કુલ ૨૨૩ તાલુકાઓમાં ૧૨મી એપ્રિલથી શરૂ થયેલા ગરીબ કલ્યાણ મેળા
સૂરતથી વીડિયો કોન્ફરન્સ દ્વારા ૨૪ જિલ્લાના ૧.૫૫ લાખ લાભાર્થીઓ સાથે મુખ્યમંત્રીશ્રીનો સીધો સંવાદ
મુખ્યમંત્રીશ્રી નરેન્દ્રભાઇ મોદીએ આજે ગરીબ કલ્યાણ મેળા અભિયાનના બીજા ચરણમાં સૂરતથી વીડિયો કોન્ફરન્સ દ્વારા ૨૪ જિલ્લાના ૧.૫૫ લાખ લાભાર્થીઓને સંબોધતાં જણાવ્યું હતું કે , ગુજરાત સરકારે ચાર ગરીબ કલ્યાણ મેળા દ્વારા રૂા.૧૦ ,૦૦૦ કરોડના લાભો ગરીબોને આપ્યા છે.
આ વર્ષે ૨૨૩ ગરીબ કલ્યાણ મેળા યોજીને રૂા.૧૨૦૦ કરોડના હક્કોના લાભો આપી ગરીબોને વારસામાં ગરીબી ન મળે તે દિશામાં અભિયાન ઉપાડયું છે , એમ તેમણે જણાવ્યું હતું.
મુખ્યમંત્રીશ્રીએ ગરીબ કલ્યાણ મેળા એ ગરીબોના પોતાના હક્ક માટે સરકારમાં શોધવા નીકળે તેના બદલે આ સરકાર ગરીબ લાભાર્થીઓને શોધીને તેના હક્ક-લાભો મળી જાય તેવું તંત્ર આ મિશનને ઊભું કર્યું છે. મહિનાઓ સુધી ગામડાં ખૂંદીને અધિકારીઓએ ગરીબોની સેવા કરી છે , એ માટે સમગ્ર તંત્રને અભિનંદન આપતા મુખ્યમંત્રીશ્રીએ જણાવ્યું કે , હિન્દુસ્તાનમાં ગરીબોની સેવાનું આ અભિયાન કયાંય નથી. આ ગરીબ કલ્યાણ મેળો વચેટિયા નાબૂદી મેળો છે. ગરીબને સ્વમાનભેર જીવવા માટે તેના હક્ક પારદર્શિતાથી આપવા માટેનું અભિયાન આખા દેશને ગરીબી નિવારણનું પથદર્શક બન્યું છે.
આખા દેશમાં એકલા ગુજરાતે ગરીબી રેખા નીચે જીવતા બીપીએલના ૦ થી ૧૬ આંક સુધીના સોએ સો ટકા ઘરવિહોણા ગરીબોને આવાસ આપી દીધા છે અને હવે ૧૭-૨૦ આંક સુધીના બીપીએલ કુટુંબોને પણ આવાસ આપવાનું અભિયાન ઉપાડયું છે , તેમ મુખ્યમંત્રીશ્રીએ જણાવ્યું હતું. આ ગરીબ કલ્યાણ મેળામાં અઢી લાખ લાભાર્થીઓને ઘર બનાવવાના પ્લોટ મળી જવાના છે.
ગરીબ કલ્યાણ મેળાના પ્રત્યેક લાભાર્થી પોતાના સંતાનોને ભણાવે એવી હૃદયસ્પર્શી અપીલ કરતા મુખ્યમંત્રીશ્રીએ જણાવ્યું કે , દરેક ગરીબ મા-બાપની ઝંખના છે કે તેનું બાળક ગરીબીમાં ટળવળે નહીં , ફૂટપાથ ઉપર જિંદગી વિતાવે નહીં , તો સંતાનને મુશ્કેલી વેઠીને ભણાવજો.
મુખ્યમંત્રીશ્રીએ જણાવ્યું કે , આ વર્ષના બજેટમાં ગરીબના સંતાનને શિક્ષણ માટે પ્રેરિત કરવા અબજો રૂપિયાની ફાળવણી કરી , ગણવેશ , શિષ્યવૃત્તિ , પાઠયપુસ્તકો , છાત્રાલય સહાય માટે ભારે બોજ સરકારે ઉઠાવ્યો છે. આ બધી જ યોજનાની સહાયમાં વધારો કરી દીધો છે.
વિધવા બહેન પગભર બને તે માટે રૂા.૫૦૦ની માસિક સહાય રૂા.૭૫૦ કરી દીધી. ગરીબની દીકરીને સુખેથી પરણાવવા કુંવરબાઇના મામેરાની રૂા.૫૦૦૦ની સહાય બમણી કરીને રૂા.૧૦૦૦૦ કરી દીધી છે. કુપોષણના કારણે ગરીબ માતાની કુખે , મંદબુદ્ધિ કે અપંગ બાળક પેદા થાય નહીં એ માટે તરુણ કિશોરીના પોષણક્ષમ આહારથી શરીરની તંદુરસ્તી વધે તે માટેના કાર્યક્રમો ઉપાડયા છે. ગરીબનું સંતાન નબળું માયકાંગલું ના હોય તેના માટે અભિયાન ઉપાડયું છે.
આ સરકારે પ્રત્યેક ગામમાં સૌથી કંગાલ સ્થિતિમાં જીવતા અતિ ગરીબ એવા પાંચ પરિવારોને પસંદ કરીને ગરીબીમાંથી બહાર આવી સામાન્ય જીવન જીવે તેવી મમતા સંવેદનાથી શ્રમયોગી યોજના શરૂ કરી છે , તેમ તેમણે જણાવ્યું હતું.
ગરીબ કલ્યાણ મેળામાં સ્વમાનભેર જીવવા માટે ગરીબ બહેનને સિવવાનો સંચો , કન્યાને ભણવા સાઇકલ અને કારીગરને સાધન આપવામાં આવશે , એમ પણ તેમણે જણાવ્યું હતું.
મુખ્યમંત્રીશ્રીએ વનબંધુ કલ્યાણ યોજના રૂા. ૧૫૦૦૦ કરોડની હતી તેનું ફલક વિસ્તારી રૂા.૪૦૦૦૦ કરોડનું પેકેજ આપ્યું છે તેની ભૂમિકા આપી સમુદ્રકાંઠે વસતા સાગરખેડુ સમાજોના વિકાસ માટે પણ રૂા.૨૧૦૦૦ કરોડનું નવું પેકેજ મંજૂર કર્યું હોવાની વિગતો આપી હતી.
મુખ્યમંત્રીશ્રીએ જણાવ્યું કે રાજ્યના સખીમંડળોને આ ગરીબ કલ્યાણ મેળામાં જ રૂા.૭૦૦ કરોડની સહાય આર્થિક પ્રવૃત્તિ માટે અપાશે. ગરીબીમાંથી બહાર નીકળવા આ સરકાર ગરીબોનો હાથ પકડી , ખભા ઉપર બેસાડી ગરીબીની ધૂંસરી ફગાવી દેવાનો સંકલ્પ કરવા શ્રી નરેન્દ્રભાઇ મોદીએ જણાવ્યું હતું.
Text of PM’s address at the distribution of 71,000+ appointment letters under Rozgar Mela via video conferencing
December 23, 2024
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नमस्कार !
केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगीगण, देश के कोने-कोने में उपस्थित अन्य महानुभाव, और मेरे युवा साथियों,
मैं कल देर रात ही कुवैत से लौटा हूं… वहां मेरी भारत के युवाओं से, प्रोफेशनल्स से लंबी मुलाकात हुई, काफी बातें हुईं। अब यहां आने के बाद मेरा पहला कार्यक्रम देश के नौजवानों के साथ हो रहा है। ये एक बहुत ही सुखद संयोग है। आज देश के हजारों युवाओं के लिए, आप सबके लिए जीवन की एक नई शुरुआत हो रही है। आपका वर्षों का सपना पूरा हुआ है, वर्षों की मेहनत सफल हुई है। 2024 का ये जाता हुआ साल आपको, आपके परिवारजनों को नई खुशियां देकर जा रहा है। मैं आप सभी नौजवानों को और आपके परिवारों को अनेक-अनेक बधाई देता हूं।
साथियों,
भारत के युवाओं के सामर्थ्य और प्रतिभा का भरपूर उपयोग हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। रोजगार मेलों के जरिए हम लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों से सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संस्थाओं में सरकारी नौकरी देने का अभियान चल रहा है। आज भी 71 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। बीते एक डेढ़ साल में ही लगभग 10 लाख युवाओं को हमारी सरकार ने पक्की सरकारी नौकरी दी है। ये अपने आप में बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। पहले की किसी भी सरकार के समय इस तरह मिशन मोड में युवाओं को भारत सरकार में पक्की नौकरी नहीं मिली है। लेकिन आज देश में न केवल लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिल रही हैं बल्कि ये नौकरियां पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ दी जा रही हैं। मुझे खुशी है कि इस पारदर्शी परंपरा से आए युवा भी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से राष्ट्र की सेवा में जुट रहे हैं।
साथियों,
किसी भी देश का विकास उसके युवाओं के श्रम, सामर्थ्य और नेतृत्व से होता है। भारत ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है। हमें इस संकल्प पर भरोसा है, इस लक्ष्य की प्राप्ति का विश्वास है। वो इसलिए, क्योंकि भारत में हर नीति, हर निर्णय के केंद्र में भारत का प्रतिभाशाली युवा है। आप पिछले एक दशक की पॉलिसीज़ को देखिए, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत अभियान, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, ऐसी हर योजना युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। भारत ने अपने स्पेस सेक्टर में नीतियां बदलीं, भारत ने अपने डिफेंस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया और इसका सबसे ज्यादा लाभ भारत के युवाओं को हुआ। आज भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। वो हर सेक्टर में अपना परचम लहरा रहा है। आज हम दुनिया की 5th largest economy बन गए हैं। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप eco-system बन गया है। आज जब एक युवा अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला करता है, तो उसे एक पूरा इकोसिस्टम अपने साथ सहयोग के लिए मिलता है। आज जब कोई युवा स्पोर्ट्स में करियर बनाने का प्लान करता है, तो उसे ये विश्वास होता है कि वो असफल नहीं होगा। आज स्पोर्ट्स में ट्रेनिंग से लेकर टूर्नामेंट तक, हर कदम पर युवाओं के लिए आधुनिक व्यवस्थाएं बन रही हैं। आज कितने ही सेक्टर्स में हम complete transformation देख रहे हैं। आज भारत mobile manufacturing में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है। आज रिन्यूबल एनर्जी से लेकर ऑर्गेनिक फार्मिंग तक, स्पेस सेक्टर से लेकर डिफेंस सेक्टर तक, टूरिज्म से लेकर वेलनेस तक, हर सेक्टर में अब देश नई ऊंचाइयां छू रहा है, नए अवसरों का निर्माण हो रहा है।
साथियों,
हमें देश को आगे बढ़ाने के लिए युवा प्रतिभा को निखारने की जरूरत होती है। ये ज़िम्मेदारी देश की शिक्षा व्यवस्था पर होती है। इसीलिए, नए भारत के निर्माण के लिए देश दशकों से एक आधुनिक शिक्षा व्यवस्था की जरूरत महसूस कर रहा था। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के जरिए देश अब उस दिशा में आगे बढ़ चुका है। पहले पाबंदियों के कारण जो शिक्षा व्यवस्था छात्रों पर बोझ बन जाती थी, वो अब उन्हें नए विकल्प दे रही है। अटल टिंकरिंग लैब्स और आधुनिक पीएम-श्री स्कूलों के जरिए बचपन से ही इनोवेटिव माइंडसेट को गढ़ा जा रहा है। पहले ग्रामीण युवाओं के लिए, दलित, पिछड़ा, आदिवासी समाज के युवाओं के लिए भाषा एक बहुत बड़ी दीवार बन जाती थी। हमने मातृभाषा में पढ़ाई और एक्जाम की पॉलिसी बनाई। आज हमारी सरकार युवाओं को 13 भाषाओं में भर्ती परीक्षाएं देने का विकल्प दे रही है। बॉर्डर जिले के युवाओं को ज्यादा मौका देने के लिए हमने उनका कोटा बढ़ा दिया है। आज बॉर्डर एरियाज के युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी देने के लिए विशेष भर्ती रैलियां की जा रही हैं। आज ही यहाँ Central Armed Police Forces में 50 हजार से ज्यादा युवाओं को भर्ती का नियुक्ति पत्र मिला है। मैं इन सभी नौजवानों को विशेष रूप से अपनी शुभकामनाएं देता हूं।
साथियों,
आज चौधरी चरण सिंह जी की जन्म जयंती भी है। ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि हमें इसी साल चौधरी साहब को भारत रत्न से सम्मानित करने का अवसर मिला। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। आज के दिन को हम किसान दिवस के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर मैं देश के सभी किसानों को, अन्नदाताओं को नमन करता हूं।
साथियों,
चौधरी साहब कहते थे, भारत की प्रगति तभी हो सकेगी, जब भारत के ग्रामीण क्षेत्र की प्रगति होगी। आज हमारी सरकार की नीतियों और निर्णयों से ग्रामीण भारत में भी रोजगार और स्वरोजगार के नए मौके बन रहे हैं। एग्रीकल्चर सेक्टर में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिला है, उन्हें अपने मन का काम करने के लिए मौका मिला है। जब सरकार ने गोबरधन योजना के तहत देश में सैकड़ों गोबरगैस प्लांट बनाए, तो इससे बिजली तो पैदा हुई ही, हजारों नौजवानों को नौकरी भी मिली। जब सरकार ने देश की सैकड़ों कृषि मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़ने का काम शुरू किया, तो इससे भी नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर बने। जब सरकार ने इथेनॉल की ब्लेडिंग को 20 परसेंट तक बढ़ाने का फैसला किया, तो इससे किसानों को मदद तो हुई ही, शुगर सेक्टर में नई नौकरी के भी मौके बने। जब हमने 9 हजार के लगभग किसान उत्पाद संगठन बनाए, FPO's बनाए तो इससे किसानों को नया बाजार बनाने में मदद मिली और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार भी बने। आज सरकार अन्न भंडारण के लिए हजारों गोदाम बनाने की दुनिया की सबसे बड़ी योजना चला रही है। इन गोदामों का निर्माण भी बड़ी संख्या में रोजगार और स्वरोजगार के मौके लाएगा। अभी कुछ ही दिन पहले सरकार ने बीमा सखी योजना शुरू की है। सरकार का लक्ष्य देश के हर नागरिक को बीमा सुरक्षा से जोड़ने का है। इससे भी बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के मौके बनेंगे। ड्रोन दीदी अभियान हो, लखपति दीदी अभियान हो, बैंक सखी योजना हो, य़े सारे प्रयास, ये सारे अभियान हमारे कृषि क्षेत्र में, हमारे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अंगिनत नए अवसर बना रहे हैं।
साथियों,
आज यहाँ हजारों बेटियों को भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। आपकी सफलता दूसरी महिलाओं को प्रेरित करेगी। हमारा प्रयास है कि हर क्षेत्र में महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। गर्भवती महिलाओं को 26 हफ्ते की छुट्टी के हमारे फैसले ने लाखों बेटियों के करियर को बचाया है, उनके सपनों को टूटने से रोका है। हमारी सरकार ने हर उस बाधा को दूर करने का प्रयास किया है, जो महिलाओं को आगे बढ़ने से रोकती हैं। आजादी के बाद वर्षों तक, स्कूल में अलग टॉयलेट ना होने की वजह से अनेक छात्राओं की पढ़ाई छूट जाती थी। स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा हमने इस समस्या का समाधान किया। सुकन्या समृद्धि योजना ने सुनिश्चित किया कि बच्चियों की पढ़ाई में आर्थिक परेशानी ना आए। हमारी सरकार ने 30 करोड़ महिलाओं के जनधन खाते खोले, जिससे उन्हें सरकार की योजनाओं का सीधा फायदा मिलने लगा। मुद्रा योजना से महिलाओं को बिना गारंटी लोन मिलने लगा। महिलाएं पूरे घर को संभालती थीं, लेकिन संपत्ति उनके नाम पर नहीं होती थी। आज पीएम आवास योजना के तहत मिलने वाले ज्यादातर घर महिलाओं के ही नाम पर हैं। पोषण अभियान, सुरक्षित मातृत्व अभियान और आयुष्मान भारत के माध्यम से महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। हमारी सरकार में नारीशक्ति वंदन अधिनियम के द्वारा विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं को आरक्षण मिला है। आज हमारा समाज, हमारा देश, women led development की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
साथियों,
आज जिन युवा साथियों को नियुक्ति पत्र मिला है, वो एक नई तरह की सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनने जा रहे हैं। सरकारी दफ्तर, सरकारी कामकाज की जो पुरानी छवि बनी हुई थी, पिछले 10 वर्षों में उसमें बड़ा बदलाव आया है। आज सरकारी कर्मचारियों में ज्यादा दक्षता और उत्पादकता दिख रही है। ये सफलता सरकारी कर्मचारियों ने अपनी लगन और मेहनत से हासिल की है। आप भी यहां इस मुकाम तक इसलिए पहुंचे, क्योंकि आप में सीखने की ललक है, आगे बढ़ने की उत्सुकता है। आप आगे के जीवन में भी इसी अप्रोच को बनाए रखें। आपको सीखते रहने में iGOT कर्मयोगी इससे बहुत मदद मिलेगी। iGOT में आपके लिए 1600 से ज्यादा अलग-अलग प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से आप बहुत कम समय में, प्रभावी तरीके से विभिन्न विषयों में कोर्स कंप्लीट कर सकते हैं। आप युवा हैं, आप देश की ताकत हैं। और, ऐसा कोई लक्ष्य नहीं, जिसे हमारे युवा हासिल ना कर सकें। आपको नई ऊर्जा के साथ नई शुरुआत करनी है। मैं एक बार फिर आज नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं को बधाई देता हूं। आपके उज्ज्वल भविष्य की ढेर सारी शुभकामनाएं।