनके इरादे कहीं ज्यादा खतरनाक हैं! आपने सुना होगा, कल इनके एक पुराने विश्वस्त साथी जो पिछले बार पंजाब उनकी तरफ से चुनाव के इंचार्ज थे, और उनके खासम-खास दोस्त थे, अन्ना हजारे के साथ ये आंदोलन में झंडा लेकर के खड़े रहते थे। और कवि होने के नाते, चिंतक होने के नाते देश भर में उनके कवि सम्मेलनों को सुनने के लिए   देश की युवा पीढ़ी घंटों तक इंतजार करती है, ऐसा मां सरस्वती की पूजा में लगा हुआ इंसान, कल उसने कह दिया, जब दर्द काफी हुआ होगा तब उसने मुंह खोला होगा, और कल जब उसने कहा है, उन्हीं के साथी ने जो आरोप लगाया है वो बहुत खतरनाक है। कल उन्हीं के एक साथी ने उनके चरित्र का जो वर्णन किया है, इसको हर मतदाता ने हर देशवासी ने बड़ी गंभीरता से लेने की जरूरत है।    

पंजाब के मेरे भाइयों और बहनों,

ये लोग पंजाब को तोड़ने का सपना पाले हुए हैं। ये लोग सत्ता के लिए अलगाववादियों से भी हाथ मिलाने को तैयार हैं। सत्ता पाने के लिए इन लोगों को अगर देश भी तोड़ना पड़े, तो ये उसके लिए भी तैयार हैं। इनका एजेंडा और देश के दुश्मनों का एजेंडा, पाकिस्तान का एजेंडा अलग नहीं है। इसलिए ही ये सर्जिकल स्ट्राइक पर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाते हैं। इसलिए ही ये पंजाब में ड्रग्स के नेटवर्क को बढ़ाना चाहते हैं। इसलिए ही ये बॉर्डर पर BSF के बढ़ते अधिकारों के खिलाफ आवाज उठाते हैं। यही इन लोगों का मंसूबा है, यही इनकी सोच है। लेकिन साथियों, अराजकता और अलगाव के नशे में डूबे इन लोगों को पता नहीं है कि मेरा पंजाब है क्या! ये मेरे पंजाब ने कितने घाव झेले हैं लेकिन देश के लिए मरने-मिटने में आगे रहा है ये मेरा पंजाब रहा है भाइयों-बहनों। पंजाब उन गुरुओं, उन शहीदों की भूमि है जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिये थे। ये पंजाब और ये भारत किसी की साजिशों से टूटने वाला नहीं है। हर भारतीय ऐसी ताकतों के सामने पूरी ताकत से खड़ा है।

भाइयों और बहनों,

ये सामान्य चुनाव नहीं है। ये पंजाब के वर्तमान के लिए, पंजाब के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण चुनाव है। अब बीच में दो-तीन दिन ही बचे हैं, 20 तारीख को पंजाब के लोगों को इनके अपराधों का हिसाब करना है। करोगे? चुन-चुन के हिसाब करोगे? पल-पल का हिसाब करोगे? 20 तारीख को पंजाब के लोगों को भाजपा के लिए, एनडीए के लिए, नवा-पंजाब के लिए पूरे जोश से भारी मात्रा में, ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट करना है। वोट करोगे ना? वोट करोगे ना? ऐसा तो नहीं होगा न कि इस सभा के बाद अरे भाई सभा बड़ी जबर्दस्त हो गई रैली बड़ी जबर्दस्त हो गई, चलो आज सो जाते हैं, ऐसा नहीं करोगे ना? ऐसा नहीं करोगे ना? घर-घर जाओगे? एक-एक मतदाता को मिलोगे? देश की बात बताओगे? पंजाब के उज्ज्वल भविष्य की बात बताओगे? यहां के नौजवानों के कल्याण की बात बताओगे? कमल पर वोट डलबाओगे? एनडीए के साथियों को वोट डलबाओगे?  यहां की माताओ-बहनों की भलाई की बात बताओगे? लोगों को मतदान के लिए तैयार करोगे? 

भाइयों-बहनों,

मैं विशेषकर के उन नवजवानों से आग्रह करना चाहता हूं जो जीवन में पहली बार वोट देने के लिए जाने वाले हैं जो फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, ये फर्स्ट टाइम वोटर आपकी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण अवसर है, जब आप वोट डालने जा रहे हैं, मतलब आप अब पंजाब का भविष्य तय करने के एक निर्णय के भागीदार बन रहे हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण अवसर आपको मिला है। मैं फर्स्ट टाइम वोटर से कहना चाहता हूं। आप गर्व के साथ वोट करने जाइए और याद रखिए आज का दिन जीवन में कि आपने अपने पहले वोट से ही पंजाब की शक्ल-सूरत बदलने का काम किया था और आपने पंजाब को बनाने में भागीदारी निभाई। आज मैं हमारे अबोहर के लोगों से भी एक विशेष आग्रह करूंगा। मैं जब यहां मंच पर बैठा था तो जब मैं यहां काम कर रहा था वो सारे पुराने परिवार सब को मैं देख रहा हूं, और हाथ उठाकर के नमस्ते कर रहा हूं। आप सब के बीच में मुझे लंबे अरसे तक काम करने का मौका मिला है, लेकिन आपसे अबोहर के मेरे साथियों को मैं एक विशेष जिम्मेदारी देना चाहता हूं। मुझे बताया गया कि हमारे उम्मीदवार को कोरोना के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, तो अभी दो-तीन दिन आप ही को हर यहां का नागरिक ही उम्मीदवार है। अब हमारे उम्मीदवार कोरोना के कारण न आ पाए, हर व्यक्ति हमारा उम्मीदवार है, हर कार्यकर्ता हमारा उम्मीदवार है। हमें मिलकर के अबोहर में, दो-चार दिन थोड़ा  उनको रेस्ट करना पड़ेगा, आइसोलेसन में रहना पड़ेगा, उस काम को हम निभाएंगे, निभाएंगे क्या? एक-एक कार्यकर्ता इस बात को निभाएगा? हम मिलकर के चलेंगे  एनडीए के हमारे साथी श्रीमान ढींढसा साहब, कैप्टन साहब हम सब मिलकर के पंजाब के सपनों को पूरा करने में कोई कमी नहीं रखेंगे। इसी आशा के साथ आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। दोनों मुट्ठी बंद कर के पूरी ताकत से बोलिए भारत माता की… भारत माता की… भारत माता की… हमारे जो उम्मीदवार है इस चुनाव में उनसे मेरी प्रार्थना है कि आगे आ जाएं। ताकि मैं भी आपके साथ खड़ा हो जाऊं, हरदीप जी भी आ जाएं, भारत माता की… भारत माता की…

बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।