नमस्कार !
देश की आज़ादी के आंदोलन को धार देने वाली, वीर सावरकर और नेता जी सुभाषचंद्र बोस जैसे आज़ादी के अनेक तपस्वियों से जो धरती जुड़ी हुई है ऐसी पुण्य स्थली को मैं वंदन करता हूं।
आप सभी साथी कोरोना से अंडमान-निकोबार द्वीप समूह को सुरक्षित रखने में बहुत प्रशंसनीय काम कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान आपने जिस प्रकार वहां लोगों की सेवा की है, लोगों का ध्यान रखा है, और आज आपसे विस्तार से सुनने को भी मुझे मिला, लेकिन मैं उस समय भी सारी जानकारियां लेता रहता था, और मुझे बहुत संतोष होता था कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता, जिसके संस्कार हैं कि समाज के लिए जीना, समाज के लिए जूझना और समाज की भलाई के लिए काम करना।
एक बीजेपी के कार्यकर्ता के रूप में “सेवा ही संगठन” के भाव को आप सबने इतने कठिन क्षेत्र द्वीप समूह दूर-दूर, घऱ-घऱ पहुंचाया। और वो भी शब्दों से नहीं, अपने आचरण से पहुंचाया, अपने व्यवहार से पहुंचाया। समाज के प्रति आपकी जो संवेदना है उस संवेदना की धारा को बहाकर के किया।
अंडमान के लोगों को, वहां आने वाले पर्यटकों को, बीजेपी के कार्यकर्ता के नाते आपसे जो अपेक्षाएं रहती हैं, आज आप सबका इतना डीटेल रिपोर्ट सुनने के बाद मैं कह सकता हूं कि आप इस उत्तम परीक्षा में उत्तम तरीके से पार उतरे हैं।
सेवा और समर्पण के इन संस्कारों को हमें समृद्ध करना है, आगे बढ़ाना है।
बीमारी हो या व्यापार-कारोबार, हर समस्या से निपटने के लिए हम जुटे हुए हैं, हमारे सभी वैज्ञानिक भी इस काम में पूरी तरह लगे हुए हैं।
हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम घर-घर तक, हर परिवार तक संवाद बनाए रखें। इस मुश्किल समय में हमें सबके काम आना है। लेकिन ये भी सही है कि काम करते-करते संकट भी मोलना होता है, हमारे कई कार्यकर्ता भी, हमारे अध्यक्ष जी भी सेवा भाव के कारण, लोगों के बीच जाने के कारण वे भी कोरोना पॉजिटिव हुए हैं लेकिन फिर भी उन्होंने सेवा के भाव को जीने का भरसक प्रयास किया है और इसलिए काम करना ही है सेवा करनी ही है लेकिन साथ-साथ, दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी, इस मंत्र को हमें हर व्यक्ति तक पहुंचाना भी है और उससे आग्रह भी रखना है।
साथियो, पिछली बार जब मैं अंडमान आपके बीच आया था तो देवस्थली तुल्य सेलुलर जेल के दर्शन किए थे। मुझे पोर्टब्लेयर के दक्षिणी छोर पर तिरंगा फहराने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ l
उस समय अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के विकास को लेकर आप सभी से भी विस्तृत चर्चा की थी।
इस दौरान अंडमान निकोबार द्वीप समूह के संपूर्ण और संतुलित विकास से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट्स को मंज़ूरी भी दी गई थी।
ये संतोष की बात है कि अंडमान और निकोबार की मोबाइल फोन कनेक्टविटी, वहां तेज़ इंटरनेट की सुविधा देने वाले प्रोजेक्ट के लोकार्पण से एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के इस कार्यक्रम के कारण एक बीजेपी कार्यकर्ता के रूप में आपके बीच आने का मुझे अवसर मिल गया।
कल जब इस परियोजना का लोकार्पण हो जाएगा तो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में इंटरनेट कनेक्टिविटी में बहुत बड़ा सुधार आएगा।
बीते वर्षों में जब भी आप जैसे साथी दिल्ली मुझसे मिलने आते थे, अब जब मैं पिछली बार आया था तब भी नेटवर्क की इस समस्या का मामला बार-बार चर्चा में आता था।
मुझे विश्वास है कि कोरोना के समय में मिल रही इस सुविधा से अंडमान-निकोबार द्वीप में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, बैंकिंग और दूसरी सेवाओं में ऑनलाइन सुविधा का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिलना संभव हो पाएगा।
आपको भी और अंडमान में टूरिज्म और दूसरे व्यापार-कारोबार से जुड़े साथियों को भी इस तरह वर्चुअली देश और दुनिया से जुड़ने में अब कोई समस्या नहीं आएगी।
साथियो, नए भारत के निर्माण के लिए पूरे देश का संतुलित विकास आवश्यक है। हमने ये सुनिश्चित किया है कि सरकार भले ही एक जगह से काम करती हो, लेकिन उसके कार्यों का लाभ देश के कोने-कोने तक पहुंचना चाहिए।
हमने समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति पर ही नहीं बल्कि देश के आखिरी छोर में बसे व्यक्ति पर भी फोकस किया।
इसी का नतीजा है कि किसी योजना या कार्यक्रम की लॉन्चिंग से लेकर उसके क्रियान्वयन तक, गवर्नेंस के हर पहलू को देशभर के सभी इलाकों में ले जाया गया है।
एक तरफ हम गरीबों के लिए घर, शौचालय, रसोई गैस, पीने का पानी, बिजली, मोबाइल, इंटनरनेट, सड़क, रेल कनेक्टिविटी जैसी बहुत ही मूल ज़रूरतों को पूरा कर रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ मेगा और आधुनिक प्रोजेक्ट्स पर भी तेज़ी से काम कर रहे हैं।
सिर्फ अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की ही बात करें तो केंद्र सरकार की योजनाओं की पहुंच यहां बेहद प्रभावकारी रही है।
एक आइलैंड से दूसरे आइलैंड तक एयर कनेक्टिविटी में सुधार करते हुए देश के बाकी हिस्सों से आईलैंड्स को एयरवेज से भी जोड़ा जा रहा है।
पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट का बड़े पैमाने पर विस्तार किया जा रहा है। भविष्य में लोग सी-प्लेन्स के माध्यम से स्वराज द्वीप, शहीद द्वीप और लांग आईलैंड की यात्रा कर सकेंगे। इस पर भी काम जारी है।
लगभग 300 किलोमीटर के नेशनल हाइवे पर भी काम शुरू हो गया है और यह रिकॉर्ड, एक प्रकार में रिकॉर्ड समय में पूरा हो जाएगा।
इससे आइलैंड के कई हिस्सों में न सिर्फ पहुंच आसान होगी, बल्कि मेडिकल, सोशल और टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस क्षेत्र के युवाओं के लिए कई हाइअर एजुकेशन इंस्टिट्यूशन बनाए गए हैं। इनमें अनकोल कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और लॉ कॉलेज शामिल हैं। आइलैंड का जीवन आसान बनाने के लिए, वहां खुशहाली लाने के लिए जो भी ज़रूरी काम है, वो तेज़ी से पूरे किए जा रहे हैं।
मेरा आपसे आग्रह है कि भाजपा का एक कर्मठ कार्यकर्ता होने के नाते आपको पहले की स्थिति, आज की स्थिति और आने वाले परिवर्तन का एक तुलनात्मक नज़रिया लोगों के बीच रखते जाना चाहिए।
पार्टी कार्यकर्ता के रूप में आपकी ये भी जिम्मेदारी है कि सरकार की हर योजना का लाभ हर लाभार्थी तक पहुंचे।
साथियो, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह ने भारत की आजादी के आंदोलन को ताकत दी है।
आत्मनिर्भर भारत के लिए, नए भारत की रक्षा-सुरक्षा और समृद्धि के लिए भी अंडमान-निकोबार की व्यापक भूमिका है।
इसी को समझते हुए 2017 में ही आइलैंड डेवलपमेंट एजेंसी का भी गठन किया गया था। जिसमें सभी महत्वपूर्ण स्टेकहोल्डर्स को शामिल किया गया।
इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट स्कीम्स से इस पूरे क्षेत्र में MSMEs और दूसरे उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
ये हमारे देश का सौभाग्य है कि हमारे पास अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग चीज़ें हैं, जिनको हम विकसित कर सकते हैं।
जैसे अंडमान और निकोबार में सी फूड हो, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स हों, कोकोनट बेस्ड प्रोडक्ट्स हों, इनसे जुड़े उद्योगों को हम बल देने वाले हैं।
अंडमान और निकोबार के 12 आइलैंड्स का चयन किया गया है, जहां हाई इमपैक्ट प्रोजेक्ट्स का विस्तार किया जाएगा।
साथियो,
ब्लू इकॉनॉमी के लिहाज़ से, ट्रेड के लिहाज से अंडमान और निकोबार स्ट्रैटजिक लोकेशन पर है।
यह चेन्नई पोर्ट, कोलकता पोर्ट और बांग्लादेश के मोंग्ला पोर्ट सहित कई पोर्ट्स से बहुत कंपटेटिव डिस्टेंस पर स्थित है।
समंदर के जरिए माल ढुलाई का काम तेज गति गढ़ रहा है। ऐसे में गहरे पानी की सुविधा वाला प्रस्तावित ट्रांसशिपमेंट हब, अंडमान और निकोबार को वैश्विक समुद्री व्यापार का प्रमुख केंद्र बना देगा।
आने वाले समय में अंडमान-निकोबार, ब्लू इकॉनॉमी का पोर्ट, मैरीटाइम और स्टार्टअप के हब के रूप में विकसित होने वाला है।
साथियों,
आप सभी जागरूक साथियों से चर्चा करने का मुझे मौका मिला, आप से कई बाते सुनने का मौका मिला और गरीबों के लिए आप किस प्रकार सक्रिय थे। इन सारी बातों को सुनकर मुझे भी एक नई प्रेरणा और ऊर्जा मिली है।
आप पार्टी के कार्यक्रमों को लगातार आगे बढ़ाते रहिए। स्वच्छता के संकल्प को और आगे बढ़ाते रहिए। और आप ने मुझे दिगलीपुर आने का निमंत्रण दिया, इसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं और मुझे जरूर खुशी होगी कि कभी ना कभी ऐसी सुविधा बने कि मैं भी आप के बीच आऊं। और आप लोगों जो सफाई का काम किया है वहां की पंचायतों में वो मैं खुद देखूं मुझे अच्छा लगेगा। देखते है कैसे बनता है।
सिंगल यूज़ प्लास्टिक को लेकर जो अभियान हमने छेड़ा है, उससे भी लोगों को जोड़ना बहुत ज़रूरी है। और देखिए जहां टूरिज्म का क्षेत्र होता है वहां पर सफाई, ये सबसे बड़ी ताकत होती है और इसलिए मुझे विश्वास है कि अंडमान-निकोबार के सभी द्वीपों पर स्वच्छता के विषय में बहुत ही आग्रही बनना पड़ेगा। जो टूरिज्म के लिए बहुत बड़ी ताकत बनेंगे।
अंडमान निकोबार के हर बीच को, हर समंदर को हमें शुद्ध रखना है, स्वच्छ रखना है। ये हमारे इकोसिस्टम के लिए भी ज़रूरी है और आने वाले समय में टूरिज्म के लिहाज़ से भी ये जरूरी है।
साथियो, वैसे तो मुझे कल बात करने का मौका मिलने ही वाला है लेकिन आज पार्टी का कार्यक्रम था और मुझे आज आपको सुनने का मौका मिलने वाला था। कल के कार्यक्रम की रचना ऐसी है कि मुझे बोलना है। लेकिन मेरे लिए खुशी है कि मुझे दूर-दूर इन द्वीपों में बैठे हुए और दिन-रात लोगों की सेवा में लगे हुए साथियों को सुनने का मौका मिला। मैं हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान नड्डा जी का भी बहुत आभारी हूं कि उन्होंने आज मुझे इस कार्यक्रम में निमंत्रित किया। आप सबसे बातचीत करने का मुझे अवसर दिया और विशेषकर से आपको सुनने का अवसर दिया, क्योंकि इससे पता चलता है कि कितने कार्यकर्ता कितने सेवा भाव से, और जब लोगों को लगता है कि कोरोना घर में आ जाएगा तो उसके बजाए चिंता किए बिना, खुद की परवाह किए बिना लोगों की चिंता की, ये अपने आप में बहुत ही प्रेरक है। मुझे विश्वास है कि आप सबका ये काम जरूर रंग लाएगा। मैं यही कहूंगा आप अपना ख्याल रखिए, अपने परिवारजनों का ख्याल रखिए और सेवा का काम तो चलता ही रहेगा लेकिन हम ‘दो गज की दूरी मास्क पहनना जरूरी’, ये सारी जो बाते हैं जिसमें कोई कंप्रोमाइज किए बिना काम करते रहिए।
मैं फिर एक बार आप सभी का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।