પ્રધાનમંત્રી નરેન્દ્ર મોદીએ ઉત્તર પ્રદેશના બારાબંકીમાં એક વિશાળ અને જુસ્સાદાર જનસભાને સંબોધિત કરી હતી, જેમાં હાલ ચાલી રહેલી ચૂંટણીના મહત્વને રેખાંકિત કરવામાં આવ્યું હતું.
સપા અને કોંગ્રેસ તુષ્ટિકરણ સામે ઝૂકી ગયા છે: યુપીના બારાબંકીમાં પીએમ મોદી

भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय

सब भइया बहिनी कै राम राम ! आप सभैं हमरे लिए हियां पै सुबहियैं से अगोरत हौ ! हम आप सभैं के करजा मा डूब गयन! आपके इस कर्ज को मैं और ज्यादा मेहनत करके चुकाउंगा...

साथियों,
4 जून बहुत दूर नहीं है। आज पूरा देश जानता है...पूरी दुनिया जानती है कि मोदी सरकार की हैट्रिक बनने जा रही है। नई सरकार में मुझे गरीबों के लिए, युवाओं-महिलाओं के लिए, किसानों के लिए बहुत सारे फैसले लेने हैं। इसलिए मैं बाराबंकी और मोहनलालगंज के लोगों से आशीर्वाद मांगने आया हूं।

साथियों,
आज आपके एक तरफ देशहित के लिए समर्पित BJP-NDA का गठबंधन है, तो दूसरी तरफ देश में अस्थिरता पैदा करने के लिए इंडी गठबंधन मैदान में है। जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है, ये इंडी वाले, ताश के पत्तों की तरफ बिखरना शुरू हो गए हैं। यहां जो बबुआ जी हैं... बबुआ जी यानि हमारे समाजवादी शहजादे...उन्होंने एक नई बुआ जी की शरण ली है। ये उनकी नई बुआ जी हैं बंगाल में...उन्होंने इंडी वालों को कह दिया है- मैं बाहर से सपोर्ट करूंगी। इंडी गठबंधन की एक और पार्टी ने दूसरी को कह दिया है...खबरदार जो हमारे खिलाफ पंजाब में बोला...पीएम पद को लेकर भी सबके सब मुंगेरी लाल को पीछे छोड़ रहे हैं। इनके सपनों की इंतेहा देखिए...कांग्रेस के एक नेता ने कह दिया कि रायबरेली के लोग प्रधानमंत्री चुनेंगे। ये सुनते ही समाजवादी शहजादे का दिल ही टूट गया...बस आंसू नहीं निकले, लेकिन दिल के सारे अरमा बह गए। अब आप बताइए…आप सब लोग इतने तेज तर्रार हैं कि सारी बात इशारों-इशारों में समझ लेते हैं।

अब आप बताइए, इस ऊंट-पटांग खिचड़ी को आप लोग वोट देकर अपना वोट बर्बाद करेंगे क्या? कोई भी आपना वोट बर्बाद करना चाहेगा क्या। अच्छा होगा यहां बाराबंकी में मोहनलालगंज में भाजपा का सांसद हो...भाजपा सांसद दिल्ली से और लखनऊ से आपके लिए ज्यादा से ज्यादा योजनाएं लेकर आएंगे...भाजपा सांसद यहां के विकास के लिए ज्यादा काम करेंगे...अगर इंडी गठबंधन वाला यहां से सांसद बनता है तो उसके पास क्या काम होगा। उसकी पार्टी उसको क्या काम देगी। उसका एक ही मापदंड होगा की तुमने मोदी को एक दिन में कितनी गालियां दी। तुमने मोदी को कितनी बड़ी गाली दी। तुम्हारी गाली में कोई ताकत थी क्या, ताकि मोदी परेशान हो जाए। अगर आपने इंडी गठबंधन के सांसद को चुना, तो उसको यही काम होगा, सुबह उठो मोदी को गाली दो, दोपहर में दो गाली दो, शाम को 4-6 और दे दो और फिर सो जाओ। आप मुझे बताइए भाई, आपको अपने घर में अगर किसी सहायक की जरूरत पड़ती है। आपके दुकान में आपके व्यापार में तो आप उसको लेंगे और कहेंगे कि ये 10 काम करने हैं, इतना तनख्वाह मिलेगा। मेरे ये काम तुम्हें पूरे करने हैं। कोई ऐसा आदमी रखेगा कि तुमको मेरे दुकान के बाहर खड़े रहना है और सामने वाले को बस गाली देते रहना है। इसके लिए कोई तनख्वाह देगा क्या ? इसके लिए कोई किसी को रखेगा क्या ? कोई समझदार आदमी ऐसा करेगा क्या ? क्या गाली देने के लिए हम किसी को रखते हैं क्या ? गाली देने वालों की जरूरत क्या है भाई, आपको तो काम करने वाले सांसद चाहिए। आपका भला करने वाले सांसद चाहिए। 5 साल मोदी को गाली देने वाले नहीं, क्षेत्र का विकास करने वाले सांसद चाहिए, तो इसके लिए आपके पास एक ही विकल्प है, ओनली कमल। इसलिए, बाराबंकी से राजरानी रावत जी और मोहनलालगंज से भाई कौशल किशोर को...को हर बूथ पर विजयी बनाना है।

साथियों,
जब देश में दमदार सरकार होती है...तो फर्क दिखता है। कमजोर सरकार का क्या है...आज है...कल नहीं है... कमजोर सरकार का पूरा फोकस इसी बात पर होता है कि किसी तरह गाड़ी चलती रहे, समय पूरा हो जाए। बस...आप मुझे बताइए...यहां नौजवान भी हैं, किसान भी हैं, बड़ी आसानी से समझ जाएंगे। आप मुझे बताइए 100 सीसी के इंजन से आप हजार सीसी की रफ्तार ले सकते हैं क्या... ले सकते हैं क्या...आपको विकास की तेज रफ्तार चाहिए, तो वो सिर्फ दमदार सरकार ही दे सकती है....बीजेपी सरकार ही दे सकती है।

साथियों,
भाजपा की दमदार सरकार का मतलब क्या होता है...ये अवध बेहतर जानता है, उससे भला अच्छा कौन जान सकता है ? यहां बाराबंकी से लोग राम नाम वाली ईंट लेकर, अयोध्या के लिए पैदल निकलते थे। जो पहली बार वोट डाल रहे हैं, जो युवा हैं...उन्हें बहुत पता नहीं होगा...500 साल के इंतजार के बाद, 500 साल का इंतजार, ये इतिहास की बहुत बड़ी घटना है ये। पीढ़ी दर पीढ़ी हमारे पूर्वज संघर्ष करते रहे, बलिदान देते रहे, त्याग की पराकाष्ठा करते रहे। 500 साल के बाद, वो दिन याद कीजिए जब लोग हमारे राम लला को टैंट में देखते थे, उनके आंसू नहीं सूखते थे और लोग सरकार को जितनी भद्दी भाषा में गालियां दे सकें देते थे। आज 500 साल का इंतजार खत्म हुआ कि नहीं हुआ। 500 साल का इंतजार खत्म हुआ कि नहीं हुआ। राम लला भव्य मंदिर में विराजित हुए की नहीं हुए। किसके कारण... किसके कारण... किसके कारण...अरे भाई मोदी...मोदी मत करो..ये आपके एक वोट के कारण हुआ है। ये आपके एक वोट की ताकत है, जिसने ये दमदार सरकार बनाई। एक मजबूत सरकार बनाई और आपका 500 साल का इंतजार समाप्त हुआ। आपका वोट 500 साल का इंतजार खत्म कर सकता है। इसलिए भाइयों-बहनों कमल के निशान पर बटन दबाकर आगे भी ये दमदार सरकार बनानी है और दमदार फैसले भी लेने हैं।

साथियों,
दूसरी तरफ ये कांग्रेस वाले, ये सपा वाले क्या कह रहे हैं? पहले इन्होंने राम लला को टैंट में पहुंचाया…फिर अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए इन्होंने कहा कि मंदिर की जगह कोई धर्मशाला बना दो, स्कूल बना दो, अस्पताल बना दो...अब जब मंदिर बन गया...तो इनके पेट में इतना जहर भरा हुआ है। पता नहीं इनकी राम से क्या दुश्मनी है कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया। अब यहां सपा के बड़े नेता यहां तक कहते हैं, रामनवमी के दिन कहते हैं। राम मंदिर को बेकार बताते हैं, भद्दी-भद्दी बातें करते हैं। और कांग्रेस तो राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस के ही एक नेता ने कहा है कि वे लोग सुप्रीम कोर्ट का निर्णय पलटना चाहते हैं। भ्रम में मत रहिए देश जब आजादी का आंदोलन कर रहा था ना और देश के टुकड़े करने की बात आती थी। तो देश का हर व्यक्ति कहता था कि देश के टुकड़े थोड़े होते हैं। हो गए की नहीं हो गए, इन्होंने कर दिया कि नहीं कर दिया। ये किसी भी हद तक जा सकते हैं जी। इनका ट्रैक रिकॉर्ड ही ऐसा है। इनके लिए देश-वेश कुछ नहीं है भाई। इनके लिए तो इनका परिवार और बाबर यही उनका खेल है। सपा-कांग्रेस वाले सरकार में आए तो राम लला को फिर से टेंट में भेजेंगे और मंदिर पर बुलडोजर चलवा देंगे। क्या योगी जी से यही सीखना है क्या। जरा योगी जी से ट्यूशन लो बुलडोजर कहां चलाना है, कहां नहीं चलाना।

साथियों,
चुनावी सभा के लिए मैं ये कहने के लिए नहीं आया हूं। मुझे चिंता है क्योंकि उनका ट्रैक रिकॉर्ड ऐसा है। यही इनकी साजिश है। आप ऐसे लोगों को वोट दे सकते हैं क्या। आप ऐसे लोगों को वोट दे सकते हैं क्या। ऐसे लोगों को वोट तो छोड़िए, ऐसी सजा करनी चाहिए, ऐसी सजा करनी चाहिए कि उनकी जमानत जब्त हो जाए।

साथियों,
सपा-कांग्रेस के लिए अपने वोटबैंक से बड़ा कुछ नहीं है। और जब मैं इनकी पोल खोलता हूं, तो ये बेचैन हो जाते हैं, नींद हराम हो जाती है, तो फिर क्या करते हैं, जैसे बहुत बुखार चढ़ जाए ना तो आदमी कुछ भी बोलता है, ये भी कुछ भी बोलना शुरू कर देते हैं। ऐसी गालियां देते हैं। आप मुझे बताइए...बाबासाहेब अम्बेडकर जब संविधान बन रहा था, तब धर्म के आधार पर आरक्षण के सबसे बड़े विरोधी थे। धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा ये संविधान सभा ने निर्णय किया था और बहुत सोच विचार करके किया था। इतना ही नहीं इनके परनाना ने भी धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया था। लेकिन 10 साल पहले यहां यूपी में इन लोगों ने धर्म के आधार पर आरक्षण देने की कोशिश की थी और कर्नाटक में तो कर दिया। कर्नाटक को इन्होंने अपनी लेबोरेटरी बनाया है। कर्नाटक में क्या किया...कर्नाटक में जितने मुसलमान थे, उन सब मुसलमानों को रातों-रात ओबीसी बना दिया। ठप्पा मार दिया कागज निकाल दिया। अब जो ओबीसी को आरक्षण मिला था उसका बहुत बड़ा हिस्सा ये लूट करके चले गए और लोग हाथ मलते रह गए। क्या यहां आपका आरक्षण कोई लूट जाए, आपको मंजूर है क्या? क्या आरक्षण लूटने देंगे क्या ? क्या ओबीसी का हक छीनने देंगे क्या? क्या एससी का हक छीनने देंगे क्या? क्या एसटी का हक छीनने देंगे क्या? अरे बाबासाहेब अम्बेडकर ने जो दिया है, उसको कोई भी हाथ नहीं लगा सकता है। बिहार के इनके चारा घोटाले के जो चैंपियन हैं ना, अदालत ने जिनको सजा फरमाई है। अभी जेल से तबीयत के बहाने बाहर घूम रहे हैं, वो तो यहां तक कहते हैं कि पूरा का पूरा आरक्षण अब मुसलमान को मिलना चाहिए। इसका मतलब दलित, आदिवासी, ओबीसी इनके पास कुछ बचेगा नहीं भाई। मैं आपकी रक्षा करने के लिए आपके अधिकारों की रक्षा करने के लिए 400 पार मांगता हूं आपसे।

कांग्रेस के शहजादे कहते हैं...ये नया ले आए भाई। वो कहते हैं कि आपकी कमाई का एक्स-रे करेंगे। मतलब आपके लॉकर में क्या है, जमीन कितनी है, गहनें कितने हैं, सोना कितना, चांदी कितनी, आपके मंगलसूत्र कहां है ? वो लूट चलाना चाहते हैं, वो कहते हैं आपके पास जो है। आपसे लेकर के जिसके पास नहीं है उसको दे दिया जाएगा। मतलब जो वोट जिहाद करेगा उनको दिया जाएगा।

भाइयों-बहनों,
ये इनका ट्रैक रिकॉर्ड है। सपा-कांग्रेस, तुष्टिकरण के आगे घुटने टेक चुकी हैं। और मोदी जब इनकी सच्चाई देश को बता रहा है....तो वो क्या कहते हैं और ये लंबे समय से उनकी कोशिश है। उनकी बेईमानी को अगर बेनकाब कर दो, उनकी घोर सांप्रदायिकता को अगर बेनकाब कर दो, उनकी वोट बैंक की राजनीति को बेनकाब कर दो, दिन-रात हिंदु-मुसलमान करने वाली उनकी सोच को बेनकाब कर दो। तो ये कहते हैं कि मोदी हिंदु-मुसलमान करता है। अरे मोदी को बोलना पड़ता है, तुम्हारे पापों का इतिहास देश को बताने के लिए।

साथियों,
ये लोग, संविधान विरोधी हैं, दलित-पिछड़े विरोधी हैं। मोदी ने आर्टिकल-370 हटाया। इससे जम्मू-कश्मीर में भी संविधान लागू हुआ...वहां दलितों को भी अनेक अधिकार मिले। दो दिन पहले ही CAA कानून के तहत शरणार्थियों को नागरिकता मिलनी शुरु हुई है। बड़ी खुशी-खुशी वो कागज लेकर के फोटो निकलवा रहे है। ऐसे गरीब लोग निराधार पड़े थे देश में, कोई उनको पूछने वाला नहीं था। इसके जो लाभार्थी हैं, उनमें भी ज्यादातर दलित,पिछड़े समाज के लोग हैं। सपा-कांग्रेस के लोग इसका भी विरोध करते हैं। सपा के लोगों ने यूपी में दलितों के साथ कितना अन्याय किया है...ये बच्चा-बच्चा जानता है। जो मोदी देश के संविधान को सशक्त कर रहा है...उसको लेकर अफवाहें फैलाते हैं।

संस्कार देखिए साथियों...
भाजपा सरकार बाराबंकी के किसान रामशरण वर्मा जी को पद्म सम्मान देती है। कृषि में उनके योगदान को नमन करती है। और ये कांग्रेसी, बेनी बाबू जैसे वरिष्ठ नेता का डगर-डगर अपमान करते हैं और ये देखकर भी सपा के शहजादे चुप रहते हैं। वो बेनी बाबू, जिन्होंने देश और समाज की सेवा में पूरा जीवन खपा दिया। उनको इस तरह अपमानित किया है कांग्रेस-सपा ने।

साथियों,
भाजपा सरकार, सबका साथ-सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास इस पवित्र मंत्र पर चलती है। मुफ्त अनाज हो, मुफ्त इलाज हो...पक्का घर हो या फिर सस्ता गैस का सिलेंडर हो या नल से जल हो ये बिना भेदभाव सबको दिया जाता है। आपको याद है ना सपा के शासन में क्या होता था? उस समय बिजली भी, जो वोट जिहाद करेगा उसके लिए रिजर्व रहती थी, बाकियों को बिजली नहीं मिलती थी और मैं आज एक और बात कह रहा हूं...जिस वोटबैंक के पीछे ये लोग भागते हैं...वो वोटबैंक भी अब इनकी सच्चाई समझने लगा है। तीन तलाक कानून से खुश हमारी माताएं-बहनें बीजेपी को लगातार आशीर्वाद दे रही हैं।

भाइयों और बहनों,
रामकाज से आगे अब राष्ट्रकाज का समय है। रामकाज की प्रेरणा अब राष्ट्रकाज के लिए है। यहां मेंथा की खेती बहुत होती है। ऐसी हर कृषि उपज से जुड़े प्रोसेसिंग उद्योग के लिए यहां अनंत संभावनाएं हैं। बाराबंकी-मोहनलालगंज के छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के भी करीब-करीब 1600 करोड़ रुपए मिले हैं। यहां का गमछा जो मुझे भेंट दिया गया, अब ये गमछा बहुत प्रसिद्ध हो रहा है। हमारे योगी जी ने वन डिस्ट्रिक्ट- वन प्रोडक्ट का मिशन चलाया ना। आज मैं भी दुनिया में कहीं जाता हूं, तो मैं गिफ्ट क्या लेकर जाऊंगा मुझे दिमाग नहीं खपाना पड़ता है। मैं लखनऊ में उनकी सरकार की वेबसाइट पर जाता हूं, योगी जी का वन डिस्ट्रिक्ट- वन प्रोडक्ट देख लेता हूं और कहता हूं कि चलिए ये 6-7 चीजें ले लो वहां दे दूंगा लोगों को। योगी जी की सरकार ने जिस प्रकार इसे जीआई टैग दिया इसकी प्रसिद्धी की है।

साथियों,
आप तो जानते हैं, मैं 2014 से काम में लगा हूं। स्वच्छता अभियान, सफाई कर रहा हूं। देश साफ सुथरा होना चाहिए की नहीं होना चाहिए। स्वच्छता होनी चाहिए की नहीं होनी चाहिए। हमारे योगी जी भी सफाई कर रहे हैं। वो भी सफाई होनी चाहिए ना। दुर्गन्ध आती है तो नींद आती है क्या? तो दुर्गन्ध हटानी पड़ती है ना, तो योगी जी भी वो काम बहुत अच्छा कर रहे हैं। सफाई होने के कारण उत्तर प्रदेश में निवेश का माहौल बना है। लोग विश्वास के साथ उत्तर प्रदेश में उद्योग धंधे के लिए रुपये लगाने के लिए तैयार हैं।

साथियों,
जहां-जहां राम के निशान हैं, उन क्षेत्रों को रामायण सर्किट के तहत विकसित बनाने की योजना है। यहां तो सतरिख आश्रम है, जहां राजकुमारों की शिक्षा-दीक्षा हुई थी। महादेव कॉरिडोर के विकास का काम भी चल रहा है। ऐसे विकास कार्य हमारी विरासत को भी सशक्त करेंगे...और पर्यटन उद्योग से युवाओं को नए अवसर भी देंगे।

साथियों,
विकास और विरासत से विकसित भारत बनाने के लिए आपके आशीर्वाद मांगता हूं, आपको भारी मतदान करना है, ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे... ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे... ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान करने के लिए निकलेंगे, सुबह 10 बजे से पहले मतदान होगा। पहले मतदान फिर जलपान... पहले मतदान फिर जलपान...अब ऐसा तो नहीं होगा, ना कि जलपान याद रखोगे और मतदान भूल जाओगे। ऐसा नहीं होगा ना। अच्छा पोलिंग बूथ जीतोगे, सारे पोलिंग बूथ जीतोगे। पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ोगे। अच्छा मेरा एक काम करोगे... मेरा एक काम करोगे। जरा हाथ ऊपर करके बताइए मेरा एक काम करोगे क्या। ये चुनाव वाला काम नहीं है मेरा पर्सनल काम है करोगे। पक्का करोगे। अच्छा घर-घर जाइएगा...ज्यादा से ज्यादा परिवारों में जाइएगा, परिवार के मुखिया के साथ बैठिएगा। उनको कहिएगा कि मोदी आए थे और मोदी जी ने सबको राम-राम कहा है। मेरा राम-राम पहुंचा देंगे...हर घर में पहुंचा देंगे। बोलिए...

भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय
बहुत-बहुत धन्यवाद !

Explore More
78મા સ્વતંત્રતા દિવસનાં પ્રસંગે લાલ કિલ્લાની પ્રાચીર પરથી પ્રધાનમંત્રી શ્રી નરેન્દ્ર મોદીનાં સંબોધનનો મૂળપાઠ

લોકપ્રિય ભાષણો

78મા સ્વતંત્રતા દિવસનાં પ્રસંગે લાલ કિલ્લાની પ્રાચીર પરથી પ્રધાનમંત્રી શ્રી નરેન્દ્ર મોદીનાં સંબોધનનો મૂળપાઠ
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।