પ્રધાનમંત્રી મોદીએ જણાવ્યું કે, ભૂટાન નેશનલ બેંક દ્વારા ઇશ્યૂ કરવામાં આવેલા રુપે કાર્ડનો ઉપયોગ એટીએમ પર રૂ. 1 લાખ માટે અને પોઇન્ટ-ઓફ-સેલ ટર્મિનલ્સ પર રૂ. 20 લાખ માટે થઈ શકશે
પ્રધાનમંત્રી મોદીએ ભારત અને ભૂટાન વચ્ચે અંતરિક્ષ ક્ષેત્રમાં ગાઢ બની રહેલા સંબંધો પર ખુશી વ્યક્ત કરી

Your Excellency ल्योनछेन डॉ. लोटे शेरिंग, 
भूटान और भारत से जुड़े सभी विशिष्ठ अतिथिगण,


नमस्कार! 

सभी भारतीयों की तरह, मेरे मन में भी भूटान के लिए विशेष प्यार और मित्रता है, और इसलिए जब भी आप से मिलता हूँ, एक ख़ास अपनेपन की अनुभूति होती है! 

भारत और भूटान के विशिष्ट संबंध, हमारी विशेष मित्रता, न सिर्फ दोनों राष्ट्रों के लिए अमूल्य हैं, बल्कि विश्व के लिए एक बेजोड़ उदारहण भी है।

पिछले वर्ष मेरी भूटान यात्रा अनेक स्मृतियों से भरी पड़ी है । एक प्रकार से एक एक मिनट कोई न कोई नयी घटना नया उमंग नया उत्साह वो यात्रा अपने आप में बहुत ही यादगार थी। हमने अपने सहयोग में डिजिटल, अंतरिक्ष और emerging technologies जैसे नए क्षेत्रों को शामिल करने के लिए महत्वपूर्ण पहल ली थी।
21वीं सदी में दोनों देशों के बीच, और विशेषकर हमारी युवा पीढ़ियों के लिए, ये कनेक्टीविटी के नए सूत्र होंगे। मेरी भूटान यात्रा के दौरान हमने दोनों देशों के बीच RuPay Card परियोजना के पहले चरण की शुरुआत करी थी।
इससे भारतीय नागरिकों को भारतीय बैंकों द्वारा जारी किए गए cards से भूटान में भुगतान करने की सुविधा मिली थी। मुझे यह जानकर खुशी है कि भूटान में अब तक 11,000 सफल RuPay ट्रांजेक्शन हो चुके हैं। अगर कोविड-19 महामारी न होती तो यह आंकड़ा अवश्य ही इससे भी बहुत अधिक होता।

आज हम इस महत्वाकांक्षी परियोजना का दूसरा चरण शुरू कर रहे हैं। और इसके साथ हम RuRay network में भूटान का एक full partner के तौर पर स्वागत करते हैं। इस उपलब्धि के लिए जिन भूटानी और भारतीय अधिकारियों ने परिश्रम किया है, मैं उन सभी का अभिनन्दन करता हूँ।

आज के बाद भूटान नेशनल बैंक द्वारा जारी किए गए RuPay cards के कार्डधारक भारत में 1 लाख से अधिक एटीएम और 20 लाख से अधिक Points of Sale टर्मिनल की सुविधा उपयोग कर पाएंगे। मुझे विश्वास है कि इससे भूटान के यात्रियों को भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य, तीर्थ यात्रा या फिर पर्यटन में बहुत सहूलियत रहेगी।
इससे भूटान में डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। पिछले कुछ वर्षों में भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी से करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव आया है। 

Excellencies, Friends,

Space sector हमारे बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण एक दूसरा क्षेत्र है। भारत ने स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग सदैव विकास के उद्देश्य की पूर्ति के लिए किया है। भारत और भूटान इस उद्देश्य को साझा करते हैं।

पिछले वर्ष मैंने भूटान में साउथ एशिया सैटेलाइट के उपयोग के लिए ग्राउंड अर्थ स्टेशन का उद्घाटन किया था। मुझे ख़ुशी है कि इस स्टेशन की मदद से भूटान broadcasting और disaster management के लिए साउथ एशिया satellite का और प्रभावी उपयोग कर पा रहा है। 

कल हमने peaceful uses of outer space में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से एक फ्रेमवर्क दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इससे दोनों देशों की विभिन्न संस्थाओं के बीच सहयोग का मार्ग प्रशस्त होगा। 

भारत ने हाल ही में अपने अंतरिक्ष क्षेत्र को private enterprise के लिए खोला है, बहुत बड़ा रिफार्म किया है । इससे capacity, innovation और skills को बढ़ावा मिलेगा।


मुझे इस बात की विशेष खुशी है कि अगले साल इसरो द्वारा भूटान की सैटेलाइट को अंतरिक्ष भेजने के लिए काम तेजी से चल रहा है।


इसके लिए भूटान के चार होनहार युवा space engineers दिसंबर में इसरो जाएंगे। मैं चारों नौजवानों को अनेक अनेक शुभकामनाएं भी देता हूं। मैं जानता हूँ कि His Majesty भूटान नरेश अपने देश के विकास में space technology का उपयोग बढ़ाना मन से और काफी इक्छा भी रखते हैं और उसको प्रोत्साहन भी देते हैं और उनका अपना एक vision है ।

उनके इस vision को साकार करने के लिए भारत अपना अनुभव और अपनी सुविधाएँ साझा करने के लिए पूरी तरह तैयार रहेगा। इसी तरह भूटान में एक ICT-enabled knowledge-based society इसका निर्माण करने के उद्देश्य का भी हम समर्थन करते हैं। मैं भूटान के लिए थर्ड इंटरनेशनल इंटरनेट गेटवे उपलब्ध कराने हेतु बीएसएनएल के साथ agreement का ह्रदय से स्वागत करता हूं। 

Excellencies, Friends, 

वैसे तो अच्छा होता अगर हम इस ख़ुशी के अवसर पर व्यक्तिगत तौर मिल कर के साथ में मिल कर के एक समारोह के समस्वरूप में इस अवसर को मना पाते। लेकिन कोरोना के कारण वो संभव नहीं हो पा रहा है।


लेकिन दूसरी तरफ देखें तो एक तरह से यह उचित भी है कि technology के क्षेत्र में इन initiatives का उल्लास भी हम technology की ही मदद से मना रहे हैं!

भूटान की जनता और सरकार ने COVID के संकट से निपटने में जो धैर्य और अनुशासन दिखाया है, मैं उसका अभिनन्दन करता हूँ। और आप सभी के अच्छे स्वास्थ्य और सफलता की मेरी तरफ से , एक सौ तीस करोड़ हिंदुस्तान वासियों की तरफ से, मैं आप सब के लिए उत्तम स्वास्थ्य और सफलता की कामना करता हूँ।

मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि इस कठिन समय में हम भूटान के साथ खड़े हैं, और आपकी आवश्यकताएं हमारे लिए सदैव उच्चतम प्राथमिकता रहेंगी।

आप सब का फिर से एक बार बहुत बहुत धन्यवाद! Royal Family के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए 
ताशी देलक!

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Prime Minister visited the Indian Arrival monument at Monument Gardens in Georgetown today. He was accompanied by PM of Guyana Brig (Retd) Mark Phillips. An ensemble of Tassa Drums welcomed Prime Minister as he paid floral tribute at the Arrival Monument. Paying homage at the monument, Prime Minister recalled the struggle and sacrifices of Indian diaspora and their pivotal contribution to preserving and promoting Indian culture and tradition in Guyana. He planted a Bel Patra sapling at the monument.

The monument is a replica of the first ship which arrived in Guyana in 1838 bringing indentured migrants from India. It was gifted by India to the people of Guyana in 1991.