হাওড়া আগে একটি শিল্পকেন্দ্র ছিল। কিন্তু প্রথমে বামেরা, তারপর টিএমসি সমস্ত শিল্প বন্ধ করে দিল: প্রধানমন্ত্রী মোদী
টিএমসি কেলেঙ্কারিকে তার ফুল-টাইম বিজনেসে পরিণত করেছে, হাওড়ায় বলেছেন প্রধানমন্ত্রী মোদী

ये सबसे पहले तो ये तीन लोग जो चित्र लाए हैं, वो एसपीजी वाले कलेक्ट कर लें।
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय।

सकल हाबड़ा-उलूबेरिया वासीदेर आमार सादर नोमस्कार जानाई।

मैं महान संतों की इस धरती को प्रणाम करता हूं। हावड़ा की ये धरती, बेलूर मठ की ये तपोभूमि, आज मोदी जो कुछ भी है, यहां के आशीर्वाद से है। (ये बुजुर्ग माता जी को एक चेयर दे दीजिए भाई, ये बुजुर्ग माता जी को चेयर दीजिए, एक कुर्सी दे दीजिए माता जी को, हां, मां बैठिए, मां आप बैठिए अब बैठिए बस आपका आशीर्वाद मिल गया मुझे।) भाइयों-बहनों, आज मैं जो कुछ भी हूं वो इसी भूमि के आशीर्वाद से हूं। अब आगे मेरे जीवन में लक्ष्य और भी बड़े हैं, मेरे लिए नहीं आपके लिए, मेरे लिए नहीं आपके बच्चों के लिए, मेरे लिए नहीं मां भारती के लिए, संकल्प भी और ऊंचे हैं और आपका ये प्यार बता रहा है आप जो मुझे भरपूर आशीर्वाद दे रहे हैं किसी के भी जीवन में, अरे चुनाव तो आते हैं जाते हैं, ये प्यार, ये आशीर्वाद ये अमरत्व लेकर के आते हैं।

साथियों,

मोदी देश की गरीब, दलित, पिछड़ा, आदिवासी की सेवा करने परमात्मा ने उसे इस धरती पर जन्म दिया है। आप याद करिए, पहले पार्टियां आपका वोट तो ले लेती थीं। लेकिन सरकार बनने के बाद उनकी भाषा बदल जाती थी। आप नेता के पास जाते थे, तो नेता कहता था तुम कौन? ये सोच, ये अप्रोच, मोदी ने बदल दी है। आज केंद्र की बीजेपी सरकार हर देशवासी के दरवाजे पहुंच रही है। इसलिए आज बंगाल के करोड़ों लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। ताकि कोई गरीब मां अपने बच्चे को भूखे देखने के लिए मजबूर ना हो। मोदी मुफ्त राशन भेजता है क्योंकि गरीब का चूल्हा जलता रहे। आज बंगाल की सवा करोड़ बहनों को उज्ज्वला सिलिंडर मिला है। चूल्हे से निकलते धुएं से उसके शरीर में, कुछ लोग कहते हैं कि एक दिन में 400 सिगारेट का धुआं उस मां के शरीर में जाता है। अगर दिल्ली में आपका बेटा आपके लिए बैठा हो तो यह धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए सवा करोड़ माताओं को गैस का कनेक्शन देने का काम एक बेटे की तरह किया है। बंगाल में हमने 5 करोड़ से ज्यादा जनधन खाते खुलवाए हैं। जिस बैंक के दरवाजे तक गरीब जा नहीं सकता था। दूर से भी बैंक की तरफ देख नहीं सकता था। आज करोड़ों करोड़ों बहनों का बैंक में खाता खोल दिया है। बंगाल में 50 लाख से ज्यादा किसानों को किसान सम्मान निधि मिल रही है। उनके खाते में ये पैसे सीधे जमा हो रहे हैं। हमने अकेले बंगाल में किसानों के लिए करीब 9 हजार करोड़ रुपए उनके खाते में भेजे हैं।

साथियों,

कांग्रेस का भ्रष्टाचार, कांग्रेस का परिवारवाद और कांग्रेस का तुष्टिकरण और दूसरे वाम लेफ्ट का अत्याचार और अनार्की इन सारों को मिला दें, ये सारी बुराइयों को एक जगह पर इकट्ठी कर दें तब बनती है अकेली टीएमसी। कांग्रेस लेफ्ट और टीएमसी ने बंगाल को कैसे तबाह किया, हमारा हावड़ा इसका साक्षी है। (बेटी आप हाथ नीचे करो, मैं आखिर में इसको ले लूंगा आपसे। आप हाथ नीचे करो, मैंने देख लिया है आप बड़े प्यार से चित्र बना के लाई हो। मेरी टीम आकर के ले लेगी, बेटा रोना मत रोना मत। बेटा बस मुझे मिल जाएगा, बेटा मैं ले लूंगा इसको। थैंक यू बेटा, थैंक यू।) एक समय था, जब हावड़ा औद्योगिक हब हुआ करता था। यहां की मिलें, यहां के कारखाने, क्या कुछ नहीं था यहां। सबकुछ था, लेकिन पहले CPM वालों ने और फिर TMC ने इंडस्ट्री को ठप्प करवा दिया। यहां का रेडीमेड गारमेंट सेक्टर भी संघर्ष कर रहा है। किसान मंडी में फसल नहीं बेच पा रहा है। क्यों? वहां भी TMC के तोलाबाजों ने कब्जा कर रखा है। तोलाबाजों को कमीशन दिये बिना न खरीद हो सकती है, न बिक्री!

साथियों,

TMC में आज लूट के दो डिपार्टमेंट चल रहे हैं। TMC के नेताओं का काम है- गंडोगोल! और TMC के पाले हुए गुंडों का काम है- जोमी दोखोल! TMC के गुंडे खुलेआम जमीन कब्जा करते हैं या नहीं? जमीन हड़पते हैं कि नहीं हड़पते हैं, जमीन लूटते हैं कि नहीं लूटते हैं। और ये सब कुछ सरकार के संरक्षण में होता है कि नहीं होता है, सरकार की कृपा से होता है कि नहीं होता है, सरकार की मेहरबानी से होता है कि नहीं होता है और सरकार क्या कर रही है गंडो गोल। टीएमसी ने घोटालों को अपना फुल टाइम बिजनेस बना लिया है।

साथियों,

कांग्रेस हो, लेफ्ट हो, या इंडी अलायंस की कोई और पार्टी, भ्रष्टाचार इनका कॉमन कैरक्टर है। इंडी गठबंधन की ज्यादातर पार्टियां छिपकर घोटाले करती हैं। लेकिन TMC घोटालों की ओपन इंडस्ट्री चलाती है। यहां का लॉटरी स्कैम भी इसका उदाहरण है। बंगाल की जनता यहां लॉटरी घोटाले में अपनी मेहनत की कमाई गंवा चुकी है। इसका नुकसान बंगाल का युवा उठा रहा है। इस लॉटरी घोटाले के पीछे कौन हैं? इस लॉटरी घोटाले के पीछे हैं टीएमसी के करप्ट नेता, ये दूर-दूर तक फैले हुए हैं। लेकिन TMC सरकार उन्हें भी बचा रही है।

साथियों,

TMC सरकार केंद्र की योजनाओं में भी लूट-खसोट की पूरी कोशिश कर रही है। भाजपा सरकार, गरीबों को प्रधानमंत्री आवास देती है। लेकिन यहां TMC सरकार केवल उन्हीं लोगों को पैसा रिलीज़ करती है, या तो वो TMC से जुड़े हैं या तो टीएमसी वालों को कट देते हैं। दूसरे गरीबों को ये लोग हमारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलने दे रहे। हमने हर घर जल पहुंचाने के लिए जलजीवन मिशन शुरू किया। बंगाल सरकार उसमें भी भ्रष्टाचार कर रही है। ये राजनैतिक फायदे के लिए बंगाल की जनता को पानी के लिए तड़पा रहे हैं। गरीब का हक मारने वाली TMC को आप 20 मई को सजा देंगे या नहीं देंगे? सजा देंगे कि नहीं देंगे? जबरदस्त सजा देंगे? उनको उखाड़ के फेंक देंगे?

साथियों,

TMC सरकार की प्राथमिकता, आपलोग नहीं हैं, आप लोगों का हित नहीं है, आप लोगों की भलाई नहीं है। टीएमसी का एजेंडा है घुसपैठियों का भला, घुसपैठियों का हित! ये भारत के लोगों को ‘बोहिरोगोता’ बोलते हैं। लेकिन दूसरे देशों से आए घुसपैठियों को बंगाल में कब्जा दिलवाते हैं। आप मुझे बताइए, ये घुसपैठिए ‘बोहिरोगोता’ हैं या नहीं हैं? ये बंगाल के लिए खतरा हैं या नहीं हैं?

साथियों,

वोटबैंक पॉलिटिक्स के लिए कांग्रेस, लेफ्ट और TMC ने बंगाल की पहचान को दांव पर लगा दिया है। कई इलाकों में यहां के लोग अल्पसंख्यक हो गए हैं। TMC के MLA खुलेआम हिंदुओं को धमकी देते हैं। वो कहते हैं कि यहां हिन्दू कम बचे हैं, हम हिंदुओं को भागीरथी में डुबो देंगे। TMC उसका भी बचाव करती है, उसे सही ठहराती है। तुष्टीकरण का ऐसा खुला खेल, इतना अमानवीय चेहरा।

साथियों,

आज TMC सरकार में हमारी बहनें तक सुरक्षित नहीं हैं। यहां महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। संदेशखाली में क्या हुआ, पूरे देश ने देखा। बेटियों के गुनहगारों को बचाने में TMC की पूरी सरकार लग गई थी। कोर्ट को दखल देना पड़ा, आज आरोपी CBI की गिरफ्त में है। लेकिन, TMC अभी भी उसके लिए बैटिंग कर रही है।

साथियों,

TMC और कांग्रेस में तुष्टीकरण का कॉम्पटिशन चल रहा है। कांग्रेस के शहजादे देश में सबकी संपत्ति की जांच करवाना चाहते हैं। वो आपकी संपत्ति की जांच करवाएंगे, आपकी कमाई, आपकी जमीन उन लोगों में बांटेंगे जो इंडी अलायंस के लिए वोट जिहाद करते हैं। ये लोग आपके बाद भी आपकी संपत्ति में से आधा हड़पने की बात कर रहे हैं। शहजादे कह रहे हैं कि वो इन्हेरिटेन्स टैक्स लगाएंगे। कांग्रेस पार्टी SC, ST, OBC का आरक्षण भी मुस्लिमों को देने की बात कर रही है। आप मुझे बताइये, ऐसे लोगों को पार्लियामेंट में भेजना चाहिए क्या? ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए कि नहीं, इनकी जमानत जब्तत होनी चाहिए कि नहीं।

साथियों,

विकसित बंगाल केवल बीजेपी का सपना है। आज हम बंगाल में वर्ल्ड क्लास इनफ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं। आज हावड़ा में देश की पहली अंडर वॉटर मेट्रो चल रही है। पहले बंगाल को 4 हजार करोड़ रुपए का रेल बजट मिलता था। हमारी सरकार 14 हजार करोड़ रुपए रेल बजट में बंगाल को दे रही है। हम शालीमार और सांतागाची स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बना रहे हैं। ये किसका काम है? ये किसका काम है? ये मोदी सरकार का काम है। हमने हावड़ा ब्रिज पर लाइट एंड साउंड शो शुरू करने की पहल की थी। आज ये पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रहा है।

साथियों,

आने वाली 20 मई को आप केवल सरकार नहीं चुनेंगे। आप बंगाल का भविष्य चुनेंगे। आप बंगाल की सुरक्षा चुनेंगे। बीजेपी ने बहुत बड़ी जिम्मेदारी के साथ हावड़ा से हमारे रथिन चक्रवर्ती जी को और उलुबेरिया से अरुण उदय पॉल चौधरी को हमने उम्मीदवार बनाया है। मेरा अनुरोध है, इन्हें भारी बहुमत से विजयी बनाएं। जरा पूरी ताकत से बताइए, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे, सभी पोलिंग बूथ जीतेंगे, सभी बूथों पर कमल खिलाएंगे, अच्छा मेरा एक काम करेंगे। जरा हाथ ऊपर करके बताइए मेरा काम करेंगे। मेरा पर्सनल काम है करेंगे। देखिए ज्यादा से ज्यादा परिवारों में जाना। ज्यादा से ज्यादा घरों में जाना और घर में जाकर के प्रणाम करते हुए कहना कि हमारे मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे, सबको मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे, घर-घर मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे।

बोलिए, भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की।

वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे वंदे वंदे वंदे वंदे वंदे।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।