Maharashtra will lead the vision of a ’Viksit Bharat’, and the BJP and Mahayuti are working with this commitment: PM Modi in Panvel
Congress has always worked on the agenda of keeping the poor poor: PM Modi while addressing a large gathering in Panvel

जय भवानी// जय शिवाजी//
जय माता महाकाली//
‘जय सेवालाल’//
‘जय बिरसा’
छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या //या पवित्र भूमीला //मी //हृदयपूर्वक नमस्कार करतो. //
स्वराज्य आची //राजधानीतील //रायगड वासियान्ना //माझा नमस्कार।

मेरा सौभाग्य है कि आज एक बार फिर मुझे रायगढ़ की इस मिट्टी को नमन करने का अवसर मिल रहा है। रायगढ़ से मेरा एक आत्मीय संबंध है। एक भावनात्मक संबंध है। 2013 में जब भाजपा ने मुझे पीएम पद का उम्मीदवार बनाया था। तब मैंने रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया था। जैसे कोई भक्त भगवान की मूर्ति के आगे बैठता है, वैसे ही छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठकर मैंने राष्ट्रसेवा के लिए उनसे आशीर्वाद मांगे थे। रायगढ़ एक ऐसी पवित्र जगह है, जो देश की भावनाओं से जुड़ी है। अभी कुछ ही दिन पहले 31 अक्टूबर को गुजरात में सरदार पटेल जयंती निमित्त, हर वर्ष एक बड़ा कार्यक्रम होता है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर। देशभर के पुलिस की एक परेड होती है वहां, एकता परेड, उस एकता परेड के मुख्य कार्यक्रम में, उसकी पृष्ठभूमि में रायगढ़ के किलों को वहां बनाया गया था। और, आज जब इतनी बड़ी संख्या में रायगढ़ के लोगों का आशीर्वाद हमें मिल रहा है। ये बता रहा है कि महाराष्ट्र को अब विकास की नई ऊँचाइयाँ छूने से कोई नहीं रोक सकता।

साथियों,

एक प्रकार से ये शहरी क्षेत्र बन गया है और शहरी क्षेत्र में दोपहर के 2 बजे से 3 बजे से लोगों का आना और इतनी बड़ी विराट रेली करना। मेरी नजर जहां पहुंचती है, ऐसा लग रहा है जैसे केसरिया समंदर लहरा रहा है। ये दृश्य अपने आप में 23 तारीख को नतीजे क्या आने वाले हैं। उसकी गारंटी यहां दिखाई दे रही है। आज महाराष्ट्र के कोने-कोने से एक ही आवाज आ रही है-
भाजपा-महायुति //आहे//
तर गति आहे//
महाराष्ट्राची// प्रगति आहे//

साथियों,

आज क्रांतिगुरू लहुजी वस्ताद सालवे जी की जन्म जयंती भी है। मै उनको नमन करता हूँ। आज इस अवसर पर मैं महाराष्ट्र के सपूत लोकनेता दि.बा.पाटिल जी को भी श्रद्धांजलि देता हूं। उनका त्याग और बलिदान, उनका परिश्रम हमें महाराष्ट्र के संकल्पों को पूरा करने के लिए नित नयी ऊर्जा देता है।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराज ने हमें स्वराज की शपथ दिलाई थी। हमें विकसित भारत के निर्माण के लिए स्वराज के साथ-साथ सुराज के संकल्प को आगे बढ़ाना है। और सुराज का संकल्प तब पूरा होगा जब हमारा गरीब आगे बढ़ेगा। इस संकल्प की सिद्धि का काम केवल बीजेपी और महायुति सरकार ही कर सकती है। आप भी जानते हैं काँग्रेस पार्टी ने तो हमेशा गरीब को गरीब बनाए रखने के एजेंडे पर ही काम किया है। पीढ़ी दर पीढ़ी ये लोग केवल गरीबी हटाओ का झूठा नारा देते रहे। गरीबी हटाओ के नारे के नाम पर कांग्रेस ने गरीबों को ही लूट लिया। इसीलिए, मेरा गरीब जिंदगी की मुश्किलों से बाहर ही नहीं आ पाया! रोटी, कपड़ा, मकान आज़ादी के 70 साल बाद भी देश के ज़्यादातर लोग इसी को पाने में जूझते रहे। पिछले 10 वर्षों में पहली बार ये हालात बदले हैं। पहली बार कोई सरकार 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर लाई है। हमने 4 करोड़ बेघर लोगों को पहली बार पक्के मकान का सुख दिया, सुरक्षा दी। हमने 12 करोड़ गरीबों के घर में शौचालय बनवाकर उन्हें सम्मान से जीने का अधिकार दिया। जल जीवन मिशन चलाकर हमने 12 करोड़ घरों में पहली बार पाइप से पानी पहुंचाया। आज देश में करीब-करीब हर व्यक्ति के पास अपना बैंक खाता है। रेहड़ी पटरी वाला व्यक्ति भी, एक मेहनतकश मजदूर भी अब मोबाइल पर यूपीआई से पेमेंट कर रहा है। गरीब अब खुद भी आगे बढ़ रहा है, देश को भी आगे बढ़ा रहा है। और इन योजनाओं का सबसे बड़ा लाभार्थी कौन है? इसका सबसे बड़ा लाभार्थी है, हमारा दलित समाज, हमारा आदिवासी समाज, हमारा पिछड़ा समाज, हमारे वंचित समुदाय के लोग। महायुति सरकार की नीतियाँ आज शोषियों-वंचितों की ताकत बन रही हैं।

भाइयों बहनों,

जो काम 10 साल में हुए, वो पहले भी हो सकते थे। लेकिन, काँग्रेस की सरकारों की मंशा ही नहीं थी कि गरीब आगे आकर अपना हक मांगे। इसीलिए, आज भी काँग्रेस ऐसी हर योजना का, जो गरीबों के लिए कल्याणकारी हो, जो नागरिकों के लिए सुविधा की हो, जो मध्यम वर्ग को सुखचैन की जिंदगी देने वाली हो, ऐसी हर योजना का कांग्रेस जमकर विरोध करती है। आप देखिए, हम देश के 80 करोड़ लोगों को हर महीने मुफ्त राशन पहुंचा रहे हैं। यहाँ रायगढ़ में भी करीब 18 लाख लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। अब मुझे बताइए भैया इस काम से किसी का भी विरोध हो सकता है क्या। हो सकता है क्या। गरीब के घर चुल्हा जले हमें खुशी होगी की नहीं होगी। मैं आपसे पूछना चाहता हूं। खुशी होगी की नहीं होगी। अगर गरीब का भला होता है तो आपको खुशी होगी की नहीं होगी। लेकिन, काँग्रेस पार्टी को नहीं होती है। कांग्रेस पार्टी क्या कहती है। काँग्रेस कहती है कि जो 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, उन्हें राशन क्यों मिल रहा है? काँग्रेस चाहती है कि इन लोगों का खर्च बढ़े, और ये फिर से गरीबी में चले जाएँ। अगर अघाड़ी वालों को मौका मिला, तो ये महाराष्ट्र में यही करेंगे। इतना ही नहीं हमें तो सवाल पूछा जा रहा है कि गरीबों को मुफ्त राशन क्यों दे रहे हो। लेकिन आज कांग्रेस के एक नेता ने झारखंड में घोषणा की है आप सुनकर की चौंक जाएंगे, उसने झारखंड में घोषणा की है कि वे सस्ते गैस सिलेंडर हिंदुओं को देंगे, मुसलमानों को देंगे और आगे क्या कहते हैं, जो घूसपैठिए हैं उनको भी देंगे। आप मुझे बताइए भाई ये जो घुसपैठियों की आरती उतारते हैं। क्या ऐसे लोगों को देश में कहीं पर भी अवसर मिलना चाहिए क्या। जरा दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बताइए, ऐसे लोगों को कहीं पर भी अवसर मिलना चाहिए क्या। खुलेआम उनका एक नेता घोषणा कर रहा है कि जो घुसपैठिए हैं रोहिंग्या हैं, बांग्लादेशी है उनको हम सस्ते में गैस सिलेंडर देंगे। ये वोट पाने के लिए देश के साथ आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के साथ कैसा खेल खेल रहे हैं। इसका ये उदाहरण है। इसलिए हमें ध्यान रखना है कि कांग्रेस वोटबैंक की राजनीति करने में तो अग्रिम है, लेकिन गरीब की दुश्मन है, इसलिए कांग्रेस से रोकने के बड़े जिम्मेदारी भी मेरे गरीब भाई-बहनों की भी है।

साथियों,

बीजेपी और महायुति सरकार के लिए महाराष्ट्र का विकास ही पहली प्राथमिकता है। हम महाराष्ट्र के उज्जवल भविष्य का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं। पिछली सरकारों ने जो काम नामुमकिन बना दिये थे, हमने उन्हें धरातल पर उतारकर दिखाया है। मुंबई में अटल सेतु बना। अटल सेतु से रायगढ़ भी नई संभावनाओं से जुड़ गया है। अब रायगढ़ से मुंबई जाना पहले से कहीं आसान हो गया है। इसी तरह 20 हजार करोड़ रुपए की लगात से बन रहा नवी मुंबई एयरपोर्ट, 80 हजार करोड़ की लागत से बन रहा वाढ़वण पोर्ट, लगभग 50 हजार करोड़ रुपए का समृद्धि महामार्ग, मुंबई कोस्टल हाईवे, मुबई एक्सप्रेसवे, पनवेल से करजत तक के रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम इनसे पूरे महाराष्ट्र की तस्वीर बदल रही है। इनसे पूरे महाराष्ट्र की तकदीर बदल रही है।

भाइयों और बहनों,

आज हमारा रायगढ़, विकास की नई गाथा लिख रहा है।

आप देखिए, तालोजा में 30 हजार करोड़ की लागत से डेटा सेक्टर पार्क एशिया का दूसरा सबसे बड़ा पार्क बन रहा है। रायगढ़ पनवेल आने वाले दिनों में डेटा और AI का बड़ा केंद्र बनने वाला है। कलम्बोल में सेंटर आफ एक्सिलेंस बनाया जा रहा है। यहाँ स्किल यूनिवर्सिटी भी खुल रही है। पनवेल में सेमीकंडक्टर सेक्टर में भी बहुत बड़ा निवेश आ रहा है। पालघर पोर्ट और जेएनपीटी पोर्ट से भी नए रास्ते खुलेंगे। यानी, पनवेल, रायगढ़ और ये क्षेत्र भविष्य की संभावनाओं का नया सेंटर बनकर उभर रहा है। इससे महाराष्ट्र के युवाओं के लिए रोजगार के लाखों नए अवसर बनेंगे। महाराष्ट्र विकसित भारत का सबसे प्रमुख ग्रोथ इंजन बनेगा।

साथियों,

पनवेल, रायगढ़ का ये पूरा इलाका समुद्री संपदा से भरपूर है। हमारी सरकार कोस्टल इकोनामी को सशक्त कर रही है। अपने मछुआरे भाई बहनों के लिए काम कर रही है। हमारे मछुवारे साथियों की आमदनी बढ़े। उन्हें समुद्र में कम से कम मुश्किलें हों। इसके लिए आधुनिक बोट से लेकर, आधुनिक नैविगेशन तक की व्यवस्था की गयी है। पीएम मत्स्य संपदा योजना के जरिए मछुवारों को हजारों करोड़ रुपए की मदद दी गई है। हमने मछली पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा है। प्रदेश की महायुति सरकार भी महादेव कोली और आगरी समाज के लिए कई योजनाएं चला रही है। लगभग 450 करोड़ रुपए की लागत से कोंकण में 3 नये बंदरगाह भी बनाए जा रहे है। जीवना, हरणाई और साखरनाते में बनाये जा रहे ये बंदरगाह हमारे मछुवारे भाई बहनों की आमदनी बढायेंगे। इन सारे प्रयासों से ब्लू इकॉनॉमी को भी बढ़ावा मिलेगा।

साथियों,

आज हमारा भारत हर क्षेत्र में प्रगति के नए रिकॉर्ड बना रहा है। क्योंकि, आज देश में महिलाओं को आगे बढ़ाने वाली सरकार, महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है। हमारी सरकार ने गरीबों को घर देने के लिए पीएम आवास योजना शुरू की। हमने तय किया कि इस योजना के तहत मिलने वाले घरों की रजिस्ट्री घर की महिलाओं के नाम भी होगी। हमने देश भर में शौचालय बनवाए। ये काँग्रेस वाले उसका मज़ाक उड़ाते थे। लेकिन, आज वही शौचालय करोड़ों माताओं बहनों के लिए इज्जतघर का काम कर रहे हैं।

साथियों,

हमारी बहनें देश की आर्थिक प्रगति को गति दे रही हैं। केंद्र सरकार की मुद्रा लोन योजना का लाभ भी करोड़ों महिलाओं को मिल रहा है। अब, हम 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने की योजना पर भी काम कर रहे हैं। और 3 करोड़ लखपति दीदी बनने का मतलब ये वन टाइम नहीं है। हर वर्ष उस दीदी की वार्षिक आय 1 लाख रुपये से ज्यादा हो ऐसी व्यवस्था ये काम 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का सपना है मेरा। ड्रोन जैसी नई टेक्नालजी आज हमारे देश में जिसकी चर्चा है। इसका लाभ भी हमारी महिलाओं को मिले, इसके लिए ड्रोन दीदी योजना का काम चल रहा है। माताओं बहनों, महाराष्ट्र में महायुति सरकार महिलाओं को डबल लाभ दे रही है। इसका उदाहरण है -महाराष्ट्र की माझी लाडकी बहिन योजना! और इससे आपके खर्चों में मदद मिलती है, अपने काम को आगे बढ़ाने में मदद मिलती है। लेकिन, काँग्रेस और अघाड़ी वाले बहनों के लिए ये जो योजना बनी है, इसका भी विरोध कर रही है। इनके लोग इस योजना को रुकवाने के लिए कोर्ट तक चले गए थे। आप सोचिए., अघाड़ी वालों के इरादे कितने खतरनाक हैं। इसीलिए, मैं माताओं-बहनों को विशेष आग्रह से करता हूं, ये आपके भविष्य के हर चीज को रोकने के लिए इंतजार करते बैठे हुए हैं। और इसलिए अघाड़ी वालों को मौका न मिले, ये महाराष्ट्र की महिलाओं ने ठान लिया है। और मुझे विश्वास है कि जब महिलाएं ठान लेती हैं, तो मैं नहीं मानता हूं कि ये कांग्रेस अघाड़ी वालों के लिए किसी के दरवाजे तक पहुंचने की हिम्मत रहेगी।

साथियों,

देश अब काँग्रेस की सच्चाई जान चुका है। इसीलिए, अब ज़्यादातर राज्य में काँग्रेस का वजूद तक खतरे में है। काँग्रेस अपना वजूद बचाने के लिए, सत्ता पाने के लिए कुछ भी करेगी। इसीलिए, काँग्रेस पार्टी अब समाज में जहर घोलने पर उतर आई है। इन्हें सबसे ज्यादा खतरा ST-SC-OBC के ताकतवर होने से, उनके आगे बढ़ने से कांग्रेस कांप जाती है, गुस्से में आ जाती है। काँग्रेस की मंशा है, दलित, आदिवासी, पिछड़ा जो आज उसकी पहचान बनी है, संगठित ताकत बनी है। वो जातियों में बिखर जाए। जाती-जाती के बीच टक्कर शुरू हो जाए और ओबीसी कमजोर हो जाए! एसटी कमजोर हो जाए! एससी कमजोर हो जाए! कॉंग्रेस फिर से पुराने जमाने की तरह अपनी जड़ें जमा ले! दलित, पिछड़ा, आदिवासी आपस में अगर एक नहीं रहेंगे। अगर कांग्रेस की झूठी बातों में भ्रमित हो गए तो कांग्रेस इन सभी समाजों को तोड़ दे करके, बिखेर दे करके वो सत्ता पाने का मौका ढूंढ लेगी। इनके शहजादे विदेश में कह चुके हैं कि उन्हें मौका मिला तो वो आरक्षण को भी खत्म करेंगे। इसीलिए, आज काँग्रेस ST-SC-OBC की एकता को एकजुटता को तोड़ने में जुटी है। कांग्रेस चाहती है, ST की जातियां आपस में लड़ें। कांग्रेस चाहती है, SC की जातियां आपस में झगड़ा करें, कांग्रेस चाहती है, OBC जातियों में आपस में टकराव हो जाए। इसलिए कांग्रेस आगरी को जाति को माली से लड़वाना चाहते हैं। ये लोग तांडेल जाति को कुंभार से लड़वाने के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। हर समाज में भी ये जाति के आधार पर विद्वेष पैदा करना चाहते हैं। मेरे प्यारे भाई-बहनों हमें इस षड्यंत्र से सावधान रहना है। हमें याद रखना है- हम एक हैं, तो सेफ हैं। हम एक हैं, तो सेफ हैं। पूरी ताकत से हाथ ऊपर करके बोलिए, ताकी समाज को तोड़ने वालों की नींद हराम हो जाए। हम एक हैं, तो सेफ हैं। हम एक हैं, तो सेफ हैं। हम एक हैं, तो सेफ हैं।

साथियों,

आप इस चुनाव में केवल अपना विधायक नहीं चुनेंगे। बल्कि, आप महाराष्ट्र का भविष्य भी तय करेंगे। महाराष्ट्र का भविष्य महायुति सरकार के हाथों में सुरक्षित है। आपको याद रखना है- महायुतीचीच सरकार पाहिजे. आप इतनी बड़ी तादाद में आए, हमें आशीर्वाद दिया, मैं आपका हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। मेरे साथ दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बोलिए।

भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM’s address at Christmas Celebrations hosted by the Catholic Bishops' Conference of India
December 23, 2024
It is a moment of pride that His Holiness Pope Francis has made His Eminence George Koovakad a Cardinal of the Holy Roman Catholic Church: PM
No matter where they are or what crisis they face, today's India sees it as its duty to bring its citizens to safety: PM
India prioritizes both national interest and human interest in its foreign policy: PM
Our youth have given us the confidence that the dream of a Viksit Bharat will surely be fulfilled: PM
Each one of us has an important role to play in the nation's future: PM

Respected Dignitaries…!

आप सभी को, सभी देशवासियों को और विशेषकर दुनिया भर में उपस्थित ईसाई समुदाय को क्रिसमस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, ‘Merry Christmas’ !!!

अभी तीन-चार दिन पहले मैं अपने साथी भारत सरकार में मंत्री जॉर्ज कुरियन जी के यहां क्रिसमस सेलीब्रेशन में गया था। अब आज आपके बीच उपस्थित होने का आनंद मिल रहा है। Catholic Bishops Conference of India- CBCI का ये आयोजन क्रिसमस की खुशियों में आप सबके साथ जुड़ने का ये अवसर, ये दिन हम सबके लिए यादगार रहने वाला है। ये अवसर इसलिए भी खास है, क्योंकि इसी वर्ष CBCI की स्थापना के 80 वर्ष पूरे हो रहे हैं। मैं इस अवसर पर CBCI और उससे जुड़े सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।

साथियों,

पिछली बार आप सभी के साथ मुझे प्रधानमंत्री निवास पर क्रिसमस मनाने का अवसर मिला था। अब आज हम सभी CBCI के परिसर में इकट्ठा हुए हैं। मैं पहले भी ईस्टर के दौरान यहाँ Sacred Heart Cathedral Church आ चुका हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे आप सबसे इतना अपनापन मिला है। इतना ही स्नेह मुझे His Holiness Pope Francis से भी मिलता है। इसी साल इटली में G7 समिट के दौरान मुझे His Holiness Pope Francis से मिलने का अवसर मिला था। पिछले 3 वर्षों में ये हमारी दूसरी मुलाकात थी। मैंने उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया है। इसी तरह, सितंबर में न्यूयॉर्क दौरे पर कार्डिनल पीट्रो पैरोलिन से भी मेरी मुलाकात हुई थी। ये आध्यात्मिक मुलाक़ात, ये spiritual talks, इनसे जो ऊर्जा मिलती है, वो सेवा के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाती है।

साथियों,

अभी मुझे His Eminence Cardinal जॉर्ज कुवाकाड से मिलने का और उन्हें सम्मानित करने का अवसर मिला है। कुछ ही हफ्ते पहले, His Eminence Cardinal जॉर्ज कुवाकाड को His Holiness Pope Francis ने कार्डिनल की उपाधि से सम्मानित किया है। इस आयोजन में भारत सरकार ने केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के नेतृत्व में आधिकारिक रूप से एक हाई लेवल डेलिगेशन भी वहां भेजा था। जब भारत का कोई बेटा सफलता की इस ऊंचाई पर पहुंचता है, तो पूरे देश को गर्व होना स्वभाविक है। मैं Cardinal जॉर्ज कुवाकाड को फिर एक बार बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,

आज आपके बीच आया हूं तो कितना कुछ याद आ रहा है। मेरे लिए वो बहुत संतोष के क्षण थे, जब हम एक दशक पहले फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार को युद्ध-ग्रस्त अफगानिस्तान से सुरक्षित बचाकर वापस लाए थे। वो 8 महीने तक वहां बड़ी विपत्ति में फंसे हुए थे, बंधक बने हुए थे। हमारी सरकार ने उन्हें वहां से निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया। अफ़ग़ानिस्तान के उन हालातों में ये कितना मुश्किल रहा होगा, आप अंदाजा लगा सकते हैं। लेकिन, हमें इसमें सफलता मिली। उस समय मैंने उनसे और उनके परिवार के सदस्यों से बात भी की थी। उनकी बातचीत को, उनकी उस खुशी को मैं कभी भूल नहीं सकता। इसी तरह, हमारे फादर टॉम यमन में बंधक बना दिए गए थे। हमारी सरकार ने वहाँ भी पूरी ताकत लगाई, और हम उन्हें वापस घर लेकर आए। मैंने उन्हें भी अपने घर पर आमंत्रित किया था। जब गल्फ देशों में हमारी नर्स बहनें संकट से घिर गई थीं, तो भी पूरा देश उनकी चिंता कर रहा था। उन्हें भी घर वापस लाने का हमारा अथक प्रयास रंग लाया। हमारे लिए ये प्रयास केवल diplomatic missions नहीं थे। ये हमारे लिए एक इमोशनल कमिटमेंट था, ये अपने परिवार के किसी सदस्य को बचाकर लाने का मिशन था। भारत की संतान, दुनिया में कहीं भी हो, किसी भी विपत्ति में हो, आज का भारत, उन्हें हर संकट से बचाकर लाता है, इसे अपना कर्तव्य समझता है।

साथियों,

भारत अपनी विदेश नीति में भी National-interest के साथ-साथ Human-interest को प्राथमिकता देता है। कोरोना के समय पूरी दुनिया ने इसे देखा भी, और महसूस भी किया। कोरोना जैसी इतनी बड़ी pandemic आई, दुनिया के कई देश, जो human rights और मानवता की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जो इन बातों को diplomatic weapon के रूप में इस्तेमाल करते हैं, जरूरत पड़ने पर वो गरीब और छोटे देशों की मदद से पीछे हट गए। उस समय उन्होंने केवल अपने हितों की चिंता की। लेकिन, भारत ने परमार्थ भाव से अपने सामर्थ्य से भी आगे जाकर कितने ही देशों की मदद की। हमने दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में दवाइयाँ पहुंचाईं, कई देशों को वैक्सीन भेजी। इसका पूरी दुनिया पर एक बहुत सकारात्मक असर भी पड़ा। अभी हाल ही में, मैं गयाना दौरे पर गया था, कल मैं कुवैत में था। वहां ज्यादातर लोग भारत की बहुत प्रशंसा कर रहे थे। भारत ने वैक्सीन देकर उनकी मदद की थी, और वो इसका बहुत आभार जता रहे थे। भारत के लिए ऐसी भावना रखने वाला गयाना अकेला देश नहीं है। कई island nations, Pacific nations, Caribbean nations भारत की प्रशंसा करते हैं। भारत की ये भावना, मानवता के लिए हमारा ये समर्पण, ये ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच ही 21वीं सदी की दुनिया को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।

Friends,

The teachings of Lord Christ celebrate love, harmony and brotherhood. It is important that we all work to make this spirit stronger. But, it pains my heart when there are attempts to spread violence and cause disruption in society. Just a few days ago, we saw what happened at a Christmas Market in Germany. During Easter in 2019, Churches in Sri Lanka were attacked. I went to Colombo to pay homage to those we lost in the Bombings. It is important to come together and fight such challenges.

Friends,

This Christmas is even more special as you begin the Jubilee Year, which you all know holds special significance. I wish all of you the very best for the various initiatives for the Jubilee Year. This time, for the Jubilee Year, you have picked a theme which revolves around hope. The Holy Bible sees hope as a source of strength and peace. It says: "There is surely a future hope for you, and your hope will not be cut off." We are also guided by hope and positivity. Hope for humanity, Hope for a better world and Hope for peace, progress and prosperity.

साथियों,

बीते 10 साल में हमारे देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को परास्त किया है। ये इसलिए हुआ क्योंकि गरीबों में एक उम्मीद जगी, की हां, गरीबी से जंग जीती जा सकती है। बीते 10 साल में भारत 10वें नंबर की इकोनॉमी से 5वें नंबर की इकोनॉमी बन गया। ये इसलिए हुआ क्योंकि हमने खुद पर भरोसा किया, हमने उम्मीद नहीं हारी और इस लक्ष्य को प्राप्त करके दिखाया। भारत की 10 साल की विकास यात्रा ने हमें आने वाले साल और हमारे भविष्य के लिए नई Hope दी है, ढेर सारी नई उम्मीदें दी हैं। 10 साल में हमारे यूथ को वो opportunities मिली हैं, जिनके कारण उनके लिए सफलता का नया रास्ता खुला है। Start-ups से लेकर science तक, sports से entrepreneurship तक आत्मविश्वास से भरे हमारे नौजवान देश को प्रगति के नए रास्ते पर ले जा रहे हैं। हमारे नौजवानों ने हमें ये Confidence दिया है, य़े Hope दी है कि विकसित भारत का सपना पूरा होकर रहेगा। बीते दस सालों में, देश की महिलाओं ने Empowerment की नई गाथाएं लिखी हैं। Entrepreneurship से drones तक, एरो-प्लेन उड़ाने से लेकर Armed Forces की जिम्मेदारियों तक, ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहां महिलाओं ने अपना परचम ना लहराया हो। दुनिया का कोई भी देश, महिलाओं की तरक्की के बिना आगे नहीं बढ़ सकता। और इसलिए, आज जब हमारी श्रमशक्ति में, Labour Force में, वर्किंग प्रोफेशनल्स में Women Participation बढ़ रहा है, तो इससे भी हमें हमारे भविष्य को लेकर बहुत उम्मीदें मिलती हैं, नई Hope जगती है।

बीते 10 सालों में देश बहुत सारे unexplored या under-explored sectors में आगे बढ़ा है। Mobile Manufacturing हो या semiconductor manufacturing हो, भारत तेजी से पूरे Manufacturing Landscape में अपनी जगह बना रहा है। चाहे टेक्लोलॉजी हो, या फिनटेक हो भारत ना सिर्फ इनसे गरीब को नई शक्ति दे रहा है, बल्कि खुद को दुनिया के Tech Hub के रूप में स्थापित भी कर रहा है। हमारा Infrastructure Building Pace भी अभूतपूर्व है। हम ना सिर्फ हजारों किलोमीटर एक्सप्रेसवे बना रहे हैं, बल्कि अपने गांवों को भी ग्रामीण सड़कों से जोड़ रहे हैं। अच्छे ट्रांसपोर्टेशन के लिए सैकड़ों किलोमीटर के मेट्रो रूट्स बन रहे हैं। भारत की ये सारी उपलब्धियां हमें ये Hope और Optimism देती हैं कि भारत अपने लक्ष्यों को बहुत तेजी से पूरा कर सकता है। और सिर्फ हम ही अपनी उपलब्धियों में इस आशा और विश्वास को नहीं देख रहे हैं, पूरा विश्व भी भारत को इसी Hope और Optimism के साथ देख रहा है।

साथियों,

बाइबल कहती है- Carry each other’s burdens. यानी, हम एक दूसरे की चिंता करें, एक दूसरे के कल्याण की भावना रखें। इसी सोच के साथ हमारे संस्थान और संगठन, समाज सेवा में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में नए स्कूलों की स्थापना हो, हर वर्ग, हर समाज को शिक्षा के जरिए आगे बढ़ाने के प्रयास हों, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सामान्य मानवी की सेवा के संकल्प हों, हम सब इन्हें अपनी ज़िम्मेदारी मानते हैं।

साथियों,

Jesus Christ ने दुनिया को करुणा और निस्वार्थ सेवा का रास्ता दिखाया है। हम क्रिसमस को सेलिब्रेट करते हैं और जीसस को याद करते हैं, ताकि हम इन मूल्यों को अपने जीवन में उतार सकें, अपने कर्तव्यों को हमेशा प्राथमिकता दें। मैं मानता हूँ, ये हमारी व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी भी है, सामाजिक दायित्व भी है, और as a nation भी हमारी duty है। आज देश इसी भावना को, ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास’ के संकल्प के रूप में आगे बढ़ा रहा है। ऐसे कितने ही विषय थे, जिनके बारे में पहले कभी नहीं सोचा गया, लेकिन वो मानवीय दृष्टिकोण से सबसे ज्यादा जरूरी थे। हमने उन्हें हमारी प्राथमिकता बनाया। हमने सरकार को नियमों और औपचारिकताओं से बाहर निकाला। हमने संवेदनशीलता को एक पैरामीटर के रूप में सेट किया। हर गरीब को पक्का घर मिले, हर गाँव में बिजली पहुंचे, लोगों के जीवन से अंधेरा दूर हो, लोगों को पीने के लिए साफ पानी मिले, पैसे के अभाव में कोई इलाज से वंचित न रहे, हमने एक ऐसी संवेदनशील व्यवस्था बनाई जो इस तरह की सर्विस की, इस तरह की गवर्नेंस की गारंटी दे सके।

आप कल्पना कर सकते हैं, जब एक गरीब परिवार को ये गारंटी मिलती हैं तो उसके ऊपर से कितनी बड़ी चिंता का बोझ उतरता है। पीएम आवास योजना का घर जब परिवार की महिला के नाम पर बनाया जाता है, तो उससे महिलाओं को कितनी ताकत मिलती है। हमने तो महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए नारीशक्ति वंदन अधिनियम लाकर संसद में भी उनकी ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित की है। इसी तरह, आपने देखा होगा, पहले हमारे यहाँ दिव्यांग समाज को कैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। उन्हें ऐसे नाम से बुलाया जाता था, जो हर तरह से मानवीय गरिमा के खिलाफ था। ये एक समाज के रूप में हमारे लिए अफसोस की बात थी। हमारी सरकार ने उस गलती को सुधारा। हमने उन्हें दिव्यांग, ये पहचान देकर के सम्मान का भाव प्रकट किया। आज देश पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर रोजगार तक हर क्षेत्र में दिव्यांगों को प्राथमिकता दे रहा है।

साथियों,

सरकार में संवेदनशीलता देश के आर्थिक विकास के लिए भी उतनी ही जरूरी होती है। जैसे कि, हमारे देश में करीब 3 करोड़ fishermen हैं और fish farmers हैं। लेकिन, इन करोड़ों लोगों के बारे में पहले कभी उस तरह से नहीं सोचा गया। हमने fisheries के लिए अलग से ministry बनाई। मछलीपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं देना शुरू किया। हमने मत्स्य सम्पदा योजना शुरू की। समंदर में मछलीपालकों की सुरक्षा के लिए कई आधुनिक प्रयास किए गए। इन प्रयासों से करोड़ों लोगों का जीवन भी बदला, और देश की अर्थव्यवस्था को भी बल मिला।

Friends,

From the ramparts of the Red Fort, I had spoken of Sabka Prayas. It means collective effort. Each one of us has an important role to play in the nation’s future. When people come together, we can do wonders. Today, socially conscious Indians are powering many mass movements. Swachh Bharat helped build a cleaner India. It also impacted health outcomes of women and children. Millets or Shree Anna grown by our farmers are being welcomed across our country and the world. People are becoming Vocal for Local, encouraging artisans and industries. एक पेड़ माँ के नाम, meaning ‘A Tree for Mother’ has also become popular among the people. This celebrates Mother Nature as well as our Mother. Many people from the Christian community are also active in these initiatives. I congratulate our youth, including those from the Christian community, for taking the lead in such initiatives. Such collective efforts are important to fulfil the goal of building a Developed India.

साथियों,

मुझे विश्वास है, हम सबके सामूहिक प्रयास हमारे देश को आगे बढ़ाएँगे। विकसित भारत, हम सभी का लक्ष्य है और हमें इसे मिलकर पाना है। ये आने वाली पीढ़ियों के प्रति हमारा दायित्व है कि हम उन्हें एक उज्ज्वल भारत देकर जाएं। मैं एक बार फिर आप सभी को क्रिसमस और जुबली ईयर की बहुत-बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।