Today, I am giving you a guarantee that in the next few years, we will make India, the third largest economy in the world: PM Modi
When I oppose familism and say that it is against democracy and not allowing new talent to emerge, they say 'Modi has no family': PM Modi
I will tell you what an ideological battle is - they say family first, Modi says nation first, says PM Modi in Sangareddy, Telangana.
The more enthusiasm I see for BJP among the people of Telangana, the more my faith is increasing. I consider your affection and your love for the development of Telangana: PM Modi

भारत माता की…भारत माता की…भारत माता की…
ना तेलंगाणा कुटुम्ब सभ्युल्लन्दरिकी नमस्कारालु

आज मैं लगातार दूसरे दिन तेलंगाना में हूं। जितना उत्साह मैं तेलंगाना के लोगों में बीजेपी के लिए देख रहा हूं, उतना ही मेरा विश्वास भी बढ़ता जा रहा है। आपके इस स्नेह को मैं, आपके इस प्यार को मैं तेलंगाना के विकास के रूप में दोगुना करके लौटाउंगा। ये आपका प्यार, ये आपका उत्साह, ये आपके आशीर्वाद मैं बेकार नहीं जाने दूंगा। इदि मोदी गैरंटी। मोदि गैरंटी अंटे गैरंटी-गा पूर्ति अय्ये गैरंटी। और साथियों, आप भी जानते हैं कि मोदी जो कहता है, वो करके दिखाता है। मैंने आपसे कहा था कि हम सब मिलकर भारत को पूरे विश्व में एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। आज आप देख रहे हैं कि कैसे भारत पूरे विश्व में आशा की किरण बनकर नई ऊंचाई छू रहा है। और मैंने देखा है, विदेशों में जो हमारा डायस्पोरा है न इसमें हमारे तेलुगूभाषी बहुत बड़ी मात्रा में हैं। और ये हमारे तेलुगूभाषी आज दुनिया में जब वे कहते हैं न मैं हिंदुस्तान का हूं उनका भी डंका जम जाता है। होता है कि नहीं होता है? आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? आपका माथा ऊंचा होता है कि नहीं होता है?

साथियों,
हमने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के अंत की बात कही थी। आर्टिकल 370 हटाने की बात कही थी। ये वादा भी बीजेपी ने पूरा किया कि नहीं किया, करके दिखाया कि नहीं किया। और ये काम इतना बड़ा हुआ है कि आजकल आर्टिकल 370 फिल्में बन रही हैं, बहुत पॉपुलर हो रही है। पहली बार देश में इतिहास के इन विषयों में इस फिल्म के माध्यम से लोगों में रुचि दिखाई दे रही है। इंटरेस्ट दिखाई दे रहा है। साथियों, हमने कहा था कि हम सब मिलकर अयोध्या के भव्य मंदिर में भगवान राम का स्वागत करेंगे। ये वादा पूरा हुआ। स्वागत किया कि नहीं किया? शान से किया कि नहीं किया? गौरव से किया कि नहीं किया? हिंदुस्तान के हर व्यक्ति ने किया कि नहीं किया? पूरे भारत ने किया कि नहीं किया? दुनियाभर में भारतीयों ने किया कि नहीं किया? मोदी की गारंटी हुई कि नहीं हुई? मोदी ने आपसे कहा था कि भारत आर्थिक तरक्की का नया अध्याय लिखेगा। आज दुनिया की सबसे तेजी से विकास होने वाली विश्व की सबसे तेज बढ़ती इकोनॉमी हमारा हिंदुस्तान है कि नहीं है? अब मैं आपको ये पूछूं क्या मोदी की गारंटी पूरी हुई कि नहीं हुई? मोदी की गारंटी का मतलब पक्का है कि नहीं है? अब मैं आज आपको ये गारंटी दे रहा हूं, लिख लीजिए…आज मैं आपको एक गारंटी दे रहा हूं कि अगले कुछ वर्षों में भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बनाएंगे। और ये वादा भी पूरा होगा, क्योंकि ये मोदी की गारंटी है। और आप सब जानते हैं, पूरा देश जानता है... मोदि गैरंटी अंटे गैरंटी-गा पूर्ति अय्ये गैरंटी।

साथियों,
आज जब मोदी आपसे और आपके परिवार को दी गई गारंटी को पूरा करने में लगा है तो कांग्रेस और उसके साथी मोदी को, मोदी के परिवार को गाली देने पर उतर आए हैं। ये गाली क्यों दे रहे हैं पता है? ये मोदी उनकी आंखों में चुभता क्यों है, इसका कारण है… मैं इनके सैकड़ों-हजारों करोड़ रुपयों के घोटालों की पोल खोल रहा हूं...मैं इन लोगों के परिवारवाद के खिलाफ आवाज़ उठाता हूं...मैं सही करता हूं कि नहीं करता हूं? (अभी किशन रेड्डी ने सबका बताया, कौन किसका परिवार में क्या कर रहा है) आप जम्मू-कश्मीर से तमिलनाडु तक देखिए…जहां-जहां परिवारवादी पार्टियां राज कर रही हैं वो परिवार तो मजबूत हुआ लेकिन राज्य बर्बाद हुआ है कि नहीं हुआ है? वो परिवार मजबूत हो गए, वो राज्य मजबूत नहीं हुआ। क्या ये परिवारवादी राजनीति चलनी चाहिए? ये परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की विरोधी है कि नहीं है? ये परिवारवादी पार्टियां टैलेंट की विरोधी है कि नहीं है? ये परिवारवादी युवा की विरोधी है कि नहीं है? जब मैं ये कहता हूं तो लोग क्या कहते हैं। जब मैं परिवारवाद का विरोध करता हूं, जब मैं कहता हूं कि परिवारवाद लोकतंत्र के लिए खतरा है, जब मैं कहता हूं कि परिवारवाद नई टैलेंट को उभरने नहीं देता, जब मैं कहता हूं परिवारवाद युवाओं का अवसर रोकता है तो ये लोग जवाब नहीं देते हैं। उल्टा क्या कहते हैं मोदी का कोई परिवार ही नहीं है। क्या परिवार वालों को चोरी करने का लाइसेंस मिल गया है क्या? याने तुम्हारा परिवार है इसलिए चोरी करने की छूट। तुम्हारा परिवार है तो सत्ता पर कब्जा करने की छूट। मैंने तो देखे हैं ऐसे मुख्यमंत्री उनके एक ही परिवार के निकट के कुटुंब के 50-50 लोग उच्च पदों पर उस राज्य में विराजमान हो जाते हैं। क्या ये लोकतंत्र है क्या? और ऊपर से ये लोग क्या कहते हैं मोदी के साथ हमारी विचारधारा की लड़ाई है। अब बताओ भाई वो कहते हैं हम परिवार वाले सब करेंगे और मोदी को परिवार नहीं है। क्या ये विचारधारा की लड़ाई है क्या? और अगर ये विचारधारा की लड़ाई है तो मैं तो बताता हूं विचारधारा की लड़ाई क्या होती है। वो कहते हैं- Family First, मोदी कहता है- Nation First. ये है विचारधारा की लड़ाई। उनके लिए उनका परिवार ही सब कुछ है, मेरे लिए देश का हर परिवार सब कुछ है। इन्होंने अपने परिवार के हितों के लिए देशहित को बलि चढ़ा दिया, मोदी ने देशहित के लिए खुद को खपा दिया है। ये परिवारवादी इतने Insecure हैं, इतने Insecure हैं कि इन्होंने देश के हजारों युवाओं को राजनीति में आगे नहीं बढ़ने दिया। आप देखिए कांग्रेस पार्टी… पहले परिवारवादी नहीं थी लेकिन जब से परिवारवादी बनी है 50 साल से कम आयु वाले किसी को आगे नहीं देते हैं और अगर किसी को बिठाना पड़े तो किसको बिठाएंगे 75 साल वाले को ले आएंगे, 80 साल वाले को ले आएंगे, 85 ईयर वाले को लाकर बिठा देंगे। क्योंकि उनको डर लगता है कि 50-55 वाला आ गया और ओवरटेक कर गया तो परिवार का क्या होगा।

मोदी लगातार देश की राजनीति में ईमानदार युवाओं को आगे ला रहा है। ये परिवारवादियों ने देश को लूटा, अपनी तिजोरियां भरीं। मोदी ने उसको जो तनख्वाह मिलती है न, सरकार से जो पेमेंट मिलता है महीने में, उसमें से भी जब-जब मौका आया कुछ न कुछ लोगों के लिए मैंने खर्च कर दिया है, दान कर दिया है। परिवारवादियों ने सरकारों में रहकर महंगे-महंगे गिफ्ट लिए, सौगातें ली हैं, गिफ्ट के जरिए भी अपने काले धन को सफेद बनाया। लेकिन मोदी ने आज तक जो गिफ्ट मिलती है वो सारी गिफ्ट तोशाखाना में जमा करा देता है। उसकी नीलामी होती है और जो पैसे आते हैं वो पैसे मां गंगा की सेवा में लगा देता है। आपको जानकरके खुशी होगी, आप जो मोदी के परिवारजन हैं न, इस परिवार का सर कभी नहीं दूंगा मैं। आप मेरे परिवारजन हैं आपका माथा कभी नीचे नहीं होने दूंगा। जब मैं गुजरात में था, तो मुझे जो भेंट-सौगात मिलती थी न, उस समय भी मैं उसकी नीलामी करता था और उन पैसों को मैं गरीब की बेटियों की पढ़ाई के लिए लगा देता था। और आपको जानकर आनंद होगा, मेरे तेलंगाना के भाई-बहन, हमारे मीडिया वालों के लिए ये जो मैं बोल रहा हूं ये खबरें नहीं होती है। क्यों ये खबरें छप जाए तो बाकी लोगों को बहुत नीचा दिखाना पड़ेगा। इसलिए ऐसी खबरों को दबा दिया जाता है। आपको जानकर खुशी होगी, गुजरात में और दिल्ली में आकर मुझे जो भी लोग गिफ्ट देते हैं, यहां कोई शॉल पहना देता है, कोई मूर्ति दे देता है, ये जो कुछ भी मुझे मिलता है न उसकी नीलामी की है, सत्कार्य के लिए की है, इसलिए लोगों ने भी बढ़-चढ़कर नीलामी में हिस्सा लिया और ये आपका सेवक क्या करता है…अब तक करीब-करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपया ये लोगों की सेवा में लगा दिए हैं दोस्तों। अगर मैं भी परिवारवादी होता…तो ये सब ले जाता है और कोई पूछता ही नहीं…वो कहते भई मंच पर दिया था वो तो उनका है। मैंने इसको भी आपकी सेवा में अर्पित कर दिया है।

साथियों,
उन्होंने काला धन ठिकाने लगाने के लिए विदेशी बैंकों में अपने खाते खोले। मोदी है जिसने यहां करोड़ों गरीब भाइयों बहनों के जनधन खाते खुलवाए। ये फर्क है। इन परिवारवादियों ने अपने परिवार के लिए कोठियां बनाईं, अपने परिवार के लिए महल बनाए, शीशमहल बनवाए। मोदी ने आज तक अपने लिए भी एक घर तक नहीं बनाया है। उल्टा मोदी तो देश के गरीबों के पक्के घर बनवा रहा है। अब तक चार करोड़ घर बन चुके हैं। उन्होंने परिवारवादियों ने देश की खदानें बेची, महंगी जमीनें बेची, आकाश बेचा, देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ये परिवारवादियों के कारनामे हैं और मोदी, देश बनाने के लिए, आपका भविष्य बनाने के लिए, आपके बच्चों का भविष्य बनाने के लिए जमीन-आकाश-पाताल दिन-रात एक कर रहा है। इसलिए बौखलाए हुए ये लोग मेरा परिवार ना होने की बात उठा रहे हैं। ये भूल रहे हैं कि 140 करोड़ देशवासी…140 करोड़ देशवासी ये मोदी का परिवार है। देश की हर माता-हर बहन मोदी का परिवार है। देश का हर नौजवान, हर बेटा, हर बेटी मोदी का परिवार है।
कांग्रेस और इंडी गठबंधन वालों को अंदाजा भी नहीं है कि करोड़ों लोग, मुझे अपने परिवार का सदस्य ही मानते हैं। और इसीलिए,
आज करोड़ों परिवार एक सुर में कह रहे हैं-
मैं हूं मोदी का परिवार !
मैं हूं मोदी का परिवार !
मैं हूं…मैं हूं…मैं हूं…
तेलंगाना में भी लोग कह रहे हैं…
नेने मोदी कुटुम्बम्!
नेने मोदी कुटुम्बम्!
नेने…नेने…नेने…

साथियों,
आज देश ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास’ की राह पर चल रहा है। हम हर राज्य का विकास चाहते हैं, ताकि देश का विकास हो। हम पहले के मुकाबले तेलंगाना के विकास के लिए ज्यादा राशि दे रहे हैं। अभी-अभी मैंने तेलंगाना के लोगों के लिए हजारों करोड़ रुपये के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। ये सारे प्रोजेक्ट्स तेलंगाना के युवाओं के लिए रोजगार के हजारों अवसर बनाने और उनके सपने पूरा करने का जरिया बनेंगे। तेलंगाना के युवाओं के ये सपने ही, आपके सपने ही, आप सबके सपने ही, आप मेरे परिवारजनों के सपने ही, आपके सपने ही मोदी का संकल्प है।

साथियों,
महिला, दलित और किसानों का हित हमेशा से हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है। स्वच्छ भारत अभियान से लेकर उज्जवला योजना तक, नल से जल से लेकर आय़ुष्मान भारत तक, हमारी हर योजना का सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं मेरी माताओं-बहनों को हुआ है। देश में जो 4 करोड़ से अधिक घर गरीबों को दिए गए हैं, उसमें से ज्यादातर घर महिलाओं के ही नाम पर हैं। दलितों और अति पिछड़ों के लिए भी इन दस वर्षों में जितना काम हुआ, उतना 70 वर्षों में नहीं हुआ है। स्कॉलरशिप देकर, कौशल विकास करके, मुद्रा योजना का लाभ देकर, बीजेपी सरकार ने करोड़ों दलित बच्चों का सपना पूरा किया है। और आपको याद होगा…मैंने तेलंगाना में आकर कहा था…और मैं गारंटी वाला व्यक्ति हूं…गारंटी पूरा करना जानता हूं। मैंने कहा था कि मादिगा समुदाय के लोगों का सशक्तिकरण करने के लिए बीजेपी हर संभव मदद करेगी। और तभी हमने इसके लिए एक हाई लेवल पैनल भी बनाया था। इस पैनल ने लगातार मादिगा समुदाय के अनेक लोगों से मुलाकात की है। विचार-विमर्श किया है, उनकी समस्याओं को समझा है, और समाधान निकालने के लिए आगे बढ़े हैं।"

साथियों,
बीजेपी सरकार ने तेलंगाना के किसानों के लिए भी ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। बीते वर्षों में हमारी सरकार ने डेढ़ लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के धान और कॉटन की खरीद की है। तेलंगाना के 40 लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हर वर्ष 6 हजार रुपये की मदद भेजी जा रही है।

साथियों,
मोदी तेलंगाना के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा, ये मैं आपको गारंटी देता हूं। लेकिन, मैं एक बात से आपको आगाह भी करना चाहता हूं। तेलंगाना में BRS सरकार के घोटालों से परेशान होकर तेलंगाना के लोगों ने कांग्रेस को मौका दे दिया। आप जानते ही हैं कि BRS हो या कांग्रेस, दोनों एक जैसी ही पार्टियां हैं। एक ही सिक्के के दो बाजू हैं। बीआरएस-कांग्रेस में गठबंधन है कि नहीं है, वो तो तेलंगाना वाले बताएंगे लेकिन दुनिया को ये पता है कि BRS और कांग्रेस के बीच घोटाला-बंधन बहुत मजबूत है। घोटाला-बंधन है उनका। गठबंधन… यहां की जनता जानती है। घोटाला-बंधन सारी दुनिया जानती है। घोटाला-बंधन यानी- तेलंगाना की लूट में दोनों एक दूसरे को ‘कवर फ़ायर’ देते हैं। आप देखिए, बीआरएस के लोगों ने कालेश्वरम घोटाला करके किसानों से करोड़ों रुपये लूटे। लूटे कि नहीं लूटे? अब कांग्रेस क्या कर रही है? चुप बैठी है। ये लोग बीआरएस के घोटालों की जांच तक नहीं करा रहे! ऊपर से फाइलें खोज-खोज के दबा रहे हैं। क्योंकि इन्हें लगता है कि इनके भी कई लोग बीआरएस के साथ घोटालों में शामिल हैं। इन्हें डर है कि इनकी सरकार में जो खेल चल रहा है, कहीं वो खुलकर सामने न आ जाए। कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना को अपना नया एटीएम बना लिया है। लेकिन, मैं इन्हें कहना चाहता हूं। लेकिन मैं इनको कहना चाहता हूं… एक दूसरे को कवर फ़ायर देकर ये खेल बहुत दिनों तक नहीं चलेगा। क्योंकि, मोदी सरकार में सर्जिकल स्ट्राइक भी होती है और एयर स्ट्राइक भी होती है।लेकिन इसके लिए मुझे आपका भरपूर आशीर्वाद चाहिए। आशीर्वाद मिलेगा न…भरपूर मिलेगा न, जीभर के मिलेगा न, दिल खोलकर मिलेगा न। और इसीलिए तो तेलंगाना हर इंसान कह रहा है, हर मतदाता कह रहा है.. .

अबकी बार, 400 पार!
अबकी बार, 400 पार!
नालगु वंदलु दाटाली,
बीजेपी-कि वोटु वेय्याली

मुझे विश्वास है कि तेलंगाना विकसित भारत के निर्माण के लिए जीभर के हमें अपना आशीर्वाद देगा। आप इतनी बड़ी संख्या में आए…10-11 बजे इतनी बड़ी रैली करना आसान बात नहीं है। मैं तेलंगाना बीजेपी को भी बधाई देता हूं और तेलंगाना के मेरे भाई बहनों को भी धन्यवाद करता हूं।
आप सभी को मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
दोनों हाथ ऊपर करके मेरे साथ बोलिए…
भारत माता की…भारत माता की…भारत माता की…
वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे…

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।