মানুষ বিজেপির 'সংকল্প পত্র'-কে মোদী কি গ্যারান্টি কার্ড বলে মনে করছেন: তিরুনেলভেলিতে প্রধানমন্ত্রী মোদী
তামিলনাড়ুতে এমজিআর-এর মতো নেতাদের দৃষ্টিভঙ্গিকে এগিয়ে নিয়ে যাওয়ার জন্য বিজেপি নিবেদিত, এমজিআর-এর উত্তরাধিকারের প্রতি ডিএমকে-র ঐতিহাসিক অবজ্ঞার বিপরীতে: প্রধানমন্ত্রী মোদী
যাঁরা তাঁদের সন্তানদের ভবিষ্যৎ গড়তে চান, তাঁরা আজ বিজেপিকে ভোট দিচ্ছেন: প্রধানমন্ত্রী মোদী
আজ তামিলনাড়ুর জনগণ এবং সমীক্ষাগুলি মোদীর প্রতি প্রবল আশীর্বাদের প্রতিধ্বনি করছে, যা অনেককে বিভ্রান্ত করেছে: প্রধানমন্ত্রী মোদী

भारत माता की… भारत माता की… भारत माता की…

एन इनिया तमिळ् सगोदर सगोदरिगले, वणक्कम

तिरुनेलवेली की इस पावन धरती पर मैं नेल्लईअप्पर् और कांतिमती अम्मा के चरणों में नमस्कार करता हूं। आपका ये उत्साह, आपका ये जनसमर्थन, ये DMK और इंडी अलायंस की नींद उड़ा रहा है। आज पूरा तमिलनाडु कह रहा है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियों,

कल ही ‘तमिल पुत्ताण्डु’ का पवित्र अवसर भी था। बीजेपी ने ‘तमिळ् पुत्ताण्डु’ के ही दिन, नए वर्ष में नए भारत के संकल्प के लिए अपना संकल्प-पत्र जारी किया है। बीजेपी के मेनिफेस्टो को लोग मोदी का गारंटी कार्ड बोल रहे हैं। इसमें 70 की आयु से अधिक के हर सीनियर सिटिज़न को फ्री इलाज देने की गारंटी है। मोदी के इस गारंटी कार्ड किसान मसृद्धि केंद्र की संख्या बढ़ाने भारत को फुड प्रोसेसिंग का हब बनाने का विजन भी है। बीजेपी ने फिशरीज सेक्टर के लिए नए प्रोडक्शन और प्रोसेसिंग क्लस्टर बनाने का ऐलान किया है। बीजेपी के मेनिफेस्टो में फिशरमेन साथियों को सी-वीड की खेती और मोती की खेती के लिए भी प्रोत्साहन देने की बात कही गई है। यानि विकसित तमिलनाडु और विकसित भारत का मोदी का संकल्प इस चुनाव का मिशन बन चुका है। बीते Ten Years में NDA सरकार ने तमिलनाडु के विकास के लिए दिन-रात मेहनत की है। मोदी ने तिरुनेलवेली-चेन्नई के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस चलाई, ताकि इस क्षेत्र के लोगों को सुविधा मिले, यहां विकास की गति बढ़े। अब बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में घोषणा की है कि साउथ में भी बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी।

साथियों,

आज तमिलनाडु में सारे लोग कह रहे हैं, सारे सर्वे कह रहे हैं, कि तमिलनाडु की माताएं-बहनें, मोदी को खूब आशीर्वाद दे रही हैं। कई पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स को ये समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्यों है। इन लोगों को पता नहीं है कि पिछले 10 साल में मोदी ने माताओं-बहनों की सेवा की है, उनके आशीर्वाद लिए हैं, उनका दिल जीता है। अगर मैं सिर्फ तमिलनाडु की बात करूं तो...One crore twenty five lakhs घरों को नल से जल का कनेक्शन दिया गया। यहां Twelve Lakhs पक्के घर बनाए गए। Forty Lakhs से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए गए। Fifty Seven Lakhs से ज्यादा शौचालय बनवाए गए। गर्भवती महिलाओं को Eight Hundred Crore Rupees से ज्यादा की धनराशि दी गई है। मुद्रा योजना के तहत तमिलनाडु के लोगों को करीब-करीब Three Lakh Crore Rupees की मदद दी गई है। अब बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में जो घोषणाएं की हैं उसका बड़ा लाभ हमारी तमिलनाडु की माताओं-बहनों-बेटियों को मिलेगा।

साथियों,

देखिए ये गुड़िया भारत माता बनके आई है। वाह। साथियों जो तमिल भाषा के प्रेम करता है, जो तमिल संस्कृति से प्रेम करता है, आज उसकी पहली पसंद बीजेपी बन गई है। अब बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में हमारी तमिल भाषा को वैश्विक पहचान दिलाने की गारंटी दी है। बीजेपी, तमिलनाडु की हेरिटेज साइट्स को ग्लोबल टूरिस्ट मैप पर लाने के लिए भी दिन रात मेहनत करेगी। बीजेपी ने पूरी दुनिया में तिरुवल्लुवर कल्चरल सेंटर्स के निर्माण का भी संकल्प लिया है। लेकिन DMK और कांग्रेस की विचारधारा तमिल संस्कृति के प्रति भीतर तक घृणा से भरी हुई है। ये लोग तमिल पहचान को, तमिल विरासत को खत्म करना चाहते हैं। सेंगोल हो, जल्लीकट्टू हो, आप सभी ने देखा है कि कैसे DMK और कांग्रेस ने इसका विरोध किया।

साथियों,

दक्षिण तमिलनाडु का ये पूरा क्षेत्र वीरता और राष्ट्रवाद की धरती कहा जाता है। मरदु ब्रदर्स हों या वीरा पांडिया कट्टाबोम्मन या वीरमंगई वेलू नाचियार जी हों, इन शूरवीरों ने पूरे जीवन विदेशी शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इसी तरह स्वतंत्रता आंदोलन के दिनों में भी मुत्तु-रामलिंग तेवर जी से प्रभावित होकर, बहुत से नौजवान यहां नेताजी सुभाष के आंदोलन से जुड़े थे। देश के लिए लड़ने वाले इन लोगों का सपना क्या था? वो चाहते थे कि भारत एक ऐसा सशक्त और समृद्ध देश बने, जिसका सम्मान पूरे विश्व में हो। आज जब हम भारत के दुश्मनों को उनकी ही भाषा में जवाब देते हैं, तो इन्हीं का सपना पूरा होता है। आज हर वो व्यक्ति जो देश से प्रेम करता है- उसकी पहली पसंद बीजेपी है।

साथियों,

बीजेपी तमिलनाडु का विकास करती है, क्योंकि बीजेपी तमिलनाडु की विरासत का सम्मान करती है, उससे प्रेरणा लेती है। हमारे प्रेरणास्रोत महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीओ चिदम्बरम पिल्लई हैं, जिन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का सपना देखा था। इसीलिए, आज हम डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर भारत के लिए तमिलनाडु में डिफेंस कॉरिडॉर बना रहे हैं। हमारे आदर्श के. कामराज जी जैसे देशभक्त और ईमानदार नेता हैं। इसीलिए, बीजेपी तमिलनाडु में ईमानदार राजनीति की वकालत करती है, बीजेपी तमिलनाडु के युवाओं को आगे बढ़ाती है। लेकिन, कांग्रेस औऱ DMK जैसी Family Run पार्टियों ने के.कामराज जी का अपमान करने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी। बीजेपी तमिलनाडु में MGR जैसे नेताओं के सपनों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है। DMK ने हमेशा MGR की विरासत का भी अपमान किया है। DMK ने जयललिता जी के साथ भी कैसा-कैसा व्यवहार किया था, उन्हें सदन में अपमानित किया था, ये भी तमिलनाडु के लोग भूले नहीं हैं। यहां 'देवेंद्र कुल वेलालर कम्यूनिटी की बहुत पुरानी डिमांड जो पूरा करने का भी NDA सरकार ने ही किया है। और नरेंद्र, देवेंद्र से बहुत अलग नहीं है। DMK और कांग्रेस की मिलिभगत कैसे देशविरोधी है, ये सच्चाई अब पूरा देश जान गया है। इन्हीं लोगों ने हमारा कच्चातीवू आइलैंड तमिलनाडु से काटकर दूसरे देश को दे दिया। आज भी हमारे फिशरमेन भाइयों DMK और कांग्रेस के इस पाप की सजा मिलती है। उनका ये पाप 4 दशक से छिपा हुआ था। अब बीजेपी इसे तमिलनाडु की जनता के सामने ले आई है, तो उनकी बोलती बंद है।

साथियों,

हमारा तमिलनाडु इस समय Family Run Parties के करप्शन और स्कैम की बहुत बड़ी त्रासदी से गुजर रहा है। इतना ही नहीं ये लोग आपके बच्चों को ड्रग्स के नर्क में धकेल रहे हैं। आज तमिलनाडु में जगह-जगह ड्रग्स का जहर फैल चुका है। इन ड्रग्स माफियाओं को किसका संरक्षण हासिल है, ये सब जानते हैं। मां-बाप अपने बच्चों का जीवन बर्बाद होते देख रहे हैं, लेकिन इन ताकतवर लोगों के आगे लाचार हैं। मैं आपको ये भरोसा दिलाने आया हूं, आपके आशीर्वाद से मोदी इन भ्रष्टाचारियों के साथ-साथ इन ड्रग्स माफियाओं से भी लड़ेगा। मोदी तमिलनाडु की युवा पीढ़ी को बर्बाद नहीं होने देगा। इसलिए, आज जो अपने बच्चों का भविष्य बनाना चाहते हैं- वो बीजेपी को वोट दे रहे हैं। आज जो विकसित भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं- वो बीजेपी को वोट दे रहे हैं।

साथियों,

इस बार के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में ये मेरा आखिरी कार्यक्रम है। मैं पूरे विश्वास से ये कह सकता हूं कि तमिलनाडु एक नया इतिहास बनाने जा रहा है। तमिलनाडु के लोग इस बार NDA गठबंधन को निर्णायक बढ़त देने वाले हैं, क्योंकि लोग बीजेपी का गवर्नेंस और डवलपमेंट मॉडल देख रहे हैं। सालों तक, DMK और कांग्रेस के लोग कहते थे कि तमिलनाडु में बीजेपी और एनडीए का कोई अस्तित्व नहीं है। लेकिन इस बार का चुनाव, DMK और कांग्रेस के इस भ्रम को तोड़ने वाला होगा। DMK और कांग्रेस के पास वोट मांगने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। इनके पास एक पुराना टेप रिकॉर्डर है, एक घिसा पिटा नेगेटिव एजेंडा है। तमिलनाडु के लोग भी जान गए हैं कि ये लोग ना अपने वादे पूरा कर सकते हैं, ना तमिलनाडु की संस्कृति की रक्षा कर सकते हैं। मैं आज विशेष रूप से तमिलनाडु के फर्स्ट टाइम वोटर्स से अपील करता हूं- आप ने कई बार विपक्षी दलों को मौका दिया है। एक बार NDA को अपना वोट दीजिए और हम पूरी शक्ति से आपके विकास के लिए काम करेंगे। आपके सपने ये मेरा संकल्प है। मेरा पल-पल आपके नाम है, मेरा पल-पल देश के नाम है। ट्वेंटी फॉर बाय सेवन फॉर 2047.

साथियों,

आपका ये प्यार, आपके ये आशीर्वाद, ऐसा लग रहा है ये चुनाव सभा नहीं, विजय सभा हो गई है। आने वाली 19 अप्रैल को देश के विकास के साथ-साथ तमिलनाडु के विकास के लिए भी NDA को वोट देना है। मैं जानता हूं, यहां DMK सरकार NDA के समर्थन में चल रही लहर से डर गई है। वो BJP-NDA के कार्यकर्ताओं को कैंपेन नहीं करने दे रही, रुकावटें पैदा कर रही है। लेकिन मैं BJP-NDA के हर कार्यकर्ता को कहूंगा, तमिलनाडु के लोग आपके साथ हैं, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं। मैं आपके साथ हूं। 19 अप्रैल को हर बूथ पर आपको ज्यादा से ज्यादा मतदान कराना है।

साथियों,

NDA ने तिरुनेलवेली श्री नयनार नागेंद्रन को, कन्याकुमारी से श्री पोन राधाकृष्णन को, तेनकाशी से श्री जॉन पैंडियन को, और तुत्तूकोड़ी से एस.डी.आर. विजयासीलन को, और विरुदुनगर से श्रीमती राधिका शरथकुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। ये सब लोग दिल्ली में आपकी आवाज़ बनेंगे। मैं देश के विकास के साथ तमिलनाडु का बहुत विकास करना चाहता हूं। ये मेरे साथी मेरे उस काम को आगे बढ़ाने के लिए मुझे इनकी दिल्ली में जरूरत है। आपको मेरे अनुरोध के साथ-साथ मेरा आपसे आग्रह भी है तमिलनाडु के हर परिवार में जाइए और जाके कहना मोदी जी ने आपको वणक्कम कहा है। हर परिवार तक मेरा वणक्कम पहुंचाना। ये उत्साह, उमंग बहुत लोगों को दिखता नहीं होगा। इसलिए मेरा आग्रह है कि आप आपना मोबाइल निकालिए और फ्लैश लाइट चालू कीजिए। जो दिल्ली में बैठकर जो राजनीति के प्लस-माइनस करते रहते हैं। उनको ये रोशनी तमिलनाडु की ताकत देखने में काम आएगी।

मेरे साथ बोलिए... भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की...

बहुत बहुत धन्यवाद॥

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।