দুর্বল কংগ্রেস সরকার সারা বিশ্বকে অনুরোধ করত: হিমাচল প্রদেশের শিমলায় প্রধানমন্ত্রী মোদী
কংগ্রেস ভারতের সীমান্ত অঞ্চলগুলিকে তাদের ভাগ্যের উপর ছেড়ে দিয়েছে: হিমাচল প্রদেশের শিমলায় প্রধানমন্ত্রী মোদী

भारत माता की जय...

भारत माता की जय...

भारत माता की जय...

सौभी के राम राम!..सौभी के राम राम!..सौभी के राम राम! मां बालासुन्दरी, रेणुका माँ और परशुराम के धरते...महर्षि जमदग्नि के तपस्थले...चुड़ेश्वर महादेव, शिरगुल देवता, महासू देवता की पुण्य धरा...गुरु गोबिंद सिंह रे धरते पांदी आये के मुखे बहुत-बहुत खुशी असो !

मेरे साथ बोलिए…भारत माता की जय...भारत माता की जय... भारत माता की जय। ऐसा लग रहा है कि अपने घर आया हूं। मेरे लिए न तो नाहन नया है, न ही सिरमौर नया है। लेकिन मुझे कहना पड़ेगा आज का माहौल नया है। मैं यहां संगठन का काम करता था। आप लोगों के बीच में रहता था। चुनाव भी लड़वाता था। लेकिन यहां सिरमौर में इतनी बड़ी रैली मैं खुद कभी नहीं कर पाया। पार्टी की मीटिंग लेता था, सबको समझाता था। मुझे लगता है, यहां के इतिहास की ये सबसे बड़ी रैली होगी और मैं हेलीपैड से यहां आ रहा था। पूरे रास्ते भर शायद इससे दो गुना लोग रोड पर खड़े हैं। आपका ये प्यार और आशीर्वाद मुझे हमेशा-हमेशा हिमाचली बना कर रखता है। और जब सिरमौर आए तो हमारे स्वर्गीय श्यामा शर्मा जी उनके घर में हमारी बैठकें हुआ करती थीं। हमारे चंद्र मोहन ठाकुर जी...बलदेव भंडारी जी...जगत सिंह नेगी जी...इतने सारे कार्यकर्ताओं की याद , अच्छे अनुभव मेरे लिए एक प्रकार से यादों की अमानत है। सभी के घरों से असकली...पटान्दे और सिडकू आया करते थे। और यहां एक होटल ब्लैक मैंगो हुआ करता था, हमारी अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठकें वहीं हुआ करती थीं। जब देश मोदी को जानता तक नहीं था, तब भी आपने आशीर्वाद और प्यार देने में कोई कमी नहीं रखी है। समय बदला है, लेकिन मोदी नहीं बदला है...मोदी का हिमाचल से रिश्ता वही पुरानी रिश्ता है।

मैं जैसे गर्व से कहता हूं कि हिमाचल मेरा घर है, वैसे ही आपको पता नहीं होगा कि अफगानिस्तान के एक राष्ट्रपति थे श्रीमान करजई, वो भी कहते थे कि हिमाचल मेरा घर है। क्योंकि वो शिमला में पढ़े थे। और अभी आपने मुझे जो लोइया पहनाया है ना, वो यहीं से जाकर अफगानिस्तान में, थोड़ा फैशन डिजाइन करके उसको उन्होंने अपना पहनावा बना दिया है जी। यही हिमाचल की ताकत है जो इतना लगाव रखती है।

साथियों,

आज मैं आपसे तीसरी बार भाजपा सरकार के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं...मुझे आशीर्वाद मेरे लिए नहीं चाहिए, मुझे आशीर्वाद मेरे परिवारवालों के लिए नहीं चाहिए, मुझे आशीर्वाद मेरी जात-बिरादरी वालों के लिए नहीं चाहिए...मुझे आशीर्वाद ताकतवर भारत बनाने के लिए चाहिए...मुझे आशीर्वाद चाहिए...विकसित भारत बनाने के लिए...मुझे आशीर्वाद चाहिए...विकसित हिमाचल के लिए...देश में पांच चरणों के चुनाव हो चुके हैं। BJP-NDA की सरकार बननी पक्की हो चुकी है। अब हिमाचल 4-0 से हैट्रिक लगाएगा...हम तो देवभूमि के लोग हैं, हमारी एक भी चीज बेकार नहीं जाने देते, तो क्या कोई हिमाचली अपना वोट बेकार जाने देगा क्या। अपना वोट बेकार जाने देगा क्या। वो उसी को वोट देगा जिसकी सरकार बनेगी और वो जिसको वोट देगा उसी की सरकार बनेगी, ये हिमाचल में पक्का है। मेरे साथ बोलिए...फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,

हिमाचल प्रदेश सीमा से सटा हुआ राज्य है। हिमाचल के लोग एक मजबूत और ताकतवर सरकार का मतलब जानते हैं। मोदी आपके लिए जान की बाजी लगा देगा...लेकिन आप पर संकट नहीं आने देगा। आपने कांग्रेस का वो दौर देखा है, जब एक कमजोर सरकार देश में हुआ करती थी। उस समय पाकिस्तान हमारे सिर पर चढ़कर नाचता था। कांग्रेस की कमजोर सरकार, दुनिया में गुहार लगाती फिरती थी। मोदी ने कहा- भारत अब दुनिया के पास भीख नहीं मांगेगा, अब भारत अपनी लड़ाई खुद लड़ेगा...और फिर भारत ने घर में घुसकर मारा...आज देखिए...पाकिस्तान की क्या हालत हो गई है।

साथियों,

हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों ने मुझे अपना हौसला बुलंद रखना सिखाया है और हिमाचल की बर्फिली पहाड़ियों ने मुझे ठंढ़े दिमाग से काम करना भी सिखाया है। हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों ने मुझे अपना सिर गर्व से ऊंचा रखना सिखाया है। मैं मां भारती का अपमान नहीं सह सकता। लेकिन कांग्रेस, मां भारती के अपमान से भी बाज नहीं आती। कांग्रेस को भारत माता की जय कहने से दिक्कत है...कांग्रेस को वंदे मातरम कहने से दिक्कत है...ऐसी कांग्रेस कभी हिमाचल का भला नहीं कर सकती।

साथियों,

यही कांग्रेस है जिसने भारत के सीमावर्ती इलाकों को अपने हाल पर छोड़ दिया था। जब बॉर्डर स्टेट में सड़क बनाने की बात आती थी...तो कांग्रेस के हाथ-पांव फूल जाते थे। कांग्रेस डर जाती थी कि अगर सड़क बनाई तो उसी सड़क से दुश्मन भीतर आ जाएगा। ऐसी डरपोक सोच मोदी के मिजाज के साथ मेल नहीं खाती। मोदी ने कांग्रेस के मुकाबले कई गुना ज्यादा पैसे दिए हैं...मोदी ने कहा है बॉर्डर पर सड़कें बनाओ...इंफ्रास्ट्रक्चर बनाओ...आज बॉर्डर किनारे सैकड़ों किलोमीटर नई सड़कें बनी हैं...आज बॉर्डर किनारे रहने वाले फौजियों का, हमारे लोगों का जीवन आसान हुआ है।

साथियों,

कांग्रेस ने 4 दशक तक फौजी परिवारों को वन रैंक वन पेंशन के लिए तरसाया। कांग्रेस ने कैसा मजाक उड़ाया, हमारे पूर्व सैनिकों की आंख में धूल झोंकी और ऐसा पाप करने में उन्हें शर्म भी नहीं आई। जब 2013 में भारतीय जनता पार्टी ने मुझे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तय किया और मेरी पहली रैली पूर्व सैनिकों की हुई थी रेवाड़ी में और रेवाड़ी में मैंने पूर्व सैनिकों से वादा किया था, मैंने गारंटी दी थी कि मैं वन रैंक-वन पेंशन लागू करूंगा। कांग्रेस वाले डर गए मोदी ने नया खेल खेला है तो क्या करें। तो उन्होंने रातों-रात अफरा-तफरी में बजट में कहा कि हम भी वन रैंक-वन पेंशन लागू करेंगे। किया क्या 500 करोड़ रुपये का टोकन डालकर कह दिया कि वन रैंक-वन पेंशन लागू करेंगे। ये हमारी फौज के साथ मजाक है। ऐसे किसी बच्चे को कहते हैं ना कि कोई बात नहीं तुझे शाम को मुंबई ले जाऊंगा और बच्चा सो जाए, ऐसा पाप किया किया था उन्होंने। लेकिन मोदी है जिसने आकर के वन रैंक वन पेंशन लागू किया। उन्होंने 500 करोड़ में खेल खेला था 2014 का चुनाव जीतने के लिए, जिसका कोई मतलब नहीं था, मोदी ने OROP लाया, तो हम सवा लाख करोड़ रुपये फौजियों को दे चुके हैं। आप मुझे बताइए भाई, कहां 500 करोड़ और कहां सवा लाख करोड़। ये 500 करोड़ मजाक था कि नहीं था। फौजियों की बेईज्जती करने का इरादा था कि नहीं था। फौजियों का अपमान था कि नहीं था। इसलिए ही लोग कहते हैं..मोदी जो गारंटी देता है..वो गारंटी पूरा होने की गारंटी होती है।

भाइयों और बहनों,

एक तरफ मोदी की गारंटी है...तो दूसरी तरफ कांग्रेस का बर्बादी का मॉडल। सत्ता पाने के लिए कांग्रेस ने हिमाचल के लोगों से खूब झूठ बोला...कहा पहली कैबिनेट में ही ये होगा...वो होगा...पता नहीं क्या-क्या बता दिया और मेरे हिमाचल के लोग बड़े भले और बड़े प्यारे लोग हैं। उनको लगा कि हो सकता है कि ये ईमानदारी से बोलते होंगे। पहली कैबिनेट में तो कुछ हुआ नहीं। बल्कि कैबिनेट ही टूट-फूट गई।

साथियों,

यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें आई हैं..आप मुझे बताइए...कांग्रेस ने कहा था आपको 1500 रुपए देगी...क्या 1500 रुपए मिला क्या, किसी के घर में आया क्या। कांग्रेस ने गोबर का पैसा देने का वादा किया था। किसी को मिला क्या। जरा जोर से बताओ-डरो मत, मिला क्या। ये अब ज्यादा दिन रहने वाले नहीं है। जरा हिम्मत से बोलो। मैं नौजवानों से पूछता हूं...पहली कैबिनेट में 1 लाख नौकरियां मिलनी थीं...ये वादा किया था, मिल गईं क्या। इनके दिल्ली के आकाओं को पता चले की कैसा झूठ का खेल, इस पवित्र भूमि के पवित्र लोगों के साथ किया है। ये तालाबाज कांग्रेस है..तालाबाज। अरे नौकरी तो छोड़ो...इस तालाबाज कांग्रेस सरकार ने...नौकरी की परीक्षा कराने वाले आयोग को ही ताला लगा दिया। अब ये तालाबाज सरकार आपके भविष्य का ताला खोल सकती है क्या। दिल्ली के जिस शाही परिवार ने हिमाचल को ये धोखा दिया...उसने मुड़कर फिर यहां अपनी शक्ल तक नहीं दिखाई है।

भाइयों और बहनों,

मैं पिछले 30 साल से आपके साथ रहा हूं और शायद ही कोई ऐसा वर्ष होगा। जब मैंने हिमाचल आकर इस मिट्टी को अपने माथे ना चढ़ाया हो। गुजरात में मुख्यमंत्री रहा, आपसे कुछ मांगा नहीं था। लेकिन आपके प्यार और आशीर्वाद को कभी भूल नहीं सकता हूं। मेरे पर आपका कर्ज है। और मैं हर मौके की तलाश में होता हूं कि मैं हिमाचल का कर्ज कैसे उतारूं।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस और इंडी-गठबंधन...स्वार्थी है...अवसरवादी है। तीन चीजें इनमें कॉमन मिलेंगी, ये पत्रकार मित्र इसपर गौर कर सकते हैं, रिसर्च कर सकते हैं। आपको बड़ा खजाना दे रहा हूं, काम आज जाएगा। कांग्रेस और उसके साथियों में ये तीन चीजें कॉमन मिलेंगी। ये घोर सांप्रदायिक हैं। ये घोर जातिवादी हैं। ये घोर परिवारवादी हैं। आपको ये तीन चीजें हरेक में कॉमन मिलेंगी। ये मीडियावाले दिमाग खपाएंगे तो बहुत खजाना खोलकर ले आएंगे। 60 सालों तक कांग्रेस ने सोचा ही नहीं कि सामान्य वर्ग में भी गरीब होते हैं। क्या ब्राह्मण के परिवार में कोई गरीब होता नहीं है, क्या बनिए के परिवार में कोई गरीब होता नहीं है। उच्च वर्ग के समाज में गरीब होते हैं कि नहीं होते हैं। उनकी परवाह नहीं थी। चिंता ही नहीं थी। कांग्रेस ने इस समाज के बारे में कभी सोचा नहीं। मोदी ने कर के दिखाया। जिस समय ये समाज आरक्षण से बाहर था, उनको सुखी संपन्न माना जाता था, मोदी ने उनके गरीब बच्चों के लिए 10 परसेंट आरक्षण किया और इस देश में कोई झगड़ा नहीं हुआ। और किसी का लूट कर नहीं किया और इसके कारण हमारे समाज के लोगों को अलग-अलग स्थान पर अवसर मिला है। कांग्रेस ने हमारे गिरिपार के हाटी समुदाय को भी आरक्षण नहीं दिया। ये होता है प्यार, जब नेकदिली से काम होता है, न्यायिक काम होता है। तो मन उत्साह से भर जाता है, ये दिखता है जी। और ये सारे काम मोदी ने आपका कर्ज उतारने के लिए किए हैं।

साथियों,

मैं आज हिमाचल के लोगों को कांग्रेस और इंडी गठबंधन की एक और साजिश से भी सावधान करने आया हूं। ये चुनाव है इसलिए मैं नहीं बोल रहा हूं दोस्तों। मेरे दिल में एक आग है। ये भारत को तबाह करने के लिए कैसे -कैसे खेल खेल रहे हैं और आप चौंक जाएंगे दोस्तों, हमारी संविधान सभा ने, बाबासाहेब अम्बेडकर ने जो हमारे SC-ST-OBC समुदाय है, जिनको आरक्षण दिया, ये कांग्रेस वाले और उनके वो सारे आरक्षण खत्म करके अपनी वोट बैंक जो वोट जिहाद की बातें करते हैं, उन मुसलमानों को दे देना चाहते है। और ये सिर्फ बातें नहीं करते हैं, कर्नाटका में कांग्रेस सरकार बनते ही उन्होंने कर दिया, ओबीसी के जो आरक्षण के अधिकार थे, वो उनसे छीनकर मुसलमान को दे दिए, यानि देंगे ऐसा नहीं, दे दिए और वे इस मॉडल पर काम करना चाहते हैं। आप मुझे बताइए, इस तरह का काम क्या मेरे हिमाचल के लोगों को मंजूर है क्या...जरा पूरी ताकत से बताइए ना...क्या ऐसे लोगों को आप स्वीकार करेंगे। क्या ऐसे विचार को आप स्वीकार करेंगे। ऐसे लोगों का हर पोलिंग बूथ में सफाया होना चाहिए की नहीं होना चाहिए। ये चुनाव उनको कहने का मौका है रूक जाओ... ये चुनाव उनको कहने का मौका है रूक जाओ। बहुत हो चुका अब हम देश को तोड़ने नहीं देंगे।

साथियों,

इंडी-गठबंधन की साजिश का ताज़ा उदाहरण पश्चिम बंगाल में सामने आया है। दो दिन पहले ही कलकत्ता हाईकोर्ट ने वहां 77 मुस्लिम जातियों के आरक्षण को खारिज किया है। आप कल्पना कर सकते हैं...मुसलमानों की 77 जातियों को इंडी गठबंधन वालों ने रातों-रात OBC घोषित कर दिया था। औऱ OBC बनाने के बाद उनका हक उनको दे दिया था। इन 77 मुस्लिम जातियों को नौकरियों में, पढ़ाई में, हर जगह मलाई मिल रही थी। ऐसा करके इंडी गठबंधन ने OBC के हक पर डाका डाल दिया था। ऐसा करके इन लोगों ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी थीं। संविधान के पीठ में छुरा घोंपा है। अब कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले के बाद ये इंडी गठबंधन वाले बौखलाए हुए हैं। बंगाल की मुख्यमंत्री तो सीधे-सीधे कोर्ट का आदेश मानने से इनकार कर रही हैं। इनके लिए संविधान कोई मायने नहीं रखता..इनके लिए अदालतें कोई मायने नहीं रखतीं..इनका सबसे सगा अगर कोई है...तो वो इनका वोट बैंक है।

साथियों,

अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए ही कांग्रेस राम मंदिर का भी विरोध कर रही है। कांग्रेस भाजपा वालों का मजाक उड़ाती थी...कहती थी- मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे। हमें रोज चुभने वाली बातें करते थे। हमने तारीख भी बताई...समय भी बताया...लेकिन इन लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार कर दिया। आप हिमाचल के लोग मुझे बताइए...जब राम लला भव्य मंदिर में विराजित हुए, प्राण प्रतिष्ठा हुई, आपको आनंद हुआ कि नहीं हुआ, आपने अपने गांव में दिवाली मनाई की नहीं मनाई। घर में दिवाली मनाई की नहीं मनाई। हर हिंदुस्तानी खुश हुआ की नहीं हुआ, 500 साल की लड़ाई हमारे सभी पूर्वजों को भी खुशी हुई होगी कि नहीं हुई होगी। लेकिन कांग्रेस पार्टी इसको भी बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। कांग्रेस के साथी ने एक रहस्य खोला है। फर्स्ट फैमिली के राजदार हैं वो, उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर साजिश चल रही है कि अगर सत्ता में आए तो राम मंदिर को ताला लगा देंगे। और राम लला के टेंट में रहने को मजबूर कर देंगे। ये इनकी सोच है। क्या आप ऐसा होने देंगे क्या। ऐसा अवसर उनको लेने देंगे क्या। इसलिए हर पोलिंग बूथ पर इनकी सफाई करना जरूरी है। मेरा जो स्वच्छता अभियान है ना, ये चुनाव के दिन 1 तारीख को आपको मजबूती से करना है..करेंगे।

भाइयों और बहनों,

भाजपा सरकार, हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए पूरी कोशिश कर रही है। कोई सोचता नहीं था कि हिमाचल में भी IIIIT, IIM और AIIMS जैसे संस्थान हो सकते हैं। लेकिन मोदी है तो...मुमकिन है। मोदी है तो...मुमकिन है। मोदी है तो...मुमकिन है। हिमाचल को बल्क ड्रग्स पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क मिला है। हिमाचल देश के उन पहले राज्यों में हैं, जहां वंदे भारत ट्रेन शुरु हुई।

साथियों,

मोदी के लिए किसान, गरीब, महिला और युवा का सशक्तिकरण, बड़ी प्राथमिकता है। 5 किलो मुफ्त अनाज और 5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज...मोदी की गारंटी है। हमारे किसानों-बागवानों के खाते में भी पीएम किसान सम्मान निधि के 6 हज़ार रुपए आते रहेंगे।

साथियों,

मोदी ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 3 करोड़ बहनों को..ये आंकड़ा छोटा नहीं है...3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की गारंटी दी है...उनमें से हजारों बहनें हिमाचल की होंगी। मोदी आपका बिजली बिल जीरो करने के लिए भी एक बड़ी योजना लेकर आपकी सेवा में हाजिर है। और योजना शुरू होगी नहीं...योजना शुरू कर दी और योजना का नाम है पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना। इससे आपका बिल जीरो हो जाएगा। और इतना ही नहीं जो बिजली आप पैदा करेंगे, वो बिजली बेचकर कमाई भी करेंगे। ये कैसे होगा आपके घर पर सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार आपको 75 हजार रुपए देगी। 75 Thousand Rupees. आप खुद अपने घर में बिजली पैदा कीजिए, आपकी जरूरत की बिजली मुफ्त में उपयोग कीजिए, अतिरिक्त बिजली आप सरकार को बेच दीजिए और कमाई कीजिए। ये मुफ्त बिजली योजना मोदी लेकर आया है और मेरे सिरमौर वाले साथी आलरेडी ऑनलाइन बुकिंग चालू है और आप अपना नाम रजिस्टर करवा दीजिए। मोदी ने पहले जैसे गारंटियां पूरी की...मोदी ये गारंटी भी जरूर पूरी करेगा। उसी प्रकार से साथियों जो मुफ्त अनाज योजना है, मोदी का संकल्प है गरीब के घर का चूल्हा जलते रहना चाहिए, गरीब के घर का बच्चा भूखा सोना नहीं चाहिए, इसलिए मुफ्त अनाज योजना, अगले पांच साल तक चालू रहेगी।

साथियों,

आपको शिमला लोकसभा सीट से हमारे बहुत निकट साथी भाई सुरेश कश्यप जी को भारी वोटों से विजयी बनाना है। और भाई सुरेश जी को आप वोट देंगे ना तो वो सीधा-सीधा कमल के खाते में जाएगा। मोदी के खाते में जाएगा। हर गांव जाएंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे, हर पोलिंग बूथ को जिताएंगे। अच्छा मेरा एक काम करेंगे... मेरा एक काम करेंगे...कमाल हो यार सुरेश के लिए तो बड़े जोर से बोल रहे हो, मेरी लिए बोला तो ठंढ़े हो गए। ये पॉलीटिकल काम नहीं है करोगे। चुनाव वाला काम नहीं है करोगे, मेरा पर्सनल है करोगे। पक्का करोगे एक काम कीजिए। देखिए जब मैं हिमाचल में था, गांव-गांव भटकता था, लोगों के घर जाता था मिलता था। अब आप लोगों ने मुझे ऐसा काम में लगा दिया कि मैं सबके पास जा नहीं पाता हूं, मिल नहीं पाता हूं। तो मेरा एक काम कीजिए, ज्यादा से ज्यादा परिवारों में जाइए। ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिलिए और जाकर के कहना मोदी जी सिरमौर आए थे। मोदी जी ने आपको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। हर घर में मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। पहुंचा देंगे, पक्का पहुंचा देंगे। दूसरा काम, हम तो देवभूमि के लोग हैं, हमारे अपने हर गांव के देवी-देवता होते हैं। अपने देवता होते हैं। देवता का आगमन होता है। हर गांव के अंदर एक पूजा स्थल होता है। आप सब मिलकर के एक गांव में जाकर मेरी तरफ से मत्था टेकना आशीर्वाद मांगना, ताकि विकसित भारत का सपना जितना जल्द हो सके हम पूरा कर सकें।

मेरे साथ बोलिए...भारत माता की जय...

भारत माता की जय...

भारत माता की जय

बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।