কর্ণাটক যা 'প্রযুক্তি হাব' হিসাবে পরিচিত এবং বিশ্বে তার সুনাম তৈরি করেছে, কংগ্রেস এটিকে 'ট্যাঙ্কার হাব'-এ পরিণত করেছে: প্রধানমন্ত্রী মোদী
কর্নাটকে কংগ্রেস সরকার চালাচ্ছে না, বরং 'চাঁদাবাজির দল', বাগলকোটে বলেছেন প্রধানমন্ত্রী মোদী
কংগ্রেস কর্ণাটককে তার 'এটিএম'-এ পরিণত করেছে। এত অল্প সময়ের মধ্যে এই লোকেরা কর্ণাটকের সরকারি কোষাগার খালি করে দিয়েছেন: প্রধানমন্ত্রী
এই নির্বাচনের লক্ষ্য হল একটি সমৃদ্ধ ভারত, একটি আত্মনির্ভর ভারত গড়ে তোলা এবং দেশকে বিশ্বের তৃতীয় বৃহত্তম অর্থনীতিতে রূপান্তরিত করা: প্রধানমন্ত্রী মোদী

भारत माता की…

भारत माता की..

भारत माता की…
बागलकोटेया मत्तू विजयपुरादा नन्ना सोदारा सोदरियारिगे नमस्कारगलु! मैं मां बनशंकरी को प्रणाम करता हूं। इस मंच से गुरू बसवन्ना और सिद्धेश्वर स्वामी को भी नमन करता हूं।

साथियों,

आज सुबह ही हमें एक दुखद खबर मिली है। संसद में मेरे साथी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सामाजिक न्याय के अग्रणी सिपाही श्रीनिवास प्रसाद जी अब हमारे बीच नहीं रहे हैं। श्रीनिवास प्रसाद जी कर्नाटक की चामराजनगर सीट से सांसद थे। श्रीनिवास जी जमीन से जुड़े नेता थे, सच्चे अर्थ में जननेता थे। अपने इतने दशकों के सामाजिक जीवन में उन्होंने हर क्षण गरीबों-शोषितों-वंचितों की सेवा की। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार में कई अहम मंत्रालयों का भी दायित्व संभाला था। दलित वर्ग के सामाजिक उत्थान के लिए उन्होंने जो प्रयास किए, उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। ईश्वर उन्हें सद्गति दें। उनके परिवार और समर्थकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।

साथियों,

2024 का चुनाव भारत का भविष्य तय करेगा। ये चुनाव विकसित भारत के संकल्प का चुनाव है। ये चुनाव आत्मनिर्भर भारत की सिद्धि का चुनाव है। हमारा संकल्प है कि, नेक्स्ट कुछ इयर्स में, आने वाले कुछ सालों में भारत विश्व की टॉप थ्री इकोनॉमी बने। आप मुझे बताइये कि भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति कौन बनाएगा? कौन बनाएगा…? कौन बनाएगा…? जी नहीं.. आपका एक वोट बनाएगा। आपके वोट की ताकत है जो मोदी को मजबूती देगी और तब जाकर के देश..दुनिया में टॉप थ्री इकोनॉमी बन जाएगा। हमारा संकल्प है कि हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएं, हम भारत को स्किल सेंटर बनाएंगे और ये संकल्प वेकेशन गुजारने वाले नहीं कर सकते पूरा..मौज-मस्ती में जिंदगी गुजारने वाले ये काम पूरा नहीं कर सकते। इसके लिए तो विजन चाहिए और विजन के लिए जिंदगी चाहिए खपाने के लिए..जब विजन के लिए जीवन खपाते हैं और जब एक लक्ष्य को लेकर..एक संकल्प को लेकर.. 24/7 दिन-रात काम करते हैं, तब जाकर के संकल्प सिद्ध होते हैं। और इसलिए, मोदी का विजन भी क्लीयर है और मोदी का जीवन भी 24/7 फॉर 2047। और इसलिए आज पूरा देश कह रहा है- फिर एक बार.. फिर एक बार..फिर एक बार.. (जरा एसपीजी वाले ये बच्ची तस्वीर लेकर आई है..कब से खड़ी है..इसकी तस्वीर ले लीजिए..बेटा Please Write your name and Address.. मैं आपको चिट्ठी जरूर भेजूंगा..जरा उनसे एसपीजी के लोग फोटो ले लेना..आप हाथ नीचे करो बेटा वो आपसे ले लेंगे..हाथ थक जाएगा आपका..)

साथियों,

जिस कांग्रेस का एकमात्र काम सरकार में रहते हुए देश को लूटना है, उसे क्या आप इतने बड़े देश की ज़िम्मेवारी दे सकते हैं? मेरा सवाल अगर आप समझ सके तो जवाब देना। जवाब देंगे.. जवाब देंगे.. आप मुझे बताइये जिस कांग्रेस का इतिहास देश को लूटने का रहा है..क्या ऐसी कांग्रेस के हाथ में अब हम इतना बड़ा देश दे सकते हैं क्या? कांग्रेस के हाथ में देश दे सकते हैं क्या? कांग्रेस ने 60 साल के अपने शासन में जो उनकी पहचान बनी है वो उनके पापों के कारण बनी है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस पार्टी ने यहां कर्नाटक को भी अपनी लूट का ATM बना दिया है। इतने कम समय में ही इन लोगों ने कर्नाटक का सरकारी खजाना खाली कर दिया है। हालत ये हो गई है कि विधायकों को विकास के लिए मिलने वाली विधायक निधि का पैसा तक समय से नहीं मिल पा रहा है। और यहां के सरकारी कर्मचारी..मैं आपको अंदर की बात बताता हूं क्योंकि भारत सरकार के पास इनकी अंदरूनी जानकारियां होती हैं और मैं आपको चेतावनी..चौंकाना चाहता हूं वो दिन दूर नहीं है जब कर्नाटका सरकार यहां के सरकारी मुलाजिमों को पेमेंट तक नहीं दे पाएगी..आपके बच्चे भूखे मर जाएं ऐसी स्थिति ये लोग पैदा करके रखेंगे। जनहित की ऐसी कोई योजना नहीं, जो कांग्रेस के भ्रष्टाचार का शिकार न हुई हो। और इसलिए ही तो देश के सभी अनुभवी लोग कहते हैं..इतिहास भी कहता है कि- कांग्रेस आई...तबाही लायी..कांग्रेस आई..तबाही लाई..

साथियों,

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार नहीं चला रही है, कांग्रेस पार्टी यहां वसूली गैंग चला रहा है..वसूली गैंग चला रहा है। पूरी सरकार इसी प्लानिंग में लगी हुई है कि कहां से वसूली हो? खजाने में पैसा आए और उसको लूटकर अपनी तिजोरी भरें। हमारा कर्नाटक और बेंगलुरु, जिसे दुनिया में टेक हब के रूप में जाना जाता है, टेक हब के रूप में पूरे विश्व में हमारे कर्नाटक ने हमारे देश का नाम ऊंचा किया है। आज कांग्रेस सरकार ने टेक हब को टैंकर हब बना दिया.. टैंकर हब बना दिया। पानी के लिए टैंकर माफिया लोगों से मनमानी वसूली कर रहे हैं। और इसका भी कमीशन कांग्रेस के लोगों तक पहुंच रहा है। लेकिन, कांग्रेस इतने से संतुष्ट नहीं है। ये लोग 2G स्कैम जैसा लाखों करोड़ के घोटालों वाला स्कैम करने के लिए सपने देख रहे हैं। आप मुझे बताइये, 7 मई को कर्नाटक को लूटने वालों को सजा मिलनी चाहिए या नहीं मिलनी चाहिए? सजा मिलनी चाहिए या नहीं मिलनी चाहिए? कांग्रेस के भ्रष्टाचार का हिसाब करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। चुन-चुनकर के कांग्रेस को साफ करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। करेंगे..पूरे कर्नाटक में कर देंगे। हमारे बागलकोट में कर देंगे। पूरे इस क्षेत्र में कर देंगे।

साथियों,

मोदी जनता के बीच अपना रिपोर्ट कार्ड को लेकर आता है। हमने कर्नाटक और इस क्षेत्र के लिए कितना काम किया, ये भी आपके सामने है। हमारी सरकार कर्नाटक में कई एयरपोर्ट बना रही है, इनमें से एक बीजापुर में भी तैयार हो रहा है। बागलकोट रेलवे स्टेशन को अमृत स्टेशन के रूप में डेवलप किया जा रहा है। बागलकोट से गुजर रहे नेशनल हाईवे को चौड़ा किया जा रहा है। इससे बादामी, पट्टदकल, और एहोले जैसे ऐतिहासिक जगहों पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

साथियों,

पिछले 10 वर्षों में मोदी ने हर उस वर्ग की चिंता की है, जिसे कांग्रेस ने बदहाली का जीवन जीने पर मजबूर कर दिया था। आज ये लोग बयान देते हैं और पता नहीं क्या-क्या बोल रहे हैं.. ये कहते हैं एक झटके में गरीबी हटा देंगे। अरे 60 साल हो गए तुम कुछ नहीं कर पाए क्यों ऐसे दावे कर रहे हो। इनकी कई पीढ़ियां इस बात का गवाह है कि वंचित वर्ग के लिए इनकी मानसिकता क्या रही है? करोड़ों परिवार इस देश में जीवन की मूलभूत जरूरतों से वंचित थे। उनके दुख, उनकी तकलीफ से कांग्रेस और उनके साथियों को कोई वास्ता नहीं था। आप कल्पना कर सकते हैं... मोदी के आने के पहले हमारे देश में 18 थाउजेंट विलेज ऐसे थे जहां बिजली का खंभा भी नहीं पहुंचा था। 18 हजार गांव..आप सोचिए 21वीं सदी में 18 थाउजेंट विलेजेज, करोड़ों लोग अंधेरे में जिंदगी गुजारते थे। रात होते ही गांव में सन्नाटा पसर जाता था, जानवरों का खतरा रहता था...कितनी पीढ़ियों तक बच्चों को पढ़ाई के लिए रोशनी तक नहीं मिली। लेकिन, जब आप लोगों ने मोदी को अवसर दिया, तो गांव तक बिजली पहुंचाने का समयसीमा में संकल्प लिया और पूरा कर दिया। और, उस समय ये लोग मज़ाक बनाते थे कि पहाड़, रेगिस्तान, जंगल, हर जगह से गुजरकर गांव-गांव बिजली कैसे पहुंच सकती है? लेकिन, आज देश का ऐसा कोई गांव नहीं जहां बिजली ना पहुंची हो। इसी तरह, हमने पानी की समस्या के समाधान के लिए जल-जीवन मिशन शुरू किया। जल-जीवन मिशन की शुरुआत से पहले देश में केवल 16 परसेंट घरों में नल से जल का कनेक्शन था। आजादी के इतने सालों बाद भी सिर्फ 16 परसेंट..मोदी ने पांच सालों में 75 परसेंट से ज्यादा घरों तक पानी पहुंचा दिया। 70 सालों में केवल 3 करोड़ कनेक्शन और 5 सालों में 11 करोड़ कनेक्शन..ये काम मोदी करता है। क्या ये काम मोदी के आने से पहले हो नहीं सकता था क्या? वही सरकार..वही नियम..वही फाइलें..वही दफ्तर..आप नहीं कर सकते थे मोदी ने करके दिखाया। और इसलिए भाइयों बहनों आपको तय करना है कि देश कैसे लोगों के हाथ में देना है। भाइयों बहनों काम हो सकता है, जब कांग्रेस को गरीब की, वंचित की रत्ती भर, थोड़ी सी भी चिंता हो..लेकिन कांग्रेस को कभी गरीब की..वंचित की..दलित की..पिछड़ों की परवाह ही नहीं थी।

साथियों,

कांग्रेस का यही रवैया हमारे बॉर्डर विलेजेज, सीमावर्ती गांवों को लेकर रहा। सीमावर्ती गांवों को कांग्रेस सरकारें जानबूझकर विकास से वंचित रखती थीं। वो इसे अपनी रणनीति का हिस्सा बताती थीं। यानी कि, करोड़ों लोगों को कांग्रेस ने अपनी राजनीति के तहत बदहाली का जीवन जीने को मजबूर कर रखा था। मोदी ने ये विकास विरोधी सोच बदली। हमने सीमा पर बसे गांवों को आखिरी नहीं, देश का पहला गांव कहना शुरू किया और उसे उस प्रकार से ट्रीट करने का निर्णय लिया। आज विकास देश के हर पहले गांव तक पहुंच रहा है।

भाइयों बहनों,

कांग्रेस की विकास विरोधी मानसिकता का बड़ा बोझ हमारे SC, ST समाज को भी उठाना पड़ा है। SC, ST समाज के लोग विकास से सबसे दूर थे। हमने आज पीएम आवास योजना के तहत 4 करोड़ लोगों को पक्के मकान दिये हैं। 55 करोड़ गरीबों के पहली बार बैंक में खाते खुल गए हैं। उज्ज्वला योजना के तहत करोड़ों माताओं-बहनों को मुफ्त गैस सिलिंडर मिले। उन्हें धुएँ से आज़ादी मिली। इनमें से सबसे बड़ी संख्या ST-SC-OBC समाज के लोगों की है। आज शिक्षा से लेकर रोजगार तक, सरकार की योजनाओं का बहुत बड़ा लाभ इस वर्ग को मिल रहा है।

साथियों,

बीजेपी कर्नाटक के विकास में अपनी पूरी ऊर्जा लगाती है। लेकिन, कांग्रेस हमारी योजनाओं को रोकने में पूरी ताकत लगाती है। हमने बागलकोट की इलकल साड़ी को वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट योजना में शामिल किया, ताकि यहां के बुनकरों को, जिन्हें आप नेकारा कहते हैं..उनकी इनकम बढ़े। लेकिन, कांग्रेस हमारे बुनकर भाई-बहनों की जरूरतों पर ध्यान नहीं दे रही है।

साथियों,

हमारे साथ यहां मंच पर येदियुरप्पा जी भी हैं, उन्होंने किसानों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। किसानों का हित बीजेपी की प्राथमिकता रही है। हमने हाल ही में शूगरकेन (गन्ने) का मूल्य बढ़ाया है। इथेनॉल के जरिए हम गन्ना किसानों की इनकम बढ़ा रहे हैं। लेकिन, कर्नाटक सरकार ने सिंचाई परियोजनाओं को रोककर, पानी का संकट खड़ा करके किसानों को परेशानी में डाल दिया है।

साथियों,

मैं आप सबको कांग्रेस के एक और खतरनाक गेम के बारे में आगाह करना चाहता हूं। जबसे यहां कांग्रेस की सरकार बनी है, तबसे कैसी-कैसी घटनाएं हो रही हैं। ये आपके लिए जरा चिंता का विषय है..उसे एक साथ जोड़कर देखिए..उसे टुकड़ों में मत देखना। आप सोचिए भाइयों बहनों, हुबली में क्या हुआ? हमारी एक बेटी के साथ क्या हुआ? जहां शिक्षा का दाम है, हुबली में एक बेटी को एक के बाद.. एक के बाद..एक चाकू के घाव मार दिए जाए..वो दृश्य देखकर हर किसी का दिल दहल गया। लेकिन, यहां की पूरी सरकार वोट बैंक को बचाने के लिए बेटी के सम्मान पर ही हमला करने में जुट गई है। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस किसी भी हद को पार कर सकती है।

साथियों,

कर्नाटक में कट्टरपंथी ताक़तें बे-लगाम हुई हैं। कोई दुकानदार अपनी दुकान के भीतर हनुमान चालीसा सुनता है तो उस पर हमला हो जाता है। राजधानी बेंगलुरु तक में दिनदहाड़े आतंकी हमला होता है, बम फूटता है और सरकार पहले क्या बोलती है..कहती है कि गैस का सिलिंडर फटा है..ये गैस का सिलिंडर फटा है कि तुम्हारा दिमाग फटा है। बाद में कहते हैं कि बिजनेस राइवलरी थी।

भाइयों-बहनों

ये नॉर्मल क्राइम की घटनाएं नहीं हैं। ये आतंकवाद की, कट्टरतावाद की मानसिकता है और कांग्रेस सिर्फ वोट पाने के लिए इस mentality को प्रोटेक्ट कर रही है..प्रमोट कर रही है।

साथियों,

कांग्रेस की वोटबैंक की राजनीति के चलते अब देश में SC-ST के अधिकार भी सुरक्षित नहीं हैं। एक ओर बीजेपी सरकार ने कर्नाटका में तलवारा समुदाय को ST का दर्जा दिया था। कर्नाटक में 3 लाख से ज्यादा परिवारों को हक्कू पत्र दिए गए। लेकिन, कर्नाटक में कांग्रेस ने संविधान बदलने, SC/ST/OBC का हक छीनने का अभियान शुरु किया है। हमारा संविधान, धर्म के आधार पर रिजर्वेशन की बात नकारता है..नहीं स्वीकारता है। लेकिन, कर्नाटक की सरकार ने OBC रिजर्वेशन का हिस्सा मुस्लिमों को दे दिया है। ये इतने से भी नहीं मानेंगे। इन्होंने पहले भी अपने मेनिफेस्टो में धर्म के आधार पर रिजर्वेशन देने के लिए कानून बनाने की बात कही थी। इस बार भी इनके मेनिफेस्टो में ऐसे ही सिग्नल हैं। और मैं देश के मेरे दलित भाई-बहनों को..मेरे ST भाई-बहनों को..मेरे OBC भाई-बहनों को..मैं आपको कांग्रेस के मंसूबों से चेतने की जरूरत समझिए..ये लोग धर्म के आधार पर अपने वोटबैंक को सुरक्षित रखने के लिए वो आपके अधिकार, जो बाबा साहेब अंबेडकर ने दिए हैं, जो भारत के संविधान ने दिए उसपर लूट चलाने की ताक में बैठे हैं। उनको लगता है कि आज पार्लियामेंट में सबसे ज्यादा SC एमपी बीजेपी के हैं, सबसे ज्यादा ST एमपी बीजेपी के हैं.. सबसे ज्यादा OBC एमपी बीजेपी के हैं और इसलिए उनको लगता है कि अब SC-ST-OBC तो बीजेपी का हो गया और अब माइनॉरिटी पर भरोसा करने के लिए SC-ST-OBC को लूटो.. माइनॉरिटी को दे दो..क्या आप ये चलने देंगे क्या? ये स्वीकार करेंगे क्या? और मैं मेरे दलित भाई-बहनों को.. मैं मेरे आदिवासी भाई-बहनों को.. मैं मेरे OBC भाई-बहनों को..आज गारंटी देता हूं मैं कांग्रेस के ऐसे किसी मंसूबों को सिद्ध नहीं होने दूंगा। आपके अधिकारों की रक्षा के लिए..आपके आरक्षण की रक्षा के लिए..मोदी किसी भी हद तक जाएगा। ये मैं आपको विश्वास दिलाता हूं।

साथियों,

आजकल एक और चिंता का विषय आपके सामने रखना चाहता हूं। सोशल मीडिया का जमाना है.. टेक्नोलॉजी का जमाना है और बहुत सी चीजें व्हाट्सएप पर.. एक्स पर..सबपर आती रहती हैं और हम भी कभी देखे बिना फॉरवर्ड कर देते हैं। मैं सबसे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम करते आया हूं, और आज दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलोअर अगर किसी के हैं तो जो पहले दो-तीन नाम हैं, उसमें आपका एक मोदी है। क्योंकि मैंने इस ताकत का सदुपयोग किया है.. समाज से जुड़ने के लिए उपयोग किया। समाज की भावनाओं को समझने के लिए उपयोग किया। सही बात पहुंचाने के लिए उपयोग किया लेकिन जो लोग चुनाव हार चुके हैं, मैदान खो चुके हैं। ये लोग इन दिनों टेक्नोलॉजी का उपयोग करके फेक वीडियो बना रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग करते हुए मेरी आवाज में ऐसी भद्दी-भद्दी चीजें आजकल सोशल मीडिया में डाल रहे हैं कि एक बहुत बड़ा खतरा पैदा हो रहा है। और इसलिए मेरी देशवासियों से अपील है कि कोई भी फेक वीडियो आपको नजर आए। आप पुलिस को जानकारी दो.. हमारी पार्टी को जानकारी दो.. इन लोगों पर कानूनी कार्रवाई होगी और उनको सबक सिखाया जाएगा। यह देश का कानून किसी के साथ भी इस प्रकार का खेल खेलने की इजाजत नहीं देता है। मध्यप्रदेश में चुनाव था अमिताभ बच्चन की आवाज में उन्होंने ऐसी खबरें चलाईं। आखिरकार अमिताभ बच्चन को एक एफआईआर करना पड़ा। वो सारे पकड़े गए। ये खेल बहुत बढ़ाया इन लोगों ने.. हताशा और निराशा में और इसलिए मेरे भाइयों-बहनों हमें जागरुक रहने की जरुरत है। ये कोई भी फेक न्यूज पर भरोसा मत करना। दूसरी एक बात देखिये ये मोदी जो है ना सीना तान करके आंख में आंख मिलाकरके लड़ाई लड़ता है। पीठ के पीछे वार नहीं करता है। आपको याद होगा, जब हमारे देश में अचानक एक बार बागलकोट की चर्चा शुरू हुई थी। आपको याद होगा। जब मैंने बालाकोट में एयर स्ट्राइक किया तो बहुत लोगों को समझ नहीं आया कि बालाकोट है कहां? वो बागलकोट को ही बालाकोट मानकर के यहां बम गिरे..यहां बम गिरे चलाया..आधा-पौना घंटा ऐसे ही चला।

भाइयों-बहनों

मैंने बालाकोट में एयर स्ट्राइक किया, चोरी छिपे नहीं किया..एयर स्ट्राइक करके..प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि आज हमने ऐसा-ऐसा किया है और दुश्मन का इतना-इतना नुकसान किया है। इतना ही नहीं जब हमने एयर स्ट्राइक किया तो मैंने प्रेस को बुलाके कर रखा था और फौज के लोगों को कहा था कि 11:00 बजे प्रेस को बताना है, लेकिन मैंने कहा उसके पहले मैं पाकिस्तान को टेलीफोन करके सूचना दूंगा कि आज हमने रात को एयर स्ट्राइक की है। तुम्हारे इतने लोगों को मारा है, इतनी तबाही की है। बता दूंगा छुपाऊंगा नहीं, लेकिन पाकिस्तान वाले टेलीफोन पर ही नहीं आते थे तो मैंने कहा इंतजार करो..हमारी फौज का लोग इंतजार करते थे मेरी 12 बजे बात हुई उसके बाद मैंने दुनिया को बताया कि मैंने रात को एयर स्ट्राइक किया है और पाकिस्तान के छक्के छुड़वा दिये हैं।

भाइयों-बहनों

यह मोदी छुपाता नहीं है ना मोदी छिप करके वार करता है, जो भी करता है.. सामने से करता है, देश के लिए करता है और आज भी जो लोग मेरे देश के निर्दोष नागरिकों को मारने की हरकत करेंगे, यह नया भारत है, घर में घुस करके मारेगा।

साथियों,

7 मई को आपका वोट, वोट बैंक की राजनीति करने वालों को जवाब देगा। आपका वोट विकसित कर्नाटक, विकसित भारत की गारंटी बनेगा। मेरा अनुरोध है, बागलकोट से मेरे अनन्य साथी पी.सी. गद्दीगौदर जी और बीजापुर से हमारे वरिष्ठ साथी रमेश जिगाजिनागी जी को विशाल बहुमत से विजयी बनाइये। आप यहां अपने परिवार में, अपने परिचितों से कहिएगा कि मोदी जी आए थे..मोदी जी ने आपको प्रणाम कहा है। हर घर में मेरा प्रणाम पहुंचा देना।
मेरे साथ बोलिए...

भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की..

बहुत बहुत धन्यवाद!

Explore More
৭৮ তম স্বাধীনতা দিবস উপলক্ষ্যে নয়াদিল্লির লালকেল্লার প্রাকার থেকে প্রধানমন্ত্রীর ভাষণ ১৫ই আগস্ট , ২০২৪

জনপ্রিয় ভাষণ

৭৮ তম স্বাধীনতা দিবস উপলক্ষ্যে নয়াদিল্লির লালকেল্লার প্রাকার থেকে প্রধানমন্ত্রীর ভাষণ ১৫ই আগস্ট , ২০২৪
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।