Published By : Admin |
February 3, 2024 | 14:10 IST
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Dedicates to nation and lays the foundation stone of multiple power projects worth about Rs 28,980 crores
Inaugurates three road sector projects of National Highways developed at a cumulative cost of about Rs 2110 crores
Dedicates to nation and lays foundation stone of railway projects worth about Rs 2146 crores
Lays foundation stone for redevelopment of Sambalpur Railway Station
Flags off Puri-Sonepur-Puri Weekly Express
Inaugurates permanent campus of IIM, Sambalpur
“Today, the country has decided to confer Bharat Ratna to one of its great sons, former Deputy Prime Minister Lal Krishna Advani”
“Government has made continuous efforts to make Odisha, a center of education and skill development”
“The goal of a Viksit Bharat can only be achieved if all states are developed”
“Odisha has greatly benefited from the policies made by the Central Government in the last 10 years”
ওড়িশার মাননীয় রাজ্যপাল শ্রী রঘুবর দাসজী, মুখ্যমন্ত্রী আমার বন্ধু শ্রী নবীন পট্টনায়কজী, কেন্দ্রীয় মন্ত্রিসভায় আমার সহযোগী শ্রী ধর্মেন্দ্র প্রধানজী, অশ্বিনী বৈষ্ণবজী, বিশ্বেশ্বর টুডুজী, সংসদে আমার সহকর্মী নিতেশ গঙ্গাদেবজী, সম্বলপুর আইআইএম – এর নির্দেশক প্রফেসর মহাদেব জয়সওয়ালজী, অন্যান্য সম্মানীয় ব্যক্তিবর্গ, ভদ্রমহিলা ও ভদ্রমহোদয়গণ,
আজ ওড়িশার উন্নয়ন যাত্রার ক্ষেত্রে একটি অত্যন্ত গুরুত্বপূর্ণ দিন। আমি ওড়িশার জনগণকে প্রায় ৭০ হাজার কোটি টাকা বিনিয়োগে নির্মিত ও নির্মীয়মান এই উন্নয়ন প্রকল্পগুলির জন্য অনেক অনেক শুভেচ্ছা জানাই। এতে শিক্ষা, রেল, সড়ক, বিদ্যুৎ এবং পেট্রোলিয়াম সংক্রান্ত অনেক প্রকল্প রয়েছে। এই প্রকল্পগুলির মাধ্যমে ওড়িশার গরীব, শ্রমিক, কর্মচারী, দোকানদার, ব্যবসায়ী, কৃষক অর্থাৎ সমাজের সমস্ত শ্রেণীর মানুষই লাভবান হবেন। ওড়িশায় বিভিন্ন পরিষেবা চালু হওয়ার পাশাপাশি, এখানকার নবীন প্রজন্মের হাজার হাজার মানুষের কর্মসংস্থানও হবে।
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বন্ধুগণ,
আজ দেশ তার এক মহান সুপুত্র প্রাক্তন উপ-প্রধানমন্ত্রী লালকৃষ্ণ আডবাণীজীকে ভারতরত্ন প্রদানের সিদ্ধান্ত নিয়েছে। দেশের উপ-প্রধানমন্ত্রী, স্বরাষ্ট্র মন্ত্রী এবং তথ্য ও সম্প্রচার মন্ত্রী হিসেবে তাঁর অবদান অনেক দশক ধরে একজন নিষ্ঠাবান সজগ সাংসদ হিসেবে মাননীয় আডবানীজী দেশকে যেভাবে সেবা করেছেন, তা অপ্রতিম। আডবাণীজীর এই সম্মান থেকে প্রমাণ হয় যে, দেশ সেবায় যিনি জীবনোৎসর্গ করেন তাঁকে দেশ কখনও ভোলে না। আমার সৌভাগ্য যে, আমি সর্বদা লালকৃষ্ণ আডবাণীজীর স্নেহ ও জীবন পথে চলার উপযোগী দিক-নির্দেশ পেয়েছি। আমি তাঁর দীর্ঘায়ু কামনা করি। আর ওড়িশার এই মহান ভূমিতে দাঁড়িয়ে সমস্ত দেশবাসীর পক্ষ থেকে তাঁকে অনেক অনেক শুভেচ্ছা জানাই।
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বন্ধুগণ,
আমরা শুরু থেকেই ওডিশাকে শিক্ষা ও দক্ষতা বিকাশের ক্ষেত্রে একটি গুরুত্বপূর্ণ কেন্দ্র হিসেবে গড়ে তোলার চেষ্টা করেছি। বিগত দশকে ওড়িশা যত আধুনিক প্রতিষ্ঠান পেয়েছে, শিক্ষা প্রতিষ্ঠান পেয়েছে, সেগুলি এই রাজ্যের তরুণদের ভাগ্য বদলে দিচ্ছে। আইসর ব্রহ্মপুর থেকে শুরু করে ভুবনেশ্বরের ইন্সটিটিউট অফ কেমিক্যাল টেকনোলজির মতো অনেক প্রতিষ্ঠান এই রাজ্যে স্থাপন করা হয়েছে। এখন আইআইএম সম্বলপুরও ম্যানেজমেন্টের আধুনিক প্রতিষ্ঠান রূপে ওড়িশার ভূমিকাকে আরও শক্তিশালী করে তুলছে। আমার মনে আছে যে, তিন বছর আগে করোনাকালের মধ্যেই এই আইআইএম ক্যাম্পাসের ভিত্তিপ্রস্তর স্থাপনের সৌভাগ্য আমার হয়েছিল। অনেক বাধা-বিপত্তি সত্ত্বেও এখন এই অসাধারণ ক্যাম্পাসটি গড়ে উঠেছে। আপনাদের চোখেমুখে আমি যে উৎসাহ দেখতে পাচ্ছি, তা থেকে বুঝতে পারছি যে, এই ক্যাম্পাস আপনাদের কতটা ভালো লাগছে। এর নির্মাণের সঙ্গে যুক্ত সমস্ত বন্ধুদের আমি প্রশংসা জানাই।
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বন্ধুগণ,
বিকশিত ভারতের লক্ষ্য আমরা তখনই অর্জন করতে পারবো, যখন ভারতের প্রতিটি রাজ্য বিকশিত হবে। সেজন্য বিগত বছরগুলিতে আমরা ওড়িশাকে প্রতিটি ক্ষেত্রের উন্নয়নে আগের চেয়ে বেশি সাহায্য করেছি। কেন্দ্রীয় সরকারের প্রচেষ্টায় ওড়িশা আজ পেট্রোলিয়াম ও পেট্রোকেমিকেল ক্ষেত্রেও নতুন উচ্চতা অর্জন করছে। বিগত ১০ বছরে ওড়িশায় পেট্রোলিয়াম ও পেট্রোকেমিকেল ক্ষেত্রে ১ লক্ষ ২৫ হাজার কোটি টাকারও বেশি বিনিয়োগ হয়েছে। বিগত ১০ বছরে ওডিশা আগের তুলনায় রেলের উন্নয়নে ১২ গুণেরও বেশি বাজেট বরাদ্দ করা হয়েছে। বিগত ১০ বছরে ওড়িশায় প্রধানমন্ত্রী গ্রামীণ সড়ক যোজনার মাধ্যমে প্রায় ৫০ হাজার কিলোমিটার সড়কপথ নির্মিত হয়েছে। রাজ্যে ৪ হাজার কিলোমিটারেরও বেশি নতুন জাতীয় সড়ক নির্মাণ হয়েছে। আজও এখানে তিনটি জাতীয় সড়ক সংশ্লিষ্ট বড় প্রকল্প উদ্বোধন করা হয়েছে। এগুলির মাধ্যমে ঝাড়খন্ড ও ওড়িশার মধ্যে আন্তঃরাজ্য যোগাযোগ ব্যবস্থা আরও মজবুত হবে। এর ফলে, যাত্রাপথে দূরত্ব ও সময় কমবে। এই এলাকার খনি, বিদ্যুৎ এবং ইস্পাত শিল্পের সম্ভাবনা সম্পর্কে সকলেই জানেন। যোগাযোগ ব্যবস্থার ক্ষেত্রে এই গুরুত্বপূর্ণ পদক্ষেপগুলি সম্পূর্ণ এলাকায় নতুন নতুন শিল্পোদ্যোগ স্থাপনের সম্ভাবনা তৈরি করবে, হাজার হাজার যুবক-যুবতীর কর্মসংস্থানও হবে। আজ সম্বলপুর – তালচের রেল বিভাগের রেলপথ দ্বিগুণ করা, ঝার – তরভা থেকে সোনপুর বিভাগ পর্যন্ত নতুন রেল লাইনও চালু হচ্ছে। পুরী – সোনপুর এক্সপ্রেসের মাধ্যমে সুবর্ণপুর বা সোনপুর জেলা আজ রেলপথে যুক্ত হচ্ছে। এর ফলে, এই জেলার ভক্তরা এখন সহজেই ভগবান জগন্নাথের দর্শন লাভে যেতে পারবেন। আমরা নিরন্তর চেষ্টা করে যাচ্ছি যে, যাতে ওড়িশার প্রতিটি পরিবার পর্যাপ্ত এবং সস্তায় বিদ্যুৎ পায়। আজ যে সুপার ক্রিটিক্যাল এবং আল্ট্রাসুপার ক্রিটিকাল থার্মাল প্ল্যান্টের উদ্বোধন এখানে হয়েছে, তার লক্ষ্য এটাই।
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ভাই ও বোনেরা,
বিগত ১০ বছরে কেন্দ্রীয় সরকার যত নীতি প্রণয়ন করেছে, সেগুলির মাধ্যমে ওডিশা অনেক লাভবান হয়েছে। আমরা খনি ক্ষেত্রে নতুন সংস্কার এনেছি। খনি নীতি পরিবর্তনের পর ওড়িশার আয় ১০ গুণ বেড়েছে। আগে যেসব রাজ্যে খনিগুলি রয়েছে, সেই রাজ্যের মানুষরা এর দ্বারা লাভবান হ’ত না। আমরা এই নীতিও বদলেছি। কেন্দ্রের বিজেপি সরকার ডিস্ট্রিক্ট মিনারেল ফাউন্ডেশন গড়ে তুলেছে। এর ফলে, খনিজ উৎপাদনের আয়ের একটা অংশ খনি এলাকার উন্নয়নের জন্য বিনিয়োগ করা সুনিশ্চিত হয়েছে। এর ফলে, ওডিশা এখনও পর্যন্ত প্রায় ২৫ হাজার কোটি টাকারও বেশি পেয়েছে। এই অর্থ সংশ্লিষ্ট এলাকার জনগণের কল্যাণে খরচ করা হচ্ছে। আমি ওড়িশার জনগণকে আশ্বস্ত করছি যে, কেন্দ্রীয় সরকার একই সমর্পণ ভাব নিয়ে ভবিষ্যতেও ওড়িশার উন্নয়নের কাজ করে যাবে।
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বন্ধুগণ,
আমি এখান থেকে একটি অনেক বড় অনুষ্ঠানে যাবো। খোলা মাঠে সেই অনুষ্ঠান হবে। সেখানকার মেজাজও অন্যরকম হবে। সেজন্য আমি এখানে আপনাদের বেশি সময় নেবো না। কিন্তু, সেখানে আমি একটু বেশি সময় নিয়ে বিস্তারিত বলবো। ১৫ মিনিট পরই আমি সেই অনুষ্ঠান-স্থলে পৌঁছবো। আরেকবার আপনাদের সকলকে এইসব উন্নয়নমূলক প্রকল্পের উদ্বোধন ও ভিত্তিপ্রস্তর স্থাপনের জন্য অনেক অনেক শুভেচ্ছা জানাই। আর আমার নবীন বন্ধুদের বিশেষ শুভেচ্ছা জানাই।
PM lays foundation stone, inaugurates multiple development projects in Sikkim
Sikkim is the pride of the country: PM
Over the past decade, our government has placed the Northeast at the core of India's development journey: PM
We are advancing the 'Act East' policy with the spirit of 'Act Fast': PM
Sikkim and the entire Northeast are emerging as a shining chapter in India's progress: PM
We endeavour to make Sikkim a global tourism destination: PM
India is set to become a global sports superpower, with the youth of the Northeast and Sikkim playing a key role: PM
Our dream is that Sikkim should become a Green Model State not only for India but for the entire world: PM
सिक्किम के राज्यपाल श्री ओपप्रकाश माथुर जी, राज्य के लोकप्रिय मुख्यमंत्री, मेरे मित्र प्रेम सिंह तमांग जी, संसद में मेरे साथी दोरजी शेरिंग लेपचा जी, डॉ इंद्रा हांग सुब्बा जी, उपस्थित अन्य जनप्रतिनिधिगण, देवियों और सज्जनों,
कंचनजंगाको शितल छायाँमा बसेको हाम्रो प्यारो सिक्किमको आमा-बाबु, दाजु-भाई अनि दीदी-बहिनीहरु। सिक्किम राज्यको स्वर्ण जयंतीको सुखद उपलक्ष्यमा तपाईहरु सबैलाई मंगलमय शुभकामना।
आज का ये दिन विशेष है, ये अवसर सिक्किम की लोकतांत्रिक यात्रा की गोल्डन जुबली का है। मैं स्वयं आप सबके बीच रहकर के इस उत्सव का, इस उमंग का, 50 वर्ष की सफल यात्रा का साक्षी बनना चाहता था, मैं भी आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस उत्सव का हिस्सा बनना चाहता था। मैं बहुत सुबह दिल्ली से निकलकर बागडोगरा तो पहुंच गया, लेकिन मौसम ने मुझे आपके दरवाजे तक तो पहुंचा दिया, लेकिन आगे जाने से रोक लिया और इसलिए मुझे आपके प्रत्यक्ष दर्शन का अवसर नहीं मिला है। लेकिन मैं यह दृश्य देख रहा हूं, ऐसा भव्य दृश्य मेरे सामने है, लोग ही लोग नजर आ रहे हैं, कितना अद्भुत नजारा है। कितना अच्छा होता, मैं भी आपके बीच होता, लेकिन मैं नहीं पहुंच पाया, मैं आप सबकी क्षमा मांगता हूं। लेकिन जैसे माननीय मुख्यमंत्री जी ने मुझे निमंत्रण दिया है, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, जैसे ही राज्य सरकार तय करेगी, मैं सिक्किम जरूर आऊंगा, आप सबके दर्शन करूंगा और इस 50 वर्ष की सफल यात्रा का मैं भी एक दर्शक बनूंगा। आज का ये दिन बीते 50 वर्षों की अचीवमेंट्स को सेलिब्रेट करने का है और आपने काफी अच्छा कार्यक्रम आयोजित किया है। और मैं तो लगातार सुन रहा था, देख रहा था, खुद मुख्यमंत्री जी इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए काफी ऊर्जा के साथ लगे रहे हैं। वो दिल्ली में भी मुझे दो बार आकर के निमंत्रण देकर गए हैं। मैं आप सभी को सिक्किम राज्य के 50 वर्ष होने की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
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साथियों,
50 साल पहले सिक्किम ने अपने लिए एक डेमोक्रेटिक फ्यूचर तय किया था। सिक्किम के लोगों का जनमन geography के साथ ही भारत की आत्मा से जुड़ने का भी था। एक भरोसा था, जब सबकी आवाज़ सुनी जाएगी, सबके हक सुरक्षित होंगे, तो विकास के एक जैसे मौके मिलेंगे। आज मैं कह सकता हूं कि सिक्किम के एक-एक परिवार का भरोसा लगातार मजबूत हुआ है। और देश ने इसके परिणाम सिक्किम की प्रगति के रूप में देखे हैं। सिक्किम आज देश का गर्व है। इन 50 वर्षों में सिक्किम प्रकृति के साथ प्रगति का मॉडल बना। बायोडायवर्सिटी का बहुत बड़ा बागीचा बना। शत-प्रतिशत ऑर्गेनिक स्टेट बना। कल्चर और हैरिटेज की समृद्धि का प्रतीक बनकर सामने आया। आज सिक्किम देश के उन राज्यों में है, जहां प्रतिव्यक्ति आय सबसे अधिक है। ये सारी उपलब्धियां सिक्किम के आप सभी साथियों के सामर्थ्य से हासिल हुई हैं। इन 50 वर्षों में सिक्किम से ऐसे अनेक सितारे निकले हैं, जिन्होंने भारत का आसमान रोशन किया है। यहां के हर समाज ने सिक्किम की संस्कृति और समृद्धि में अपना योगदान दिया है।
साथियों,
2014 में सरकार में आने के बाद मैंने कहा था- सबका साथ-सबका विकास। भारत को विकसित बनाने के लिए देश का संतुलित विकास बहुत जरूरी है। ऐसा नहीं होना चाहिए कि, एक क्षेत्र तक तो विकास का लाभ पहुंचे और दूसरा पीछे ही छूटता चला जाए। भारत के हर राज्य, हर क्षेत्र की अपनी एक खासियत है। इसी भावना के तहत बीते दशक में हमारी सरकार, नॉर्थ ईस्ट को विकास के केंद्र में लाई है। हम 'Act East' के संकल्प पर 'Act Fast' की सोच के साथ काम कर रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही दिल्ली में नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टमेंट समिट हुई है। इसमें देश के बड़े-बड़े इंडस्ट्रियलिस्ट, बड़े इन्वेस्टर शामिल हुए। उन्होंने सिक्किम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट में बहुत बड़ी इन्वेस्टमेंट्स की घोषणा की है। इससे आने वाले समय में सिक्किम के नॉर्थ ईस्ट के नौजवानों के लिए यहीं पर रोजगार के अनेक बड़े अवसर तैयार होने वाले हैं।
साथियों,
आज के इस कार्यक्रम में भी सिक्किम की फ्यूचर जर्नी की एक झलक मिलती है। आज यहां सिक्किम के विकास से जुडे अनेक प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इन सारे प्रोजेक्ट्स से यहां हेल्थकेयर, टूरिज्म, कल्चर और स्पोर्ट्स की सुविधाओं का विस्तार होगा। मैं आप सभी को इन सारे प्रोजेक्ट्स के लिए ढेर सारी बधाई देता हूं।
साथियों,
सिक्किम समेत पूरा नॉर्थ ईस्ट, नए भारत की विकास गाथा का एक चमकता अध्याय बन रहा है। जहाँ कभी दिल्ली से दूरियां विकास की राह में दीवार थीं, अब वहीं से अवसरों के नए दरवाज़े खुल रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है, यहां की कनेक्टिविटी में जो बदलाव आ रहा है, आप लोगों ने तो अपनी आंखों के सामने ये परिवर्तन होते देखा है। एक समय था जब पढ़ाई के लिए, इलाज के लिए, रोजगार के लिए कहीं पर भी आना-जाना बहुत बड़ी चुनौती था। लेकिन बीते दस वर्षों में स्थिति काफी बदल गई है। इस दौरान सिक्किम में करीब चार सौ किलोमीटर के नए नेशनल हाईवे बने हैं। गांवों में सैकड़ों किलोमीटर नई सड़कें बनी हैं। अटल सेतु बनने से सिक्किम की दार्जिलिंग से कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। सिक्किम को कालिम्पोंग से जोड़ने वाली सड़क पर भी काम तेज़ी से चल रहा है। और अब तो बागडोगरा-गंगटोक एक्सप्रेसवे से भी सिक्किम आना-जाना बहुत आसान हो जाएगा। इतना ही नहीं, आने वाले समय में हम इसे गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से भी जोड़ेंगे।
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साथियों,
आज नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य की राजधानी को रेलवे से जोड़ने का अभियान तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। सेवोक-रांगपो रेल लाइन, सिक्किम को भी देश के रेल नेटवर्क से जोड़ेगी। हमारा ये भी प्रयास है कि जहां सड़कें नहीं बन सकतीं, वहां रोपवे बनाए जाएं। थोड़ी देर पहले ऐसे ही रोपवे प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण किया गया है। इससे भी सिक्किम के लोगों की सहूलियत बढ़ेगी।
साथियों,
बीते एक दशक में भारत नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा है। और इसमें बेहतर हेल्थकेयर का लक्ष्य हमारी बहुत बड़ी प्राथमिकता रहा है। पिछले 10-11 साल में देश के हर राज्य में बड़े अस्पताल बने हैं। एम्स और मेडिकल कॉलेजों का बहुत विस्तार हुआ है। आज यहां भी 500 बेड का अस्पताल आपको समर्पित किया गया है। ये अस्पताल गरीब से गरीब परिवार को भी अच्छा इलाज सुनिश्चित करेगा।
साथियों,
हमारी सरकार एक तरफ अस्पताल बनाने पर बल दे रही है, वहीं दूसरी तरफ सस्ते और बेहतर इलाज का भी इंतज़ाम कर रही है। आयुष्मान भारत योजना के तहत सिक्किम के 25 हजार से ज्यादा साथियों का मुफ्त इलाज किया गया है। अब पूरे देश में 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। अब सिक्किम के मेरे किसी भी परिवार को अपने बुजुर्गों की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। उनका इलाज हमारी सरकार करेगी।
साथियों,
विकसित भारत का निर्माण, चार मजबूत पिलर्स पर होगा। ये पिलर्स हैं- गरीब, किसान, नारी और नौजवान। आज देश, इन पिलर्स को लगातार मजबूत कर रहा है। आज के अवसर पर मैं सिक्किम के किसान बहनों-भाइयों की खुले दिल से प्रशंसा करुंगा। आज देश, खेती की जिस नई धारा की तरफ बढ़ रहा है, उसमें सिक्किम सबसे आगे है। सिक्किम से ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट भी बढ़ रहा है। हाल में ही यहा की मशहूर डैले खुरसानी मिर्च, ये पहली बार एक्सपोर्ट शुरु हुआ है। मार्च महीने में ही, पहला कन्साइनमेंट विदेश पहुंच गया है। आने वाले समय में ऐसे अनेक उत्पाद यहां से विदेश निर्यात होंगे। राज्य सरकार के हर प्रयास के साथ केंद्र सरकार कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।
साथियों,
सिक्किम की ऑर्गेनिक बास्केट को और समृद्ध करने के लिए केंद्र सरकार ने एक और कदम उठाया है। यहां सोरेंग जिले में देश का पहला ऑर्गेनिक फिशरीज़ क्लस्टर बन रहा है। ये सिक्किम को, देश और दुनिया में एक नई पहचान देगा। ऑर्गेनिक फार्मिंग के साथ-साथ सिक्किम को ऑर्गेनिक फिशिंग के लिए भी जाना जाएगा। दुनिया में ऑर्गेनिक फिश और फिश प्रोडक्ट्स की बहुत बड़ी डिमांड है। इससे यहां के नौजवानों के लिए मछली पालन के क्षेत्र में नए मौके मिलेंगे।
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साथियों,
अभी कुछ दिन पहले ही दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक हुई है। इस बैठक के दौरान मैंने कहा है, हर राज्य को अपने यहां एक ऐसा टूरिस्ट डेस्टिनेशन डवलप करना चाहिए, जो इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान बनाए। अब समय आ गया है, सिक्किम सिर्फ हिल स्टेशन नहीं, ग्लोबल टूरिज्म डेस्टिनेशन बने! सिक्किम के सामर्थ्य का कोई मुकाबला ही नहीं है। सिक्किम टूरिज्म का complete package है! यहाँ प्रकृति भी है, आध्यात्म भी है। यहाँ झीलें हैं, झरने हैं, पहाड़ हैं और शांति की छाया में बसे बौद्ध मठ भी हैं। कंचनजंगा नेशनल पार्क, UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट, सिक्किम की इस धरोहर पर सिर्फ भारत नहीं, पूरी दुनिया को गर्व है। आज जब यहां नया स्कायवॉक बन रहा है, स्वर्ण जयंती प्रोजेक्ट का लोकार्पण हो रहा है, अटल जी की प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है, ये सभी प्रोजेक्ट, सिक्किम की नई उड़ान के प्रतीक हैं।
साथियों,
सिक्किम में एडवेंचर और स्पोर्ट्स टूरिज्म का भी बहुत पोटेंशियल है। ट्रेकिंग, माउंटेन बाइकिंग, हाई-एल्टीट्यूड ट्रेनिंग जैसी गतिविधियाँ यहां आसानी से हो सकती हैं। हमारा सपना है सिक्किम को कॉन्फ्रेंस टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म और कॉनसर्ट टूरिज्म का भी हब बनाया जाए। स्वर्ण जयंती कन्वेंशन सेंटर, यही तो भविष्य की तैयारी का हिस्सा है। मैं चाहता हूँ कि दुनिया के बड़े-बड़े कलाकार गंगटोक की वादियों में आकर perform करें, और दुनिया कहे “अगर कहीं प्रकृति और संस्कृति साथ-साथ हैं, तो वो हमारा सिक्किम है!”
साथियों,
G-20 समिट की बैठकों को भी हम नॉर्थ ईस्ट तक इसलिए लेकर आए, ताकि दुनिया यहाँ की क्षमताओं को देख सके, यहां की संभावनाओं को समझ सके। मुझे खुशी है कि सिक्किम की NDA सरकार इस विज़न को तेज़ी से धरातल पर उतार रही है।
साथियों,
आज भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक शक्तियों में से एक है। आने वाले समय में भारत स्पोर्ट्स सुपरपावर भी बनेगा। और इस सपने को साकार करने में, नॉर्थ ईस्ट और सिक्किम की युवा शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। यही धरती है जिसने हमें बाईचुंग भूटिया जैसे फुटबॉल लीजेंड दिए। यही सिक्किम है, जहाँ से तरुणदीप राय जैसे ओलंपियन निकले। जसलाल प्रधान जैसे खिलाड़ियों ने भारत को गौरव दिलाया। अब हमारा लक्ष्य है, सिक्किम के हर गाँव, हर कस्बे से एक नया चैम्पियन निकले। खेल में सिर्फ भागीदारी नहीं, विजय का संकल्प हो! गंगटोक में जो नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बन रहा है, वो आने वाले दशकों में चैम्पियनों की जन्मभूमि बनेगा। ‘खेलो इंडिया’ स्कीम के तहत सिक्किम को विशेष प्राथमिकता दी गई है। टैलेंट को पहचान कर, ट्रेनिंग, टेक्नोलॉजी और टूर्नामेंट – हर स्तर पर मदद दी जा रही है। मुझे पूरा विश्वास है, सिक्किम के युवाओं की ये ऊर्जा, ये जोश, भारत को ओलंपिक पोडियम तक पहुंचाने का काम करेगा।
साथियों,
सिक्किम के आप सभी लोग पर्यटन की पावर को जानते हैं, समझते हैं। टूरिज्म सिर्फ मनोरंजन नहीं है, ये डायवर्सिटी का सेलिब्रेशन भी है। लेकिन आतंकियों ने जो कुछ पहलगाम किया, वो सिर्फ भारतीयों पर हमला नहीं था, वो मानवता की आत्मा पर हमला था, भाईचारे की भावना पर हमला था। आतंकियों ने हमारे अनेक परिवारों की खुशियां को तो छीन लिया, उन्होंने हम भारतीयों को बांटने की भी साजिश रची। लेकिन आज पूरी दुनिया देख रही है कि, भारत पहले से कहीं ज़्यादा एकजुट है! हमने एकजुट होकर आतंकियों और उनके सरपरस्तों को साफ़ संदेश दिया है। उन्होंने हमारी बेटियों के माथे से सिंदूर पोछकर उनका जीना हराम कर दिया, हमने आतंकियों को ऑपरेशन सिंदूर से करारा जवाब दिया है।
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साथियों,
आतंकी अड्डे तबाह होने से बौखलाकर पाकिस्तान ने हमारे नागरिकों और सैनिकों पर हमले की कोशिश की, लेकिन उसमें भी पाकिस्तान की पोल ही खुल गई। और हमने उनके कई एयरबेस को तबाह करके दिखा दिया, कि भारत कब क्या कर सकता है, कितना तेजी से कर सकता है, कितना सटीक कर सकता है।
साथियो,
राज्य के रूप में सिक्किम के 50 वर्ष का ये पड़ाव हम सभी के लिए प्रेरणा है। विकास की ये यात्रा अब और तेज़ होगी। अब हमारे सामने 2047 हैं, वो साल जब देश की आजादी के 100 साल पूरे होंगे
और यही वो समय होगा, जब सिक्किम को राज्य बने 75 वर्ष कंप्लीट हो जाएंगे। इसलिए हमें आज ये लक्ष्य तय करना है, कि 75 के पड़ाव पर हमारा सिक्किम कैसा होगा? हम सभी किस प्रकार का सिक्किम देखना चाहते हैं, हमें रोडमैप बनाना है, 25 साल के विजन के साथ कदम कदम पर कैसे आगे बढ़ेंगे ये सुनिश्चित करना है। हर कुछ समय पर बीच-बीच में उसकी समीक्षा करते रहना है। और लक्ष्य से हम कितना दूर हैं, कितना तेजी से आगे बढ़ना है। नए हौसले, नई उमंग, नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ना है, हमें सिक्किम की इकॉनॉमी की रफ्तार बढ़ानी है। हमें कोशिश करनी है कि हमारा सिक्किम एक वेलनेस स्टेट के रूप में उभरे। इसमें भी विशेष रूप से हमारे नौजवानों को ज्यादा अवसर मिले। हमें सिक्किम के यूथ को स्थानीय जरूरतों के साथ ही दुनिया की डिमांड के लिए भी तैयार करना है। दुनिया में जिन सेक्टर्स में यूथ की डिमांड है, उनके लिए यहां स्किल डवलपमेंट के नए मौके हमें बनाने हैं।
साथियों,
आइए, हम सब मिलकर एक संकल्प लें, अगले 25 वर्षों में सिक्किम को विकास, विरासत और वैश्विक पहचान का सर्वोच्च शिखर दिलाएँगे। हमारा सपना है— सिक्किम, केवल भारत का नहीं, पूरे विश्व का ग्रीन मॉडल स्टेट बने। एक ऐसा राज्य जहां के हर नागरिक के पास पक्की छत हो, एक ऐसा राज्य जहां हर घर में सोलर पावर से बिजली आए, एक ऐसा राज्य जो एग्रो- स्टार्ट अप्स, टूरिज्म स्टार्ट अप्स में नया परचम लहराए, जो ऑर्गैनिक फूड के एक्सपोर्ट में दुनिया में अपनी पहचान बनाए। एक ऐसा राज्य जहां का हर नागरिक डिजिटल ट्रांजेक्शन करे, जो वेस्ट टू वेल्थ की नई ऊंचाइयों पर हमारी पहचान को पहुंचाए, अगले 25 साल ऐसे अनेक लक्ष्यों की प्राप्ति के हैं, सिक्किम को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाई देने के हैं। आइए, हम इसी भावना के साथ आगे बढ़ें और विरासत को, इसी तरह आगे बढ़ाते रहें। एक बार फिर, सभी सिक्किम वासियों को इस महत्वपूर्ण 50 वर्ष की यात्रा पर, इस महत्वपूर्ण अवसर पर देशवासियों की तरफ से, मेरी तरफ से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं, बहुत बहुत धन्यवाद!