বিজেপির সংকল্প কর্ণাটককে ভারতের এক নম্বর রাজ্যে পরিণত করা। সেজন্য ডবল ইঞ্জিনের বিজেপি সরকার নির্বাচন করা গুরুত্বপূর্ণ: কোলারে প্রধানমন্ত্রী মোদী
কংগ্রেস শুধু দুর্নীতির উপর ভরসা করে। এই কারণেই তারা কখনই দুর্নীতির বিরুদ্ধে কাজ করবে না: কোলারে প্রধানমন্ত্রী মোদী

भारत माता की। भारत माता की।
‘चिन्नादा नाडु’ कोलारदा जनतेगे, नन्ना नमस्कारगालु!

भाइयों और बहनों
आज इतनी बड़ी संख्या में, और मैं देख रहा हूं पंडोल के बाहर इससे भी डबल लोग खड़े हैं। इतनी बड़ी संख्या में आपका यहां आना, आज कांग्रेस और जेडीएस दोनों की नींद उड़ाने वाला है। कर्नाटका के विकास में ये दोनों पार्टियां ही सबसे बड़ा रोड़ा हैं, सबसे बड़ा अवरोध हैं। कांग्रेस और जेडीएस, मिलकर चाहे जितना खेल लें, लेकिन कर्नाटका की जनता उन्हें क्लीन बोल्ड करने जा रही है। कर्नाटका के लोगों ने तय कर दिया है, बड़े विश्वास से तय कर दिया है। अनुभव के आधार पर तय कर दिया है- ई बारिया निर्धारा, बहुमतदा बीजेपी सरकारा !

भाइयों और बहनों,
कर्नाटका का ये चुनाव सिर्फ आने वाले 5 वर्षों के लिए एमएलए, मंत्री या सीएम बनाने का सिर्फ नहीं है। ये चुनाव आने वाले 25 सालों में विकसित भारत के रोडमैप की नींव को सशक्त करने का है। अस्थिर सरकार इस तरह के बड़े विजन पर कभी काम नहीं कर सकती। अस्थिर सरकारों का कितना नुकसान होता है, ये आपने देखा है। अस्थिर सरकारों की पहचान है- जनता के हित वाले निर्णय में देरी करना और भ्रष्टाचार में उतनी ही तेजी करना। हमें कर्नाटका को अस्थिर सरकार से बचाना है। हमें कर्नाटका को कांग्रेस औऱ जेडीएस के भ्रष्टाचारी शिकंजे से बचाना है। आपने देखा है, आपने केंद्र में अनेकों दशकों बाद, एक स्थिर और मजबूत सरकार बनाई तो क्या परिणाम आया। केंद्र की बीजेपी सरकार ने ऐसे-ऐसे बड़े काम किए जो कई दशकों से पेंडिंग थे। 2014 से पहले के करप्शन काल में, कांग्रेस सरकार के कालखंड में दुनिया, भारत से सारी उम्मीदें छोड़ चुकी थीं। बीजेपी को दिए आपके एक वोट ने सारी स्थिति बदल दी। आज भारत की प्रतिष्ठा बुलंदी पर है, अर्थव्यवस्था की गति तेज़ है और दुनिया भारत को ब्राइट स्पॉट बता रही है। भारत ने जिस मजबूती से कोरोना का मुकाबला किया है, उसकी चर्चा पूरी दुनिया में है। भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाकर अपना सामर्थ्य दिखा दिया है। और हिंदुस्तान के करोड़ों लोगों को मुफ्त वैक्सीन दिया है।

भाइयों और बहनों,
बीजेपी का संकल्प, कर्नाटका को, भारत का नंबर वन राज्य बनाने का है। इसलिए कर्नाटका में डबल इंजन की सरकार जरूरी है। जितने दिन यहां बेंगलुरू में कांग्रेस-जेडीएस का गठबंधन रहा, कर्नाटका के विकास पर भी ब्रेक लग गया। जब कर्नाटका में डबल इंजन की सरकार बनी, तब यहां के विकास ने नई गति पकड़ी। साथियों, जैसे आपने केंद्र में तेज गति वाला इंजन लगा रखा है, तो कर्नाटका में भी वैसा ही इंजन बने रहना जरूरी है। कांग्रेस का कमजोर और Outdated इंजन, कभी कर्नाटका का विकास नहीं कर सकता।

साथियों,
डबल इंजन सरकार आधुनिक कनेक्टिविटी के लिए जो काम कर रही है, वो इस पूरे क्षेत्र में नई संभावनाएं बनाएगा। बैंगलुरू-चेन्नई एक्सप्रेसवे, जो यहां के किसानों और इंडस्ट्री, दोनों के लिए नए अवसर बनाएगा, उस पर तेज़ी से काम चल रहा है। मल्टीनेशनल कंपनियां कोलार जैसे जिलों में भी आएं, यहां इंडस्ट्री का विस्तार हो, ये भी हमारा प्रयास है। अच्छी कनेक्टिविटी से कितना लाभ होता है, इसका एक उदाहरण फेमस मुलबागल डोसा भी है। अच्छी कनेक्टिविटी ने इस डोसे का स्वाद दूर-दूर तक पहुंचा दिया है।

साथियों,
आजकल कांग्रेस ने फिर अपनी झूठी गारंटी का बंडल निकाल लिया है। कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड है कि वो कभी अपनी कोई गारंटी पूरी नहीं करती। 2005 में कांग्रेस ने देश के लोगों को गारंटी दी थी कि वो साल 2009 तक, हर घर तक बिजली पहुंचा देगी। कांग्रेस ने 2014 तक शासन किया। उनके पास अपनी दी हुई गारंटी को पूरा करने के लिए करीब एक दशक का समय था। दस साल थे। 2014 में जब हमने सरकार बनाई तो हम दंग रह गए। हर घर तक तो बिजली छोड़िए, कांग्रेस ने हर गांव तक भी बिजली नहीं पहुंचाई थी। देश में दूर-दराज के, गरीब और पिछड़े इलाकों के 18 हजार गांव ऐसे थे, जहां बिजली नहीं पहुंची थी। देश में ढाई करोड़ से ज्यादा घर भी बिना बिजली के अंधेरे में थे। बीजेपी सरकार ने प्रण लिया और हमने सिर्फ एक हजार दिन में, एक हजार दिन में 18 हजार गांवों तक और ढाई करोड़ लोगों तक बिजली पहुंचाकर दिखाई। गारंटी दी कांग्रेस ने। धोखा दिया कांग्रेस ने। और काम पूरा किया भाजपा ने। काम पूरा किया। काम पूरा किया। काम पूरा किया।

साथियों,
जब कोई पार्टी अपने मैनिफेस्टो में कुछ लिखती है तो वो किसी संकल्प से कम नहीं होता है। जनता-जनार्दन को दिया हुआ वादा होता है। उसमें धोखा करना बहुत बड़ा पाप होता है। साथियों, ये किसानों का क्षेत्र है। मैं आपको एक और गारंटी के बारे में बताता हूं जो कांग्रेस ने किसानों को दी थी। और वो भी 2004 में, आज से करीब-करीब 20 साल पहले। अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने किसानों से वादा किया था कि वो किसानों के लिए direct income support scheme लागू करेगी। किसानों ने उन्हें वोट दिया। लेकिन वोट पाने के बाद कांग्रेस ने हाथ ऊपर कर लिए। 2009 में, उनके मैनिफेस्टो में फिर से वही वादा किया गया। उन्हें ये वादा पूरा करने के लिए 5 और 5 दस साल मिल गए। 2014 का चुनाव आ गया, लेकिन उन्होंने अपनी गारंटी को ठंडे बस्ते में डाल दिया। अपना वादा पूरा नहीं किया। ये बीजेपी की सरकार है जिसने पीएम-किसान सम्मान निधि जैसी योजना लागू की। हमारी सरकार अब तक किसानों के बैंक खातों में ढाई लाख करोड़ रुपया, याद रहेगा दोस्तों, ढाई लाख करोड़ रुपया, कितना... जरा जोर से बोलिए..कितना... ढाई लाख करोड़ रुपया सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर कर चुकी है। गारंटी दी कांग्रेस ने। धोखा दिया कांग्रेस ने। लेकिन काम पूरा किया। काम पूरा किया। काम पूरा किया। काम पूरा किया किया बीजेपी ने।

भाइयों और बहनों,
कांग्रेस सरकार ने कभी भी किसानों की परवाह नहीं की। लेकिन बीजेपी सरकार, बीज से बाजार तक किसानों के लिए काम कर रही है। केंद्र सरकार, पीएम किसान सम्मान निधि के जो पैसे भेजती है उसमें यहां की बीजेपी सरकार 4 हजार रुपए और जोड़ देती है। इससे कर्नाटका के लाखों किसान परिवारों के बैंक अकाउंट में 18 हजार करोड़ रुपए पहुंचे हैं। इसके साथ-साथ कोल्ड स्टोरेज, फूड पार्क और मेगा टेक्सटाइल पार्क का जो विस्तार हो रहा है, वो भी कर्नाटका के किसानों की बहुत मदद करने वाला है।

भाइयों और बहनों,
कांग्रेस और उसके शाही परिवार से देश का विश्वास क्यों टूटा है, इसका भी एक कारण है। कांग्रेस की पहचान, हमेशा से Eighty Five परसेंट कमीशन खाने की रही है। कांग्रेस के शासन में उसके सबसे बड़े नेता, कांग्रेस के उस समय के प्रधानमंत्री गर्व से कहते थे कि वो दिल्ली से 1 रुपया भेजते हैं और ज़मीन पर 15 पैसा पहुंचता है। गरीब के हक का 85 पैसा कांग्रेस का पंजा छीन लेता था। ये बीजेपी का आरोप नहीं है, बल्कि ये कांग्रेस ने जिन्हें प्रधानमंत्री बनाया उनका सार्वजनिक कबूलनामा है। Eighty Five परसेंट कमीशन खाने वाली कांग्रेस, कभी कर्नाटका का विकास नहीं कर सकती।

साथियों,
आज दिल्ली से बीजेपी की केंद्र सरकार जितना पैसा भेजती है, वो हर लाभार्थी तक Hundred percent पहुंचता है, शतप्रतिशत पहुंचता है। पिछले 9 वर्षों में हमने डिजिटल इंडिया की ताकत से अलग-अलग योजनाओं के 29 लाख करोड़ रुपए, 29 लाख करोड़ रुपए गरीबों के बैंक खातों में भेजे हैं। अगर Eighty Five परसेंट कमीशन खाने वाली कांग्रेस ही बनी रही इसमें से 24 लाख करोड़, 24 लाख करोड़ रुपए कभी गरीब तक नहीं पहुंच पाते। और आप सोचिए, हमारी सरकार तो 9 साल पहले आई है। उससे पहले कितने लाखों करोड़ रुपए कांग्रेस नेताओं ने अपनी तिजोरी में भरे हैं।

साथियों,
कांग्रेस ने गरीब, SC/ST/OBC के साथ, महिलाओं के साथ हमेशा अन्याय किया है। लेकिन आज मैं कर्नाटका की जनता का आभार व्यक्त करूंगा कि उसके एक वोट ने सारी स्थितियां बदलनी शुरू कर दीं। आपने अपने एक वोट से वंचितों के खिलाफ अन्याय को दूर किया। आपके एक वोट से पहली बार लाखों SC/ST/OBC परिवारों को पक्का घर मिला। आपके एक वोट से पहली बार 10 करोड़ से ज्यादा लोगों को टॉयलेट की सुविधा मिली। आपके एक वोट से पहली बार 9 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला। आपके एक वोट से पहली बार ढाई करोड़ लोगों को बिजली कनेक्शन मिला। आपके एक वोट ने कोरोना के संकटकाल में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन सुनिश्चित कराया। बीजेपी, तुष्टिकरण के बजाय संतुष्टिकरण पर फोकस करती है। बीजेपी सरकार के लाभार्थियों का प्रचंड विश्वास, शाही-परिवार की हर झूठी गारंटी पर भारी पड़ने वाला है।

भाइयों और बहनों,
कांग्रेस, भ्रष्टाचार में ही फलती-फूलती है, इसलिए वो कभी भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई कर ही नहीं सकती। कांग्रेस ऐसी कोई योजना बना ही नहीं सकती जिसमें घोटाले ना हों। आज भी कांग्रेस के शाही परिवार और उसके करीबी लोग हजारों करोड़ के घोटाले में जमानत पर बाहर हैं। आप सोचिए, जो लोग करप्शन के आरोप में स्वयं जमानत पर बाहर हैं, वो आज कर्नाटक में आकर उपदेश दे रहे हैं। जिसके शीर्ष नेता ही भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हों, जिस शाही परिवार के सदस्य जमानत पर बाहर हों, वो कांग्रेस भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर सकती। मैं आपको एक आंकड़ा दूंगा। 2014 से पहले के 9 वर्षों में कांग्रेस सरकार के दौरान भ्रष्टाचारियों की सिर्फ 5 हज़ार करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई थी। जबकि बीते 9 वर्षों में देश को लूटने वालों की 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति बीजेपी सरकार जब्त कर चुकी है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध सबसे तेज प्रहार बीजेपी ही कर सकती है।

साथियों,
आज जब मैं करप्शन के खिलाफ कार्रवाई कर रहा हूं, तो सबसे ज्यादा तकलीफ कांग्रेस को हो रही है। और इसीलिए कांग्रेस की दिनों दिन मुझसे नफरत भी और बढ़ गई है। इन्होंने मुझ पर हमला औऱ बढ़ा दिया है। ये लोग आजकल धमकी दे रहे हैं, कांग्रेस के लोग धमकी दे रहे हैं, वो कह रहे हैं...कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। अब कर्नाटका चुनाव में इनका सबसे बड़ा मुद्दा क्या है, चुनाव में कांग्रेस का सबसे बड़ा मुद्दा सांप है सांप। सांप के ज़हर का है। मेरी तुलना ये लोग सांप से कर रहे हैं और जनता से वोट मांग रहे हैं। लेकिन भाइयों-बहनों, सांप तो भगवान शंकर के गले की शोभा है। मेरे लिए देश की जनता, ईश्वर का रूप है, शिव का ही स्वरूप है। इसलिए ईश्वर रूपी जनता के गले का सांप होना भी मुझे स्वीकार है। लेकिन मैं जानता हूं, संतों और संस्कारों की धरती कर्नाटका के लोग कांग्रेस के इस गाली-गलौच का चोटभरा जवाब वोट के माध्यम से देकर के उनके इन सारे मंसूबों को चूर-चूर कर देंगे। ये नाराजगी, ये जनता जनार्दन का गुस्सा, कांग्रेस के खिलाफ 10 मई, 10 मई को पोलिंग बूथ पर बढ़-चढ़कर निकलने वाला है।

भाइयों और बहनों,
आपको याद रखना है- ई बारिया निर्धारा, बहुमतदा बीजेपी सरकारा ! ये बात घर-घर पहुंचाओगे, घर-घर जाओगे। मतदाताओं को मिलोगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराओगे, दिन रात मेहनत करोगे, हाथ ऊपर करके बताइए पक्का करोगे, सब लोग करोगे। अच्छा एक मेरा काम करोगे क्या। एक मेरा काम करोगे क्या। पर्सनल काम है मेरा, करोगे। हाथ ऊपर करके बताइए... करोगे। सब कोई करेंगे। पक्का करेंगे। देखिए एक काम करना है और मेरे लिए करना है। मोदी के लिए करना है...करोगे ना। पक्का करोगे। देखिए आप घर-घर जाइए। हर मतदाता के पास जाइए। और उनको हाथ जोड़कर के बताइए कि दिल्ली से प्रधान सेवक मोदी कोलार आए थे। और मोदी ने आपको प्रणाम भेजा है, नमस्कार भेजा है। मोदी आपका आशीर्वाद मांगते हैं। ये बताओगे। हर घर मेरा नमस्कार पहुंचाओगे। हर घर मेरा प्रणाम पहुंचाओगे। हर व्यक्ति से मेरे लिए आशीर्वाद लाओगे। ये जनता जर्नादन का आशीर्वाद मुझे देश के लिए काम करने की एक ऊर्जा देता है, आत्मविश्वास देता है, शक्ति देता है। और इसीलिए मुझे कर्नाटका के हर भाई-बहन का आशीर्वाद चाहिए ताकि मैं कर्नाटका की सेवा कर सकूं, देश की सेवा कर सकूं।

भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
बहुत-बहुत धन्यवाद !

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।