কংগ্রেস ও ইন্ডি জোটের একমাত্র এজেন্ডা হল 'ফ্যামিলি ফার্স্ট': পশ্চিম দিল্লির দ্বারকায় প্রধানমন্ত্রী মোদী
কংগ্রেস এসসি-এসটি-ওবিসি-র বহু প্রজন্মকে ধ্বংস করেছে: পশ্চিম দিল্লির দ্বারকায় প্রধানমন্ত্রী মোদী
ইন্ডি জোট আজ দেশে বিদ্যমান প্রতিটি মন্দতার প্রতীক: পশ্চিম দিল্লির দ্বারকায় প্রধানমন্ত্রী মোদী
কংগ্রেস ও ইন্ডি জোট অত্যন্ত সাম্প্রদায়িক, বর্ণবাদী, পরিবারবাদী: পশ্চিম দিল্লির দ্বারকায় প্রধানমন্ত্রী মোদী

नमस्कार।

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

दिल्ली का मूड क्या है, ये देश देख रहा है। अब तक 400 से ज्यादा सीटों का मतदान हो चुका है। पांच चरणों ने BJP-NDA की मजबूत सरकार पक्की कर दी है। देश भी समझ रहा है कि इंडी वालों को, अगर गलती से भी वोट पड़ गया, तो वो देश के किसी काम आने वाला नहीं है। जबकि BJP को दिया हर वोट विकसित भारत का संकल्प मजबूत करेगा। और इसलिए ये विशाल जनसागर भी एक स्वर से कह रहा है, फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार !

भाइयों और बहनों,

आजादी के बाद पहली बार, भारत के लोगों ने स्पष्ट रूप से कांग्रेस मॉडल और भाजपा मॉडल का फर्क देखा है। ( मैं देख रहा हूं कि शायद जगह कम पड़ गई है इसलिए, मेरी आप सब से एक प्रार्थना है कि हाथ में जो बोर्ड वैगरह ले कर आए हैं,अगर नीचे रख देंगे तो पीछे वाले देख पाएगें। आप मुझे दिखा रहे हैं, मैंने देख लिया। अब नीचे रखिए तो अच्छा होगा। ये कुछ सुनते हैं क्या वहां वाले। अगक आपलोग इजाजत दें तो मैं बोलना शुरू करूं। मेरी आप से प्रार्थना है, मैडम, ये आप नीचे रख सकती हो, मैडम आप नीचे रख सकती हो इसको, मैं आपको कह रहा हूं। अगर आपलोग इजाजत दें तो मैं अपना बोलना शुरू करूं। इजाजत है? मुझे लगता नहीं है। अगर आपकी इजाजत है तो मैं बोलना शुरू करूं। आफका ये प्यार,आपका ये उत्साह, मेरे सिर आंखो पर, कम से कम मुझे बोलने तो दीजिए।)

साथियों,

देश ने कांग्रेस का मॉडल औऱ बीजेपी के सरकार का मॉडल, दोनों में फर्क साफ है। कांग्रेस और इंडी गठबंधन वालों को ना आगे का सोचने की फुरसत है और ना आगे की सोचने की क्षमता है, ना ही उनको हमारे संसाधनों का उचित उपयोग करने की आदत है, ना ही उनको अपनी गति तेज करने की, रफ्तार तेज करने की क्षमता है। इन लोगों ने 60 साल तक भारत के सामर्थ्य के साथ अन्याय किया है। और मैं कहूंगा,इन लोगों ने आपराधिक कृत्य किया है। 140 करोड़ का इतना बड़ा देश, भारत को जो स्पीड चाहिए, भारत को जो स्केल चाहिए, वह एक मात्र भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही दे सकती है। अगर आप में रूचि हो तो मैं आज दिल्ली की जनता के माध्यम से देश के सामने ठोस आंकड़े प्रस्तुत करना चाहता हूं। आप भी अगर उसको नोट कर लेंगे, याद करेंगे औऱ किसी से भी चर्चा करेंगे तो उसको भी अचरज लगेगा कि इतना बड़ा देश के साथ अन्याय किया इन लोगों ने। मैं एक के बाद एक आपको आज बताना चाहता हूं। आप कल्पना कर सकते हैं, कांग्रेस हर दिन 12 किलोमीटर हाईवे बनवा पाती थी, मोदी सरकार हर रोज करीब 30 किलोमीटर हाईवे बनवा रही है। कांग्रेस 60 साल में ज्यादा से ज्यादा 70 एयरपोर्ट बनवा पाई थी, 60 साल में 70, मोदी ने 10 साल में 70 नए एयरपोर्ट बनाकर जोड़ दिया। 60 साल में कांग्रेस 380 मेडिकल कॉलेज बनवा पाई, मोदी ने सिर्फ 10 साल में सवा तीन सौ से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज बनवा दिए। कांग्रेस के समय 7 एम्स थे, आज 22 से अधिक एम्स हैं। कांग्रेस के राज में 75 प्रतिशत से ज्यादा लोगों के पास नल कनेक्शन नहीं था, यानि 25 प्रतिशत घरों में नल से जल आता था, आज 75 प्रतिशत लोगों के घर में नल से जल आ रहा है। कांग्रेस ने 60 साल में 14 करोड़ से कम गैस कनेक्शन दिए थे, मोदी ने अपने 10 साल में 18 करोड़ से ज्यादा नए गैस कनेक्शन दिए हैं। कांग्रेस के समय हम मोबाइल फोन इंपोर्ट करते थे, विदेशों से लाते थे, आज हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल exporter बन गए हैं। कांग्रेस के समय, बड़ी मुश्किल से कुछ सौ स्टार्टअप्स थे, आज करीब सवा लाख स्टार्टअप्स हैं। कांग्रेस ने भारत की डिफेंस इंडस्ट्री को बर्बाद किया, आज हम 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का डिफेंस प्रोडक्शन कर रहे हैं। कांग्रेस ने बैंकों को बर्बाद किया। आज देश के बैंक 3 लाख करोड़ रुपये का प्रोफिट कर रही हैं। कांग्रेस के राज में, उनके एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिल्ली से 100 पैसा भेजते हैं तो गांवों मे जाते जाते 15 पैसा पहुंचता है। 85 पैसा, वो कौन सा पंजा था बीच में लूट लेता था। आज, दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो पूरे का पूरा एक रुपया, 100 पैसे, लाभार्थी के बैंक खाते में जमा होते हैं।

साथियों,

मोदी ने 10 साल में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के द्वारा लाभार्थियों के खाते में सीधे पैसे भेजे हैं और वो अमाउंट है 36 लाख करोड़ रुपए, 10 साल में हमने 36 लाख करोड़ रुपये भेजे हैं। अगर कांग्रेस के प्रधानमंत्री के कहने के हिसाब से कहूं, अगर आज कांग्रेस सरकार होती तो जो 36 लाख करोड़ जनता के लिए भेजे गए, अगर कांग्रेस सरकार होती तो 31 लाख करोड़ रुपए बिचौलिए खा जाते।

साथियों,

देश की कार्य संस्कृति में ये बदलाव सबसे प्रमुख रूप से दिल्ली के लोगों ने देखा है। कॉमनवेल्थ गेम्स को कौन भूल सकता है? कांग्रेस के पास भारत के सामर्थ्य को पूरे विश्व को दिखाने का मौका था। लेकिन कांग्रेस ने क्या किया? दिल्ली को इतना लूटा, इतना लूटा, एक बदनुमा दाग कॉमनवेल्थ खेलों पर लगा दिया। ये कांग्रेस का मॉडल था। और आपने देखा है, इसी दिल्ली में G-20 सम्मेलन हुआ, पूरे विश्व ने भारत की जय-जयकार की। आप मुझे बताइए साथियों, ये सब कैसे हुआ? आप मुझे बताइए,ये सब कैसे हुआ? ये सब कैसे हुआ? ये सब कैसे हुआ?

साथियों,

ये सब इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा का विकास मॉडल - Nation First के लिए कमिटेट है। हमारे लिए राष्ट्र प्रथम, ये हमारा जीवन मंत्र है। दूसरी ओर कांग्रेस और इंडी गठबंधन है, इनका एक मात्र एजेंडा है- Family First। मैं देश वासियों को कहना चाहता हूं, मैं दिल्ली वालो को कहना चाहता हूं, आपको राजनीति की सारी जानकारियों हों या न हों तो भी, आपको देश की प्रगति की जानकारी हो या न हों भी आपको कांग्रेस के कारनामों का पता हों या न हों तो भी, आपको भाजपा की सिद्धियों का पता हो या न हो तो भी, आप दो शब्दों से निर्णय कर सकते हैं कि सरकार किस की बननी चाहिए? हमारा है नेशन फर्स्ट उनका है फैमिली फर्स्ट। निर्णय देश करे, नेशन फर्स्ट चाहिए या उनका फैमिली फर्स्ट चाहिए। ये इंडी-गठबंधन आज देश में फैली हर बुराई का प्रतीक है। इंडी गंठबंधन के जितने लोग हैं इनमें तीन चीजें समान है, तीन चीजें इनकी रगों में है। एक है, इंडी गठबंधन के ये सारे लोग घोर सांप्रदायिक हैं, दूसरा ये घोर जातिवादी हैं, तीसरा ये घोर परिवारवादी हैं। ये तीनों दिखाई देगा।

भाइयों और बहनों,

इनकी सांप्रदायिकता की साक्षात गवाह हमारी दिल्ली रही है। आज मै, जो लोग, जरा ये मीडिया वाले लोग भी कान खोल के सुन लो, दिल्ली में जो लुटिंयन गैंग है, जो खान मार्केट गैंग है, उसने इन घोर सांप्रदायिक लोगों की रक्षा करने में अपनी जिंदगी खपा दी है। उनके पापों को देश की जनता से छिपाने का पाप किया है। औऱ मैं इस चुनाव में एक लड़ाई ले करके निकला हूं, जिन लोगों ने भारत के संविधान के साथ धोखा किया है, जिन्होंने भारत की बिन सांप्रदायिकता की भावना के साथ धोखा किया है, अब समय आ गया है, ऐसे घोर सांप्रदायिक लोगों को देश पहचाने, मेरे मुसलमान भाई भी पहचानें। मैं बताना चाहता हूं, मैं जरा कांग्रेस के नेताओं को पूछना चाहता हूं, वो भाषण देते रहते हैं कि अगर पीएसयू का प्राइवेटाजिशेन होगा तो आरक्षण चला जाएगा। भाषण इतने करते हो, जरा आज मुझे जरा जवाब दो, मैं दिल्ली की धरती से, चुन चुन करके सवाल पूछना चाहता हूं। इसी दिल्ली में गले में जलते टायर डालकर मेरे सिख भाई-बहनों को जिंदा जलाया गया था, ये गुनाह किसका था? ये गुनाह किसका था? आज कांग्रेस की छतरी के नीचे खड़ा हर दल, सिख दंगे का गुनहगार है। ये मोदी है जो सिख दंगे के पीड़ितों को न्याय दिला रहा है। मोदी ने आते ही SIT बनाई, जो आरोपी कांग्रेस नेता खुला घूम रहे थे, उनको हमने सज़ाएं दिलवाई।

भाइयों और बहनों,

इंडी गठबंधन के लिए अपने वोटबैंक से बढ़कर कुछ भी नहीं है। आज मैं देश के लोगों के सामने इनका एक और कच्चा-चिट्ठा रख रहा हूं। कांग्रेस ने हायर एजुकेशन में कैसे SC/ST/OBC, हमारे दलित, हमारे आदिवासी, हमारे पिछड़े, उनका हक छीना, देशवासी जरा सुनो, ये अपने आपको बिन सांप्रदायिक कहने वालों ने दलित भाइय़ो के साथ, आदिवासियों के साथ, पिछड़ों के साथ कैसा घोर अन्याय किया है। दिल्ली की प्रतिष्ठित जामिया मिलिया इस्लामिया सेंट्रल यूनिवर्सिटी, पूरा देश जानता है। 60 साल तक ये यूनिवर्सिटी, बाकी यूनिवर्सिटियों की तरह एक सामान्य शिक्षा संस्थान के रूप में चल रही थी। इसमें भी दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को रिजर्वेशन मिला करता था। लेकिन 2014 के चुनाव जीतने के लिए, मनमोहन सिंह की सरकार ने, कांग्रेस सरकार ने, ये इंडी गठबंधन वाले जमात की सरकार थी, 2011 में कांग्रेस सरकार ने चुपचाप एक चाल चली, अचानक जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी को माइनॉरिटी इंस्टीट्यूशन घोषित कर दिया। इससे जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में 50 परसेंट आरक्षण मुसलमानों के लिए लागू हो गया। 2011 के पहले एडमिशन में सभी SC/ST/OBC को आरक्षण मिलता था, अब उसमें भी धर्म के आधार पर बंदिश लग गई है। मज़े की बात ये है कि पहले अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग का अधिकार कॉलेज तक सीमित था। लेकिन कांग्रेस ने अचानक यूनिवर्सिटीज़ को भी इसमें शामिल कर लिया। मैं जरा, जो अपने आपको बहुत बड़े दलितों के मसीहा बना करके घूमते रहते हैं आदिवासियों के मसीहा बता करके घूमते रहते हैं, पिछड़ों के मसीहा बना करके घूमते रहते हैं, मैं उनको पूछना चाहता हूं ऐसी कौन सी आपकी मजबूरी है कि आपने दलितों का, आदिवासियों का, पिछडों का अधिकार छीन लिया गया, आरक्षण छीन लिया गया औऱ चुप बैठे रहे। जवाब दीजिए देश को, अब आप बताइए, करीब पन्द्रह साल हो गए, सैकड़ों एडमिशन हुए, सैकड़ों भर्तियां हुईं, लेकिन सभी SC/ST/OBC को उनका हक नहीं मिल पा रहा है। यही चीज़, ये लोग, ये पूरे देश में लागू करना चाहते हैं। औऱ इसलिए मैं दलित भाइय़ों को कहता हूं, ये आपके आंख में धूल झोंक रहे हैं। मैं आदिवासियों को कहना चाहता हूं कि आपके आंख में धूल झोंक रहे हैं। मैं ओबीसी भाई बहनों को कहना चाहता हूं कि आप की आंख में धूल झोंक रहे हैं।

साथियों,

कर्नाटका में ये लोग SC/ST/OBC का कोटा छीनकर मुसलमानों को दे चुके हैं। आज, मैं नहीं जानता हूं कि हमारे मीडिया के लोग इश खबर को खबर मानते हैं कि नही मानते हैं, आज ही कोलकात्ता हाईकोर्ट ने इस इंडी अलायंस को एक बड़ा तमाचा मारा है। कोर्ट ने 2010 के बाद से जारी सारे OBC सर्टिफिकेट को कैंसिल कर दिया है। क्यों? ये इसलिए किया, क्योंकि पश्चिम बंगाल की सरकार ने मुसलमानों का वोट बैंक के लिए अनाप-शनाप, मुसलमानों को OBC बनाने के सर्टिफिकेट दे दिए। ये वोट बैंक की राजनीति, ये तुष्टिकरण की राजनीति, ये तुष्टिकरण की सनक हर हद पार कर रही है। आज कोर्ट ने तमाचा मारा है। यही लोग कहते हैं,

साथियों,

ये खान मार्केट गैंग, ये पाप की भागीदार है। यही लोग कहते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। ये लोग लगातार सरकारी जमीनें, वक्फ बोर्ड को दे रहे हैं, बदले में वोट मांग रहे हैं। ये लोग देश के बजट का 15 परसेंट माइनॉरिटी के लिए रिजर्व करना चाहते हैं। ये लोग बैंकों से मिलने वाले लोन वो भी धर्म के आधार पर देना चाहते हैं। ये धर्म के आधार पर सरकारी टेंडर देना चाहते हैं। ये धर्म के आधार पर स्पोर्ट्स में खिलाड़ियों की इंट्री करवाना चाहते हैं। ये वोट बैंक पॉलिटिक्स की पराकाष्ठा है। अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए ही ये लोग CAA का विरोध कर रहे हैं। अपने इसी वोट बैंक को खुश करने के लिए इन्होंने देशभर में घुसपैठियों को बसा दिया है। यही लोग हैं जो दिल्ली के बाटला हाउस इनकाउंटर पर आंसू बहाते हैं। यही लोग हैं जो तीन तलाक के खिलाफ कानून, उसका विरोध करते हैं। तुष्टिकरण में ये एक से बढ़कर एक हैं। और इसी के लिए इन्होंने एक साथ आकर इंडी गठबंधन बनाया है। और साथियों, अब खान मार्केट गैंग के पास एक ही रास्ता बचा है। मोदी, जितनी बार मुसलमान शब्द बोले उसको कह देना सांप्रदायिकता का भाषण कर रहा है।

साथियों,

मैं जब इनकी घोर सांप्रदायिक हरकतों, हकीकतों के द्वारा, तथ्यों के द्वारा एक्सपोज कर रहा हूं तो इनका पूरा इकोसिस्टम चिल्लाता है कि मोदी हिंदू-मुसलमान कर रहा है। भाइयों-बहनों, मुझे चिंता इस देश की है। आप आजादी के पहले के दिन देखिए, कांग्रेस पार्टी ने एक बाद एक ऐसी ही हरकतें शुरू की थीं, जिसका परिणाम हुआ देश के टुकड़े हो गए, धर्म के आधार पर हो गए। मैं हिंदू-मुसलमान नहीं कर रहा। ये लोग, सुबह-शाम, रात-दिन, मुसलमान-मुसलमान, वोट बैंक-वोट बैंक, वोट जिहाद- वोट जिहाद, यही उनका खेल चलता है। उनकी वोट बैंक पोलिटिक्स को एक्सपोज कर रहा हूं। इन लोगो ने भारत के बिन सांप्रादयिक भावना की धज्जियां उड़ायी हैं। इन्होंने संविधान के पीठ में छुरा भोंका है। इन लोगों ने संविधान की मूल आत्मा पर प्रहार किया है। जब से क्षेत्रीय पार्टियों ने कांग्रेस का मुस्लिम वोट बैंक खा लिया,तब से कांग्रेस खुल कर और बड़े स्तर पर सांप्रदायिक साजिशें करने लगी है। कई बार लाख झूठ बोलते हुए भी शहजादे की जुबान पर सच्चाई तो आ ही जाती है। आज कांग्रेस के शहजादे ने एक बड़ा सच स्वीकार कर लिया है। शहजादे ने मान लिया है कि उनकी दादी, उनके पिताजी, उनकी माताजी के समय जो सिस्टम बना वो दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों का घोर विरोधी रहा है। कांग्रेस के इसी सिस्टम ने SC-ST-OBC की कितनी ही पीढ़ियों को तबाह किया। आज शहजादे ने खुद ये बात मान ली है।

भाइयों और बहनों,

ये इंडी गठबंधन वाले घोर भ्रष्टाचारी भी हैं। ये वो लोग हैं, जिनके पास से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं। ये लोग रंगे हाथ पकड़े जा रहे हैं। झारखंड हो, पश्चिम बंगाल हो सब जगह इनका भ्रष्टाचार खुलकर सामने आ रहा है। यहां दिल्ली में तो हम कट्टर भ्रष्टाचारियों का खेल देख रहे हैं। इन लोगों ने दिल्ली के लोगों को लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ा। अदालतें भी इन कट्टर भ्रष्टाचारियों की लूट देखकर हैरान हैं। जो लोग राजनीति बदलने आए थे, आज वो लोग दिल्ली के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात करके बैठे हैं। जो लोग अदालत के निर्णय को लेकर नाच रहे थे, कल के अदालत के निर्णय को देखो, पता चल जाएगा इनका चरित्र क्या है।

साथियों,

ये इंडी वाले गरीब और मध्यम वर्ग की संपत्ति का एक्स-रे करना चाहते हैं। इसलिए मैं भी दिल्ली से पूरे देश को एक गारंटी दे रहा हूं। मोदी, पिछले दस साल मैंने जो किया है उससे भी ज्यादा ताकत से बिना डरे हुए, बिना थके हुए, बिना दबाव में आए, दस साल में जो किया है उससे ज्यादा औऱ मैं छिपाता नही हूं, इन भ्रष्टाचारियों की संपत्ति का एक्स-रे अब मोदी करेगा। शराब घोटाले की कमाई हो या फिर नेशनल हेराल्ड घोटाला हो, भ्रष्टाचारियों से पाई-पाई वसूली जाएगी। जिसने लूटा है, उसे लौटाना ही पड़ेगा। और जो लूटा हुआ मैं, इन दिनो लाखों करोड़ के पैसे मिले रहे हैं, हैरान हो जाएगें, 22 सौ करोड़ रूपया पकड़ा गया है। अकेले चुनाव डिक्लेयर होने के बाद, 9 हजार करोड़ रूपया पकड़ा गया है। और मैं कानूनी सलाह ले रहा हूं, ये जो पैसे हम जब्त कर रहे हैं वो किसी न किसी निर्दोष नागरिक के ही पैसे हैं, किसी ने नौकरी के लिए पैसा दिया है, किसी ने नौकरी के लिए जमीन दिया हुआ है, किसी ने नौकरी के लिए अपना घर लिखवा दिया है, जिसका अभी ट्रेल मिलेगा मैं देशवासियों से वादा करता हूं, अगर मुझे पक्का ट्रेल मिल जाएगा, हां उसका पैसा उसी के पास गया है तो मैं ये पैसा उसको लौटाऊंगा। और ये जो लुटेरे हैं न, उनका जिंदगी जेल में जाना तय है दोस्तों, ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,

दिल्ली में, भारत सरकार कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर पर लाखों करोड़ रुपए खर्च कर रही है। ये जो शानदार एक्सप्रेसवे हम बना रहे हैं, ये सिर्फ ईज़ ऑफ ट्रैवल को आसान नहीं बना रहे हैं, इतना ही नहीं है। इससे कूड़े के पहाड़ों को कम करने में भी मदद मिल रही है।आप जानकर खुशी होगी, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे में ओखला और गाज़ीपुर का, ये जो कूड़े कचरे के ढेर हैं ना, डेढ़ लाख मीट्रिक टन कचरा प्रोसेस करके हमने रोड बनाने के काम में लगा दिया।

साथियों,

10 वर्षों में दिल्ली में नया संसद भवन बना है। नेशनल वॉर मेमोरियल बना है, नेशनल पुलिस मेमोरियल बना है। भव्य और आधुनिक प्रधानमंत्री संग्रहालय बना है। भारत मंडपम् बना है, यहां द्वारका में यशोभूमि जैसा शानदार कन्वेंशन सेंटर बना है। ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर से दिल्ली, Meeting, events, expo ऐसे टूरिज्म का हब बनती जा रही है। ये आने वाले समय में रोज़गार का बहुत बड़ा माध्यम बनने जा रहा है।

साथियों,

दिल्ली में इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही, दिल्ली के लोगों की सहूलियत पर भी मोदी का उतना ही ध्यान है। हर परिवार जो मुफ्त राशन की योजना से जुड़ा है, उसके हर साल 12 हजार रुपए बच रहे हैं। सस्ते सिलेंडर की योजना से प्रति सिलेंडर आपको 300 रुपए से ज्यादा बच रहा है। मोदी सरकार का प्रयास, ज्यादा से ज्यादा घरों तक पाइप से रसोई गैस की सप्लाई का का भी है। बीते 10 साल में 15 लाख नए घरों तक PNG गैस पहुंचनी शुरू हुई है। 80 परसेंट तक सस्ती दवाएं देने वाले जनऔषधि केंद्रों के कारण भी हज़ारों रुपए हर महीने बच रहे हैं। स्टेंट और Knee Implant की कीमत को कंट्रोल करना हो, मुफ्त डायलिसिस की सुविधा हो इससे भी गरीब और मध्यम वर्ग के करोड़ों रुपए बचे हैं। अब तो मोदी, पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना लेकर आया है। औऱ इससे बिजली बिल आपका बिजली बिल ज़ीरो होगा,जीरो और आपकी जो अतिरिक्त बिजली होगी वो बिजली सरकार खरीदेगी। जो लोग इस योजना से जुड़ चुके हैं, उनकी हर महीने सरकार को बिजली बेचकर ढाई से तीन हजार रुपए कमाई भी होने लगी है।

साथियों,

दिल्ली देश का दिल है। इसलिए, दमदार भारत के लिए दमदार सरकार और दमदार पीएम, ये दिल्ली का दायित्व है। 25 मई को भारी मतदान करना है। मतदान ज्यादा से ज्यादा करवाएगें? मतदान के सारे रिकार्ड तोड़ेंगे? हर पोलिंग बूथ को जीतेंगे? तो 25 मई को वेस्ट दिल्ली से बहन कमलजीत सेहरावत, साउथ दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूड़ी जी, नार्थ-वेस्ट दिल्ली से योगेंद्र चंदोलिया जी आज उनका जन्मदिन है आइए, ताली बजाकर उनको जन्मदिन की बधाई दीजिए। और नई दिल्ली से बेटी बांसुरी स्वराज जी, इन सभी को दिल खोलकर वोट देना है। आपका एक-एक वोट सीधा मोदी को मिलेगा। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की...जय!

भारत माता की... जय!

भारत माता की... जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद !

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।