भारत माता की, भारत माता की।
मां करवल देई की जय! मां करवल देई की, मां करवल देई की।
तरकुल्हा देवी, बुढ़िया माई, गुरु गोरखनाथ और देवरहवा बाबा की ई धरती से हम रऊवां सब के प्रणाम करतानी।
साथियों,
कल छठे चरण का मतदान भी खत्म हो गया है। (अब आपलोग इजाजत दें तो मैं बोलना शुरू करूं। दो मिनट आपका, चलिए हो जाए।) इतना प्यार, इतना उत्साह, ये आपका प्यार मेरे सर आंखों पर दोस्तों। ये नौजवान तो हमारे जिगर के टुकड़े हैं जी। छठे चरण ने इंडी गठबंधन के छक्के छुड़ा दिए हैं। अब सातवें चरण में इंडी वालों पर पूर्वांचल का प्रहार होगा और पूर्वांचल का प्रहार जिस पर हुआ, वो मैदान से बाहर जाकर गिरता है। आपका उत्साह एक ही बात कह रहा है फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!
साथियों,
4 जून 2024 ये तारीख भारत का भविष्य तय करने जा रही है। अमृतकाल के संकल्प, विकसित भारत का निर्माण, 140 करोड़ सपने, 4 जून को देश एक नई उड़ान के लिए पंख फैलाएगा। इसीलिए, करोड़ों लोग 4 जून का इंतज़ार कर रहे हैं। वो 3 करोड़ गरीब जिन्हें आने वाले सालों में पक्का घर मिलेगा, उन्हें 4 जून का इंतज़ार है। 70 साल की उम्र से ऊपर के वो बुजुर्ग, जिन्हें अब 5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज मिलेगा, उन्हें 4 जून का इंतज़ार है। वो करोड़ों युवा, जिन्हें मुद्रा योजना से अब 20 लाख रुपए की मदद मिलेगी, उन्हें 4 जून का इंतजार है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 3 करोड़ बहनें जो अब लखपति दीदी बनेंगी, उन्हें 4 जून का इंतज़ार है। देश के करोड़ों लोग, जिन्हें पीएम सूर्यघर योजना से मुफ्त बिजली मिलेगी, उन्हें 4 जून का इंतज़ार है। देश को पता है 4 जून से ही भारत के तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का काउंटडाउन शुरू हो जाएगा। और दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का मतलब है हर भारतवासी के पास आगे बढ़ने के ज्यादा मौके। हर भारतवासी के पास अपनी आय बढ़ाने के ज्यादा मौका। 4 जून को बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान जी के आशीर्वाद से भारत की एक मंगल यात्रा की शुरुआत होगी।
साथियों,
देश की प्रगति से बांसगांव के लोग, देवरिया के लोग खुशियों से भरे हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन कुछ ताक़तें ऐसी भी हैं जिन्हें भारत की प्रगति से पेट में दर्द हो रहा है। ये लोग 4 जून को लेकर अलग ही सपने देख रहे हैं। पाकिस्तान में सपा-कांग्रेस के इंडी गठबंधन के लिए दुआ पढ़ी जा रही है। सीमा पार से जिहादी उन्हें समर्थन दे रहे हैं। यहां सपा-कांग्रेस वाले वोट जिहाद की अपील कर रहे हैं। इनका मुद्दा देश का विकास नहीं, ये तो भारत को कई दशक पीछे ले जाना चाहते हैं। आप इनके मुद्दे देखिए, इंडी जमात कह रही है, ये सरकार में आएंगे तो कश्मीर में फिर से 370 लगाएंगे। ये बंटवारे के पीड़ितों को नागरिकता देने वाला CAA कानून रद्द करेंगे। आप मुझे बताइए, ये किसका एजेंडा है? यही तो भारत विरोधी ताकतें भी चाहती हैं। फिर इंडी वाले भी यही क्यों चाहते हैं?
साथियों,
कांग्रेस ने हमेशा देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया। अभी एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आपको पता है न, इतनी मात्रा में नौजवान हैं तो जरा ये बड़ा महत्त्वपूर्ण मुद्दा मैं आज आपको बताने जा रहा हूं। मीडिया वालों के लिए भी नया होगा। आपको पता है हमारा देश ब्रह्मोस मिसाइल बनाता है। और वह दिन दूर नहीं जब यूपी में भी ब्रह्मोस मिसाइल बना करेगी। और ब्रह्मोस मिसाइल ऐसी है जिसका खौफ दूर दूर तक है। दुनिया के कई देशों में ब्रह्मोस मिसाइल की मांग रही है। लेकिन कांग्रेस को ये भी पसंद नहीं आया। जो देश भारत से ब्रह्मोस खरीदना चाहते थे, दुनिया के कई देश, कांग्रेस सरकार ने उनके सामने भी रोड़े अटकाए। आप जानते हैं क्यों? ये इंडी वाले चाहते हैं भारत रक्षा क्षेत्र में ना आत्मनिर्भर बने और ना ही भारत में हथियार एक्सपोर्ट करने की क्षमता पैदा हो। ये इंडी वाले चाहते हैं विदेशी हथियारों की डील होती रहे, इनकी दलाली आती रहे। बोफोर्स घोटाले होते रहे, ऑगस्ट वेस्टलैंड घोटाले होते रहे, वो क्वात्रोची मामा को वो वाला खेल कांग्रेस जारी रखना चाहती थी। लेकिन भाइयों बहनों, आज हम रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। हमारे यूपी में डिफेंस कॉरिडॉर बन रहा है। देश का रक्षा निर्यात 21 हजार करोड़ रुपए से ऊपर पहुंच गया है। अब आप बताइए, देश में डिफेंस कॉरिडॉर बनाने वाली सरकार होनी चाहिए या जो हर मौके पर दिवाली हो या होली हो हर मौके पर जो दलाली ही करना चाहते हैं, दलाली करने वाली सरकार चाहिए क्या?
साथियों,
ये कांग्रेस और सपा ये इंडी जमात वाले इनकी राजनीति का एक ही मकसद है- तुष्टीकरण! तुष्टीकरण के लिए ये हमारी आस्था को गाली देते हैं। कांग्रेस पार्टी राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकरा देती है। इंडी जमात वाले राममंदिर को अपवित्र कहते हैं। सपा के नेता राममंदिर जाने को पाखंड बताते हैं। मैं आप लोगों से पूछता हूं। राममंदिर को गाली देने वालों को पूर्वांचल में एक भी सीट मिलनी चाहिए क्या? किसी भी बूथ में उनको वोट मिलना चाहिए क्या?
साथियों,
इंडी जमात का अब अगला निशाना हमारे देश का पवित्र संविधान है। बाबा साहब आंबेडकर ने धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया था। लेकिन, ये लोग क्या कर रहे हैं? कर्नाटक में कांग्रेस ने पिछड़ों का आरक्षण रातों-रात मुसलमानों को दे दिया। बंगाल में TMC वालों ने फर्जी OBC सर्टिफिकेट बनाकर पिछड़ों का आरक्षण लूट लिया, मुसलमानों दे दिया। यूपी में सपा उसी TMC का प्रचार कर रही है।
भाइयों बहनों,
मैं मेरे दलित, पिछड़ा समाज को याद दिलाना चाहता हूं। 2012 में सपा ने अपने घोषणापत्र में लिखा था कि मुसलमानों को दलितों के बराबर आरक्षण मिलना चाहिए। इंडी जमात इसके लिए संविधान बदलना चाहती है। मैं इनसे सवाल पूछता हूं तो ये मोदी को गाली देते हैं। धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध मोदी डटकर के कर रहा है। विरोध होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? आप मोदी को साथ देंगे कि नहीं देंगे क्या धर्म के आधार पर अब देश को बंटने देना चाहिए? फिर से देश के टुकड़े होने देना चाहिए? दलित, पिछड़ा के आरक्षण की लूट रुकनी चाहिए या नहीं रुकनी चाहिए?
साथियों,
सपा केवल अपने परिवार का कुनबा बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है। यही सपा का चरित्र है। आप याद करिए, सपा का वो जंगलराज, बहन बेटियों का घर से निकलना मुश्किल था। मां-बाप मजबूर होकर बेटियों का स्कूल-कॉलेज छुड़वा देते थे। व्यापारी इसी खौफ में जीते थे, कब कौन गुंडा फिरौती मांग ले, कब किसका प्लॉट कब्जा हो जाए, कब किसका खेत चला जाए, सरकार की जमीन तक पर माफियाओं ने महल खड़े कर लिए थे। लेकिन, जब से योगीजी आए हैं, माहौल ही बदल गया, मौसम भी बदल गया! हमारे योगीजी तो अच्छे-अच्छों की गर्मी उतारने में एक्सपर्ट हैं। अब माफियाओं की मौज खत्म हुई है, उनके महलों की जगह गरीबों के लिए घर बन रहे हैं। यही बीजेपी और इंडी जमात में फर्क है।
साथियों,
आज यूपी के लोग गर्व से कहते हैं कि हम यूपी से हैं। सीना तान करके बोलते हैं। यूपी अब बाकी राज्यों से केवल बराबरी ही नहीं कर रहा इतना ही नहीं, अनेक राज्यों से आगे भी निकल रहा है। मैं यूपी का सांसद हूं, आपका पड़ोसी हूं, मुझे गर्व हो रहा है आज मेरे यूपी में देश में सबसे ज्यादा एयरपोर्ट्स वाला राज्य यूपी है। सबसे ज्यादा एक्स्प्रेसवे यूपी में हैं। सबसे ज्यादा शहरों में मेट्रो, यहां यूपी में बन रही है। बदलाव कैसे आता है, ये बांसगांव-देवरिया और गोरखपुर के लोग खुद देख रहे हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, सीतामढ़ी से अयोध्या तक रामजानकी मार्ग, सहजनवा-दोहरीघाट रेललाइन ऐसे कितने काम इस क्षेत्र में चल रहे हैं। वन्देभारत ट्रेन यहां चल रही है। कुशीनगर और गोरखपुर केवल कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर दो-दो एयरपोर्ट इस क्षेत्र को मिले हैं। अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गोरखपुर में नया एम्स खुला है। कुशीनगर में नया मेडिकल कॉलेज भी बन रहा है। 10 साल के भीतर-भीतर ये विकास कार्य लंबी लिस्ट है लेकिन मोदी तो कहता है ये तो अभी ट्रेलर हैं। अगर ट्रेलर इतना शानदार है तो आने वाले 5 साल कितनी मजबूती से देश को ऊपर ले जाएंगे आप अंदाजा लगा सकते हैं।
भाइयों बहनों,
पिछली सरकारों के शासन में यहां किसानों का बहुत नुकसान हुआ। अधिकांश चीनी मिलें बंद हो गईं। किसानों को गन्ने की खेती छोड़नी पड़ी। हमारी सरकार सपा के इन गड्ढों को भी भरने का काम कर रही है। हमने गन्ने के लिए FRP बढ़ाया है। गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपए का बकाया चुकाया है। बांसगांव-देवरिया के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के भी डेढ़ हजार करोड़ रुपए मिले हैं।
साथियों,
1 जून को आपका वोट बांसगांव, देवरिया और देश का भविष्य बनाएगा! आपका एक-एक वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। बांसगांव से भाई कमलेश पासवान और देवरिया से युवा साथी शशांक मणि त्रिपाठी, इन्हें भारी बहुमत से जितवाना है। ज्यादा से ज्यादा वोटों से जितवाएंगे। ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे, सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे, सभी पोलिंग बूथ में जीतेंगे। अच्छा मेरा एक काम करेंगे? बड़े कमाल के लोग हो यार। इनके लिए बोलता हूं तो जोरों से बोल रहे हो। मेरे लिए कहा कि काम करोगे तो ठंडे पड़ गए, ऐसा कैसा भाई, बताओ मेरा एक काम करोगे? ऐसा नहीं, दोनों हाथ ऊपर करके बताओ। अरे मेरे जिगर के टुकड़े इतने यहां हैं जरा दम लगा के बोलो ना। मेरा एक काम करोगे। देखिए हर गांव में, हर इलाके में देवस्थान होते हैं, तीर्थ स्थान होता है। आप वहां जाना मेरी तरफ से मथ्था टेकना, मोदी की तरफ से। और परमात्मा से आशीर्वाद मांगना है, मांगेंगे? मथ्था टेकेंगे? मोदी के लिए आशीर्वाद नहीं चाहिए। मोदी के परिवार के लिए आशीर्वाद नहीं चाहिए। विकसित भारत बनाने के लिए आशीर्वाद चाहिए। करेंगे, पक्का करेंगे।
बोलिए भारत माता की, जय भारत माता की, जय भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद