আমি যখন গুজরাতের মুখ্যমন্ত্রী ছিলাম, আমি রাজস্থানকে জল দিয়েছিলাম এবং কোনও আদালতের ব্যাপার ছিল না: চিতোরগড়ে প্রধানমন্ত্রী মোদী
আমি রাজস্থানের তরুণদের গ্যারান্টি দিচ্ছি যে পেপার লিক মাফিয়াদের জবাবদিহি করা হবে, কঠোরতম শাস্তি দেওয়া হবে, বলেছেন প্রধানমন্ত্রী মোদী
রাজস্থান বিশ্বাস এবং আস্থার সঙ্গে বলছে যে বিজেপি আসবে, গুন্ডামি শেষ হবে, বিজেপি আসবে এবং দাঙ্গা বন্ধ করবে, বিজেপি আসবে এবং পাথরবাজি বন্ধ করবে, বিজেপি আসবে এবং অসততা বন্ধ করবে: প্রধানমন্ত্রী মোদী
প্রধানমন্ত্রী মোদী বলেছেন, প্রতিটি দুর্নীতিগ্রস্ত মানুষ, গুন্ডা, দাঙ্গাবাজ, অপরাধী এবং কংগ্রেসের প্রতিটি নেতা নিজেকে রাজস্থানের সরকার বলে মনে করে। রাজ্যকে লুট করার ক্ষেত্রে কংগ্রেস কোনও ত্রুটি রাখেনি

सांवलिया सेठ महाराज की जय !!
मेवाड़ की रक्षक बायण माता, कालिका माता की… सगरा माता की… आप सबको इस धरती को प्रणाम करते हुए मेरे साथ बोलिए भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की.. !!
महाराणा प्रताप, रानी पद्मिनी, राणा कुंभा के शौर्य और वीरता की भूमि, श्रीनाथजी, नाथद्वारा और सांवलिया सेठ जी की पावन धरती ऐसी मेवाड़ की धरती को मेरा शत-शत नमन!

पूरा राजस्थान, पूरा मेवाड़ क्या सोच रहा है, ये आज यहां चित्तौड़गढ़ में साफ-साफ दिखाई देता है। मैं पार्टी का बहुत आभारी हूं कि मुझे आपके बीच जाने का अवसर दिया और बहुत पुराने-पुराने परिचित चेहरे उनको प्रणाम करने का अवसर मिल गया पुराने साथियों को नमस्कार करने का मौका मिल गया। लेकिन इससे भी बड़ा मेरा अजूबा ये था कि इस पंडाल से बाहर इतनी तादाद में लोग थे, अगर मैं खुली जीप में न आता तो शायद मैं कल्पना नहीं कर सकता कि इतनी बड़ी तादाद में लोग बाहर खड़े हैं। लेकिन जिनको पंडाल में जगह नहीं मिली है उनसे मैं क्षमा याचना भी करता हूं, लेकिन उनको विश्वास दिलाता हूं कि पंडाल भले ही छोटा पड़ गया मोदी का दिल बहुत बड़ा है। आप सब मेरे दिल में बसते हैं। साथियों राजस्थान ने आह्वान कर दिया है- राजस्थान को बचाएंगे, भाजपा सरकार को लाएंगे।

मेरे परिवारजनों,
मेवाड़ की, राजस्थान की पहचान आतिथ्य सत्कार की है। लोक संगीत की है, लोक संस्कृति की है। शौर्य की है, यहां की एक-एक विरासत पर गर्व करने की है। लेकिन 5 साल में कांग्रेस की सरकार ने राजस्थान की साख को तबाह कर दिया तबाह कर। मैं इस मेवाड़ की धरती को करना चाहता हूं जब यहां से खबरें आती है तो बहुत दुखी मन हो जाता है, बहुत तकलीफ अनुभव करता हूं और मैं बहुत दुखी मन से कह रहा हूं.... आज जब अपराध की बात आती है, तो कौन सा राज्य टॉप पर आता है? कौन सा राज्य? ये हमारा राजस्थान। आज जब अराजकता, दंगे, पत्थरबाजी की बातें होती है, तो कौन सा राज्य का नाम बदनाम होता है? ये हमारा राजस्थान। आज जब महिलाओं-दलितों-पिछड़ों पर अत्याचार की बात होती है, तो कौन सा राज्य आज सबसे ज्यादा बदनाम हो रहा है? ये हमारा राजस्थान। क्या आपने.. मैं राजस्थान की जनता को बड़े दर्द के साथ, बड़े दुख के साथ, बड़ी तकलीफ के साथ मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या आपने पांच साल पहले इसके लिए कांग्रेस को वोट दिया था?

साथियों,
राजस्थान के लोगों को भ्रम में डालकर कांग्रेस ने यहां सरकार तो बना ली लेकिन सरकार चला नहीं पाई। यहां गहलोत जी सोते-जागते, उठते-बैठते मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाने में लगे थे और आधी कांग्रेस उनकी कुर्सी गिराने में जुटी थी। जनता को अपने हाल पर छोड़कर ये लोग आपसी लड़ाई में ही व्यस्त रहे। अपने बेटों को सेट कैसे करना, दूसरे के बेटे को कैसे उखाड़ देना लेकिन इस सबके बावजूद एक विषय को लेकर कांग्रेस में हमेशा मिलीभगत रही हमेशा सहमति रही। कांग्रेस ने राजस्थान को लूटने में कोई कमी नहीं छोड़ी। पांच साल राजस्थान में कांग्रेस ने यही किया है। हर भ्रष्टाचारी, हर गुंडा, हर दंगाई, हर अत्याचारी, कांग्रेस का हर नेता खुद को राजस्थान की सरकार मान बैठा है।

मेरे परिवारजनों,
आप मुझे बताइए, राजस्थान में ऐसी सरकार को रहना चाहिए क्या? ऐसी सरकार को रहना चाहिए क्या? एक दिन भी रहना चाहिए क्या?
राजस्थान को ऐसी सरकार चलेगी क्या? मेवाड़ की ये आवाज़ पूरे राजस्थान की आवाज़ है। राजस्थान कह रहा है- राजस्थान पूरे विश्वास से कह रहा है, राजस्थान पूरे भरोसे से कह रहा है- भाजपा आएगी, गुंडागर्दी जाएगी। भाजपा आएगी, दंगे रुकवाएगी। भाजपा आएगी, पत्थरबाजी रुकवाएगी। भाजपा आएगी, बेईमानी जाएगी। भाजपा आएगी, महिला सुरक्षा लाएगी। भाजपा आएगी, रोज़गार लाएगी। भाजपा आएगी, समृद्ध राजस्थान बनाएगी।

मेरे परिवारजनों,
राजस्थान की जनता का संदेश, कांग्रेस के नेताओं तक भी पहुंच चुका है। यहां मुख्यमंत्री गहलोत जी को भी पता है कि कांग्रेस सरकार की विदाई का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। इसलिए आपने भी सुना होगा, इसका मेरे पास सबूत है, दिल्ली में बैठे कुछ लोगों को भले ही भरोसा ना हो कि गहलोत जी जा रहे हैं, लेकिन गहलोत जी को खुद पर भरोसा है कि वो जा रहे हैं और इसलिए गहलोत जी ने भी एक प्रकार से भाजपा को बधाई दे दी है। आप देखिए कांग्रेस के मुख्यमंत्री क्या बोल रहे हैं, वो आग्रह कर रहे हैं कि भाजपा सरकार बनने के बाद उनकी योजनाओं को बंद ना किया जाए। ऐसा कह रहे हैं वो उनकी योजनाओं को बंद न किया जाए। तो पहले तो गहलोत जी ने अपनी पराजय स्वीकार कर लिया कि हमारी सरकार बनेगी इस बात को सार्वजनिक कह दिया मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। और आपने जब इतनी ईमानदारी से कह दिया है तो मोदी तो आपसे अनेक गुना ईमानदार है, मैं राजस्थान की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि भले ही गहलोत जी ने योजनाएं चालू की होगी लेकिन जनहित की किसी योजना को भाजपा सरकार बनने के बाद उसको रोकेगी नहीं, उसको अच्छा करने का उसे बेहतर बनाने का प्रयास करेगी। और ये मोदी की गारंटी है। मोदी की गारंटी मतलब, हर गारंटी के पूरा होने की गारंटी।

लेकिन राजस्थान के भाइयों और बहनों, मैं एक और बात की गारंटी देना चाहता हूं। जिन-जिन ने यहां भ्रष्टाचार किया है, योजनाएं तो हम चलाए रखेंगे, सुधार भी करेंगे लेकिन जिन-जिन लोगों ने भ्रष्टाचार किया है गरीबों के पैसे लूटे हैं, उनके खिलाफ तो कार्रवाई जरूर होगी। ये भी मोदी की गारंटी है। ये लोग मोदी को चाहे जितना गाली देते रहे, चाहे जितना उसकी कब्र खोदने के सपने देखते रहें, करप्शन पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। कांग्रेस सरकार का तो हाल ये है - आपणो घोड़ो छाया मे बाँधणों, दूजां को फरबा द्यो! यानि जनता के पैसों से अपनी तिजोरी भरो और जनता को बेहाल छोड़ दो! राजस्थान के युवाओं के साथ जो धोखा किया गया है, भाजपा उसकी तह तक भी जाएगी। यहां के पेपरलीक माफिया को, पेपरलीक माफिया, खदान मापिया तो सुनते थे हम, पेपरलीक माफिया.. मैं राजस्थान के नौजवानो को वादा करता हूं, नौजवानों हम पर भरोसा करना ये पेपरलीक माफिया का पाताल में जाकर भी इसका हिसाब किया जाएगा। मैं आपको भरोसा देता हूं, नौजवानों के भविष्य के साथ जिसने खिलवाड़ किया है ऐसे पेपरलीक माफिया को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जाएगी।

साथियों,
कांग्रेस वोट पाने के लिए भांति-भांति के छल-प्रपंच ये करती रहती है है, झूठी घोषणाएं, झूठे वायदे तो इसका स्वाभाव बन गया है। अब आप देखिए, हमारे सैनिकों के साथ भी वन रैंक वन पेंशन को लेकर ऐसा ही छल इन्होंने किया था। दशकों तक कांग्रेस ने वन रैंक वन पेंशन का मामला लटकाए रखा। कांग्रेस सिर्फ 500 करोड़ रुपए दिखाकर कहती थी कि वन रैंक वन पेंशन को लागू करेगी। जबकि 500 करोड़ रुपए में ये करना असंभव था, मुश्किल था और ये कांग्रेस को मालूम भी था। लेकिन लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए ये ड्रामा करने से भी बाज नहीं आए। राजस्थान के मेरे वीर भाइयों और बहनों, मोदी ने अपने सैनिक परिवारों को वन रैंक वन पेंशन की गारंटी दी थी। हमने डंके की चोट पर इसे पूरा किया।आपको हैरानी होगी कि अभी तक पूर्व सैनिकों को आप देखिए उन्होंने क्या खेल खेला था 500 करोड़ रुपये का ड्रामा, हमने अब तक 70 हज़ार करोड़ रुपए OROP के तहत हमारे सेना के जवानों को मिल चुके हैं। कहां 500 करोड़ रुपए और कहां 70 हज़ार करोड़ रुपए। याद रखिएगा, कांग्रेस ऐसे ठगी करती है, ऐसे ही झूठ बोलती है।

मेरे परिवारजनों,
जब भी कांग्रेस को पक्का हो जाता है कि वो चुनाव हारने वाली है, वो ऐसे ही झूठी घोषणाएं करने में लग जाती है। अखबारों में और टीबी में छाए रहने के लिए खजाना लुटा देती है। राजस्थान में भी ये ऐसा ही खेल, खेल रहे हैं, जनता को धोखा देने में जुट गए हैं। ये सोच रहे हैं कि जनता इनकी बातों में आ जाएगी, इनके 5 साल के कुशासन को भूल जाएगी। इसलिए इन्होंने फिर धड़ाधड़ घोषणाएं करनी शुरू कीं हैं। लेकिन मेवाड़ की, राजस्थान की जनता तो पूछ रही है, कि इतनी ही चिंता थी तो बीते 4-5 साल कहां थे? कुर्सी बचाने के सिवाए कोई काम किया है क्या? गरीब कल्याण की गारंटी तो मोदी पूरा कर रहा है। कोरोना काल में हर परिवार का चूल्हा जलता रहे, गरीब का बच्चा भी भूखा सो ना जाए मोदी ने उस गारंटी को पूरा कर के दिखाया है।
हर गरीब को कोरोना का मुफ्त टीका लगे, ये गारंटी मोदी ने पूरी की।

हर गरीब का अस्पताल में मुफ्त इलाज हो, ये गारंटी मोदी ने पूरी की। और आप जानते हैं हमारे समाज में परिवार में अगर मां बीमार हो जाए, कितनी ही पीड़ा हो, कितनी ही तकलीफ हो, लेकिन मां परिवार में किसी को पता नहीं चलने देती कि वो बीमार है, दर्द हो रहा है, वो अपना काम करती रहती है। मूसीबत, पीड़ा, दर्द सब सहती रहती है.. क्यों? क्योंकि मां के मन में होता है कि अगर बच्चों को बीमारी का पता चल जाएगा और अस्पताल में जाएंगे तो भाड़ी-भरकम बिल आएगा, ये बच्चे कर्जदार बन जाएंगे। बेटे पर कर्ज नहीं करने देना है, भले दो साल पहले चले जाऊं, भले ही दर्द सहती रहूं, लेकिन बेटे को कर्ज में नहीं डूबनी दूंगी। ये हमारे देश की माताएं सोचती हैं। लेकिन मेरी माताएं-बहनें, अब आपका बेटा दिल्ली में बैठा है। अब आपको बीमारी सहनी नहीं पड़ेगी। ये आपका बेटा पांच लाख रुपये तक आपके इलाज पर खर्चा करने के लिए आपको गारंदी देता रहा है और पूरी कर रहा है। आज मैं राजस्थान के हर गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी परिवारों को एक और गारंटी दे रहा हूं। मोदी हर गरीब को पक्की छत देगा, पक्का घर देगा। अब तक चार करोड़ घर बना दिए हैं और जिनका बाकी रहा है, काम चालू है और आपका घर भी बनेगा। मोदी की गारंटी है कि आपके गांव में कोई भी गरीब परिवार हो जिसका पक्की छत नहीं है उसे जाकर के बता देना कि मोदी आया था सांवलिया सेठ के चरणों में बैठकर के बोल के गया है कि तेरा भी पक्का घर बन जाएगा। मोदी ने राजस्थान के लाखों परिवारों को पाइप से पानी पहुंचाने की गारंटी भी दी है। मोदी आज गारंटी देता है, ऐसा नहीं, जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, नर्मदा का पानी राजस्थान को देना था, आज हिंदुस्तान में देखिए, एक राज्य दूसरे राज्य को पानी देना मना करता है। दो-दो राज्यों के बीच में लड़ाई होती है, लेकिन ये मोदी की गारंटी थी। अगर नर्मदा का पानी गुजरात को मिलता है, राजस्थान को भी जरूरत है, राजस्थान भी मेरा है, मैं राजस्थान को तरसता नहीं रख सकता हूं। और नर्मदा का पानी, कोई झगड़ा नहीं, कोई विवाद नहीं कोई कोर्ट-कचहरी नहीं। आज राजस्थान के कई जिलों में नर्मदा का पानी पहुंच रहा है ये मोदी की गारंटी होती है। राजस्थान की मेरी माताएं-बहने मैं गुजरात से जानता हूं बिना पानी कैसे जिंदगी मुश्किल से गुजरती है। सूखा प्रदेश है बारिश कम होती है उसके बावजूद भी गारंटी दी है। मेरी माताएं-बहने आपके रसोई घर में नल से जल ये मोदी की गारंटी है। राज्य के 45 लाख से अधिक परिवारों तक पिछले 4 साल में नल से जल पहुंच चुका है। और यहां ये कुर्सी बचाओ सरकार नहीं होती न, भाजपा की सरकार होती तो आज हमारा काम पूरा हो गया होता। लेकिन मैं आपको गारंटी देता हूं कि भाजपा सरकार बनते ही जिन घरों में नल से जल नहीं पहुंचा है वहां भी तेज गति से पहुंच जाएगा।

मेरे परिवारजनों,
इस क्षेत्र में सिंचाई के पानी की जो दिक्कत हैं, मैं उसे भी भलीभांति जानता हूं। ये पूरा क्षेत्र, हम गुजरात के लोगों को तो ऐसा लगता है जैसे हमारा ही घर है। भाजपा सरकार बनने के बाद किसानों की सिंचाई से जुड़ी समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा।

मेरे परिवारजनों,
गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी को सुविधा देने और सशक्त करने के ऐसे हर काम तो मोदी कर रहा है। कांग्रेस ने क्या किया? या तो मोदी को गाली देती है या फिर भाजपा सरकार की योजनाओं को रोकती है। कांग्रेस जो भी योजनाएं बनाती है, वो बिना भ्रष्टाचार के लागू हो जाएं, ये संभव ही नहीं है। अब आप मुझे बताइए, महात्मा गांधी स्वच्छता के आग्रही थे कि नहीं थे? जरा मुझे जवाब दीजिए महात्मा गांधी स्वच्छता के आग्रही थे कि नहीं थे? महात्मा गांधी हमें स्वच्छता के लिए कह के गए थे कि नहीं गए थे? क्या 75 साल तक कांग्रेस को जितना भी समय काम करने का मौका मिला क्या उन्हें स्वच्छता के लिए काम करना चाहिए था कि नहीं चाहिए था। स्वच्छता होती तो बीमारी जाती कि नहीं जाती? अब मुझे बताइए कल पूरे देश में गांव-गांव स्वच्छता का अभियान हुआ क्या ये स्वच्छता का काम इसमें भी कांग्रेस-भाजपा ज्यादा होता है क्या? कांग्रेस के लोगों को स्वच्छता करने में क्या जाता था, करनी चाहिए थी कि नहीं करनी चाहिए थी, ये तो मोदी का कोई जन्मदिन तो था नहीं। ये महात्मा गांधी के जन्मदिन पर हो रहा है, वो भी कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है। मैं तो सभी पोलिटिकल पार्टियों को कहना चाहता हूं, ये सारा घमंडिया गठबंधन को भी कहना चाहता हूं, अरे कम से कम स्वच्छता का काम तो हाथ में लो, चलो भाई गांधी जयंती पर नहीं करना है तो खुद के जन्मदिवस पर करो। खुद के जन्मदिवस पर नहीं करना है तो आपके और नेता के जन्मदिवस पर करो, वो नहीं करना है तो अपने बच्चों के जन्मदिन पर करो, लेकिन स्वच्छात के काम करने में भी राजनीति का खेल खेल रहे हैं। ऐसा काम इनसलिए नहीं करते क्योंकि इसमें कटकी करने की जगह नहीं होती मलाई खाने का मौका नहीं होता है।

मेरे परिवारजनों,
जनता को अपने हक के लिए भी कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के पीछे लाइऩ में खड़ा रहना पड़ता है। कांग्रेस की ये मनमानी अब राजस्थान की धरती पर नहीं चलेगी। लाभार्थी का जो हक है वो सीधा मिले, वो पूरा मिले, ये भाजपा सरकार सुनिश्चित करती है। भाजपा सरकार ने बीते 9 वर्षों में डायरेक्ट बेनिफिट से लाखों करोड़ रुपए सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में पहुंचाए हैं। पीएम किसान सम्मान निधि आज सीधे किसान के बैंक खाते में आती है। कोई बिचौलिया नहीं। कोई कटकी कंपनी नहीं, कोई कमीशन नहीं। किसी दफ्तर में चक्कर काटने की जरूरत नहीं। मोदी का मॉडल ही यही है- हर लाभार्थी तक सीधा लाभ। इसलिए राजस्थान को भरोसा है कि भाजपा आएगी, बेईमानी जाएगी।

मेरे परिवारजनों,
जो कांग्रेस सरकार, जानमाल की सुरक्षा नहीं कर सकती, उसको हटाना बहुत ज़रूरी है। आप मुझे बताइए, जो उदयपुर में हुआ, वैसी कभी आपने कल्पना भी की थी? जिस राजस्थान ने दुश्मन पर भी धोखे से वार ना करने की परंपरा को जीया है, उस राजस्थान की धरती पर इतना बड़ा पाप हुआ। कपड़े सिलाने के बहाने लोग आते हैं और बिना डर, बिना खौफ के टेलर का गला काट देते हैं। और वीडियो बनाकर गर्व से वायरल कर देते हैं। कांग्रेस सरकार को इसमें भी वोट बैंक की चिंता सताती है। राजस्थान की वीर धरा की कैसी छवि कांग्रेस ने दुनिया के सामने प्रस्तुत की है? कोई भी तीज-त्यौहार राजस्थान में शांति से मना पाना संभव नहीं है। कब दंगे भड़क जाएं, कब कर्फ्यू लग जाए, कोई नहीं जानता। सामान्य जन को जीवन की चिंता, व्यापारी को व्यापार की चिंता और कामगार को काम की चिंता, ये माहौल कांग्रेस ने राजस्थान में बना दिया है। इस विकास विरोधी माहौल को बदलना ही पड़ेगा। दंगाई हो, अपराधी हो, उसे भाजपा सरकार ही ठीक कर सकती है, ये हमारा ट्रैक रिकॉर्ड है। इसलिए लोग कह रहे हैं कि भाजपा आएगी, दंगे रुकवाएगी।

मेरे परिवारजनों,
मुझे बहुत तकलीफ होती है जब मैं देश में कहीं भी बेटियों के साथ हो रहे अन्याय को देखता हूं, उसके बारे में सुनता हूं। लेकिन राजस्थान में तो कांग्रेस सरकार ने बेटियों से अन्याय की परंपरा ही बना दी है। यहां बाड़मेर में दलित महिला से दुष्कर्म कर उस पर एसिड डाल दिया जाता है। सूरतगढ़ में महिला की हत्या कर शव रोड पर फेंक दिया जाता है। भीलवाड़ा में गैंगरेप के बाद बच्ची को भट्टी में जला दिया जाता है। और जमवारामगढ़ में महिला को जिंदा जला दिया जाता है। इसलिए ही आज राजस्थान की माताएं-बहनें-बेटियां कह रही हैं उन्हें भरोसा है- भाजपा आएगी, महिला सुरक्षा लाएगी।

मेरे परिवारजनों,
मेरी माताएं-बहनें-बेटियां भी जानती हैं की मोदी उनको दी हुई हर गारंटी पूरा कर रहा है। बीते 9 वर्षों में भाजपा सरकार ने ही बेटियों के लिए सैनिक स्कूलों के, सेना के अग्रिम मोर्चों में तैनाती के दरवाजे खोल दिए हैं। केंद्रीय पुलिस बलों में महिलाओं की संख्या दोगुनी की जा चुकी है।देशभर में पुलिस सिस्टम में 33 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती को भाजपा सरकार प्रोत्साहित कर रही है। अब लोकसभा और विधानसभा में भी 33 प्रतिशत सीटों में बहनों को आरक्षण की गारंटी मोदी ने पूरी की है। कांग्रेस कितने दशकों से आरक्षण के नाम पर बहनों से वोट मांगती रही। आपसे वोट मांगती थी और संसद में अपने साथियों से बिल को फड़वाती भी थी। ये तो मोदी है और आपका मोदी पर आशीर्वाद है, जो इस बार इनको समर्थन करना पड़ा।
वरना इनकी मानसिकता क्या है, ये आप देख ही रही हैं। कांग्रेस के घमंडिया गठबंधन के नेता महिलाओं को लेकर कैसी-कैसी अपमानित करने वाली बातें कर रहे हैं, ये आए दिन हम देख रहे हैं। इस कानून से बहुत नाराज़ हैं। ये चाहते ही नहीं कि महिलाओं को उनका हक मिले। इसलिए बहाने बना रहे हैं, जाति-धर्म के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं। मेवाड़ की, राजस्थान की युवा बेटियों को अपने वोट से कांग्रेस की इस साजिश का जवाब देना है। आपको अपने घर में, अपने परिवार के सदस्यों को भी कांग्रेस की साजिश के बारे में बताना है।

मेरे परिवारजनों,
मेवाड़ का ये पूरा क्षेत्र असीम संभावनाओं का क्षेत्र है। हमारे सीपी जोशी जी तो इसी क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं। वे मेवाड़ के, राजस्थान के विकास से जुड़े हर मुद्दे को दिल्ली में ज़ोरशोर से उठाते हैं। आज भी चित्तौड़गढ़ में 7 हज़ार 200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। आज पाली-हनुमानगढ़ पाइपलाइन का लोकार्पण किया गया है। इससे राजस्थान में इंडस्ट्री का विस्तार होगा, हज़ारों नए रोजगार बनेंगे। भाजपा, राजस्थान को टूरिज्म में नंबर वन बनाना चाहती है। इसके लिए हम कनेक्टिविटी और कल्चर, दोनों पर जोर दे रहे हैं। आज रेलवे, सड़क और शिक्षा से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण किया गया है। नाथद्वारा टूरिस्ट सेंटर से लोगों की सहूलियत बढ़ने वाली है। हमारे ‘सांवलिया सेठ’ मंदिर में भी भारत सरकार ने बहुत सारी आधुनिक सुविधाओं को जोड़ने का काम किया है। यहां जब भाजपा सरकार आएगी, तो ये काम और भी तेज़ी से पूरे होंगे। इसलिए राजस्थान कह रहा है- भाजपा आएगी, सुविधा और समृद्धि लाएगी।

मेरे परिवारजनों,
आदिवासी हों, दलित हों, पिछड़े हों, हर समाज कांग्रेस के झूठ और वोटबैंक की राजनीति को पहचान चुका है। भाजपा उन वर्गों के लिए काम कर रही है, जिनको किसी ने नहीं पूछा। हमारे कुम्हार, सुथार, माली, सुनार, लोहार, धोबी, दर्ज़ी, जूते बनाने वाले, राजमिस्त्री, बढ़ई, ऐसे लाखों परिवार अपने हाल पर थे। इसलिए हमारी सरकार पीएम विश्वकर्मा योजना लेकर आई। इससे राजस्थान के विश्वकर्मा साथियों को भी आधुनिक ट्रेनिंग और आधुनिक उपकरण मिलेंगे। इसके लिए भाजपा सरकार हज़ारों रुपए विश्वकर्मा साथियों को दे रही है। यही नहीं, बैंकों से लाखों रुपए का कम ब्याज वाला ऋण भी विश्वकर्मा साथियों को मिलेगा। बैंक आपसे गारंटी नहीं मांगेगा, बिना गारंटी पैसा मिलेगा। क्यों? क्योंकि मोदी ने आपकी गारंटी दे के रखी है।

साथियों,
मोदी की हर गारंटी को हर बूथ तक पहुंचाना है। और इस चुनाव हमारा एक ही चेहरा है और वो चेहरा है कमल। इस कमल को ही भारी बहुमत से जिताना है। और हम इस कमल के नेतृत्व में कमल के निसान से राजस्थाना का भाग्य भी तेज गति से आगे बढ़ाएंगे। हमारी उम्मीद कमल है, हमारा उम्मीदवार कमल है। हम कमल खिलाएंगे, भाजपा को जिताएंगे, इसी लक्ष्य के साथ हम सबको एकजुटता के साथ आगे निकलना है। मैं एक बार फिर मेवाड़ की इस धरती को प्रणाम करता हूं, इस वीर माताओं को प्रमाण करता हूं,यहां के सभी नागरिकों को प्रणाम करता हूं।

मेरे साथ बोलिए.. भारत माता की... दोनों हाथ ऊपर करके मुट्ठी बंद करके पूरी ताकत से बोलिए भारत माता की.. भारत माता की.. भारत माता की... बहुत-बहुत धन्यवाद!

 

 

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Text of PM’s address at the Odisha Parba
November 24, 2024
Delighted to take part in the Odisha Parba in Delhi, the state plays a pivotal role in India's growth and is blessed with cultural heritage admired across the country and the world: PM
The culture of Odisha has greatly strengthened the spirit of 'Ek Bharat Shreshtha Bharat', in which the sons and daughters of the state have made huge contributions: PM
We can see many examples of the contribution of Oriya literature to the cultural prosperity of India: PM
Odisha's cultural richness, architecture and science have always been special, We have to constantly take innovative steps to take every identity of this place to the world: PM
We are working fast in every sector for the development of Odisha,it has immense possibilities of port based industrial development: PM
Odisha is India's mining and metal powerhouse making it’s position very strong in the steel, aluminium and energy sectors: PM
Our government is committed to promote ease of doing business in Odisha: PM
Today Odisha has its own vision and roadmap, now investment will be encouraged and new employment opportunities will be created: PM

जय जगन्नाथ!

जय जगन्नाथ!

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी श्रीमान धर्मेन्द्र प्रधान जी, अश्विनी वैष्णव जी, उड़िया समाज संस्था के अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ प्रधान जी, उड़िया समाज के अन्य अधिकारी, ओडिशा के सभी कलाकार, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

ओडिशा र सबू भाईओ भउणी मानंकु मोर नमस्कार, एबंग जुहार। ओड़िया संस्कृति के महाकुंभ ‘ओड़िशा पर्व 2024’ कू आसी मँ गर्बित। आपण मानंकु भेटी मूं बहुत आनंदित।

मैं आप सबको और ओडिशा के सभी लोगों को ओडिशा पर्व की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। इस साल स्वभाव कवि गंगाधर मेहेर की पुण्यतिथि का शताब्दी वर्ष भी है। मैं इस अवसर पर उनका पुण्य स्मरण करता हूं, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूँ। मैं भक्त दासिआ बाउरी जी, भक्त सालबेग जी, उड़िया भागवत की रचना करने वाले श्री जगन्नाथ दास जी को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं।

ओडिशा निजर सांस्कृतिक विविधता द्वारा भारतकु जीबन्त रखिबारे बहुत बड़ भूमिका प्रतिपादन करिछि।

साथियों,

ओडिशा हमेशा से संतों और विद्वानों की धरती रही है। सरल महाभारत, उड़िया भागवत...हमारे धर्मग्रन्थों को जिस तरह यहाँ के विद्वानों ने लोकभाषा में घर-घर पहुंचाया, जिस तरह ऋषियों के विचारों से जन-जन को जोड़ा....उसने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उड़िया भाषा में महाप्रभु जगन्नाथ जी से जुड़ा कितना बड़ा साहित्य है। मुझे भी उनकी एक गाथा हमेशा याद रहती है। महाप्रभु अपने श्री मंदिर से बाहर आए थे और उन्होंने स्वयं युद्ध का नेतृत्व किया था। तब युद्धभूमि की ओर जाते समय महाप्रभु श्री जगन्नाथ ने अपनी भक्त ‘माणिका गौउडुणी’ के हाथों से दही खाई थी। ये गाथा हमें बहुत कुछ सिखाती है। ये हमें सिखाती है कि हम नेक नीयत से काम करें, तो उस काम का नेतृत्व खुद ईश्वर करते हैं। हमेशा, हर समय, हर हालात में ये सोचने की जरूरत नहीं है कि हम अकेले हैं, हम हमेशा ‘प्लस वन’ होते हैं, प्रभु हमारे साथ होते हैं, ईश्वर हमेशा हमारे साथ होते हैं।

साथियों,

ओडिशा के संत कवि भीम भोई ने कहा था- मो जीवन पछे नर्के पडिथाउ जगत उद्धार हेउ। भाव ये कि मुझे चाहे जितने ही दुख क्यों ना उठाने पड़ें...लेकिन जगत का उद्धार हो। यही ओडिशा की संस्कृति भी है। ओडिशा सबु जुगरे समग्र राष्ट्र एबं पूरा मानब समाज र सेबा करिछी। यहाँ पुरी धाम ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत बनाया। ओडिशा की वीर संतानों ने आज़ादी की लड़ाई में भी बढ़-चढ़कर देश को दिशा दिखाई थी। पाइका क्रांति के शहीदों का ऋण, हम कभी नहीं चुका सकते। ये मेरी सरकार का सौभाग्य है कि उसे पाइका क्रांति पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करने का अवसर मिला था।

साथियों,

उत्कल केशरी हरे कृष्ण मेहताब जी के योगदान को भी इस समय पूरा देश याद कर रहा है। हम व्यापक स्तर पर उनकी 125वीं जयंती मना रहे हैं। अतीत से लेकर आज तक, ओडिशा ने देश को कितना सक्षम नेतृत्व दिया है, ये भी हमारे सामने है। आज ओडिशा की बेटी...आदिवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू जी भारत की राष्ट्रपति हैं। ये हम सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। उनकी प्रेरणा से आज भारत में आदिवासी कल्याण की हजारों करोड़ रुपए की योजनाएं शुरू हुई हैं, और ये योजनाएं सिर्फ ओडिशा के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के आदिवासी समाज का हित कर रही हैं।

साथियों,

ओडिशा, माता सुभद्रा के रूप में नारीशक्ति और उसके सामर्थ्य की धरती है। ओडिशा तभी आगे बढ़ेगा, जब ओडिशा की महिलाएं आगे बढ़ेंगी। इसीलिए, कुछ ही दिन पहले मैंने ओडिशा की अपनी माताओं-बहनों के लिए सुभद्रा योजना का शुभारंभ किया था। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा की महिलाओं को मिलेगा। उत्कलर एही महान सुपुत्र मानंकर बिसयरे देश जाणू, एबं सेमानंक जीबन रु प्रेरणा नेउ, एथी निमन्ते एपरी आयौजनर बहुत अधिक गुरुत्व रहिछि ।

साथियों,

इसी उत्कल ने भारत के समुद्री सामर्थ्य को नया विस्तार दिया था। कल ही ओडिशा में बाली जात्रा का समापन हुआ है। इस बार भी 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन से कटक में महानदी के तट पर इसका भव्य आयोजन हो रहा था। बाली जात्रा प्रतीक है कि भारत का, ओडिशा का सामुद्रिक सामर्थ्य क्या था। सैकड़ों वर्ष पहले जब आज जैसी टेक्नोलॉजी नहीं थी, तब भी यहां के नाविकों ने समुद्र को पार करने का साहस दिखाया। हमारे यहां के व्यापारी जहाजों से इंडोनेशिया के बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानो की यात्राएं करते थे। इन यात्राओं के माध्यम से व्यापार भी हुआ और संस्कृति भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंची। आजी विकसित भारतर संकल्पर सिद्धि निमन्ते ओडिशार सामुद्रिक शक्तिर महत्वपूर्ण भूमिका अछि।

साथियों,

ओडिशा को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए 10 साल से चल रहे अनवरत प्रयास....आज ओडिशा के लिए नए भविष्य की उम्मीद बन रहे हैं। 2024 में ओडिशावासियों के अभूतपूर्व आशीर्वाद ने इस उम्मीद को नया हौसला दिया है। हमने बड़े सपने देखे हैं, बड़े लक्ष्य तय किए हैं। 2036 में ओडिशा, राज्य-स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाएगा। हमारा प्रयास है कि ओडिशा की गिनती देश के सशक्त, समृद्ध और तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में हो।

साथियों,

एक समय था, जब भारत के पूर्वी हिस्से को...ओडिशा जैसे राज्यों को पिछड़ा कहा जाता था। लेकिन मैं भारत के पूर्वी हिस्से को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानता हूं। इसलिए हमने पूर्वी भारत के विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया है। आज पूरे पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी के काम हों, स्वास्थ्य के काम हों, शिक्षा के काम हों, सभी में तेजी लाई गई है। 10 साल पहले ओडिशा को केंद्र सरकार जितना बजट देती थी, आज ओडिशा को तीन गुना ज्यादा बजट मिल रहा है। इस साल ओडिशा के विकास के लिए पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा बजट दिया गया है। हम ओडिशा के विकास के लिए हर सेक्टर में तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

ओडिशा में पोर्ट आधारित औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए धामरा, गोपालपुर, अस्तारंगा, पलुर, और सुवर्णरेखा पोर्ट्स का विकास करके यहां व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। ओडिशा भारत का mining और metal powerhouse भी है। इससे स्टील, एल्युमिनियम और एनर्जी सेक्टर में ओडिशा की स्थिति काफी मजबूत हो जाती है। इन सेक्टरों पर फोकस करके ओडिशा में समृद्धि के नए दरवाजे खोले जा सकते हैं।

साथियों,

ओडिशा की धरती पर काजू, जूट, कपास, हल्दी और तिलहन की पैदावार बहुतायत में होती है। हमारा प्रयास है कि इन उत्पादों की पहुंच बड़े बाजारों तक हो और उसका फायदा हमारे किसान भाई-बहनों को मिले। ओडिशा की सी-फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में भी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि ओडिशा सी-फूड एक ऐसा ब्रांड बने, जिसकी मांग ग्लोबल मार्केट में हो।

साथियों,

हमारा प्रयास है कि ओडिशा निवेश करने वालों की पसंदीदा जगहों में से एक हो। हमारी सरकार ओडिशा में इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्कर्ष उत्कल के माध्यम से निवेश को बढ़ाया जा रहा है। ओडिशा में नई सरकार बनते ही, पहले 100 दिनों के भीतर-भीतर, 45 हजार करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी मिली है। आज ओडिशा के पास अपना विज़न भी है, और रोडमैप भी है। अब यहाँ निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मैं इन प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन चरण मांझी जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

ओडिशा के सामर्थ्य का सही दिशा में उपयोग करके उसे विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। मैं मानता हूं, ओडिशा को उसकी strategic location का बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है। यहां से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचना आसान है। पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए ओडिशा व्यापार का एक महत्वपूर्ण हब है। Global value chains में ओडिशा की अहमियत आने वाले समय में और बढ़ेगी। हमारी सरकार राज्य से export बढ़ाने के लक्ष्य पर भी काम कर रही है।

साथियों,

ओडिशा में urbanization को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। हम ज्यादा संख्या में dynamic और well-connected cities के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ओडिशा के टियर टू शहरों में भी नई संभावनाएं बनाने का भरपूर हम प्रयास कर रहे हैं। खासतौर पर पश्चिम ओडिशा के इलाकों में जो जिले हैं, वहाँ नए इंफ्रास्ट्रक्चर से नए अवसर पैदा होंगे।

साथियों,

हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ओडिशा देशभर के छात्रों के लिए एक नई उम्मीद की तरह है। यहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट हैं, जो राज्य को एजुकेशन सेक्टर में लीड लेने के लिए प्रेरित करते हैं। इन कोशिशों से राज्य में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को भी बढ़ावा मिल रहा है।

साथियों,

ओडिशा अपनी सांस्कृतिक समृद्धि के कारण हमेशा से ख़ास रहा है। ओडिशा की विधाएँ हर किसी को सम्मोहित करती है, हर किसी को प्रेरित करती हैं। यहाँ का ओड़िशी नृत्य हो...ओडिशा की पेंटिंग्स हों...यहाँ जितनी जीवंतता पट्टचित्रों में देखने को मिलती है...उतनी ही बेमिसाल हमारे आदिवासी कला की प्रतीक सौरा चित्रकारी भी होती है। संबलपुरी, बोमकाई और कोटपाद बुनकरों की कारीगरी भी हमें ओडिशा में देखने को मिलती है। हम इस कला और कारीगरी का जितना प्रसार करेंगे, उतना ही इस कला को संरक्षित करने वाले उड़िया लोगों को सम्मान मिलेगा।

साथियों,

हमारे ओडिशा के पास वास्तु और विज्ञान की भी इतनी बड़ी धरोहर है। कोणार्क का सूर्य मंदिर… इसकी विशालता, इसका विज्ञान...लिंगराज और मुक्तेश्वर जैसे पुरातन मंदिरों का वास्तु.....ये हर किसी को आश्चर्यचकित करता है। आज लोग जब इन्हें देखते हैं...तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि सैकड़ों साल पहले भी ओडिशा के लोग विज्ञान में इतने आगे थे।

साथियों,

ओडिशा, पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाओं की धरती है। हमें इन संभावनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कई आयामों में काम करना है। आप देख रहे हैं, आज ओडिशा के साथ-साथ देश में भी ऐसी सरकार है जो ओडिशा की धरोहरों का, उसकी पहचान का सम्मान करती है। आपने देखा होगा, पिछले साल हमारे यहाँ G-20 का सम्मेलन हुआ था। हमने G-20 के दौरान इतने सारे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिकों के सामने...सूर्यमंदिर की ही भव्य तस्वीर को प्रस्तुत किया था। मुझे खुशी है कि महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर परिसर के सभी चार द्वार खुल चुके हैं। मंदिर का रत्न भंडार भी खोल दिया गया है।

साथियों,

हमें ओडिशा की हर पहचान को दुनिया को बताने के लिए भी और भी इनोवेटिव कदम उठाने हैं। जैसे....हम बाली जात्रा को और पॉपुलर बनाने के लिए बाली जात्रा दिवस घोषित कर सकते हैं, उसका अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रचार कर सकते हैं। हम ओडिशी नृत्य जैसी कलाओं के लिए ओडिशी दिवस मनाने की शुरुआत कर सकते हैं। विभिन्न आदिवासी धरोहरों को सेलिब्रेट करने के लिए भी नई परम्पराएँ शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए स्कूल और कॉलेजों में विशेष आयोजन किए जा सकते हैं। इससे लोगों में जागरूकता आएगी, यहाँ पर्यटन और लघु उद्योगों से जुड़े अवसर बढ़ेंगे। कुछ ही दिनों बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी, विश्व भर के लोग इस बार ओडिशा में, भुवनेश्वर में आने वाले हैं। प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार ओडिशा में हो रहा है। ये सम्मेलन भी ओडिशा के लिए बहुत बड़ा अवसर बनने वाला है।

साथियों,

कई जगह देखा गया है बदलते समय के साथ, लोग अपनी मातृभाषा और संस्कृति को भी भूल जाते हैं। लेकिन मैंने देखा है...उड़िया समाज, चाहे जहां भी रहे, अपनी संस्कृति, अपनी भाषा...अपने पर्व-त्योहारों को लेकर हमेशा से बहुत उत्साहित रहा है। मातृभाषा और संस्कृति की शक्ति कैसे हमें अपनी जमीन से जोड़े रखती है...ये मैंने कुछ दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के देश गयाना में भी देखा। करीब दो सौ साल पहले भारत से सैकड़ों मजदूर गए...लेकिन वो अपने साथ रामचरित मानस ले गए...राम का नाम ले गए...इससे आज भी उनका नाता भारत भूमि से जुड़ा हुआ है। अपनी विरासत को इसी तरह सहेज कर रखते हुए जब विकास होता है...तो उसका लाभ हर किसी तक पहुंचता है। इसी तरह हम ओडिशा को भी नई ऊचाई पर पहुंचा सकते हैं।

साथियों,

आज के आधुनिक युग में हमें आधुनिक बदलावों को आत्मसात भी करना है, और अपनी जड़ों को भी मजबूत बनाना है। ओडिशा पर्व जैसे आयोजन इसका एक माध्यम बन सकते हैं। मैं चाहूँगा, आने वाले वर्षों में इस आयोजन का और ज्यादा विस्तार हो, ये पर्व केवल दिल्ली तक सीमित न रहे। ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें, स्कूल कॉलेजों का participation भी बढ़े, हमें इसके लिए प्रयास करने चाहिए। दिल्ली में बाकी राज्यों के लोग भी यहाँ आयें, ओडिशा को और करीबी से जानें, ये भी जरूरी है। मुझे भरोसा है, आने वाले समय में इस पर्व के रंग ओडिशा और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगे, ये जनभागीदारी का एक बहुत बड़ा प्रभावी मंच बनेगा। इसी भावना के साथ, मैं एक बार फिर आप सभी को बधाई देता हूं।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।

जय जगन्नाथ!