The ‘Zayed Medal’ belongs to 130 crore Indians as well as to millions of Indians actively contributing in rapid development of UAE: PM Modi
The people of India fully stand with our armed forces and will never put their faith in those parties that question their own army: Prime Minister Modi
We are moving forward with our vision of ‘Sabka Saath, Sabka Vikas’ and will continue to put people’s welfare first: PM Modi

भारत माता की जय...भारत माता की जय
भगवान वासुदेव और मां गंगा की छत्रछाया में बसे अमरोहा और नगीना सहित इस पूरे क्षेत्र के आप सभी साथियों को मेरा नमस्कार...

कल से नवरात्र का पावन समय शुरू हो रहा है। आप सभी की मनोकामनाएं पूरी हो इसी कामना के साथ मैं आज कुछ बातें आपके साथ करूंगा। साथियो, बीते कुछ दिनों में मैने देश के चारों कोने पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण हर दिशा का दौरा किया है। पूर्ण बहुमत वाली सरकार के लिए हमेशा देश के हितों को सबसे ऊपर रखने वाली सरकार के लिए, आपके विकास के लिए, काम करने वाली सरकार के लिए, देश भर में जो लहर चल रही है, वो आज मुझे यहां अमरोहा में भी दिखाई दे रही है। भाइयो और बहनो बीते पांच वर्षों में जिस तरह आपने इस चौकीदार का साथ दिया है उसके लिए मैं बहुत विनम्रता के साथ शीश झुका कर के आप सबको नमन करता हूं। आज आपके सामने शीश झुकाते हुए मुझे इस बात का भी गर्व है कि इन पांच साल में मैंने देश का सिर झुकने नहीं दिया। पूरी दुनिया में देश की साख आज जितनी ऊंची है। उतनी पहले कभी नहीं रही। भाइयो-बहनो, कल ही आपके इस प्रधान सेवक को संयुक्त अरब अमीरात ने वहां का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ज़ायेद मेडल देकर के सम्मानित किया है। मैं यूएई की सरकार और वहां की जनता का इस सम्मान के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। लेकिन ये सम्मान मोदी का नहीं है बल्कि 130 करोड़ भारतीयों का है। खाड़ी देशों के विकास में योगदान दे रहे हमारे लाखों भारतीयों का है। कुछ साल पहले सऊदी अरब ने भी मुझे हम सभी को एक प्रकार से पूरे भारतवासियों को वहां का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार दिया था। भाइयो-बहनो, दुनिया में भारत की साख और सम्मान अगर नई ऊंचाई पर पहुंचा है तो इसके पीछे आप सबका आशीर्वाद है आप सबका सहयोग है।

भाइयो बहनो, देश की साख रहे इसके लिए मजबूत सरकार का होना बहुत जरूरी है। मजबूत सरकार ही कड़े और बड़े फैसले ले पाती है। देश को आगे बढ़ा पाती है। आप मुझे बताइए आज दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है। अमेरिका में भारत का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है। जर्मनी में भी भारत का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है। इंग्लैंड में भी भारत का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है। दुनिया के सभी देशों में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है। ये सारी दुनिया में भारत का जय-जयकार हो रहा है, इसका कारण क्या है। ये दुनिया में जय जयकार हो रहा है इसका कारण क्या है। इसका कारण मोदी नहीं है। इसका कारण आप लोग हैं। 2014 में आपने जो वोट दिया उसकी ताकत है। पूर्ण बहुमत वाली सरकार की ताकत है। आपने मजबूत सरकार बनाई इसलिए हिंदुस्तान का हौसला भी मजबूत हो गया, और दुनिया में हिदुस्तान का जय-जयकार होने लगा।

भाइयो बहनो, आपने मुझे पांच साल बराबर देखा है। विरोधियों ने मुझ पर आरोप लगाए वो भी सुने हैं। आपसे पूछना चाहता हूं। पिछले पांच साल से जिस रणनीति को लेकर के ये चौकीदार चल रहा है क्या आपको वो पसंद है क्या...? आपको पसंद है क्या...? आपको मंजूर है क्या? आप मुझे बताइए आतंकी हमले के बाद मुझे चुप हो जाना चाहिए था या उन पर प्रहार करना चाहिए था। मैंने सही किया ऐसे ही करना चाहिए। देश की नागरिकों की रक्षा के लिए कड़े से कड़ा कदम उठाने चाहिए कि नहीं चाहिए। आतंक के सरपरस्तों से बात होनी चाहिए या उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए। ये सारे काम कौन कर रहा है? कौन कर रहा है...? आतंकियों को घुसकर के किसने मारा...?लेकिन आतंकियों को उन्हीं के भाषा में जवाब देना हमारे देश में ही कुछ लोगों को परेशान करता है। उनकी रात की नींद उड़ जाती है। जब भारत डंके की चोट पर दुश्मन को मारता है। तब कुछ लोगों को हिंदुस्तान में रोना आता है। जब पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो रहा है तो ये पाकिस्तान के पक्ष की बातें कर रहे हैं, और वहां पर हीरो बनने की स्पर्धा कर रहे हैं। भाइयो-बहनो, कांग्रेस हो, समाजवादी पार्टी हो, बहुजन समाज पार्टी हो, आतंकवाद पर इसी नरम रवैये की वजह से कुछ लोगों के हौसले बुलंद हुए हैं। इन दलों ने सिर्फ आतंक को ही मदद नहीं दी है। इन्होंने आपके जीवन आपके अस्तित्व को भी संकट में डालने का काम किया है।

साथियो, उन दिनों को याद कीजिए जब उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार थी बसपा की सरकार थी दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी तब क्या होता था, कभी लखनऊ में बम फूटते थे धमाके होते थे। कभी रामलला की जन्मभूमि अयोध्या में धमाके होते थे। कभी भगवान भोले नाथ की नगरी काशी को दहला दिया जाता था। कभी रामपुर के CRPF कैंप पर हमला हो जाता था। अक्सर इन हमलों के तार यूपी के दूर-दूर के इलाकों में जाते थे। देश की एजेंसियां बहुत मेहनत से उन हमलों में शामिल लोगों को पकड़ती थी। लेकिन वोट बैंक की अपनी सियासत की वजह से बुआ भी और बबुआ भी उनकी सरकारें उनको छोड़ देती थी। साथियो, ये हमले किसके खिलाफ थे? ये हमले कौन करा रहा था? और क्यों सपा-बसपा ऐसे लोगों पर मेहरबान थी? ये आज उत्तर प्रदेश का बच्चा-बच्चा जानता है। साथियो, अब बीते पांच वर्षों से धमाके रुक गए कि नहीं रुक गए। बम-बंदूक की आवाजें बंद हुई कि नहीं हुई। निर्दोष लोगों का मरना बंद हुआ कि नहीं हुआ। भाइयो बहनो, धमाके इसलिए रुक गए क्योंकि दिल्ली में आपने एक चौकीदार को बैठा दिया है। आतंकियों को पता है कि वो एक गलती करेंगे तो मोदी उन्हें पाताल में भी खोज कर के सजा देगा। मोदी आतंक को वोट बैंक से नहीं तौलता तभी आतंक के मददगार आज जेलों में बंद पड़े हैं।

साथियो, शहीद अजीत सिंह हो, शहीद रिंकू सिंह हो, शहीद मुकेश चंद हो। ऐसे हर शहीद ने सुरक्षित समृद्ध भारत के लिए ही अपने प्राण न्यौछावर किए है। मुझे खुशी है कि भाई कंवर सिंह तंवर मेरे साथी ने इसी भावना के साथ अमरोहा में काम किया है। अपने प्रयासों से शहीदों की प्रतिमाएं लगवाई है, और बेटियों की सामूहिक विवाह करवाई हैं। भाइयो और बहनो, देश को आगे बढ़ाना है तो हम सबको साथ चलना होगा। कुछ लोग हैं जो देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। अलग-अलग जातियों के नाम पर खाई पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों के स्वार्थ को समझिए, आप मुझे बताइए, अरे जब दुनिया में देश की पहचान ही नहीं रहेगी तो फिर इसका खामियाजा एक एक हिंदुस्तानी को भुगतना पड़ेगा। उत्तर प्रदेश की जनता ने 2014 में और फिर 2017 में ऐसी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। सबका साथ सबका विकास के विजन पर चल रही हमारी सरकार, एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प पर चल रही हमारी सरकार, देश की पहचान को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

साथियो, आज जब मैं आपसे देश की पहचान की बात कर रहा हूं तो आपको कांग्रेस के कुछ और पुराने गुनाहों की याद दिलाना चाहता हूं। सिर्फ एक परिवार की पहचान बनाने के लिए, सिर्फ एक परिवार के लोगों की प्रतिष्ठा के लिए, एक परिवार के स्वार्थ की सिद्धि के लिए कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया था। कांग्रेस ने उन्हें चुनाव में हराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया था। देश के प्रति बाबा साहब अंबेडकर के योगदान को भूलाने की साजिश रची थी। क्योंकि बाबा साहब ने उस परिवार को चुनौती दी थी इसलिए बाद की पीढ़ियों ने भी बाबा साहब से निरंतर बदला लिया। वो तो आज वोट बैंक की मजबूरी है जो कांग्रेस ने बाबा साहब का नाम लेना शुरू किया है। वरना वहीं कांग्रेस है जिसने दशकों जक उनकी फोटो तक संसद में लगने नहीं दी थी। ऐसी कांग्रेस को माफ कर सकते हैं क्या? ये उनके सारे साथियों को माफ कर सकते हैं क्या? उनके झूठे वादों को मान सकते हैं क्या ? साथियो, उसी दौर में हमारे देश में एक और महान नेता हुए थे। जोगेन्द्र नाथ मंडल आपने शायद उनका नाम भी नहीं सुना होगा। आपने उनका नाम इसलिए नहीं सुना, क्योंकि आजादी के बाद कांग्रेस सरकार ने उनके इतिहास को भी आपके सामने नहीं आने दिया। साथियो, जोगेंद्र नाथ मंडल बाबा साहब की बहुत करीबी साथी थे। कानून के बहुत बड़े विद्वान थे। लेकिन जिन्ना के बहकावे में आकर बंटवारे के समय वो पाकिस्तान चले गए थे। वो पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री बने। वहां का संविधान बनाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान में उनको अपमानित किया गया। एक विशेष वर्ग का होने की वजह से पाकिस्तान में उनका जीना मुश्किल कर दिया गया। वहां के हालात ने उनका भरोसा तोड़ दिया। वो इतने दुखी हुए इतने दुखी हुए कि पाकिस्तान छोड़ कर के भारत की शरण में आ गए। लेकिन पाकिस्तान से वापस आने के बाद तब कि कांग्रेस सरकार ने उनके साथ उससे भी ज्यादा बुरा किया। अपनी मृत्यु तक वो बहुत ही मुश्किल परिस्थितियों में रहे। आज मैं आपको उनके बारे में इसलिए बता रहा हूं कि क्योंकि इतिहास में छिपे तथ्यों को जानना और सबक लेना जरूरी है। ये सबक ही आपके वर्तमान और भविष्य को मजबूत करेगी।

साथियो, बाबू जगजीवन राम जी के साथ भी कांग्रेस ने यही किया। आज उनकी जयंती पर बाबू जगजीवन राम जी को मैं नमन करता हूं। बाबू जगजीवन रान ने अपना जीवन गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया था। बाबू जी दो चीजें चाहते थे एक मजबूत भारत और दूसरा लोकतांत्रिक भारत। जब हमने पाकिस्तान को उसकी हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया था तब बाबू जी भारत के रक्षा मंत्री थे। लेकिन इस देश में केवल एक ही परिवार की जी हजूरी करने वाले लोग देश के इतिहास में एक गौरवशाली नेतृत्व के लिए बाबू जी को कोई श्रेय नहीं देते हैं। बाबू जी आपातकाल के खिलाफ आवाज उठाने वाले सबसे पहले कांग्रेसी नेता थे। उन दिनों में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री का डर लोगों में भरा हुआ था। जब लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था। बाबू जी ने कहा था लोग इस संकट के परिणामों से बिल्कुल भी न डरें। बाबू जी जिन बातों में विश्वास किया करते थे उन सभी बातों पर आज कांग्रेस की वजह से एक खतरा मंडरा रहा है। आप महसूस कीजिए कि आज बाबू जी अगर जीवित होते तो एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस और विपक्ष के आचरण के कारण उन्हें कितनी पीड़ा होती। यदि कांग्रेस और महामिलावट वाले जीतते हैं तो बाबू जी के आदर्शों का कभी सम्मान नहीं होगा।

 भाइयो-बहनो, वोट बैंक की पॉलिटिक्स ने देश का बहुत नुकसान किया है। याद करिए पश्चिम यूपी में पहले गुंडगर्दी थी, कानून व्यवस्था की स्थिति क्या थी, समाजवादी पार्टी की सरकार के समय अपराधियों को खुली छूट मिल गई थी। ये अमरोहा, ये शामली, पूरा पश्चिम उत्तर प्रदेश ऐसा कोई दिन नहीं होता था कि जब बहन बेटियों के साथ अत्याचार न हो। व्यापारियों के साथ लूटपाट न की हो। क्या वारदातें नहीं होती थी, कितनी ही बेटियों ने इस वजह से स्कूल तक जाना छोड़ दिया था। अब आज भाजपा सरकार में इस पर नियंत्रण लगा है। हमारी बेटियों को परेशान करने वालों को हमारे व्यापारियों को परेशान करने वालों को दो टूक संदेश दे दिया गया है कि सुधर जाओ नहीं तो जेल का रास्ता आपका इतंजार कर रहा है। साथियो, गुंडागर्दी हो, बिजली की समस्या हो, खराब सड़के हो, ये एक बड़ा कारण था जिसकी वजह से यहां उद्योग लगाने से लोग डरते थे। इस स्थिति को बदलने के लिए निवेशकों को विश्वास दिलाने के लिए एक ईमानदार कोशिश की जा रही है। अमरोहा की रिंग-रोड हो, बाईपास हो, गंगा एक्सप्रेस वे हो, हाईवे हो, गांव की सड़कें हो, रेलवे की कनेक्टिविटी हो, हर स्तर पर काम हो रहा है। पद्मावत एक्सप्रेस और आला हजरत एक्सप्रेस अब यहां रुकने लगी है। आने वाले समय में ऐसी सुविधाओं को विस्तार होना तय है आपके सहयोग से एक और काम मैं कर पाया हूं। आपके इस चौकीदार ने लाल बत्ती उतरवाई, पता है ना, लाल बत्ती उतरवाई और गरीब के घर में बत्ती जलाई है। बड़ों-बड़ों की लाल बत्ती चली गई गरीबों के घर में बिजली पहुंच गई। भाइयो-बहनो, सौभाग्य योजना के तहत यूपी के 77 लाख गरीब परिवारों के घरों तक मुफ्त में बिजली कनेक्शन पहुंचा है। अमरोहा और शामली में एक लाख से अधिक गरीब परिवारों को रौशनी मिल चुकी है। कई गांव जो गंगा जी की गोद में बसे थे, वहां खंभे नहीं लग सकते थे तो हमने रास्ता निकाला, सौलर पैनल लगाई लेकिन बिजली का काम पूरा किया। 

 साथियो, कनेक्टिविटी के साथ-साथ छोटे–छोटे उद्योमियों और युवाओं के लिए बैंकों से ऋण को बहुत आसान कर दिया है। अब तो छोटे उद्योमियों के लिए एक करोड़ रुपये तक के ऋण के स्वीकृति ऑनलाइन करने की भी व्यवस्था हमने की है। पूरे यूपी में स्वरोजगार के लिए किसी गारंटी के करीब डेढ़ करोड़ मुद्रा लोन भी आज दिए गए हैं। भाइयो बहनो, जवान हो, नौजवान हो या फिर किसान.. चौकीदार की सरकार ने हरेक की हित की रक्षा करने का काम किया है। गन्ना किसानों को उनका पैसा उसी सीजन में चुकाया जाए। इसका गंभीर प्रयास हो रहा है। योगी जी पूरी संवेदनशीलता से इस पर काम कर रहे हैं। फसल की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करने का काम भी ये चौकीदार ने किया है। भाजपा की सरकार ने किया है। यूपी के दो करोड़ से अधिक किसान परिवारों को हजारों करोड़ रुपयों की सीधी मदद हर वर्ष मिलनी शुरू हो गई है। इस क्षेत्र में फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देने के लिए भी काम किया जा रहा है। साथियो, मैंने ये कभी दावा नहीं किया कि सारे काम पूरे हो गए हैं। लेकिन इतना जरूर है कि मैंने ईमानदारी से दिन-रात एक कर के आपके जीवन को आसान बनाने, देश के विकास के लिए हर पल दौड़ता रहा हूं। काम करता रहा हूं। इन कार्यों को जारी रखने के लिए और आगे बढ़ाने के लिए 2019 के इस चुनाव में मुझे फिर से आपका आशीर्वाद चाहिए। यहां मैं देख रहा हूं। जहां नजर पहुंचे वहां भीड़ है। ये इतना बड़ा जनसैलाब इस बात का सबूत है कि मजबूत सरकार बनाने की लहर चल रही है।

भाइयो-बहनो, भाजपा के हर उम्मीदवार को दिया आपका वोट ये मोदी की ताकत है, और मैं ये भी जानता हूं कि देश के विकास के लिए इन कार्यों में मैं अकेला नहीं। आप भी विकास के हर प्रयास में भागीदार है। आप भी चौकीदार है। मेरे साथ बोलिए.... मैं भी चौकीदार... मैं भी चौकीदार... मैं भी चौकीदार... गांव गांव... चौकीदार, गली गली... चौकीदार, शहर शहर... चौकीदार, घर- घर... चौकीदार, डॉक्टर भी...चौकीदार, इंजीनियर भी... चौकीदार, व्यापारी भी चौकीदार, किसान भी... चौकीदार, कामगार भी चौकीदार, कलाकार भी... चौकीदार, खेत खलिहान में... चौकीदार, सीमा पर... चौकीदार, हिंदुस्तान भर में....चौकीदार। आइए 130 करोड़ देशवासी मजबूत सरकार बनाने का फैसला लें और आपका वोट कमल पर दबाया हुआ हर वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। मेरे साथ बोलिए भारत माता की जय, भारत माता की जय... बहुत बहुत धन्यवाद...

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।