আমি পরম ভক্তি নিয়ে সমুদ্রে গিয়েছিলাম, ভগবান শ্রীকৃষ্ণের আশীর্বাদ নিতে সেখানে গিয়েছিলাম, কিন্তু কংগ্রেস 'শেহজাদা' তা নিয়ে ঠাট্টা করেছিল, বলেছেন প্রধানমন্ত্রী
আওনলায় একটি জনসভায় প্রধানমন্ত্রী মোদী বলেছেন, এই নির্বাচন ১০০০ বছরের দাসত্বের মানসিকতা থেকে দেশকে সম্পূর্ণরূপে মুক্ত করার একটি নির্বাচন

बदायूं और बरेली वालों को राम-राम!

सबसे पहले तो मुझे यहां पहुंचने में विलंब हुआ, इतनी गर्मी में आप सबको इंतजार करना पड़ा। आपको जो तकलीफ हुई, उसके लिए मैं आप सबकी क्षमा चाहता हूं। यह जो स्नेह, यह जो प्यार आप मुझ पर, मेरे इन साथियों पर बरसाते हैं यही मेरी पूंजी है। यह आपका प्यार ही मेरे जीवन की ऊर्जा है। विशेष रूप से माताएं-बहनें इतनी विशाल संख्या में यहां आई हैं। मोदी आपकी सेवा में जीवन के पल-पल और शरीर का कण-कण आपकी सेवा के लिए खपाने के लिए निकला हुआ है। मैं कश्मीर से कन्याकुमारी, हिंदुस्तान के अनेक राज्यों में चुनाव भ्रमण के लिए गया। जनसभाओं का संबोधन करने का अवसर मिला और हिंदुस्तान के हर कोने से एक ही आवाज आ रही है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

भाइयों और बहनों,

मैं एक प्रार्थना करूं आप मेरी बात ध्यान से सुनोगे। मुझे जवाब दीजिए। मैं एक प्रार्थना करूं, आप मेरी बात ध्यान से सुनोगे। देखिए, इस जगह बहुत छोटी पड़ गई और इसलिए आप में से कुछ लोग आगे आने की कोशिश कर रहे हैं। कृपा करके आप जहां है, वहीं खड़े रहिए। अब जगह नहीं है। अब जगह नहीं है, आप आगे नहीं आ पाएंगे और आपको असुविधा के लिए फिर से क्षमा मांगता हूं। पर आप वही शांति से, मेरे पास जितना समय है। मेरी बात मुझे कहने का मौका दीजिए। आपका प्यार मेरे सर आंखों पर। आपका आशीर्वाद यह मेरे लिए ऊर्जा है। मेरी बात मानोगे। बोलिए भारत माता की जय!

भाइयों और बहनों,

कहा जाता है जितनी मजबूत नींव उतना ही मजबूत घर। इसी सोच के साथ आज भाजपा विकसित भारत के लिए गरीब, किसान, युवा और नारीशक्ति को सशक्त कर रही है। यह भाजपा है, जिसने बहनों को बिजली, नल से जल, शौचालय, सस्ते गैस कनेक्शन ऐसे अनेक रोजमर्रा की आवश्यकताएं यह दिया है। यह भाजपा है, जिसने मुफ्त राशन की योजना चलाई, ताकि किसी मां के बच्चे को भूखे सोने की नौबत ना आए। हमने मुफ्त इलाज की योजना चलाई, ताकि बहनों को अपनी बीमारी न छुपानी पड़े। अब तो मोदी ने देश के हर परिवार के बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाज की गारंटी दी है और मेरी आपसे विनती है। आप जब लोगों को मिलने जाए ना, तो हर परिवार में 70 साल से ज्यादा आयु के बुजुर्ग है, उनको बताइए अगर बीमारी में जो खर्चा आपके बेटे को करना पड़ता था, वह खर्चा अब दिल्ली में जो आपका बेटा बैठा है ना, वो करेगा। यह बता देंगे। हर बुजुर्ग को बता देंगे। 70 साल से ऊपर की उम्र का कोई भी बुजुर्ग अब उनके इलाज का खर्चा, उनके परिवार के लोगों के सिर पर नहीं पड़ेगा, यह जिम्मेवारी मोदी की रहेगी। जब से पीएम-आवास के ज्यादातर घर देश की करोड़ों बहनों के नाम हुए हैं, तब से उनकी आर्थिक शक्ति कई गुना बढ़ गई है।

साथियों,

आने वाले 5 साल देश की नारीशक्ति का जीवन और अधिक शक्तिशाली बनाने वाला होगा। हम खेत में ड्रोन से लेकर इसरो में, जहां से चंद्रयान चलते हैं, नारीशक्ति का विस्तार देखेंगे। आने वाले समय में 3 करोड़ ग्रामीण बहनों को हम लखपति दीदी बनते देखेंगे और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

हमारे योगी जी और उनकी पूरी टीम उत्तर प्रदेश में जो मेहनत कर रही है, उस मेहनत से आज यूपी की पहचान नए अवसरों की धरती के तौर पर बन रही है। योगी जी के नेतृत्व में यूपी का भाग्य बदल रहा है और यूपी के सांसद के नाते मेरे लिए भी ये गर्व का विषय है। यहां तो नैनो यूरिया की इतनी बड़ी फैक्ट्री है। ऐसे अनेक कारखाने यहां लग रहे हैं। पहले आपका हक का पैसा भ्रष्टाचारी लूट लेते थे। आज देखिए, बरेली और बदायूं के किसानों को ही पीएम किसान सम्मान निधि से 600 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। ऐसे काम तब होता है, जब विकास सबसे ऊपर होता है। सर्वोपरि होता है।

भाइयों और बहनों,

चौबीस का ये चुनाव 1000 वर्ष की गुलामी की मानसिकता से देश को पूरी तरह से मुक्त करने का चुनाव है। यह चुनाव भारत के स्वाभिमान को नई बुलंदी देने वाला चुनाव है। आप जरा याद कीजिए, 10 साल पहले तक सपा और कांग्रेस यह दोनों लोग क्या कहते थे। हमें चिड़ाने के लिए आए दिन कहते थे। ये भाजपा वाले बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और कहते हैं मंदिर वहीं बनाएंगे। फिर वो मजाक उड़ाते थे, मंदिर वहीं बताएंगे, तारीख नहीं बताएंगे। ऐसी गाली देते थे कि नहीं देते थे। ऐसी गाली देते थे कि नहीं देते थे और मैं चुपचाप सब गाली सहता था। चुपचाप सहता था। आपके आशीर्वाद से हमने मंदिर भी बनवाया। प्रभु रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा भी हो गई। हुई कि नहीं हुई। हमने तारीख भी बताई। टाइम भी बताया। जगह भी बताई और जाकर के निमंत्रण भी दिया। लो भाई, यह जगह है, तारीख है, समय है। आओ प्रभु राम के प्राण-प्रतिष्ठा का इतना बड़ा अवसर, लेकिन उनका अहंकार इतना था। ये अपनेआप को प्रभु राम से भी बड़े मानते हैं और इन लोगों ने सपा और कांग्रेस दोनों ने इतना बड़ा पवित्र काम, राम मंदिर का निमंत्रण उनको घर जा कर के दिया गया था। उस निमंत्रण को उन्होंने ठुकरा दिया। क्यों? एक ही गणित था कि अगर मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को स्वीकार किया तो उनका वोट बैंक नाराज हो जाएगा। राम ही नहीं, बल्कि इन्होंने हमारे श्याम को भी नहीं छोड़ा। आप जानते हैं कि हमारे भगवान श्री कृष्ण, उन्होंने प्राचीन द्वारका नगरी समुंदर के पास गुजरात में बनाई थी और वो वहीं आकर रहे थे। और पुरातत्वविदों का कहना है कि भगवान श्रीकृष्ण वाली द्वारिका है वो उस किसी जमाने में पानी में डूब गई। वो पानी के नीचे है तो मैं बड़ी श्रद्धा के साथ समंदर में गया। बहुत नीचे गया। प्रभु श्री राम की, प्रभु श्री कृष्ण के उस द्वारिका के उन पत्थरों को स्पर्श करके आशीर्वाद लेने के लिए मैं वहां गया। लेकिन कांग्रेस के शहजादे ने उसका भी मजाक उड़ाया और मैं तो हैरान हूं यह उत्तर प्रदेश में सपा के ठेकेदार जो खुद को यदुवंशी बताते हैं, जो यदुवंशी कहते हैं, ऐसे सपा के परिवारवादी वो भी ये श्री कृष्ण की मजाक उड़ाने वालों की, बेइज्जती करने वालों की आरती उतार रहे हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है।


भाइयों और बहनों,

सपा कांग्रेस का इंडी गठबंधन तुष्टिकरण लिए किसी भी हद तक जा सकता है। आप देखिए, आजकल समाजवादी पार्टी के साथ दोस्ती की कसम खाई कांग्रेस के खतरनाक इरादों से पूरे देश में हंगामा मचा है। कांग्रेस का ये खतरनाक पंजा फिर देश के लोगों का हक छीनने वाला है। आपका हक छीनने वाला है। कांग्रेस का इरादा है, ओबीसी जातियों को मिलने वाला आरक्षण छीनकर उनका हिस्सा उनके जो खास पसंद की वोट बैंक है, वो खास पसंद की वोट बैंक को दिया जाएगा। आपका हक छीन लिया जाएगा। वोट बैंक की राजनीति मजबूत करने के लिए किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी के इन इरादों पर समाजवादी पार्टी के शहजादे ने चुप्पी साध रखी। इन सारी बातों को समाजवादी पार्टी का पूरा-पूरा समर्थन है। आपको याद होगा, यहां यूपी में ही 2012 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यूपीए सरकार ने धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया था। उस समय उनकी कोशिशें सफल नहीं हुईं, लेकिन अब यह लोग मिलकर फिर से धर्म के आधार पर आरक्षण देने में जुट गए हैं।

साथियों,

कल से देश में एक नया नारा चर्चा में आया है और नया नारा मैं बताऊं, बताऊं, बताऊं। आप याद रखोगे। और यह बहुत, हम सबके लिए चिंता वाला नारा है। क्या चर्चा चल रही है, कांग्रेस की लूट, कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। इसका मतलब है कांग्रेस चाहती है कि आपकी संपत्ति की जांच कराई जाए। आपकी संपत्ति का सर्वे कराया जाए। एक्सरे निकाला जाए, एक्सरे। आपके पास कितना सोना है। कितने गहने हैं। कितने रुपए हैं। कितने वाहन है। गाड़ी कितनी। ट्रैक्टर कितना। साइकिल है कि नहीं है। सारा सर्वे किया जाए और फिर इसके बाद कांग्रेस का इरादा है आपकी संपत्ति को भी छीनकर वो अपने चहेती वोट बैंक को मजबूत करने के लिए वहां दे देंगे।

इतना ही नहीं कांग्रेस चाहती है, आपने जो संपत्ति अपने बच्चों के लिए जुटाई है और आप चाहते हैं कि मरने के बाद अपने संतानों को कुछ देकर के जाएं और इसलिए आप बचत करते हैं अब कांग्रेस वालों ने घोषणा की है कि मृत्यु के बाद ये जो आपकी संपत्ति है, उसमें से सब आपके संतानों को नहीं मिलेगी। आधे से ज्यादा संपत्ति ये सपा-कांग्रेस की सरकारें जप्त कर लेंगी। टैक्स ऐसा लगाएंगे कि वह संपत्ति जप्त हो जाएगी। यानी आपने चार कमरों का घर बनाया हो तो उसमें से दो कमरे कांग्रेस-सपा सरकार दबोच लेगी। आपके पास 10 बीघा का खेत है तो उसमें से पांच बीघा आपके बेटे-बेटियों को मिलेगा। पांच बीघा ये दबोच लेगी, कांग्रेस और एसपी की सरकार। और यह किसको बांटेंगे। यह सब लूट करके अपनी वोट बैंक को बांटेंगे। बताइए, यहां भी जितनी माताएं-बहनें हैं, आप भी अपने बेटी-बेटे के लिए, पोते पोती के लिए, नाती-नातिन के लिए कुछ ना कुछ जुटा रहीं होंगी। इकट्ठा करती होगी। पोता बड़ा होगा तो उसको दूंगी। पोती बड़ी होगी तो उसको दूंगी। हमारे यहां हर परिवार में हर पीढ़ी के लोग अपनी दूसरी पीढ़ी को कुछ न कुछ देने के लिए बचाते रहते हैं। लेकिन, अब आपकी इस बचत पर कांग्रेस की बुरी नजर पड़ गई है। कांग्रेस और सपा वालों ने तय किया है कि विदेश में ऐसा होता है, तो यहां भी करेंगे। विदेश में तो महिलाएं मंगलसूत्र क्या होता है वो भी उनको पता नहीं है, भाई। ये मंगलसूत्र छीनने की बात करते हैं। क्या कोई मां-बहन इस देश में मंगलसूत्र छीनने देगी क्या। मंगल सूत्र छीनने देगी क्या। आप विदेशों का हवाला देते हैं। उनकी अपनी दुनिया अपने परिवार हैं। दरअसल, इन लोगों की नीयत ठीक नहीं है। दो शहजादों की जोड़ी भी देखिए कैसी है। सपा के शहजादे की जब सकार थी, तब यहां कर्फ्यू लगते थे। माताएं-बहनें गहने पहनकर, मंगलसूत्र पहन करके खुलेआम नहीं निकलती थीं। मंगलसूत्र छिपा के रखना पड़ता था और कांग्रेस के शहजादे अब एक्सरे मशीन लगाकर, यह जो स्त्री धन है। उसको भी, मंगलसूत्र को भी छीनने की घोषणा कर रहें हैं।

और साथियों

सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि कांग्रेस का इरादा संस्थाओं का दफ्तरों का भी सर्वे कराने का है। यानी अगर किसी पिछड़े दलित परिवार में दो लोग नौकरी में है तो एक नौकरी छीनकर यह लोग उनको देंगे, जिनका कांग्रेस के मुताबिक देश के संसाधनों पर पहला हक है और इसलिए भाइयों बहनों यह चुनाव भले है, लेकिन उससे भी गंभीर मुद्दा है जिस पर सतर्क रहने की जरूरत है। हम किसी भी हालत में आपके हक को छीनने नहीं देंगे।

भाइयों और बहनों,

इंडी गठबंधन के नेता इसलिए वोट मांग रहे हैं, ताकि धर्म आधारित आरक्षण देने के लिए संविधान बदल सकें। और मैं 400 सीटें इसलिए मांग रहा हूं, ताकि प्रदेशों में जो उन्होंने खेल शुरू किया है यह धर्म के आधार पर आरक्षण देकर के SC-ST-OBC आरक्षण लूटने का उन्होंने मन में मंसूबा रखा है, उसको हमेशा-हमेशा ताला लगाने के लिए मुझे 400 सीट की जरूरत है भाइयों। आपकी रक्षा के लिए मुझे 400 सीट चाहिए। आपके हक को कोई छीन ना ले, इसलिए मुझे 400 सीट की जरूरत है। मैं यूपी के OBC समाज अपने सभी कुर्मी भाई-बहन, यादव भाई-बहन, मोर्या-कुशवाहा भाई बहन, जाट-गुर्जर भाई-बहन, राजभर तेली पाल समाज, ये सबको गारंटी दे रहा हूं। मैं आरक्षण का आपका अधिकार कभी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को छीनने नहीं दूंगा। और ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी यह सिर्फ अपने परिवार का ही सोच सकती है। इन लोगों के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है। आप इनके लिए कोई मायने नहीं रखते। आप खुद देख रहे हैं, यहां यूपी में सपा को अपने परिवार के बाहर का एक भी यादव ऐसा नहीं मिला, जिसे वो टिकट दे सके। यहां बदायूं हो, मैनपुरी हो, कन्नौज हो, आजमगढ़ हो, फिरोजाबाद हो सब जगह एक ही परिवार के सदस्यों को टिकट मिला है। ऐसे लोग हमेशा सिर्फ अपने परिवार का ही भला करेंगे। परिवार के बाहर का कोई भी व्यक्ति हो, इनके लिए कोई मायना नहीं रखता।

भाइयों और बहनों,

मजबूत भारत के लिए SC-ST-OBC और महिलाओं के हक की सुरक्षा के लिए आपको हर बूथ पर कमल खिलाना है। खिलाएंगे। घर-घर जाएंगे। मतदाताओं को जगाएंगे। मेरी बात पहुंचाएंगे। ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे। देखिए, आंवला से मेरे पुराने साथी धर्मेंद्र कश्यप जी और बदायूं से हमारे साथी दुर्विजय शाक्य जी को दिया हुआ आपका एक-एक वोट मोदी को जाएगा। आपका वोट आप कमल पर बटन दबाएंगे ना, तो सीधा-सीधा मोदी को जाएगा और इसलिए 7 मई को कितनी ही गर्मी क्यों ना हो, पहले मतदान फिर जलपान। यह घर-घर जाकर आग्रह करना है। मेरी तरफ से हाथ जोड़कर बताएगा कि मोदी जी ने आपको राम-राम कहा है। मेरे साथ बोलिए

भारत माता की जय!
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भारत माता की जय!
बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।