QuoteThis ‘Chowkidar’(PM Modi) has worked tirelessly over the last five years to enhance India’s global position on the world stage: PM Modi
QuoteUN’s listing of Masood Azhar as a global terrorist shows India’s efforts against terrorism were now being recognised and supported internationally: PM Modi
QuoteThe track-record of the Congress shows it is not committed on fulfilling its promises, rather it is only interested in gaining political leverage from them: PM Modi

सब लोग बैठिए भैया, आप सब बैठिए, बैठिए।
भारत माता की...जय
भारत माता की...जय
भारत माता की...जय
यहां जयपुर ग्रामीण और दौसा से भी भारी संख्या में आप सब पधारे हैं। मैं आप सभी का बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। गुलाबी नगरी का माहौल हमेशा देश का माहौल बताता है, और देश का माहौल क्या है? जब मैं मंच पे आया, आपने जिस प्रकार से रोशनी की ऐसा लग रहा था ये चुनाव सभा है की विजय सभा है।
भारत माता की...जय।

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साथियो, मां भारती की आन, बान, शान। मां भारती के लिए यही भक्ति यही जुनून है जो इस वीर धरा को और अद्भुत बनाता है।

साथियो, आज मैं आपके बीच नए भारत के नए सपनों को पूरा करने के लिए आदेश मांगने आया हूं, आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं।
भाइयो और बहनो, बीते 5 वर्ष में, दुनिया में भारत के आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाने में इस चौकीदार ने कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरी निष्ठा से काम किया, श्रम किया और मैंने एक बार लाल किले से कहा था, देशवासियों से कहा था की अगर आप 11 घंटे काम करेंगे तो मैं 12 घंटे काम करूंगा। अगर आप 13 घंटे काम करेंगे तो मैं 14 घंटे काम करूंगा। जयपुर के मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, क्या मैंने मेरा वादा निभाया? मैंने मेहनत करने में कोई कमी रखी है? आपको जैसा मैंने कहा था वैसा ही करने के लिए मैंने पूरी कोशिश की है, मैं राजस्थान की कसौटी पर खरा उतर रहा हूं?

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याद करिए 2014 से पहले देश में क्या चर्चा होती थी, घरों के ड्राइंग रूम में, किचन में, ऑफिस में लंच के दौरान, बसों में, क्या बातें होती थीं? और ये याद करना बहुत जरूरी है। मुझे लाने से पहले भारत में जो रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थी उस समय क्या हाल था, उस समय आपकी चर्चाएं क्या थी? ये आपको याद करना बहुत जरूरी है। क्या आप लोग मिलकर के चर्चा नहीं करते थे की आए दिन बम धमाके होते हैं, इंसान की जान की कद्र कब होगी? ये बात होती थी कि नहीं होती थी? मैं यहां भाषण देने नहीं आया हूं, मैं तो आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। आप मुझे बताइये मैं जो बोल रहा हूं वो चर्चा होती थी कि नहीं होती थी? लोग कहते थे, छोटे-छोटे देश कार्रवाई करते हैं, भारत कब जागेगा? ये बात होती थी कि नहीं होती थी? ये जो घोटाला हुआ है, ये वाला कितने लाख का हुआ है? कितने करोड़ का हुआ है? इस घोटाले में कौन-कौन से नेता और उसका बेटा-बेटी किसकी शामिल हैं? हर साल देश में कोई न कोई घोटाला क्यों हो रहा है? ये बात होती थी की नहीं होती थी? जुबां पे इसकी चर्चा थी कि नहीं थी? महंगाई इतनी क्यों हैं? महंगाई डायन है कि खाए जात है? क्या सारा टैक्स हम ही से वसूल लेगी क्या सरकार? मिडिल क्लास की सरकार को तो परवाह ही नहीं है।

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साथियो, ये सवाल आप लोगों के बीच में चलते थे कि नहीं चलते थे? पांच साल पहले आप ये बातें करते थे कि नहीं करते थे? वो घोर निराशा के दिन थे, आशा की किरण तक दिखती नहीं थी। लेकिन आज भाजपा की सरकार में देश में किन बातों की चर्चा होती है, क्या सवाल उठते हैं? 14 की तुलना में याद करना होगा आपको, आज भी ड्राइंग रूम में, बस में, रेल में, दुकान में, ऑफिस में, बातें आज भी होती हैं। देश और दुनिया की होती है, तब क्या होता था, आज क्या होता है? आज चर्चा ये होती है की उस शहर में 6 लेन का हाईवे बन गया, हमारे शहर में कब बनेगा? ऐसी बात होती है कि नहीं होती है? उस जिले में मेडिकल कॉलेज इतना अच्छा हो गया, हमारे जिले में कब होगा? ये बात होती है कि नहीं होती है? वो शहर तो एयर कनेक्टिविटी से जुड़ गया, हमारा शहर कब जुड़ेगा ये बात होती है कि नहीं होती है? उस शहर में तो उड़ान योजना के तहत फ्लाइटें भी आने लग पड़ीं, हमारे शहर में ऐसा कब होगा? उस शहर का रेलवे स्टेशन तो इतना शानदार हो गया है, हमारे शहर का कब होगा? उस शहर के लिए तो नई-नई ट्रेनें जाती हैं, क्या शानदार कोच होते हैं, लेकिन हमारे शहर ऐसी ट्रेन कब आएगी? उसे तो पीएम आवास के तहत घर मिल गया, हमें क्या अगले 8-10 महीने में मिल जाएगा क्या? मैं ये बातें इसीलिए कह रहा हूं, इन सारे सवालों में शिकायत नहीं है, विश्वास का भाव होता है। ये भरोसा होता है की कुछ दिन के इंतजार के बाद ही सही, मोदी हमारे लिए भी करेगा। आज लोग यह नहीं पूछ रहे हैं की क्यों नहीं हुआ? आज लोग आशा और उम्मीद के साथ ये कहते हैं की कब होगा? यानी उसको पूरा भरोसा है होने वाला है। वो इतना ही कहता है कब होगा, हमारी बारी कब आएगी? निराशा से आशा की तरफ बढ़ता ये नया भारत और यही हमारी ऊर्जा है, यही हमारी शक्ति का स्रोत है।

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भाइयो और बहनो, इस नए भारत के निर्माण का नेतृत्व आज के नौजवान कर रहे हैं। वो आज नए भारत के निर्माण के लिए इस चौकीदार के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। इस भावना को सिर्फ अपने ही परिवार और अपने ही वंश को सर्वोपरि मानने वाले समझ ही नहीं पा रहे, इसलिए वे जमीन से कट गए हैं। उनको समझ ही नहीं आ रहा है की देश चाहता क्या है? वो सिर्फ मोदी को गाली देने में जुटे हुए हैं। रोज सुबह डिक्शनरी लेके बैठे जाते हैं की आज कौन सी नई गाली निकालें, यही चल रहा है ना?

साथियो, 2014 में आपके वोट से देश में एक परिवार ने 55 साल जो तबाही लाकर के रखी थी। जीवन के हर क्षेत्र में खाई थी, गड्ढे थे। मैंने 55 महीने उस परिवार के 55 साल के गड्ढे भरने में खपा दिए। ये काम मैं कर पाया आपके वोट से। अबकी बार...मोदी सरकार, अबकी बार आपके वोट से विकास का हाईवे बनाने का अवसर है। 2014 में आपके वोट से डेढ़ करोड़ से ज्यादा परिवारों को अपना खुद का पक्का घर मिला। अबकी बार आपके वोट से देश के हर गरीब परिवार को अपना पक्का घर मिलेगा, एक भी बेघर नहीं रहेगा ये सपना, यानी एक तरह से देखे तो आपका वोट मोदी के खाते में जाएगा और हर बेघर का आशीर्वाद आपके खाते में आएगा। भाइयो और बहनो, 2014 में आपके वोट से 7 करोड़ से अधिक गरीब बहनों को चूल्हे पर गैस का कनेक्शन मिला। अबकी बार आपके वोट से हिंदुस्तान के सभी घरों में गैस का कनेक्शन पहुंचेगा। सोचिए, मोदी के खाते में डाला गया आपका एक वोट, आपको उस मां-बहन से भी आशीर्वाद दिलवाएगा, जिसे उज्जवला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है।

साथियो, 2014 में आपके वोट से हमारे सशस्त्र बलों को सम्मान मिला, वन रैंक-वन पेंशन का वादा पूरा हुआ, राफेल जैसा लड़ाकू विमान मिलना तय हुआ। अबकी बार आपका वोट हमारे सशस्त्र बलों को और आधुनिक बनाएगा, आपको वीर-सपूतों को जन्म देने वाली माताओं का आशीर्वाद दिलाएगा। भाइयो और बहनो, 2014 में आपके वोट से देश के सभी गांवों में बिजली पहुंची, अबकी बार आपके वोट से देश के हर घर में बिजली पहुंचाने का काम पूरा होगा। उस नई रोशनी में पढ़कर जो बच्चा आगे बढ़ेगा, जीवन में कुछ बनेगा, वो जीवन भर आपका धन्यवाद करेगा।

साथियो, 2014 में आपके वोट से किसानों की आय में बढ़ोतरी सुनिश्चित हुई, अबकी बार आपके वोट से 2022 तक किसानों की आय डबल होगी, दोगुनी होगी। 2014 में आपके वोट से छोटे किसानों के बैंक खाते में सीधी मदद का लाभ सुनिश्चित हुआ। अबकी बार आपके वोट से हर छोटे-बड़े किसान परिवार को इसका लाभ मिलेगा। छोटे किसानों को पेंशन की सुविधा मिलेगी और वो किसान भी अन्नदाता आपके लिए आशीर्वाद दाता भी बनेगा।

साथियो, सरकार बदलने का क्या फर्क होता है ये भी मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं। यहां राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी, पूर्ण बहुमत तो नहीं मिला लेकिन इधर-उधर से मिला कर के बन गई। एक मिलावटी सरकार यहां बन गई। अब यहां पर किस तरह के सवाल उठ रहे हैं, मैंने बताया मेरे आने से पहले क्या सवाल थे और मेरे आने के बाद क्या सवाल थे और आज अभी नई-नई सरकार बनी है, मिलावटी सरकार है। इधर-उधर से कुनबा जोड़ कर के बनी है अब सवाल उठ रहे हैं, लोग सवाल पूछ रहे हैं 10 दिन हो गए, 100 दिन हो गए, कर्जमाफी के वायदे का क्या हुआ? 10 दिन में मुख्यमंत्री बदलने वाले थे, उसका क्या हुआ?

साथियो, कांग्रेस की यही सच्चाई है। झूठ बोलना, फरेब करना और मतदाता को गुमराह करना, यही कांग्रेस का चरित्र है। वो एक बार चुनाव के समय जो पोस्टर छपवा लेती है, उसे कई दशक तक चलाती है।

50-60 साल पहले उसने चुनाव के समय गरीबी हटाओ वाला पोस्टर छपवाया था। आज तक वो उसी पोस्टर से काम चला रही है। हर चुनाव में वही पोस्टर निकालती है, बस नामदार की फोटो बदलती रहती है कभी पुरुष की आवाज कभी महिला की आवाज और गरीबी हटाओ बोलते रहते हैं। ये कर्जमाफी वाला पोस्टर भी कांग्रेस ने 10-15 साल पहले छपवाया था। आप राजस्थान वालों को आज क्या हो गया है भाई। रह-रह कर के जुस्सा आता है, आपको जो चाहिए वो आएगा, आएगा। मैं आपके इस प्यार के लिए आपको नमन करता हूं।


आपका ये उत्साह, जयपुर में बैठे कांग्रेस के नेता और दिल्ली में बैठे कांग्रेस के नेता वो डॉक्टरों को फोन कर रहे हैं, बीपी बढ़ रहा है। ये कर्जमाफी वाला पोस्टर भी कांग्रेस ने 10-15 साल पहले छपवाया था। हर चुनाव से पहले वो ये पोस्टर फिर अलग-अलग राज्यों में चिपका देती है। राजस्थान में भी उसने यही किया।

साथियो, कांग्रेस ने हमेशा किसान को सिर्फ जीतने धोखा दे सकते हैं दिया है, उसने देश के वीर जवानों को भी धोखा दिया है। कांग्रेस की सरकार कमीशन और करप्शन के चक्कर में भारत की रक्षा जरूरतों को भी खतरे में डालती रही है। देश की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस का रवैया कैसा रहा है और भाजपा कैसे काम करती है। उसका गवाह, मई का ये महीना भी रहा है। मई 1998 में पोखरण में, अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने दूसरा परमाणु विस्फोट किया था, पहले परीक्षण के दशकों बाद। अब आप बताइये, कांग्रेस की सरकार को ऐसा करने से किसी ने रोका था क्या? आखिर किसके दबाव में आ गई थी कांग्रेस? भाइयो और बहनो, यही स्थिति अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मारने वाली A-SAT मिसाइल के परीक्षण को लेकर के थी। हमारे वैज्ञानिक कांग्रेस की सरकार से टेस्ट करने की इजाजत मांग रहे लेकिन पूरी सरकार, रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थर-थर कांप रही थी, पसीना छूट रहा था। इनको लगता था की अगर दुनिया ने, हमने मिसाइल से सैटेलाइट से गिराया और दुनिया हम पर टूट पड़ी तो हम तो कही के नहीं रहेंगे। जिन लोगों को सत्ता इतनी प्यारी हो, कुर्सी का इतना मोह हो, वो पार्टी कभी भी देश का भला सोच सकती है क्या? सोच सकती है क्या? निर्णय कर सकते हैं क्या, कदम उठा सकते हैं क्या?

लेकिन साथियो, आपके इस चौकीदार ने वैज्ञानिकों को इजाजत दी और आज भारत स्पेस में, अंतरिक्ष में भी सर्जिकल स्ट्राइक करने की क्षमता रखने वाला दुनिया में चौथा देश बना है। और साथियो, ये जो हमारे मिसाइल ने सैटेलाइट को गिराया है। उस सैटेलाइट की स्पीड एक सेकेंड में 10 किलोमीटर की थी यानी बंदूक की नोक से गोली जिस स्पीड से निकलती है उतनी स्पीड से अंतरिक्ष में सैटेलाइट जा रहा था और मिसाइल धरती से निकली 3 मिनट के भीतर, उस भागती हुई सैटेलाइट को गिरा दिया। ये ताकत अब दुनिया में हिंदुस्तान चौथा देश बन गया है दोस्तों।

साथियो, कांग्रेस की सरकारों का रवैया देश में आतंकवादी हमलों के समय कैसा रहा है, वो भी हमें भूलना नहीं चाहिए। हमारे देश में इतने बम धमाके हुए, यहां जयपुर में भी आप लोगों को आतंकियों ने सीरियल ब्लास्ट करके दहला दिया था। आपको याद है, तब कांग्रेस सरकार ने कोई सख्ती दिखाई थी क्या? आपको याद है कि नहीं है? याद मुझे कराना पड़ रहा है याद इसीलिए नहीं है क्योंकि कांग्रेस ने कभी सख्ती दिखाई नहीं। अब मैं पूछता हूं, आप जवाब देंगे सब लोग? ये मरी पड़ी आवाज से जवाब नहीं देता है राजस्थान ये वीरों की भूमि है। आप जवाब देंगे, मैं जरा पूछता हूं आपको सर्जिकल स्ट्राइक याद है, एयर स्ट्राइक याद है, क्यों याद है?

साथियो, पहले भी सेना इजाजत मांगती थी लेकिन कांग्रेस की सरकार हिम्मत नहीं दिखा पाती थी। जब की देश की सुरक्षा को लेकर हमारी नीति और रीति साफ है और देश को चौकीदार पर भरोसा है। और मैं आज वीरों की भूमि पर आया हूं, बहादुरों की भूमि पर आया हूं। मैं उन माताओं के आशीर्वाद लेकर के कहना चाहता हूं, देश के लिए मर-मिटने वाले इस धरती ने अनेक वीर पुत्र दिए हैं। उन वीर पुत्रों को जन्म देने वाली उन माताओं का स्मरण करते हुए मैं कहता हूं। अब ये नया हिंदुस्तान है, अब देश को जहां से भी खतरा होगा, वहां पर घुसकर के मारेंगे। और अगर वो गोली मारेंगे तो हम गोला मारेंगे। ये होती है दमदार सरकार। ये दम तब आता है जब दिल और दिमाग सिर्फ और सिर्फ भारत के लिए सोचता है, सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों के लिए सोचता है।

साथियो, मैं आपसे देश से एक महत्वपूर्ण बात कहना चाहता हूं। भाइयो-बहनो, वैसे राजस्थान की धरती से, ये वीरों की भूमि से मेरा कोई विशेष ही नाता लग रहा है, क्योंकि जब एयर स्ट्राइक हुई, जिस समय देश में, एयर स्ट्राइक हुआ और उसी दिन में चुरू पहुंचा था। चुरू में मेरी जन सभा थी और जब एयर स्ट्राइक की खबर आई तो चुरू वालों को लगा था की पता नहीं मोदी जी अब आएंगे की नहीं आएंगे? लेकिन एयर स्ट्राइक की खबरें हवा में थी और चुरू पाकिस्तान की सीमा पर है मोदी वहां आ धमका था।

आज फिर से राजस्थान की धरती पर वैसी ही कुछ खबरों के साथ आया हूं। अभी-अभी अमेरिका से न्यूयॉर्क से मीडिया रिपोर्ट आ रही है की आज UN ने संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना, कुख्यात आतंकवादी मसूद अज़हर पर प्रतिबंध लगा दिया है। मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित करने पर आखिरकार विश्व में सहमति बनी, ये संतोष का विषय है, देर आए दुरुस्त आए। आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में और आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए लंबे समय से भारत जो प्रयास कर रहा था, ये उसकी बहुत बड़ी सफलता है। एक समय था जब देश में ऐसी रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थी जिसमें प्रधानमंत्री तक की आवाज सरकार में भी कोई नहीं सुनता था और आज देश ने देखा है की यूनाइटेड नेशन में क्या हुआ? कैसे 130 करोड़ जनता की आवाज पूरे विश्व में दहाड़ रही है। ये है नया भारत और ये है इस नए भारत की ललकार आज भारत की बात पूरी दुनिया में सुनी जाती है। भारत की बात को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है यह बात आज साबित हो गई है। और, मैं डंके की चोट पर ये कहना चाहता हूं की ये तो सिर्फ शुरुआत है। आगे-आगे देखिए, होता क्या है।

साथियो, बीते दिनों में आपने देखा है किस प्रकार जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों का निरंतर सफाया किया जा रहा है। एयर स्ट्राइक करके पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के ठिकानों को तबाह किया है। उससे पहले सर्जिकल स्ट्राइक कर के आतंकियों और उनके ठिकानों को नेस्तनाबूद किया है। उसके बाद आज ही की हमारी बहुत बड़ी कूटनीतिज्ञ विजय भी आज देश देख रहा है। इन सब को जोड़ कर देखें तो विश्व में जो आज भारत की ताकत बनी है वो 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक शक्ति का परिणाम है। मैं देश को याद दिलाना चाहता हूं की जब यह काम चल रहा था तब नामदार ट्वीट कर कर के बड़ी खुशी में मनाते थे, ये पूरा वर्ग बहुत खुश था और मोदी का मजाक उड़ाते थे। आज इतने दिनों से मजाक उड़ाने वालों को मैं कहना चाहता हूं की यह सिर्फ मोदी की सफलता नहीं है यह पूरे हिंदुस्तान की सफलता है, 130 करोड़ हिंदुस्तानियों की सफलता है। मैं आशा रखता हूं वे आज भी खुशी मनाएंगे, आज भारत के लिए, हर भारतीय के लिए, चाहे वो किसी भी विचारधारा का हो, किसी भी धर्म का हो, किसी भी क्षेत्र का हो सबके लिए आज बेहद गर्व का दिन है। आज देश के लिए आत्मविश्वास का जो माहौल बना है। मेरी हाथ जोड़ कर प्रार्थना है की कोई भी राजनीतिक दल इस माहौल में, ऐसे उत्साह के माहौल में ऐसे आत्मविश्वाश के माहौल में, कृपा कर के मिलावट न करें।

भाइयो और बहनो, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में विश्व समुदाय भारत के साथ खड़ा रहा इसके लिए मैं 130 करोड़ भारतीयों की तरफ से, हर मानवतावादी की तरफ से, विश्व समुदाय का आभार व्यक्त करता हूं।

साथियो, सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से पूरे विश्व को भी भारत की 40 साल से जो मुसीबत झेल रहे हैं, जो हम बार-बार कह रहे थे उस सच्चाई का अब उन्हें एहसास हुआ है। इसके साथ-साथ पाकिस्तान में भी एक छोटा समूह जो सच्चे अर्थ में पाकिस्तान का उज्जवल भविष्य चाहता है वो भी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद खुल कर आतंकवाद के खिलाफ बोलने लगा है। पकिस्तान का एक वर्ग अपने देश में खुले आम घूमते आतंकियों के खिलाफ, आतंकियों को ट्रेनिंग के खिलाफ अपने युवाओं की बर्बादी के खिलाफ आवाज उठाने लगा है। पाक की आतंकी दृष्टि के खिलाफ अब उसके जागरूक नागरिक ही आवाज उठाने लगे हैं, एयर स्ट्राइक के बाद ये आवाज और मुखर हुई है। आज संयुक्त राष्ट्र के निर्णय के बाद पाक के जागरूक नागरिक वहां की सरकार पर और दबाव बनाएंगे ये मैं अनुभव कर रहा हूं।

भाइयो-बहनो, वैश्विक स्तर पर चुनौतियों का सामना करने का साथ ही हमें यहां देश में भी एक भगीरथ कार्य पूरा करना है। ये काम है पानी को लेकर दुनिया की आधुनिक से आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग पानी के लिए हम करने वाले हैं। इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय, एक अलग मंत्रालय बनाया जाएगा। नदियों का पानी हो, समंदर का पानी हो, बारिश का पानी हो, प्यासे गांवों तक इस पानी को पीने लायक बना कर के पहुंचाने का मिशन चलाया जाएगा। जितने भी हमारे बांध आज सूखे पड़े हैं, इसको पुनर्जीवित करने के लिए एक ईमानदार प्रयास हम करने वाले हैं।
साथियो, और मैंने पिछली बार राजस्थान आया था मैंने कहा था, की सिंधु नदी के संबंध में पानी की संबंध में पाकिस्तान के साथ जो समझौता हुआ और दिल्ली में सरकारें सोती रही और पानी हमारे हक का पानी पाकिस्तान में जाता रहा अब एक बूंद पानी नहीं जाने दूंगा। जिस पानी पर हिंदुस्तान के किसान का हक है वो पानी अब पाकिस्तान नहीं जाएगा।

साथियो, इन सारे संकल्पों की पूर्ति के लिए, आप चाहते हैं ये सब हो, आप चाहते हैं आतंकवाद खत्म हो, आप चाहते हैं देश आगे बढ़े, आप चाहते है देश में ईमानदारी आए, आप चाहते है बेईमान जेल जाएं? तो फिर एक काम करना पड़ेगा, करेंगे? घर-घर जाएंगे, हर पोलिंग बूथ में जाएंगे, मतदाताओं से मिलेंगे, मतदाताओं को समझाएंगे, चुनाव के दिन गर्मी हो तो भी वोट करवाएंगे? कमल के फूल के सामने बटन दबवाएंगे? कमल के फूल को वोट मिलेगा?

भाइयो बहनो कमल के फूल के सामने बटन दबाओगे तो ये आपका वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा।

भाइयो बहनो, मैंने राजस्थान का मिजाज पिछली बार आया था देख लिया था, कांग्रेस का बचना मुश्किल है। अरे! जो अपने बेटे को भी नहीं बचा पाएंगे वो कांग्रेस को क्या बचा पाएंगे। फिर एक बार आपका ये उत्साह, उमंग, जोश मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।
भारत माता की...जय
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भारत माता की...जय
बहुत बहुत धन्यवाद।

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દરેક ભારતીયનું લોહી ઉકળી રહ્યું છે: મન કી બાતમાં વડાપ્રધાન મોદી

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Today, North East is emerging as the ‘Front-Runner of Growth’: PM Modi at Rising North East Investors Summit
May 23, 2025
QuoteThe Northeast is the most diverse region of our diverse nation: PM
QuoteFor us, EAST means - Empower, Act, Strengthen and Transform: PM
QuoteThere was a time when the North East was merely called a Frontier Region.. Today, it is emerging as the ‘Front-Runner of Growth’: PM
QuoteThe North East is a complete package for tourism: PM
QuoteBe it terrorism or Maoist elements spreading unrest, our government follows a policy of zero tolerance: PM
QuoteThe North East is becoming a key destination for sectors like energy and semiconductors: PM

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, सुकांता मजूमदार जी, मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला जी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा जी, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू जी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा जी, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा जी, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग जी, नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो जी, मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा जी, सभी इंडस्ट्री लीडर्स, इन्वेस्टर्स, देवियों और सज्जनों!

आज जब मैं राइज़िंग नॉर्थईस्ट के इस भव्य मंच पर हूँ, तो मन में गर्व है, आत्मीयता है, अपनापन है, और सबसे बड़ी बात है, भविष्य को लेकर अपार विश्वास है। अभी कुछ ही महीने पहले, यहां भारत मंडपम् में हमने अष्टलक्ष्मी महोत्सव मनाया था, आज हम यहां नॉर्थ ईस्ट में इन्वेस्टमेंट का उत्सव मना रहे हैं। यहां इतनी बड़ी संख्या में इंडस्ट्री लीडर्स आए हैं। ये दिखाता है कि नॉर्थ ईस्ट को लेकर सभी में उत्साह है, उमंग है और नए-नए सपने हैं। मैं सभी मंत्रालयों और सभी राज्यों की सरकारों को इस काम के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आपके प्रयासों से, वहां इन्वेस्टमेंट के लिए एक शानदार माहौल बना है। नॉर्थ ईस्ट राइजिंग समिट, इसकी सफलता के लिए मेरी तरफ से, भारत सरकार की तरफ से आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

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साथियों,

भारत को दुनिया का सबसे Diverse Nation कहा जाता है, और हमारा नॉर्थ ईस्ट, इस Diverse Nation का सबसे Diverse हिस्सा है। ट्रेड से ट्रेडिशन तक, टेक्सटाइल से टूरिज्म तक, Northeast की Diversity, ये उसकी बहुत बड़ी Strength है। नॉर्थ ईस्ट यानि Bio Economy और Bamboo, नॉर्थ ईस्ट यानि टी प्रोडक्शन एंड पेट्रोलियम, नॉर्थ ईस्ट यानि Sports और Skill, नॉर्थ ईस्ट यानि Eco-Tourism का Emerging हब, नॉर्थ ईस्ट यानि Organic Products की नई दुनिया, नॉर्थ ईस्ट यानि एनर्जी का पावर हाउस, इसलिए नॉर्थ ईस्ट हमारे लिए ‘अष्टलक्ष्मी’ हैं। ‘अष्टलक्ष्मी’ के इस आशीर्वाद से नॉर्थ ईस्ट का हर राज्य कह रहा है, हम निवेश के लिए तैयार हैं, हम नेतृत्व के लिए तैयार हैं।

साथियों,

विकसित भारत के निर्माण के लिए पूर्वी भारत का विकसित होना बहुत जरूरी है। और नॉर्थ ईस्ट, पूर्वी भारत का सबसे अहम अंग है। हमारे लिए, EAST का मतलब सिर्फ एक दिशा नहीं है, हमारे लिए EAST का मतलब है – Empower, Act, Strengthen, and Transform. पूर्वी भारत के लिए यही हमारी सरकार की नीति है। यही Policy, यही Priority, आज पूर्वी भारत को, हमारे नॉर्थ ईस्ट को ग्रोथ के सेंटर स्टेज पर लेकर आई है।

साथियों,

पिछले 11 वर्षों में, जो परिवर्तन नॉर्थ ईस्ट में आया है, वो केवल आंकड़ों की बात नहीं है, ये ज़मीन पर महसूस होने वाला बदलाव है। हमने नॉर्थ ईस्ट के साथ केवल योजनाओं के माध्यम से रिश्ता नहीं जोड़ा, हमने दिल से रिश्ता बनाया है। ये आंकड़ा जो मैं बता रहा हूं ना, सुनकर के आश्चर्य होगा, Seven Hundred Time, 700 से ज़्यादा बार हमारे केंद्र सरकार के मंत्री नॉर्थ ईस्ट गए हैं। और मेरा नियम जाकर के आने वाला नहीं था, नाइट स्टे करना कंपलसरी था। उन्होंने उस मिट्टी को महसूस किया, लोगों की आंखों में उम्मीद देखी, और उस भरोसे को विकास की नीति में बदला, हमने इंफ्रास्ट्रक्चर को सिर्फ़ ईंट और सीमेंट से नहीं देखा, हमने उसे इमोशनल कनेक्ट का माध्यम बनाया है। हम लुक ईस्ट से आगे बढ़कर एक्ट ईस्ट के मंत्र पर चले, और इसी का परिणाम आज हम देख रहे हैं। एक समय था, जब Northeast को सिर्फ Frontier Region कहा जाता था। आज ये Growth का Front-Runner बन रहा है।

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साथियों,

अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर, टूरिज्म को attractive बनाता है। जहां इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होता है, वहां Investors को भी एक अलग Confidence आता है। बेहतर रोड्स, अच्छा पावर इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक नेटवर्क, किसी भी इंडस्ट्री की backbone है। Trade भी वहीं Grow करता है, जहाँ Seamless Connectivity हो, यानि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, हर Development की पहली शर्त है, उसका Foundation है। इसलिए हमने नॉर्थ ईस्ट में Infrastructure Revolution शुरू किया है। लंबे समय तक नॉर्थ ईस्ट अभाव में रहा। लेकिन अब, नॉर्थ ईस्ट Land of Opportunities बन रहा है। हमने नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर लाखों करोड़ रुपए खर्च किए हैं। आप अरुणाचल जाएंगे, तो सेला टनल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर आपको मिलेगा। आप असम जाएंगे, तो भूपेन हज़ारिका ब्रिज जैसे कई मेगा प्रोजेक्ट्स देखेंगे, सिर्फ एक दशक में नॉर्थ ईस्ट में 11 Thousand किलोमीटर के नए हाईवे बनाए गए हैं। सैकड़ों किलोमीटर की नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं, नॉर्थ ईस्ट में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो चुकी है। ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों पर वॉटरवेज़ बन रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में मोबाइल टावर्स लगाए गए हैं, और इतना ही नहीं, 1600 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन का नॉर्थ ईस्ट गैस ग्रिड भी बनाया गया है। ये इंडस्ट्री को ज़रूरी गैस सप्लाई का भरोसा देता है। यानि हाईवेज, रेलवेज, वॉटरवेज, आईवेज, हर प्रकार से नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी सशक्त हो रही है। नॉर्थ ईस्ट में जमीन तैयार हो चुकी है, हमारी इंड़स्ट्रीज को आगे बढ़कर, इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए। आपको First Mover Advantage से चूकना नहीं है।

साथियों,

आने वाले दशक में नॉर्थ ईस्ट का ट्रेड पोटेंशियल कई गुना बढ़ने वाला है। आज भारत और आसियान के बीच का ट्रेड वॉल्यूम लगभग सवा सौ बिलियन डॉलर है। आने वाले वर्षों में ये 200 बिलियन डॉलर को पार कर जाएगा, नॉर्थ ईस्ट इस ट्रेड का एक मजबूत ब्रिज बनेगा, आसियान के लिए ट्रेड का गेटवे बनेगा। और इसके लिए भी हम ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेज़ी से काम कर रहे हैं। भारत-म्यांमार-थाईलैंड ट्रायलेटरल हाईवे से म्यांमार होते हुए थाईलैंड तक सीधा संपर्क होगा। इससे भारत की कनेक्टिविटी थाईलैंड, वियतनाम, लाओस जैसे देशों से और आसान हो जाएगी। हमारी सरकार, कलादान मल्टीमोडल ट्रांजिट प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने में जुटी है। ये प्रोजेक्ट, कोलकाता पोर्ट को म्यांमार के सित्तवे पोर्ट से जोड़ेगा, और मिज़ोरम होते हुए बाकी नॉर्थ ईस्ट को कनेक्ट करेगा। इससे पश्चिम बंगाल और मिज़ोरम की दूरी बहुत कम हो जाएगी। ये इंडस्ट्री के लिए, ट्रेड के लिए भी बहुत बड़ा वरदान साबित होगा।

साथियों,

आज गुवाहाटी, इम्फाल, अगरतला ऐसे शहरों को Multi-Modal Logistics Hubs के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। मेघालय और मिज़ोरम में Land Custom Stations, अब इंटरनेशनल ट्रेड को नया विस्तार दे रहे हैं। इन सारे प्रयासों से नॉर्थ ईस्ट, इंडो पेसिफिक देशों में ट्रेड का नया नाम बनने जा रहा है। यानि आपके लिए नॉर्थ ईस्ट में संभावनाओं का नया आकाश खुलने जा रहा है।

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साथियों,

आज हम भारत को, एक ग्लोबल Health And Wellness Solution Provider के रुप में स्थापित कर रहे हैं। Heal In India, Heal In India का मंत्र, ग्लोबल मंत्र बने, ये हमारा प्रयास है। नॉर्थ ईस्ट में नेचर भी है, और ऑर्गोनिक लाइफस्टाइल के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन भी है। वहां की बायोडायवर्सिटी, वहां का मौसम, वेलनेस के लिए मेडिसिन की तरह है। इसलिए, Heal In India के मिशन में इन्वेस्ट करने के, मैं समझता हूं उसके लिए आप नॉर्थ ईस्ट को ज़रूर एक्सप्लोर करें।

साथियों,

नॉर्थ ईस्ट के तो कल्चर में ही म्यूज़िक है, डांस है, सेलिब्रेशन है। इसलिए ग्लोबल कॉन्फ्रेंसेस हों, Concerts हों, या फिर Destination Weddings, इसके लिए भी नॉर्थ ईस्ट बेहतरीन जगह है। एक तरह से नॉर्थ ईस्ट, टूरिज्म के लिए एक कंप्लीट पैकेज है। अब नॉर्थ ईस्ट में विकास का लाभ कोने-कोने तक पहुंच रहा है, तो इसका भी पॉजिटिव असर टूरिज्म पर पड़ रहा है। वहां पर्यटकों की संख्या दोगुनी हुई है। और ये सिर्फ़ आंकड़े नहीं हैं, इससे गांव-गांव में होम स्टे बन रहे हैं, गाइड्स के रूप में नौजवानों को नए मौके मिल रहे हैं। टूर एंड ट्रैवल का पूरा इकोसिस्टम डेवलप हो रहा है। अब हमें इसे और ऊंचाई तक ले जाना है। Eco-Tourism में, Cultural-Tourism में, आप सभी के लिए निवेश के बहुत सारे नए मौके हैं।

साथियों,

किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सबसे जरूरी है- शांति और कानून व्यवस्था। आतंकवाद हो या अशांति फैलाने वाले माओवादी, हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलती है। एक समय था, जब नॉर्थ ईस्ट के साथ बम-बंदूक और ब्लॉकेड का नाम जुड़ा हुआ था, नॉर्थ ईस्ट कहते ही बम-बंदूक और ब्लॉकेड यही याद आता था। इसका बहुत बड़ा नुकसान वहां के युवाओं को उठाना पड़ा। उनके हाथों से अनगिनत मौके निकल गए। हमारा फोकस नॉर्थ ईस्ट के युवाओं के भविष्य पर है। इसलिए हमने एक के बाद एक शांति समझौते किए, युवाओं को विकास की मुख्य धारा में आने का अवसर दिया। पिछले 10-11 साल में, 10 thousand से ज्यादा युवाओं ने हथियार छोड़कर शांति का रास्ता चुना है, 10 हजार नौजवानों ने। आज नॉ़र्थ ईस्ट के युवाओं को अपने ही क्षेत्र में रोजगार के लिए, स्वरोजगार के लिए नए मौके मिल रहे हैं। मुद्रा योजना ने नॉर्थ ईस्ट के लाखों युवाओं को हजारों करोड़ रुपए की मदद दी है। एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स की बढ़ती संख्या, नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को स्किल बढ़ाने में मदद कर रही है। आज हमारे नॉर्थ ईस्ट के युवा, अब सिर्फ़ इंटरनेट यूज़र नहीं, डिजिटल इनोवेटर बन रहे हैं। 13 हजार किलोमीटर से ज्यादा ऑप्टिकल फाइबर, 4जी, 5जी कवरेज, टेक्नोलॉजी में उभरती संभावनाएं, नॉर्थ ईस्ट का युवा अब अपने शहर में ही बड़े-बडे स्टार्टअप्स शुरू कर रहा है। नॉर्थ ईस्ट भारत का डिजिटल गेटवे बन रहा है।

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साथियों,

हम सभी जानते हैं कि ग्रोथ के लिए, बेहतर फ्यूचर के लिए स्किल्स कितनी बड़ी requirement होती है। नॉर्थ ईस्ट, इसमें भी आपके लिए एक favourable environment देता है। नॉर्थ ईस्ट में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट इकोसिस्टम पर केंद्र सरकार बहुत बड़ा निवेश कर रही है। बीते दशक में, Twenty One Thousand करोड़ रुपये से ज्यादा नॉर्थ ईस्ट के एजुकेशन सेक्टर पर इन्वेस्ट किए गए हैं। करीब साढ़े 800 नए स्कूल बनाए गए हैं। नॉर्थ ईस्ट का पहला एम्स बन चुका है। 9 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। दो नए ट्रिपल आईटी नॉर्थ ईस्ट में बने हैं। मिज़ोरम में Indian Institute of Mass Communication का कैंपस बनाया गया है। करीब 200 नए स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में स्थापित किए गए हैं। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी नॉर्थ ईस्ट में बन रही है। खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत नॉर्थ ईस्ट में सैकड़ों करोड़ रुपए के काम हो रहे हैं। 8 खेलो इंडिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, और ढाई सौ से ज्यादा खेलो इंडिया सेंटर अकेले नॉर्थ ईस्ट में बने हैं। यानि हर सेक्टर का बेहतरीन टेलेंट आपको नॉर्थ ईस्ट में उपलब्ध होगा। आप इसका जरूर फायदा उठाएं।

साथियों,

आज दुनिया में ऑर्गेनिक फूड की डिमांड भी बढ़ रही है, हॉलिस्टिक हेल्थ केयर का मिजाज बना है, और मेरा तो सपना है कि दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर कोई न कोई भारतीय फूड ब्रैंड होनी ही चाहिए। इस सपने को पूरा करने में नॉर्थ ईस्ट का रोल बहुत महत्वपूर्ण है। बीते दशक में नॉर्थ ईस्ट में ऑर्गेनिक खेती का दायरा दोगुना हो चुका है। यहां की हमारी टी, पाइन एप्पल, संतरे, नींबू, हल्दी, अदरक, ऐसी अनेक चीजें, इनका स्वाद और क्वालिटी, वाकई अद्भुत है। इनकी डिमांड दुनिया में बढ़ती ही जा रही है। इस डिमांड में भी आपके लिए संभावनाएं हैं।

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साथियों,

सरकार का प्रयास है कि नॉर्थ ईस्ट में फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स लगाना आसान हो। बेहतर कनेक्टिविटी तो इसमें मदद कर ही रही है, इसके अलावा हम मेगा फूड पार्क्स बना रहे हैं, कोल्ड स्टोरेज नेटवर्क को बढ़ा रहे हैं, टेस्टिंग लैब्स की सुविधाएं बना रहे हैं। सरकार ने ऑयल पाम मिशन भी शुरु किया है। पाम ऑयल के लिए नॉर्थ ईस्ट की मिट्टी और क्लाइमेट बहुत ही उत्तम है। ये किसानों के लिए आय का एक बड़ा अच्छा माध्यम है। ये एडिबल ऑयल के इंपोर्ट पर भारत की निर्भरता को भी कम करेगा। पाम ऑयल के लिए फॉर्मिंग हमारी इंडस्ट्री के लिए भी बड़ा अवसर है।

साथियों,

हमारा नॉर्थ ईस्ट, दो और सेक्टर्स के लिए महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बन रहा है। ये सेक्टर हैं- एनर्जी और सेमीकंडक्टर। हाइड्रोपावर हो या फिर सोलर पावर, नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य में सरकार बहुत निवेश कर रही है। हज़ारों करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स स्वीकृत किए जा चुके हैं। आपके सामने प्लांट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश का अवसर तो है ही, मैन्युफेक्चरिंग का भी सुनहरा मौका है। सोलर मॉड्यूल्स हों, सेल्स हों, स्टोरेज हो, रिसर्च हो, इसमें ज्यादा से ज्यादा निवेश ज़रूरी है। ये हमारा फ्यूचर है, हम फ्यूचर पर जितना निवेश आज करेंगे, उतना ही विदेशों पर निर्भरता कम होगी। आज देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत करने में भी नॉर्थ ईस्ट, असम की भूमिका बड़ी हो रही है। बहुत जल्द नॉर्थ ईस्ट के सेमीकंडक्टर प्लांट से पहली मेड इन इंडिया चिप देश को मिलने वाली है। इस प्लांट ने, नॉर्थ ईस्ट में सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए, अन्य cutting edge tech के लिए संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं।

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साथियों,

राइज़िंग नॉर्थ ईस्ट, सिर्फ़ इन्वेस्टर्स समिट नहीं है, ये एक मूवमेंट है। ये एक कॉल टू एक्शन है, भारत का भविष्य, नॉर्थ ईस्ट के उज्ज्वल भविष्य से ही नई उंचाई पर पहुंचेगा। मुझे आप सभी बिजनेस लीडर्स पर पूरा भरोसा है। आइए, एक साथ मिलकर भारत की अष्टलक्ष्मी को विकसित भारत की प्रेरणा बनाएं। और मुझे पूरा विश्वास है, आज का ये सामूहिक प्रयास और आप सबका इससे जुड़ना, आपका उमंग, आपका कमिटमेंट, आशा को विश्वास में बदल रहा है, और मुझे पक्का विश्वास है कि जब हम सेकेंड राइजिंग समिट करेंगे, तब तक हम बहुत आगे निकल चुके होंगे। बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद !