Workers of all family-run parties in country are at peak of despair: PM Modi in Kendrapara, Odisha
Odisha has given bumper voting for BJP's MPs and MLAs in every phase: PM Modi in Kendrapara, Odisha

जय जगन्नाथ..

जय जगन्नाथ,

जय श्री राम..

जय श्री राम।

ऐठी उपस्थित भाई अउ भौनी मननकू मोर नमस्कार। (मैं देख रहा हूं यहां एक माता जी एक छवि लेकर आई है इस उम्र में भी वो कब से ऐसे ही खड़ी है मां मैं आपको प्रणाम करता हूं। अच्छा जो लोग कुछ ना कुछ चित्र यहां तो हर घर में कला है जरा एसपीजी के लोग एक के बाद एक जो लोग लाए हैं उनसे ले लीजिए अगर आपने पीछे अपना नाम- पता लिखा है तो मैं जरूर आपको धन्यवाद का पत्र भेजूंगा। सबसे ले लीजिए, बड़े प्यार से लाए हैं, वहां पीछे भी बहुत लोग हैं अगर यहां के सिक्योरिटी वाले मदद करके इन बच्चों को अगर उनकी बड़ी इच्छा होगी मेरे तक पहुंचने की जरा पीछे काफी बच्चे हैं जो बहुत कुछ अच्छे-अच्छे चित्र बना करके ले आए हैं ये कला का भी सम्मान है, ये नई पीढ़ी के प्रति मेरा प्यार भी है और मेरी नई पीढ़ी की जागरूकता का मुझे आनंद भी है। शाबाश, ये कलेक्ट कर लीजिए भाई देखिए कैसा बढ़िया राम और लक्ष्मण को बना कर के लाए हैं परमात्मा आप सबको इस कला साधना में बहुत शक्ति दें और कला साधना में बहुत आगे बढ़ें आप लोग ये मेरे लिए छोटी चीजें नहीं हैं मैं जब रात को जाता हूं तो इसे एक-एक को मैं देखता हूं और मेरे मन को छू लेता है जरा उधर से भी देखिए ये बच्चे कुछ ना कुछ लेकर आए हैं जरा पीछे से ले लीजिए भाई मेरी कोई मदद कीजिए एकदम पीछे जो है देखिए प्यार मेरे जीवन में बहुत मूल्यवान है जी मैं इस प्यार को कभी भूल नहीं सकता हूं बोलिए भारत माता की.. भारत माता की.. भारत माता की)

साथियों,

2024 का चुनाव का कल शाम 5 बजे प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा, पूरे देश का चुनाव प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा। आज 2024 की मेरी जो चुनावी सभाएं रही हैं ओडिशा में भी अनेक बार आया हूं, आज ओडिशा की मेरी ये आखिरी सभा है और ये सुखद है कि भगवान बलदेव और माता सुभद्रा के आशीर्वाद के साथ ये पड़ाव खत्म हो रहा है, मैं इसको पड़ाव इसलिए कह रहा हूं क्योंकि 4 जून के बाद ओडिशा विकास के एक नए सफर पर निकलने वाला है और आज मैं आपके बीच आया हूं, इस पवित्र भूमि पर आया हूं तो एक चीज देने के लिए आया हूं और एक लेने के लिए आया हूं जो लेने के लिए आया हूं वो आपने मुझे देना पड़ेगा और जो देने के लिए आया हूं वो मैं आपको बता दूंगा, बताऊं जो लेने के लिए आया हूं आप देंगे देखिए सबसे पहले मैं लेने वाली बात कर दूं, मैं आप सबसे आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं और मैं आपको देने के लिए आया हूं 10 जून का निमंत्रण, 10 जून को भाजपा का मुख्यमंत्री ओडिशा में शपथ लेगा और भाजपा का मुख्यमंत्री वो उड़िया की मिट्टी में पला- बड़ा यहीं का बेटा या बेटी होगी। साथियों, ओडिशा उस टोली से मुक्ति चाहता है जो ओडिशा सरकार और ओडिशा की संस्कृति पर कब्जा करना चाहती है और इसलिए ओडिशा ने तय कर दिया है, ओडिशा में डबल इंजन की सरकार..

भाइयों और बहनों,

ओडिशा ही नहीं पूरे देश ने तीसरी बार एक मजबूत सरकार पर मोहर लगा दी है। देश ने कांग्रेस के 60 साल और भाजपा के 10 साल का काम देखा है, 10 साल पहले तक भारत में दुनिया के सबसे बड़े घोटालों की खबरें आती थीं लेकिन हमारे 10 साल में सबसे बड़े और सबसे ऊंचे निर्माण की खबरें आती हैं, आज दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत में है, आज दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग भारत में है, एशिया के सबसे बड़े समुद्र सेतु में से एक अटल सेतु आज भारत में है, दुनिया की सबसे ऊंची टनल में से एक अटल टनल आज भारत में है, 10 साल में हमने नया संसद भवन बना करके देश को अर्पित किया है, 10 साल में हमने शहीदों के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल बनाया, कुछ लोगों को लगता होगा मोदी जी ये नेशनल वॉर मेमोरियल मतलब क्या है देश आजाद होने के बाद और खास करके 62 की लड़ाई के बाद हमारे देश की सेना बार-बार मांग कर रही थी कि जो वीर जवानों ने बलिदान दिए हैं हमारा देश का अपना एक शहीद स्मारक होना चाहिए, वॉर मेमोरियल होना चाहिए, आजादी के 70 साल बीत गए जिनके दिल- दिमाग में सेना के प्रति घोर नफरत पड़ी है उस कांग्रेस ने वॉर मेमोरियल नहीं बनाया ये आपका सेवक जब दिल्ली पहुंचा तो मैंने काम तय कर लिया कि मैं देश के जवानों की शहादत का सम्मान करूंगा और आज वॉर मेमोरियल बन गया, 10 साल में हमने बाबा साहेब अंबेडकर को समर्पित पंच तीर्थ बनाए, 10 साल में हमने भगवान बिरसा मुंडा का स्मारक बनाया, हमने दिल्ली में कर्तव्य पथ पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की, हमने अंडमान के द्वीपों के नाम देश के परम वीर चक्र विजेता के नाम पर रखें, इन्हीं 10 सालों में देश को राष्ट्रीय शिक्षा नीति मिली, इन्हीं 10 सालों में अंग्रेजों के बनाई दंड संहिता की जगह भारतीय न्याय संहिता मिली। भाइयों और बहनों, ये लिस्ट बहुत लंबी है लेकिन जो मैं बता रहा हूं ना ये तो ट्रेलर है ट्रेलर, आने वाले 5 साल तेज विकास के होंगे, भव्य निर्माण के होंगे, आने वाले 5 साल भारत को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करने वाले होंगे, आने वाले पांच साल भारत की संस्कृति और सामर्थ्य से विश्व को सराबोर करने वाले होंगे।

भाइयों और बहनों,

चार जून के बाद जो 6 महीने हैं उसमें देश विकास की एक नई रफ्तार पकड़ेगा लेकिन इसके अलावा 6 महीने राजनीति में भी नया तूफान लाने वाले हैं। देश में जितनी भी परिवारवादी पार्टियां हैं उनके कार्यकर्ताओं में निराशा चरम पर है, बार-बार फेल होने वाले परिवारवादी नेताओं से उनके ही लोग सवाल पूछ रहे हैं इसलिए अगले 6 महीने में हम परिवारवाद पार्टियों में एक नया बिखराव देखेंगे, बिखर जाएगी। जय श्री राम..

साथियों,

देश को तोड़ने का सपना देख रही पार्टियों को उनके कार्यकर्ता ही तोड़ देंगे। साथियों, ओडिशा की राजनीति में भी नया भूचाल देखने को मिलने वाला है। जिस तरह से BJD के भीतर राजनीति हो रही है, उसका विस्फोट होते हुए हम देखेंगे। ओडिशा ने हर चरण में भाजपा के MP और भाजपा के MLA के लिए बंपर वोटिंग की है। ओडिशा ने 25 साल बाद बदलाव के लिए वोट किया है। ओडिशा ने दादन शासन को हटाने के लिए और ओडिशा को विकसित बनाने के लिए वोट किया है। ओडिशा ने भ्रष्टाचार राज को हटाने के लिए वोट किया है। ओडिशा ने महाप्रभु के श्री रत्न भंडार को लेकर जो आशंकाएं हैं, उनको हटाने के लिए वोट दिया है। भाजपा आएगी और श्री जगन्नाथ मंदिर के सभी 4 द्वार भक्तों के लिए खोले जाएंगे इसलिए ओडिशा भाजपा को वोट दे रहा है।

साथियों,

ओडिशा का चौतरफा विकास, ये मेरा कमिटमेंट है। आपका जीवन आसान बने, आपकी चिंताएं खत्म हो, ये मोदी का संकल्प है और इसलिए ही ओडिशा से भाजपा ने बहुत ठोस वायदे किए हैं और मुझे खुशी है कि ओडिशा और भाजपा ने मिलकर एक नया इतिहास रचने की तरफ कदम बढ़ाया है। ओडिशा भाजपा ने हमारे किसान भाई- बहनों 3100 रुपए के धान MSP के लिए निर्णय किया है और इसलिए हमारा किसान वोट कर रहा है। ओडिशा की बहनों ने बड़ी आर्थिक मदद देने वाली सुभद्रा योजना के लिए वोट दिया है। ओडिशा की बहनों ने मोदी की लखपति दीदी वाली गारंटी के लिए वोट दिया है। ओडिशा के हर गरीब ने हमें इसलिए वोट दिया है ताकि यहां इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना लागू हो। ओडिशा के हर परिवार ने इसलिए भाजपा को वोट दिया है ताकि 70 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों का इलाज मुफ्त में हो, फ्री में हो। ओडिशा के हर परिवार ने इसलिए भाजपा को वोट दिया है ताकि पीएम सूर्यघर योजना से उनका बिजली का बिल ज़ीरो हो और सरकार को बिजली बेचकर हर महीने ढाई-तीन हजार रुपए अलग से कमा सकें, ये मोदी की योजना है।

साथियों,
यहां पक्का घर देने की योजना में BJD ने कितना बड़ा घोटाला किया, ये आप भी जानते हैं। ओडिशा ने भाजपा को इसलिए वोट दिया है ताकि उनका पक्का घर, पक्का हो जाए, निश्चिंत हो जाए कि पक्का घर मिलेगा। अच्छा मेरा एक काम करोगे आप लोग जरा हाथ ऊपर करके बताइए करोगे देखिए अभी आप अलग-अलग इलाके में जाएंगे, लोगों से मिलेंगे जहां भी आपको झुग्गी- झोपड़ी में रहने वाले लोग नजर आ जाए, कच्चे- मिट्टी के घर में रहने वाले नजर आ जाए तो उनका नाम- पता लिख कर के मुझे भेज देना और उनको कह देना, उनको कह देना कि मोदी अपने तीसरे टर्म में आपके लिए पक्का घर बना देगा, ये बता देंगे, बता देंगे। देखिए आप बिल्कुल झिझकना मत मेरे लिए तो आप ही मोदी है, आप ही मोदी है।

साथियों,

ओडिशा में पानी है लेकिन किसान के खेत सूखे हैं ये हालात बदलने के लिए ओडिशा में परिवर्तन के लिए वोट दिया है। मोदी दिल्ली से हर घर नल से जल देने में जुटा है, यहां सबको नल नहीं मिला इस स्थिति को बदलने के लिए ओडिशा वोट दे रहा है। ओडिशा मोदी की मुफ्त चावल योजना में भी बीजेडी की लूट को खत्म करने के लिए वोट दे रहा है। ओडिशा का किसान हो या नौजवान, बेटी हो या बुजुर्ग हर कोई कह रहा है उड़ीसा रे प्रथम थर हेब...डबल इंजीन सरकार। ओडिशा ने ठान लिया है एक पदम् दिल्ली के लिए और एक पदम् भुवनेश्वर के लिए क्योंकि दुइ थरा पद्मा, दुइ गुना विकास। आप बोलेंगे दुइ थरा पद्मा.. दुइ थरा पद्मा.. दुइ थरा पद्मा.. दुइ थरा पद्मा.. दुइ थरा पद्मा।

साथियों,

आज मैं एक ऐसा भी विषय उठा रहा हूं जिसकी चर्चा आज ओडिशा के घर-घर में है ये विषय नवीन बाबू के स्वास्थ्य से जुड़ा है जो नवीन बाबू के हितैषी है वो आज उनकी तबीयत को लेकर चिंता में है कई ऐसे लोग जो वर्षों से नवीन बाबू को जानते हैं वो मुझे बताते हैं कि अब नवीन बाबू के लिए कई प्रकार की कठिनाइयां हैं और इसलिए उनको कई प्रकार की कठिनाइयां हैं इन लोगों को ये भी शंका है कि उनकी तबीयत बिगड़ने के पीछे कोई साजिश हो सकती है, शायद उम्र में वो मुझसे छोटे हैं, उम्र में मैं उनसे बड़ा हूं तो लोगों का चिंता होना बहुत स्वाभाविक है इस आशंका को लेकर बीजेपी बहुत गंभीर है, भाजपा ने तय किया है कि ओडिशा में भाजपा सरकार बनने के बाद इस मामले की जांच होगी, एक स्पेशल कमेटी का गठन किया जाएगा ये कमेटी सारी सच्चाई सामने लाएगी कि अचानक उनकी तबीयत ऐसी कैसे गिर रही है?

भाइयों और बहनों,

केंद्रपाड़ा सहित पूरे ओडिशा की सबसे बड़ी ताकत यहां की कोस्टलाइन है। आज भारत एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर तेज़ी से काम कर रहा है। पूर्वी एशिया के साथ कनेक्टिविटी, ट्रेड और टूरिज्म पर हमारा बहुत फोकस है। ये आपका अद्भुत प्यार 10 जून को क्या होने वाला है इसका ये सबूत है। साथियों, ऐसे में हम पारादीप जैसे हमारे बड़े बंदरगाहों को ट्रांसफॉर्म करने पर बल दे रहे हैं। बीते 10 वर्षों में मोदी सरकार ने देश के पोर्ट्स का कायाकल्प किया है। इसकी प्रशंसा आज पूरी दुनिया कर रही है। पारादीप पोर्ट आज देश के उन बंदरगाहों में से एक है जो सबसे ज्यादा कार्गो हैंडल कर रहा है। यहां सैकड़ों करोड़ रुपए के निवेश से नए बर्थ जोड़े जा रहे हैं। हरिदासपुर-पारादीप रेल लाइन बनने से यहां का जीवन बहुत आसान हुआ है। यहां जब भाजपा सरकार बनेगी तो कनेक्टिविटी के हर प्रोजेक्ट और तेज़ी से पूरे होंगे।

भाइयों और बहनों,

मुझे जो कुछ करना है वो आपके लिए ही करना है। आप ही मेरी विरासत हैं। आप जितने ज्यादा MLA जिताएंगे उतनी ही ताकत आप मोदी को देंगे। मैं हमारे जो एमएलए उम्मीदवार है उनसे आग्रह करूंगा जरा आगे आ जाए सब वहां सारे जो एमएलए के कैंडिडेट हैं और आप मेरे मित्र बैजयंत जी को तो अच्छे से जानते ही हैं, ये बहुत कर्मठ और निष्ठावान इंसान हैं, इनको रिकॉर्ड मतों से विजय बनाना है और आप जब कमल पर बटन दबाएंगे ना तो ये सीधा मेरे खाते में जाएगा तो भाजपा को जिताएंगे। अच्छा मैं मेरा भाषण करने से पहले मैं दो मिनट वहां जाकर के आता हूं फिर मैं आगे अपना भाषण चलाऊंगा तो आप गांव- गांव जाएंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे, मतदान कराएंगे, सारे पोलिंग बूथ जीतेंगे। अच्छा मेरा एक काम करेंगे, मेरा एक काम करेंगे, ढीले हो गए सारे जरा दोनों हाथ करके मजबूती से बताओ ना मेरा एक काम करेंगे देखिए अपने- अपने गांव में, अपने- अपने मोहल्ले में जरूर कोई न कोई देवस्थान होंगे, कोई न कोई पूजा स्थान होंगे जहां आपके गांव के लोग मोहल्ले के लोग जाते आते रहते हैं, मेरी तरफ से एक छोटा काम करना है आप उस देवस्थान में जाइए और मोदी की तरफ से वहां जाकर के मत्था टेकना है, करेंगे.. करेंगे और वहां जाकर के परमात्मा से आशीर्वाद मांगना है, मांगेंगे.. लेकिन मोदी के लिए आशीर्वाद नहीं मांगना है, मोदी के परिवार के लिए आशीर्वाद नहीं मांगना है, आशीर्वाद मांगना है विकसित भारत बनाने के लिए, आशीर्वाद मांगना है विकसित ओडिशा बनाने के लिए तो आप इतना काम करेंगे आज ओडिशा की मेरी आखिरी सभा है, कल मैं पंजाब में एक सभा करने जा रहा हूं और चुनाव अभियान पूरा हो रहा है आज इस खुशी में मैं बताता हूं ओडिशा ने मुझे जो प्यार दिया है ना मैं कभी भूल नहीं सकता हूं भगवान जगन्नाथ की कृपा और जनता- जनार्दन के आशीर्वाद। अच्छा मेरा एक काम करिए अपना मोबाइल फोन निकालिए और मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चालू कीजिए, सबके सब मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चालू कीजिए, सब अपने मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चालू कीजिए, देखिए ये कैसा भव्य बदलाव आने वाला है शाबाश हर एक के मोबाइल का फ्लैश चलना चाहिए, हर एक के मोबाइल का फ्लैश चलना चाहिए ये ऊर्जा जो मुझे ओडिशा ने दी है उसका ये प्रतीक है जो भगवान जगन्नाथ ने मुझे प्रेरणा दी है उसकी ये चमक है।

मेरे साथ बोलिए जय जगन्नाथ..

जय जगन्नाथ..

जय जगन्नाथ

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।