PM Modi thanks BJP Karyakartas who have been working tirelessly across India, helping those in need amid Coronavirus crisis
Several of our Karyakartas despite knowing the danger, kept working in the service of people and lost their lives. I pay my tributes to all of them, says PM Modi
Some believed that COVID-19 will spread more in east India due to high poverty; people proved it wrong: PM Modi to Bihar BJP Karyakartas
The nationwide welfare work undertaken by BJP Karyakartas at such scale for so long amid COVID-19 crisis is biggest 'seva yajna' in history: PM Modi
Our government has taken right steps at the right time that helped to save the lives of people from the deadly virus: PM Modi
PM Modi extends Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana till Diwali, Chhath, end of November

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान् जेपी नड्डा जी, पार्टी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारीगण, राज्यों के पदाधिकारीगण और देश के कोने-कोने में उपस्थित सभी मेरे कार्यकर्ता साथियो!

एक ऐसे समय में जब दुनिया में सब अपने-आपको बचाने में लगे हों, आप सबने अपनी चिंता छोड़कर, खुद को गरीबों, जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित कर दिया है।

ये सेवा का बहुत बड़ा उदाहरण है!

कई शहरों में हमारे कुछ कार्यकर्ताओं का इस सेवा मिशन में काम करते-करते, खतरा है ये पता था, फिर भी कर्तव्य के पालन के लिए इस महामारी के बीच भी कार्य करते रहे, ऐसे अपने कई साथियों ने अपना शरीर छोड़ दिया, उनका दुखद निधन हो गया! 

मैं उन सभी साथियों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं, उनके परिवारों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। और मैं वहां पार्टी की इकाई से भी आग्रह करूंगा कि इन सभी परिवारों को हम पूरी तरह संभालें, परिवारों की आवश्यकताओं की ओर देखें।  

साथियो,

जनसंघ और बीजेपी के जन्म का मूलतः उद्देश्य यही था कि हमारा देश सुखी और समृद्ध कैसे बने। 

इसी मूल प्रेरणा के साथ, भारतीयता की प्रेरणा के साथ, सेवा-भावना के साथ हमलोग राजनीति में आए। 

हमलोगों ने राजनीति में सत्ता को सेवा का माध्यम माना, हमने कभी भी सत्ता को अपने लाभ का माध्यम नहीं बनाया।

निःस्वार्थ सेवा ही हमारा संकल्प रहा है, हमारे संस्कार रहे हैं!

हमारे यहां कहा जाता है- 

‘यथा यथाय तुष्यत, तथा संतोषयेत् तुम्’

अर्थात, जिसकी हम सेवा करते हैं, उसका सुख ही हमारा संतोष है। 

इसी भावना से, गरीबों के प्रति इसी सम-भाव और मम-भाव से, हमारे कार्यकर्ताओं ने इतने कठिन समय में ‘सेवा ही संगठन’ का इतना बड़ा अभियान चलाया है।

आज जो मैंने प्रेजेंटेशन देखा तो मुझे सच में बहुत अचरज हुआ!

मुझ मालूम था कि कोरोना काल में आप निरंतर काम कर रहे हैं।

लेकिन, लॉकडाउन की मुश्किल परिस्थितियों में, जब सब कुछ बंद था, और ये बीमारी कभी भी हमारे गले पड़ सकती थी, ऐसा भय का माहौल था, लेकिन आपने समर्पित भाव से लाखों-करोड़ों लोगों का जीवन आसान करने के लिए जो भी कर सकते हैं, किया है।

आप उनका सहारा बने हैं, उनके साथी बने हैं।

ये बहुत ही बड़ा काम है।

किसी ने मास्क बनाकर लोगों में बांटे, किसी ने घर-घर गरीबों को राशन पहुंचाया, तो किसी ने प्रवासी कामगारों का जिम्मा उठा लिया। 

कितने ही कार्यकर्ता ऐसे हैं, जिन्होंने तो दो, चार, दस गरीबों को एक तरह से अपने परिवार का ही सदस्य बना लिया!

जिसकी जितनी क्षमता थी, उसने उससे ज्यादा करने की कोशिश की!

अब देखिए, राष्ट्रीय अध्यक्ष जी...। अपने घर से रोज 500 लोगों का खाना बनाना और पहुंचाना, और वो भी तीन महीने तक! ऊपर से नीचे तक यही हमारे संस्कार रहे हैं और इतना सब करने के बाद भी छोटे-मोटे तो लाखों कार्यकर्ताओं ने काम किया है। कहां सबकी तस्वीर टीवी पर आई है! कहां नाम अखबार में छपा है! अपने गांव के बाहर कौन जानता है! फिर भी, सेवा परमो धर्म:- नि:स्वार्थ भाव से काम करते रहे।  

साथियो,  

दुनिया की नजरों में आप कोरोना काल में काम कर रहे थे, यह सच्चाई होने के बाद भी, लेकिन मैं अपने नजरिए से कहूं, तो अगर आप खुद को कसौटी पर कस रहे थे, ऐसा मैं कह सकता हूं, आप अपने आदर्शों और व्यवहारों के बीच अपने-आपको तपा रहे थे। 

साथियो,

एकाध आफत आई तो आपने उस आफत को भी अवसर में बदल दिया!

ये कोरोना हमेशा इस बात के लिए तो याद रहेगा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने-आप को एक डिजिटल एडिशन के रूप में डेवलप कर दिया है। हर कार्यकर्ता डिजिटल एक्टीविटी करने में माहिर होता जा रहा है। 

अवसर ये कि आप ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा कर सकें, ज्यादा से ज्यादा लोगों की तकलीफ कम कर सकें, उन्हें इस मुसीबत से उबार सकें!

जिस पार्टी के इतने सैकड़ों सांसद हों, हजारों एमएलए हों, फिर भी वो पार्टी, उसका प्रत्येक कार्यकर्ता सेवा को प्राथमिकता दे, सेवा को ही अपना गंतव्य और मंतव्य माने, जीवन मंत्र माने, भारतीय जनता पार्टी के रूप में, एक कार्यकर्ता के नाते मुझे बहुत गर्व होता है, बहुत आनंद होता है कि हम सब ऐसे संगठन के साथी हैं, सदस्य हैं। 

साथियो,

ये विनम्रता, ये प्रेरणा हमें जनसंघ के जमाने से लेकर अब तक जो चार-चार, पांच-पांच पीढ़ियों ने तप किया है, उस परंपरा से हमारे अंदर ये संस्कार संक्रमित हैं, उनकी तपस्या से हमें ये सब मिला है। और जब हमारे पूर्वगामियों की तपस्या से हमें ये मिला है तो हमारा ये काम, हमारा ये संस्कार, हमारा ये व्यवहार, हमारा ये समर्पित जीवन आगे की पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का कारण बनेगा, प्रेरणा देता रहेगा।

साथियो,

भारतीय जनता पार्टी अगर इतना कुछ कर पाती है, तो इसके पीछे हमारी एक और बहुत बड़ी विशेषता है।

हमारा संगठन, कार्यकर्ता से अध्यक्ष पद तक ये जो हमारी श्रृंखला है, हमारे संगठन की रचना है, हमारे संगठन में जो जीवंतता है, हमारे संगठन में जो संवेदनशीलता है- ये उसकी बहुत बड़ी ताकत है। राजनीतिक कमेंटेटर या एक्सपर्ट होते हैं वो हमेशा ऐसी बात करते हैं कि संगठन की शक्ति लगती है तो चुनाव जीते जाते हैं, चुनाव लड़े जाते हैं, वगैरह-वगैरह। वो चुनाव के दायरे में ही संगठन को देखते हैं। अन्य राजनीतिक दलों के लिए शायद ये सच होगा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए ये आकलन अधूरा है।   

साथियो, 

हमारे लिए हमारा संगठन चुनाव जीतने की मशीन नहीं है! 

हमारे लिए हमारे संगठन का मतलब है- सेवा 

व्यक्ति के जीवन में, समाज के जीवन में, राष्ट्र के जीवन में बदलाव लाने के लिए अहर्निश यज्ञ में आहुति देते रहना... 

हमारे लिए हमारे संगठन का मतलब है- सबका संग, सबका साथ!

सबको लेकर के चलना है।

हमारे लिए हमारे संगठन का मतलब है- सबका सुख, सबकी समृद्धि!

हमारा संगठन समाज हित के लिए काम करने वाला है, संघर्ष करने वाला है, समाज और देश के लिए खप जाने वाला है!

हमारे लिए हमेशा ‘राष्ट्र प्रथम’, नेशन फर्स्ट रहा है!

और साथियो, 

ऐसा नहीं है कि ये बात हमने पार्टी के प्रस्ताव में लिखकर पास कराई हो! जी नहीं। 

राष्ट्रहित के इस भाव को, राष्ट्र प्रथम के इस भाव को स्थापित करने में हमारी कई पीढ़ियां खप गई हैं!  

दीनदयाल उपाध्याय जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी, अनेक महापुरुष, सभी वरिष्ठ नेता, अनगिनत, जिनके संस्कारों ने, जी कर के दिखाए हुए संस्कार की श्रृंखला ने हमें प्रेरित किया है और इसी प्रेरणा से भारतीय जनता पार्टी ने वंचित हो, शोषित हो, दलित हो, पीड़ित हो, सभी को समाज के अन्य वर्गों की बराबरी में लाने का, उन्हें सशक्त करने का निरंतर प्रयास किया है। आज इसी का परिणाम है कि भारतीय जनता पार्टी में, और हम गर्व से कह सकते हैं, हम कोई भेदभाव से नहीं देखते हैं लेकिन दुनिया को समझाने के लिए कहना पड़ता है, हमें गर्व है कि आज देश में जो संसद है उसमें से 52 दलित सांसद भारतीय जनता पार्टी के हैं!

43 सांसद मेरे आदिवासी भाई हैं, बहनें हैं।

पिछड़ा वर्ग की अगर बात करें तो भाजपा के 113 सांसद से भी ज्यादा पिछड़े वर्ग से आते हैं। 

साथियो, 

विधानसभाओं में करीब-करीब डेढ़ सौ से ज्यादा आदिवासी एमएलए हैं बीजेपी के। 

यानि कि, भारतीय जनता पार्टी हर वर्ग से जुड़ी है, और समाज का हर वर्ग हमसे जुड़ा है! 

आपके परिश्रम से भाजपा का हर समाज से विश्वास का एक अटूट रिश्ता बना है।

साथियो,

वैसे राजनीति का मूल स्वभाव, हमलोग रोज-ब-रोज जिंदगी को जीते हैं, मालूम है, राजनीति का मूल स्वभाव स्पर्धा होती है। लोकतंत्र का एक गुण भी है। लोकतंत्र में इसको अच्छा माना गया है। लेकिन एक समान लक्ष्य के साथ, समान भाव से सेवा का काम संगठन की शक्ति बन जाता है। जब हम इस तरह का काम करते हैं तो एक टीम स्परिट पैदा होती है। इस तरह के कार्यों से व्यक्ति विकास और व्यक्तित्व का विकास भी, नई संभावनाएं पैदा हो जाती हैं। आपने खुद भी अनुभव किया होगा, इस तरह, सेवा अभियानों से लोगों की मदद तो होती ही है, पार्टी कार्यकर्ताओं के तौर पर भी आप सबको भी समाज को जानने का, समाज को समझने का, नए तरीके से सोचने का, स्वयं का विकास करने का अवसर मिला होगा। ऐसे अभियान हमारे कार्यकर्ताओं के लिए एक तरह से प्रशिक्षण का काम करते हैं। हम एक कमरे में बैठकर के भाषण सुनके, चर्चा करके, संवाद करके, प्रश्न-उत्तर करके प्रशिक्षण करते हैं। ये एक प्रकार से प्रैक्टिकल एक्सपीरिएंस से हमारा प्रशिक्षण था। ये भी एक प्रकार से हमने आफत को अवसर में पलट करके. कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण का काम सहज रूप से हो गया है।        

साथियो,

चुनाव के समय आपलोग सब जानते हैं, हमलोग जनता के बीच जाते हैं, और जब जनता के बीच जाते हैं चुनाव के समय में तो अच्छी-बुरी, खट्टी-मीठी हर प्रकार की बातें सुनने को मिलती हैं। कोई कहेगा ये नहीं किया, वो नहीं किया, कोई व्यंग्य करेगा, कोई ताना साधता है, कभी वार-पलटवार भी होते रहते हैं, ये सब होता है। 

लेकिन आपने देखा होगा कि जब इस बार आप जनता के बीच गए हैं, तो आपके अनुभव कुछ और रहे होंगे। और मैं चाहता हूं कि आप थोड़ा मन में इन तीन महीनों को याद कीजिए। आपको जनता-जनार्दन जो ईश्वर का रूप होता है, उसका साक्षात्कार किया होगा। याद कीजिए, इस दौरान आपने महसूस किया होगा कि समाज से आपको कितना कुछ मिला है!

साथियो, 

कोरोना के इस संकट काल में समाज ने आपको स्नेह दिया है, आपको विश्वास दिया है।

आप किसी गरीब की मदद कर सकें, इसके लिए समाज ने आपको सामान भी दिया है और साधन भी दिए हैं और सम्मान भी दिया है। आप अगर अपने घर से कुछ राशन लेकर निकले, तो कई और लोगों ने भी आपको कहा होगा कि कुछ राशन मेरी तरफ से ले जाइए, कुछ सामान मेरी तरफ से ले जाइए, आप भाईसाहब जा रहे हो, जरूर पहुंचा दीजिए। यही वो स्नेह है, वो ऊर्जा है, जिसकी ताकत ने आपको कभी थकने नहीं दिया।

हमें इस ऊर्जा को समझना चाहिए। 

हमें समाज की इस शक्ति को समझना चाहिए।

इस शक्ति को आत्मसात करना चाहिए।

इसका साक्षात्कार करना चाहिए। 

मुझे विश्वास है, आप ये करते रहेंगे, बीजेपी का हर कार्यकर्ता ये करता रहेगा तो ऊर्जा का प्रवाह हमेशा हमें प्रेरणा देता रहेगा, पुरुषार्थ का नई ताकत देता रहेगा। लोगों के आशीर्वाद, एक प्रकार से ईश्वर के ही आशीर्वाद होते हैं। ये आशीर्वाद बहुत बड़ी ताकत होते हैं। 

साथियो, 

आपने ये भी अक्सर देखा होगा कि ज्यादातर समय लोग जब मिलते हैं सामान्य दिवसों की मैं बात करता हूं, उसमें भी जब आप सत्ता में हों, तो सामान्य तौर पर लोग क्या करते हैं, कोई-न-कोई आपको मेमोरैंडम देंगे, मांग पत्र देंगे, और बहुत स्वाभाविक चीज है। ये जरूरी नहीं कि लिखकर ही कोई मांग पत्र दें, लेकिन सार्वजनिक जीवन में आपको ऐसे लोग मिल जाएंगे जो मुंहजबानी भी आपको कुछ न कुछ बताते रहेंगे कि ये होना चाहिए, कहीं कोई सड़क की मांग है, तो कहीं कोई गड्ठा भरवाने की बात करेगा, तो कोई बिजली की बात करेगा। कई बार वो शिकायत के रूप में कहेगा, तो कई बार वो अपेक्षा के रूप में कहेगा।    

ऐसे में कुछ नेता-कार्यकर्ता सोचते हैं ये क्या है?

जब देखो कोई न कोई काम, कोई न कोई मांग, कोई न कोई शिकायत!

लेकिन साथियो, आप सभी सार्वजनिक जीवन में हैं, सेवा करने के लिए आए हैं, इसलिए हम सबको इसमें अन्तर्निहित जो भाव है, उसको समझना होगा। और कोरोना की इस लड़ाई में इसको समझने में हमें सुविधा मिली है कि यही समाज हम पर कितना भरोसा करता है, हमसे कितना स्नेह करता है और संकट की घड़ी में हमारे साथ रहकर के समाज की भलाई के लिए कैसे आगे आता है, इस शक्ति को हमने अनुभव किया है। इसमें अन्तर्निहित भाव यही है कि आओ, आप समाज की मदद करो।  

समाज ने आपको ये अवसर दिया है। हम सबको अवसर दिया है। हम सबको समाज ने इस काम के लिए चुना है, दायित्व दिया है। 

साथियो, 

हमारे समाज में दूसरों के लिए कुछ करने की, सेवा भाव की बहुत बड़ी ताकत है। 

हमें समाज की इस ताकत को पूजने का कोई अवसर छोड़ना नहीं चाहिए।

और आपको तो संतोष होना चाहिए कि समाज ने हम सबको इस काम के लिए चुना है। सेवा करने के लिए ईश्वर ने हमें राह दिखाई है। जनता ने हमारा हाथ थामा है। समाज, सेवा करना चाहता था, गरीब की मदद करना चाहता था, तो उसने हम सब को माध्यम बनाया है। 

वैसे हम चाहे कार्यकर्ता की भूमिका में हों या सरकार में, वास्तव में हम देश की, गरीब की सेवा का एक माध्यम हैं।    

ये सरकार छह सालों से इसी विचार के साथ काम कर रही है, हमारे राज्यों की सरकारें भी इसी विचार से काम कर रही हैं। 

देश ने सही समय पर लॉकडाउन का फैसला किया, तो आज दुनिया के मुकाबले भारत में हम कहीं ज्यादा लोगों की जिंदगी बचा पा रहे हैं।  

इस दौरान गरीबों को कम से कम दिक्कत हो, इसके लिए पौने दो लाख करोड़ रुपए के गरीब कल्याण पैकेज से लेकर गरीबों को अन्न के लिए, रोजगार के लिए सरकार ने विशेष योजनाएं शुरू की हैं। 

अभी हाल ही में, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को सरकार ने दीपावली-छठ पूजा तक के लिए यानि कि नवंबर के अंत तक बढ़ा दिया है।

साथियो,

130 करोड़ देशवासियों ने हम पर हमेशा जो भरोसा किया है, हमें इस भरोसे को संभाल कर रखना है, सहेज कर रखना है।

हमें देशवासियों की आशाओं-आकांक्षाओं को, उनके सपनों को अपना सपना मानकर के हमें काम करना है। अपना सपना मान करके हमें खपना भी है। 

मैंने पहले भी कहा है और आज फिर दोहरा रहा हूं।

भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को अपने साथ, मैंने ये इलाहाबाद में पार्टी की कार्यसमिति में शायद कहा था, हमारे साथ सात ‘स’, मैंने कहा था उस दिन, हमारे साथ सात‘स’ Seven ‘S’ इसकी शक्ति लेकर आगे बढ़ना चाहिए। देखिए वो सात बातें क्या कही थी मैंने, जब हमलोग इलाहाबाद में वर्किंग कमेटी में मिले थे, तब मैंने कहा था-

पहला- सेवाभाव, 

दूसरा- संतुलन, 

तीसरा- संयम, 

चौथा- समन्वय, 

पांचवां- सकारात्मकता, 

छठा- सद्भावना

और सातवां- संवाद।

बीजेपी के हर कार्यकर्ता के आचरण और नीति में, इन दिनों इस कोरोना की लड़ाई में भरपूर रूप से इसका प्रभाव दिखाई दिया है। और हर भाजपा के कार्यकर्ता के लिए ये गर्व का विषय है।  

साथियो, 

कोरोना के इस काल में हमारा ये महायज्ञ, ये हमारा सेवायज्ञ रुकना नहीं चाहिए, और महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई भी कमजोर नहीं पड़नी चाहिए।  

अभी त्योहारों का सीजन शुरू हो रहा है। लेकिन कोरोना का खतरा अभी भी उतना ही है। 

इसके लिए खुद भी सावधानी बरतनी है और दूसरों को भी जागरूक करते रहना है।  

साथियो,  

आज आपके पास से जो कुछ भी सुनने को मिला, उसने मुझे भी एक नई ऊर्जा दी है, काम करने के संकल्प को और मजबूत किया है। 

मैं फिर एक बार आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। मैं नड्डा जी को और पार्टी का भी अभिनंदन करता हूं कि मुझे, क्योंकि पहले तो प्रवास के कार्यक्रम होते थे, आप सबके दर्शन का मौका मिल जाता था, लेकिन इन दिनों कोरोना के कारण ये संभव नहीं होता है। आज आप सबको सुनने का मौका मिला, आपके दर्शन करने का अवसर मिला। मेरे लिए बहुत शुभ अवसर था ये। फिर एक बार आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। 

बहुत-बहुत धन्यवाद!

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PM to visit Assam on 20-21 December
December 19, 2025
PM to inaugurate and lay the foundation stone of projects worth around Rs. 15,600 crore in Assam
PM to inaugurate New Terminal Building of Lokapriya Gopinath Bardoloi International Airport in Guwahati
Spread over nearly 1.4 lakh square metres, New Terminal Building is designed to handle up to 1.3 crore passengers annually
New Terminal Building draws inspiration from Assam’s biodiversity and cultural heritage under the theme “Bamboo Orchids”
PM to perform Bhoomipujan for Ammonia-Urea Fertilizer Project of Assam Valley Fertilizer and Chemical Company Limited at Namrup in Dibrugarh
Project to be built with an estimated investment of over Rs. 10,600 crore and help meet fertilizer requirements of Assam & neighbouring states and reduce import dependence
PM to pay tribute to martyrs at Swahid Smarak Kshetra in Boragaon, Guwahati

Prime Minister Shri Narendra Modi will undertake a visit to Assam on 20-21 December. On 20th December, at around 3 PM, Prime Minister will reach Guwahati, where he will undertake a walkthrough and inaugurate the New Terminal Building of Lokapriya Gopinath Bardoloi International Airport. He will also address the gathering on the occasion.

On 21st December, at around 9:45 AM, Prime Minister will pay tribute to martyrs at Swahid Smarak Kshetra in Boragaon, Guwahati. After that, he will travel to Namrup in Dibrugarh, Assam, where he will perform Bhoomi Pujan for the Ammonia-Urea Project of Assam Valley Fertilizer and Chemical Company Ltd. He will also address the gathering on the occasion.

Prime Minister will inaugurate the new terminal building of Lokapriya Gopinath Bardoloi International Airport in Guwahati, marking a transformative milestone in Assam’s connectivity, economic expansion and global engagement.

The newly completed Integrated New Terminal Building, spread over nearly 1.4 lakh square metres, is designed to handle up to 1.3 crore passengers annually, supported by major upgrades to the runway, airfield systems, aprons and taxiways.

India’s first nature-themed airport terminal, the airport’s design draws inspiration from Assam’s biodiversity and cultural heritage under the theme “Bamboo Orchids”. The terminal makes pioneering use of about 140 metric tonnes of locally sourced Northeast bamboo, complemented by Kaziranga-inspired green landscapes, japi motifs, the iconic rhino symbol and 57 orchid-inspired columns reflecting the Kopou flower. A unique “Sky Forest”, featuring nearly one lakh plants of indigenous species, offers arriving passengers an immersive, forest-like experience.

The terminal sets new benchmarks in passenger convenience and digital innovation. Features such as full-body scanners for fast, non-intrusive security screening, DigiYatra-enabled contactless travel, automated baggage handling, fast-track immigration and AI-driven airport operations ensure seamless, secure and efficient journeys.

Prime Minister will visit the Swahid Smarak Kshetra to pay homage to the martyrs of the historic Assam Movement, a six-year-long people’s movement that embodied the collective resolve for a foreigner-free Assam and the protection of the State’s identity.

Later in the day, Prime Minister will perform Bhoomipujan of the new brownfield Ammonia-Urea Fertilizer Project at Namrup, in Dibrugarh, Assam, within the existing premises of Brahmaputra Valley Fertilizer Corporation Limited (BVFCL).

Furthering Prime Minister’s vision of Farmers’ Welfare, the project, with an estimated investment of over Rs. 10,600 crore, will meet fertilizer requirements of Assam and neighbouring states, reduce import dependence, generate substantial employment and catalyse regional economic development. It stands as a cornerstone of industrial revival and farmer welfare.