আজ, সম্পদ মাফিয়া, ড্রাগ মাফিয়া এবং শুটার গ্যাং পাঞ্জাবে রাজত্ব করছে: পাতিয়ালায় প্রধানমন্ত্রী মোদী
পাঞ্জাব রাজ্য সরকার ঋণগ্রস্ত এবং এর মুখ্যমন্ত্রী কেবল কাগজে মুখ্যমন্ত্রী: পাতিয়ালায় প্রধানমন্ত্রী মোদী
ইন্ডি জোটের জোটের বিভাজনমূলক রাজনীতি যা ভারতকে বিভক্ত করেছিল এবং ৭০ বছর ধরে কর্তারপুর সাহেব থেকে আমাদের দূরে রেখেছিল: পাতিয়ালায় প্রধানমন্ত্রী মোদী

सतश्री अकाल... मैं बहुत खुशकिस्मत हाँ, कि श्री गुरू तेग बहादुर जी दे, पावन चरण छोह स्थान, अते श्री काली माता जी दे पावन स्थान पटियाला तों, मैंनू आपणे पंजाब दौरे दी शुरूआत करण दा मौका मिलिआ है।

साथियों,

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में मैंने पंजाब में बहुत समय बिताया है। यहां के खेतों में, खलिहानों में, सड़कों में खूब घूमा हूं। वो दिन मुझे बराबर याद रहते हैं, साथियों के साथ बारादरी गार्डन में सुबह-सुबह टहलना और जोड़ियां भाटिया चौक में साथियों से गप्प मारना, सारी पुरानी यादें, आज मैं देख रहा हूं, काफी पुराने-पुराने साथियों का दर्शन करने का अवसर मिला है। जब भी पंजाब आता हूं, पंजाब से ये स्नेह और बढ़ जाता है।

साथियों,

देश में पांच चरणों का चुनाव हो चुका है। औक जनता जनार्दन मोहर लगा दी है कि फेर इक वार...मोदी सरकार ! फेर इक वार...मोदी सरकार ! फेर इक वार...मोदी सरकार ! पंजाब भी अच्छे से जानता है कि उसे अपना वोट बेकार नहीं करना है। और आप तो जानते हैं, वोट उसे दीजिए, जो सरकार बनाए, वोट उसे दीजिए, जो विकसित पंजाब बनाने के लिए प्रतिबद्ध हो, जो विकसित भारत बनाने का संकल्प लेकर चला हो। और इसके लिए जरूरी हैफेर इक वार...मोदी सरकार ! फेर इक वार...मोदी सरकार ! फेर इक वार...मोदी सरकार !

भाइयों और बहनों,

चौबीस का ये चुनाव, देश का चुनाव है। देश को मजबूत बनाने का चुनाव है। और देश के सामने एक तरफ भाजपा और NDA है, दूसरी तरफ भ्रष्टाचारियों का इंडी-गठबंधन है, इंडी-गठबंधन जिसके पास ना नेता है ना नीयत है। एक तरफ मोदी है, जो लड़ाकू विमान से लेकर एयरक्राफ्ट करियर तक भारत में बना रहा है। दूसरी तरफ इंडी-गठबंधन है। जो लिखित रूप में कहता है हमारे परमाणु हथियारों तक को समाप्त कर देना चाहिए है। आज बुद्ध पुर्णिमा है, आज ही के दिन भारत ने अणु विस्फोट कर के अपनी ताकत का परिचय करवाया था।

साथियों,

एक तरफ आतंकवादियों को घर में घुसकर मारने का साहस है, दूसरी तरफ इंडी वाले हैं जो आतंकवादियों के एनकाउंटर पर आंसू बहाते हैं। एक तरफ मोदी सरकार है, जिसने 10 साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला। वहीं दूसरी तरफ इंडी-गठबंधन है, जो कहता है कि आपकी कमाई, आपके खेत-खलिहान का आधा हिस्सा छीन लेगा। इंडी-गठबंधन समाज को, समाज को, देश को, बांटना चाहता है। लेकिन मोदी, भारत को विकसित बनाना चाहता है। इसलिए पंजाब की धरती से, पंजाब के मेरे भाई बहनों से आशीर्वाद मांगने आया हूं। गुरूओं की भूमि पर सिर झुका कर आशिर्वाद मांगने आया हूं।

भाइयों और बहनों,

राष्ट्र रक्षा हो, आस्था और संस्कृति की रक्षा हो या फिर देश का विकास, पंजाब ने, सिख समाज ने हमेशा आगे बढ़कर काम किया है। यहां के लोगों ने खेती से लेकर उद्यमिता तक, देश के विकास को नेतृत्व दिया है। लेकिन साथियों, कट्टर भ्रष्टाचारियों ने पंजाब का क्या हाल बना दिया है? यहां से उद्योग-कारोबार पलायन कर रहा है और ड्रग्स का, नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। यहां राज्य सरकार का हुक्म नहीं चलता, यहां रेत खनन माफिया, ड्रग्स माफिया और शूटर गैंग की मनमानी चलती है। पूरी सरकार कर्ज पर चल रही है, सारे मंत्री-संतरी मौज कर रहे हैं। और जो कागजी सीएम हैं, उन्हें दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने से ही फुरसत नहीं है। क्या ऐसे लोग, पंजाब का विकास कर सकते हैं?

भाइयों और बहनों,

यहां पंजाब में दिखावे के लिए, दिल्ली की कट्टर भ्रष्टाचारी पार्टी और सिख दंगे की दोषी पार्टी, आमने सामने लड़ने का नाटक कर रहे हैं। लेकिन सच्चाई यही है कि पंजा और झाड़ू, पार्टियां दो हैं, लेकिन दुकान एक ही हैं। यहां ये लोग कुछ भी बयान दें, लेकिन दिल्ली में एक दूसरे को कंधे पर उठाकर नाच रहे हैं। और मैं पंजाब के लोगो को प्रार्थना करता हूं कि इनसे सावधान रहना है। जिसको वो अपना गुरू मानते थे वो अन्ना साहेब हजारे के साथ भी जो धोखा कर सकते हैं, वो दिन में दस बार झूठ बोल सकते हैं। ऐसे लोग न पंजाब का भला कर सकते हैं औऱ न आपके बच्चों के भविष्य के लिए कुछ दे करके जा सकते हैं।

 

भाइयों और बहनों,

इंडी-गठबंधन को न विकास की परवाह है और न ही हमारी विरासत की चिंता है। आज़ादी के बाद, दूसरे दिन ही अयोध्या में राम मंदिर बन जाना चाहिए था। लेकिन कांग्रेस ने मंदिर का निर्माण रोका। अब जब मंदिर बन गया तो ये मंदिर को गालियां दे रहे हैं। आज दुनियाभर से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं और उनका स्वागत महर्षि बाल्मीकि के नाम पर बना हवाई अड्डा करता है। लेकिन इन्हें हर उस बात से नफरत है जिससे हमारी आस्था का सम्मान होता हो।

साथियों,

ये इंडी-गठबंधन वाले घोर सांप्रदायिक है। ये घोर जातिवादी हैं। ये घोर परिवारवादी हैं। सत्ता के लिए ये किसी को भी धोखा दे सकते हैं।
साथियों, यही कांग्रेस है जिसने सत्ता के लिए देश का बंटवारा किया। और बंटवारा भी ऐसा किया कि 70 साल तक हमें करतारपुर साहिब को दूरबीन से दर्शन करने पड़ते थे, हर कोई इंसान अपमान महसूस करता था। कांग्रेस वालों को कहता हूं कि जब बांग्लादेश की लड़ाई हुई, पाकिस्तान के 90 हजार से ज्यादा सैनिक सरेंडर कर चुके थे। 90 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिक हमारे कब्जे में थे। हुक्म का पत्ता हमारे हाथ में था। औऱ साथियों मैं विश्वास से कहता हूं, अगर उस समय मोदी होता, अगर उस समय मोदी होता तो मैं इनसे करतार पुर साहेब लेकर रहता तब जाकर उनके जवानों को छोड़ता। वो तो नहीं कर पाए, लेकिन मुझसे जितनी सेवा हो सकी क्योंकि गुरूओं की सेवा इससे बड़ा कोई धन्य भाग्य नही होता है। आज करतारपुर साहिब कॉरिडोर आपके सामने है। हमारे सभी श्रद्धालु, वहां गर्व के साथ जाते हैं।

साथियों,

हमारी सरकार ने लंगर को टैक्स से मुक्त किया। ये पहले की भी सरकारें कर सकती थीं। पहले श्री हरमंदिर साहब में विदेशों से भक्त चंदा नहीं दे पाते थे, बार बार यहां से मांग उठती थी, दिल्ली में बैठी हुई सरकारें सुनने को तैय़ार नहीं थीं। ये मोदी ने आ करके इसके नियमों में छूट दी। और आज हमारे हरमिंदर साहेब की सेवा, दुनिया के किसी कोने में रह करके कर सकता है। श्री फतेहगढ़ साहिब तो साहेबज़ादे के शौर्य और शहादत का साक्षी रहा है। ये मोदी सरकार है, जिसने साहेबज़ादों के शौर्य के लिए समर्पित वीर बाल दिवस घोषित किया। और कुछ लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि वीर बाल दिवस घोषित करने का मतलब क्या होता है। मुझे दुःख है कि पंजाब में भी ऐसे लोग हैं जिनको इसकी कोई समझ नही है। पंजाब के अंदर इस महान त्याग तपस्या के लिए, मैं पंजाब में रहा हूं, कई दिनों तक हमारी माताऐं -बहनें , हमारा परिवार व्रत रखता है, जमीन पर सोता है, कितना महत्वपूर्ण श्रद्धा का विषय है। लेकिन हिन्दुस्तान में, केरल में जाइए उनको कुछ पता नहीं, तमिलनाडु जाइए उन्हें कुछ पता नहीं, आसाम में जाइए कुछ पता नहीं, इतना बड़ा त्याग और बलिदान औऱ मेरे देश के लोगों को पता नही है। ये मुझे बहुत खटकता था, मैं चाहता हूं, हिन्दुस्तान के हर बच्चे के दिल दिमाग में साहेबजादों का बलिदान हमेशा हमेशा रहना चाहिए। किसी भी बालक मन के लिए इससे बड़ी प्ररेणा नहीं हो सकती है।और इसलिए वीर बाल दिवस के रूप में पूरे हिन्दुस्तान में, हर स्कूल, हर कालेज, गांव कार्यक्रम करने की परंपरा शुरू हुई है। अगर पंजाब के लोग भी इस काम को न समझ पाऐं तो इससे बड़ा चिंता का विषय क्या हो सकता है?आपको याद होगा, अफगानिस्तान में हमारे सिख परिवार संकट में थे। हम सभी को सुरक्षित वापस लाए, हम गुरु ग्रंथ साहब के स्वरूपों को भी अदब के साथ, मेरा मंत्री सिर पर सम्मान के साथ जा करके ले आया।

साथियों,

ये प्रधानमंत्री की बात छोड़ दीजिए, मेरा तो आपसे खून का नाता है। गुरू गोविंद सिंह जी के जो पहले पंच प्यारे थे, उसमें से मेरा द्वारका का पंच प्यारा था। मेरा आप से खून का रिश्ता है। इतना नहीं, अगर आज जामनगर में जाएगें तो वहां जो सबसे बड़ा अस्पताल है वो गुरू गोविंद सिंह जी के नाम पर है, जामनगर जिले में द्वारका पड़ता है। लेकिन आप तक यह सत्य पहुंचाया नही जाता है। आपको जानकर खुशी होगी औऱ अगर कभी फुरसत मिले तो लखपत जा कर आना, गुरूनानक साहेब वहां विश्राम किया था। वो गुरूद्वारा, भूकंप के अंदर क्षतिग्रस्त हो गया, करीब करीब ध्वस्त हो गया, मैं मुख्यमंत्री था, मैंने कहा मुझे वैसा ही गुरूद्वारा बनाना है,जो गुरूनानक देव जी के समय था। मेरे पास उसके बनाने वाले लोग नहीं थे, मैंने देश भर में खोजा, उसके लिए मैं मिट्टी लाया, उन आर्टिजन को लाया जो बना सकते थे औऱ आपको खुशी होगी, आज कच्छ के रेगिस्तान में आखिरी गांव, लखपत में मैंने वैसा ही गुरूद्वारा बना दिया जैसा पहले था। औऱ आज मैं उसका विस्तार भी कर रहा हूं। वहां कोई वोट ओट नहीं है। ये वोट के लिए मोदी नहीं करता है। श्रद्धा है इसलिए कर रहाहै। गुरूओं के त्याग औऱ बलिदान के प्रति मोदी का सिर झुकता है इसलिए मोदी ये कर रहा है। सबका साथ-सबका विकास की यही भावना BJP-NDA की पहचान है।

भाइयों और बहनों,

इंडी-गठबंधन वालों के लिए अपने वोटबैंक का तुष्टिकरण ही सबसे बड़ा लक्ष्य है। बंटवारे से पीड़ित दलित भाई- बहनों को, सिख भाई-बहनों को मोदी भारत की नागरिकता दे रहा है। आप सोचिए, आजादी के इतने साल हुए, मेरे सैकड़ों सिक्ख परिवार हैं जिनको नागरिकता नहीं दी गई औऱ आप थोक बन वोट देते रहे। क्या पाया आप लोगों ने? सोचिए, साफ साफ बात करने वाला मिलेगा नहीं आपको। इसलिए आज मैं कह रहा हूं, ये लोग CAA का विरोध कर रहे हैं। अगर ये CAA का विरोध करेंगे, तो मेरे सिक्ख भाई बहन जो अफगानिस्तान में, बांग्लादेश में अन्य देशों में प्रताड़ित होते हैं, वापिस आते हैं कौन संभालेगा उनको। मैं उसे मेरा कर्त्वय मानता हूं। इसलिए मैंने उनको नागरिकता देने का कानून बनाया है। वोट पाने के लिए नहीं बनाया है। और ये इंडी अलायंस वाले देख लिजिए CAA के नाम पर दंगे कराए, औऱ ये आज भी कह रहे हैं कि वापिस आएगें तो CAA को खत्म कर देंगे। आप मुझे बताइए, क्या बंटवारे के पीड़ित सिखों को भारत की नागरिकता देना गलत है क्या? देनी चाहिए कि नहीं देनी चाहिए? मोदी सही कर रहा है कि नहीं कर रहा है?

साथियों,

गुरुओं ने हमें सामाजिक न्याय की सीख दी है। इसलिए भाजपा, दलितों-पिछड़ों के सच्चे सामाजिक सशक्तिकरण पर बल दे रहा है। मोदी ने देश और दुनिया में बाबा साहेब आंबेडकर को समर्पित पंचतीर्थ बनाए हैं। संत रविदास के अनुयायियों का तो बार-बार मुझे बनारस में स्वागत करने का अवसर मिलता है। और अभी मध्यप्रदेश में,जहां हमारी सरकार है, संत रविदास जी का भव्य मंदिर बना रहे हैं, हम। काशी में रविदास जी की जन्मस्थली का विकास किया जा रहा है। गरीब का ये बेटा,हर गरीब की चिंता करता है। हर ज़रूरतमंद को मुफ्त अनाज मिलता रहेगा, इसके लिए मैंने मुफ्त राशन की योजना चलाई है। मोदी 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दे रहा है। मोदी ने जल जीवन मिशन शुरू किया है ताकि आपको घर में नल से शुद्ध पानी मिले। इससे प्रदूषित पानी से होने वाली अनेक घातक बीमारियों पर भी रोक लगी है।

साथियों,

पंजाब को पांच नदियों का आशीर्वाद मिला है। यहां के किसान मिट्टी से सोना पैदा करते हैं, लेकिन ये इंडी वाले किसानों से भी झूठ बोलते हैं। इन्होंने किसानों से किया एक वायदा, पूरा नहीं किया है। ये भाजपा है, जो किसान कल्याण को प्राथमिकता देती है। बीते 10 साल में पंजाब से गेहूं और धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है। 10 साल में हमने MSP में ढ़ाई गुणा वृद्धि की। यहां पंजाब के हर किसान को पीएम किसान सम्मान निधि के करीब 30 हजार रुपए, एक एक किसान को 30 हजार रूपए मिल चुके हैं। केमिकल खेती से धरती मां को बचाने के लिए हमारी सरकार नैचुरल फार्मिंग पर भी जोर दे रही है।

साथियों,

भारत तभी विकसित होगा जब पटियाला जैसे हमारे सेंटर विकसित होंगे। आने वाले 5 साल में भारत एक बड़े मैन्युफेक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। इसका सीधा लाभ, पंजाब को औऱ पटियाला जैसे शहरों को होने वाला है। हमने एजुकेशन सेक्टर को विदेशी संस्थानों के लिए खोल दिया है। इससे अब विदेशी यूनिवर्सिटीज़ भी देश में कैंपस खोल रही हैं। इसका लाभ भी पटियाला जैसे एजुकेशन हब को होगा। ये तो स्पोर्ट्स का एक बड़ा सेंटर है। मोदी, का संकल्प भारत को खेल महाशक्ति बनाने का है। 2029 जब यूथ ओलंपिक होगा, 2036 जब ओलंपिक होगा, भारत तैयारी कर रहा है, ये ओलंपिक हिन्दुस्तान की धरती पर हो। और इसलिए खिलाड़ियों और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर इतना खर्च किया जा रहा है। भारत में ओलंपिक्स हों इसके लिए हम पूरी तैयारी कर रहे हैं। इससे देश में स्पोर्ट्स इकॉनॉमी का निर्माण होगा, नई नौकरियां, नए रोजगार बनेंगे।

 

भाइयों और बहनों,

एक जून को आपको विकसित पंजाब के लिए, विकसित भारत के लिए वोट करना है। पटियाला से परणीत कौर जी, फतेहगढ़ साहिब से गेजा राज वाल्मीकि जी, संगरूर से अरविंद खन्ना जी, भटिंडा से परमपाल कौर सिद्धू जी, फरीदकोट से हंसराज हंस जी को ज्यादा से ज्यादा वोट से विजयी बनाएं। औऱ आप जब इनको वोट देते हैं न, तो वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाता है। औऱ इसलिए मैं आज पंजाब की धरती से, मेर ये पहली चुनाव सभा से, सभी पंजाब के नागरिकों को आग्रह करता हूं कि हमें पंजाब को बदलना है। हमें पंजाब को नई ऊंचाईयों पर ले जाना है। हमें पंजाब को वो पुराना गौरव वापिस लौटाना है। औऱ ये काम सिर्फ औऱ सिर्फ भाजपा कर सकती है। मैं आपका साथ चाहता हूं, मैं आपका आशिर्वाद चाहता हूं, औऱ मैं आपको वादा करता हूं कि ये मोदी की गारंटी है कि आपका सपना, आफका सपना ये मोदी का संकल्प है। मेरा पल पल आपके लिए, मेरा पल पल देश के लिए। टेवेंटी फोर बाई सेवन फॉर टेवेंटी फोरटी सेवन, ये मोदी की गारंटी है। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत बहुत धन्यवाद !

Explore More
৭৮ তম স্বাধীনতা দিবস উপলক্ষ্যে নয়াদিল্লির লালকেল্লার প্রাকার থেকে প্রধানমন্ত্রীর ভাষণ ১৫ই আগস্ট , ২০২৪

জনপ্রিয় ভাষণ

৭৮ তম স্বাধীনতা দিবস উপলক্ষ্যে নয়াদিল্লির লালকেল্লার প্রাকার থেকে প্রধানমন্ত্রীর ভাষণ ১৫ই আগস্ট , ২০২৪
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।