Congress, RJD & JMM reign has given migration, poverty, and unemployment: PM in Jharkhand
The BJP-NDA government will fight the mafia-driven corruption in recruitment: PM in Jharkhand rally

भारत माता की जय,

भारत माता की जय।

मंदार पर्वत// माता जोगिनी // और बाबा बैजनाथ की इस पावन भूमि// मा आप सभी को...जय जोहार। की हाल चाल छै ?

मैं झारखंड में जहां-जहां गया हूं। हर एक रैली अगली रैली का रिकॉर्ड तोड़ देती है। आज जो मैं देख रहा हूं, ये अद्भुत दृश्य है। जिनको राजनीति का हिसाब-किताब करना, ये जिनका कारोबार है, इतना इधर जाएगा तो ये होगा, उधर जाएगा तो ये होगा, ऊपर जाएगा तो ये होगा। इन सबको मैं कह रहा हूं, मेहनत मत करो यार, जरा एक बार झारखंड में चक्कर लगा लो, नतीजा क्या आएगा, पता चल जाएगा।

साथियों,

आपको लगता होगा कि आज मोदी जी क्यों आए हैं। क्या मैं आपसे वोट मांगने आया हूं? आपका प्यार इतना है, आपके आशीर्वाद इतने हैं कि वो तो आप मेरी झोली भर ही देते हैं। लेकिन मैं आज आपको निमंत्रण देने आया हूं। न्योता देने आया हूं। 23 तारीख को चुनाव के नतीजे के बाद बीजेपी-एनडीए सरकार का शपथ समारोह होगा। मैं आप सबको न्योता देने आया हूं उस शपथ समारोह के लिए।

साथियों,

आने वाले नेमान पर्व की आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं ! आज झारखंड में पहले चरण का मतदान हो रहा है। बड़ी संख्या में लोग गाजे-बाजे के साथ, एक लोकतंत्र का उत्सव मनाते हुए जुलूस निकाल रहे हैं। एक-एक पोलिंग बूथ में 10-12 जुलूस निकल रहे हैं और लोग थाली बजाते, घंटी बजाते, गीत गाते-गाते लोकतंत्र का उत्सव मनाने के लिए मतदान करने के लिए निकल पड़े हैं। सुबह से लंबी-लंबी कतारें लग गईं। साथियों, ये खबर ही अपने आप में ताकतवर खबर है। और इसलिए मैं एडवांस में झारखंड के लोगों का आभार भी व्यक्त कर देता हूं। आपके इस समर्थन के लिए, आपके इस प्यार के लिए। और यहां मैं देख रहा हूं हैं, इतनी ही बड़ी संख्या में यहां आपका आना, हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आप आए, ये दिखाता है कि झारखंड के लोग जेएमएम सरकार को हटाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। और मुझे तो लगता है कि झारखंड का मिजाज इस बार जेएमएम-कांग्रेस की सरकार हटाना, इतना ही नहीं है, इस बार झारखंड का मिजाज उनको कड़ी से कड़ी चुनावी सजा देने का मूड दिखता है मुझे। साथियों, जन-जन में, मन-मन में हर कोने में गांव हो, शहर हो, पहाड़ हो, जंगल हो, पढ़े-लिखे लोग हों, अनपढ़ लोग हों, व्यापारी हो, दुकानदार हो, मजदूर हो, माता हो, बहन हो, नौजवान हो, सब ओर एक ही आवाज गूंज रही है, एक ही आवाज गूंज रही है- रोटी, बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार। रोटी, बेटी और माटी की पुकार...।

साथियों,

गोड्डा की ये भूमि, शक्ति की भूमि है, मां योगिनी की भूमि है। हृदय पीठ भी यहां से ज्यादा दूर नहीं है। शक्ति की इस धरती से मैं झारखंड की माताओं-बहनों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। हमारी सरकार जब भी कोई बड़ी नीति बनाती है या कोई बड़े फैसले लेती है, तो झारखंड की माताओं-बहनों-बेटियों के भी बहुत से आशीर्वाद मिलते हैं। गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ से भी अनेकों ऐसे आशीर्वाद मिलते रहते हैं। बीते कुछ सालों से यहां की बहनें मुझे लगातार एक बात जरूर बताती है। वे बताती हैं, मोदी जी आप हमारे लिए जो योजनाएं लाते हैं। यहां JMM-RJD और कांग्रेस वाले उनको लूट लेते हैं।

साथियों,

मैंने झारखंड की लाखों बहनों के नाम से पक्के घर देने के लिए पैसा दिया है। वो पैसा मैं सीधे बहनों के खाते में भेजता हूं। लेकिन यहां की सरकार ये पक्का घर आपको मिलने नहीं दे रही है। ये अपनी ही कोई फर्ज़ी स्कीम लेकर आई ताकि उसमें इनके लोगों को कट-कमीशन मिले। इन्होंने यही किया है। मैं आप सभी की परेशानी जानता हूं। आपको बालू नहीं मिलती, गिट्टी नहीं मिलती। ये सबकुछ JMM-कांग्रेस-RJD के लोग बेच कर खा जाते हैं। मैंने पूरे देश की बहनों के लिए घर पर ही अपना नल लगाने की योजना शुरू की। जहां भाजपा-NDA की सरकार है, वहां तो धड़ा-धड़ नल लग रहे हैं। लोगों के घर में पानी पहुंच रहा है। गोड्डा-साहिबगंज की बहनों के घर में नल के लिए भी हमने दिल्ली से पैसा भेजा। लेकिन आपके घर में नल लगा ही नहीं। आपके नल का पैसा भी JMM-कांग्रेस-RJD के लोगों ने हड़प लिया, खा लिया।

साथियों,

यहां की हमारी गांव की, गरीब, आदिवासी, दलित-पिछड़े, हमारे वंचित परिवार की बहनें, उनका चूल्हा जलता रहे, कोई गरीब बच्चा भूखा सो न जाए, इसके लिए मैंने मुफ्त चावल की योजना शुरु की। लेकिन बहनें बताती हैं कि इन्होंने चावल वाली योजना भी नहीं छोड़ा। थाली में भी ये चोरी करना छोड़ते नहीं हैं। और ये लूट का पैसा जा कहां रहा है? ये वही पैसा है जो नोटों के पहाड़ के रूप में हमने टीवी पर देखा है। आप मुझे बताइए, JMM-कांग्रेस को रत्तीभर भी पछतावा होता क्या? इतने सारे रुपये पकड़े जा रहे और जो नहीं पकड़े गए वो तो कहीं दबे पड़े होंगे। वो मैं बाद में हिसाब करने वाला हूं उनका। लेकिन थोड़ा सा भी पछतावा होता कि इतनी चोरी पकड़ी गई, जरा मुंडी नीचे करके जरा अच्छी बात बोलते। ये माफी तो नहीं मांगेंगे, मुझे मालूम है। वो आपके सामने अपने इस पाप के लिए शर्मिंदगी भी महसूस नहीं करेंगे। नोटों के पहाड़, और वो वाला नेता जो जेल गया। देखिए नोटों के पहाड़ वाला नेता जो जेल गया उसके परिवार के सदस्य को ही इन्होंने टिकट दे दिया। मतलब चोरी करने को सर्टिफाई कर दिया। और यह सिर्फ टिकट दिया ऐसा नहीं है वह आपके घाव पर नमक छिड़कने का काम किया है। सीधी-सीधी झारखंड के लोगों को चुनौती है, हमारी आदिवासी माताओं बहनों को चुनौती है। ये सोचते हैं कि JMM-कांग्रेस कुछ भी करें, इनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।

मेरे प्यारे भाई-बहनों

झारखंड के भाई-बहनों इनके इस अहंकार को तोड़ना है, इनके इस भ्रम को तोड़ना है। अरे ये लोकतंत्र है, हम मालिक नहीं हैं, मालिक आप हैं। माताओं-बहनों, आप लिख लीजिए, जो अभी झौंपड़ी में रहता है, ऐसे हर परिवार को भाजपा-NDA सरकार पक्का घर देगी। ये मोदी की गारंटी है। झारखंड में गरीब को पक्का घर भी मिलेगा, उसमें पानी का नल भी मिलेगा, और मुफ्त गैस कनेक्शन भी मिलेगा। मैं तो हर बहन के घर का बिजली बिल, ये जो बिजली का बिल होता है ना, आप सबको मैं कहता हूं मेरी कोशिश है कि आज जो बिजली का बिल आता है, आप सोचते हैं यार कैसे रहेंगे, चलो इस बार यह कट करें और पैसे दे दे वरना बिजली कट हो जाएगी। अब मोदी क्या करने वाला है मालूम है, आपका बिजली का बिल जीरो। अब आपको लगेगा मोदी जादू कहां से करेगा, ये जादू नहीं है। हम हर घर को करीब पौने लाख रुपया यानी 75 से 80 हजार रुपया उनको सोलार पैनल लगाने के लिए देंगे। उससे बिजली पैदा होगी, आपकी बिजली तो जीरो बिल वाली, लेकिन अगर ज्यादा बिजली हो गई, आपकी जरूरत से ज्यादा बिजली है तो सरकार आपकी बिजली खरीदेगी। पहले आप सरकार को पैसे देते थे, अब सरकार आपको पैसे देगी, ये काम मोदी कर रहा है। ये हर परिवार उसमें अभी रजिस्ट्री करवा रहे हैं, काम चल रहा है। और इससे मुफ्त बिजली भी मिलेगी और ज्यादा बिजली पैदा हुई तो सरकार उसे खरीदकर आपको पैसे भी देगी, आप कमाई करेंगे।

साथियों,

भाजपा सरकार की पहचान है, हम आपके लिए जीते हैं, हम आपके बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए मर मिटते हैं, दिन-रात काम करते हैं और इसलिए जो कहते हैं वो करने के लिए कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखते हैं। अभी ओडिशा में भाजपा ने सुभद्रा योजना घोषित की थी चुनाव के पहले। और छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना की घोषणा की थी। आज मुझे आपको ये हिसाब देते हुए आनंद हो रहा है, मैं अपना रिपोर्ट कार्ड दे रहा हूं कि हमारी उड़ीसा की सरकार ने और छत्तीसगढ़ की सरकार ने सरकार बनते ही माताओं-बहनों के लिए जो योजना बनाई थी सीधे उनके खाते में पैसा जमा करने की, वह योजना लागू हो गई, पैसे उनके खाते में जमा हो गए। अब झारखंड भाजपा ने गोगो दीदी योजना शुरु करने की गारंटी दी है। यहां भाजपा-NDA सरकार बनते ही, हर महीने हजारों रुपए बहनों के खाते में आना शुरू हो जाएंगे।

साथियों,

पहले कांग्रेस, फिर आरजेडी और JMM, इन दलों ने इस क्षेत्र में लंबे समय तक राज किया है। लेकिन आपको इन्होंने क्या दिया है? इन्होंने संथाल परगना को सिर्फ पलायन दिया है, गरीबी दी है, बेरोज़गारी दी है। खुद मुख्यमंत्री इसी क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं। लेकिन यहां के लोगों को काम के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। भारत में रेलवे को डेढ़ सौ साल से ज्यादा का समय हो चुका है। लेकिन गोड्डा में आजादी के 75 साल बाद भी रेल नहीं पहुंच पाई थी। गोड्डा में रेल तब पहुंची, जब आपने मोदी पर भरोसा किया। अब यहां से दर्जनभर से अधिक ट्रेनें चलती हैं। मैं तो बाबा विश्वनाथ की काशी का सांसद हूं। काशी के लोगों ने चुन करके एमपी बनाया है और आप सबने मिलकर के मुझे पीएम बनाया है। और आज जब मैं आपके बीच आया हूं तो मैं गर्व से कह सकता हूं कि अब आप बाबा बैधनाथ के दर्शन करके वंदे भारत ट्रेन में बैठ के सीधे बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने जा सकते हैं। एक दिन में दो-दो ज्योतिर्लिंग।

साथियों,

भाजपा-NDA सरकार, इस क्षेत्र में उद्योगों को भी बढ़ावा दे रही है। यहां बिजली के कारखाने लगे हैं। यहां सीमेंट के कारखाने लगे हैं। यहां बड़ी संख्या में रोजगार मिले हैं। साहिबगंज में एक बहुत बड़ा मल्टीमोडल टर्मिनल बना है। इससे यहां नए उद्योगों को बल मिलेगा। JMM-कांग्रेस वालों का उद्योगों का दूर-दूर तक नाता नहीं है। उनका एक ही उद्योग है पेपरलीक उद्योग, उनका उद्योग है माफिया राज फैलाना। उनको माफिया राज फैलाना आता है। ये लोग पेपर लीक माफिया पैदा करते हैं। ये सरकारी भर्ती में घूस और ट्रांस्फर-पोस्टिंग का कारोबार करते हैं। आप चाहते हैं ना ऐसे भ्रष्ट्चारियों को कड़ी सजा मिले? सजा मिलनी चाहिए ना? जरा जोर से बताइए, कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ना? कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ना? आप भाजपा-NDA सरकार बनाइए, युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वालों को पाताल से भी खोजकर लाया जाएगा। झारखंड भाजपा ने लाखों युवाओं को सरकारी नौकरी का वादा किया है। हमारे बेटे-बेटियों को अच्छी शिक्षा और भत्ते का वादा किया है। ये सारे वादे भाजपा-एनडीए सरकार जरूर पूरे करेगी। संथाल-परगना की पहचान, पलायन से नहीं बल्कि पर्यटन से हो, ये काम हम करने वाले हैं।

साथियों,

किसानों का कल्याण, हमेशा से भाजपा की प्राथमिकता रहा है। भाजपा-NDA सरकारें जहां भी हैं वहां सिंचाई की सुविधाएं बना रही हैं। जहां पानी कम है, वहां टपक सिंचाई पर बल दिया जा रहा है। ये भाजपा सरकार है, जो छोटे किसानों के खाते में सीधे पैसा भेज रही है। इससे किसानों को बहुत मदद मिल रही है। अब झारखंड भाजपा ने धान किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान खरीदने की गारंटी दी है। कांग्रेस के समय में सिर्फ 8-10 वन उपज पर ही MSP मिला करता था। भाजपा सरकार अब करीब-करीब 90 वन-उपज पर MSP दिया करती है। झारखंड भाजपा ने भी वन उपज के लिए कई घोषणाएं की हैं। इन सारे प्रयासों से किसानों की आय बढ़ेगी।

साथियों,

झारखंड की ये धरती, सिद्धो-कान्हो, चांद-भैरव, फूलो-झानो, तिलका-मांझी की भूमि है। झारखंड धरती आबा बिरसा मुंडा की भूमि है। दो दिन बाद यानि 15 नवंबर से भाजपा सरकार, धरती आबा की डेढ़ सौवीं जयंति को पूरे धूमधाम से मनाने जा रही है। हम सिद्धो-कान्हो और दूसरे सेनानियों के भव्य स्मारक बनाने जा रहे हैं, रिसर्च सेंटर्स बनाने जा रहे हैं। ये भाजपा-NDA की सरकार है, जिसने पहली बार आदिवासी समाज को इतनी भागीदारी दी। ये भाजपा-NDA ही है, जिसने देश को पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति दीं। द्रौपदी मुर्मू जी के रूप में एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाया। लेकिन JMM की सहयोगी कांग्रेस ने क्या किया? आदिवासी बेटी को हराने के लिए इन लोगों ने पूरा जोर लगा दिया। और ये भूलना नहीं है।

साथियों,

कांग्रेस हमेशा से ही आदिवासियों की घोर विरोधी रही है। कांग्रेस ने झारखंड आंदोलन के दौरान अनेक आदिवासी माताओं की कोख उजाड़ी है। और ये JMM वाले आज सत्ता के लिए कांग्रेस की ही गोद में जा बैठे हैं। कुर्सी के लिए ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। संथाल परगना में तो हम देख रहे हैं कि इन्होंने कैसे रोटी-बेटी और माटी को ही दांव पर लगा दिया है। यहां आदिवासी समाज की संख्या लगातार घट रही है। आदिवासियों के जल-जंगल-जमीन पर धोखे से कब्जे करवाए जा रहे हैं। घुसपैठ की समस्या झारखंड में विकराल होती जा रही है। हमें मिलकर झारखंड को तबाह होने से रोकना ही होगा। और मुझे खुशी है, इस बड़े लक्ष्य के लिए भाजपा परिवार का विस्तार हो रहा है। झारखंडी गौरव को बचाने की इस बड़ी लड़ाई में, अब तो सिद्धो-कान्हो के वंशज मंडल मूर्मू जी भी हमारे साथ हैं। और मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे सार्वजनिक रूप से इस महान परंपरा की विरासत, उनका सम्मान करने का अवसर मिला है। मैं उनका भाजपा में स्वागत करता हूं।

साथियों,

कांग्रेस को SC/ST/OBC से हमेशा से नफरत रही है। इसलिए नेहरू जी से लेकर राजीव गांधी तक, इन्होंने आरक्षण का हमेशा विरोध किया। ये लोग कभी नहीं चाहते थे कि SC/ST/OBC एकजुट हो जाएं। इसलिए आजादी के बाद दशकों तक कांग्रेस ने SC/ST/OBC समाज को बांटे रखा। और जैसे ही SC/ST/OBC एकजुट हुए, कांग्रेस कमजोर हो गई। केंद्र सरकार में उसकी पूर्ण बहुमत वाली सरकार बननी बंद हो गई। अब कांग्रेस, केंद्र में सरकार बनाने के लिए छटपटा रही है। इसलिए उसने SC/ST/OBC की एकता को तोड़ने का, आपको बांटने का खेल खेला है, एक नई साजिश रची है। कांग्रेस SC/ST/OBC की सामूहिक ताकत को कमज़ोर करना चाहती है। जैसे संथाल में अनेकों आदिवासी जातियां हैं। यहां संथाल हैं, पहाड़िया हैं, पहाड़िया में भी अनेक उप-जातियां हैं। यहां कोरा, मुडी-कोरा हैं, लोहरा हैं, महली हैं, ओरांव-धनगर हैं, मुंडा-पातर हैं, खरवार हैं। ऐसी हर जाति जब आदिवासी के रूप में, ST के रूप में एक आवाज़ से कोई बात कहती है, तो उसमें वज़न होता है। लेकिन कांग्रेस इस आदिवासी पहचान को तोड़कर, इसे छोटी-छोटी जातियों में बांटना चाहती है। ये संथाल को पहाड़िया से, कोरा को लोहरा से, महली को ओरांव-धनगर से, मुंडा को खरवार से, ऐसे एक जनजाति को दूसरे से लड़ाने में जुटे हैं, टुकड़े करने में जुटे हैं। इसमें JMM, कांग्रेस का पूरा साथ दे रही है। इससे आदिवासियों की एकता कमज़ोर होगी और कांग्रेस-JMM अपने वोटबैंक की मदद से सत्ता हासिल करेगी। और इसके बाद कांग्रेस द्वारा आपका आरक्षण भी छीन लिया जाएगा। और इसलिए भाई-बहनों एक बात कभी भी मत भूलना और अब तो इसकी ज्यादा जरूरत है। हमें याद रखना है, एक हैं तो सेफ हैं। एक हैं तो... सेफ हैं। एक है तो... सेफ हैं। एक है तो... सेफ हैं।

साथियों,

झारखंड का ये चुनाव, सिर्फ आने वाले 5 सालों के लिए नहीं है। ये आने वाले 25 सालों का भविष्य तय करेगा। 20 नवंबर को अपने बाल-बच्चों के भविष्य के लिए आपको वोट डालना है। आपको रोटी, बेटी और माटी को बचाने के लिए, इन्हें सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए वोट डालना है। अब कुछ ही दिन बाकी हैं। आप सबसे मेरी प्रार्थना है दिन-रात जुटना है घर-घर जाना है। साथियों, मैंने इतनी सारी रैलियां की हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिलने की मैंने कोशिश की है लेकिन फिर भी हर घर तक तो पहुंच नहीं पाता। अब ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप मोदी बनकर मेरा संदेश पहुंचा दें। संथाल के घर-घर में पहुंचाएं, और हर घर में जाकर कहना, अपने मोदी भाई आए थे और मोदी जी ने आपको जय जोहार कहा है। मेरा जय जोहार पहुंचा देंगे। पक्का पहुंचा देंगे? हर घर से मेरे लिए आशीर्वाद लेंगे? पक्का लेंगे? मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।

मेरे साथ बोलिए,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय ।
बहुत-बहुत धन्यवाद

Explore More
৭৮ তম স্বাধীনতা দিবস উপলক্ষ্যে নয়াদিল্লির লালকেল্লার প্রাকার থেকে প্রধানমন্ত্রীর ভাষণ ১৫ই আগস্ট , ২০২৪

জনপ্রিয় ভাষণ

৭৮ তম স্বাধীনতা দিবস উপলক্ষ্যে নয়াদিল্লির লালকেল্লার প্রাকার থেকে প্রধানমন্ত্রীর ভাষণ ১৫ই আগস্ট , ২০২৪
Ayushman driving big gains in cancer treatment: Lancet

Media Coverage

Ayushman driving big gains in cancer treatment: Lancet
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM’s address at Christmas Celebrations hosted by the Catholic Bishops' Conference of India
December 23, 2024
It is a moment of pride that His Holiness Pope Francis has made His Eminence George Koovakad a Cardinal of the Holy Roman Catholic Church: PM
No matter where they are or what crisis they face, today's India sees it as its duty to bring its citizens to safety: PM
India prioritizes both national interest and human interest in its foreign policy: PM
Our youth have given us the confidence that the dream of a Viksit Bharat will surely be fulfilled: PM
Each one of us has an important role to play in the nation's future: PM

Respected Dignitaries…!

आप सभी को, सभी देशवासियों को और विशेषकर दुनिया भर में उपस्थित ईसाई समुदाय को क्रिसमस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, ‘Merry Christmas’ !!!

अभी तीन-चार दिन पहले मैं अपने साथी भारत सरकार में मंत्री जॉर्ज कुरियन जी के यहां क्रिसमस सेलीब्रेशन में गया था। अब आज आपके बीच उपस्थित होने का आनंद मिल रहा है। Catholic Bishops Conference of India- CBCI का ये आयोजन क्रिसमस की खुशियों में आप सबके साथ जुड़ने का ये अवसर, ये दिन हम सबके लिए यादगार रहने वाला है। ये अवसर इसलिए भी खास है, क्योंकि इसी वर्ष CBCI की स्थापना के 80 वर्ष पूरे हो रहे हैं। मैं इस अवसर पर CBCI और उससे जुड़े सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।

साथियों,

पिछली बार आप सभी के साथ मुझे प्रधानमंत्री निवास पर क्रिसमस मनाने का अवसर मिला था। अब आज हम सभी CBCI के परिसर में इकट्ठा हुए हैं। मैं पहले भी ईस्टर के दौरान यहाँ Sacred Heart Cathedral Church आ चुका हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे आप सबसे इतना अपनापन मिला है। इतना ही स्नेह मुझे His Holiness Pope Francis से भी मिलता है। इसी साल इटली में G7 समिट के दौरान मुझे His Holiness Pope Francis से मिलने का अवसर मिला था। पिछले 3 वर्षों में ये हमारी दूसरी मुलाकात थी। मैंने उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया है। इसी तरह, सितंबर में न्यूयॉर्क दौरे पर कार्डिनल पीट्रो पैरोलिन से भी मेरी मुलाकात हुई थी। ये आध्यात्मिक मुलाक़ात, ये spiritual talks, इनसे जो ऊर्जा मिलती है, वो सेवा के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाती है।

साथियों,

अभी मुझे His Eminence Cardinal जॉर्ज कुवाकाड से मिलने का और उन्हें सम्मानित करने का अवसर मिला है। कुछ ही हफ्ते पहले, His Eminence Cardinal जॉर्ज कुवाकाड को His Holiness Pope Francis ने कार्डिनल की उपाधि से सम्मानित किया है। इस आयोजन में भारत सरकार ने केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के नेतृत्व में आधिकारिक रूप से एक हाई लेवल डेलिगेशन भी वहां भेजा था। जब भारत का कोई बेटा सफलता की इस ऊंचाई पर पहुंचता है, तो पूरे देश को गर्व होना स्वभाविक है। मैं Cardinal जॉर्ज कुवाकाड को फिर एक बार बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,

आज आपके बीच आया हूं तो कितना कुछ याद आ रहा है। मेरे लिए वो बहुत संतोष के क्षण थे, जब हम एक दशक पहले फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार को युद्ध-ग्रस्त अफगानिस्तान से सुरक्षित बचाकर वापस लाए थे। वो 8 महीने तक वहां बड़ी विपत्ति में फंसे हुए थे, बंधक बने हुए थे। हमारी सरकार ने उन्हें वहां से निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया। अफ़ग़ानिस्तान के उन हालातों में ये कितना मुश्किल रहा होगा, आप अंदाजा लगा सकते हैं। लेकिन, हमें इसमें सफलता मिली। उस समय मैंने उनसे और उनके परिवार के सदस्यों से बात भी की थी। उनकी बातचीत को, उनकी उस खुशी को मैं कभी भूल नहीं सकता। इसी तरह, हमारे फादर टॉम यमन में बंधक बना दिए गए थे। हमारी सरकार ने वहाँ भी पूरी ताकत लगाई, और हम उन्हें वापस घर लेकर आए। मैंने उन्हें भी अपने घर पर आमंत्रित किया था। जब गल्फ देशों में हमारी नर्स बहनें संकट से घिर गई थीं, तो भी पूरा देश उनकी चिंता कर रहा था। उन्हें भी घर वापस लाने का हमारा अथक प्रयास रंग लाया। हमारे लिए ये प्रयास केवल diplomatic missions नहीं थे। ये हमारे लिए एक इमोशनल कमिटमेंट था, ये अपने परिवार के किसी सदस्य को बचाकर लाने का मिशन था। भारत की संतान, दुनिया में कहीं भी हो, किसी भी विपत्ति में हो, आज का भारत, उन्हें हर संकट से बचाकर लाता है, इसे अपना कर्तव्य समझता है।

साथियों,

भारत अपनी विदेश नीति में भी National-interest के साथ-साथ Human-interest को प्राथमिकता देता है। कोरोना के समय पूरी दुनिया ने इसे देखा भी, और महसूस भी किया। कोरोना जैसी इतनी बड़ी pandemic आई, दुनिया के कई देश, जो human rights और मानवता की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जो इन बातों को diplomatic weapon के रूप में इस्तेमाल करते हैं, जरूरत पड़ने पर वो गरीब और छोटे देशों की मदद से पीछे हट गए। उस समय उन्होंने केवल अपने हितों की चिंता की। लेकिन, भारत ने परमार्थ भाव से अपने सामर्थ्य से भी आगे जाकर कितने ही देशों की मदद की। हमने दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में दवाइयाँ पहुंचाईं, कई देशों को वैक्सीन भेजी। इसका पूरी दुनिया पर एक बहुत सकारात्मक असर भी पड़ा। अभी हाल ही में, मैं गयाना दौरे पर गया था, कल मैं कुवैत में था। वहां ज्यादातर लोग भारत की बहुत प्रशंसा कर रहे थे। भारत ने वैक्सीन देकर उनकी मदद की थी, और वो इसका बहुत आभार जता रहे थे। भारत के लिए ऐसी भावना रखने वाला गयाना अकेला देश नहीं है। कई island nations, Pacific nations, Caribbean nations भारत की प्रशंसा करते हैं। भारत की ये भावना, मानवता के लिए हमारा ये समर्पण, ये ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच ही 21वीं सदी की दुनिया को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।

Friends,

The teachings of Lord Christ celebrate love, harmony and brotherhood. It is important that we all work to make this spirit stronger. But, it pains my heart when there are attempts to spread violence and cause disruption in society. Just a few days ago, we saw what happened at a Christmas Market in Germany. During Easter in 2019, Churches in Sri Lanka were attacked. I went to Colombo to pay homage to those we lost in the Bombings. It is important to come together and fight such challenges.

Friends,

This Christmas is even more special as you begin the Jubilee Year, which you all know holds special significance. I wish all of you the very best for the various initiatives for the Jubilee Year. This time, for the Jubilee Year, you have picked a theme which revolves around hope. The Holy Bible sees hope as a source of strength and peace. It says: "There is surely a future hope for you, and your hope will not be cut off." We are also guided by hope and positivity. Hope for humanity, Hope for a better world and Hope for peace, progress and prosperity.

साथियों,

बीते 10 साल में हमारे देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को परास्त किया है। ये इसलिए हुआ क्योंकि गरीबों में एक उम्मीद जगी, की हां, गरीबी से जंग जीती जा सकती है। बीते 10 साल में भारत 10वें नंबर की इकोनॉमी से 5वें नंबर की इकोनॉमी बन गया। ये इसलिए हुआ क्योंकि हमने खुद पर भरोसा किया, हमने उम्मीद नहीं हारी और इस लक्ष्य को प्राप्त करके दिखाया। भारत की 10 साल की विकास यात्रा ने हमें आने वाले साल और हमारे भविष्य के लिए नई Hope दी है, ढेर सारी नई उम्मीदें दी हैं। 10 साल में हमारे यूथ को वो opportunities मिली हैं, जिनके कारण उनके लिए सफलता का नया रास्ता खुला है। Start-ups से लेकर science तक, sports से entrepreneurship तक आत्मविश्वास से भरे हमारे नौजवान देश को प्रगति के नए रास्ते पर ले जा रहे हैं। हमारे नौजवानों ने हमें ये Confidence दिया है, य़े Hope दी है कि विकसित भारत का सपना पूरा होकर रहेगा। बीते दस सालों में, देश की महिलाओं ने Empowerment की नई गाथाएं लिखी हैं। Entrepreneurship से drones तक, एरो-प्लेन उड़ाने से लेकर Armed Forces की जिम्मेदारियों तक, ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहां महिलाओं ने अपना परचम ना लहराया हो। दुनिया का कोई भी देश, महिलाओं की तरक्की के बिना आगे नहीं बढ़ सकता। और इसलिए, आज जब हमारी श्रमशक्ति में, Labour Force में, वर्किंग प्रोफेशनल्स में Women Participation बढ़ रहा है, तो इससे भी हमें हमारे भविष्य को लेकर बहुत उम्मीदें मिलती हैं, नई Hope जगती है।

बीते 10 सालों में देश बहुत सारे unexplored या under-explored sectors में आगे बढ़ा है। Mobile Manufacturing हो या semiconductor manufacturing हो, भारत तेजी से पूरे Manufacturing Landscape में अपनी जगह बना रहा है। चाहे टेक्लोलॉजी हो, या फिनटेक हो भारत ना सिर्फ इनसे गरीब को नई शक्ति दे रहा है, बल्कि खुद को दुनिया के Tech Hub के रूप में स्थापित भी कर रहा है। हमारा Infrastructure Building Pace भी अभूतपूर्व है। हम ना सिर्फ हजारों किलोमीटर एक्सप्रेसवे बना रहे हैं, बल्कि अपने गांवों को भी ग्रामीण सड़कों से जोड़ रहे हैं। अच्छे ट्रांसपोर्टेशन के लिए सैकड़ों किलोमीटर के मेट्रो रूट्स बन रहे हैं। भारत की ये सारी उपलब्धियां हमें ये Hope और Optimism देती हैं कि भारत अपने लक्ष्यों को बहुत तेजी से पूरा कर सकता है। और सिर्फ हम ही अपनी उपलब्धियों में इस आशा और विश्वास को नहीं देख रहे हैं, पूरा विश्व भी भारत को इसी Hope और Optimism के साथ देख रहा है।

साथियों,

बाइबल कहती है- Carry each other’s burdens. यानी, हम एक दूसरे की चिंता करें, एक दूसरे के कल्याण की भावना रखें। इसी सोच के साथ हमारे संस्थान और संगठन, समाज सेवा में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में नए स्कूलों की स्थापना हो, हर वर्ग, हर समाज को शिक्षा के जरिए आगे बढ़ाने के प्रयास हों, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सामान्य मानवी की सेवा के संकल्प हों, हम सब इन्हें अपनी ज़िम्मेदारी मानते हैं।

साथियों,

Jesus Christ ने दुनिया को करुणा और निस्वार्थ सेवा का रास्ता दिखाया है। हम क्रिसमस को सेलिब्रेट करते हैं और जीसस को याद करते हैं, ताकि हम इन मूल्यों को अपने जीवन में उतार सकें, अपने कर्तव्यों को हमेशा प्राथमिकता दें। मैं मानता हूँ, ये हमारी व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी भी है, सामाजिक दायित्व भी है, और as a nation भी हमारी duty है। आज देश इसी भावना को, ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास’ के संकल्प के रूप में आगे बढ़ा रहा है। ऐसे कितने ही विषय थे, जिनके बारे में पहले कभी नहीं सोचा गया, लेकिन वो मानवीय दृष्टिकोण से सबसे ज्यादा जरूरी थे। हमने उन्हें हमारी प्राथमिकता बनाया। हमने सरकार को नियमों और औपचारिकताओं से बाहर निकाला। हमने संवेदनशीलता को एक पैरामीटर के रूप में सेट किया। हर गरीब को पक्का घर मिले, हर गाँव में बिजली पहुंचे, लोगों के जीवन से अंधेरा दूर हो, लोगों को पीने के लिए साफ पानी मिले, पैसे के अभाव में कोई इलाज से वंचित न रहे, हमने एक ऐसी संवेदनशील व्यवस्था बनाई जो इस तरह की सर्विस की, इस तरह की गवर्नेंस की गारंटी दे सके।

आप कल्पना कर सकते हैं, जब एक गरीब परिवार को ये गारंटी मिलती हैं तो उसके ऊपर से कितनी बड़ी चिंता का बोझ उतरता है। पीएम आवास योजना का घर जब परिवार की महिला के नाम पर बनाया जाता है, तो उससे महिलाओं को कितनी ताकत मिलती है। हमने तो महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए नारीशक्ति वंदन अधिनियम लाकर संसद में भी उनकी ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित की है। इसी तरह, आपने देखा होगा, पहले हमारे यहाँ दिव्यांग समाज को कैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। उन्हें ऐसे नाम से बुलाया जाता था, जो हर तरह से मानवीय गरिमा के खिलाफ था। ये एक समाज के रूप में हमारे लिए अफसोस की बात थी। हमारी सरकार ने उस गलती को सुधारा। हमने उन्हें दिव्यांग, ये पहचान देकर के सम्मान का भाव प्रकट किया। आज देश पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर रोजगार तक हर क्षेत्र में दिव्यांगों को प्राथमिकता दे रहा है।

साथियों,

सरकार में संवेदनशीलता देश के आर्थिक विकास के लिए भी उतनी ही जरूरी होती है। जैसे कि, हमारे देश में करीब 3 करोड़ fishermen हैं और fish farmers हैं। लेकिन, इन करोड़ों लोगों के बारे में पहले कभी उस तरह से नहीं सोचा गया। हमने fisheries के लिए अलग से ministry बनाई। मछलीपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं देना शुरू किया। हमने मत्स्य सम्पदा योजना शुरू की। समंदर में मछलीपालकों की सुरक्षा के लिए कई आधुनिक प्रयास किए गए। इन प्रयासों से करोड़ों लोगों का जीवन भी बदला, और देश की अर्थव्यवस्था को भी बल मिला।

Friends,

From the ramparts of the Red Fort, I had spoken of Sabka Prayas. It means collective effort. Each one of us has an important role to play in the nation’s future. When people come together, we can do wonders. Today, socially conscious Indians are powering many mass movements. Swachh Bharat helped build a cleaner India. It also impacted health outcomes of women and children. Millets or Shree Anna grown by our farmers are being welcomed across our country and the world. People are becoming Vocal for Local, encouraging artisans and industries. एक पेड़ माँ के नाम, meaning ‘A Tree for Mother’ has also become popular among the people. This celebrates Mother Nature as well as our Mother. Many people from the Christian community are also active in these initiatives. I congratulate our youth, including those from the Christian community, for taking the lead in such initiatives. Such collective efforts are important to fulfil the goal of building a Developed India.

साथियों,

मुझे विश्वास है, हम सबके सामूहिक प्रयास हमारे देश को आगे बढ़ाएँगे। विकसित भारत, हम सभी का लक्ष्य है और हमें इसे मिलकर पाना है। ये आने वाली पीढ़ियों के प्रति हमारा दायित्व है कि हम उन्हें एक उज्ज्वल भारत देकर जाएं। मैं एक बार फिर आप सभी को क्रिसमस और जुबली ईयर की बहुत-बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।