For me, every mother, daughter & sister is a form of 'Shakti': PM Modi

Published By : Admin | March 18, 2024 | 11:45 IST
The biggest festival of democracy begins. On May 13 the voters of Telangana will script history: PM Modi
BJP's wave will wipe out the Congress and BRS. The entire country today is saying 'June 4 ko 400 paar', says PM Modi
The INDI alliance in their manifesto said that their fight is against 'Shakti'. For me, every mother, daughter & sister is a form of 'Shakti': PM Modi
Can someone talk about the destruction of 'Shakti'? We dedicated the success of the Chandrayaan mission by naming the point where Chandrayaan landed as 'Shiv Shakti': PM Modi

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
ना तेलंगाणा कुटुम्ब सभ्युल्लन्दरिकी नमस्कारालु

लोकसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है....दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र का उत्सव प्रारंभ हो चुका है। और 13 मई को तेलंगाना के लोग एक नया इतिहास रचने वाले हैं। 13 मई को तेलंगाना में होने वाला मतदान, विकसित भारत के लिए होगा। और जब भारत विकसित होगा तो तेलंगाना भी विकसित होगा। यहां तेलंगाना में बीजेपी के लिए लगातार जनसमर्थन बढ़ता ही जा रहा है। तेलंगाना का ये दृश्य, जगतियाल का ये जन-सैलाब इसका प्रमाण है। मैं पिछले 3 दिनों में दूसरी बार तेलंगाना आया हूं। उसके पहले मैं तेलंगाना के लिए हजारों करोड़ रुपयों की विकास परियोजनाओं की सौगात लेकर भी आपकी सेवा में हाजिर हुआ था। इसी महीने मैंने अदिलाबाद से पूरे देश और तेलंगाना के लिए 56 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण शिलान्यास किया था। संगारेड्डी में भी हाइवेज, रेलवेज और एयरवेज इनफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी हजारों करोड़ की परियोजनाओं को समर्पित किया था। ये विकास आज तेलंगाना के हर इलाके में पहुंच रहा है। इसीलिए, तेलंगाना के कोने-कोने में बीजेपी के लिए समर्थन बढ़ता ही जा रहा है। आपने देखा होगा, अभी मुझे मल्काजगिरी में भी जनता-जनार्दन... हम सबको अपना आशीर्वाद देने के लिए सड़कों पर उमड़ आई थी। जैसे-जैसे 13 मई निकट आ रही है, वोटिंग का दिन करीब आ रहा है, तेलंगाना में बीजेपी की ये लहर कांग्रेस का, बीआरएस का सूपड़ा साफ कर देगी। और इसीलिए, आज पूरा देश कह रहा है- 4 जून को 400 पार ! 4 जून को चुनाव के नतीजे आने वाले हैं और इसलिए लोग कह रहे हैं 4 जून को 400 पार ! 4 जून को 400 पार ! 4 जून को 400 पार ! तेलंगाना भी कह रहा है- अबकी बार, 400 पार ! अबकी बार, 400 पार ! विकसित भारत के लिए...400 पार ! विकसित तेलंगाना के लिए...400 पार ! तीसरी सबसे बड़ी इकोनोमी के लिए...400 पार ! गरीब की की उन्नति के लिए...400 पार ! किसान कल्याण के लिए के लिए...400 पार ! युवाओं को नए अवसर के लिए...400 पार ! महिला सशक्तिकरण के लिए...400 पार ! मजबूत भारत के लिए…400 पार ! आत्मनिर्भर भारत के लिए ...400 पार ! समृद्ध भारत के लिए ...400 पार ! नालगु वंदलु दाटाली, बीजेपी-कि वोटु वेय्याली॥

साथियों,
तेलंगाना की ये धरती…भारत माता की...। देखिए…मेरा कितना सौभाग्य है, मेरे सामने शक्ति स्वरूपा एक बेटी शक्ति का रूप धारण करके मुझे आशीर्वाद देने आई है। उधर भी एक बेटी देखिए, शक्ति स्वरूपा बनके, मुझे आशीर्वाद देने आई है। और इधर देखिए इतनी माताएं-बहनें शक्ति स्वरूपा आज मोदी को आशीर्वाद दे रही हैं। अभी कल मुंबई में इंडी अलायंस की रैली थी और चुनाव घोषित होने के बाद इंडी आलंयस की ये पहली और उनके लिए ये सबसे महत्वपूर्ण रैली थी, उस रैली में उन्होंने अपना घोषणापत्र जाहिर किया। और उनके पहले घोषणापत्र का एलान क्या है। मुंबई के शिवाजी मैदान में जो छत्रपति शिवाजी महाराज कहते थे…जब एक औरत को उठाकर लाया तो उन्होंने कहा, काश! अगर तुम मेरी मां होती मैं भी तेरे जैसा सुंदर होता। ऐसा शिवाजी पार्क जहां से इंडी अलायंस ने अपना घोषणापत्र जाहिर किया और उन्होंने कहा है कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है। मेरे लिए हर मां शक्ति का रूप है। हर बेटी शक्ति का रूप है। और मेरी माताओं-बहनों की तरफ, माताओं-बहनों आपको मैं शक्ति के रूप में पूजा करता हूं। मैं भारत मां का पुजारी हूं। मैं आप शक्ति स्वरूपा सब मां-बहन-बेटियों का भी पुजारी हूं। और जिन्होंने कल शिवाजी पार्क में, इंडी अलायंस ने अपना घोषणापत्र शक्ति को खत्म करने के लिए किया है, मैं इस चुनौती को स्वीकार करता हूं। और मैं इन शक्ति स्वरूपा माताओं-बहनों की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा दूंगा। जीवन खपा दूंगा। क्या भारत की धरती पर कोई शक्ति के विनाश की बात कर सकता है क्या? क्या शक्ति का विनाश उन्हें मंजूर है। हम सब शक्ति की आराधना करते हैं कि नहीं करते हैं? पूरा हिंदुस्तान शक्ति की आराधना करता है कि नहीं करता है? अरे, हमने तो चंद्रयान की सफलता को भी किसको समर्पित किया...। चंद्रयान की सफलता को भी, जहां चंद्रयान ने लैंड किया हमने उस सफलता को भी शिव शक्ति नाम देकर शिव शक्ति को समर्पित किया है। और ये लोग शक्ति के विनाश का बिगुल फूंक रहे हैं। माताएं-बहनें शक्ति स्वरूपा आप हैं। क्या ऐसे लोगों को शक्ति के विनाश का मौका देंगे क्या? मौका देंगे क्या? शक्ति का विनाश करने वालों का विनाश होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? शक्ति स्वरूपा माताओं की रक्षा होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? शक्ति के संस्कार की रक्षा होनी चाहिए नहीं होनी चाहिए? और इसलिए भाइयों-बहनों इंडी अलायंस ने कल अपनी घोषणा जाहिर कर दी है, घोषणापत्र उनका जाहिर हो गया है और इसलिए लड़ाई एक तरफ शक्ति के विनाश करने वाले लोग हैं दूसरी तरफ शक्ति की पूजा करने वाले लोग हैं। मुकाबला 4 जून को जाएगा। कौन शक्ति का विनाश कर सकता है और कौन शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। इसका मुकाबला 4 जून को हो जाएगा।

साथियों,
तेलंगाना की ये धरती कोई साधारण धरती नहीं है। ये वो धरती है, जिसने अंग्रेजों से संघर्ष किया, जो रजाकारों के अत्याचारों से लड़ाई लड़े। इस धरती ने देश की अखंडता और सम्मान के लिए संघर्ष किया। बावजूद इसके, आज़ादी के बाद तेलंगाना को कांग्रेस के सियासी षडयंत्रों को सहना पड़ा। एक ओर वो कांग्रेस पार्टी है, जिसने तेलंगाना के सपनों को कुचला है। दूसरी ओर, वो BRS है जिसने यहां के लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल किया, सत्ता पाई और बाद में जनता से ही विश्वासघात कर दिया। तेलंगाना निर्माण के पहले 10 वर्षों तक BRS ने तेलंगाना को जमकर लूटा। और अब, कांग्रेस ने तेलंगाना को अपना ATM स्टेट बना लिया है। तेलंगाना से लूटा गया ये पैसा दिल्ली तक जाता है, वहां परिवारवादी लोगों की तिजोरी में पहुंचता है। फिर इसी पैसे का इस्तेमाल देश में झूठ और बंटवारे की साजिशों की फंडिंग के लिए होता है। और तेलंगाना के लोग जानते हैं, एक घोटालेबाज, दूसरे घोटालेबाज पर कभी कार्रवाई नहीं कर सकता। इसीलिए, जो कांग्रेस पार्टी, चुनाव के समय BRS पर घोटालों का आरोप लगाती थी, आज वही कांग्रेस BRS की फाइलों पर हाथ धरकर बैठ गई है।

साथियों,
BRS और कांग्रेस की मिलीभगत कितनी जबरदस्त है, ये भी आज तेलंगाना के लोग देख रहे हैं। आज BRS के घोटालों पर कांग्रेस की बोलती बंद हो गई है। कालेश्वरम स्कैम के अरबों रुपये कहां चले गए, कांग्रेस में कोई इसका जवाब नहीं मांग रहा है। और कांग्रेस जो सैकड़ों वादे करके सरकार में आई थी, वो क्यों पूरे नहीं हो रहे, BRS में कोई ये सवाल नहीं पूछता है। दोनों एक-दूसरे को बचा रहे हैं। दोनों एक दूसरे की जमकर मदद कर रहे हैं। और सबकुछ परदे के पीछे कर रहे हैं। और, जब दोनों पार्टियों के स्कैम की जांच होती है तो दोनों मिलकर के क्या करते हैं, एक ही काम… मोदी को गाली…मोदी को गाली….मोदी को गाली…। यही करते हैं न? दिन रात मोदी-मोदी के सिवाय कुछ करते हैं क्या ये लोग? इनके मुंह से कभी भारत माता की जय सुना क्या? मोदी को सौ बार बोलते हैं। मां भारत को एक बार भी याद नहीं करते हैं। लेकिन तेलंगाना के मेरे साथियों, BRS और कांग्रेस एक दूसरे के लिए चाहे कितनी भी कवर फ़ायर कर लें, इनकी एक-एक लूट का हिसाब होता रहेगा। मोदी, तेलंगाना के लोगों को गारंटी देता है कि तेलंगाना को लूटने वालों को छोड़ेगा नहीं। ये मोदी की गारंटी है। इदि मोदी गैरंटी।

साथियों,
परिवारवादी पार्टियां, परिवारवाद में डूबे ये लोग केवल देश को लूटने के लिए राजनीति में आए हैं। ये लोग कभी देश का, किसी राज्य का भला नहीं कर सकते। आप परिवारवादियों का पूरा इतिहास उठाकर देख लीजिये, देश में जितने भी बड़े घोटाले हुये हैं, उनके पीछे कोई न कोई परिवारवादी पार्टी ही मिलेगी। आप जरा सोचना, ये मीडिया के मित्रों को भी मैं जरा होमवर्क देकर जाता हूं कि आप सोचिए, देश में लाखों करोड़ का 2G स्पेक्ट्रम घोटाला हुआ। किसका नाम आया? दिल्ली दरबार का संरक्षण और डीएमके परिवार की करतूत! देश में नेशनल हेराल्ड घोटाला हुआ। किसका नाम आया?कांग्रेस का सबसे बड़ा परिवार जो कांग्रेस पार्टी को चलाता है। उनका नाम आया। देश में बोफोर्स स्कैम भी हुआ था। किसका नाम आया था? इसी परिवार का। बिहार में इतना बड़ा चारा घोटाला हुआ। कौन अपराधी साबित हुआ? बिहार में ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाला हुआ। किसका नाम आया? आरजेडी चलाने वाले उसी परिवार के लोगों का। इसी परिवारवादी भ्रष्टाचार का शिकार हमारा तेलंगाना भी हुआ है। परिवारवादी BRS ने प्रदेश में कालेश्वरम घोटाला किया है, दिल्ली में हुए ‘लिकर स्कैम’ में भी कट-कमीशन खा लिया। इसलिए कांग्रेस हो या BRS- इनसे जितना बचेंगे उनको जितना दूर रखेंगे वही इसकी दवाई है। इसलिए 13 मई को आपको वोटिंग के दिन याद रखना है- BJP को जिताना है, बीजेपी को जिताना है। बीजेपी को जिताना है। बीजेपी को जिताना है। बीजेपी को जिताना है। आप तेलंगाना में बीजेपी को जितनी ज्यादा सीटें देंगे, उतनी ही मेरी ऊर्जा बढ़ेगी। और ये जो शक्ति स्वरूपा का विनाश करने निकले हैं न, उनकी रक्षा करने के लिए मुझे ताकत चाहिए अब। मैं विकसित भारत के लिए और ज्यादा परिश्रम करुंगा। आपको भरोसा है न। मैं परिश्रम करूंगा इस बात पे भरोसा है न। क्या कभी मैंने मेहनत करने में कमी रखी है क्या? खुद को खपाउंगा, और कुर्सी की परवाह किए बिना आपकी भलाई के लिए जो जरूरी है वो निर्णय करूंगा।

साथियों,
हमारा विज़न है- विकसित तेलंगाना से विकसित भारत का निर्माण! बीते 10 वर्षों की एक बड़ी उपलब्धि है कि हमने 25 करोड़ देशवासियों को गरीबी से बाहर निकाला है। हमने इसके लिए योजनाएं बनाईं। हमने ईमानदारी से हर योजना का लाभ लोगों तक पहुंचाया। हमने देश भर में गरीब परिवारों को 4 करोड़ से ज्यादा पीएम आवास बनाकर दिये। हमने 12 करोड़ से ज्यादा घरों तक नल से जल पहुंचाया। हमने देश के 50 करोड़ लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा। आज 50 करोड़ से ज्यादा गरीबों को आयुष्मान कार्ड से मुफ्त इलाज सुनिश्चित हुआ है। पीएम स्वनिधि जैसी योजनाओं के जरिए गरीबों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हजारों करोड़ रुपए की सहायता दी गई है।

साथियों,
हमारी सरकार ने इन सभी योजनाओं का लाभ तेलंगाना की जनता तक बिना किसी भेदभाव के पहुंचाया है। हमने तेलंगाना की माताओं-बहनों को उज्जवला योजना के 11 लाख से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए। हम तेलंगाना के 30 लाख किसानों को हर साल किसान सम्मान निधि के 6000 रुपये भेज रहे हैं। तेलंगाना में आयुष्मान भारत योजना से 80 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ्त इलाज सुनिश्चित हुआ है। आज भी BJP सरकार तेलंगाना के 2 करोड़ जरूरतमंदों को मुफ्त राशन की व्यवस्था कर रही है। अगर यहां तेलंगाना में BJP की सरकार होती तो हम तेलंगाना को और आगे ले जाने में हमें सुविधा रहती है क्योंकि हम जनता को साथ लेकर चलते। साथियों, पिछले दिनों विधानसभा के चुनाव में आपने BRS के प्रति जो गुस्सा था किसी भी हालत में आप BRS को खतम करना चाहते थे, आपने वो काम कर दिया। ये चुनाव दिल्ली में फिर एक बार मोदी सरकार को लाने का चुनाव है।

साथियों,
हमने सिर्फ 10 साल में भारत को दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया है। हमने ये भी सुनिश्चित किया है कि इस प्रगति में हमारा किसान, हमारा श्रमिक वर्ग भी पीछे न रहे। इसीलिए, हमने पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाएं शुरू कीं। हमने किसान की आर्थिक ताकत को बढ़ाया, और साथ ही उस पर फर्टिलाइजर के बढ़ते दामों का बोझ भी नहीं आने दिया। हमने किसान की आय बढ़ाने के लिए फसलों की MSP बढ़ाई। आज इन प्रयासों का लाभ तेलंगाना के किसानों को मिल रहा है। 2014 में धान की जो MSP 1300 रुपए थी, वो आज 2200 रुपए है। हमने अकेले तेलंगाना के किसानों से 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपए की धान की खरीद की है। ये क्षेत्र हल्दी के किसानों का भी क्षेत्र है। कांग्रेस-BRS ने कभी उनकी भी चिंता नहीं की। हमने टर्मरिक किसानों के लिए ‘टर्मरिक बोर्ड’ का गठन किया। 2014 में हल्दी की जो कीमत 6 हजार से 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल थी, आज उसके 20 हजार रुपए तक मिल रहे हैं। गन्ना किसानों के लिए भी हमने प्रति क्विंटल मूल्य बढ़ाकर 340 रुपए कर दिया है। यहां की राज्य सरकारों का आलम ये है कि, वो अभी तक बंद पड़ी निज़ाम शुगर फ़ैक्टरी को शुरू नहीं कर पाये हैं। लेकिन, हमने करीब 6400 करोड़ रुपए खर्च करके रामागुंडम फर्टिलाइज़र फ़ैक्टरी फिर से शुरू कर दी है। इस फ़ैक्टरी में आज 75 हजार टन यूरिया बन रहा है। इससे किसानों का फायदा तो हो ही रहा है, युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। अब अगले 5 वर्षों में हमें किसानों को समृद्धि की नई ऊंचाई पर लेकर जाना है।

साथियों,
पहले देश में विकास से जुड़े वायदों को सबसे बड़ा चुनावी झूठ माना जाता था। लेकिन, इन 10 वर्षों में विकास भारत की सबसे बड़ी पहचान बनकर उभरा है। आज भारत के आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर की चर्चा पूरी दुनिया में होती है। इन 10 वर्षों में हमने तेलंगाना के इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए अभूतपूर्व काम किया है। हमारे तेलगू भाषी लोग दुनिया के हर देश में मिलेंगे। अच्छी पोजिशन में मिलेंगे। मेहनत करने वाले मिलेंगे। और आप पूछिए, जो भी तेलगू भाषी दुनिया में रहता है उसको पूछिए आज दुनिया में उसका सम्मान है कि नहीं है। वो सीना तान करके कहेगा, मैं जहां भी जाता हूं हिंदुस्तान का गौरव होता है। हमने यहां करीब 25 हजार करोड़ रुपए खर्च करके नेशनल हाईवेज बनवाए हैं। 2014 तक तेलंगाना में सिर्फ 2500 किलोमीटर नेशनल हाइवेज़ बने थे। जरा आंकड़ा याद रखिए, 2014 के पहले, यानि देश आजाद हुआ तब से लेकर के 75 साल 70 साल जो भी है समय, सिर्फ 2500 किलोमीटर। ये उनका काम देखिए और ये मोदी का कमाल देखिए। हमने केवल 10 वर्षों में 2000 किलोमीटर नेशनल हाइवेज़ बना दिए हैं। करीमनगर से वारंगल के बीच ढाई हजार करोड़ रुपए के फोर लेन प्रोजेक्ट जैसे विकास के काम यहां हुए हैं। हम तेलंगाना के रेलवे स्टेशनों को भी आधुनिक बना रहे हैं, यहां वंदे भारत की कनेक्टिविटी बढ़ा रहे हैं।

साथियों,
आने वाले 2 जून को तेलंगाना के जन्म के 10 साल पूरे होंगे। इसलिए, 4 जून को नतीजों के बाद केंद्र में भाजपा सरकार बनेगी, वो देश के साथ ही तेलंगाना के अगले दशक का भाग्य बनाएगी। इसलिए अगले 5 वर्ष तेलंगाना के लिए बहुत अहम हैं। अगले 5 वर्षों में हम तेलंगाना के हाइवेज़ और एक्सप्रेसवेज़ नेटवर्क को और आधुनिक बनाना चाहते हैं। अगले 5 वर्षों में हम यहां के रेलवे इनफ्रास्ट्रक्चर को बेहतरीन बनाएंगे। अगले 5 वर्षों में हमें डिजिटल इंडिया का विस्तार गांव-गांव तक करना है। अगले 5 वर्षों में हमें ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों नए गोदाम बनाने हैं ताकि किसानों को लाभ हो। अगले 5 वर्षों में हमें घरों पर ज्यादा से ज्यादा सोलर पैनल लगवाने हैं ताकि बिजली बिल जीरो हो जाए। और इस सबमें तेलंगाना और तेलंगाना के प्रतिभाशाली युवाओं की बहुत बड़ी भूमिका होगी। ये 18वीं लोकसभा का चुनाव है। 18 साल के ऊपर के हर युवा को विकसित भारत के लिए वोट करना है, विकसित तेलंगाना के लिए वोट करना है। और, ये तब होगा, जब आप इस चुनाव में कमल के निशान पर BJP को अपना आशीर्वाद दें। इस चुनाव में निजामाबाद से भाई अरविंद धर्मपुरी गारू, करीमनगर से बंडी संजय कुमार गारू और पेद्दापल्ले से ‘मेरे भाई’ गोमासा श्रीनिवास गारू को भारी मतों से इनको विजयी बनाना है। आशीर्वाद मिलेंगे आपके। हर पोलिंग बूथ पे जिताएंगे? हर पोलिंग बूथ में जाएंगे?

और मैं आपको एक और बात बताऊंगा। अभी किशन रेड्डी ने इसके बारे में विस्तार से बताया। अब देखिए मैंने एक हिम्मत की है। अब वो हिम्मत तो मेरी तब काम आएगी, जब आप मेरी मदद करेंगे। करेंगे मदद? देखिए मैंने मेहनत की है, हिम्मत भी की है। लेकिन आपकी मदद के बिना कुछ होना नहीं है, करेंगे मदद? देखिए मैंने एक काम किया है। टेक्नोल़ॉजी की मदद से मैं अब तेलगू में आपसे बात करना चाहता हूं। 100 परसेंट तो नहीं हो सकता लेकिन 80-90 परसेंट तो हो जाएगा, लेकिन इसके लिए आपको एक काम करना पड़ेगा। करेंगे? आप अपने मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया में जो एक्स होता है न एक्स। एक्स साइट होती है, वहां जाकर के नमो इन तेलगू हैंडल पर जाइए, तो वहां आपका ये सेवक तेलगू में बात करेगा। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे आप। पहले वाला तो करेंगे न। सब बताइए करेंगे न। जरा हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे न। अच्छा दूसरा एक काम करोगे, अभी मैंने ये हिम्मत की है, शुरुआत की है। अगर आप उसको सुनकर के उसमें क्या-क्या गलतियां रह गई है। उसमें क्या-क्या कमी रह गई है। क्या मुझे बताएंगे क्या? आप मेरे टीचर। काम करेंगे न। मुझे सिखाएंगे तेलगू? तो मुझे आपकी मदद चाहिए। मैं तेलगू में आपलोगों से लगातार बात करना चाहता हूं। और इसीलिए मैंने टेक्नोलॉजी का उपयोग किया है। मैं चाहता हूं आप ही नहीं, पूरा तेलंगाना मोदी को तेलगू में सुने। और आप जब मोबाइल पर जाकर, एक्स पर जाकर के नमो इन तेलगू डाउनलोड करोगे, फिर आप किसी को भी कह सकते हैं, ए गड़बड़ मत कर, मोदी मेरी जेब में है। ऐसा कह सकते हैं न। देखिए, ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मुझे अपनी बात पहुंचानी है, उनकी भाषा में पहुंचाने का मैं प्रयास करूंगा। लेकिन उसके लिए तेलंगाना के हर मोबाइल फोन पर मोदी होना चाहिए। मोदी इन तेलगू होना चाहिए। और मैं आपको गारंटी देने आया हूं। मैं आपको विकसित तेलंगाना की गारंटी देता हूं। मुझे विश्वास है, आप भी मुझे इस बार तेलंगाना में बीजेपी का परचम लहराने की गारंटी देंगे। देंगे न? आप भी मुझे गारंटी देंगे न? देखिए आपकी गारंटी के लिए आप अपने मोबाइल फ्लैश चालू कीजिए। आपके मोबाइल फ्लैश लाइट बनाइए। ये मुझे गारंटी देनी है आपको। आपके मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट…हर किसी के मोबाइल की फ्लैश लाइट जलनी चाहिए। ये आपकी गारंटी है मुझे। ये आपकी गारंटी है मुझे। ये मेरे तेलंगाना के बहनों-भाइयों की गारंटी है।

मेरे साथ बोलिए…भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।