জাতীয় মানচিত্রে শ্রাবস্তীকে একটি আলাদা পরিচয় দেওয়ার চেষ্টা চলছে: শ্রাবস্তীতে জনসভায় প্রধানমন্ত্রী মোদী
আমি আমাদের দেশকে এতটাই শক্তিশালী করতে চাই যাতে পরিবারবাদী দলগুলি দেশকে নষ্ট করতে না পারে: উত্তরপ্রদেশে প্রধানমন্ত্রী মোদী

भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की।

मैं पाटेश्वरी मां के चरणों में प्रणाम करता हूं। भगवान बुद्ध और तीर्थंकर संभवनाथ, प्रभु राम के पुत्र लवकुश की इस धरती को मैं नमन करता हूं। मैं हेलिकॉप्टर से देख रहा था कि जितने लोग यहां अंदर हैं उससे ज्यादा लोग बाहर हैं, अब यहां जगह भी नहीं बची है कि शायद वो अंदर आ पाएंगे कि नहीं आ पाएंगे, लेकिन वो इतना कष्ट उठाकर यहां तक आए हैं ना मैं उनके दर्शन कर पा रहा हूं ना वो मुझे देख पा रहे हैं। लेकिन उसके बावजूद इतना प्यार, इतने आशीर्वाद जीवन में इससे बड़ी पूंजी क्या हो सकती है? अभी जब मैं हेलिकॉप्टर से आया बहुत सारे मेरे पुराने साथी मिल गए और बहुत सारी पुरानी बातें हेलीपैड के पास खड़े-खड़े उन्होंने मुझे याद कराई। 30-35 साल पहले जब मैं यहां संगठन के काम के लिए आया करता था वहां के उस समय के पुराने अनुभव आज मेरे मन को ताजा-तरार कर दिया है एक प्रकार से। साथियों, आपका ये प्यार बता रहा है, ये जनसैलाब, ये उत्साह, ये साफ-साफ बता रहा है कि सपा-कांग्रेस का इंडी गठबंधन पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। पूरा देश एक ही बात कह रहा है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार...

साथियों,

कल मैंने कुछ वीडियो देखें जिसमें लोग भाग-भागकर के मंच पर चढ़ जाते थे तो मैंने पूछा कि भाई ये हुड़दंग क्या चल रहा है, उन्होंने बताया कि सपा-कांग्रेस वाले रैली में लोगों को लाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट देते हैं, प्रति व्यक्ति पैसे देते हैं लेकिन इन्होंने पेमेंट किया नहीं इसलिए लोग गुस्से में भागकर के मंच पर पहुंच गए, अब जिस पार्टी का ये हाल हो वो आपका भला कैसे कर सकते हैं? साथियों, आपने देखा होगा हफ्ते पहले कांग्रेस के एक दिग्गज नेता (देखिए, भाइयों अब जगह नहीं है आप जहां हैं वहां अब मुझे देख नहीं पाओगे, सुन लीजिए बस और ये स्क्रीन वगैरह लगाए हैं वहां अगर कुछ दिखाई देता है तो उसी के सहारे काम करना पड़ेगा। अगर आप इजाजत दें तो मैं आगे बोलना शुरू करूं तो आपकी इजाजत है) कांग्रेस के एक दिग्गज नेता जो कांग्रेस के शहजादे पर जिनका पूरा- पूरा कंट्रोल है और वो एक प्रकार से कांग्रेस के शहजादे के कमांडो की तरह काम कर रहे हैं। तीन-चार दिन पहले वो ट्वीट करते थे मोदी को भला-बुरा कहना ये उनका काम होता है तो वो लगातार कह रहे थे निवर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, अब ठीक है उनको मजा आता था करते थे मैं कुछ बोलता नहीं था लेकिन अभी चौथे और पांचवें चरण के मतदान के बाद उन्होंने निवर्तमान वाला जो मजाक उड़ाते थे वो भी मजाक करना छोड़ दिया है। मतलब कि एक कमांडो ने भी मान लिया है कि देश की जनता मोदी को फिर एक बार प्रधानमंत्री बनाने का निर्णय कर चुकी है। साथियों, मैं हिंदुस्तान के हर कोने में गया, जनता- जनार्दन के आशीर्वाद लेने के लिए गया हूं और सब ओर एक ही मंत्र है, एक ही नारा है, एक ही संकल्प है, फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार..

साथियों,

(उनको करने दीजिए नहीं आप चालू रखो आप थक जाएंगे फिर मैं शुरू करूंगा) साथियों, ये चौबीस का चुनाव भारत का भविष्य तय करने जा रहा है। जिन लोगों ने 60 साल तक कुछ नहीं किया, वो मोदी के कामों को, मोदी को रोकने के लिए एक हो गए हैं। यूपी में ‘दो लड़कों की जोड़ी’ फिर से लॉन्च हुई है। वही पुरानी फ्लॉप फिल्म, फिर एक बार ये फ्लॉप फिल्म वो ही पुराने किरदार और वही पुराने डायलॉग, अब आप मुझे बताइए पूरा चुनाव खत्म होने को है, आपने एक भी नई बात इन लोगों के मुंह से सुनी क्या? देश को आगे कैसे लेकर जाएंगे? विकास का विज़न क्या है? अर्थव्यवस्था को लेकर क्या प्लान है? दोनों शहजादों ने एक बार भी भरोसेमंद बात नहीं कही, मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर ये वोट मांग क्यों रहे हैं भाई? ये कहते हैं मोदी ने जो काम किया है हम उसको पलटने के लिए आएंगे, मोदी के सारे कामों को सब खत्म करके हम नए सिरे से देश को चलाएंगे और ये ही इनका एजेंडा है मोदी के कामों को पलटना।

भाइयों और बहनों,

10 साल में मोदी ने क्या काम किए? मोदी ने 4 करोड़ गरीबों को पक्के घर दिये। अब सपा-कांग्रेस वाले सब पलटने का निर्णय कर लिए हैं मतलब इन चार करोड़ घरों की जो चाबी है वो उसे ले लेंगे, मकान छीन लेंगे और वो उनके वोट बैंक को मकान दे देंगे। मोदी ने 50 करोड़ से ज्यादा गरीबों के जनधन खाते खुलवाए। ये आपके बैंक खाते बंद करा देंगे, उसका पैसा छीन लेंगे। मोदी ने हर गांव में बिजली पहुंचाई। ये आपके घर में बिजली कनेक्शन कटा के फिर अंधेरा कर देंगे, मोदी घर-घर पानी पहुंचा रहा है, सपा-कांग्रेस वाले आपके घर की पानी की टोंटी भी खोल के ले जाएंगे और इसमें तो इनकी महारत है, क्या आप सपा-कांग्रेस को ऐसा करने देंगे? ऐसी आवाज नहीं चलती है भाई, आप जरा हिम्मत से बताइये, आप सपा-कांग्रेस को ऐसा पाप करने देंगे? ऐसा जुल्म करने देंगे?

साथियों,

मोदी देश के लिए जीता है, मोदी ने देश हित में जो फैसले लिए वो इंडी वालों की बस की बात नहीं है, अरे क्या- क्या पलटोगे? क्या-क्या बदलोगे? इनके नेता कह रहे हैं कांग्रेस आई तो, CAA को रद्द कर देंगे। कहते हैं कांग्रेस आई तो कश्मीर में 370 फिर से लगाएंगे। इसका मतलब क्या होगा? जो आतंकवादी आज जेल में हैं, उन्हें कांग्रेसी पीएम के घर में बुलाकर बिरयानी खिलाएंगे। जिन लोगों को सोच ऐसी है जो ऐसे ख्यालों को पालते हैं ऐसे इंडी गठबंधन वाले...साथियों, आप कल्पना करिए इन लोगों के इरादे देश को कितने तबाह करने के हैं? कांग्रेस आई तो, भ्रष्टाचार पर जो कड़े नियम बने हैं, जो नोटों के पहाड़ पकड़े जा रहे हैं, ये कानून बदलकर भ्रष्टाचारियों को बचाएंगे। सपा राज में डीएम बनाने के लिए रेट कार्ड फिक्स था, डीजीपी बनाने के लिए रेट कार्ड फिक्स था, नौकरी देने के लिए रेट कार्ड फिक्स था, सड़क बने बिना पैसों का भुगतान हो जाता था, अब ये सब बंद हो गया है। अब बताइए जिसका इतना नुकसान होगा वो मोदी को गाली देगा कि नहीं देगा? दिन-रात गाली देगा कि नहीं देगा? रोज नई- नई गालियां देगा कि नहीं देगा? मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, मोदी को ये सारी गालियां मंजूर है, मोदी को अनाप-शनाप उनको जो बोलना है सबकुछ मंजूर है, मेरे लिए बोले, मेरे परिवार के लिए बोले सबकुछ मंजूर है लेकिन सपा वाले, कांग्रेस वाले, इंडी गठबंधन वाले कान खोलकर सुन लें मोदी को भ्रष्टाचार मंजूर नहीं है.. नहीं है.. नहीं है।

साथियों,

यूपी के शहजादे को यूपी में पुराना गुंडाराज वापस चाहिए। जब से भाजपा सरकार यहां आई है, गुंडों पर आफत आई है। जो ज़मीनें माफियाओं ने कब्जे की थीं, उन पर गरीबों के लिए घर बन रहे हैं। आपने देखा होगा जो गुंडे उनका नाम सुनते ही लोग कांपते थे आज वो गुंडे गले में तख्ती लटकाकर हाथ जोड़कर के कहते हैं कि मुझे जेल में भेज दो। साथियों, भाजपा यूपी को उस हालात में वापस नहीं जाने देगी और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

इंडी गठबंधन में ऐसी भयंकर बीमारियां हैं, कैंसर से भी बुरी बीमारियां हैं और ये फैलते- फैलते पूरे हिंदुस्तान को तबाह करदे इतनी भयंकर बीमारियां ये इंडी अलायंस में हैं। तीन बीमारियां जिससे देश को सावधान रहना जरूरी है। ये इंडी अलायंस वालों की सबसे बड़ी बीमारी है- ये लोग घोर सांप्रदायिक हैं। दूसरी गंभीर बीमारी है- ये घोर जातिवादी हैं। तीसरी बीमारी है- ये घोर पारिवारवादी हैं और ये तीनों बीमारियां देश के लिए कैंसर से भी ज्यादा विनाशक बन सकती है। ये लोग जनता के बीच जाते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जनता पूछती है 60 साल में क्या किया? पहले ये तो बताओ, तो ये लोग अपना तुरुप का इक्का निकालते हैं, इनका एक इक्का है- समाज को बांटो और वोट जिहाद करवाओ।

साथियों,

इंडी गठबंधन वाले तुष्टीकरण के लिए नई-नई स्कीम लेकर आए हैं। इनके कुछ नेता आपकी संपत्ति की जांच करवाने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस कहती है, संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। मोदी कहता है संपत्ति पर पहला अधिकार इस देश के गरीबों का है और साथियों, ये कांग्रेस वाले जो कहते हैं कि संपत्ति पर अधिकार मुसलमानों का है वो आपकी कमाई छीनकर के ये अपनी वोट जिहाद वाली वोट बैंक में बांटना चाहता है। इनकी दूसरी स्कीम है- SC- ST- OBC का आरक्षण कोटा SC- ST- OBC से छीन लेना और वो कोटा मुस्लिम वोट बैंक में बांट देना। पहले इन्होंने अपनी राज्य सरकारों में दलित, पिछड़ा के आरक्षण पर डाका डाला। अब ये पूरे देश में आरक्षण छीनकर वोट जिहाद करने वालों को देना चाहते हैं लेकिन, मैं इन्हें भी कहूंगा ये चाहे जितना जोर लगा लें जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है गरीब-दलित-पिछड़ों-आदिवासियों का आरक्षण कोई छीन नहीं सकता और भाइयों-बहनों मैं आपको गारंटी देता हूं वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है। मैं आपको गारंटी देता हूं, आरक्षण छीनने का कर्नाटक मॉडल कभी भी देश में लागू नहीं होने दूंगा।

साथियों,

हमारा श्रावस्ती इतनी ऐतिहासिक और पौराणिक जगह है। यहां पूरे देश से पर्यटक आना चाहते हैं। पहले इतने समय सपा-बसपा-कांग्रेस की सरकारें रहीं लेकिन, किसी ने श्रावस्ती के विकास के बारे में सोचा क्या? उन्हें ना श्रावस्ती के विकास की चिंता थी, ना देश की विरासत की फिक्र थी। हमारी सरकार श्रावस्ती को देश के नक्शे पर अलग पहचान देने के लिए काम कर रही है। आज श्रावस्ती को अपना एयरपोर्ट मिला है। श्रावस्ती से देश भर के लिए फ्लाइट्स चलें, हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। श्रावस्ती-बलरामपुर-खलीलाबाद रेल परियोजनाओं का भी शिलान्यास हो चुका है। यहां मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय भी तैयार हो रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मेडिकल कॉलेज भी बनाया जा रहा है। इस क्षेत्र में बाढ़ की इतनी समस्या थी, हर बार हजारों परिवारों का जीवन खतरे में पड़ता था। लेकिन, अब सरयू नदी परियोजना से बाढ़ का संकट भी खत्म होगा, किसानों को फायदा होगा। आप जरा बताइये सपा- कांग्रेस के रहते कभी भी ये काम संभव थे क्या? अगर गलती से इन्हें मौका मिला तो जो काम चल रहा है, ये उन्हें भी ठप्प करके रख देंगे और पैसे खा जाएंगे।

साथियों,

मोदी किसी शाही खानदान से नहीं आया है। मैं इन्हीं माताओं जैसी गरीब मां का बेटा हूं। मुझे किसी के लिए कुछ कमाना नहीं है। लेकिन, मेरा संकल्प है मैं अपने देश को इतना मजबूत बनाना चाहता हूं कि परिवारवादी पार्टियां फिर से देश को बदहाल ना कर सकें। इसके लिए मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। 25 मई को श्रावस्ती से आप साकेत मिश्रा को जिताकर दिल्ली भेजें। आपको यहां गैंसड़ी विधानसभा उपचुनाव में भाई शैलेष कुमार सिंह जी को भी भारी मतों से विजयी बनाना है। घर-घर जाइएगा और कहिएगा मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको जय श्री राम कहा है। हर परिवार में मोदी का जय श्री राम पहुंचाओगे, घर-घर जाओगे। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की.. भारत माता की.. बहुत- बहुत धन्यवाद।

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December 21, 2025
Assam has picked up a new momentum of development: PM
Our government is placing farmers' welfare at the centre of all its efforts: PM
Initiatives like PM Dhan Dhanya Krishi Yojana and the Dalhan Atmanirbharta Mission are launched to promote farming and support farmers: PM
Guided by the vision of Sabka Saath, Sabka Vikas, our efforts have transformed the lives of poor: PM

उज्जनिर रायज केने आसे? आपुनालुकोलोई मुर अंतोरिक मोरोम आरु स्रद्धा जासिसु।

असम के गवर्नर लक्ष्मण प्रसाद आचार्य जी, मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा जी, केंद्र में मेरे सहयोगी और यहीं के आपके प्रतिनिधि, असम के पूर्व मुख्यमंत्री, सर्बानंद सोनोवाल जी, असम सरकार के मंत्रीगण, सांसद, विधायक, अन्य महानुभाव, और विशाल संख्या में आए हुए, हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए हुए, मेरे सभी भाइयों और बहनों, जितने लोग पंडाल में हैं, उससे ज्यादा मुझे वहां बाहर दिखते हैं।

सौलुंग सुकाफा और महावीर लसित बोरफुकन जैसे वीरों की ये धरती, भीमबर देउरी, शहीद कुसल कुवर, मोरान राजा बोडौसा, मालती मेम, इंदिरा मिरी, स्वर्गदेव सर्वानंद सिंह और वीरांगना सती साध`नी की ये भूमि, मैं उजनी असम की इस महान मिट्टी को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ।

साथियों,

मैं देख रहा हूँ, सामने दूर-दूर तक आप सब इतनी बड़ी संख्या में अपना उत्साह, अपना उमंग, अपना स्नेह बरसा रहे हैं। और खासकर, मेरी माताएँ बहनें, इतनी विशाल संख्या में आप जो प्यार और आशीर्वाद लेकर आईं हैं, ये हमारी सबसे बड़ी शक्ति है, सबसे बड़ी ऊर्जा है, एक अद्भुत अनुभूति है। मेरी बहुत सी बहनें असम के चाय बगानों की खुशबू लेकर यहां उपस्थित हैं। चाय की ये खुशबू मेरे और असम के रिश्तों में एक अलग ही ऐहसास पैदा करती है। मैं आप सभी को प्रणाम करता हूँ। इस स्नेह और प्यार के लिए मैं हृदय से आप सबका आभार करता हूँ।

साथियों,

आज असम और पूरे नॉर्थ ईस्ट के लिए बहुत बड़ा दिन है। नामरूप और डिब्रुगढ़ को लंबे समय से जिसका इंतज़ार था, वो सपना भी आज पूरा हो रहा है, आज इस पूरे इलाके में औद्योगिक प्रगति का नया अध्याय शुरू हो रहा है। अभी थोड़ी देर पहले मैंने यहां अमोनिया–यूरिया फर्टिलाइज़र प्लांट का भूमि पूजन किया है। डिब्रुगढ़ आने से पहले गुवाहाटी में एयरपोर्ट के एक टर्मिनल का उद्घाटन भी हुआ है। आज हर कोई कह रहा है, असम विकास की एक नई रफ्तार पकड़ चुका है। मैं आपको बताना चाहता हूँ, अभी आप जो देख रहे हैं, जो अनुभव कर रहे हैं, ये तो एक शुरुआत है। हमें तो असम को बहुत आगे लेकर के जाना है, आप सबको साथ लेकर के आगे बढ़ना है। असम की जो ताकत और असम की भूमिका ओहोम साम्राज्य के दौर में थी, विकसित भारत में असम वैसी ही ताकतवर भूमि बनाएंगे। नए उद्योगों की शुरुआत, आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, Semiconductors, उसकी manufacturing, कृषि के क्षेत्र में नए अवसर, टी-गार्डेन्स और उनके वर्कर्स की उन्नति, पर्यटन में बढ़ती संभावनाएं, असम हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। मैं आप सभी को और देश के सभी किसान भाई-बहनों को इस आधुनिक फर्टिलाइज़र प्लांट के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएँ देता हूँ। मैं आपको गुवाहटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के लिए भी बधाई देता हूँ। बीजेपी की डबल इंजन सरकार में, उद्योग और कनेक्टिविटी की ये जुगलबंदी, असम के सपनों को पूरा कर रही है, और साथ ही हमारे युवाओं को नए सपने देखने का हौसला भी दे रही है।

साथियों,

विकसित भारत के निर्माण में देश के किसानों की, यहां के अन्नदाताओं की बहुत बड़ी भूमिका है। इसलिए हमारी सरकार किसानों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए दिन-रात काम कर रही है। यहां आप सभी को किसान हितैषी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। कृषि कल्याण की योजनाओं के बीच, ये भी जरूरी है कि हमारे किसानों को खाद की निरंतर सप्लाई मिलती रहे। आने वाले समय में ये यूरिया कारख़ाना यह सुनिश्चित करेगा। इस फर्टिलाइज़र प्रोजेक्ट पर करीब 11 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यहां हर साल 12 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा खाद बनेगी। जब उत्पादन यहीं होगा, तो सप्लाई तेज होगी। लॉजिस्टिक खर्च घटेगा।

साथियों,

नामरूप की ये यूनिट रोजगार-स्वरोजगार के हजारों नए अवसर भी बनाएगी। प्लांट के शुरू होते ही अनेकों लोगों को यहीं पर स्थायी नौकरी भी मिलेगी। इसके अलावा जो काम प्लांट के साथ जुड़ा होता है, मरम्मत हो, सप्लाई हो, कंस्ट्रक्शन का बहुत बड़ी मात्रा में काम होगा, यानी अनेक काम होते हैं, इन सबमें भी यहां के स्थानीय लोगों को और खासकर के मेरे नौजवानों को रोजगार मिलेगा।

लेकिन भाइयों बहनों,

आप सोचिए, किसानों के कल्याण के लिए काम बीजेपी सरकार आने के बाद ही क्यों हो रहा है? हमारा नामरूप तो दशकों से खाद उत्पादन का केंद्र था। एक समय था, जब यहां बनी खाद से नॉर्थ ईस्ट के खेतों को ताकत मिलती थी। किसानों की फसलों को सहारा मिलता था। जब देश के कई हिस्सों में खाद की आपूर्ति चुनौती बनी, तब भी नामरूप किसानों के लिए उम्मीद बना रहा। लेकिन, पुराने कारखानों की टेक्नालजी समय के साथ पुरानी होती गई, और काँग्रेस की सरकारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। नतीजा ये हुआ कि, नामरूप प्लांट की कई यूनिट्स इसी वजह से बंद होती गईं। पूरे नॉर्थ ईस्ट के किसान परेशान होते रहे, देश के किसानों को भी तकलीफ हुई, उनकी आमदनी पर चोट पड़ती रही, खेती में तकलीफ़ें बढ़ती गईं, लेकिन, काँग्रेस वालों ने इस समस्या का कोई हल ही नहीं निकाला, वो अपनी मस्ती में ही रहे। आज हमारी डबल इंजन सरकार, काँग्रेस द्वारा पैदा की गई उन समस्याओं का समाधान भी कर रही है।

साथियों,

असम की तरह ही, देश के दूसरे राज्यों में भी खाद की कितनी ही फ़ैक्टरियां बंद हो गईं थीं। आप याद करिए, तब किसानों के क्या हालात थे? यूरिया के लिए किसानों को लाइनों में लगना पड़ता था। यूरिया की दुकानों पर पुलिस लगानी पड़ती थी। पुलिस किसानों पर लाठी बरसाती थी।

भाइयों बहनों,

काँग्रेस ने जिन हालातों को बिगाड़ा था, हमारी सरकार उन्हें सुधारने के लिए एडी-चोटी की ताकत लगा रही है। और इन्होंने इतना बुरा किया,इतना बुरा किया कि, 11 साल से मेहनत करने के बाद भी, अभी मुझे और बहुत कुछ करना बाकी है। काँग्रेस के दौर में फर्टिलाइज़र्स फ़ैक्टरियां बंद होती थीं। जबकि हमारी सरकार ने गोरखपुर, सिंदरी, बरौनी, रामागुंडम जैसे अनेक प्लांट्स शुरू किए हैं। इस क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। आज इसी का नतीजा है, हम यूरिया के क्षेत्र में आने वाले कुछ समय में आत्मनिर्भर हो सके, उस दिशा में मजबूती से कदम रख रहे हैं।

साथियों,

2014 में देश में सिर्फ 225 लाख मीट्रिक टन यूरिया का ही उत्पादन होता था। आपको आंकड़ा याद रहेगा? आंकड़ा याद रहेगा? मैं आपने मुझे काम दिया 10-11 साल पहले, तब उत्पादन होता था 225 लाख मीट्रिक टन। ये आंकड़ा याद रखिए। पिछले 10-11 साल की मेहनत में हमने उत्पादन बढ़ाकर के करीब 306 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच चुका है। लेकिन हमें यहां रूकना नहीं है, क्योंकि अभी भी बहुत करने की जरूरत है। जो काम उनको उस समय करना था, नहीं किया, और इसलिए मुझे थोड़ा एक्स्ट्रा मेहनत करनी पड़ रही है। और अभी हमें हर साल करीब 380 लाख मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत पड़ती है। हम 306 पर पहुंचे हैं, 70-80 और करना है। लेकिन मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं, हम जिस प्रकार से मेहनत कर रहे हैं, जिस प्रकार से योजना बना रहे हैं और जिस प्रकार से मेरे किसान भाई-बहन हमें आशीर्वाद दे रहे हैं, हम हो सके उतना जल्दी इस गैप को भरने में कोई कमी नहीं रखेंगे।

और भाइयों और बहनों,

मैं आपको एक और बात बताना चाहता हूं, आपके हितों को लेकर हमारी सरकार बहुत ज्यादा संवेदनशील है। जो यूरिया हमें महंगे दामों पर विदेशों से मंगाना पड़ता है, हम उसकी भी चोट अपने किसानों पर नहीं पड़ने देते। बीजेपी सरकार सब्सिडी देकर वो भार सरकार खुद उठाती है। भारत के किसानों को सिर्फ 300 रुपए में यूरिया की बोरी मिलती है, उस एक बोरी के बदले भारत सरकार को दूसरे देशों को, जहां से हम बोरी लाते हैं, करीब-करीब 3 हजार रुपए देने पड़ते हैं। अब आप सोचिए, हम लाते हैं 3000 में, और देते हैं 300 में। यह सारा बोझ देश के किसानों पर हम नहीं पड़ने देते। ये सारा बोझ सरकार खुद भरती है। ताकि मेरे देश के किसान भाई बहनों पर बोझ ना आए। लेकिन मैं किसान भाई बहनों को भी कहूंगा, कि आपको भी मेरी मदद करनी होगी और वह मेरी मदद है इतना ही नहीं, मेरे किसान भाई-बहन आपकी भी मदद है, और वो है यह धरती माता को बचाना। हम धरती माता को अगर नहीं बचाएंगे तो यूरिया की कितने ही थैले डाल दें, यह धरती मां हमें कुछ नहीं देगी और इसलिए जैसे शरीर में बीमारी हो जाए, तो दवाई भी हिसाब से लेनी पड़ती है, दो गोली की जरूरत है, चार गोली खा लें, तो शरीर को फायदा नहीं नुकसान हो जाता है। वैसा ही इस धरती मां को भी अगर हम जरूरत से ज्यादा पड़ोस वाला ज्यादा बोरी डालता है, इसलिए मैं भी बोरी डाल दूं। इस प्रकार से अगर करते रहेंगे तो यह धरती मां हमसे रूठ जाएगी। यूरिया खिला खिलाकर के हमें धरती माता को मारने का कोई हक नहीं है। यह हमारी मां है, हमें उस मां को भी बचाना है।

साथियों,

आज बीज से बाजार तक भाजपा सरकार किसानों के साथ खड़ी है। खेत के काम के लिए सीधे खाते में पैसे पहुंचाए जा रहे हैं, ताकि किसान को उधार के लिए भटकना न पड़े। अब तक पीएम किसान सम्मान निधि के लगभग 4 लाख करोड़ रुपए किसानों के खाते में भेजे गए हैं। आंकड़ा याद रहेगा? भूल जाएंगे? 4 लाख करोड़ रूपया मेरे देश के किसानों के खाते में सीधे जमा किए हैं। इसी साल, किसानों की मदद के लिए 35 हजार करोड़ रुपए की दो योजनाएं नई योजनाएं शुरू की हैं 35 हजार करोड़। पीएम धन धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन, इससे खेती को बढ़ावा मिलेगा।

साथियों,

हम किसानों की हर जरूरत को ध्यान रखते हुए काम कर रहे हैं। खराब मौसम की वजह से फसल नुकसान होने पर किसान को फसल बीमा योजना का सहारा मिल रहा है। फसल का सही दाम मिले, इसके लिए खरीद की व्यवस्था सुधारी गई है। हमारी सरकार का साफ मानना है कि देश तभी आगे बढ़ेगा, जब मेरा किसान मजबूत होगा। और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

साथियों,

केंद्र में हमारी सरकार बनने के बाद हमने किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से पशुपालकों और मछलीपालकों को भी जोड़ दिया था। किसान क्रेडिट कार्ड, KCC, ये KCC की सुविधा मिलने के बाद हमारे पशुपालक, हमारे मछली पालन करने वाले इन सबको खूब लाभ उठा रहा है। KCC से इस साल किसानों को, ये आंकड़ा भी याद रखो, KCC से इस साल किसानों को 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद दी गई है। 10 लाख करोड़ रुपया। बायो-फर्टिलाइजर पर GST कम होने से भी किसानों को बहुत फायदा हुआ है। भाजपा सरकार भारत के किसानों को नैचुरल फार्मिंग के लिए भी बहुत प्रोत्साहन दे रही है। और मैं तो चाहूंगा असम के अंदर कुछ तहसील ऐसे आने चाहिए आगे, जो शत प्रतिशत नेचुरल फार्मिंग करते हैं। आप देखिए हिंदुस्तान को असम दिशा दिखा सकता है। असम का किसान देश को दिशा दिखा सकता है। हमने National Mission On Natural Farming शुरू की, आज लाखों किसान इससे जुड़ चुके हैं। बीते कुछ सालों में देश में 10 हजार किसान उत्पाद संघ- FPO’s बने हैं। नॉर्थ ईस्ट को विशेष ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने खाद्य तेलों- पाम ऑयल से जुड़ा मिशन भी शुरू किया। ये मिशन भारत को खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर तो बनाएगा ही, यहां के किसानों की आय भी बढ़ाएगा।

साथियों,

यहां इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में हमारे टी-गार्डन वर्कर्स भी हैं। ये भाजपा की ही सरकार है जिसने असम के साढ़े सात लाख टी-गार्डन वर्कर्स के जनधन बैंक खाते खुलवाए। अब बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ने की वजह से इन वर्कर्स के बैंक खातों में सीधे पैसे भेजे जाने की सुविधा मिली है। हमारी सरकार टी-गार्डन वाले क्षेत्रों में स्कूल, रोड, बिजली, पानी, अस्पताल की सुविधाएं बढ़ा रही है।

साथियों,

हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है। हमारा ये विजन, देश के गरीब वर्ग के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लेकर आया है। पिछले 11 वर्षों में हमारे प्रयासों से, योजनाओं से, योजनाओं को धरती पर उतारने के कारण 25 करोड़ लोग, ये आंकड़ा भी याद रखना, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। देश में एक नियो मिडिल क्लास तैयार हुआ है। ये इसलिए हुआ है, क्योंकि बीते वर्षों में भारत के गरीब परिवारों के जीवन-स्तर में निरंतर सुधार हुआ है। कुछ ताजा आंकड़े आए हैं, जो भारत में हो रहे बदलावों के प्रतीक हैं।

साथियों,

और मैं मीडिया में ये सारी चीजें बहुत काम आती हैं, और इसलिए मैं आपसे आग्रह करता हूं मैं जो बातें बताता हूं जरा याद रख के औरों को बताना।

साथियों,

पहले गांवों के सबसे गरीब परिवारों में, 10 परिवारों में से 1 के पास बाइक तक होती नहीं थी। 10 में से 1 के पास भी नहीं होती थी। अभी जो सर्वे आए हैं, अब गांव में रहने वाले करीब–करीब आधे परिवारों के पास बाइक या कार होती है। इतना ही नहीं मोबाइल फोन तो लगभग हर घर में पहुंच चुके हैं। फ्रिज जैसी चीज़ें, जो पहले “लग्ज़री” मानी जाती थीं, अब ये हमारे नियो मिडल क्लास के घरों में भी नजर आने लगी है। आज गांवों की रसोई में भी वो जगह बना चुका है। नए आंकड़े बता रहे हैं कि स्मार्टफोन के बावजूद, गांव में टीवी रखने का चलन भी बढ़ रहा है। ये बदलाव अपने आप नहीं हुआ। ये बदलाव इसलिए हुआ है क्योंकि आज देश का गरीब सशक्त हो रहा है, दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले गरीब तक भी विकास का लाभ पहुंचने लगा है।

साथियों,

भाजपा की डबल इंजन सरकार गरीबों, आदिवासियों, युवाओं और महिलाओं की सरकार है। इसीलिए, हमारी सरकार असम और नॉर्थ ईस्ट में दशकों की हिंसा खत्म करने में जुटी है। हमारी सरकार ने हमेशा असम की पहचान और असम की संस्कृति को सर्वोपरि रखा है। भाजपा सरकार असमिया गौरव के प्रतीकों को हर मंच पर हाइलाइट करती है। इसलिए, हम गर्व से महावीर लसित बोरफुकन की 125 फीट की प्रतिमा बनाते हैं, हम असम के गौरव भूपेन हजारिका की जन्म शताब्दी का वर्ष मनाते हैं। हम असम की कला और शिल्प को, असम के गोमोशा को दुनिया में पहचान दिलाते हैं, अभी कुछ दिन पहले ही Russia के राष्ट्रपति श्रीमान पुतिन यहां आए थे, जब दिल्ली में आए, तो मैंने बड़े गर्व के साथ उनको असम की ब्लैक-टी गिफ्ट किया था। हम असम की मान-मर्यादा बढ़ाने वाले हर काम को प्राथमिकता देते हैं।

लेकिन भाइयों बहनों,

भाजपा जब ये काम करती है तो सबसे ज्यादा तकलीफ काँग्रेस को होती है। आपको याद होगा, जब हमारी सरकार ने भूपेन दा को भारत रत्न दिया था, तो काँग्रेस ने खुलकर उसका विरोध किया था। काँग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि, मोदी नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है। मुझे बताइए, ये भूपेन दा का अपमान है कि नहीं है? कला संस्कृति का अपमान है कि नहीं है? असम का अपमान है कि नहीं है? ये कांग्रेस दिन रात करती है, अपमान करना। हमने असम में सेमीकंडक्टर यूनिट लगवाई, तो भी कांग्रेस ने इसका विरोध किया। आप मत भूलिए, यही काँग्रेस सरकार थी, जिसने इतने दशकों तक टी कम्यूनिटी के भाई-बहनों को जमीन के अधिकार नहीं मिलने दिये! बीजेपी की सरकार ने उन्हें जमीन के अधिकार भी दिये और गरिमापूर्ण जीवन भी दिया। और मैं तो चाय वाला हूं, मैं नहीं करूंगा तो कौन करेगा? ये कांग्रेस अब भी देशविरोधी सोच को आगे बढ़ा रही है। ये लोग असम के जंगल जमीन पर उन बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाना चाहते हैं। जिनसे इनका वोट बैंक मजबूत होता है, आप बर्बाद हो जाए, उनको इनकी परवाह नहीं है, उनको अपनी वोट बैंक मजबूत करनी है।

भाइयों बहनों,

काँग्रेस को असम और असम के लोगों से, आप लोगों की पहचान से कोई लेना देना नहीं है। इनको केवल सत्ता,सरकार और फिर जो काम पहले करते थे, वो करने में इंटरेस्ट है। इसीलिए, इन्हें अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए ज्यादा अच्छे लगते हैं। अवैध घुसपैठियों को काँग्रेस ने ही बसाया, और काँग्रेस ही उन्हें बचा रही है। इसीलिए, काँग्रेस पार्टी वोटर लिस्ट के शुद्धिकरण का विरोध कर रही है। तुष्टीकरण और वोटबैंक के इस काँग्रेसी जहर से हमें असम को बचाकर रखना है। मैं आज आपको एक गारंटी देता हूं, असम की पहचान, और असम के सम्मान की रक्षा के लिए भाजपा, बीजेपी फौलाद बनकर आपके साथ खड़ी है।

साथियों,

विकसित भारत के निर्माण में, आपके ये आशीर्वाद यही मेरी ताकत है। आपका ये प्यार यही मेरी पूंजी है। और इसीलिए पल-पल आपके लिए जीने का मुझे आनंद आता है। विकसित भारत के निर्माण में पूर्वी भारत की, हमारे नॉर्थ ईस्ट की भूमिका लगातार बढ़ रही है। मैंने पहले भी कहा है कि पूर्वी भारत, भारत के विकास का ग्रोथ इंजन बनेगा। नामरूप की ये नई यूनिट इसी बदलाव की मिसाल है। यहां जो खाद बनेगी, वो सिर्फ असम के खेतों तक नहीं रुकेगी। ये बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंचेगी। ये कोई छोटी बात नहीं है। ये देश की खाद जरूरत में नॉर्थ ईस्ट की भागीदारी है। नामरूप जैसे प्रोजेक्ट, ये दिखाते हैं कि, आने वाले समय में नॉर्थ ईस्ट, आत्मनिर्भर भारत का बहुत बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। सच्चे अर्थ में अष्टलक्ष्मी बन के रहेगा। मैं एक बार फिर आप सभी को नए फर्टिलाइजर प्लांट की बधाई देता हूं। मेरे साथ बोलिए-

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

और इस वर्ष तो वंदे मातरम के 150 साल हमारे गौरवपूर्ण पल, आइए हम सब बोलें-

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।