তুষ্টির রাজনীতি করার সময় বিআরএস একটি মুসলিম আইটি পার্কের প্রস্তাবও দিয়েছিল: ওয়ারঙ্গলে প্রধানমন্ত্রী মোদী
কংগ্রেস হোক বা ভারতীয় জোট, তাঁরা যে রাজ্যগুলি শাসন করেন, সেগুলি তাঁদের ব্যক্তিগত এটিএম হয়ে যায়: বিরোধীদের উদ্দেশে প্রধানমন্ত্রী মোদী
আমি নিশ্চিত যে আমরা সবাই ভগবান শ্রীকৃষ্ণের সন্তান এবং জাতি-ধর্ম নির্বিশেষে আমরা সবাই সমান: বিরোধীদের মন্তব্য নিয়ে প্রধানমন্ত্রী মোদী

भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

(इतनी प्यारी गुड़िया है, वाह, नाम क्या है इसका। बड़ा पगड़ी-वगड़ी पहन कर आई है।)

ना तेलंगाणा कुटुम्ब सभ्युल्लन्दरिकी नमस्कारालु

ये मेरा सौभाग्य है कि अहमदाबाद जो मेरी कर्मभूमि रही गुजरात में। उस अहमदाबाद नगर की जो नगरदेवी है, नगरदेवता है वो भद्रकाली है। और आज मुझे यहां माता भद्रकाली के चरणों में प्रणाम करने का अवसर मिला है। यहां से कुछ दूरी पर मौजूद रामअप्पा मंदिर को भी मैं श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। ये क्षेत्र, काकतीय साम्राज्य के गौरव का प्रतीक है। और तीसरे चरण के मतदान के अगले दिन मुझे इस क्षेत्र में आपसे आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है।

साथियों,

तीसरे चरण ने दो बातें साफ कर दी हैं। पहला- NDA तीन चरणों में ही विजय रथ तेज गति से जनता आगे ले जा रही है। दूसरा-कांग्रेस के लोग मैग्नीफाइंग ग्लास लेकर अपनी सीटें खोज रहे हैं। आज तेलंगाना में आपका ये उत्साह, ये आपके आशीर्वाद इतने अद्भुत हैं। मैं एक और बात कह सकता हूं! चौथे चरण में कांग्रेस का सामान्य मैग्नीफाइंग ग्लास से काम नहीं चलेगा। कांग्रेस को अपनी सीटें खोजने के लिए माइक्रोस्कोप की जरूरत पड़ेगी।

साथियों,

मेरे लिए और बीजेपी के लिए वारंगल हमेशा से बहुत खास रहा है। 40 साल पहले, जब बीजेपी के सिर्फ 2 सांसद हुआ करते थे, उनमें से एक सांसद हनमकोंडा से ही थे। बीजेपी आपका ये आशीर्वाद, ये स्नेह कभी नहीं भूल सकती। जब भी कोई मुश्किल आई है, वारंगल के लोगों ने हमेशा बीजेपी का साथ दिया है। और इसलिए बीजेपी वारंगल को BRS और कांग्रेस के शिकंजे से बाहर निकालने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।

साथियों,

आज आप सबके सामने विकसित भारत, विकसित तेलंगाना का सपना है। आप चाहते हैं ना कि भारत विकसित बने? आप चाहते हैं ना कि भारत की साख पूरी दुनिया में बढ़े? आप चाहते हैं ना कि आपके बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो? आजकल आप देख रहे हैं, विश्व किस हालात से गुजर रहा है। दुनिया में हर ओर अस्थिरता है, अशांति है, संकट है। ऐसे में क्या देश की कमान गलत हाथों में दी जा सकती है? इसलिए ही देश कह रहा है- फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार।

साथियों,

10 साल पहले की कांग्रेस की केंद्र सरकार, कोई उसके पापों को भूल नहीं सकता। हर कुछ दिन में हजारों करोड़ रुपए का नया घोटाला हो जाता था। देश के बड़े-बड़े शहरों में सीरियल ब्लास्ट होते रहते थे, जहां कांग्रेस आई, वहां प्रॉब्लम लाई, देश यही देख रहा था। इस बार तो इंडी अलायंस 5 साल, 5 PM का फॉर्मूला लेकर आया है। आप कल्पना करिए, इन्हें सत्ता मिली तो ये देश का क्या हाल करेंगे? हर वर्ष नया पीएम। दूसरे साल दूसरा पीएम, तीसरे साल तीसरा पीएम, ये देश का भला कर सकते हैं क्या। अच्छा मैं अलग तरीके से समझाता हूं, मान लो हमारे वारंगल में 10 किसान इकट्ठे हो गए। और 10 किसान इकट्ठे होकरके उन्होंने किसी को बुलाया, जमीन में पानी कहां है उसकी खोज करने वाले को। और 10 किसानों ने उससे पूछा, खेतों के लिए जमीन से पानी निकालना चाहते हैं। अब जरा हमें खोज के बताओ कि कहां पानी निकलेगा और कितना गहरा निकलेगा। जानकार व्यक्ति ने दसों के खेत देखे और कहा देखो भाई नीचे पानी तो है, लेकिन आपको 100 मीटर नीचे जाना पड़ेगा, पाइप लगानी पड़ेगी, तब जाकर के पानी निकलेगा। 10 किसान मिले, उन्होंने कहा, देखो भाई उसने कहा है 100 मीटर नीचे जाएंगे तो पानी निकलेगा। तो सबने तय किया, हम 10 किसान हैं तो मेरे खेत में 10 मीटर का पाइप डालो, किसी ने कहा कि मेरे खेत में 10 मटीर का पाइप डालो, तो दसों किसानों ने कहा कि हमारे 10 खेत में 10-10 मीटर के पाइप डालेंगे तो 100 मीटर हो जाएगा। बताओ इससे पानी निकलेगा क्या। अब बताइए, ये कहते हैं हर पार्टी का एक-एक प्रधानमंत्री, हर वर्ष एक-एक प्रधानमंत्री। जैसे उस किसान का पानी नहीं निकला, ये देश का भला नहीं कर सकते।

साथियों,

कांग्रेस झूठ की कितनी बड़ी मास्टर है, तेलंगाना से बेहतर कौन जानेगा? मैं आपसे ही पूछता हूं, कांग्रेस ने अपनी सबसे बड़ी नेता के जन्मदिन से पहले, किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। इन्होंने झूठ बोला कि नहीं बोला? अब ये लोग 15 अगस्त तक अपने वादे टाल रहे हैं। ताकि लोकसभा चुनाव खतम हो जाए फिर वो हाथ ऊपर कर दें। क्या ये आपसे धोखा नहीं है, आपकी भावनाओं का अपमान नहीं हैं? ये लोग वेमुलावाड़ा के भगवान राजन्ना की सौगंध खा रहे हैं। ये तो सनातन को गाली देने वाले लोग हैं... सनातन को गाली देने वालों की सौगंध का कोई भरोसा है क्या?

साथियों,

कांग्रेस ने तेलंगाना आंदोलन में बलिदान देने वालों के परिवार को पेंशन देने का वादा किया था। कभी वो वादा पूरा हुआ क्या? कांग्रेस ने ढाई सौ स्क्वॉयर यार्ड जमीन देने के लिए कहा था। आप बताइए, जमीन मिली क्या? कांग्रेस ने महिलाओं को हर महीने Twenty Five Hundred Rupees देने का वादा किया था। आज तक यहां की महिलाएं इसका इंतजार कर रही हैं। यहां तेलंगाना में पावर कट्स इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। ऐसी विश्वासघाती कांग्रेस, क्या आपका भला कर सकती है क्या?

साथियों,

जब से कांग्रेस आई है, तेलंगाना का विकास ठप्प पड़ा है। सरकार का खजाना खाली हो गया है। जरा बताइये, ये पैसा कहां जा रहा है? तेलंगाना की जनता का पैसा RR टैक्स के नाम पर लूटा जा रहा है। यहां चर्चा है कि RR टैक्स में एक हिस्सा पहले R के लिए हैदराबाद जाता है। दूसरा हिस्सा दूसरे R के लिए दिल्ली भेजा जाता है। कांग्रेस हो या इंडी अलायंस, ये जहां सत्ता में आए, वो राज्य उनका ATM बन गया। अभी झारखंड से नोटों के पहाड़ निकले हैं। आपने देखा है न? इसके पहले कांग्रेस के एक सांसद के यहां 300 करोड़ कैश निकला था। और जब मोदी इनके ब्लैक मनी, इनके करप्शन पर कार्रवाई करता है, तो ये मोदी को गाली देते हैं।

साथियों,

कांग्रेस के लिए देश का संविधान कोई मायने नहीं रखता। बाबा साहेब आंबेडकर ने खुद कहा था कि भारत में रिलिजन के आधार पर रिजर्वेशन नहीं मिलना चाहिए। लेकिन कांग्रेस ने कर्नाटका में BC आरक्षण काटकर मुस्लिमों को दे दिया है। यही कोशिश इन्होंने संयुक्त आंध्र प्रदेश में भी की थी। लेकिन तब हाइकोर्ट ने उस पर रोक लगा दी थी। ये बात कांग्रेस को खटक रही है। इसलिए, कांग्रेस कानून बनाकर SC, ST, OBC का आरक्षण हटाकर अपने वोट बैंक मुसलमानों को देना चाहते हैं। जितना आरक्षण आज SC, ST, OBC को मिलता है, वो खत्म करके इंडी अलायंस, पूरा का पूरा रिजर्वेशन मुसलमानों को देना चाहती है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं क्या आप ये लूट होने देंगे? ये आपका आरक्षण लूट लेंगे, आप देखते रहेंगे। ये कांग्रेस वालों को पहचानो, ये SC, ST, BC का आरक्षण मुसलमानों को तो देने को तैयार है, लेकिन मेरा मादिगा समाज वो अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। उसको न्याय देने को तैयार नहीं है। मेरा छोटा भाई कृष्णा आज यहां मौजूद है और मादिगा समाज के अन्याय को दूर करने के लिए यो मोदी ने वादा किया है, असेंबली में किया था, मैं भूल नहीं जाऊंगा, मैं इसे पूरा करके रहूंगा।

साथियों,

कांग्रेस को SC, ST, BC समाज के जो होनहार युवा हैं, वो अपनी मेहनत करके जो प्रगति कर रहे हैं न, ये कांग्रेस वाले उससे डरने लगे हैं। केंद्र सरकार ने तेलंगाना में सम्मक्का सरक्का ट्राईबल यूनिवर्सिटी बनाने का फैसला किया है। लेकिन यहां की कांग्रेस सरकार उसे रोकने के लिए लगातार रोड़े अटका रही है। कांग्रेस सोचती है, SC, ST युवा आगे बढ़ जाएंगे तो शाही खानदान के बेटे-बेटियों को कुर्सी कैसे मिलेगी?

साथियों,

BRS की सच्चाई भी SC, ST और BC समाज को धोखा देने और अपीजमेंट की है। BRS ने 2014 में आपने सेवा करने का मौका दिया तो हमने सबसे पहले राष्ट्रपति बनाए रामनाथ कोविंद जी एक दलित को। 2019 में दूसरी बार मौका मिला तो हमने राष्ट्रपति के रूप में आदिवासी बेटी को देश के राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मु जी को पसंद किया और कांग्रेस ने इसका भरपूर विरोध किया। मैं बहुत सोच रहा था कि द्रौपदी जी जिनकी बहुत अच्छी प्रतिष्ठा है, आदिवासी समाज की प्रतिष्ठित बेटी है, उनको हम राष्ट्रपति बना रहे हैं, कांग्रेस उनको हराने के लिए इतनी मेहनत क्यों कर रही है। कांग्रेस आदिवासियों को नाराज क्यों कर रही है। मैं सोचता रहता था लेकिन समझ नहीं आता था। मुझे लगता था ठीक है, ये शहजादे का दिमाग ऐसा है, तो शायद वो द्रौपदी जी का विरोध कर रहा है। उनको चुनाव में हराने के लिए निकल पड़ा है। लेकिन मुझे आज पता चला ये कांग्रेस पार्टी, द्रौपदी मुर्मु जो एक आदिवासी बेटी थी उसको हराने के लिए क्यों मैदान में उतरे थे। आज मुझे पता चला कि अमेरिका में ये शहजादे के अंकल रहते हैं। ये शहजादे के अंकल वो उनके फिलासफर और गाइड हैं। जैसे क्रिकेट में आजकल थर्ड अंपायर होता है न, कोई कनफ्यूजन हो तो थर्ड अंपायर को पूछते हैं। वैसे ही ये शहजादे थर्ड प्लेयर को कनफ्यूजन होता है तो ये सलाह लेते हैं। ये शहजादे के फिलॉसफर गाइड अंकल ने बड़ा रहस्य खोला है। उसने कहा है कि जिनका चमड़ी का रंग काला होता है ये सब अफ्रीका के हैं। मतलब आप सब को, मेरे देश के अनेक लोगों को चमड़ी के रंग के आधार पर उन्होंने इतनी बड़ी गाली दे दी। तब जाकर मुझे समझ आया चमड़ी का रंग देखकर उन्होंने मान लिया कि द्रौपदी मुर्मु भी अफ्रीकन हैं। और इसीलिए उनकी चमड़ी का रंग काला है तो उनको हराना चाहिए। ये सोच, आज पहली बार मुझे पता चला कि ये दिमाग कहां काम कर रहा इनका। ये देश को कहां ले जाएंगे। अरे चमड़ी का रंग कोई भी हो हम तो श्रीकृष्ण की पूजा करने वाले लोग हैं। जिनकी चमड़ी का रंग यहां हम सब जैसा रंग था।

साथियों,

मैं एक गंभीर सवाल पूछना चाहता हूं। मैं चाहूंगा कि पहले उसका तेलुगु में अनुवाद हो, ताकि मैं मेरा सवाल सही तरीके से पूछ सकूं। मेरा सवाल है क्या हमारे देश में ये शहजादे, मैं बहुत गुस्से में हूं आज दोस्तों, मुझे कोई गाली दे, मुझे गुस्सा नहीं आता है, मैं सहन कर लेता हूं। लेकिन आज शहजादे के फिलॉसफर ने इतनी बड़ी गाली दी है, जिसने मुझे गुस्से से भर दिया है। कोई मुझे बताइए, क्या मेरे देश में चमड़ी के रंग के आधार पर लोगों की योग्यता तय होगी। क्या ये चमड़ी के रंग का खेल, शहजादे को किसने इजाजत दी है। संविधान सर पर लेकर के नाचने वाले लोग, चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान कर रहा है। शहजादे आपको जवाब देना पड़ेगा। चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान मेरा देश सहन नहीं करेगा और मोदी तो कतई नहीं करेगा

साथियों,

कांग्रेस के कुशासन की कीमत तेलंगाना के किसानों ने भी चुकाई है। BRS ने कालेश्वरम घोटाला किया था। कांग्रेस BRS को बचाने में लगी है। कालेश्वरम प्रोजेक्ट पर इस लूट का नुकसान किसान को हो रहा है।

भाइयों बहनों,

बीजेपी के लिए किसान पहली प्राथमिकता है। हमने टरमरिक किसानों के लिए टरमरिक बोर्ड बनाया। हमने पैडी और कॉटन की रिकॉर्ड खरीद की। आज तेलंगाना के करीब 40 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि मिल रही है। हमने रामागुंडम में बंद पड़ी फर्टिलाइजर फैक्ट्री फिर शुरू करवाई। नौजवानों को रोजगार मिला, किसानों को फर्टिलाइजर मिला।

साथियों,

तेलंगाना सरकार को केंद्र के विकास कार्यों से भी परेशान है। तेलंगाना और वारंगल में हमने टेक्सटाइल पार्क बनाया है। लेकिन ये लोग टेक्सटाइल पार्क के संचालन में समस्याएं पैदा कर रहे हैं। उसमें भी वो डबल आर टैक्स की फिराक में हैं।

साथियों,

13 मई को आपका वोट तेलंगाना को नुकसान पहुंचाने वालों को जवाब देगा। मेरा आपसे आग्रह है, वारंगल से श्रीमान अरुरी रमेश, महबूबाबाद से डॉ. सीताराम नाइक ये हमारे दोनों साथियों को लोकसभा में भेजना है। ये लोग पार्लियामेंट में आएंगे तो मोदी की ताकत बढ़ जाएगी। और इसलिए कमल के फूल पर बटन दबाना। और आप जब कमल पर बटन दबाएंगे तो सीधा मोदी को जाएगा। आपका वोट देश को विकसित बनाएगा। आपका वोट तेलंगाना को विकसित बनाएगा। मोदी आप सबको ये गारंटी देता है।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।